बड़े दुख की बात है कि हिंदूओ का ठीक तरह से मार्गदर्शन और कंट्रोल करने वाली कोई संस्था नही है और जो कर रहे हैं वे भी एकमत नहीं है सभी अपनी अपनी डफली बजा रहे हैं। यही हिंदूओ की दुर्दशा का कारण है। जिस राम मंदिर की इतनी लहर चली थी सभी को उसको मानना चाहिए था पर वैष्णो देवी मंदिर में तथा और भी कई मंदिरों में एक नंवबर को दिवाली मनाई जा रही है।अगर हम अपने त्योहार मनाने में एकमत नहीं हो सकते तो और मामलों में कैसे होंगे।
Margdarshan karnewala hai abhi mukteshwar sankracharay Jo apne ko hindu ke King samajhta hai aise log ke chalte hindu barbad hai ek nahi ho raha hai aise log bacout kare yehi hamlog ka dharam hai
अमावस की रात को लक्ष्मी पूजन होता है इसलिए अमावस की रात 31 अक्टूबर है इसलिए 31 को माना जाएगा , 1 नवंबर को रात मै अमावस नही है इसलिए 1 को पूजन करना संभव नहीं है
जन्म और मृत्यु बिना मुहूर्त को होता है, लेकिन पंडित सब जीवन भर मुहूर्त खोजते रहते हैं, सभी पर्व को दो दिन कर दिए हैं, सनातन धर्म को मज़ाक बना दिये हैं,
भारत में अमावस की रात को दिपावली मनाई जानी चाहिए। क्योंकि राम अमावस के दिन घर लौटे थे वो कोई शुभ मुहूर्त देख कर घर नहीं आये थे। उनके चौहदे बरस पूरे अमावस के दिन को हुआ था। राम के घर लौटने वाली रात में लोगों ने दिये जलाये थे। इस में मूहुर्त का लफडा क्यों डाल रहे विधवान लोग।
31 तारीख को पूरी रात अमावस्या है 1 नवंबर को दोपहर डेढ़ 17:06 बजे तक अतः शुभ संयोग है 31 अक्टूबर कि रात्रि को दीपावली लक्ष्मी पूजन करना चाहिए thanks राम राम जी
ओम नमः शिवाय❤ दिल से❤ सृष्टि पर तो रावण अभी तक मरा नही है 🌞 हर साल कद ऊँचा हो जाता है रावण का😮 ❤दीपा अवाली का समय अभी आया नही है🌞🌈 ❤जब तक मनुष्य को देह का भान है🌈 तब तक दीपा अवली मना नही सकते🎉 ❤ मनुष्य को देह भान समाप्त हो❤ आत्मिक अस्मृति मे सदा के लिए स्थित हो❤ तब कहा जाय दीपा अवली हुआ❤❤❤❤❤
@@Prabhunarayan-dl9mu क्या फायदा होगा पहली बात सहज सरल चैतन्य होकर न्यायपूर्वक सबके लिए समान अवसर प्रदान करते हुए जीवन जियो दीपावली रात में मनाओ न मनाओ प्रेम बांटो पाखंडियों झूठों के शब्द जाल से मुक्त रहो स्वतंत्र भारत का अहसास कराओ। ये सब पाखंडी कुलीन राजतंत्र की नियति लोकतंत्र में स्थापित रखना चाहते हैं।
@@MadhuriRai-lf7db पंचांग मे 31अक्टूबर को दीपावली है, आप सभी देशवासियों से अपील व प्रार्थना करता हूँ कि आप सभी 31को दीपावली का दीपावली का पर्व मनाये 👆💯👆💯👏👏👏👏👏👏🤍🌹💘💥🌻🆎
हमारे हिंदू समाज में यही विडंबना है कि सब मार्ग अलग अलग बताते हैं लेकिन वास्तव मार्ग क्या है इन पंडितों को भी नहीं मालूम है सब अपनी अपनी दुकानदारी चला रहे हैं हर समय शुभ होता है परमात्मा की दया से कोई अशुभ समय होता ही नहीं है
तर्कोऽप्रतिष्ठः श्रुतयो विभिन्ना नैको ऋषिर्यस्य मतं प्रमाणम्। धर्मस्य तत्त्वं निहितं गुहायाम् महाजनो येन गतः सः पन्थाः। अर्थात् जीवन जीने के असली मार्ग के निर्धारण के लिए कोई सुस्थापित तर्क नहीं है, श्रुतियाँ (वेद-शास्त्र) भी भाँति-भाँति की बातें करती हैं। ऐसा कोई ऋषि/चिंतक नहीं है जिसके वचन प्रमाण कहे जा सकें। वास्तव में धर्म का मर्म तो गुहा (गुफा) में छिपा है, यानी बहुत गूढ़ है। ऐसे में समाज में श्रेष्ठ व्यक्ति जिस मार्ग को अपनाता है वही मार्ग अनुकरणीय है।
देश में अनेक मुद्दे हैं जीन पर चर्चा परिचर्चा होने चाहिए। जैसे महंगाई, बेरोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य, पानी, बिजली, सड़क आदि पर होनी चाहिए। आगे हम सभी समझदार हैं।
सभी धर्मों आचार्य को सुनने के बाद क्योंकि 90 % आचार्यो का निर्णय 31 का है और धर्म अनुसार दिन की पूजा नक्षत्र के अनुसार होती हैं अमावस्या 31 तारीख को पूर्ण रूप से है 1, तारीख को पढ़वा जो की शुभ नहीं मानी जाती इसलिए 31 अक्टूबर को ही दिपावली मानानी चाहिए
