जातिवाद का मूल कारण क्या? समाधान क्या? || आचार्य प्रशांत (2021)
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- Опубликовано: 6 мар 2021
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वीडियो जानकारी: 30.01.2021, आमने-सामने शिविर, ऋषिकेश, भारत
प्रसंग:
~ जातिप्रथा क्यों बनाई गयी है?
~ जातिप्रथा का विस्तार क्या है?
~ जाति व्यवस्था को संक्षिप्त में कैसे समझे?
~ जात-पात में भेद भाव दूर कैसे हो?
~ ऊँची जाति के कौन हैं? नीचे जाति के कौन हैं?
~ ब्राह्मण कौन है?
~ वर्ण व्यवस्था कैसा होना चाहिए?
~ उपनिषद, गीता का ज्ञान ज़रूरी क्यों है?
संगीत: मिलिंद दाते
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❤️🙏❤️
Great international golden words by great acharya ji
Great intellectual words by great acharya ji
Namaste 🙏🕉️ Acharya ji
Aap jaise krantikari ki samaj mai bhut jrurat hai gurudev 🕉️
Apne sab to bataya ,ye to batado ki ved/upnishad kahase laye kaise padhe ,kau sa ved original hai aur kau sa ved/upnishad pakhadiyone ikha hai.
मैं कहता था मैं ब्राह्मण हूं, क्योंकि मैं जन्म से ब्राह्मण हूं। लेकिन आज मुझे पता चला मैं असल में शुद्र हूं। अब मैं तब तक खुद को ब्राह्मण नहीं कहूंगा जब तक मैं शुद्र चेतना को त्याग नहीं देता।
🙏🙏💗💗
Tum apne ape ko insaan mano koi bhi kam chota bda नहीं hota
We need more like You brother👍🏻
👏👏🌻🌻
चेतना का प्रथम जागरण! आपको शुभकामनाएँ!
जाति ना पूछो साधु की पूछ लीजिए ज्ञान... मोल करो तलवार का पड़ा रहने दो म्यान.... आचार्य जी आपने समाज को रास्ता दिखा दिया है आपका बहुत-बहुत धन्यवाद...👍🙏🤲🌹😐
जातिवाद हमारे देश के लिए सबसे बड़ा अभिशाप है
Yes
Right
Ryt
Yes
Coreeect
अरे बाप रे, आज तक ऐसा वक्तव्य नहीं सुना, दिमाग़ प्रबुद्ध हो गया 🙏साष्टांग प्रणाम आचार्य जी.
जो भी जातिवाद को मानते हैं,उन्हें हम मानसिक अपंग कह सकते हैं।
Right
Right
Right
💯% true
Correct
हमारा देश ऐसा देश है जहाँ पर कुछ लोगों की मानसिकता इतनी गंदी है।आप सोच भी नहीं सकते।हर कोई इस चीज को नहीं समझ सकता सिवा उनके जो इसका शिकार सदियों से हो रहे हैं।अपने देश में कुछ जातियाँ ऐसी हैं जिनको आज तक इन्सान ही नहीं समझा जाता।
Bilkul shi
Ab sach mai bahut jyada ho raha hai... Bahar nikalna bhi padega or virodh karna bhi padega
u r right 👍 ye log ye chij ko taklif hi nahi mante
Right
😓😭😭😭😭
जितने लोग ये परवचन सुन लिए है उतने लोग ही अगर जातिवादी मानसिकता को चेंज कर ले तो आगे चलके काफी कुछ बदलने वाला है बस अपने आप को शुद्ध करते हुए आने वाली पीढ़ियों को भी ऐसे मुक्त कर दिए तो भारत का कल्याण हो सकता है।।🔥
आज मुझे जीवन मे पहली बार जाति का वास्तविक अर्थ पता चला ! मैं अनुग्रह व्यक्त करता हूं ये कितना महान ज्ञान है जिस चेतना से ये ज्ञान आ रहा हैं मैं उस चेतना को प्रणाम करता हूं ! धन्यवाद अचार्य जी 🤗😇
जातिवाद का सफाया करने का एक बहुत ही सरल ऊपाय है - अपने पीछे जो सरनेम है ना वह लीखना सब बंद कर दे !!
