बाबासाहेब के नाम से स्कूल 34: जीवन में बहुत सफलता आनेवाला है मुझसे भारत आगे बडेगा और बच्चे भी बहुत आगे जायेगी भारत का नाम रोशन करेंगे धन्यवाद जय भीम जय संविधान जय फुले जय सावित्री नमो बुद्धाय
माननीय गेंदा लाल जी आपको सत सत नमन है जो आपके अन्दर ऐसी सोच उत्पन्न हुई। स्कूल देख कर दिल गदगद हो गया इससे बाबा साहब के सपनो को आसानी से साकार किया जा सकता है।ऐसे स्कूल भारत के कोने-कोने में होना चाहिए,बहुजनो को चाहिए कि बाबा साहब के मिशन को पूरा करने के लिए ऐसे स्कूल खोलने में सयोग करे,ताकि ज्यादा से ज्यादा स्कूल खोले जा सके और बहुजनो के बच्चे योग्य बन सके। धन्यवाद
पूजा बहन एवं ननिली बहन दोनों बहनों को बहुत बहुत साधुवाद। आप जैसी जाँबाज बहनो के द्वारा देश के उन गरीबों एवं मजलूमों को एक नयी दिशा मिल रही हैं और ओ अपने अधिकार के प्रति सजग हो रहे हैं।
बहुत खूब उपक्रम. ऐसे हजारो स्कूल्स कॉलेजेस को सुरु करना अत्यावश्यक. बहुजन समाज के सभी संगठन हो या पक्ष हो उन्होंने स्कूल्स कॉलेजेस को खोलना जरुरी हैं. I Proud of You and them.
वो पुरुष ही थे जो स्त्रियों के अधिकारों के लिए लड़े थे ये जानकारी और ऐसा विद्यालय है, जानकर जीवन धन्य हो गया। ऐसा विद्यालय देश के सभी जिलों में होने चाहिए। बहनों आप दोनों को बहुत बहुत धन्यवाद।
बहुत ही सुन्दर बहुत-बहुत साधुवाद आप दोनों बहनों को नमो बुद्धाय जय भीम । हम एक निशुल्क पाठशाला चला रहे हैं 2 घंटे की शाम के समय सावित्रीबाई-रास्ट्रपिता ज्योतिबा फुले के नाम से ।
बहुत बहुत साधुवाद उन लोगों को जो इस महान काम किये स्कूल खोल कर बाबा साहेब के नाम पर, और एक बात ये सिर्फ पंजाब में ही नहीं ऐसे हर राज्य में होना चाहिए जो बच्चों महिलाओं को आगे बढ़ने की प्रेरणा मिले।। नमो बुद्धाय 🙏🙏🙏जय भीम 🇪🇺🇪🇺🇪🇺जय संविधान जय भारत
अम्बेडकर के बारे में फैलाये गये मिथक और उनकी सच्चाई ? 1- मिथक- अंबेडकर बहुत मेधावी थे । सच्चाई - अंबेडकर ने अपनी सारी शैक्षणिक डिग्रीयां तीसरी श्रेणी में पास की । 2- मिथक - अंबेडकर बहुत गरीब थे ! सच्चाई -जिस जमानें में लोग फोटो नहीं खींचा पाते थे उस जमानें में अंबेडकर की बचपन की बहुत सी फोटो है , वह भी कोट पैंट और टाई में ! 3 - मिथक- अंबेडकर ने शूद्रों को पढ़ने का अधिकार दिया ! सच्चाई -अंबेडकर के पिता जी खुद उस ज़माने में आर्मी में सूबेदार मेजर थे ! इसके अलावा सविंधान बनाने वाली सविंधान सभा में 26sc और 33st के सदस्य शामिल थे ! 4- मिथक- अंबेडकर को पढ़ने नहीं दिया गया । सच्चाई -उस जमानें में अंबेडकर को गुजरात बडोदरा के क्षत्रिय राजा सियाजी गायकवाड़ नें स्कॉलरशिप दी और विदेश पढ़ने तक भेजा और ब्राह्मण गुरु जी ने अपना नाम अंबेडकर दिया । 5- मिथक- अंबेडकर नें नारियों को पढ़ने का अधिकार दिया ! सच्चाई- अंबेडकर के समय ही 15 पढ़ी लिखी औरतों ने संविधान लिखने में महत्वपूर्ण योगदान दिया ! 6- मिथक- अंबेडकर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे ! सच्चाई -अंबेडकर नें सदैव अंग्रेजों का साथ दिया भारत छोड़ो आंदोलन की जम कर खिलाफत की अंग्रेजों को पत्र लिखकर बोला कि आप और दिन तक देश में राज करिए उन्होंने जीवन भर हर जगह आजादी की लड़ाई का विरोध किया । 7- मिथक - अम्बेडकर बड़े शक्तिशाली थे ! सच्चाई- 1946 के चुनाव में पूरे भारत भर में अंबेडकर की पार्टी की जमानत जप्त हुई थी । 8- मिथक अंबेडकर नें अकेले आरक्षण दिया ! सच्चाई- आरक्षण संविधान सभा में दिया जिसमें कुल 299 लोग थे , अंबेडकर का उसमें सिर्फ एक वोट था आरक्षण सब के वोट से दिया गया था और भारत में कई दलित जातियों को आरक्षण 1909 में ही दे दिया गया था ! 9- मिथक- अंबेडकर ने सविंधान बनाया । सच्चाई- अंबेडकर केवल संविधान के प्रारूप समिति के अध्यक्ष थे जबकि पूरी संविधान सभा के अध्यक्ष परम् विद्वान डाक्टर राजेंद्र प्रसाद जी थे और सविंधान का मसौदा , ढांचा बी एन राव ने बनाया था ! 10- मिथक- अंबेडकर राष्ट्रवादी थे सच्चाई -1931 में गोलमेज सम्मेलन में गांधी जी से भारत के टुकड़े करने की बात कर दलितों के लिए अलग दलिस्तान की मांग की थी । 11 मिथक- आरक्षण को लेकर संविधान सभा के सभी सदस्य सहमत थे । सच्चाई- इसी आरक्षण को लेकर सरदार पटेल से अंबेडकर की कहा सुनी हो गई थी । पटेल जी संविधान सभा की मीटिंग छोड़कर बाहर चले गये थे , बाद में नेहरू के कहने पर पटेल जी वापस आये थे । सरदार पटेल ने कहा कि जिस भारत को अखण्ड भारत बनानें के लिए भारतीय देशी राजाओं , महराजाओं , रियासतदारों , तालुकेदारों ने अपनी 546 रियासतों को भारत में विलय कर दिया जिसमें 513 रियासतें क्षत्रिय राजाओं की थी । इस आरक्षण के विष से भारत भविष्य में खण्डित होने के कगार पर पहुंच जाएगा । 12- मिथक- अंबेडकर स्वेदशी थे । सच्चाई - देश के सभी नेताओं का तत्कालीन पहनावा भारतीय पोशाक धोती - कुर्ता , पैजामा - कुर्ता , सदरी व टोपी , पगड़ी , साफा आदि हुआ करता था । गांधी जी नें विदेशी पहनावा व वस्तुओं की होली जलवाई थी । यद्यपि कि नेहरू , गाधीं व अन्य नेता विदेशी विश्वविद्यालय व विदेशों में रहे भी थे फिर भी स्वदेशी आंदोलन से जुड़े रहे।अंबेडकर की कोई भी तस्वीर भारतीय पहनावा में नहीं है । अंबेडकर अंग्रेजियत के हिमायती थे । अंत में चाहता हूँ कि अंग्रेज जब भारत छोड़ कर जा रहे थे तो अपने नापाक इरादों को जिससे भविष्य में भारत खंडित हो सके के रुप में अंग्रेजियत शख्सियत अंबेडकर की खोज कर लिए थे ।
अब बहुजन समाज को आगे बढने से कोई नही रोक सकता है,जब हमारी बहने और बच्चे बाबा साहब के बारे मे जानने लगे,तब बदलाव निश्चित है। जय भीम, नमो बुद्धाय,जय सऺविधान,जय भारत
