Pranam guruji,aapke charnome koti koti pranam , आपने दी हुई जानकारी बहोत अच्छी लगी, आपका बहोत बहोत धन्यवाद, मनका सारा बोज कम हो गया, सारे भ्रम मिट गए 🙏🙏🙏
आप के प्रवचन अति व्याकुल है आपके शब्दों में मन को शहद रूपी तरलता प्रदान होती दिखती है अंधविश्वास की सोच में जीने वाले लोगों को आपके शब्दों ने तार-तार कर दीया आपके शब्दों में वह ताकत है जो किसी की सोच और जीवन में परिवर्तन ला सकती है जय बजरंगबली
आपको प्रणाम करती हूं गुरुदेव आपकी सभी बातें अच्छी लगी परंतु मांस खाने वाली बात पर हमें अच्छा नहीं जरूरी नहीं की गुरुदेव आप हमारे मन की ही बात करें परंतु मांस खाना किसी भी ग्रंथ में नहीं लिखा है आप लोगों को मत भटकाए नॉनवेज खाना अपराध है हमारा हक नहीं कि हम किसी जीव को मार और उसे सताए
जय श्री राम 🙏 आप सच में मन की भक्ति बताते हैं,मन को संतोष होता है ये समझकर कि मुझ जैसे लोग जो तामसिक परिवार में शादी हुई और भक्ति नहीं छोड़ पाए,, उनकी भक्ति भी प्रभु के चरणों में हैं,, राम जी आपको लम्बी आयु दें और सब सुख दे। धन्यवाद, जय श्री राम 🙏
बहुत अचछी जानकारी ,जो भी यहं चिजे खातें हैं वहं लोग भी अचछी भकती करते हैं और दान धरम सेवा करते हैं ,यहं बहुत सारे लोग बाकि किसिको पिडा नहिं देते ,वै हमेशा जरुरत मंद कि मदत करते हैं ,तो वहं अचछी करम कर रहें हैं तो खाने पिने का बंधन कयों ,जो आज खुलकर जानकारी दि आपने ,धनय जय हो महाराज ,
गुरु जी आपके चरणों में प्रणाम आज मेरे मन को बहुत खुशी हुआ आपका ज्ञान पा कर मैं खुद से तुलसी पहना हू गुरु जी लेकिन लहसुन प्याज खाता हूं इसके अलावा और कुछ भी नहीं गुरु जी
आदरणीय गुरुवर को मेरा प्रणाम, आपके उच्च कोटि के परम कल्याणकारी उच्च आध्यात्मिक ज्ञान हमारे जैसे साधारण मानव के मन के अनेक भ्रांतियों को दूर करने वाले हैं, मन को शांति प्रदान करने वाले हैं, सुनकर मन के भ्रम दूर हो कर भक्ति के वास्तविक राह का मार्ग प्रशस्त होता है, आपको तहे दिल से नमन किंतु , लहसुन और प्याज तथा बाकी की वनस्पतियां प्रकृति के द्वारा हम जीवो के आहार एवं जड़ी बूटियों के लिए, प्रकृति ने उपहार स्वरूप प्रदान किए हैं, इन्हें खाने पीने में कोई बुराई नहीं, परंतु मानव के लिए मांसाहार प्रकृति के द्वारा दिया गया आहार शास्त्र सम्मत नहीं है, माही नीति और नियम संगत है, इससे केवल जीव हिंसा की बढ़ती है, भक्ति पर फर्क पड़ता है या नहीं, इसकी कोई बात नहीं, क्योंकि जीवो को सताना पाप है, और यहां तक कि मानव के लिए प्रकृति ने चीर फाड़ के लिए दांत भी नहीं दिए हैं, मांसाहार तो केवल और केवल मन की अभी लिप्सा है, मन की वासना है जो कि कभी पूरी नहीं होती । क्योंकि मन के मते न चलिए, मन के मते अनेक, जय हो गुरुदेव गलती हो तो तुच्छ दास समझ कर माफ कर दीजिएगा । जय श्री राम जय जय सियाराम
Aaj aachanak se aapki ye video mere samne aagyi mujhe aapki bate bahut achchi lagi or mujhe aapki baat se Kai samadhan bhi mile jiske wajah se main bahut presan । Dhanyawad aapka guru ji 🙏🙏
स्वामी जी महिला को सब से जादा सेक्स,प्रेम में मजा आता है और किसी भी हाद तक जा सक्ती है.इसी लिए इन को धर्म की आवश्यकता है.जो हाम दे नही रहे है.इन को खुला छोड दिया है.इन के कारन पृथ्वी पर कलउग आ रहा है. जय श्री राम जय शिव हार हार महादेव जय हिंद
स्वामी जी महिला को सब से जादा सेक्स,प्रेम में मजा आता है और किसी भी हाद तक जा सक्ती है.इसी लिए इन को धर्म की आवश्यकता है.जो हाम दे नही रहे है.इन को खुला छोड दिया है.इन के कारन पृथ्वी पर कलउग आ रहा है. जय श्री राम जय शिव हार हार महादेव जय हिंद
मन की चंचलता को सही दिशा देने के लिए । खानपान का सात्विक होना अति आवश्यक है । असात्विक भोजन करने से मन की चंचलता में वृद्धि होती है और इंद्रियों को संयमित करना मुश्किल होता है । अतः उपदेश देने से पहले शास्त्र और दर्शन पर विशेष ध्यान दें !