Mai bhi yhi sochta hu, Tamil Nadu ke baare me pdha, kaafi fascinating lga ye pdh kr ki unhone difference hatane k liye apne surname hta diye
No, only vedant
Soch bhi badlni hogi bro
तब बिहार सरकार जाति पूछ के बताएंगे की तुम्हारी संख्या भारी नही है तुम्हें कोई हिस्सेदारी नही मिलेगी, तुम चाहे कितने भी योग्य हो।
Tamilnadu me jatipratha abhi bhi bahut h.
मेरे पापा रूम ढूंढने गए हमारे लिए, दरभंगा बिहार में। कई रूम मिले और रूम के लिए सब कुछ तय हो गया और फिर जाति पूछ कर रूम नही दिया लोगो ने। इतना घोर जातिवाद है आज भी। मेरे साथ कई बार ऐसा भेद भाव हुआ
Bihar, up jatiwadi gadh hai
ये बहुत दुख की बात है, और ज्ञान की कमी भी है
जो जो बड़े लोग खास कर पेरेंट्स बोलते फिरते है की जाति सही नहीं है मैं nhi मानता जात पात लेकिन जब शादी के लिए लड़की लड़का ढूंढना सिर्फ जात का ही चलेगा चाहे खुद के जात में पसंद का ना भी मिले पूरी लाइफ सही नहीं भी rh पाएंगे फिर भी जात जात और जात ।।।।
बड़े बड़े लोग teacher , professor , अधिकारी,,,, जो हमेशा शिक्षा देते है जात पात सही nhi h लेकिन खुद जात पात अंतिम तौर पर मानते है ।।।।
अगर new generation जात पात खतम करने का प्रयास करते भी है तो old generation uunko imotional tarike से जात पात खतम करने से रोक देता है ।।।।।।।
इंसान का मूल स्वभाव है वो एक ही समय में अलगाव और लगाव दोनों चाहता है। मनुष्य जीवन की यही चुनौती है कि वो इससे कैसे निपटता है।
Bahut sahi baat kahi.... 👍🏻👍🏻
@@idleBuddywah 👍🏻
गजब की व्याख्या !! प्रणाम आचार्य जी । जातिवाद हर जगह है कितना सरल तरीके से समझाया 🙏🙏 इस कचरे को साफ सिर्फ उपनिषद ही कर सकते है।
जाति व्यक्ति के blood में कूट कूट भरा है
धर्म पत्थर में भगवान है समझाने में सफल रहा लेकिन धर्म असफल रहा बताने में इंसानियत
धर्म असफल नही है। हकीकत ये है के लोग धर्म से दूर हो गए है।
@@dinkarmaurya7709 bhai chalo man liya ki dharm garntho me ya vedo me nahi likha hai nahi bata hai...to galat parchar karne bala kon?...bharm failane bala kon? cast system lane bala kon?...agar tum mante ho ki ye sastr me nahi likha hai, to jo galat parchar kar raha hai usko kitne bar birodh kiye ho...kya tum ne kabhi ye samaj me batane ki kosis ki ho ki ye galat hai?...main batau bhai ki jo iss ka parchar karne bala guru tha usne kabhi sachai ko batane ki kosis nahi ki kyu yadi bata deta to uska dukan band hojata..aur usi parka samaj me bharm faila diya...aur ascharya ki baat ye hai ki koi iss ka birodh nahi kiya..nahi to aaj ye dasa nahi hota hindu dharm ka
@@gangamehara6382 भाई मैने विरोध किया है जाति व्यवस्था का गलत का विरोध किया है कई बार जबसे आचार्य प्रशांत सर के वीडियो देखे है आप भी अगर देखेंगे आप भी करोगे जाति, ऊंच नीच ओर गलत का विरोध ऐसा मेरा मानना है।🙏🙏🙏🙏
धर्म की जरुरत ही नही है. इंसान को अपने मुल्यों पर काम करना चाहिए. दुर्भाग्य यह है की मानवी मूल्य, आचरण धर्म के खूंटे बंधा है. सभी धर्म शांती का संदेश देते है. लेकीन कितने धार्मिक लोग हैं जो शांती चाहते है. उन्हे अपने धर्म श्रेष्ठ है बताने मी ही रुची हैं.