ज हां 4 तेली त हां बात पेलि । ज हां 4 भुजजी त हां बात उजझी । ज हां 4 पण्डित त हां बात खंडित ।यह हाल हैं हमारे सनातन धर्म का। जय श्री राम ।जय श्री राम ।
अरे भोले मानव! यदि घर, परिवार, प्रदेश, देश में अमन चैन है तो हर दिन दिपावली है और यदि कलह और सुकून नहीं तो काहे की दिपावली काहे की होली! सर्वे भवन्तु सुखिन!
Mere hisab se 1 November ko , kyunki dushera 12 oct ko tha , or hamesha ki tarah Diwali dusherra ke 20 din baad ati hai, chahe purane calendar se check kar lo
31,10' को birbar है लेकिन 13:46 mahilay बाल नहीं dhoti हैं और pitro ka pujan subah के सामय होता है उस दिन chatur dasi भी है और 1 ,11 को sukr bar है जो Lakshmi जी का दिन भी है इसलिए sukr bar को Diwali manana ज्यादा subh होगा जय श्री राम जय मां Lakshmi जी जय श्रीं bishnu bhag ban की श्री ganeshay naman ❤
Bhai surya sparsh ansh 1 hota h chandr sparsh 11 hota h dipotsav raat ka hota h isiliye pitri pujan 1 ansh hota h mtlb surya ka pujan [ pitri puja ] vo 1 nov ko h
भगवान प्रभु श्री राम जी के केविवाह में सभी बड़े बड़े विद्वान लोगों ने मुहुर्त निकालीं थी मगर माता सीता और राम जी को कभी भी सुख नहीं मीला था इसलिए मन शांत करके जब भी इक्षा हो प्रभु को याद करके पुजा कर लेना चाहिए क्योंकि पैदा होने में और मृत्यु का कोई मुहुर्त नहीं होता है
जो दस पंडित डिबेट में बैठे हैं वही पहले सब लोग मिलकर के त्योहारों का निर्णय ले ले तो इतनी ह😢सीन ना हो हम लोगों की,,, इन पंडितों का आपस में बहुत मतभेद है ,
31को अक्टूबर को निशा काल मे ही और प्रदेश काल भी है 1नबम्बर को शिर्फ प्रदेश काल मे है किंतु निशा काल मे अमाबश्या नही होगी 👆💯👆🙏🙏🙏🤍💘🌹👏👏🆎जय माँ लक्ष्मी माँ
Happy Diwali hamare samjhh me ye aa rha 31 ko Lakshmi pujan aur Khushi dono din manaye puja bhi kre bahut khushi ki baat abki baar do day Diwali manane ka awsar mila h Jai Sri ram
श्वेता जी को नमष्कार दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ व् बधाई अग्रिम बधाई हो 31अक्टूबर को दीपावली मनाएं वैदिक संस्कृति यही कहती है की दीपावली निशा पूजा होती है पंचांग में, 31अक्टूबर को है 👆💯👆💯👏👏👏👏👏👏👏🤍🌹🤍🌹💘💘💘💥🌻💥🌻🆎
ज्ञान के देवता हर चीज में शिक्षा घुसानी जरूरी नहीं है, शिक्षा अपनी जगह है और धर्म अपनी जगह है और धर्म भी शिक्षा का एक अंग है। दूसरी बात दो चीजें या कार्यक्रम समांतर भी चल सकते हैं इसलिए जरूरी नहीं कि एक चीज को बंद करके ही दूसरी चीज स्थापित करें।अपना ज्ञान अपने पास रखें।क्या आप सारा जीवन सिर्फ शिक्षा के साथ व्यतीत कर सकते है? मनुष्य को शिक्षा के साथ धर्म , नैतिक मूल्य , धन , श्रृंगार,रस, मनोरंजन, खेल, स्वास्थ्य , काम, भक्ति, शौर्य इत्यादि एवं अन्य सभी चीजों की आवश्यकता होती है और इनका एक निश्चित समय होता है और किसी का भी कम महत्व नहीं है।
साध्वी विश्वरूपा ने सही कहा। व्रत, पर्व, त्योहार तथा श्राद्ध आदि का निर्णय धर्म सिन्धु तथा निर्णय सिन्धु के अलावा तिथि तत्व नामक ग्रंथों के अनुसार किया जाता है। इन ग्रंथों के अनुसार एक नवम्बर को दीपावली का त्यौहार मनाया जाना चाहिए।
Hindu TOYHAR calender ke hisab se nhi , panchang ke hisab se hote h, jaha English Callender ke hisab se 12 baje rat ko dusra din lgta h mgr shatra k hisab se agle rat 2:30 bje ek din khtm hota h or 3 bje se bharam murt ya dusra din lgta h, isliye humare yaha subha 3 bje se 5 bje tk log paja , dhayan or kartik snan krte hai ... Jbki english Callender vale subha 8 bje church jate h....
