हम शुद्र वर्ण से है, आपकी यह बात से हमारे आँख में आश्रु आ गए प्रभु.. रोज़ अपने सनातनी यों को आपस में लड़ता देख बहुत दुखी होता हु... अपने समाज के हर व्यक्तियों को अपनाने का आपने स्वप्न लिया है.. जिसे हम सभी सनातनी विश्व को आर्य बनायए यही मनोकामना... आपके चरणो में कोटि कोटि प्रणाम...
हमें यह जानकर बहुत खुशी हुई कि आप चारों वर्णों में भेदभाव नहीं करते वर्ण जाति के आधार पर सनातन धर्म में फूट डालने वाले बहुत से लोग हैं ईश्वर उन्हें आप जैसी अच्छी सोच दे जय श्री कृष्णा
सनातन धर्म का रक्षा के लिए सभी साधु संतों को और सनातन धर्म में निष्ठा रखने वाले सभी देशवासियों को हर अस्तर से सजग और सक्रिय रहने का जरूरत है कोई सरकार के भरोसे रहना हम सनातनियों का भूल होगा हर हर महादेव जय श्री सनातन धर्म
जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी श्री स्वरूपानन्द सरस्वती जी महाराजकी जय हो । गुरु देव...मे नेपाल से हु... 1. मेरे इष्ट देव भगवान देवादिदेव महादेव हे । 2. मे दीक्षा लेना चाहाता हु मे क्या करू 3. . गुरु को केसे पहिचान करे । 4. गुरु से दीक्षा लेनाका क्या नियम हे कूपया मार्ग दर्शन करे जगतगुरु शङ्कराचार्य स्वामी श्री स्वरूपानन्द सरस्वती जी महाराज ।
सबसे पहले एक तराजू पर चार मेंडकों तोलना असंभव सा कार्य है एक को बैठाओगे तो पहले वाला भाग जाएगा असंभव कार्य का आप बीड़ा उठाया है आप ने जय श्री शिव शम्भू 🙏🔱🙏
हर हर महादेव। अनिल दूबे आप अपने बच्चों को पढावे। जगत गुरुओं को आप से ज्यादा प्रकृति नियमों की रक्षा का दायित्व है। आज संध्या विहीन ब्राह्मण ज्यादे धर्म के तार्किक हो गये हैं। जयहिंद।
गुरु जी के चरणो मे बारम्बार नमन यह कार्य आती सराहननीय है जिसके लिए आप ने कदम उठाया है पर मुझे सक है कैसे चला सके गे एक जिज्ञसा और है क्या मिश्रा घर मे जन्मा ही बालक ब्राह्मण होगा वर्ण व्यवस्था की परिभाषा का सोर्स आज आधुनिक युग मे कहा से लिया गया है कोई बालक किसी अनुसूचित जाति मे जन्म लेता है जो की संवैधानिक लिस्ट है ना की वर्ण व्यवस्था की लिस्ट तो और वाह बालक बहुत धर्म के कार्यो मे रुचि रखता है मांश मदिरा नहीं सेवन करता उपसना भी करता कहने का अर्थ बहुत संस्कारी है और जो किसी एक विशेष वर्ण जिसे मिश्रा तिवारी शर्मा आदि नामो. से सुना या जाना जाता है वह बालक दारु भी पिता मांश भी खाता है तो क्या वो ब्राह्मण ही मना जाएगा गैर कानूनी धंधे आपराध की जगत मे उसकी दुनिया कायम है किसी की जमीन पर कब्ज़ा कर रहा किसी की हत्या करवा दे रहा माता बहनो की इज्जत नहीं कर रहा तो ब्राह्मण होने का अधिकार किसे है वर्ण और जाति मे अंतर क्या है गुरुदेव मुझे उम्मीद है की आप उत्तर जरूर देंगे एक शर्मा के घर मे जन्म लेता है और मांश मदिरा का पान भी करता है और शाम को एक बैग कहे या कपड़े का थैला लेकर जाता है कथा करता है तो उसे. कहे गे
प्रणाम गुरुजी आपसे एक सवाल था एक परिवार जो जन्म से ब्राम्हण हो...लेकीन घर में मांसाहार शराब आदी ग्रहण करता हो... दुसरा परिवार जो जन्म से शूद्र है...लेकीन घरका वातावरण सात्विक है सुद्धा शाकाहारी है.... तो आप जैसे वैष्णव को किस घरमे भोजन करना उचित हैं?????