Sahi kaha sir ji apne yahi wajah se insan grow nahi kar pata hai chahe khud ki bat ho ya family ki ya dash ki shukriya sir bahut apka achcha sandesh diya apne
हमे किसी ना किसी को दुश्मन बनाना है, हमे किसी ना किसी को पराया बनाना है और उसको अवांछित घोषित कर देना हैI
बिल्कुल सही
गीता को मानने वाले जाति को कभी नहीं मान सकते और जाति को मानने वाले गीता को कभी नहीं मान सकते
This channel deserves 1 billion subscribers and 1k+ billion views.
विशेषकर यह वीडियो 👍
जाति के आधार पर धन ,औरत तथा जमीन का बटवारा , निजी नौकरियो प्रमोशन तथा वंचितों का शोषण बहुत ही चिन्ताजनक है।
Vanchit kahanewale hi shosak hain.
Yes
स्वतंत्राता के बाद जातिवाद को पालने पोसने का काम संविधान ने बखूबी निभाया है, यही कड़वा सत्य है. किसी भाई ने लिखा है कि जातिवाद मानने वाले अपंग हैं, ये सच है किन्तु जाने अनजाने वे संविधान को ही अपंग कह रहे हैं.
जात पात दी गल ना कर तु
जात भी मिट्टी पात भी मिट्टी
जात सिर्फ खुदा दी ऊँची
बाकी सब कुछ मिट्टी मिट्टी.....
Waah!🙏🙏
जो जितना शास्त्रों को जलाए वो उतना प्रगतिशील माना जाएगा। बिल्कुल सही बात बोली आचार्य जी ये भी अब cool बनने का नया चलन ही हो गया है।
Sahi h ek dusre ko gali dena prachlan m h bhai positive way rakho agar wo aage h to m bhi aage badhe jab aaj clear way h
शास्त्र जो है वो जातिवाद की जड़ है,जो वास्तव में इन्हें पढ़ता है और समझता है उसे समझ आता है कि शास्त्र मूलकारण है जातिवाद का
@@VirendraKumar-cz4zc आपने पढ़ा है मित्र???
@@VirendraKumar-cz4zc tune padh liya kya kisi bhi shastra m jativad nhi h aur unhe kafi baar edit bhi kiya gya h samay samay pr aur agr aapko jabardasti Krna h to kro sachai to sachai h
@@VirendraKumar-cz4zc konsa shastra padhe ho ...budhshastra to nhi padh liye 🤣
हमारे खोपडे को बटवारा पसंद है, जहा पर बटवारा जात के नाम पर नही होता वहा किसी और नाम से हो जाता है I
मुझे बस यह जानना है कि कोई भी शास्त्र अगर यह कहता कि वर्ण व्यवस्था कर्म के आधार पर.... मुझे बस दो चार ब्राह्मण लोगों के नाम बताइए जो कर्म के आधार पर शुद्र बना हो !
और दो चार शूद्र का नाम बताइए जो कर्म के आधार पर ब्राह्मण बना हो ! और दोनों स्वीकार भी करते हो
मेरा ब्राह्मण और शूद्र उपयोग करने का आशय छोटी और बड़ी जातियों का है
महाऋषि वाल्मीकि, रविन्द्र नाथ दोनो शुद्र से ब्राह्मण बन गए ब्राह्मण से भी बड़े ब्राह्मण बने
ब्राम्हण और शूद्र का मतलब मानसिक अवस्था से है कोई बना या न बना ये कोई रूप नही है......
सही पकड़ा है, पता नही कितने बनिय और ब्राह्मण जूत्ते बना / बनवा रहे है लेकिन इनकी जाति नहीं बदली !!!!
Chandragupta morya dalit se shhatriya bane....Aaj ke sabhi safhai krmchari shhatriya Chauhan se Sudra bane hai. Ye tumhare samne hai.
