रावण की पूजा कहाँ होती है?, साथ में दुश्शेरा पर कविता।
HTML-код
- Опубликовано: 11 окт 2024
- दुश्शेरा का पर्व आश्विन महा की शुक्ल पक्ष को मनाया जाता है। दुश्शेरे के पर्व को विजय दसमी भी कहते हैं। यह त्यौहार अच्छी पर बुराई की जीत का प्रतिक है। बुराई किसी भी रूप में हो सकती है , जैसे खोद, असत्य, आलस, दुःख, वगैरा। किसी भी आंतरिक बुराई को ख़तम करना ही विजय दसमी के त्यौहार को दर्शाता है। दुश्शेरे पर कह जगह रावण की पूजा भी होती है। यह त्यौहार बुराई पर अच्छी की जीत का प्रतीक है। विजय दसमी का त्यौहार श्री राम की रावण पर विजय का त्यौहार है। यह त्यौहार बुराई पर अच्छी की जीत का त्यौहार है। जय श्री राम की , जय गौ माता की।