पूज्य महाराजजी श्रीसीताराम🙏, मेरा प्रश्न यह है कि दुसरे धर्म से स्वेच्छा से हमारे सनातन धर्म में प्रभावित होकर आने वालेको हमारे सनातन धर्म में कौन वर्ण के मानेंगे, अगर उनके श्रेष्ठतम् गुण, कर्म, व्यवहार एवं साधना भक्ति से पुराना पन्थ सम्प्रदाय एवं सब कुछ भुल कर नयाँ जन्म समझकर ब्राह्मण क्षेत्रीय वर्ण में आगया तो यज्ञोपवित संस्कार होगा ???? नेपाल, सुर्खेत, हाल- काठमाडौं डायमण्डरत्नचूडामणि जोशी
श्रीविष्णो विष्णो प्रभो, यदि कुनै अन्य धर्मावलम्बी इसाई, मुस्लिम, म्लेच्छ आदि सनातन धर्म मा फर्किन्छ भने उसले म कर्मानुसार ब्राह्मण हुँ यज्ञोपवित लगाउछु भन्न मिल्दैन र ब्राह्मण र क्षत्रीय समान उ हुदैन । कर्म ले वर्ण हुदैन जन्म ले नै हुन्छ यस सन्दर्भ मा पनि पुज्य गुरुदेव को भिडियो छ हेर्नुहोला । कर्म गरेर अर्को जन्ममा फलस्वरुप ब्राह्मण वा क्षत्रीय होला तर एकै जन्ममा कोहि पनि आफ्नो वर्णपरिवर्त गर्न सक्दैन यदी परिवर्त हुने भए विदुर जि किन भएनन ? नारायण 💕🙇♂️💕
@@Shastra_Satya मैले ब्राह्मण वा क्षेत्रीय हुन्छ नै भनेर भनेको होइन । मेरो प्रश्न यो हो कि, यदि कोही मुस्लिम व्यक्ति हिन्दू सनातन धर्ममा फर्कन खोज्यो भने उसले कुन वर्ण पाउने मेरो प्रश्नको आशय यो थियो । यदि वर्ण नै उच्च भयो भने यज्ञोपवित होला कि नाइँ भनेर संशय व्यक्त गरेको हो ।
आचार्य जी के चरणों मे प्रणाम!🙏🙏🏿🙏🏻 मै चन्दन कुमार गुप्ता, महम्मन-पट्टी, सारण, बिहार से हूँ! मेरा प्रश्न है:- *शून्यवाद, अद्वैतवाद, विशिष्टाद्वैतवाद, द्वैतवाद एवं शुद्धाद्वैतवात* की व्याख्या क्या है? इनमे अंतर क्या है? इनके आचार्य कौन है? और किस किस काल मे ये मत प्रकाशित हुए हैं? कृप्या निष्पक्ष एवं सरल भाषा मे उदाहरण द्वारा इनका उत्तर देने की कृपा प्रदान करें!🙏
Jharkhand Ranchi Pranjal Nayak kya Jagatguru Kisi Shudra ke ghar invitation dene per a sakte hain Ki Nahin aur kya unke ghar mein vah Kadam Rakhenge Ki Nahin vah Sidha bhojan ya FIR falhar Karenge
वहाँ भी ये वर्ण व्यवस्था की दुकान खोल देंगे लोग सनातन धर्म पर ब्राह्मण क्षत्रिय वैश्य शूद्र के नाम पर विभाजन है... बल्कि यह विभाजन नही व्यवस्था है इसको समझिए ! यह व्यवस्था जन्म आधारित नहीं है... यह गुण, कर्म, स्वभाव और योग्यता पर आधारित है, लोग सनातन धर्म को जातिवाद के आधार पर बदनाम करते हैं !