वलमिली जी , वेद व्यास जी दोनो शुद्र थे और कर्म से महान ऋषि बन गए।
रावण जाति से ब्राह्मण था और कर्म से रावण बन गया।
है बार सुनता हूं । सोचता हु इससे अच्छा नही सुना । आचार्य जी की हर बात पैदा होती पीढ़ियों को जरूर सुननी चाहिए । जिंदगी कुछ और है । हमने कुछ और बना डाली है ।
ऐसे कितने लोग है जिनके दिलो दिमाग से आचार्य जी ने आज कचरा साफ कर दिया है। और वो आज से कोई जातिगत भेदभाव नहीं करेंगे। व जाति आधारित विवाह और राजनीति के खिलाफ बोलेगा।
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एक भी नही हैं साहब।।।हा हा हा हा
भारत में जिस तरह जाति व्यवस्था और वर्ण व्यवस्था छुआछूत या दुनिया के किसी भी देश में नहीं है विदेशों में नस्लवाद है लेकिन जातिवाद नहीं है।
गुरु पूर्णिमा का दिन सार्थक हो गया आपकी सच्ची बातें सुनकर।सादर प्रणाम🙏
मानव जाति को ऐसे महापुरुषों की जरूरत है
14:58 आप जब खुद को नहीं जानते न तो आप दूसरों को नहीं जानते,जब आप दूसरों को नहीं जानते तो दूसरों से आपको लगता है डर, जब दूसरों से लगता है डर तो दूसरों को कर देते हैं प्रतिबंधित।
ये सब तब खत्म होगा जब हर एक आदमी अपने जीवन को गौर से देखेगा
वर्ग जो कोई बदल सकता है।गरीब अमीर हो सकता है,अमीर गरीब हो सकता है।एक तरलता है।लेकिन जो वर्ग ठोस हो गया वर्ण व्यवस्था बन गया। तरलता समाप्त हो गई।आप जहां है वही रहे।
Big fan of you sir. You are a great Philosopher.
सही कहा है आपने के हमारी खोपडी को सीमाएं चाहिए इसे बटवारे पसंद है...
किंतू भारतीय जाति व्यवस्था मे बंटवारा जन्म से ही तय हो जाता है। वह भी ऐसा के कोई गरीब अमीर हो सकता है,कोई मूढ ज्ञानी हो सकता है ,भिखारी राजा हो सकता है.... मगर नीचले जाति का व्यक्ति कितना ही महान क्यूं न हो वह ब्राह्मण नहीं हो सकता।
जातिवाद का कट्टर विरोधी हूं मैं।
मेरी जात न पूछो।
मैं सनातनी हूं।
मुझे सनातनी ही रहने दो।🚩
हम खुद को ब्राह्मण तो कह देते हैं पर कभी भी धर्म ग्रन्थ नहीं पढ़ते हैं। मे जन्म से ब्राह्मण हु पर ना मेने कभी चारो वेदो को पढ़ा हैं और ना ही धार्मिक ग्रंथो को। मे दावे के साथ कह सकता हूँ की आज की पीढ़ी के जो लोग हैं वो भी अधिकतर मेरी ही तरह होंगे और ना ही आपको वे लोग मिलेंगे जिनके घरों मे आपको मनुस्मृति मिलेगी। लेकिन जातिवाद को हम पीढ़ी दर पीढ़ी अपने की कंधो पर ढ़ोते आ रहे हैं क्योंकि ये हमने अपने बाप दादाओ से सीखा हैं की हम इस जाति के हैं और ये जाति निम्न हैं और ये जाति उच्च हैं। जातिवाद केवल आपको सवर्णों मे ही नहीं मिलेगा यहाँ तक की दलितो में भी जातिवाद हैं अगर आप समाज मे रहते हैं तो आप पाएंगे की खटीक समाज की शादी खटीक मे ही होंगी मेघवाल केवल मेघवाल से शादी करेगा और हरिजन की शादी केवल हरिजन से ही होंगी। जो लोग खुद को ब्राह्मण कहते हैं वो भी किसी दूसरे ब्राह्मण से खुद को उच्च बताते हैं जैसे दुबे ब्राह्मण खुद को चौबे से उच्च बताएंगे इसी प्रकार सभी अपनी-अपनी बकवास करेंगे।
जातिवाद से हम केवल तभी निकल पाएंगे जब हम शिक्षित होंगे। जातिवाद केवल विभाजन पैदा करती हैं इससे आप केवल बँटकर रह जाओगे यदि अधिकतर ब्राह्मण धार्मिक कार्य कर ही नहीं रहे हैं तो वो खुद को ब्राह्मण क्यों कहते हैं। में चाहता हूँ की हमें ऐसी व्यवस्था करनी चाहिए कि किसी भी कागज में या कही भी अपनी पहचान बताने में अपनी जाति को लिखना ना पढ़े।
सत्य वचन भाई जी।👍👍
सारी सामाजिक बुराईयों का सटीक विश्लेषण और समाधान। एकदम समस्या की जड़ पर प्रहार किया है।
आचार्य जी को अत्यंत साधुवाद।
आचार्य जी ने उन लोगों को आईना दिखाया है,जो सनातन धर्म से नफरत करना सिखाते है।
आचार्य जी नमन। बिल्कुल सही समाधान दिया है आचार्य जी ने।
Sir Apko sunne ke Baad bahut satisfaction milta h...