इस विद्यालय के बारे में जानकारी प्राप्त कर बहुत बड़ी प्रसन्नता हासिल हुई।बाबा साहेब आंबेडकर जी के नाम पर पूरे राष्ट्र के हर जिले में एक एक विद्यालय हो तो हमारे देश में आपसी भाईचारा, प्रेम और सहिष्णुता का विकास हो। धन्यवाद।
ऐसे स्कुल भारत के हर कोनेकोने में होने चाहिए इसी स्कूल के लिये हम मंगल कामना कामना करते है ये स्कुल की दिन बे दिन बडती बढ जाये वहांके सभी बच्चो को और टिचर को बहोत बहोत बधाई ❤❤जय भिम जय नमो बुध्दाय जय संविधान जय भारत 🙏🙏👍
आज।हमें।ये।जानकर। बहुत खुशी हुई कि बाबा के। सपने।को। साकार।को।पुरा।कर।रहे।है। ऐसे।महा मानव को। राजेंद्र प्रसाद बार बार जय।भीम। नमो बुद़धाय। बहुत बहुत धन्यवाद
जय भीम, आप सभी को हृदय से आभार वंदन अभिनंदन। आप ने बाबा साहब के मिशन को जो उनके मन में था वह कर के दिखा दिया। स्कूल के फाउंडर अध्यापक और चैनल की पत्रकार महोदया का तहे दिल से शुक्रिया आप ने इतनी अच्छी और सच्ची जानकारी उपलब्ध कराई। आप दोनों स्वस्थ रहे आनंदित रहे खुशहाल रहे प्रसंचित रहे तथागत बुद्ध की कृपा आप दोनों पर बच्चो पर स्कूल के फाउंडर पर बनी रहे। जय भीम बाबा साहब जिंदाबाद मानवर काशी राम जी जिंदाबाद माता रामा बाई अंबेडकर जी जिंदाबाद माता सावित्री बाई फुले जी जिंदाबाद राष्ट पिता जोतेबा फूले जी जिंदाबाद संत गाडगे जी जिंदाबाद छत्र पति साहू जी महाराज जी जिंदाबाद ओम प्रकाश वाल्मीकि जी जिंदाबाद पेरियार ललाई सिंह यादव जी जिंदाबाद ई वी रामस्वामी जी जिंदाबाद ।
हमारे देश में इस तरह के शिक्षक और विधालय होने चाहिए, जो महापुरुषों के ज्ञान (बिचारधारा) पर चल कर, बच्चों का भविष्य एवं भारत प्रगति पथ पर विश्व में आगे बढता है।
महोदया , इस विद्यालय के संस्थापक महोदय का हृदय से सम्मान करता हूॅ , साथ ही उनकी पूरी टीम का भी ! ! आपकी पत्रकारिता बहुत अच्छी लगी ! ! ,,, बुद्ध को , बुद्धा , कहना , हिन्दी क्षेत्र के लोगों को खटकता है ! ! ,,,,, धन्यवाद ! ! !
ऐसे स्कूल कॉलेज पूरे भारत में हर जिले हर कस्बे में खोले जाने चाहिए तभी भारत विश्व गुरु बन सकता है ऐसी जानकारी दिखाने के लिए भी आपको दिल से जय भीम जय भारत जय संविधान जय विज्ञान नमो बुद्धाय
पूजा जी के बोलने की शैली बहुत ही सुंदर है और उनके व्यक्तित्व में सौम्यता, शालीनता और सरलता है। उच्चारण भी बहुत अच्छा है। उनके लिए बहुत बहुत शुभकामनाएं।
स्कूल के ऊपर तिरंगा नहीं लगा ... ये स्कूल नहीं बौद्ध धर्म ज्ञान केंद्र है .... बौद्ध धर्म प्रचार केंद्र है ..स्कूल में सभी धर्म के लोग रहते हैं सिर्फ एक धर्म का प्रचार स्कूल में नहीं करना चाहिए ... स्कूल में राष्ट्र गान और राष्ट्र गीत नहीं गया जा रहा है .... ये कोण सी समानता है जो सिर्फ एक धर्म का प्रचार स्कूल में कर रहा है ....
@@trueindian8668 आपकी टिप्पणी बहुत ही नींदा जनक है! Kyunki aap सभी लोग बहार देश में केहते की बुद्ध के देश से यहसन्देश पुरे दुनिया को देते है ! तो आप को देश में पंचशील और समानता का विरोध करते हो? इतनी ताकत है तो आरएसएस के नागपूर कार्यालय तिरंगा ध्वज 2002 नही था ? नागपूर में गोडसे का पुतला आरएसएस कार्यालय मे है ! Rajashthan हायकोर्ट में मनू का पुतळा हैं ! उनका विरोध करो याही लोग हैं देशद्रोही! ना की बुद्ध और
इस बात से मैं बिल्कुल सहमत हूँ कि जितने महान और प्रतिभाशाली व्यक्तित्व के स्वामी बाबा साहेब अंबेडकर थे उस हिसाब से उनको हमारी पुस्तकों में वो स्थान प्राप्त नहीं हुआ।
आयुष्यामती अन्कर भवतु सब्ब मंगलम. आपको निवेदन है की ,सब स्कुल मे शासकीय स्कूल हो या खाजगी स्कुल हो भगवान बुद्ध ने दिया हुयी त्रिशूल, पन्चशिल वन्दन करना चाहिए इसलिए भारत शासन शासकीय स्थरावर मान्यता देण्यात यावी. यह वन्दन करनेवाले बच्चों का शिल बनता है धन्यवाद जयभीम भारत Jaybhim India O.K Thanks Jaybhim
JANTA LIVE की reporting मुझे बहुत ही अच्छी लगती है. इनके reporter बहुत ही energetic, जागृत और बाबासाहेब, बुद्ध के विचारो से ओतप्रोत होते है. यह ऐसे विषयो की reporting करते है जिनपर दुसरे channel कभी कोई reporting नही करते. बहुत-बहुत साधुवाद इन reporters को!!!!!जयभीम, नमोबुद्धाय!!💐💐💐💐💐
वाह ! क्या बात है! नलिनी जी और पूजा जी ! आपने आज बेहतरीन खबर दिखाई है। अपने समाज को ऐसे ही स्कूल चाहिए। सभी राज्यो के बहुजनो को यहां से संपर्क करके शुरु में 8th क्लास तक के स्कूल चलाने चाहिए उसके बाद जब नीव मजबूत हो जाय तो हाई स्कूल तक फिर इंटर का करना चाहिए। स्कूल के संस्थापक महोदय को दिल से नमन । 💐💐
स्कूल के ऊपर तिरंगा नहीं लगा ... ये स्कूल नहीं बौद्ध धर्म ज्ञान केंद्र है .... बौद्ध धर्म प्रचार केंद्र है ..स्कूल में सभी धर्म के लोग रहते हैं सिर्फ एक धर्म का प्रचार स्कूल में नहीं करना चाहिए ... स्कूल में राष्ट्र गान और राष्ट्र गीत नहीं गया जा रहा है .... ये कोण सी समानता है जो सिर्फ एक धर्म का प्रचार स्कूल में कर रहा है ....
मा. सोहनलाल गोंदाजी (स्कॉटलंड) 👌👌👌👌👌 💐💐💐💐💐 आपकी सोच् बिलकुल सही ये . हमारे कोई भी नेताने डॉ.बाबाबसाहेब का ये काम नही केला हे . हम इस काम आपण योगदान जरुरी देगे . हमें कृपया अपने " एजुकेशन सोसायटी " का ब्राऊचेर देगे तो अच्छा हो जायेगा . महेंद्र साळवे ; पौर्णिमा ; कल्याण-प जिल्हा- ठाणे ( महाराष्ट्र)
बहुत-बहुत धन्यवाद आपके चैनल का जिसके द्वारा हमें ऐसे स्कूल देखने को मिला जिसमें सत्य और सही पढ़ाया जाता है मैं उन सभी मनुष्यों को भगवान मानता हूं जिन्होंने देश और समाज के लिए अच्छा कार्य किया ऐसे महापुरुषों को मैं कोटि-कोटि नमन करता हूं
बहोत ही सुंदर reporting की हैं स्कूल की। हमारे NRI भाई साहब इस स्कूल को योगदान देते हैं यह बहुत सराहनीय कदम है। काश महाराष्ट्र में भी ऐसे दाता मिले तो ?