Maharaj ji om namah shivaya me bharati goswami se ata hu aur mera bhatija ko guru kul me bharti karna hai 10kachha ka chhatra hai aap se nivedan hai aap ka aasaram ka address batay Jai shree mahakal
*तथाकथित धर्माचार्य धर्म के नाम पर जनता जनार्दन से अपनी सेवा कराते हैं और सफेद ज्ञान बांटते हैं* *1. सहज प्रकाश सरुप भगवाना जो प्रकाश सर्वत्र सभी के घर आंगन आकार सबका दर्शन करते हैं लेकीन सभी धर्मों के धर्मस्थलों में प्रकाशपुंज 🟠 का चित्र बनाकर दूसरों की पूजा कराते हैं* *2. मातु पिता गुरु स्वामी सखा भगवान का रूप है लेकिन पत्थर की पूजा कराते हैं* *3. पत्ते पत्ते देवानाम, पत्ते में भगवान है लेकीन पत्थर की पूजा कराते हैं* *4. गौ में सभी देवी देवताआें का वास है लेकिन पत्थर का कपिला गौ की पूजा कराते हैं* *5. बगुला भगत कहलाता है मछली पकड़ चबाता है* *जाके प्रभु दारुण दुःख दीन्हा I ताके मति आगे हर लिन्हा II* *🚩🪷🙏🪷🚩*
Toh ye addmission kaise hoga unki cast dekh kr or cast ke adhar pr hi unko varn me baat diya jayga yaa fir unke karm ke adhar pr unko varn me bata jayga
इतिहास पढ़ो। पहले सब ब्राह्मण ही थे। जब समाज बढ गया तो रक्षा के लिये राजा को नियुक्त किया गया और क्षत्रिय निर्माण हुआ। जब आपसी जरुरत के अनुसार व्यापार शुरू हुआ तो वैश्य निर्माण हुआ।
@@SachinJani I don't have any objection with someone following Varna ashram dharma, other following reservation policy. Apna aur apne family ka khayal rahunga, baki mujhe kya.
Arey shudro ko kaise rakhoge upnayan karna padta hai tabto Ved adhyan hota hai....aur shudro ke liye ved adhyan nhi hai...ab gurukul ki maryada bhi nashta krenge kya
@@SachinJani shudro ke liye gurukul vaas nhi hai jha tak baat rhi purano ki toh wo ghar par pad sakte hai sanskriti vaise bhi unhe nhi padai jaegi kyuki vyakaran vedang hai kewal dwijo ke liye na hi unhe choti aadi dharan karna avashyak hota hai ...kul parampara se prapt jo unko sewa va laghu kutir udyog ka gyaan prapt hai wo woh kare han....kala sikhi Jaa sakti hai...wha bhraman aur kshtriya balak ke beech wo kaise rhenge bhojan aadi ki maryada bhi bhang ho jaaegi majak hai kya
@@harshitpaithani5959 murkh vyakti tu deh bhav se kitna grasit h khudko dekh Dehbhav se grasit vyakti kabhi dharmik nhi ho sakta chahe kitna hee dharm dharm chillamle
@@harshitpaithani5959 aur murkh deh mans haddi gudda se milke banta h mans haddi ki koi jati hoti h kya Deh nashvar h isliye use mithya kaha gaya h Aur chetna aur aatma kj koi jaat nahi hoti Isliye jati ko kalpana bataya h niralambh upnishad me Deh vastavikta me Satya nahi h Dehbhav hee mithya h fir jati kaha se aai Kya aatma ki bhi jaat banaoge ab Sabko barabar adhikar h apne karm dwara padhne ka aur shudra bhi ved padh sakta h Kyunki janam se koi shudra nahi hota
Guru ji mai ak bharman hu please veda padhiye aap online meri bhut ruchi hai lakin kahi na book milti hai or online download kiya samjh nhi aa raha hai
@@ajaykumar-ss9he तुमने कौन सा महानता का काम किया है????? सिवाय ब्राम्हणों क्षत्रियों वैश्यों द्वारा पे किए गए टैक्स से फ्री राशन , फ्री एजुकेशन, फ्री घर ,फ्री शौचालय , रिजर्वेशन लेते हुए सभी को गाली देने के ?????????? जाति से नफरत है तो पहले जाति का certificate लेना बंद करो, जाति के नाम पर पक्षपाती सुविधाएं लेना बंद करो। स्वाभिमान तब कहां चला जाता है????? मीठा मीठा गप्प, कड़वा कड़वा थू। बस यही तुम लोग करना जानते हो। अपनी असफलता का दोष जाति के नाम पर किसी और मढ़ने, झूठी कहानियां बनाकर उसका प्रचार करने के अलावा और क्या करते हो?????
हम तो साइंस से लेकर अध्यात्म तक अपने प्राण की आहुति देते हुए देश को महान बनाने के लिए संकल्पित हैं, तुम्हें भी देश को महान बनाने ia संकल्प लेकर चलना होगा, ना को समाज में द्वेष, ईर्ष्या की भावना रखकर देश को खोखला करना।
हम शुद्र वर्ण से है, आपकी यह बात से हमारे आँख में आश्रु आ गए प्रभु.. रोज़ अपने सनातनी यों को आपस में लड़ता देख बहुत दुखी होता हु... अपने समाज के हर व्यक्तियों को अपनाने का आपने स्वप्न लिया है.. जिसे हम सभी सनातनी विश्व को आर्य बनायए यही मनोकामना... आपके चरणो में कोटि कोटि प्रणाम...