*इस कथा को जो पढ़ेगा उसे 84 लाख योनियों से मुक्ति मिल जायेगी* एक बार की बात है कि यशोदा मैया प्रभु श्री कृष्ण के उलाहनों से तंग आ गयीं और छड़ी लेकर श्री कृष्ण की ओर दौड़ीं। जब प्रभु ने अपनी मैया को क्रोध में देखा तो वह अपना बचाव करने के लिए भागने लगे।भागते- भागते श्री कृष्ण एक कुम्हार के पास पहुँचे । कुम्हार तो अपने मिट्टी के घड़े बनाने में व्यस्त था। लेकिन जैसे ही कुम्हार ने श्री कृष्ण को देखा तो वह बहुत प्रसन्न हुआ। कुम्हार जानता था कि श्री कृष्ण साक्षात् परमेश्वर हैं। तब प्रभु ने कुम्हार से कहा कि 'कुम्हारजी, आज मेरी मैया मुझ पर बहुत क्रोधित हैं। मैया छड़ी लेकर मेरे पीछे आ रही हैं। भैया, मुझे कहीं छुपा लो।' तब कुम्हार ने श्री कृष्ण को एक बड़े से मटके के नीचे छिपा दिया। कुछ ही क्षणों में मैया यशोदा भी वहाँ आ गयीं और कुम्हार से पूछने लगीं- 'क्यूँ रे, कुम्हार ! तूने मेरे कन्हैया को कहीं देखा है, क्या ?' कुम्भार ने कह दिया- 'नहीं, मैया ! मैंने कन्हैया को नहीं देखा।' श्री कृष्ण ये सब बातें बड़े से घड़े के नीचे छुपकर सुन रहे थे। मैया तो वहाँ से चली गयीं। अब प्रभु श्री कृष्ण कुम्हार से कहते हैं- 'कुम्हारजी, यदि मैया चली गयी हो तो मुझे इस घड़े से बाहर निकालो।' कुम्भार बोला- 'ऐसे नहीं, प्रभु जी ! पहले मुझे चौरासी लाख योनियों के बन्धन से मुक्त करने का वचन दो।' भगवान मुस्कुराये और कहा- 'ठीक है, मैं तुम्हें चौरासी लाख योनियों से मुक्त करने का वचन देता हूँ। अब तो मुझे बाहर निकाल दो।' कुम्हार कहने लगा- 'मुझे अकेले नहीं, प्रभु जी ! मेरे परिवार के सभी लोगों को भी चौरासी लाख योनियों के बन्धन से मुक्त करने का वचन दोगे तो मैं आपको इस घड़े से बाहर निकालूँगा।' प्रभु जी कहते हैं- 'चलो ठीक है, उनको भी चौरासी लाख योनियों के बन्धन से मुक्त होने का मैं वचन देता हूँ। अब तो मुझे घड़े से बाहर निकाल दो।' अब कुम्हार कहता है- 'बस, प्रभु जी ! एक विनती और है। उसे भी पूरा करने का वचन दे दो तो मैं आपको घड़े से बाहर निकाल दूँगा।' भगवान बोले- 'वो भी बता दे, क्या कहना चाहते हो ?' कुम्भार कहने लगा- 'प्रभु जी ! जिस घड़े के नीचे आप छुपे हो, उसकी मिट्टी मेरे बैलों के ऊपर लाद के लायी गयी है। मेरे इन बैलों को भी चौरासी के बन्धन से मुक्त करने का वचन दो।' भगवान ने कुम्हार के प्रेम पर प्रसन्न होकर उन बैलों को भी चौरासी के बन्धन से मुक्त होने का वचन दिया।' प्रभु बोले- 'अब तो तुम्हारी सब इच्छा पूरी हो गयीं, अब तो मुझे घड़े से बाहर निकाल दो।' तब कुम्हार कहता है- 'अभी नहीं, भगवन ! बस, एक अन्तिम इच्छा और है। उसे भी पूरा कर दीजिये और वो ये है- जो भी प्राणी हम दोनों के बीच के इस संवाद को सुनेगा, उसे भी आप चौरासी लाख योनियों के बन्धन से मुक्त करोगे। बस, यह वचन दे दो तो मैं आपको इस घड़े से बाहर निकाल दूँगा।' कुम्भार की प्रेम भरी बातों को सुन कर प्रभु श्री कृष्ण बहुत खुश हुए और कुम्हार की इस इच्छा को भी पूरा करने का वचन दिया। फिर कुम्हार ने बाल श्री कृष्ण को घड़े से बाहर निकाल दिया। उनके चरणों में साष्टांग प्रणाम किया। प्रभु जी के चरण धोये और चरणामृत पीया। अपनी पूरी झोंपड़ी में चरणामृत का छिड़काव किया और प्रभु जी के गले लगाकर इतना रोये कि प्रभु में ही विलीन हो गये। जरा सोच करके देखिये, जो बाल श्री कृष्ण सात कोस लम्बे-चौड़े गोवर्धन पर्वत को अपनी इक्क्नी अंगुली पर उठा सकते हैं, तो क्या वो एक घड़ा नहीं उठा सकते थे। लेकिन बिना प्रेम रीझे नहीं नटवर नन्द किशोर। कोई कितने भी यज्ञ करे, अनुष्ठान करे, कितना भी दान करे, चाहे कितनी भी भक्ति करे, लेकिन जब तक मन में प्राणी मात्र के लिए प्रेम नहीं होगा, प्रभु श्री कृष्ण मिल नहीं सकते !! जय श्री कृष्ण || जय श्री राधे राधे || *एक सुंदर कथा भेजी है, विश्वास और मनन कीजिये। अच्छी लगे तो दूसरों को भी भेजिए !* प्रार्थना नष्ट नहीं होती। उपयुक्त समय पर क्रियान्वित होती हैं। ईश्वर सदैव आप सभी को स्वस्थ व सुखी रखें। 🌹 *जय श्री कृष्ण*🌹
जय श्रीराम 🚩🚩🚩सादर प्रणाम गुरु जी। आपने मन के बादल रुपी भ्रमको चिरकर एक घर गृहस्थ मे डुबे साधारण ईंसानको भक्ती करने का एक आयाम प्रदान कि है । नमन गुरु जी ।🌹🌹🌹