किस कदर लड़े होंगे वो एक अकेले इंसान 😒 जिनको हराने के लिए आज भी उनकी मुर्तियां तोड़ी जाती हैं।🤦♀️😢😳 Very nice school and teachers 👍☝️✍️🖊️📚🙏 Thanks all of you 🙏😊 Jai Bhim namo buddhye 🙏🙏
स्कूल के ऊपर तिरंगा नहीं लगा ... ये स्कूल नहीं बौद्ध धर्म ज्ञान केंद्र है .... बौद्ध धर्म प्रचार केंद्र है ..स्कूल में सभी धर्म के लोग रहते हैं सिर्फ एक धर्म का प्रचार स्कूल में नहीं करना चाहिए ... स्कूल में राष्ट्र गान और राष्ट्र गीत नहीं गया जा रहा है .... ये कोण सी समानता है जो सिर्फ एक धर्म का प्रचार स्कूल में कर रहा है ....
@@robbyjaykar9234 Hn...sahi hai...lakin school ke uper ek dhrm ka dhwaz nahi laganana chahye.... Jab ek hi dhrm ka parchar karna tha ..tab school naam kyo diya...likh dete bodhh dhrm parchar kendra...
@@lahanesaheb1377 अम्बेडकर के बारे में फैलाये गये मिथक और उनकी सच्चाई ? 1- मिथक- अंबेडकर बहुत मेधावी थे । सच्चाई - अंबेडकर ने अपनी सारी शैक्षणिक डिग्रीयां तीसरी श्रेणी में पास की । 2- मिथक - अंबेडकर बहुत गरीब थे ! सच्चाई -जिस जमानें में लोग फोटो नहीं खींचा पाते थे उस जमानें में अंबेडकर की बचपन की बहुत सी फोटो है , वह भी कोट पैंट और टाई में ! 3 - मिथक- अंबेडकर ने शूद्रों को पढ़ने का अधिकार दिया ! सच्चाई -अंबेडकर के पिता जी खुद उस ज़माने में आर्मी में सूबेदार मेजर थे ! इसके अलावा सविंधान बनाने वाली सविंधान सभा में 26sc और 33st के सदस्य शामिल थे ! 4- मिथक- अंबेडकर को पढ़ने नहीं दिया गया । सच्चाई -उस जमानें में अंबेडकर को गुजरात बडोदरा के क्षत्रिय राजा सियाजी गायकवाड़ नें स्कॉलरशिप दी और विदेश पढ़ने तक भेजा और ब्राह्मण गुरु जी ने अपना नाम अंबेडकर दिया । 5- मिथक- अंबेडकर नें नारियों को पढ़ने का अधिकार दिया ! सच्चाई- अंबेडकर के समय ही 15 पढ़ी लिखी औरतों ने संविधान लिखने में महत्वपूर्ण योगदान दिया ! 6- मिथक- अंबेडकर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे ! सच्चाई -अंबेडकर नें सदैव अंग्रेजों का साथ दिया भारत छोड़ो आंदोलन की जम कर खिलाफत की अंग्रेजों को पत्र लिखकर बोला कि आप और दिन तक देश में राज करिए उन्होंने जीवन भर हर जगह आजादी की लड़ाई का विरोध किया । 7- मिथक - अम्बेडकर बड़े शक्तिशाली थे ! सच्चाई- 1946 के चुनाव में पूरे भारत भर में अंबेडकर की पार्टी की जमानत जप्त हुई थी । 8- मिथक अंबेडकर नें अकेले आरक्षण दिया ! सच्चाई- आरक्षण संविधान सभा में दिया जिसमें कुल 299 लोग थे , अंबेडकर का उसमें सिर्फ एक वोट था आरक्षण सब के वोट से दिया गया था और भारत में कई दलित जातियों को आरक्षण 1909 में ही दे दिया गया था ! 9- मिथक- अंबेडकर ने सविंधान बनाया । सच्चाई- अंबेडकर केवल संविधान के प्रारूप समिति के अध्यक्ष थे जबकि पूरी संविधान सभा के अध्यक्ष परम् विद्वान डाक्टर राजेंद्र प्रसाद जी थे और सविंधान का मसौदा , ढांचा बी एन राव ने बनाया था ! 10- मिथक- अंबेडकर राष्ट्रवादी थे सच्चाई -1931 में गोलमेज सम्मेलन में गांधी जी से भारत के टुकड़े करने की बात कर दलितों के लिए अलग दलिस्तान की मांग की थी । 11 मिथक- आरक्षण को लेकर संविधान सभा के सभी सदस्य सहमत थे । सच्चाई- इसी आरक्षण को लेकर सरदार पटेल से अंबेडकर की कहा सुनी हो गई थी । पटेल जी संविधान सभा की मीटिंग छोड़कर बाहर चले गये थे , बाद में नेहरू के कहने पर पटेल जी वापस आये थे । सरदार पटेल ने कहा कि जिस भारत को अखण्ड भारत बनानें के लिए भारतीय देशी राजाओं , महराजाओं , रियासतदारों , तालुकेदारों ने अपनी 546 रियासतों को भारत में विलय कर दिया जिसमें 513 रियासतें क्षत्रिय राजाओं की थी । इस आरक्षण के विष से भारत भविष्य में खण्डित होने के कगार पर पहुंच जाएगा । 12- मिथक- अंबेडकर स्वेदशी थे । सच्चाई - देश के सभी नेताओं का तत्कालीन पहनावा भारतीय पोशाक धोती - कुर्ता , पैजामा - कुर्ता , सदरी व टोपी , पगड़ी , साफा आदि हुआ करता था । गांधी जी नें विदेशी पहनावा व वस्तुओं की होली जलवाई थी । यद्यपि कि नेहरू , गाधीं व अन्य नेता विदेशी विश्वविद्यालय व विदेशों में रहे भी थे फिर भी स्वदेशी आंदोलन से जुड़े रहे।अंबेडकर की कोई भी तस्वीर भारतीय पहनावा में नहीं है । अंबेडकर अंग्रेजियत के हिमायती थे । अंत में चाहता हूँ कि अंग्रेज जब भारत छोड़ कर जा रहे थे तो अपने नापाक इरादों को जिससे भविष्य में भारत खंडित हो सके के रुप में अंग्रेजियत शख्सियत अंबेडकर की खोज कर लिए थे ।
ऐतिहासिक विद्यालय की जानकारी से मन प्रसन्न हुआ. यह विद्यालय हर दर्शक/श्रोता के लिए प्रेरणादायक है. समतामूलक समाज की स्थापना की दृष्टि से ऐसे विद्यालय भारत के हर जनपद में स्थापित होने चाहिए. स्थापित हो भी रहें हैं. शिक्षा ही मुक्ति का मार्ग है. ज्ञान के प्रकाश से ही अज्ञान का अंधकार दूर होगा. नमो बुद्धाय🌷 जय भीम 🙏🙏
@@gsys1892 स्कूल के ऊपर तिरंगा नहीं लगा ... ये स्कूल नहीं बौद्ध धर्म ज्ञान केंद्र है .... बौद्ध धर्म प्रचार केंद्र है ..स्कूल में सभी धर्म के लोग रहते हैं सिर्फ एक धर्म का प्रचार स्कूल में नहीं करना चाहिए ... स्कूल में राष्ट्र गान और राष्ट्र गीत नहीं गया जा रहा है .... ये कोण सी समानता है जो सिर्फ एक धर्म का प्रचार स्कूल में कर रहा है ....