शास्त्रों का और पंडितों का काम है कि हिंदुओं को डबल त्योहार मनाना चाहिए मुस्लिम का हमेशा एक ही बनता है हिंदुओं को डबल क्यों बनाए जाते हैं हिंदुओं को कभी एक त्यौहार नहीं मनाया जा सकता हर त्यौहार दो दिन क्यों मनाया जाता है
मैम कब तक इनको बुलाकर जनता को बेवकूफ बनवायेंगी शायद याद हो विश्व कप भारत इनके अनुसार 99% जीत रही थी और हार गए आप जनसेवक है जनता की तकलीफ रखे लोग खुश है त्योहार मनाकर
जो भारत में श्रीरामचंद्र जी के आगमन पर संतुष्ट हैं वे स्वागत करें जिन्हें श्रीरामचंद्र के आगमन पर संतुष्टी नहीं वे अपनी मर्जी से मनाए जय जय शिव शंकर जी महादेव
दिवाली का सबसे शुभ मुहूर्त 31 अक्टूबर को है और 6:16 पर तथा 8:18 तक जला सकते हैं और रात को 11:26 पर 12:36 तक रहेगा सबसे अच्छी तारीख मेरे देशवासियों 31 अक्टूबर को है और आप लोग इसी दिन दिवाली मनाएं किसी के कहने पर नए जाएं जो विधि विधान में है उसी का पालन करें जय श्री राम जय जगत जननी❤❤
ये सब एकमत कब होंगे। क्यों एक ही धर्म में रहकर अलग अलग मत प्रकट करते हो।गांव की जनता को सब पता है कब दिवाली है।आप लोग ज्योतिषी के नाम पर केवल पैसा कमाने का काम करते हो। सीधा सा पता है कि अमावस्या को दिवाली मनाई जाती है। ये केवल खुशी के लिए श्रीराम जी के वापस आने के लिए। जागो जन जागो।इन लोगों की बातों में मत आओ ये लोग एकमत नहीं हैं।सभी को दिवाली की हार्दिक शुभकामनाएं। एकमत होके बयान जारी किया जाए।
बड़े दुख की बात है कि हिंदूओ का ठीक तरह से मार्गदर्शन और कंट्रोल करने वाली कोई संस्था नही है और जो कर रहे हैं वे भी एकमत नहीं है सभी अपनी अपनी डफली बजा रहे हैं। यही हिंदूओ की दुर्दशा का कारण है। जिस राम मंदिर की इतनी लहर चली थी सभी को उसको मानना चाहिए था पर वैष्णो देवी मंदिर में तथा और भी कई मंदिरों में एक नंवबर को दिवाली मनाई जा रही है।अगर हम अपने त्योहार मनाने में एकमत नहीं हो सकते तो और मामलों में कैसे होंगे।
agreed
Margdarshan karnewala hai abhi mukteshwar sankracharay Jo apne ko hindu ke King samajhta hai aise log ke chalte hindu barbad hai ek nahi ho raha hai aise log bacout kare yehi hamlog ka dharam hai
Raha hai aise log ke chalte hindu badnam hai dusre log majak banate hai aise log ko bacout kare yehi hamlog ka dharam hai
परम सत्य कहा,,
Shankaracharya ji ne 31 oct bata diya
भाई इतना क्या सोचना 31 और 1 , दोनों दिन माता लक्ष्मी की पूजा कर लो, दो दिन दिवाली मना लो, क्या दिक्कत है, ।।
तो रोज मना लो न पहले भी तो त्यौहार मनाए जाते थे
जबसे आदमी ज्यादा पढ़ लिख गया है तबसे और भी ज्यादा बेवकूफ हो गया है
जो बाहर है वो कहा जाएंगे
@@Om-437 महाज्ञानी प्रभु आप ही क्यों न हम बेवक़ूफ़ को पक्का मुहूर्त बता देते, फोकट का 10 लोग मिलकर सर फोड़ रहे है।
हाँ यह भी सही, एक दिन छोटी दीवाली और दूसरे दिन बड़ी दीवाली मना लें 😂❤
@@Kalisingh43 गलती हो गई प्रभु मार्गदर्शन आप ही करें हम तो 1 तुच्छ से प्राणी हैं
अमावस की रात को लक्ष्मी पूजन होता है इसलिए अमावस की रात 31 अक्टूबर है इसलिए 31 को माना जाएगा , 1 नवंबर को रात मै अमावस नही है इसलिए 1 को पूजन करना संभव नहीं है
Bilkul sahi
😮😊8😅7😊😅08oioo
😊
Bilkul sahi
31 correct h.. 1 ko amavasya nhi h.