आप हम सभी भाई है , सत्य यही था यही रहेगा। बाकी सब बकवास है।
Aap naa he chaturth varan ko mahatva dia hai aap ka charno mai koti koti paranam😅❤😅
Isme hasne wali koi si baat h bhai सहाब
हमें यह जानकर बहुत खुशी हुई कि आप चारों वर्णों में भेदभाव नहीं करते वर्ण जाति के आधार पर सनातन धर्म में फूट डालने वाले बहुत से लोग हैं ईश्वर उन्हें आप जैसी अच्छी सोच दे जय श्री कृष्णा
Paramhans shankaracharya gurudev ki Jai aap mahan ho
सनातन धर्म का रक्षा के लिए सभी साधु संतों को और सनातन धर्म में निष्ठा रखने वाले सभी देशवासियों को हर अस्तर से सजग और सक्रिय रहने का जरूरत है कोई सरकार के भरोसे रहना हम सनातनियों का भूल होगा हर हर महादेव जय श्री सनातन धर्म
वर्ण जाती से हैं की गुण से हैं.ब्राम्हण खुद को बहुत श्रेष्ठ समजते हैं
कोई ब्राह्मण श्रेष्ठ नहीं समझता है , आप लोग वामपंथी कम्युनिस्टों का कहां हुआ ब्राह्मण जानते हो
परमपूज्य गुरुदेव जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद महराज जी को कोटि कोटि वंदन 🙏🙏
जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी श्री स्वरूपानन्द सरस्वती जी महाराजकी जय हो ।
गुरु देव...मे नेपाल से हु...
1. मेरे इष्ट देव भगवान देवादिदेव महादेव हे ।
2. मे दीक्षा लेना चाहाता हु मे क्या करू
3. . गुरु को केसे पहिचान करे ।
4. गुरु से दीक्षा लेनाका क्या नियम हे कूपया मार्ग दर्शन करे जगतगुरु शङ्कराचार्य स्वामी श्री स्वरूपानन्द सरस्वती जी महाराज ।
सबसे पहले एक तराजू पर चार मेंडकों तोलना असंभव सा कार्य है एक को बैठाओगे तो पहले वाला भाग जाएगा असंभव कार्य का आप बीड़ा उठाया है आप ने जय श्री शिव शम्भू 🙏🔱🙏
हर हर महादेव। अनिल दूबे आप अपने बच्चों को पढावे। जगत गुरुओं को आप से ज्यादा प्रकृति नियमों की रक्षा का दायित्व है।
आज संध्या विहीन ब्राह्मण ज्यादे धर्म के तार्किक हो गये हैं।
जयहिंद।
Jay ho jagadguru shri Shankaracharya ji
परमपूज्य गुरुदेव के श्री चरणों में कोटि कोटि प्रणाम ।
श्री राम जय राम जय जय राम ।
शिव शिव शम्भो हर हर महादेव ।
ओम गुरूदेवाय नमः 🌺🌺🙏🙏
दंडवत प्रणाम प्यारे गुरुदेव 😊 को
हर हर हर महादेव 👏👏🥳🕉️🕉️🕉️
गुरु जी के चरणो मे बारम्बार नमन यह कार्य आती सराहननीय है जिसके लिए आप ने कदम उठाया है पर मुझे सक है कैसे चला सके गे एक जिज्ञसा और है क्या मिश्रा घर मे जन्मा ही बालक ब्राह्मण होगा वर्ण व्यवस्था की परिभाषा का सोर्स आज आधुनिक युग मे कहा से लिया गया है