इस स्कूल का दृश्य देखकर मेरे पास इसकी महानता के बारे में शब्द ही नहीं मिल रहे लेकिन इतना जरूर कहूँगा कि "इसे देखकर मुझे ऐसा लग रहा था जैसे मैं बाबासाहेब आंबेडकर जी🙏के सपनो का @बौध्दमय भारत@ देख रहा हूँ।🙏 अगर अपनी जिन्दगी में कुछ हासिल कर पाया तो इस प्रकार की स्कूल मैं अपने गाँव-शहर और जिले में जरूर बनवाउँगा। यह मेरा प्रण है। नमो बुद्धाय🇲🇺जय भीम🇪🇺जय भारत🇮🇳जय संविधान📔जय विज्ञान💡🔬जय मूलनिवासी-बहुजन समाज🙏
आंबेडकर स्कूल से शुक्रिया अदा किया हुं जय भीम जय मूलनिवासी नायक जय पेरियार जय समाजवाद जय बुद्ध
बाबासाहेब के नाम से स्कूल 34: जीवन में बहुत सफलता आनेवाला है मुझसे भारत आगे बडेगा और बच्चे भी बहुत आगे जायेगी भारत का नाम रोशन करेंगे धन्यवाद जय भीम जय संविधान जय फुले जय सावित्री नमो बुद्धाय
माननीय गेंदा लाल जी आपको सत सत नमन है जो आपके अन्दर ऐसी सोच उत्पन्न हुई। स्कूल देख कर दिल गदगद हो गया इससे बाबा साहब के सपनो को आसानी से साकार किया जा सकता है।ऐसे स्कूल भारत के कोने-कोने में होना चाहिए,बहुजनो को चाहिए कि बाबा साहब के मिशन को पूरा करने के लिए ऐसे स्कूल खोलने में सयोग करे,ताकि ज्यादा से ज्यादा स्कूल खोले जा सके और बहुजनो के बच्चे योग्य बन सके। धन्यवाद
बाबा साहब का धन्यवाद सभी महिलाओं को करना चाहिए हमें पढ़ने का हक दिलाया। धन्यवाद।
Rakeshkumar pu district Sitapur Uttar Pradesh hargaon se
Sar ji kya hamare yahan Aisa school district Sitapur mein banaya ja sakta hai ham logon Ko education mein Shiksha mein bahumulya
Hlo
ऐसे स्कुल पुरे देश में होने नाहीये आज डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर और भ. बुद्ध के विचारोकी आज देश को बहोत जरुरत है.
🦋🙏🏻🇮🇳👍🏻
बहुत सुंदर सोच है बहुत ही अच्छा काम किया है ऐसे ही school अगर सारे भारत में होंगे तो देश जरूर आगे जायेगा,,
बहुत सुन्दर सच्ची शिक्षा, धन्यवाद, बाबा साहेब जिन्दाबाद जिन्दाबाद
इस कार्यक्रम को बहुत बहुत समर्थन करते हैं जय भीम जय भारत छ ग नमोः बुद्धय
जय भीम
जय भीम महान नमो बुद्धाय | ❤❤❤
जयभीम नमोबुध्दाय, इस तरह के स्कुल पुरे भारत होने चाहीये ताकी छात्रोंको अच्छी शिक्षा मिले और मानवी समानता का निर्माण हो ❤
बहुत -बहुत साधुवाद,
नलनी और पूजा, आप दोनो से बढकर न कोई दूजा।।
आज के समय आप दोनों अपना कीमती समय बहुजन समाज को समय से सही सूचना दे रही है।
बहुत सही कहा आपने। जय भीम
बहुत बढाया सर बाबासाहेब आंबेडकर जी तर तथागत भगवान गौतम बुद्ध मिशन जरूर आगे बेटा
पूरे भारत में लागू हो समर्थन करते हैं हम सभी भारतीय ऐसे स्कूलों को
ऐसे स्कूल हर जगह होना चाहिए जो कि डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी के हर विचार हर संदेश हर बच्चों को मिले
Sir ham v chahte hain.
Magar kholne walo koun.
Harkisiko usime yogdan
Karna chahie......
Sir ek all India education
Trust banana chahie aur
Usika link you..tube me
Dalia taki chahnewale
Sahyata desake.......
जेभिम
,
Jaybhim
स्कूल प्रशासन आगे बढ़ो, दुनिया आपके साथ है🙏
Jaybheem
@@royalmayank-qh1uh bahut hi Achcha Aisa Hi Hona chahie
पूजा बहन एवं ननिली बहन दोनों बहनों को बहुत बहुत साधुवाद। आप जैसी जाँबाज बहनो के द्वारा देश के उन गरीबों एवं मजलूमों को एक नयी दिशा मिल रही हैं और ओ अपने अधिकार के प्रति सजग हो रहे हैं।
बहुत खूब उपक्रम. ऐसे हजारो स्कूल्स कॉलेजेस को सुरु करना अत्यावश्यक. बहुजन समाज के सभी संगठन हो या पक्ष हो उन्होंने स्कूल्स कॉलेजेस को खोलना जरुरी हैं. I Proud of You and them.
वो पुरुष ही थे जो स्त्रियों के अधिकारों के लिए लड़े थे ये जानकारी और ऐसा विद्यालय है, जानकर जीवन धन्य हो गया। ऐसा विद्यालय देश के सभी जिलों में होने चाहिए। बहनों आप दोनों को बहुत बहुत धन्यवाद।
Very nice
बहुत ही सुन्दर
बहुत-बहुत साधुवाद आप दोनों बहनों को
नमो बुद्धाय जय भीम ।
हम एक निशुल्क पाठशाला चला रहे हैं 2 घंटे की शाम के समय
सावित्रीबाई-रास्ट्रपिता ज्योतिबा फुले के नाम से ।
iam proud of you to see you god Bless you..... Jai hind jay savidhan jai bhim and jay your moments..... Adv....G.MEMO M. Bareilly.up India
@@sahabsinghgautam6834😊
Kash aisa school har state mai khelna chahiy bahut sunder laga ap dono ne baba sahab k barey batay Hai
बहुत बहुत साधुवाद उन लोगों को जो इस महान काम किये स्कूल खोल कर बाबा साहेब के नाम पर, और एक बात ये सिर्फ पंजाब में ही नहीं ऐसे हर राज्य में होना चाहिए जो बच्चों महिलाओं को आगे बढ़ने की प्रेरणा मिले।।
नमो बुद्धाय 🙏🙏🙏जय भीम 🇪🇺🇪🇺🇪🇺जय संविधान जय भारत
अम्बेडकर के बारे में फैलाये गये मिथक और उनकी सच्चाई ?
1- मिथक- अंबेडकर बहुत मेधावी थे ।
सच्चाई - अंबेडकर ने अपनी सारी शैक्षणिक डिग्रीयां तीसरी श्रेणी में पास की ।
2- मिथक - अंबेडकर बहुत गरीब थे !
सच्चाई -जिस जमानें में लोग फोटो नहीं खींचा पाते थे उस जमानें में अंबेडकर की बचपन की बहुत सी फोटो है , वह भी कोट पैंट और टाई में !
3 - मिथक- अंबेडकर ने शूद्रों को पढ़ने का अधिकार दिया !
सच्चाई -अंबेडकर के पिता जी खुद उस ज़माने में आर्मी में सूबेदार मेजर थे ! इसके अलावा सविंधान बनाने वाली सविंधान सभा में 26sc और 33st के सदस्य शामिल थे !
4- मिथक- अंबेडकर को पढ़ने नहीं दिया गया ।
सच्चाई -उस जमानें में अंबेडकर को गुजरात बडोदरा के क्षत्रिय राजा सियाजी गायकवाड़ नें स्कॉलरशिप दी और विदेश पढ़ने तक भेजा और ब्राह्मण गुरु जी ने अपना नाम अंबेडकर दिया ।
5- मिथक- अंबेडकर नें नारियों को पढ़ने का अधिकार दिया !
सच्चाई- अंबेडकर के समय ही 15 पढ़ी लिखी औरतों ने संविधान लिखने में महत्वपूर्ण योगदान दिया !
6- मिथक- अंबेडकर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे !
सच्चाई -अंबेडकर नें सदैव अंग्रेजों का साथ दिया भारत छोड़ो आंदोलन की जम कर खिलाफत की अंग्रेजों को पत्र लिखकर बोला कि आप और दिन तक देश में राज करिए उन्होंने जीवन भर हर जगह आजादी की लड़ाई का विरोध किया ।
7- मिथक - अम्बेडकर बड़े शक्तिशाली थे !
सच्चाई- 1946 के चुनाव में पूरे भारत भर में अंबेडकर की पार्टी की जमानत जप्त हुई थी ।
8- मिथक अंबेडकर नें अकेले आरक्षण दिया !
सच्चाई- आरक्षण संविधान सभा में दिया जिसमें कुल 299 लोग थे , अंबेडकर का उसमें सिर्फ एक वोट था आरक्षण सब के वोट से दिया गया था और भारत में कई दलित जातियों को आरक्षण 1909 में ही दे दिया गया था !