31/10/2024 Jai Shri Ram 🙏🙏🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩
३१ वाले लाइक करे ❤❤❤
❤❤❤
❤❤@@gopalnarayansharma995
@@SanjaySingh-jq6fj 31nahi 33 hota hai
जन्म और मृत्यु बिना मुहूर्त को होता है, लेकिन पंडित सब जीवन भर मुहूर्त खोजते रहते हैं, सभी पर्व को दो दिन कर दिए हैं, सनातन धर्म को मज़ाक बना दिये हैं,
Janm bina mahurt ke hota h isliye to mrityu hoti h 😅😂
पंडित है तो भारत हे। ईनका मजाक मत वानाऊ।
@@SujoyBhattacharjee-n1ohii
@@adityasharma2235hii
@@adityasharma2235hii
संसार में कभी सुर्य कभी अस्त नहीं होता जिसे अस्त मानते हैं वही कहीं उदय है।
Right aise to USA me rahne wale hindu kab celebrate karege diwali
भारत में अमावस की रात को दिपावली मनाई जानी चाहिए। क्योंकि राम अमावस के दिन घर लौटे थे वो कोई शुभ मुहूर्त देख कर घर नहीं आये थे। उनके चौहदे बरस पूरे अमावस के दिन को हुआ था।
राम के घर लौटने वाली रात में लोगों ने दिये जलाये थे।
इस में मूहुर्त का लफडा क्यों डाल रहे विधवान लोग।
ऐसा बैठक एक वर्ष पहले ही होना चाहिए था जिससे सनातन धर्म का उपहास न हो
श्वेता जी आप तो प्रबुद्ध है शास्त्र निर्णय हेतु योग्य विद्वानों का आह्वान होना चाहिये यहां आचार्य राजकुमार जी ही योग्य विद्वान है
31 तारीख को पूरी रात अमावस्या है 1 नवंबर को दोपहर डेढ़ 17:06 बजे तक अतः शुभ संयोग है 31 अक्टूबर कि रात्रि को दीपावली लक्ष्मी पूजन करना चाहिए thanks राम राम जी
❤🎉😮 दीवाली पर एक साथ कई लोग भी आज ही मन खुश होता है
शंकराचार्य जी बोले है कि 31 को मनाए करके ।।जय मां लक्ष्मी।।
Hum Sab Hindu Sanatani 31 Ko Manayenge Diwali 🎇 Jai Shree Ram 🚩🚩🚩
31 अक्टूबर 2024 सर्वश्रेष्ठ है
ओम नमः शिवाय❤ दिल से❤
सृष्टि पर तो रावण अभी तक मरा नही है 🌞 हर साल कद ऊँचा हो जाता है रावण का😮
❤दीपा अवाली का समय अभी आया नही है🌞🌈
❤जब तक मनुष्य को देह का भान है🌈 तब तक दीपा अवली मना नही सकते🎉
❤ मनुष्य को देह भान समाप्त हो❤
आत्मिक अस्मृति मे सदा के लिए स्थित हो❤ तब कहा जाय दीपा अवली हुआ❤❤❤❤❤
Right ancer
जय भारत जय हिंदुस्तान❤❤❤
ये निर्णय पहले ही दे दिया जाता तो हम उपहास के पात्र नहीं होते जय श्री राम
Hamare hindu dharm me chutyapa bhot hai 😂😂😂😂😂😂
Jai shree Ram Happy Diwali 🎇🎇🎇🎇🎇🎇🙏🙏🙏🙏🙏
मेरी प्रार्थना है सुविधा दुविधा से मतलब न हो कर एक ही दिन तय किया जाये तो एकता का भाव कायम रहेगा ।