कोई बालक किसी अनुसूचित जाति मे जन्म लेता है जो की संवैधानिक लिस्ट है ना की वर्ण व्यवस्था की लिस्ट तो और वाह बालक बहुत धर्म के कार्यो मे रुचि रखता है मांश मदिरा नहीं सेवन करता उपसना भी करता कहने का अर्थ बहुत संस्कारी है और जो किसी एक विशेष वर्ण जिसे मिश्रा तिवारी शर्मा आदि नामो. से सुना या जाना जाता है वह बालक दारु भी पिता मांश भी खाता है तो क्या वो ब्राह्मण ही मना जाएगा गैर कानूनी धंधे आपराध की जगत मे उसकी दुनिया कायम है किसी की जमीन पर कब्ज़ा कर रहा किसी की हत्या करवा दे रहा माता बहनो की इज्जत नहीं कर रहा तो ब्राह्मण होने का अधिकार किसे है वर्ण और जाति मे अंतर क्या है
गुरुदेव मुझे उम्मीद है की आप उत्तर जरूर देंगे
एक शर्मा के घर मे जन्म लेता है और मांश मदिरा का पान भी करता है और शाम को एक बैग कहे या कपड़े का थैला लेकर जाता है कथा करता है तो उसे. कहे गे
🙏🙏🌹❤️
🚩हरि ऊं🚩
🌷श्री: कृपा🌷
🕉ऊं श्रीपरमात्मनेनम:🕉
🌹गुरुकृपा ही केवलम्🌹
❤तस्मै श्रीगुरूवे नम:❤
🙏🙏🙏🙏🕉🙏🙏 🙏🙏
श्री गुरु चरणों में कोटि कोटि नमन
🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🪔🌷🏵️🌼🚩🌹🕉️💐🔱🌻🌺🥀 શિવ સ્વરૂપ જ્ઞાન સ્વરૂપ ભક્તિ સ્વરૂપ આદિ જગતગુરુ શંકરાચાર્ય સ્વરૂપ સદગુરુ ભગવાન દત્તાત્રે સ્વરૂપ શ્રી શ્રી 1008 પદ્મવિભૂષિત પરમહંસ ધર્મ સમ્રાટ સ્વામી અવિ મુક્તેશ્વર આનંદ સરસ્વતીજી મહારાજના ચરણ કમલમો કોટી કોટી દંડવત નમસ્કાર 🙏🏻🙏🏻💐💐🌺🔱🌻🌻🏵️🌷🔱🕉️ શિવ શિવ શંભુ હર હર મહાદેવ શ્રી રામ જય રામ જય જય રામ 🙏🏻🙏🏻
पंडिता समदर्शिन:
अपश्री के चरणो में कोटि प्रणाम 🙏🙏🌈🌈
Yes Satya Baat Kahi Hai Aapne. Jai Sanatan Dharma Har Har Mahadev.
प्रणाम गुरुजी
आपसे एक सवाल था
एक परिवार जो जन्म से ब्राम्हण हो...लेकीन घर में मांसाहार शराब आदी ग्रहण करता हो...
दुसरा परिवार जो जन्म से शूद्र है...लेकीन घरका वातावरण सात्विक है सुद्धा शाकाहारी है....
तो आप जैसे वैष्णव को किस घरमे भोजन करना उचित हैं?????
Har Har Mahadav ❤
Bahut mahan karya kar rahe aap bahut mahan ..koti koti pranam 🙏
🙏💐🌻🌸🌹💐🌻🌸🌺🌹🌺🌸🌸🌻🌻🌸🌸🌺🌹🌺🌸🌸🌻🌻🌸🌸🌹🙏गुरु देव भगवान् की जय श्री चरणों में बारंबार नमन🙏
Achha utar diya hai apne apko koti koti sadhuwad
🕉️🔱🙏 Superb Real Saint 🕉️🔱🙏
सत्य सनातन 🙏 वैदिक धर्म की जय l
नमः शिवाय जय शिव शम्भू शंकर
Guruji ke charno me parnam 🙏
Har Har Mahadev 🙏🙏🕉
❤❤❤❤❤ गुरु मेरी पूजा गुरु गोविंद गुरु मेरा परब्रह्म गुरु भगवंत
Jaisri.ram.jaisri.guruji
Fantastic 🙏🙏🙏🙏
Jay bhartiya sanskriti culture and great parampara...
Jay Jay shri ram🙏🙏🙏🙏
VARNASRAM DHARM 😮
Koti koti prnaam 🕉️🙏🏻
🙏🙏🙏
सादर प्रणाम
🙏🏻जय गुरुदेव ।
हर हर महादेव
पूज्य महाराजजी श्रीसीताराम🙏,
मेरा प्रश्न यह है कि दुसरे धर्म से स्वेच्छा से हमारे सनातन धर्म में प्रभावित होकर आने वालेको हमारे सनातन धर्म में कौन वर्ण के मानेंगे,
अगर उनके श्रेष्ठतम् गुण, कर्म, व्यवहार एवं साधना भक्ति से पुराना पन्थ सम्प्रदाय एवं सब कुछ भुल कर नयाँ जन्म समझकर ब्राह्मण क्षेत्रीय वर्ण में आगया तो यज्ञोपवित संस्कार होगा ????
