🎯 सूर्यकान्त त्रिपाठी 'निराला' का जन्म बंगाल की महिसाना रियासत (जिला मेदिनापुर ) में "21 फ़रवरी, 1896" में हुआ था। 🎯वसंत पंचमी पर उनका जन्मदिन मनाने की परंपरा 1930 में प्रारंभ हुई। 🎯 उनका जन्म मंगलवार को हुआ था। जन्म-कुण्डली बनाने वाले पंडित के कहने से उनका नाम सुर्जकुमार रखा गया। 🎯उनके पिता पंडित रामसहाय तिवारी उन्नाव (बैसवाड़ा) के रहने वाले थे 🎯और महिषादल में सिपाही की नौकरी करते थे। 🎯वे मूल रूप से उत्तर प्रदेश के जिले के गढ़कोला नामक गाँव के निवासी थे .. 🎯निराला की शिक्षा हाई स्कूल तक हुई। बाद में हिंदी संस्कत और बांग्ला का स्वतंत्र अध्ययन किया। 🎯पिता की छोटी-सी नौकरी की असुविधाओं और मान-अपमान का परिचय निराला को आरम्भ में ही प्राप्त हुआ। 🎯उन्होंने दलित-शोषित किसान के साथ हमदर्दी थी ... 🎯निराला ने 1920 ई० के आसपास से लेखन कार्य आरंभ किया। 🎯 उनकी पहली रचना 'जन्मभूमि' पर लिखा गया एक गीत था। 🎯लंबे समय तक निराला की प्रथम रचना के रूप में प्रसिद्ध 'जूही की कली' शीर्षक कविता, जिसका रचनाकाल निराला ने स्वयं 1916 ई० बतलाया था, 🎯निराला के जीवन की सबसे विशेष बात यह है कि कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी उन्होंने सिद्धांत त्यागकर समझौते का रास्ता नहीं अपनाया, संघर्ष का साहस नहीं गंवाया। 🎯जीवन का उत्तरार्द्ध हमारे उत्तर प्रदेश (तात्कालिक इलहाबाद वर्तमान प्रयाग ) में बीता। वहीं दारागंज मुहल्ले में स्थित रायसाहब की विशाल कोठी के ठीक पीछे बने एक कमरे में 15 अक्टूबर 1961 को उन्होंने अपनी इहलीला समाप्त की। Thnx rstv 🙏
ये कार्यक्रम मुझे बहुत अच्छा लगता है, क्योंकि मुझे हिंदी साहित्य बहुत पसंद है।।
अत्यंत सुंदर और मनभावन कार्यक्रम है।आज ऐसे कार्यक्रमों की आवश्यकता भी है।यह एक प्रेरणापुंज बनेगा।
शिवराज पाटील, महाराष्ट्र, जि.सोलापूर
अभी न होगा मेरा अंत!....
इस सूर्य का अंत कभी न होगा
कभी न होगा तेरा अंत!...
इरफ़ान सर का बहुत शुक्रिया मुझे जगह देने के लिए....
तुम अच्छा गाते हो यार और निराला को समझते भी हो
Aapki aawaz bahut achi hai
किस विश्वविद्यालय के शोधार्थी हैं आप
@@Manoj.Sharma789
ALLAHABAD UNIVERSITY
Your voice is smooth and mysterious!!
🎯 सूर्यकान्त त्रिपाठी 'निराला' का जन्म बंगाल की महिसाना रियासत (जिला मेदिनापुर ) में "21 फ़रवरी, 1896" में हुआ था।
🎯वसंत पंचमी पर उनका जन्मदिन मनाने की परंपरा 1930 में प्रारंभ हुई।
🎯 उनका जन्म मंगलवार को हुआ था। जन्म-कुण्डली बनाने वाले पंडित के कहने से उनका नाम सुर्जकुमार रखा गया।
🎯उनके पिता पंडित रामसहाय तिवारी उन्नाव (बैसवाड़ा) के रहने वाले थे
🎯और महिषादल में सिपाही की नौकरी करते थे।
🎯वे मूल रूप से उत्तर प्रदेश के जिले के गढ़कोला नामक गाँव के निवासी थे ..