@@Prabhunarayan-dl9mu क्या फायदा होगा पहली बात सहज सरल चैतन्य होकर न्यायपूर्वक सबके लिए समान अवसर प्रदान करते हुए जीवन जियो दीपावली रात में मनाओ न मनाओ प्रेम बांटो पाखंडियों झूठों के शब्द जाल से मुक्त रहो स्वतंत्र भारत का अहसास कराओ। ये सब पाखंडी कुलीन राजतंत्र की नियति लोकतंत्र में स्थापित रखना चाहते हैं।
पंडित लोगों ने सनातन धर्म का मज़ाक़ बना दिया है बचपन से हमेशा गोधूली बेला में मनाते देखा है
Sahi kaha hai bhai aapne pandito ne beda garak kar diya hai katak mahatam me bi pahle pittar pujan baad me luxmi Pujan bataya gaya hai
अभी भी मना लो क्यों पंडित के चक्कर मे पड़ रहे हो
परम सत्य कहा 🎉
@@MadhuriRai-lf7db पंचांग मे 31अक्टूबर को दीपावली है, आप सभी देशवासियों से अपील व प्रार्थना करता हूँ कि आप सभी 31को दीपावली का दीपावली का पर्व मनाये 👆💯👆💯👏👏👏👏👏👏🤍🌹💘💥🌻🆎
Right ek dam.
हमारे हिंदू समाज में यही विडंबना है कि सब मार्ग अलग अलग बताते हैं लेकिन वास्तव मार्ग क्या है इन पंडितों को भी नहीं मालूम है सब अपनी अपनी दुकानदारी चला रहे हैं हर समय शुभ होता है परमात्मा की दया से कोई अशुभ समय होता ही नहीं है
Aapne ekdum thik kaha ji
तर्कोऽप्रतिष्ठः श्रुतयो विभिन्ना नैको ऋषिर्यस्य मतं प्रमाणम्।
धर्मस्य तत्त्वं निहितं गुहायाम् महाजनो येन गतः सः पन्थाः।
अर्थात् जीवन जीने के असली मार्ग के निर्धारण के लिए कोई सुस्थापित तर्क नहीं है, श्रुतियाँ (वेद-शास्त्र) भी भाँति-भाँति की बातें करती हैं। ऐसा कोई ऋषि/चिंतक नहीं है जिसके वचन प्रमाण कहे जा सकें। वास्तव में धर्म का मर्म तो गुहा (गुफा) में छिपा है, यानी बहुत गूढ़ है। ऐसे में समाज में श्रेष्ठ व्यक्ति जिस मार्ग को अपनाता है वही मार्ग अनुकरणीय है।
Right bhai ek dam
Right ji
देश में अनेक मुद्दे हैं जीन पर चर्चा परिचर्चा होने चाहिए। जैसे महंगाई, बेरोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य, पानी, बिजली, सड़क आदि पर होनी चाहिए। आगे हम सभी समझदार हैं।
वास्तव में 31 अक्टूबर को ही दीपावली मनायी जाना चाहिए!!❤🎉❤
😅😅😅
31 अक्टूबर को ही दीपावली मनाना यथेष्ट है क्योंकि प्रदोषकाल और निशीथ काल दोनो में अमावस्या है !
३१ को घर में और १ को व्यापार के स्थल पर
सबसे अच्छा तारीख 31 अक्टूबर को है सभी भारतवासी इसी तारीख को मनाया दिवाली सभी देशवासियों को दीपावली की हार्दिकशुभकामनाएं🎉🎉❤❤
यह वही पंडित है जिन्होंने 10 वर्षों के अंदर हर त्योहार को दो बार मनाया है
Doubal kmaai
Rightvek dam.