सारे ब्रह्माण्ड का संचालककर्ता हृदयँ मे है l जिस के होने से सभी जीव है ना होने से कुछ भी नहीं l जो था, वर्तमान मे भी है और भविष्य मे भी रहेगा ये है मनुष्य, दुसरी तरफ जो नही था अर्थात मिट्टी थी, वर्तमान मे है मिट्टी से बच गये है और भविष्य मे मिट्टी थी मिट्टी को मिट्टी मे मिल जाना है ये है मनुष्य की 📖📖📖📖📖कहानी l मनुष्य है कि अज्ञानता वंश हीरा💎💎💎🎇 सा देह को व्यर्थ मे गवा देता है l सुनिश्चित करियेगा क्या आप मिट्टी बनने से पहले अपने आप को जानने के लिये इच्छुक रखते है तो सुनियेगा अन्तर्राष्ट्रीय शान्ति के प्रवक्ता का शान्ति का सन्देश देखियेगा {} युट्युब मे अंजन टीवी प्रेम रावत {} सर्च करियेगा बात समझने की है l
हमारी भ्रम कि आखे खोल दि गुरुदेव महाराज जि आपने बहुत सारे के यहि प्रश्न होता है और आज आपने सम्पुर्ण जिज्ञासा् का जवाफ दिया। हम बाहरी कहि सुनि बातो मे ज्यादा ध्यान नहि देना चाहिए बल्की अपनी अन्दर आत्माको शुद्धीकरण और मनको पवित्रता रखना यही सर्व प्रथम आवश्यक है । ऐसि ज्ञान कि बाते बताने पर परम पुज्य गुरुदेव कि चरणो मे कोटि कोटि नमन 🌷👏 जय श्री कृष्ण 🌷🌷🙏🙏💐💐👏👏
हे संत भगवान आप बहुत ही सुंदर और सुलझा ज्ञान जन मानस को प्रदान करते हैं आपके ज्ञान से हम जैसे बहुत बहुत अज्ञानी लोग भक्ति मार्ग की ओर अग्रसर हो सकते हैं गुरुवर के चरणों में कोटि कोटि प्रणाम्
जय हो गुरू जी सत्य से पर्दा उठाने के 👏लिए आपका आभार। ईश्वर सदैव अच्छी सोच व सत्य के साथ रहते है हाँ किसी जीव हत्या नानवैज बगैर ईसानं अच्छी तरह स्वस्थ एंव प्रसन्न रहकर काम एंव ईश्वर नाम भजन कीर्तन कर सकते है 🚩जय श्रीराम 👏
आपको कोटि कोटि प्रणाम गुरु जी 🙏 आपके विचार सुन कर मन निर्मल हो जाता है काश आपके जैसी विचार धारा के ज्यादा नहीं तो कुछ लोग ही और हो जाए तो निश्चित ही मानव जीवन का कल्याण हो जायेगा
App ke charno me meri pranam guruji.apne ye Gyan dekar meri man ko sant kardia.hamari joint family hai or sab pyaaj lehsun vi khate hai .sab ke liye khana banane ke bad or alag sa kya khana banau ye hamesa mere manko dukhi kar detatha.aj apne ye Gyan dekar mere man ka bojh halka kardia.apko sat sat pranam guruj
आपने बहुत अच्छे से सब कुछ समझा दिया कीआपने बहुत अच्छे से सब कुछ समझा दि है की महसूल प्याज खाना नही चाहिये आपका मन निर्मल रहना चाहिए हृदय से अच्छा से रहोऔर आपऔर आपका दुसरा एक व्हिडिओ मे देखना चाहती हु अभी कीआप बोलते की अपना मंदिर किसी को दिखाना नही है तो फिर अपने घर मे पूजा करते तो उसको आपण पडदा डालना चाहिए क्या मंदिर को
Aap ne bahut axa jabaaf diya mai vi nanvej hu fir vi mere andar sri krishna ko rakhti hu muje ve bahut paxtaaba tha aap ne bahut aaxaa hkiya aap ko bahut naman .Hare krishna
प्रणाम गुरु जी🙏🙏 गुरु जी,आपकी बातें सुनकर मन को बहुत शांति मिलती है..आपकी बातों में हमारी प्रत्येक सवाल का समाधान बहुत आसानी से हो जाता है और विचलित मन को संतुष्टि मिलती है🙏🙏
Dhanyawad guru ji aaj hi main apni family se ladai ki isi baat pe ki mai pyaj lehsun nhi khaungi meri mummy ne aapna video mujhe dikhaya tab jaa kar meri man ki halchal sant hui sukriya guru ji🙏🏼🙏🏼🙏🏼❤️❤️
Guru ji aap ki bat bahut gheri hoti sun kr mn mshtishk bhi safsuthra ho jata h bhot shanti milti h mn ko dhanybad guru ji koti koti naman guru ki 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🚩🚩🚩🚩🚩 jay ho prbhu ji 🙏
गुरु जी 🙏, नानवेज मैं खाती नहीं हूँ मुझे कोलेस्टेरोल की समस्या है इसलिए प्याज लहसुन खाती हूँ, आप को धन्यवाद गुरु जी इतनी अच्छी जानकारी देने के लिए।अब मैं भी तुलसी की माला धारण करूगी
Pranam guruji,aapke charnome koti koti pranam , आपने दी हुई जानकारी बहोत अच्छी लगी, आपका बहोत बहोत धन्यवाद, मनका सारा बोज कम हो गया, सारे भ्रम मिट गए 🙏🙏🙏
गुरुजी की बात se सब कुछ समस्या hal हो गयी है नमस्कार. गुरुदेव कोटी कोटी प्रणाम
गुरू जी प्रणाम आप ने जो बताया व लोगों का दुभिदा दुर दी आप की कही हुई बातै अछी लगती हैं गरूजी कोट कोटी प्रणाम
आप के प्रवचन अति व्याकुल है आपके शब्दों में मन को शहद रूपी तरलता प्रदान होती दिखती है अंधविश्वास की सोच में जीने वाले लोगों को आपके शब्दों ने तार-तार कर दीया आपके शब्दों में वह ताकत है जो किसी की सोच और जीवन में परिवर्तन ला सकती है
जय बजरंगबली