नेपाल, सुर्खेत, हाल- काठमाडौं
डायमण्डरत्नचूडामणि जोशी
श्रीविष्णो विष्णो प्रभो,
यदि कुनै अन्य धर्मावलम्बी इसाई, मुस्लिम, म्लेच्छ आदि सनातन धर्म मा फर्किन्छ भने उसले म कर्मानुसार ब्राह्मण हुँ यज्ञोपवित लगाउछु भन्न मिल्दैन र ब्राह्मण र क्षत्रीय समान उ हुदैन । कर्म ले वर्ण हुदैन जन्म ले नै हुन्छ यस सन्दर्भ मा पनि पुज्य गुरुदेव को भिडियो छ हेर्नुहोला । कर्म गरेर अर्को जन्ममा फलस्वरुप ब्राह्मण वा क्षत्रीय होला तर एकै जन्ममा कोहि पनि आफ्नो वर्णपरिवर्त गर्न सक्दैन यदी परिवर्त हुने भए विदुर जि किन भएनन ?
नारायण 💕🙇♂️💕
@@Shastra_Satya मैले ब्राह्मण वा क्षेत्रीय हुन्छ नै भनेर भनेको होइन । मेरो प्रश्न यो हो कि, यदि कोही मुस्लिम व्यक्ति हिन्दू सनातन धर्ममा फर्कन खोज्यो भने उसले कुन वर्ण पाउने मेरो प्रश्नको आशय यो थियो ।
यदि वर्ण नै उच्च भयो भने यज्ञोपवित होला कि नाइँ भनेर संशय व्यक्त गरेको हो ।
यज्ञोपवीत संस्कार ३ वर्णों में होता है। ब्राह्मण, क्षत्रिय वैश्य। इन तीनों को कोई न कोई गुरु करना ही होगा। जो गुरु नहीं करते वे शूद्र कहें जाते हैं।
@@DiamondJoshi शास्त्रानुसार त हुदैन बाकी इस्कोन, आर्य समाज, ब्रह्मकुमारी, रामपाल जस्ता सनातन धर्म का धमिराहरुले भने गराईरहेका छन सबैको यज्ञोपवित ।
Belkul sahi bate Rahe hain aap
Jai shree Sita Ram Hanuman 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🎉🎉🇮🇳🎉🎉🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
🙏🙏🙏🙏
Param pujniy guruji koti koti pranam 🙏🏻 🌷 ⚘️ 🌹
प्रणाम गुरुजी 🙏
जगद्गुरुकुलम् में प्रवेश की क्या प्रक्रिया है, कितने वर्ष तक के बालकों को प्रवेश दिया जाता है ❓
कृपया बताएं।
हर हर महादेव 🙏
भगवान के चित्रपट में किस प्रकार से प्राण प्रतिष्ठा और पूजा होती है या नहीं होती कृपया मार्गदर्शन करें । प्रणाम
जय श्री राम हर हर महादेव
जय गुरु देव 🧘👏🙏🚩🌹🌷
🙏🙏🙏🙏🙏❤️aapke charno me koti koti pranam
आचार्य जी के चरणों मे प्रणाम!🙏🙏🏿🙏🏻
मै चन्दन कुमार गुप्ता, महम्मन-पट्टी, सारण, बिहार से हूँ!
मेरा प्रश्न है:-
*शून्यवाद, अद्वैतवाद, विशिष्टाद्वैतवाद, द्वैतवाद एवं शुद्धाद्वैतवात* की व्याख्या क्या है? इनमे अंतर क्या है? इनके आचार्य कौन है? और किस किस काल मे ये मत प्रकाशित हुए हैं? कृप्या निष्पक्ष एवं सरल भाषा मे उदाहरण द्वारा इनका उत्तर देने की कृपा प्रदान करें!🙏
🎉
Jay GuruDev 🙏🌹
अति सुंदर!
Jai shiv shankar
Very good Maharaj Ji
वर्ण का निर्धारण शिक्षा ग्रहण काल में गुरु द्वारा किया जाता है। ऐसे में पूर्व ही वर्ण का निर्धारण कैसे कर दिया जा रहा है।
Jai guru ji
Jharkhand Ranchi Pranjal Nayak kya Jagatguru Kisi Shudra ke ghar invitation dene per a sakte hain Ki Nahin aur kya unke ghar mein vah Kadam Rakhenge Ki Nahin vah Sidha bhojan ya FIR falhar Karenge
ऊँ नमोनारायण सा
Pehli baar koi Shankaracharya charo varno ko sath lekar chalne k baat kar raha hai.