Sahi kaha bhai
ये पंडित सभी त्यौहार मैं हमेशा दो दिन को करते हैं परंतु मेरे उम्र 55बरस है पहलै ऐसा कभी नहीं होता था
Bahot achha kam kiye aapke chenal ne 🎉
Jay Mata Laxmi ji
जिसके पास खूब पैसा है उसकी तो रोज दिवाली है नेताओं की तो रोज दिवाली है क्योंकि पैसा ही तो लक्ष्मी का रूप है😂😂
❤❤❤❤❤❤
Thik bat h
😂😂😂😂🤑🤑💸💰🎇🎆🎁🧨
Moj kardi bhai
50% pandit NDA se hain
50%pandit INDIA se hain
भगाओ मजाक बना दिया दिवाली का
सभी धर्मों आचार्य को सुनने के बाद क्योंकि 90 % आचार्यो का निर्णय 31 का है और धर्म अनुसार दिन की पूजा नक्षत्र के अनुसार होती हैं अमावस्या 31 तारीख को पूर्ण रूप से है 1, तारीख को पढ़वा जो की शुभ नहीं मानी जाती इसलिए 31 अक्टूबर को ही दिपावली मानानी चाहिए
शुभ अशुभ नहीं लंका से राम घर अमावस के दिन को आये थे न कि चतुर्थ दी को
1 NOVEMBER DEEPAWALI SHUBH HAI ..........❤
दीपावली में नक्षत्र उतना आवश्यक नहीं है जितना अमावस्या आवश्यक है।
साल में 365दिन होता है वह सभी दिन शुभ होता है
1 din me 24 hore hote hai tum kabhi bhi so sakte hai rat q sote ho😅😅
दो दिन दीपावली होने से व्यपारी की बल्ले दो दिन दीप जलाने से व्यपारी क़ो फायदा होगा
ज हां 4 तेली त हां बात पेलि । ज हां 4 भुजजी त हां बात उजझी । ज हां 4 पण्डित त हां बात खंडित ।यह हाल हैं हमारे सनातन धर्म का। जय श्री राम ।जय श्री राम ।
@@vimalgupta5251 राइट पाखंडियों झूठों का शब्द जाल। गुलामों की स्थिति में भारत आज भी।
Bhai mja aaya 😢 pl aap mob no dijiye
31 अक्टूबर को दिवाली गृहस्थ मनाएं घर पर!
1 नवंबर को ऑफिस दुकान पर मनाए!
दोनों दिन मनाए! खुश रहें!
पंडित पर से लोगों का विश्वास नहीं करना चाहिए। 31 तारीख को सूर्योदय काल के बाद है, अमावस्या इसलिए 1 नवम्बर को होना चाहिए।
अरे भोले मानव! यदि घर, परिवार, प्रदेश, देश में अमन चैन है तो हर दिन दिपावली है और यदि कलह और सुकून नहीं तो काहे की दिपावली काहे की होली! सर्वे भवन्तु सुखिन!
😂😂😂😊😊
Pandit Rajkumar ji ne sahi baat boli Ghar main 31st October ko aur vyaapaari varg 1 Nov ka Deepawali manaa sakta hain.
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं 🙏🙏 31 अक्टूबर को आस्था के साथ दिवाली मनाना शुरू करें। क्योंकि मां काली की पूजा केवल अंधेरी रात में ही की जाती है।🙏🙏
बहुत सुंदर महाराज जी सरस्वतीजी जय हो आपकी महाराजजी
ਸਦਾ ਦਿਵਾਲੀ ਸਾਧ ਦੀ ਅੱਠਪਾਹਰ ਰੱਬ ਜੀ ਦਾ ਨਾਮ ਜੱਪਣ ਦੀ ਆਦਤ ਪਾਉਣੇ ਤੁੰ ਰੱਬ ਦਾ
1 तारीख को दीपावली मनाओ सभी हिंदुओं साधुओं से मेरा निवेदन है
31 तारीख को हम लक्ष्मी पूजा करतेहैं 🙏
thanks 🙏😊pandit jiiii
🙏
Me hindu 🕉️ hoon or hum dalit samaj se aata hoon lekin brahman humare bhai hai 😊❤
Tum sabse pehle sanatani hao baaki kiss caste se hai iska koi farak nahi padata🤔🤔🤔🤔
31अक्टुबर अमावस है।रात में पुजा जाता है।1नोम्बर को अमावस नही है।रात मै,31को सही है।बाकी अनाडी है।
1 ko mnegi lakshmi ji ke priya vaar ke din 😊
अमावस 1 को ही है।
राम घर अमावस को ही आये थे।
छिंदवाड़ा से 🎉
Mere hisab se 1 November ko , kyunki dushera 12 oct ko tha , or hamesha ki tarah Diwali dusherra ke 20 din baad ati hai, chahe purane calendar se check kar lo