गुरु जी आप को कोटि कोटि सिंधु बाद आप ने जिन्दगी का सारा भ्रम तोड़ दिया ।। बहुत बहुत धन्यवाद ।गुड़ ईभनिंग ब्यावर अपना ज्ञान साझा करते रहिएगा ।
प्रणाम गुरुजी आपके शब्द बहुत अच्छे लगे जन परमात्मा अपने चरणों पर सदैव समर्पित
गुरु जी। आपने मन से सारा भ्रम बाहर कर दिया। प्रणाम गुरु जी।मन बहुत हल्का हो गया गुरु जी।।🙏🙏🙏🙏🙏
तुलसी की माला धारण करना के बाद मांस मछली खा सकते है
Aapka baat sun kr guru g man shudh ho gya aapke charno me koti koti naman🙏🙏
आपको प्रणाम करती हूं गुरुदेव आपकी सभी बातें अच्छी लगी परंतु मांस खाने वाली बात पर हमें अच्छा नहीं जरूरी नहीं की गुरुदेव आप हमारे मन की ही बात करें परंतु मांस खाना किसी भी ग्रंथ में नहीं लिखा है आप लोगों को मत भटकाए नॉनवेज खाना अपराध है हमारा हक नहीं कि हम किसी जीव को मार और उसे सताए
Murkh hai yeh aadmi iske chakkar me mat pado
To ase to aap Macchar ( mosquitoes) ko vi nahi Mar sakta.
Yes its hindu dharm❤@@tattumondal3715
Wo machchhar ko mar kar khati nahi he n
@@monikachauhan6209
Jeeb hatya to paap hota hai na kaiea yeah na khiea
जय श्री राम 🙏 आप सच में मन की भक्ति बताते हैं,मन को संतोष होता है ये समझकर कि मुझ जैसे लोग जो तामसिक परिवार में शादी हुई और भक्ति नहीं छोड़ पाए,, उनकी भक्ति भी प्रभु के चरणों में हैं,, राम जी आपको लम्बी आयु दें और सब सुख दे।
धन्यवाद, जय श्री राम 🙏
Pranam Gurujì. Aap ke margdarshan se humari aankhein khool gayi. Aapki gyan ki baton ko sumkar humko bahut prasanta milti hai. Dhanyavaad Gurujì.
प्रणाम गुरूवर्य 🙏🙏
आपका प्रवचन में सब प्रश्न का उत्तर मिल गया .....
Aapne hume sahi rasta dikhaya sat sat parnam guru ji aapko
गुरु जी आप के परवाचn सुन कर मन को बहुत अच्छा लगता है आप के चरणो मे कोटी कोटी नमन
बहुत अचछी जानकारी ,जो भी यहं चिजे खातें हैं वहं लोग भी अचछी भकती करते हैं और दान धरम सेवा करते हैं ,यहं बहुत सारे लोग बाकि किसिको पिडा नहिं देते ,वै हमेशा जरुरत मंद कि मदत करते हैं ,तो वहं अचछी करम कर रहें हैं तो खाने पिने का बंधन कयों ,जो आज खुलकर जानकारी दि आपने ,धनय जय हो महाराज ,
बहुत-बहुत dhanyvad Guru Ji margdarshan ke liye कोटि-कोटि Pranam
बहुत सुंदर बात अपने वाक्य में शरण में कह दिया गुरुजी आपने
सत गुरु के घरणो मै कोटी कोटी प्रणाण, हर मानब आत्म विश्वास गयान से जिवातमा का शोध होते रहे ,मंन भ्रम से न रहे कोई अनजान हरि हर महादेव की
गुरु जी आपके चरणों में प्रणाम आज मेरे मन को बहुत खुशी हुआ आपका ज्ञान पा कर मैं खुद से तुलसी पहना हू गुरु जी लेकिन लहसुन प्याज खाता हूं इसके अलावा और कुछ भी नहीं गुरु जी
🍃Loved your way of expression , Practical 🍃
Sahaj n swabhavik
गुरु जी आपने मेरे मन को हलका कर दिया आपके चरणो कोटी कोटी प्रणाम
आदरणीय गुरुवर को मेरा प्रणाम, आपके उच्च कोटि के परम कल्याणकारी उच्च आध्यात्मिक ज्ञान हमारे जैसे साधारण मानव के मन के अनेक भ्रांतियों को दूर करने वाले हैं, मन को शांति प्रदान करने वाले हैं, सुनकर मन के भ्रम दूर हो कर भक्ति के वास्तविक राह का मार्ग प्रशस्त होता है, आपको तहे दिल से नमन किंतु , लहसुन और प्याज तथा बाकी की वनस्पतियां प्रकृति के द्वारा हम जीवो के आहार एवं जड़ी बूटियों के लिए, प्रकृति ने उपहार स्वरूप प्रदान किए हैं, इन्हें खाने पीने में कोई बुराई नहीं, परंतु मानव के लिए मांसाहार प्रकृति के द्वारा दिया गया आहार शास्त्र सम्मत नहीं है, माही नीति और नियम संगत है, इससे केवल जीव हिंसा की बढ़ती है, भक्ति पर फर्क पड़ता है या नहीं, इसकी कोई बात नहीं, क्योंकि जीवो को सताना पाप है, और यहां तक कि मानव के लिए प्रकृति ने चीर फाड़ के लिए दांत भी नहीं दिए हैं, मांसाहार तो केवल और केवल मन की अभी लिप्सा है, मन की वासना है जो कि कभी पूरी नहीं होती । क्योंकि मन के मते न चलिए, मन के मते अनेक,
जय हो गुरुदेव गलती हो तो तुच्छ दास समझ कर माफ कर दीजिएगा । जय श्री राम जय जय सियाराम
सुंदर भाव है आपके, आप चाहें तो गुरूदेव को व्हाट्सएप्प पर संपर्क कर सकती हैं।
8587891910
-- ईशान ध्यान मंदिर--
To dhatura or afeem bhi prakriti ne di h aap pi lejeye
़
K na
@æaa😅, 😮🎉😮😅😊😊
आप जैसा महान गुरु का शिष्य बन्ने का मन है गुरु जि। धन्यवाद गुरु जि।
Thanks Guruji. For Excellent Advise.