9- मिथक- अंबेडकर ने सविंधान बनाया ।
सच्चाई- अंबेडकर केवल संविधान के प्रारूप समिति के अध्यक्ष थे जबकि पूरी संविधान सभा के अध्यक्ष परम् विद्वान डाक्टर राजेंद्र प्रसाद जी थे और सविंधान का मसौदा , ढांचा बी एन राव ने बनाया था !
10- मिथक- अंबेडकर राष्ट्रवादी थे
सच्चाई -1931 में गोलमेज सम्मेलन में गांधी जी से भारत के टुकड़े करने की बात कर दलितों के लिए अलग दलिस्तान की मांग की थी ।
11 मिथक- आरक्षण को लेकर संविधान सभा के सभी सदस्य सहमत थे ।
सच्चाई- इसी आरक्षण को लेकर सरदार पटेल से अंबेडकर की कहा सुनी हो गई थी । पटेल जी संविधान सभा की मीटिंग छोड़कर बाहर चले गये थे , बाद में नेहरू के कहने पर पटेल जी वापस आये थे । सरदार पटेल ने कहा कि जिस भारत को अखण्ड भारत बनानें के लिए भारतीय देशी राजाओं , महराजाओं , रियासतदारों , तालुकेदारों ने अपनी 546 रियासतों को भारत में विलय कर दिया जिसमें 513 रियासतें क्षत्रिय राजाओं की थी । इस आरक्षण के विष से भारत भविष्य में खण्डित होने के कगार पर पहुंच जाएगा ।
12- मिथक- अंबेडकर स्वेदशी थे ।
सच्चाई - देश के सभी नेताओं का तत्कालीन पहनावा भारतीय पोशाक धोती - कुर्ता , पैजामा - कुर्ता , सदरी व टोपी , पगड़ी , साफा आदि हुआ करता था । गांधी जी नें विदेशी पहनावा व वस्तुओं की होली जलवाई थी । यद्यपि कि नेहरू , गाधीं व अन्य नेता विदेशी विश्वविद्यालय व विदेशों में रहे भी थे फिर भी स्वदेशी आंदोलन से जुड़े रहे।अंबेडकर की कोई भी तस्वीर भारतीय पहनावा में नहीं है । अंबेडकर अंग्रेजियत के हिमायती थे । अंत में चाहता हूँ कि अंग्रेज जब भारत छोड़ कर जा रहे थे तो अपने नापाक इरादों को जिससे भविष्य में भारत खंडित हो सके के रुप में अंग्रेजियत शख्सियत अंबेडकर की खोज कर लिए थे ।
Bahut badhiya sir ji school her bharat ki har district mein hone chahie.jai bhim jai savidhan Jai bharat
Sc st ka govt job Krna bale karmcharion Ko ase school chalwana ki kosis Krna chahia taki
Inki sankhya badaie ja sake
Good
Sachme ayesi school Bharat ke har kone kone me hona chahiye
देश के हर राज्य के जिले,हर गांव में ऐसे स्कूल होने चाहिए , भारत को विकसित होने से कोई नही रोक सकता। स्कूल देख कर मन प्रसन्न हो गया। बहुत बहुत साधुवाद
अब बहुजन समाज को आगे बढने से कोई नही रोक सकता है,जब हमारी बहने और बच्चे बाबा साहब के बारे मे जानने लगे,तब बदलाव निश्चित है।
जय भीम, नमो बुद्धाय,जय सऺविधान,जय भारत
स्कूल की जितनीं तारीफ की जाय कम है बाबा साहब का ऐसा स्कूल वाकई में हर जिले में खोलकर इंसानियत व समानता की सही शिक्षा मिल सके। जय भीम
इस विद्यालय के बारे में जानकारी प्राप्त कर बहुत बड़ी प्रसन्नता हासिल हुई।बाबा साहेब आंबेडकर जी के नाम पर पूरे राष्ट्र के हर जिले में एक एक विद्यालय हो तो हमारे देश में आपसी भाईचारा, प्रेम और सहिष्णुता का विकास हो। धन्यवाद।
आप दोनों की जोड़ी बहुत सुंदर, आप लोग बहुजन के हित में जो काम करते हैं,हम सब आपको सलाम करते हैं।
जय भीम जय संविधान
वोल 85 जय मूलनिवासी।
ऐसे स्कुल भारत के हर कोनेकोने में होने चाहिए इसी स्कूल के लिये हम मंगल कामना कामना करते है ये स्कुल की दिन बे दिन बडती बढ जाये वहांके सभी बच्चो को और टिचर को बहोत बहोत बधाई ❤❤जय भिम जय नमो बुध्दाय जय संविधान जय भारत 🙏🙏👍
Sir mangal kamana k sath
Kuchha sahayak rasi dena
Chahie.....
अद्वितीय मिसाल...
ऐसे स्कूल देश और विदेश में बने तो ...
जग में सुख शांती समृद्धी बहाल हो.
नमो बुद्धाय जय भीम !
आज।हमें।ये।जानकर। बहुत खुशी हुई कि बाबा के। सपने।को। साकार।को।पुरा।कर।रहे।है। ऐसे।महा मानव को। राजेंद्र प्रसाद बार बार जय।भीम। नमो बुद़धाय। बहुत बहुत धन्यवाद
जय भीम, आप सभी को हृदय से आभार वंदन अभिनंदन। आप ने बाबा साहब के मिशन को जो उनके मन में था वह कर के दिखा दिया। स्कूल के फाउंडर अध्यापक और चैनल की पत्रकार महोदया का तहे दिल से शुक्रिया आप ने इतनी अच्छी और सच्ची जानकारी उपलब्ध कराई। आप दोनों स्वस्थ रहे आनंदित रहे खुशहाल रहे प्रसंचित रहे तथागत बुद्ध की कृपा आप दोनों पर बच्चो पर स्कूल के फाउंडर पर बनी रहे। जय भीम बाबा साहब जिंदाबाद मानवर काशी राम जी जिंदाबाद माता रामा बाई अंबेडकर जी जिंदाबाद माता सावित्री बाई फुले जी जिंदाबाद राष्ट पिता जोतेबा फूले जी जिंदाबाद संत गाडगे जी जिंदाबाद छत्र पति साहू जी महाराज जी जिंदाबाद ओम प्रकाश वाल्मीकि जी जिंदाबाद पेरियार ललाई सिंह यादव जी जिंदाबाद ई वी रामस्वामी जी जिंदाबाद ।
बहुत खूब, बहुत ही बढ़िया, इस कार्यक्रम को समर्थन हैं नमो बुद्धाय 🙏 जय भिम 🙏 जय संविधान, जय भारत ❤
देश में ऐसे और भी स्कूलो की जरूरत है बनने चाहिए जय भीम
ऐसे स्कूलों की स्थापना पूरे भारत में होनी चाहिए मैं इसका फुल समर्थन करता हूं जय भीम नमो बुद्धाय
भारत का हर विद्यालय ऐसा ही होना चाहिए। जयभीम जयसंविधान जय भारत जय मूलनिवासी जागो बहुजन जागो ब्राम्हण धर्म को त्यागो सवर्ण विदेशी है। नमो बुद्धाय।
ऐसे school और ऐसी शिक्षा पूरे विश्व को अच्छा मार्ग दिखा देगा.धन्यवाद to school management.🙏
बहुत बहुत बधाई पत्रकार महोदय फाउंडर महोदय का अभिनंदन धन्यवाद हम सब भारतीय होने का गौरव लेते हैं प्रतिज्ञापत्र का सुंदर दृश्य
हमारे देश में इस तरह के शिक्षक और विधालय होने चाहिए, जो महापुरुषों के ज्ञान (बिचारधारा) पर चल कर, बच्चों का भविष्य एवं भारत प्रगति पथ पर विश्व में आगे बढता है।
महोदया , इस विद्यालय के संस्थापक महोदय का हृदय से सम्मान करता हूॅ , साथ ही उनकी पूरी टीम का भी ! ! आपकी पत्रकारिता बहुत अच्छी लगी ! ! ,,, बुद्ध को , बुद्धा , कहना , हिन्दी क्षेत्र के लोगों को खटकता है ! ! ,,,,, धन्यवाद ! ! !