Nhi ye tum christian calendar ke hisab se bta rahe ho do tithi ek din bhi hoti hai jaise iss baar navratri mai ashtmi aur navmi ek hi thi
जी बिल्कुल 1 नवंबर की ही दिपावली है
Having Aaron Finch at 4ra events brings a spark of trust and high-caliber sportsmanship
31,10' को birbar है लेकिन 13:46 mahilay बाल नहीं dhoti हैं और pitro ka pujan subah के सामय होता है उस दिन chatur dasi भी है और 1 ,11 को sukr bar है जो Lakshmi जी का दिन भी है इसलिए sukr bar को Diwali manana ज्यादा subh होगा जय श्री राम जय मां Lakshmi जी जय श्रीं bishnu bhag ban की श्री ganeshay naman ❤
हम 31 तारीख को दीपावली मनाएंगे❤❤❤❤🎉🎉🎉🎉🎉🎉
सृष्टि में सूर्य देव का बहुत महत्व पूर्ण है, इसलिए दीपावली 1नवम्बर को होना चाहिए।
Bhai surya sparsh ansh 1 hota h chandr sparsh 11 hota h dipotsav raat ka hota h isiliye pitri pujan 1 ansh hota h mtlb surya ka pujan [ pitri puja ] vo 1 nov ko h
भगवान प्रभु श्री राम जी के केविवाह में सभी बड़े बड़े विद्वान लोगों ने मुहुर्त निकालीं थी मगर माता सीता और राम जी को कभी भी सुख नहीं मीला था इसलिए मन शांत करके जब भी इक्षा हो प्रभु को याद करके पुजा कर लेना चाहिए क्योंकि पैदा होने में और मृत्यु का कोई मुहुर्त नहीं होता है
जो दस पंडित डिबेट में बैठे हैं वही पहले सब लोग मिलकर के त्योहारों का निर्णय ले ले तो इतनी ह😢सीन ना हो हम लोगों की,,, इन पंडितों का आपस में बहुत मतभेद है ,
अबकी बार दो दिन तक दीवाली मनेगी🙏🙏 जय श्री राम 🚩🚩🚩
Happy diwali 🪔🪔🪔🪔🪔🪔🪔🪔🪔 November 1,11,2024
31को अक्टूबर को निशा काल मे ही और प्रदेश काल भी है 1नबम्बर को शिर्फ प्रदेश काल मे है किंतु निशा काल मे अमाबश्या नही होगी 👆💯👆🙏🙏🙏🤍💘🌹👏👏🆎जय माँ लक्ष्मी माँ
Aane vale sabhi tyohaar ka yatha samay suchit karna chahiye,,, 🎉
ज्योतिषियों से मेरा निवेदन है केवल 1 तारीख ही बताएं
Happy Diwali hamare samjhh me ye aa rha 31 ko Lakshmi pujan aur Khushi dono din manaye puja bhi kre bahut khushi ki baat abki baar do day Diwali manane ka awsar mila h Jai Sri ram
श्वेता जी को नमष्कार दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ व् बधाई अग्रिम बधाई हो 31अक्टूबर को दीपावली मनाएं वैदिक संस्कृति यही कहती है की दीपावली निशा पूजा होती है पंचांग में, 31अक्टूबर को है 👆💯👆💯👏👏👏👏👏👏👏🤍🌹🤍🌹💘💘💘💥🌻💥🌻🆎
सर्वश्रेष्ठ तिथि तो 1 तारीख को पूर्ण अमावस्या है इसलिए दीपावली इस दौरान दिन मनाया जाता है,। मैं तो कहूंगा कि। हर दिन दीपावली मनाई जाय।
31 अक्टूबर ही सही है 🙏🙏🙏🙏
हम किसान हैं हम घोषणा करते हैं की दीपावली 31 अक्टूबर को शाम के समय मनाई जाएगी
जय सीताराम पुज्य महाराज स्वामी सरस्वती जी बहुत बढ़िया बिलकुल सही कह रहे हैं 🙏
Happy divali ,, शुभ दिवाली,, जय श्री लक्ष्मी माता ,,, सदा सहायता करो,, जवानों की,, जय श्री लक्ष्मी माता,,,
Radhe radhe ❤️❤️
दिवाली31अक्टूबर को ही मनाया जाएगा।
जिसकी उदय उसी की अस्त यह कामना है यह सच्चाई है जिसकी वजह से भावना और तिथि डेट यही गुजरता है यही कामना सीखना है
टीवी एंकर जितना धर्म पर ध्यान देते हैं उतना यदि यह शिक्षा और रोजगार पर डिबेट करें तो हमारे देश में रोज दिवाली स माहौल रहे ,
Festival bhi koi cheez hoti😂h.....jaha desh ki nazar waha khabar