Ab lgta h Indians apni Chetna pr kaam krenge...
Thanks a lot 🙏🙏
आज का दिन सदियों से भेदभाव का दंश झेल रही महिलाओं के पुनरूत्थान को समर्पित
प्रिय आचार्य जी कृपया एक विडीयो महिलाओं की सशक्त के लिए
Lekin acharya ji ek baat to smjhao ....
Bechlor se married hua ja skta h, poor se rich hua ja skta h, education aur talent se sb paya jaa skta h ......
But sachai to ye h ki, agr aap dalit ho to chahe kitna padh lo, kitne rich ho jao , kitna talent ho ..log cast se hmesha nicha dikhate h aur yahi schai h ........
जिस तरह से आचार्य जी ने मांसाहार के myths पर series बनाई थी , उसी प्रकार से यदि caste system पर videos की series बनाई जाए तो मुझे लगता है कि काफी लोगों की गलतफहमियां दूर होंगी।
मेरा निवेदन है कि मनुस्मृति जैसी books पर भी कोई video बनाएं।
🙏
ruclips.net/video/c5EDxNzEdm8/видео.html
@@Drashti. 👍
मनुस्मृति पर बनाया है विडियो
आपके शब्दो और आपके प्रवचनो को मेरा दिल से प्रणाम !
"Kyunki baat hindu ki , muslim ki ,sikh ki hai hi nahi jab bheeter sab khandit hai , to bahar bhi hum sab batwara kar hi dalte hain"❤❤❤🙏🙏🙏 Acharya ji🌈
आचार्य जी आपके जैसा कोई नहीं है आज पता चला जय हो आचार्य जी 🙏🙏🙏
जाति के आज के समय में 02 ही महत्व है -
पहला शादी करने में । यदि आपको किसी लड़के/लड़की की शादी/रिश्ते करना है तो सामने वाले से जाति पूछनी चाहिए । और अपनी जाति में शादी करनी चाहिए ।
दूसरा राजनीति करने में । यदि आप नेता हैं तो "फूट डालेंगे, तभी तो राज करेंगे" , इसके लिए चाहे समाज या जातियों में जहर ही क्यों ना फैले, आपको इससे क्या मतलब ? आपको तो अपनी राजनीति चमकानी है । इसलिए राजनेता जाति पूछते हैं ।
और दुर्भाग्य से हमारे पूरे देश मे राजनेताओं की राजनीति हावी है, राजनेता लोग कोई जाति के नाम पर तो कोई वर्ग के नाम पर जैसे चुनाव जीतने के समीकरण हो उसी तरह से समाज में जाति , वर्ग के नाम पर आपस में लड़वा कर अपनी राजनीति कर रहे हैं । चाहे वो किसी भी राजनीतिक पार्टी से हों ।
तो आपसे कोई जाति पूछे तो समझ जाना कि या तो आपका रिश्ता/शादी करवाने का इच्छुक है या कोई राजनेता है या किसी नेता/पार्टी का सदस्य/चमचा है ।
और
इन दोनों के अलावा कोई बिना वजह ही सोशल मीडिया को देख कर या अपने आस पड़ोस के माहौल को देख कर किसी से जाति पूछता है या जातिगत भेदभाव करता है या जातिवाद को बढ़ावा देता है तो वह बस महा मूर्ख ही है ।
जातिवाद से जितना हमारे देश का नुकसान हो रहा है धर्म का नुकसान हो रहा हैपूरी दुनिया से सिमट के हम खाली थोड़े से क्षेत्र में रह पूरी दुनिया के आर्यों का रास्ता
जातिवाद सबसे ज्यादा यूपी बिहार में है जो कि सवर्णों और ठाकुरों द्वारा किया जाता है सबसे ज्यादा यह लोग आज भी ओबीसी और एससी एसटी के लोगो को अछूत मानते हैं
जातिवाद का मूल कारण धर्म ग्रंथ ही है ।
No education no education
दिमाग के अज्ञान को ज्ञान से छलकाना ही हर समस्या का समाधान हैं 🙏🙏🙏
जातिवाद पर अबतक का सबसे बेहतरीन और सटीक विश्लेषण
Eye opening video for all. I will share this one to all my friends.🙏
Acharya ji. M aapki bohut respect krta hoon. Aap dharm bohut acche se samjhtay h. M aap k lecture ko bohut dheyan se sunta hoon. Tarique from asansol bengal.