बहुत ही सुन्दर मैं भी अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए आप से निवेदन करुंगा
वहाँ भी ये वर्ण व्यवस्था की दुकान खोल देंगे
लोग सनातन धर्म पर ब्राह्मण क्षत्रिय वैश्य शूद्र के नाम पर विभाजन है... बल्कि यह विभाजन नही व्यवस्था है इसको समझिए ! यह व्यवस्था जन्म आधारित नहीं है... यह गुण, कर्म, स्वभाव और योग्यता पर आधारित है, लोग सनातन धर्म को जातिवाद के आधार पर बदनाम करते हैं !
🙏 Ji 🌺 shri 🙏 Grdav 🌺 ki 🙏 shre 🌺 chanm 🙏 ma 🌺 koti 🙏 koti 🌺 koti 🙏 koti 🌺 koti 🙏 Denvd 🌺 pranamn 🙏🌺🙏🌺🙏🌺🙏🌺🙏🌺🙏🌺🙏🌺🙏🌺🙏🌺🙏🌺🙏🌺🙏🌺🙏🌺🙏🌺🙏
🙏🙏🌹🌹
Pranam
Swami जी आपके गुरुकुल में क्या क्या पढ़ाया जाएगा ? पाणिनी व्याकरण दर्शन उपनिषद मनुस्मृति या केवल पुराण?
धनुर्वेद, आयुर्वेद, ज्योतिष, ( मार्गदर्शन) ६४ कलाएं। ये क्यूं नहीं
Har har sankar
हम श्रीवास्तव ( कायस्थ ) हैं हमारा कौन सा वर्ण है? हमें बताने की कृपा करें।
🙌
🙏🙏🙏🙏💞💞💞
Mata-pita ke varn se bacche ka varn nhi hota....varn to guru dwara btaya jaata h bacche ka acharan or yogyata dekhkar
Search on Google. Mil jayega
@@SHUBHAMKUMAR-n3z2t kya?
Maharaj ji om namah shivaya me bharati goswami se ata hu aur mera bhatija ko guru kul me bharti karna hai 10kachha ka chhatra hai aap se nivedan hai aap ka aasaram ka address batay Jai shree mahakal
*तथाकथित धर्माचार्य धर्म के नाम पर जनता जनार्दन से अपनी सेवा कराते हैं और सफेद ज्ञान बांटते हैं*
*1. सहज प्रकाश सरुप भगवाना जो प्रकाश सर्वत्र सभी के घर आंगन आकार सबका दर्शन करते हैं लेकीन सभी धर्मों के धर्मस्थलों में प्रकाशपुंज 🟠 का चित्र बनाकर दूसरों की पूजा कराते हैं*
*2. मातु पिता गुरु स्वामी सखा भगवान का रूप है लेकिन पत्थर की पूजा कराते हैं*
*3. पत्ते पत्ते देवानाम, पत्ते में भगवान है लेकीन पत्थर की पूजा कराते हैं*
*4. गौ में सभी देवी देवताआें का वास है लेकिन पत्थर का कपिला गौ की पूजा कराते हैं*
*5. बगुला भगत कहलाता है मछली पकड़ चबाता है*
*जाके प्रभु दारुण दुःख दीन्हा I ताके मति आगे हर लिन्हा II*
*🚩🪷🙏🪷🚩*
Jai bahart
Govt hostel me govt general bachhe ko admission q nhi deti he sabko deti he
Mujhe jhoteshwar me ana hai hamesha ke liye gurudev karipya madt kihiye
Toh ye addmission kaise hoga unki cast dekh kr or cast ke adhar pr hi unko varn me baat diya jayga yaa fir unke karm ke adhar pr unko varn me bata jayga
क्या ब्राह्मण का अर्थ- ब्रह्म का अंश- है। अगर हां तो सभी मनुष्य ब्राह्मण ही कहलायेंगे क्योकि अण का अर्थ अंश ही है।
इतिहास पढ़ो। पहले सब ब्राह्मण ही थे। जब समाज बढ गया तो रक्षा के लिये राजा को नियुक्त किया गया और क्षत्रिय निर्माण हुआ। जब आपसी जरुरत के अनुसार व्यापार शुरू हुआ तो वैश्य निर्माण हुआ।
More diplomatic, less practical and highly political.
varna ashram dharma has always been practical & it's an eternal natural principle. vedic maharishis, prabhu shree ram & all followed it.
@@SachinJani I don't have any objection with someone following Varna ashram dharma, other following reservation policy. Apna aur apne family ka khayal rahunga, baki mujhe kya.
वेदों में ब्राह्मण वर्ण कर्क राशि, वृश्चिक और मीन राशि को बताया गया है
Konse shlok me btaya h?