🎯निराला की शिक्षा हाई स्कूल तक हुई। बाद में हिंदी संस्कत और बांग्ला का स्वतंत्र अध्ययन किया।
🎯पिता की छोटी-सी नौकरी की असुविधाओं और मान-अपमान का परिचय निराला को आरम्भ में ही प्राप्त हुआ।
🎯उन्होंने दलित-शोषित किसान के साथ हमदर्दी थी ...
🎯निराला ने 1920 ई० के आसपास से लेखन कार्य आरंभ किया।
🎯 उनकी पहली रचना 'जन्मभूमि' पर लिखा गया एक गीत था।
🎯लंबे समय तक निराला की प्रथम रचना के रूप में प्रसिद्ध 'जूही की कली' शीर्षक कविता, जिसका रचनाकाल निराला ने स्वयं 1916 ई० बतलाया था,
🎯निराला के जीवन की सबसे विशेष बात यह है कि कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी उन्होंने सिद्धांत त्यागकर समझौते का रास्ता नहीं अपनाया, संघर्ष का साहस नहीं गंवाया।
🎯जीवन का उत्तरार्द्ध हमारे उत्तर प्रदेश (तात्कालिक इलहाबाद वर्तमान प्रयाग ) में बीता।
वहीं दारागंज मुहल्ले में स्थित रायसाहब की विशाल कोठी के ठीक पीछे बने एक कमरे में 15 अक्टूबर 1961 को उन्होंने अपनी इहलीला समाप्त की।
Thnx rstv 🙏
Fantastic
@@jayrammaths5935 🙏
Great 👌
💖💖💖
संयोग ये है प्रियंका जी आपके बनारस की शान और मालवीय जी की बगिया 🌹❣️ काशी हिन्दू विश्वविद्यालय का स्थापना दिवस भी बसंत पंचमी को मनाया जाता हैं
अत्यंत सराहनीय कार्य, हम आपके आभारी हैं।
Hindi ke sabse bde 2 kavi hai nirala aur dinkar
जय संगीत और उनके महान शिष्यों की यह ईश्वर की एक महान कृती है ।
बहुत बहुत बधाई जुगेश
I respect this poet a lot, thank you sir
सरोज स्मृति उनके मनमोहक कविता है
अति सुंदर ❤
गहन है अंधकारा is my fav❤poem
"वह तोड़ती पत्थर " my best poem
बहुत बढ़िया संयोजन
Respected poet ever 🙏
Mere Class Ke Kitne Log Ye Video Dekh Rahe hai Allahabad University Ke 😊😊💐💐💐👍👍👍
साधु!💐🙏
Vo din bhot Nirale the.....
KyUki tab kavi . Nirala the 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
निराला की तुकबंदी गजब की है
Nice show 👌👌👌👌👏👏👏👏
Love ❤
Wahhhh👌👌👌👌🙏🙏🙏
Very useful video
Interesting ❤
Thanks rstv
🙏 amazing
Bahut achha laga
Kon kon Hindi optional vale hai....
हम हैं
अभी की हिंदी फिल्म में उर्दू शायरी की बाद आई है। हिंदी की महान रचना पर गीत क्यों नहीं बनते। बॉलीवुड हिन नहीं है।
दिनकर जी की रचनाओं पर भी एक एपिसोड बनना चाहिए।
विनती है।
Bauth accha hai sir
Hindi optional k lie Sir video lecture de
Aise hi other Indian poet and writers pe video laaye sir plz
Chayabad me sav kvi ke bare me programs aana cahye
So good
dhanyawaad rstv , aap se nevedan hai dusre chayawadi kaviyo par bhi programme kare
Thanks sir
Iekha,apra
Chahh nhi m surbala k gahno m guthaa jaauu🙏
Not important for hindi literature upsc