आपको प्रणाम आपने बहुत अच्छी बाते बताई ❤❤❤❤❤❤धन्यवाद
Aaj aachanak se aapki ye video mere samne aagyi mujhe aapki bate bahut achchi lagi or mujhe aapki baat se Kai samadhan bhi mile jiske wajah se main bahut presan । Dhanyawad aapka guru ji 🙏🙏
Guruji dhanyabad itni saralta se samjhane k liye.
स्वामी जी महिला को सब से जादा सेक्स,प्रेम में मजा आता है और किसी भी हाद तक जा सक्ती है.इसी लिए इन को धर्म की आवश्यकता है.जो हाम दे नही रहे है.इन को खुला छोड दिया है.इन के कारन पृथ्वी पर कलउग आ रहा है.
जय श्री राम जय शिव
हार हार महादेव जय हिंद
प्रणाम गुरूजी आप को सुनने से बिना पूछे ही हर सवाल का जवाब मिल जाता है कोटी कोटी धन्यवाद
स्वामी जी महिला को सब से जादा सेक्स,प्रेम में मजा आता है और किसी भी हाद तक जा सक्ती है.इसी लिए इन को धर्म की आवश्यकता है.जो हाम दे नही रहे है.इन को खुला छोड दिया है.इन के कारन पृथ्वी पर कलउग आ रहा है.
जय श्री राम जय शिव
हार हार महादेव जय हिंद
मन की चंचलता को सही दिशा देने के लिए ।
खानपान का सात्विक होना अति आवश्यक है ।
असात्विक भोजन करने से मन की चंचलता में वृद्धि होती है और इंद्रियों को संयमित करना मुश्किल होता है ।
अतः उपदेश देने से पहले शास्त्र और दर्शन पर विशेष ध्यान दें !
*इस कथा को जो पढ़ेगा उसे 84 लाख योनियों से मुक्ति मिल जायेगी*
एक बार की बात है कि यशोदा मैया प्रभु श्री कृष्ण के उलाहनों से तंग आ गयीं और छड़ी लेकर श्री कृष्ण की ओर दौड़ीं। जब प्रभु ने अपनी मैया को क्रोध में देखा तो वह अपना बचाव करने के लिए भागने लगे।भागते- भागते श्री कृष्ण एक कुम्हार के पास पहुँचे । कुम्हार तो अपने मिट्टी के घड़े बनाने में व्यस्त था। लेकिन जैसे ही कुम्हार ने श्री कृष्ण को देखा तो वह बहुत प्रसन्न हुआ। कुम्हार जानता था कि श्री कृष्ण साक्षात् परमेश्वर हैं। तब प्रभु ने कुम्हार से कहा कि 'कुम्हारजी, आज मेरी मैया मुझ पर बहुत क्रोधित हैं। मैया छड़ी लेकर मेरे पीछे आ रही हैं। भैया, मुझे कहीं छुपा लो।' तब कुम्हार ने श्री कृष्ण को एक बड़े से मटके के नीचे छिपा दिया। कुछ ही क्षणों में मैया यशोदा भी वहाँ आ गयीं और कुम्हार से पूछने लगीं- 'क्यूँ रे, कुम्हार ! तूने मेरे कन्हैया को कहीं देखा है, क्या ?' कुम्भार ने कह दिया- 'नहीं, मैया ! मैंने कन्हैया को नहीं देखा।' श्री कृष्ण ये सब बातें बड़े से घड़े के नीचे छुपकर सुन रहे थे। मैया तो वहाँ से चली गयीं। अब प्रभु श्री कृष्ण कुम्हार से कहते हैं- 'कुम्हारजी, यदि मैया चली गयी हो तो मुझे इस घड़े से बाहर निकालो।'
कुम्भार बोला- 'ऐसे नहीं, प्रभु जी ! पहले मुझे चौरासी लाख योनियों के बन्धन से मुक्त करने का वचन दो।' भगवान मुस्कुराये और कहा- 'ठीक है, मैं तुम्हें चौरासी लाख योनियों से मुक्त करने का वचन देता हूँ। अब तो मुझे बाहर निकाल दो।' कुम्हार कहने लगा- 'मुझे अकेले नहीं, प्रभु जी ! मेरे परिवार के सभी लोगों को भी चौरासी लाख योनियों के बन्धन से मुक्त करने का वचन दोगे तो मैं आपको इस घड़े से बाहर निकालूँगा।' प्रभु जी कहते हैं- 'चलो ठीक है, उनको भी चौरासी लाख योनियों के बन्धन से मुक्त होने का मैं वचन देता हूँ। अब तो मुझे घड़े से बाहर निकाल दो।'
अब कुम्हार कहता है- 'बस, प्रभु जी ! एक विनती और है। उसे भी पूरा करने का वचन दे दो तो मैं आपको घड़े से बाहर निकाल दूँगा।' भगवान बोले- 'वो भी बता दे, क्या कहना चाहते हो ?' कुम्भार कहने लगा- 'प्रभु जी ! जिस घड़े के नीचे आप छुपे हो, उसकी मिट्टी मेरे बैलों के ऊपर लाद के लायी गयी है। मेरे इन बैलों को भी चौरासी के बन्धन से मुक्त करने का वचन दो।' भगवान ने कुम्हार के प्रेम पर प्रसन्न होकर उन बैलों को भी चौरासी के बन्धन से मुक्त होने का वचन दिया।'
प्रभु बोले- 'अब तो तुम्हारी सब इच्छा पूरी हो गयीं, अब तो मुझे घड़े से बाहर निकाल दो।'
तब कुम्हार कहता है- 'अभी नहीं, भगवन ! बस, एक अन्तिम इच्छा और है। उसे भी पूरा कर दीजिये और वो ये है- जो भी प्राणी हम दोनों के बीच के इस संवाद को सुनेगा, उसे भी आप चौरासी लाख योनियों के बन्धन से मुक्त करोगे। बस, यह वचन दे दो तो मैं आपको इस घड़े से बाहर निकाल दूँगा।'