जयधरती माताजय भारत माता जय संविधान जय लोकतंत्र ❤ धन्य हो मीडिया बहन❤❤❤❤❤
जय भीम नमो: बुधाय बहुत अच्छे विचार है आज इस विद्यालय को देखकर और सुनकर बहुत अच्छा लग रहा है ऐसे स्कूल हर राज्य में होना चाहिए ,,🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
पूजा नलिनी जी को बहुत-बहुत साधुवाद क्रांतिकारी जय भीम नमो बुद्धाय ऐसे स्कूल भारत के हर कोने कोने में होने चाहिए
Mn gd gd hogya thanks I love you Babasaheb Ji I love buddhay ❤❤❤
आप दोनों महान शक्तियों को सादर नमन 🙏
बहुत ही सराहनीय कदम
बहोत बहोत धन्यवाद यह देखकर दिल बहोत खष हुआ यह स्कूल के बच्चे भारत के आदर्ष नागरीक जरूर बनेंगे
इस तरह का स्कूल समता मूलक समाज की स्थापना के लिए हर जगह होना चाहिए जय भीम जय संविधान
भवतु सब्ब मंगलम् !! Great
हमारे समाज की जब पत्रकारिता करते हैं बड़ा गर्व महसूस होता है आप लोगों को हमारा कोटि-कोटि नमन
ये सब देखकर मुझे बहुत अच्छा लगा, मैं कॉलेज का बहुत आभारी हूं जिसमें ऐसी परंपरा को जन्म दिया, जय भीम, जय संविधान
ऐसीही स्कुल हर गावमे होनी चाहीये.सलाम ऐसे लोगो का जिन्होने हमे ऐसे स्कुलका दशर्यन दिया♥️♥️ jay bhim
ऐसे स्कूल कॉलेज पूरे भारत में हर जिले हर कस्बे में खोले जाने चाहिए तभी भारत विश्व गुरु बन सकता है ऐसी जानकारी दिखाने के लिए भी आपको दिल से जय भीम जय भारत जय संविधान जय विज्ञान नमो बुद्धाय
जय भीम नमो बुद्धा जय साविधान जय भारत बहुत अच्छी प्रार्थना करवाते हैं आप लोग समता समानता की स्थापना के लिए बहुत जरूरी है
यह एक ज्ञान का एेसा कार्य है।
जो भविष्य में विकसित होकर पूरे विश्व की दुःखी मानवता को अज्ञान से ज्ञान की ओर ले जायेगा
इस स्कूल की बहुत सारी खूबियों के साथ साथ आप दोनों द्वारा किये जानेवाली प्रस्तुती की शैली मी बहुत ही सराहनीय है!
यह बात बिलकुल सही है कि अगर अपना विकास करना है तो political power होना जरूरी है 💙💙💙
नई पीढ़ी को मजबूत करने का सपना पूरा हो रहा है इसके लिए आप सभी तू बहुत बहुत धन्यवाद जय मूलनिवासी जय भारत जय भीम संविधान
हर स्कूलों में बाबा साहब की जीवनी और बाबा साहब के लिखी हुई सभी पुस्तकों को आवश्यक पढ़ाना चाहिए
Namo buddhhay Jai Bheem Jai bharat . very nice School management ko bahut bahut sadhubad
पूजा जी के बोलने की शैली बहुत ही सुंदर है और उनके व्यक्तित्व में सौम्यता, शालीनता और सरलता है। उच्चारण भी बहुत अच्छा है। उनके लिए बहुत बहुत शुभकामनाएं।
बहुत सुन्दर कार्य कर रहे हैं आप
जय भीम नमो बुद्धाय जय संविधान जय मुलनिवाशी
🙏जय भीम जय संविधान ऐसी स्कूल पूरे भारत में होना चाहिए नमो बुद्धाय 💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙👍💯🇮🇳🇪🇺🇪🇺🇪🇺🇪🇺🇪🇺🇪🇺🇪🇺
जयभिम नमोबुध्दाय जयशिवराय जयसंविधान 💐🌹💐
यह स्कुल देखकर मन बहुत प्रसन्न हुवा। जय भीम नमो बुद्धाय।🙏💐❤🇮🇳
हर स्टेज मैं बाबा साहब जी का स्कूल होना चाहिए पत्रकार दीदी जी आपको शत शत नमन करते है आपने जो दिखाया हम कभी न देख पाते
ਬਹੁਤ ਵਧੀਆ ਵਿਚਾਰ ਧਾਰਾ ਹੈ।ਇਹ ਸਕੂਲ ਹਰ ਜ਼ਿਲ੍ਹੇ ਵਿੱਚ ਖੋਲੇ ਜਾਣੇਂ ਚਾਹੀਦੇ ਹਨ।
हम इस स्कूल के संचालक और यहाँ के अध्यापकों को तथा बच्चों को बहुत बहुत धन्यवाद🙏💕 देते हैं, जय भीम नमो बुद्धाय🙏
हमे आप दोनो जैसे anchor भी चाहिए. पुरे देश मे ऐसे स्कूल बने. जय भीम
ऐसे स्कूल हर जिले हर गांव हर पंचायत में होना चाहिए 🙏🏻🙏🏻 जय भीम,जय संविधान,मेरा भारत महान 🙏🏻🙏🏻
Very nice Speech Madam 🎉🎉❤🎉 Jai Bhim Jai savidhan Jai Bharat
बहुत ही सुन्दर बुदयम शरणम गच्छामि
जय भीम जय संविधान
ऐसे स्कूल हर जिले तहसील और ब्लांक में होने चाहिए
जय मूलनिवासी
पंचशील हर बच्चो को फयदेमंद है यह नैतीकता शिखाता है बहुजन समाज के लोग एक हो जाओ जयभीम जय भारत
स्कूल के ऊपर तिरंगा नहीं लगा ... ये स्कूल नहीं बौद्ध धर्म ज्ञान केंद्र है .... बौद्ध धर्म प्रचार केंद्र है ..स्कूल में सभी धर्म के लोग रहते हैं सिर्फ एक धर्म का प्रचार स्कूल में नहीं करना चाहिए ... स्कूल में राष्ट्र गान और राष्ट्र गीत नहीं गया जा रहा है .... ये कोण सी समानता है जो सिर्फ एक धर्म का प्रचार स्कूल में कर रहा है ....
@@trueindian8668 school me sarswati pooja bhi band kar dena chahiye.
@@trueindian8668 पंचशीलकी शिक्षा सभी मानवमात्रके लिए जरुरी है। आपके पेटमे क्यो दर्द हो रहा है।
@@trueindian8668 आपकी टिप्पणी बहुत ही नींदा जनक है! Kyunki aap सभी लोग बहार देश में केहते की बुद्ध के देश से यहसन्देश पुरे दुनिया को देते है ! तो आप को देश में पंचशील और समानता का विरोध करते हो? इतनी ताकत है तो आरएसएस के नागपूर कार्यालय तिरंगा ध्वज 2002 नही था ? नागपूर में गोडसे का पुतला आरएसएस कार्यालय मे है ! Rajashthan हायकोर्ट में मनू का पुतळा हैं ! उनका विरोध करो याही लोग हैं देशद्रोही! ना की बुद्ध और
ruclips.net/video/yESakj5bUoE/видео.html
ढोंग है ये सब बौद्ध असली असली ही रहेंगे
Great job sir
Great
जय भीम जय भारत जय संविधान
जय भीम
बहुत ही उच्च कोटि का प्रयास बहुत -बहुत धन्यवाद।ऐसी संस्थाएं प्रत्येक जिले में स्थित होनी चाहिए, नमो बुद्धाय, जयभीम।
इस बात से मैं बिल्कुल सहमत हूँ कि जितने महान और प्रतिभाशाली व्यक्तित्व के स्वामी बाबा साहेब अंबेडकर थे उस हिसाब से उनको हमारी पुस्तकों में वो स्थान प्राप्त नहीं हुआ।
कोई बात नहीं भाई जब मनु का टाइम था तब पुस्तकों में स्थापित नहीं हो आपका आपका हमारा टाइम आने वाला पुस्तक मैं स्थापित कर लो बुद्ध जी व बाबा सहाब जी को
आयुष्यामती अन्कर भवतु सब्ब मंगलम. आपको निवेदन है की ,सब स्कुल मे शासकीय स्कूल हो या खाजगी स्कुल हो भगवान बुद्ध ने दिया हुयी त्रिशूल, पन्चशिल वन्दन करना चाहिए इसलिए भारत शासन शासकीय स्थरावर मान्यता देण्यात यावी. यह वन्दन करनेवाले बच्चों का शिल बनता है
धन्यवाद
जयभीम भारत Jaybhim India O.K Thanks Jaybhim
बहुत ही सराहनीय कदम ऐसे ही हर जिले में ऐसा स्कूल होना चाहिए जय भीम नमोबुद्धाय🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼💐💐💐💐💐
बहुत बहुत साधुवाद सभी टिचरो
JANTA LIVE की reporting मुझे बहुत ही अच्छी लगती है.