हिंदू धर्म मे जो जातिवाद है वो बहोतही खराब और शर्मिंदी बात है...
कचरा साफ करने के चक्कर में, घर में जो एकमात्र हीरा है, उसे बाहर मत फेंक देना... समाज की करतूतों को उपनिषद के ऊपर काहे डाल रहे हो.
प्रणाम, आचार्य जी 🙏🙏
जब भारत विश्वगुरु था वो समय बुद्ध कालीन समय था,
शरीर भाव से मुक्ति ही आध्यात्म की सुरुवात है ।
🙏🙏
चेतन साफ़ होती है फिर भी ऊंचा स्थान नहीं मिलता ।
लेनिक ब्रह्मण की चेतन असोभिकरिए फिर भी ऊंचा सम्मान दिया जाता है।
About think?
आचार्य जी जाति प्रथा एवं जातिवाद पर एक संपूर्ण वीडियो बनाएं जिसमें मुगलों और अंग्रेजों के पहले की व्यवस्था को समझाएं किसने किस पर इतना अत्याचार किया और क्या-क्या हुआ इस पर
प्रशांत जी जो जातिवाद से पीड़ित है उसे समझाने से कुछ होने वाला नहीं। अगर समझाने की जरूरत है प्रताड़ित करने वाले को समझाओ तो कुछ होगा।
Exactly
After a long time, I have listen true & genuine lectures on religion, thank you Sir for strengthening to believing true knowledge!!!
वाह , अद्भुत , जय गुरूदेव 🕉🙏🚩
Agar aap sochte hai ki acharya ji sahi kaam kar rahai samaj ko sudhar sakte hai to 3 kaam batata hu jo karoge to kaam ho jayega..
1. Acharya ji ki video poori dekhe like, comments or ape social media jese whatsapp, Facebook, instagram, Twitter per share kare jisase video aur logo tak pahuche.
2. Apne aas pas ke logo ko acharya ji or unke jaise aur kai logo tak le jaye jaise osho, swami vivekananda, Sandeep Maheshwari, vikash divyakirti etc.
3. Khud ko is mission se jod le logo ko( climate change ke bare me bataye ) aur ho sake to acharya ji ki sanstha Advaita foundation ko donation de..
Bas agar ye 3 kaam ho gaye to kaam ban jayega..
Dhanyawad😊😊❤
आचार्य जी मनुष्यो को सही से ऑब्जर्व करो तो इनसे बड़ा मूर्ख कोई नहीं दिखता।आपने सही कहा मनुष्य कोई ना कोई भेदभाव का कारण ढूढ़ ही लेता है।
सारे लोग पृथ्वी आकाश अग्नि हवा और इथर से बना है।और उसमे मौजूद चेतना बस उस बड़े समुद्र की एक बूंद ही है जो सभी जीवों में है।
मनुष्य चाहे जितना भेदभाव इस चोले में रहकर कर ले,पर अंत में सभी लोग जिससे बने उसी मे मिल जाते है।
मैंने देखा कि मिट्टी के पुतले अकारण आपस में लड़ रहे हैं । पुतलो जीवन कि सच्चाई समझो की असलियत में तुम हो कौन?