कुम्भार की प्रेम भरी बातों को सुन कर प्रभु श्री कृष्ण बहुत खुश हुए और कुम्हार की इस इच्छा को भी पूरा करने का वचन दिया।
फिर कुम्हार ने बाल श्री कृष्ण को घड़े से बाहर निकाल दिया। उनके चरणों में साष्टांग प्रणाम किया। प्रभु जी के चरण धोये और चरणामृत पीया। अपनी पूरी झोंपड़ी में चरणामृत का छिड़काव किया और प्रभु जी के गले लगाकर इतना रोये कि प्रभु में ही विलीन हो गये।
जरा सोच करके देखिये, जो बाल श्री कृष्ण सात कोस लम्बे-चौड़े गोवर्धन पर्वत को अपनी इक्क्नी अंगुली पर उठा सकते हैं, तो क्या वो एक घड़ा नहीं उठा सकते थे। लेकिन बिना प्रेम रीझे नहीं नटवर नन्द किशोर। कोई कितने भी यज्ञ करे, अनुष्ठान करे, कितना भी दान करे, चाहे कितनी भी भक्ति करे, लेकिन जब तक मन में प्राणी मात्र के लिए प्रेम नहीं होगा, प्रभु श्री कृष्ण मिल नहीं सकते !!
जय श्री कृष्ण || जय श्री राधे राधे ||
*एक सुंदर कथा भेजी है, विश्वास और मनन कीजिये। अच्छी लगे तो दूसरों को भी भेजिए !*
प्रार्थना नष्ट नहीं होती। उपयुक्त समय पर क्रियान्वित होती हैं। ईश्वर सदैव आप सभी को स्वस्थ व सुखी रखें।
🌹 *जय श्री कृष्ण*🌹
प्रणाम बाबाजी क्या जीव हत्या या मांस मदिरा सेवन करना उचित है ये पाप नहीं है
You cleared all my doubts. Hare Krishna. Pranam.
Guruji, aapka yeh Gyan sach mein bahut hi genuine hain, sunkar sahi mainey mein jaankari mili. Dhanyawad:::Jai Shri Ram.
जय श्री राम गुरूजी अपको कोटि कोटि प्रणाम आपका विचार बहुत अच्छा है गुरुजी आपको सुनके बहुत अच्छा लगा धन्यवाद गुरूजी
jay ho aap ne mere maan ko bahut santa kardiye mai esbaat se bahut ulji thi koti koti naman🙏🙏🙏🙏🙏🙏
आप अपने सुंदर भाव गुरुदेव को whatsapp भी कर सकती है। वे वहीँ reply करते हैं ।
wa.me/918587891910
Radha Radha Guruji 🙏
Bilkul sahi kaha aap ne prabhu ji
Radhe Radhe
मी या दुनियात एकच गुरुदेव बघितले ते सर्वाचे मन समजून घेतात
मनाला धरून बोलतात
आणि मला आवडतात त्यांचे विचार
🙏🚩
जय श्रीराम 🚩🚩🚩सादर प्रणाम गुरु जी। आपने मन के बादल रुपी भ्रमको चिरकर एक घर गृहस्थ मे डुबे साधारण ईंसानको भक्ती करने का एक आयाम प्रदान कि है । नमन गुरु जी ।🌹🌹🌹
सारे ब्रह्माण्ड का संचालककर्ता हृदयँ मे है l
जिस के होने से सभी जीव है ना होने से कुछ भी नहीं l
जो था, वर्तमान मे भी है और भविष्य मे भी रहेगा ये है मनुष्य, दुसरी तरफ जो नही था अर्थात मिट्टी थी, वर्तमान मे है मिट्टी से बच गये है और भविष्य मे मिट्टी थी मिट्टी को मिट्टी मे मिल जाना है ये है मनुष्य की 📖📖📖📖📖कहानी l मनुष्य है कि अज्ञानता वंश हीरा💎💎💎🎇 सा देह को व्यर्थ मे गवा देता है l सुनिश्चित करियेगा क्या आप मिट्टी बनने से पहले अपने आप को जानने के लिये इच्छुक रखते है तो सुनियेगा अन्तर्राष्ट्रीय शान्ति के प्रवक्ता का शान्ति का सन्देश देखियेगा {} युट्युब मे अंजन टीवी प्रेम रावत {}
सर्च करियेगा बात समझने की है l
what a wise man.. cleared all doubts from my mind
गुरू जी 🙏यही सवाल हमारा भी था आज तुलसी माला को लेकर जबाब मिल गया जय हो गुरु देव 🙏🙏
हमारी भ्रम कि आखे खोल दि गुरुदेव महाराज जि आपने बहुत सारे के यहि प्रश्न होता है और आज आपने सम्पुर्ण जिज्ञासा् का जवाफ दिया।
हम बाहरी कहि सुनि बातो मे ज्यादा ध्यान नहि देना चाहिए बल्की अपनी अन्दर आत्माको शुद्धीकरण और मनको पवित्रता रखना यही सर्व प्रथम आवश्यक है ।
ऐसि ज्ञान कि बाते बताने पर परम पुज्य गुरुदेव कि चरणो मे कोटि कोटि नमन 🌷👏
जय श्री कृष्ण 🌷🌷🙏🙏💐💐👏👏
Wa guru ji bhut Sundar kaha apne🙏🙏🌹🌹🌹
कोटि कोटि प्रणाम गुरु जी आज आप ने तुलसी के बारे में सारे भ्रम दूर कर दिए
mann ko santh kiya guruji neh.. jai shreee raam...🚩🚩🚩🚩🚩
गुरु जी आपने हमारी सारी दुविधा समाप्त कर दी आप को कोटि कोटि प्रणाम
Very nice guru ji thankyou
गुरुदेव आपकी जय हो ! आज हमारे सभी सवालों का जवाब मिल गया !!