इनके reporter बहुत ही energetic, जागृत और बाबासाहेब, बुद्ध के विचारो से ओतप्रोत होते है.
यह ऐसे विषयो की reporting करते है जिनपर दुसरे channel कभी कोई reporting नही करते.
बहुत-बहुत साधुवाद इन reporters को!!!!!जयभीम, नमोबुद्धाय!!💐💐💐💐💐
आपकी इस पहल को बहुत बहुत साधुवाद🙏
आप पूरे देश में मेंबर बनाएं,हमारा समाज निश्चित हीआपको सपोर्ट करेगा । प्लीज MP मे भी स्कूल बनाएं ।🙏🙏🙏
शत् शत् नमन ऐसे व्यक्ति को जीन्होने ये स्कुल को बनाया,
इस शिक्षण संस्थान के संस्थापक और उनकी टीम को शत शत नमन।
जय भीम
Jay Bheem Namo buddhay aur bahan aise hi aap Sangharsh karte raho Ham Aapke🎉🎉🎉🎉🎉🎉
नमो बुद्धाय जय भीम जय मूलनिवासी
जनता लाईव +आप को +बाबासाहेब के मिशनरी विद्यालय के संस्थापक सह्रदय बधाईयां ।
जय भीम जय भारत जय संविधान
देश के सभी स्कूलों में ऐसी शिक्षा मिलनी चाहिए जय भीम नमो बुद्धाय
वाह ! क्या बात है! नलिनी जी और पूजा जी ! आपने आज बेहतरीन खबर दिखाई है। अपने समाज को ऐसे ही स्कूल चाहिए। सभी राज्यो के बहुजनो को यहां से संपर्क करके शुरु में 8th क्लास तक के स्कूल चलाने चाहिए उसके बाद जब नीव मजबूत हो जाय तो हाई स्कूल तक फिर इंटर का करना चाहिए। स्कूल के संस्थापक महोदय को दिल से नमन । 💐💐
बड़े गर्व की बात है जय भीम 🙏
स्कूल के ऊपर तिरंगा नहीं लगा ... ये स्कूल नहीं बौद्ध धर्म ज्ञान केंद्र है .... बौद्ध धर्म प्रचार केंद्र है ..स्कूल में सभी धर्म के लोग रहते हैं सिर्फ एक धर्म का प्रचार स्कूल में नहीं करना चाहिए ... स्कूल में राष्ट्र गान और राष्ट्र गीत नहीं गया जा रहा है .... ये कोण सी समानता है जो सिर्फ एक धर्म का प्रचार स्कूल में कर रहा है ....
मा. सोहनलाल गोंदाजी (स्कॉटलंड)
👌👌👌👌👌 💐💐💐💐💐
आपकी सोच् बिलकुल सही ये .
हमारे कोई भी नेताने डॉ.बाबाबसाहेब का ये काम नही केला हे .
हम इस काम आपण योगदान जरुरी देगे . हमें कृपया अपने " एजुकेशन सोसायटी " का ब्राऊचेर देगे तो अच्छा हो जायेगा .
महेंद्र साळवे ; पौर्णिमा ; कल्याण-प जिल्हा- ठाणे ( महाराष्ट्र)
@@trueindian8668 भगवान बुध्द समानता ही सिखाता है।
We must proud of this type of school, Jay bhim Jay savidhan.
नमो बुद्धाय जय भीम बहुत अच्छा सुरुवात है आप लोगो को बहुत बहुत धन्यवाद ऐसा हायस्कूल पुरे भारत मे होना चाहिए
बहुत-बहुत धन्यवाद आपके चैनल का जिसके द्वारा हमें ऐसे स्कूल देखने को मिला जिसमें सत्य और सही पढ़ाया जाता है मैं उन सभी मनुष्यों को भगवान मानता हूं जिन्होंने देश और समाज के लिए अच्छा कार्य किया ऐसे महापुरुषों को मैं कोटि-कोटि नमन करता हूं
Mata Shiksha devi ko sat sat naman 🙏🙏🙏🙏
बिलकुल सही कहा सही मायने में भगवान ये महापुरुष है जो रियल है काल्पनिक नहीं वास्तविक।
सच में हर राज्य में बाबा साहेब के नाम से स्कूल होना चाहिए। जय भीम जय संविधान 🙏🙏🙏
बा बा साहब का सपना हम सब मिलकर पुरा करना चाहिए । जय भीम नमो बुद्धाय। लालजी गौतम मिरजापुर उ प्र।
पूरे विश्व के इन्सान जाति को ऐसी शिक्षा देनी वाली स्कूल पर गर्व करनी चाहिए जय भीम बौद्ध अध्यक्ष छत्तीसगढ़ राज्य
जय भीम जय भारत। सत सत नमन है उन टीचरों को जो बाबा भीमराव के विचारों को आगे बड़ाने का काम कर रहे है
I am from Rajasthan .
It is a fabulous attempt to change India. Jai bhim Namo Budha
बहोत ही सुंदर reporting की हैं स्कूल की। हमारे NRI भाई साहब इस स्कूल को योगदान देते हैं यह बहुत सराहनीय कदम है। काश महाराष्ट्र में भी ऐसे दाता मिले तो ?
🙏🙏🌹🌹 नमो बुद्धाय जय भीम। आपको कोटिश: साधुवाद, शुभकामनाएं, बधाइयां एवं आभार।
डॉ० हेमंत कुमार राजन बलिया उत्तरप्रदेश उत्तर प्रदेश
किस कदर लड़े होंगे वो एक अकेले इंसान 😒
जिनको हराने के लिए आज भी उनकी मुर्तियां तोड़ी जाती हैं।🤦♀️😢😳
Very nice school and teachers 👍☝️✍️🖊️📚🙏
Thanks all of you 🙏😊
Jai Bhim namo buddhye 🙏🙏
बिल्कुल सही बात है सर जी। सोचकर भी रूह कांप जाती है। महामानव बाबा साहिब जी को कोटि कोटि नमन।
ऐसे ही स्कूल देश के हर शहर में होना चाहिए। जय भीम!!!
Aapne shi kaha h ji
जय भीम जय मूलनिवासी
तुम डॉ भीमराव अम्बेडकर बाबा साहेब जी के मिशन को आगे बढ़ाते रहो हम तुम्हारे साथ है ❤❤❤❤❤
बहुत-बहुत बधाई ऐसे लोग जो ऐसा ऐसा स्कूल को हर एक जिला में हर राज में ऐसा स्कूल खोले सके
सपनों की दुनिया का स्कूल भारत के कोने-कोने में होना चाहिए धन्यवाद आप सभी का जय भीम जय भारत जय संविधान
Symbol of knowledge, Dr. Babasaheb Ambedkar.. jay bhim🙏🙏🙏💙💙 Namo buddhay 🙏💙💙
ऐसे स्कूल महारास्ट्रा मे भी होना चाहिये धन्यवाद जयभीम जय महाराष्ट्र जय भारत नमो बुद्धाय का उद्घोष होगा
स्कूल के ऊपर तिरंगा नहीं लगा ... ये स्कूल नहीं बौद्ध धर्म ज्ञान केंद्र है .... बौद्ध धर्म प्रचार केंद्र है ..स्कूल में सभी धर्म के लोग रहते हैं सिर्फ एक धर्म का प्रचार स्कूल में नहीं करना चाहिए ... स्कूल में राष्ट्र गान और राष्ट्र गीत नहीं गया जा रहा है .... ये कोण सी समानता है जो सिर्फ एक धर्म का प्रचार स्कूल में कर रहा है ....