आइए उपनिषदों की तरफ लौटें...प्रणाम आचार्य जी
भारत में जाति आधारित भेदभाव चरम सीमा पर है। भारत में जाति खत्म हो जाय तो देश की 75% समस्याएं स्वत ही समाप्त हो जायेगी।
No caste system🚫
Just be a Hindu 🕉️
ये बात सही कही कि ये सब जगह हो रही है। अमेरिका ब्लैक लिव्स, अमीरी - गरीबी, जातपात। नाजी- जू इनमें भी विवाद है।
कर्म के आधार पर करो विभाजन, यह जन्म के आधार पर क्या ड्रामा है
इंसान किसी वंश और जाति से महान नही होता इंसान अपने कर्मो से ओर अपने गुणों से महान होता है
बहुत अच्छी वीडियो हैं बहुत जागरूक किया आचार्य जी आपने !
आचार्य जी ,दुनिया में जितने भी धर्म हैं, उनके ग्रंथ आदि में लिखी बातें से आज तक उनके फॉलोअर का कितना भला हुआ,और यह दुनिया कितनी खुशहाल या बदहाल हुई है, कृपया बताने की कृपा करें।
❤️❤️“Acharya Ji Exposes All Those People Who Blame The Sanatan Dharma For Caste System.”🙏🏻🙏🏻
- Ayush Singh Rathore (Hardoi-Uttar Pradesh)
Jay Shree Krishna 🙏🏼🕉🇮🇳🚩
Cast system ke bare me sabhi bolte hai lekin cast ko distroy karne ka koi kam nahi karta jati ko todna hai to jati ko hi jodna yehi ek upay najar ata hai muze lagta hai ke Acharya ji hi ye kam kar sakte hai ashua karta hun ki Bharat desh firse manavtavadi banega jahind
मन की हर गंदगी साफ तो जीवन साफ 🙏🙏
22:14 कानून अंतरजातीय प्रेम करने को विवश तो नहीं कर सकता। लेकिन कानून अंतरजातीय विवाह करने को उचित संरक्षण व आर्थिक प्रोत्साहन तो दे सकता है ना ताकि यह गंदगी जलदी ख़तम हो भारत से।
Hai law rajasthan m to
@@iamkislay01 bhaiya in some days,if Hindus ,if not promote intercaste marriage,most lower caste Hindus are adopting other religions. .beti aur roti Hindus ka rista intercaste Mae promote karna hae paddaga
@@nomitasharma241 good thoughts ...
भारतीय संविधान ने पूरी तरह कानूनी मान्यता व अधिकार दिया है intercaste / interreligious marriage को
@@user-jh2fg7wi4g जी यही कचरा दिमाग से जब तक नहीं निकलेगा तब तक आप निष्पक्ष सोच नहीं रख सकते जो शोषण के लिए प्रेरणस्त्रोत है।
इस विडियो को कम-से-कम 10 मित्रों को साझा करें ।
और इस कुप्रथा के अंत को एक मजबूत शुरुआत मिले ।
🙏👏
It would be abolish by only writing &saying but also every Hindu marriage without same caste fanda system then to already castism root out? Otherwise no way?
@@neerajsinghal6250 आप आखें खोलो तभी पता चल सकता है।
Hats off Acharya Ji. Bilkul sahi bolte ho. 🙏
Most genuine religious guru! 💫
Such an illuminated and apt explanation. 🙏Thank you Acharya ji. Subha janmtithi🌷🌼💐🙏
आचार्य जी ने सही कहा कि मनुष्य अज्ञान के कारण अन्दर से बटां है सही शिक्षा से ही एकता संभव है वह शिक्षा है वेदांत की शिक्षा
Jivan ka mahtvpurn gyan dene ke liye dhnybad. 👍🙏🙏
SC ST OBC Genaral . मे भारत को। कानूनी तोर मे। बाट रखा है
जबकि यह बिल्कुल गलत है
पैदा होते ही किसी का वर्ण निर्धारित नही होता
कर्म करने से और निर्धारित होता है
Aacharya prasant is saying truths . Hamko gyaan aur vigyaan dono sahitya ki jarurat hei.insaan banne ke liye parivartan bhi bahot jaruri hei samaaj me.