बहुत बहुत धन्यवाद !
Akdam sahi logic. Mahamurkh o ka mela hai aaj ka pandit o ka .
Om namah shivaya 🌹🙏🇮🇳
Bahut sunder thanku guruji 🙏🙏🙏
Thank you so much guruji for great information.... 🙏🙏🙏 im so much thankful for this vedio..🙏🙏🙏
बहुत अच्छी बात बताई आपने गुरुदेव 🙏कोटि कोटि-कोटि प्रणाम 👍🙏
आप जैसे महात्माओ के वजह से ही जीवन का महत्व मालूम पड़ता है l
गुरु जी आपको मेरा शत् शत् प्रणाम आपकी बातें बहुत ही अच्छी लगी मन को भा गई धन्यवाद प्रणाम गुरु जी
Guruji sata koti pranam
Mon ko shanti mili itna sundar bidhan dea🙏🙏🙏🙏
Ekdam bilkul sahi baat hai guru je 💯
राधे राधे जी, कोटि कोटि प्रणाम जी महाराज जी आपके श्री चरणों में, आपके प्रवचन सुन कर मन को बहुत आत्मबल मिलता है जी, बहुत बहुत धन्यवाद जी 🙏🙏💐💐👏👏👏👏
सारे तीर्थ धाम आपके चरणों में। हे गुरुदेव प्रणाम आपके चरणों में।।अति उत्तम अति सुन्दर बात बताई है आपने गुरुदेव।कोटि कोटि प्रणाम स्वीकार हो
सुंदर भाव है आपके, आप चाहें तो गुरूदेव को व्हाट्सएप्प पर संपर्क कर सकती हैं।
8587891910
-- ईशान ध्यान मंदिर--
बहुत अच्छी जानकारी गुरूजी
बहुत बहुत dhanawaad गुरू जी आपका ye bate btane ke luye
हे संत भगवान आप बहुत ही सुंदर और सुलझा ज्ञान जन मानस को प्रदान करते हैं आपके ज्ञान से हम जैसे बहुत बहुत अज्ञानी लोग भक्ति मार्ग की ओर अग्रसर हो सकते हैं गुरुवर के चरणों में कोटि कोटि प्रणाम्
C.
C.
जय जय सीताराम बहुत सुंदर जानकारी दी आपने महाराज जी निर्मल मन जरूरी है भीतरी सुंदरता बहुत आवश्यक है ।। सादर प्रणाम
Shukriya Guru jj......Kaash aap pahle milte........ 🙏🙏 Jivan bhout sunder ho jata 🙏🙏
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आप अपने सुंदर भाव गुरुदेव को whatsapp भी कर सकती है। वे वहीँ reply करते हैं ।
wa.me/918587891910
Ha bilkul tho rakho man ko pavitra or khao maas 🤣🤣🤣🤣
गुरु जी आपने तुलसी माला धारण करने के बारे में बहुत अच्छा बताओ है मैं भी बहुत दिनों से तुलसी माला धारण करने के बारे मे सोच रहीं थीं
जय हो गुरू जी सत्य से पर्दा उठाने के 👏लिए आपका आभार। ईश्वर सदैव अच्छी सोच व सत्य के साथ रहते है हाँ किसी जीव हत्या नानवैज बगैर ईसानं अच्छी तरह स्वस्थ एंव प्रसन्न रहकर काम एंव ईश्वर नाम भजन कीर्तन कर सकते है 🚩जय श्रीराम 👏
गुरूजी आप जैसे गुरूजी ,किस्मत वालो को मिलता है।
Ap sach me gnani ho
Pranam guruji🙏🙏
आपको कोटि कोटि प्रणाम गुरु जी 🙏
आपके विचार सुन कर मन निर्मल हो जाता है
काश आपके जैसी विचार धारा के ज्यादा नहीं तो कुछ लोग ही और हो जाए तो निश्चित ही मानव जीवन का कल्याण हो जायेगा
सुंदर भाव हैं तुम्हारे। अगर आप चाहें तो गुरुदेव को whatsapp से अपनी बात प्रेषित कर सकती हैं।
8587891910
- ईशान ध्यान मंदिर
Guru ji koti koti parnaam
Radhe Radhe Shyam Se Mila De Jay Shri Shyam
Aapke Charanon Mein Pranam Karti hun Guruji mein Aashirwad dena
Guruji aapke charanon mein koti koti pranam karte hue
Guruji Thanks you, Aapane Mera bhram door kar diyaa h
Pranam guruji
App ke charno me meri pranam guruji.apne ye Gyan dekar meri man ko sant kardia.hamari joint family hai or sab pyaaj lehsun vi khate hai .sab ke liye khana banane ke bad or alag sa kya khana banau ye hamesa mere manko dukhi kar detatha.aj apne ye Gyan dekar mere man ka bojh halka kardia.apko sat sat pranam guruj
Guruji Pranam 🙏🙏
Aapka yeh video dekhkar bahut sare bhram door ho gaye hai 🙏🙏 Is gyanvardhk video ke liye aapka bahut bahut dhanyawad 🙏🙏
Greatest Guru ever 💓💓💗💗💗
Jay guru Dev Coti coti parnam 🌹💐🌺🌷🥀🌻💐🍎
Dhanye wad aap ka Guru ji or koti koti bar parnam ap ke shri charno me aap ke mar darshan se muje bahut santushti hui 🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Push- Lahesun ke bare me bhot Drwidha me thi. Aap ka Satsang Se Rahat mili hai. Sadhuvad.