@@trueindian8668 Bhai Hamare desh ka tiranga 365 din lagake nhi rakh sakte
@@robbyjaykar9234 Hn...sahi hai...lakin school ke uper ek dhrm ka dhwaz nahi laganana chahye.... Jab ek hi dhrm ka parchar karna tha ..tab school naam kyo diya...likh dete bodhh dhrm parchar kendra...
जय भीम नमो बुद्धाय जय भारत खरंच असेच स्कूल महाराष्ट्रात झाली पाहिजे
@@lahanesaheb1377 अम्बेडकर के बारे में फैलाये गये मिथक और उनकी सच्चाई ?
1- मिथक- अंबेडकर बहुत मेधावी थे ।
सच्चाई - अंबेडकर ने अपनी सारी शैक्षणिक डिग्रीयां तीसरी श्रेणी में पास की ।
2- मिथक - अंबेडकर बहुत गरीब थे !
सच्चाई -जिस जमानें में लोग फोटो नहीं खींचा पाते थे उस जमानें में अंबेडकर की बचपन की बहुत सी फोटो है , वह भी कोट पैंट और टाई में !
3 - मिथक- अंबेडकर ने शूद्रों को पढ़ने का अधिकार दिया !
सच्चाई -अंबेडकर के पिता जी खुद उस ज़माने में आर्मी में सूबेदार मेजर थे ! इसके अलावा सविंधान बनाने वाली सविंधान सभा में 26sc और 33st के सदस्य शामिल थे !
4- मिथक- अंबेडकर को पढ़ने नहीं दिया गया ।
सच्चाई -उस जमानें में अंबेडकर को गुजरात बडोदरा के क्षत्रिय राजा सियाजी गायकवाड़ नें स्कॉलरशिप दी और विदेश पढ़ने तक भेजा और ब्राह्मण गुरु जी ने अपना नाम अंबेडकर दिया ।
5- मिथक- अंबेडकर नें नारियों को पढ़ने का अधिकार दिया !
सच्चाई- अंबेडकर के समय ही 15 पढ़ी लिखी औरतों ने संविधान लिखने में महत्वपूर्ण योगदान दिया !
6- मिथक- अंबेडकर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे !
सच्चाई -अंबेडकर नें सदैव अंग्रेजों का साथ दिया भारत छोड़ो आंदोलन की जम कर खिलाफत की अंग्रेजों को पत्र लिखकर बोला कि आप और दिन तक देश में राज करिए उन्होंने जीवन भर हर जगह आजादी की लड़ाई का विरोध किया ।
7- मिथक - अम्बेडकर बड़े शक्तिशाली थे !
सच्चाई- 1946 के चुनाव में पूरे भारत भर में अंबेडकर की पार्टी की जमानत जप्त हुई थी ।
8- मिथक अंबेडकर नें अकेले आरक्षण दिया !
सच्चाई- आरक्षण संविधान सभा में दिया जिसमें कुल 299 लोग थे , अंबेडकर का उसमें सिर्फ एक वोट था आरक्षण सब के वोट से दिया गया था और भारत में कई दलित जातियों को आरक्षण 1909 में ही दे दिया गया था !
9- मिथक- अंबेडकर ने सविंधान बनाया ।
सच्चाई- अंबेडकर केवल संविधान के प्रारूप समिति के अध्यक्ष थे जबकि पूरी संविधान सभा के अध्यक्ष परम् विद्वान डाक्टर राजेंद्र प्रसाद जी थे और सविंधान का मसौदा , ढांचा बी एन राव ने बनाया था !
10- मिथक- अंबेडकर राष्ट्रवादी थे
सच्चाई -1931 में गोलमेज सम्मेलन में गांधी जी से भारत के टुकड़े करने की बात कर दलितों के लिए अलग दलिस्तान की मांग की थी ।
11 मिथक- आरक्षण को लेकर संविधान सभा के सभी सदस्य सहमत थे ।
सच्चाई- इसी आरक्षण को लेकर सरदार पटेल से अंबेडकर की कहा सुनी हो गई थी । पटेल जी संविधान सभा की मीटिंग छोड़कर बाहर चले गये थे , बाद में नेहरू के कहने पर पटेल जी वापस आये थे । सरदार पटेल ने कहा कि जिस भारत को अखण्ड भारत बनानें के लिए भारतीय देशी राजाओं , महराजाओं , रियासतदारों , तालुकेदारों ने अपनी 546 रियासतों को भारत में विलय कर दिया जिसमें 513 रियासतें क्षत्रिय राजाओं की थी । इस आरक्षण के विष से भारत भविष्य में खण्डित होने के कगार पर पहुंच जाएगा ।
12- मिथक- अंबेडकर स्वेदशी थे ।
सच्चाई - देश के सभी नेताओं का तत्कालीन पहनावा भारतीय पोशाक धोती - कुर्ता , पैजामा - कुर्ता , सदरी व टोपी , पगड़ी , साफा आदि हुआ करता था । गांधी जी नें विदेशी पहनावा व वस्तुओं की होली जलवाई थी । यद्यपि कि नेहरू , गाधीं व अन्य नेता विदेशी विश्वविद्यालय व विदेशों में रहे भी थे फिर भी स्वदेशी आंदोलन से जुड़े रहे।अंबेडकर की कोई भी तस्वीर भारतीय पहनावा में नहीं है । अंबेडकर अंग्रेजियत के हिमायती थे । अंत में चाहता हूँ कि अंग्रेज जब भारत छोड़ कर जा रहे थे तो अपने नापाक इरादों को जिससे भविष्य में भारत खंडित हो सके के रुप में अंग्रेजियत शख्सियत अंबेडकर की खोज कर लिए थे ।
ऐतिहासिक विद्यालय की जानकारी से मन प्रसन्न हुआ. यह विद्यालय हर दर्शक/श्रोता के लिए प्रेरणादायक है. समतामूलक समाज की स्थापना की दृष्टि से ऐसे विद्यालय भारत के हर जनपद में स्थापित होने चाहिए. स्थापित हो भी रहें हैं. शिक्षा ही मुक्ति का मार्ग है. ज्ञान के प्रकाश से ही अज्ञान का अंधकार दूर होगा. नमो बुद्धाय🌷 जय भीम 🙏🙏
Jai bhim namo budhay
@@gsys1892 स्कूल के ऊपर तिरंगा नहीं लगा ... ये स्कूल नहीं बौद्ध धर्म ज्ञान केंद्र है .... बौद्ध धर्म प्रचार केंद्र है ..स्कूल में सभी धर्म के लोग रहते हैं सिर्फ एक धर्म का प्रचार स्कूल में नहीं करना चाहिए ... स्कूल में राष्ट्र गान और राष्ट्र गीत नहीं गया जा रहा है .... ये कोण सी समानता है जो सिर्फ एक धर्म का प्रचार स्कूल में कर रहा है ....
@@trueindian8668 आपके ब्राह्मणोके कार्यालयोपर तिरंगा नही होता तथा उनके स्कूलपर तिरंगा नही होता।
Shandar jabardast jindabad ❤
Jay Bhim Jay Bharat Jay Samvidhan 🙏🏻
इस स्कूल का दृश्य देखकर मेरे पास इसकी महानता के बारे में शब्द ही नहीं मिल रहे लेकिन
इतना जरूर कहूँगा कि
"इसे देखकर मुझे ऐसा लग रहा था जैसे मैं बाबासाहेब आंबेडकर जी🙏के सपनो का @बौध्दमय भारत@ देख रहा हूँ।🙏
अगर अपनी जिन्दगी में कुछ हासिल कर पाया तो इस प्रकार की स्कूल मैं अपने गाँव-शहर और जिले में जरूर बनवाउँगा। यह मेरा प्रण है।
नमो बुद्धाय🇲🇺जय भीम🇪🇺जय भारत🇮🇳जय संविधान📔जय विज्ञान💡🔬जय मूलनिवासी-बहुजन समाज🙏
Excellent school जयभिम नमो बुद्धा य 🙏🙏🙏
Mera Soch hai aise hi School ambedkarwadiyon ko kholna chahie Namo buddhay Jay Bheem