सती प्रथा का अंत तो कानून ने कर ही दिया ही दिया था।
हीरे को हीरा पहचानना ही हीरा होना है...💐💐💐
Sir aap jaisa agar sabhi ko bichar man me aa jaye to sab desh ek sath ho jayega
जब तुम्हारी चेतना ब्रह्ममुखी (साफ, निर्मल)है, तो ब्राह्मण हो तुम, ऊँचा स्थान मिलना चाहिए तुम्हें.
हरे कृष्ण! 🙏🌹
नमन्, आचार्य जी. 🙏🙏
Braahamano ne apani sahulato ke liye jaatiwaad ko rachaa aur badhaayaa.
1 maatra upaaay yahi hai ke Buddha ke vichaaro par chalo aur aage badho..
Namo Buddhaay..
14:56
आप जब खुद को नहीं जानते न, आप दूसरे को नहीं जानते।
जब दूसरे को नहीं जानते तो दूसरे से लगता है डर! तो दूसरे को कर देते हो प्रतिबंधित।
Noted
इसी एलियन वाले कांसेप्ट के जरिये ही pk movie में जातिवाद ओर धर्मवाद को दिखाने का प्रयास किया गया है।
🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻 प्रस्तुत विषय के मूल की बात की है आचार्य जी ने 👌
आज भी बड़े होटल्स में धोती चप्पल पहनके प्रवेश मना है ड्रेस कोड के नाम ।
इंसान जहाँ भी है जैसा भी है बँटवारा उसे पसंद है।
-आचार्य प्रशांत
🙏आचार्य जी प्रणाम। 🙏
आदरनिय आचार्य श्री.... कहने को तो मै भी सर्व श्रेष्ठ ब्रह्मण हूँ, परन्तु जिस प्रकार से मेरी वर्तमान परिस्थिति बनी हुई है... इस जातिवादी कारणों से, वो मुझे मेरी मृत्यु के समान ज्ञात हो रहा है, मै विभिन्न प्रकार से आप के मार्ग दर्शन अनुसार इस परिस्थिति को सुधारने का प्रयास किया लेकिन इन जातिवादी ठेकेदारों के कारणों से, परिस्थिति और भी गंभीर होती चली गई, और मै अंततः असफल ही रहा.. अभी मुझे कोई दूसरा मार्ग दिखाई नही पड़ रहा... परिस्थितियों को सुधारने का, लेकिन एक डर मेरे हृदय में बना हुआ है कि कहीं परिस्थितियों को समय के साथ सुधारने के लिये छोंड़ दिया तो, जिसके लिये ये मैं चाहता हूँ, वो ना छूट जाये जीवन भर के लिए... मेरी आप से विनम्र आग्रह है की कृपया मुझे मार्ग दर्शन दे... धन्यवाद आप का आचार्य श्री...🙏🏻🙏🏻😊
सादर प्रणाम आदरणीय
आप एक विशेष ज्वलंत मुद्दे पर बोल रहे हैं।इसके लिए बहुत बहुत धन्यवाद।
दुनिया में एक संगठन है जिसके पास आप के विषय का समाधान है।वह है आनन्द मार्ग संस्था।यह पूरे दुनिया में मानव समाज को एक सूत्र में पिरोने के लिए व्यवहारिक रूप से निरन्तर प्रयासरत हैं। आनन्द मार्ग के नव्यमानवतावाद, प्रऊतवाद, आध्यात्मिक दर्शन को जानिये।सारी समस्याओं का समाधान मिलेगा।
जातिवाद जहर है। संसार के लिए कहर है
आचार्य प्रशांत जी के चरणों में कोटि कोटि नमन
one of the greatest gurus, sir acharya Prashant...
आचार्य जी जो जातिवाद को मानता है या पहले मानता था ये बही लोग है जो कहते थे एनाकोंडा के ऊपर पृथ्वी है👈😂🤣
प्रश्न अधुरा परन्तु हल पुरा का पुरा
धन्यवाद आचार्य जी 🙏💓