Aapke charanon mein koti koti pranam guruji aapane itne acche se baten samjha Di bahut bahut dhanyvad Radhe Radhe🎉❤❤❤❤🎉
नमस्ते गुरूदेवजी.🙏🙏
Siree Gurudev ji ke charano me कोटि-कोटि pranam
Guruji aap ke charano mein koti koti pranam
आपने बहुत अच्छे से सब कुछ समझा दिया कीआपने बहुत अच्छे से सब कुछ समझा दि है की महसूल प्याज खाना नही चाहिये आपका मन निर्मल रहना चाहिए हृदय से अच्छा से रहोऔर आपऔर आपका दुसरा एक व्हिडिओ मे देखना चाहती हु अभी कीआप बोलते की अपना मंदिर किसी को दिखाना नही है तो फिर अपने घर मे पूजा करते तो उसको आपण पडदा डालना चाहिए क्या मंदिर को
Bahut acha sun kar guru ji ki baatein...jara b andhvishwas nhi, sabhi baate logic ke sath batayi h. Satya bataya h. Bhram mitaya h. Pranam Guru ji 🙏🙏
गुरु जी परनाम, आपने अत्यंत और सही दिशा हमें दिखाई है.. सभी को गहराई से समझना चाहिए.. आपके भाव समझने की हमें जरूरत है
सही बात गुरू देव जय हो आप
Aapne bahut hi acha vichar bataye h
गुरु ब्रह्मा ,गुरु विष्णु, गुरु देव आप तो ब्रह्म ज्ञानी हो। धन्य हो गए आपके शब्दों से।
Aap ne bahut axa jabaaf diya mai vi nanvej hu fir vi mere andar sri krishna ko rakhti hu muje ve bahut paxtaaba tha aap ne bahut aaxaa hkiya aap ko bahut naman .Hare krishna
बहुत सुंदर
I love youuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuu Guru ji 🙏❤️❤️❤️❤️
पूजनीय महात्मा को हृदय से प्रणाम
Thank you guru ji मुझे यही क्वेश्चन तलाश थी आपने इतना अच्छे से समझा दिया
अति सुन्दरजी राधे राधे जी 🎉🎉भगवान को तो अन्दर की शुद्ता पसन्द है सही मारग दर्शन है हरि ऊं जी
प्रणाम गुरु जी🙏🙏
गुरु जी,आपकी बातें सुनकर मन को बहुत शांति मिलती है..आपकी बातों में हमारी प्रत्येक सवाल का समाधान बहुत आसानी से हो जाता है और विचलित मन को संतुष्टि मिलती है🙏🙏
Dhanyawad guru ji aaj hi main apni family se ladai ki isi baat pe ki mai pyaj lehsun nhi khaungi meri mummy ne aapna video mujhe dikhaya tab jaa kar meri man ki halchal sant hui sukriya guru ji🙏🏼🙏🏼🙏🏼❤️❤️
Ram ram jai Raja Ram ❤️❤️🕉️🕉️🕉️
गुरुजी आपका विचार बहुत सार्थक और वैज्ञानिक है कोटि कोटि प्रणाम
Guru ji aap ki bat bahut gheri hoti sun kr mn mshtishk bhi safsuthra ho jata h bhot shanti milti h mn ko dhanybad guru ji koti koti naman guru ki 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🚩🚩🚩🚩🚩 jay ho prbhu ji 🙏
सत्य से साक्षात्कार दिया गुरुवर 🙏🙏🙏
Guru ji pranam aap sabse alag h aap ki baat kitane aasani se samjh AA jaati h
आप अपने सुंदर भाव गुरुदेव को whatsapp भी कर सकती है। वे वहीँ reply करते हैं ।
wa.me/918587891910
गुरु जी 🙏, नानवेज मैं खाती नहीं हूँ मुझे कोलेस्टेरोल की समस्या है इसलिए प्याज लहसुन खाती हूँ, आप को धन्यवाद गुरु जी इतनी अच्छी जानकारी देने के लिए।अब मैं भी तुलसी की माला धारण करूगी
Apko koti koti naman 🙏🙏❤
Appki bata sun kr hum danya ho gaya ha❤❤❤
बिलकुल सत्य बात कही आपने 🙏
Guru ji aapne sari dubhidha dur kar diya ,aap ko koti koti naman 🙏
अति सुन्दर गुरुजी।यही तो यथार्थ वैदिक ज्ञान है।नमन है।
बहुत-बहुत साधुवाद गुरु जी बहुत-बहुत धन्यवाद ji
Wow very great very relaxing video. Thanks guru . Jai shree Ram Jai Hanuman.