स्पष्ट कुछ नही बताया आपने
Arey shudro ko kaise rakhoge upnayan karna padta hai tabto Ved adhyan hota hai....aur shudro ke liye ved adhyan nhi hai...ab gurukul ki maryada bhi nashta krenge kya
शूद्र का वर्ण निर्धारित कर्म होगा और केवल वेदाभ्यास को छोड़ के इतिहास पुराण का ज्ञान गुरुमुख गुरुवाणी द्वारा प्राप्त होगा
@@SachinJani shudro ke liye gurukul vaas nhi hai jha tak baat rhi purano ki toh wo ghar par pad sakte hai sanskriti vaise bhi unhe nhi padai jaegi kyuki vyakaran vedang hai kewal dwijo ke liye na hi unhe choti aadi dharan karna avashyak hota hai ...kul parampara se prapt jo unko sewa va laghu kutir udyog ka gyaan prapt hai wo woh kare han....kala sikhi Jaa sakti hai...wha bhraman aur kshtriya balak ke beech wo kaise rhenge bhojan aadi ki maryada bhi bhang ho jaaegi majak hai kya
@@harshitpaithani5959 सहमत | गुरुकुल में भी सेवा कार्य की आवश्यकता तो होगी ना तो केवल वह सत्शूद्र ही गुरुकुल के सभी सेवा कार्य में अधिकृत होंगे |
@@harshitpaithani5959 murkh vyakti tu deh bhav se kitna grasit h khudko dekh
Dehbhav se grasit vyakti kabhi dharmik nhi ho sakta chahe kitna hee dharm dharm chillamle
@@harshitpaithani5959 aur murkh deh mans haddi gudda se milke banta h mans haddi ki koi jati hoti h kya
Deh nashvar h isliye use mithya kaha gaya h
Aur chetna aur aatma kj koi jaat nahi hoti
Isliye jati ko kalpana bataya h niralambh upnishad me
Deh vastavikta me Satya nahi h
Dehbhav hee mithya h fir jati kaha se aai
Kya aatma ki bhi jaat banaoge ab
Sabko barabar adhikar h apne karm dwara padhne ka aur shudra bhi ved padh sakta h
Kyunki janam se koi shudra nahi hota
है ही ब्राह्मण धर्म, पुछा कुछ और है और बाते क्या हो रही है।
चल निकल यहा से फर्जी
आप मुसलमान हो जाओ ! वहां आपको शांति मिलेगी।
@@yafoor4660 पहले खुद ले ले शांति समझा
Pura video dekh unhone kaha charo varno ke lenge admission
Ajeeb pagal hai bol Diya ki charo varno ko padhayenge phir bhi aese bol raha hai
बात को घुमा मत सीधा जवाब दे तेरे गुरुकुल मे शूद्र बच्चे पढ सकते है या नाही?
Kaan kharab hai kya? Video wapas sun lo😂
Bahra hai kya (apshabd)
Guru ji mai ak bharman hu please veda padhiye aap online meri bhut ruchi hai lakin kahi na book milti hai or online download kiya samjh nhi aa raha hai
Ab ambedkarwadi saanp nh dikhenge
साप तो तुम और तुम्हारे जैसे लोग हैं जो सिर्फ जन्म से ही महान हो जाते हैं।
@@ajaykumar-ss9he तुमने कौन सा महानता का काम किया है?????
सिवाय ब्राम्हणों क्षत्रियों वैश्यों द्वारा पे किए गए टैक्स से फ्री राशन , फ्री एजुकेशन, फ्री घर ,फ्री शौचालय , रिजर्वेशन लेते हुए सभी को गाली देने के ??????????
जाति से नफरत है तो पहले जाति का certificate लेना बंद करो, जाति के नाम पर पक्षपाती सुविधाएं लेना बंद करो। स्वाभिमान तब कहां चला जाता है????? मीठा मीठा गप्प, कड़वा कड़वा थू। बस यही तुम लोग करना जानते हो। अपनी असफलता का दोष जाति के नाम पर किसी और मढ़ने, झूठी कहानियां बनाकर उसका प्रचार करने के अलावा और क्या करते हो?????
हम तो साइंस से लेकर अध्यात्म तक अपने प्राण की आहुति देते हुए देश को महान बनाने के लिए संकल्पित हैं, तुम्हें भी देश को महान बनाने ia संकल्प लेकर चलना होगा, ना को समाज में द्वेष, ईर्ष्या की भावना रखकर देश को खोखला करना।
जय श्री राम हर हर महादेव
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