Modi gussa hoga 😂
ज्ञान के देवता हर चीज में शिक्षा घुसानी जरूरी नहीं है, शिक्षा अपनी जगह है और धर्म अपनी जगह है और धर्म भी शिक्षा का एक अंग है। दूसरी बात दो चीजें या कार्यक्रम समांतर भी चल सकते हैं इसलिए जरूरी नहीं कि एक चीज को बंद करके ही दूसरी चीज स्थापित करें।अपना ज्ञान अपने पास रखें।क्या आप सारा जीवन सिर्फ शिक्षा के साथ व्यतीत कर सकते है? मनुष्य को शिक्षा के साथ धर्म , नैतिक मूल्य , धन , श्रृंगार,रस, मनोरंजन, खेल, स्वास्थ्य , काम, भक्ति, शौर्य इत्यादि एवं अन्य सभी चीजों की आवश्यकता होती है और इनका एक निश्चित समय होता है और किसी का भी कम महत्व नहीं है।
साध्वी विश्वरूपा ने सही कहा। व्रत, पर्व, त्योहार तथा श्राद्ध आदि का निर्णय धर्म सिन्धु तथा निर्णय सिन्धु के अलावा तिथि तत्व नामक ग्रंथों के अनुसार किया जाता है। इन ग्रंथों के अनुसार एक नवम्बर को दीपावली का त्यौहार मनाया जाना चाहिए।
जय श्रीराम जय श्रीराम गुड मार्निंग आपका स्वागत करता हूं ❤❤❤❤
Di पी आचार्य जी की बात सही 31 कोई माननी चाहिए दीपावली
दिपावली तो राम जी के अयोध्या अगमन के दिन मनाया जाता है।
वो कार्तिक की अमावस को आये थे।
जिस रात में लोगों ने दिये जगाये थे।
अमावस तो 1 को है।
Swami Daya Nand Sarsvaty Ji ki awaz badi bulnnd Gunjty hai ❤❤❤❤❤( good )
Pure Bharat mein ek Hi din Diwali hona chahiy
Hindu TOYHAR calender ke hisab se nhi , panchang ke hisab se hote h, jaha English Callender ke hisab se 12 baje rat ko dusra din lgta h mgr shatra k hisab se agle rat 2:30 bje ek din khtm hota h or 3 bje se bharam murt ya dusra din lgta h, isliye humare yaha subha 3 bje se 5 bje tk log paja , dhayan or kartik snan krte hai ... Jbki english Callender vale subha 8 bje church jate h....
@@delhiwalehum1466 bilkul shi kaha bhai
@@delhiwalehum1466वो तो बात सही है पर भगवान राम का अयोध्या आगमन तो कार्तिक अमावस्या को हुआ था।
अमावस दिन तो एक तारीख को है
शास्त्रों का और पंडितों का काम है कि हिंदुओं को डबल त्योहार मनाना चाहिए मुस्लिम का हमेशा एक ही बनता है हिंदुओं को डबल क्यों बनाए जाते हैं हिंदुओं को कभी एक त्यौहार नहीं मनाया जा सकता हर त्यौहार दो दिन क्यों मनाया जाता है
हमारे गांव पौसरी में ग्राम पुरोहित ने 1नवम्ब को दिपावली बताया है,,,,,,,,,,,,🙏🚩 जय श्री राम 🚩🙏
इस बार दीपावली 28 अक्टूबर से 5 नवंबर तक दीपावली है इसीलिए सनातन धर्म का मजाक हर धर्म वाले उड़ते हैं
हम लोगों को हमारी अम्मा यानी कि माता जी बताती थी, कि करवा है करवारी ,उसके बरहे है दीवाली,और उसके तेरहे है जठून,यानी देवउठनी
मैम कब तक इनको बुलाकर जनता को बेवकूफ बनवायेंगी शायद याद हो विश्व कप भारत इनके अनुसार 99% जीत रही थी और हार गए आप जनसेवक है जनता की तकलीफ रखे लोग खुश है त्योहार मनाकर
31 october ko hi dipawali sabhi manae
दोनो दिन लक्ष्मी पूजन किया जाए तो माता लक्ष्मी और प्रसन्न होगी. नाराज नहीं होगी. पूजा करने में क्यों आलस्य? खुशी से दोनो दिन मनाओ. Happy Diwali
दिपावली 1 नवम्बर शुक्रवार 2024 को मनायेंगे
माननीय श्री पंडित महाराज जी हमारी हिंदुत्व की दुर्भाग्य है कि ज्योतिष में मेल नहीं है। ए जनता को सुनने के बजाय आपस में बैठ कर एक तिथि तय करे ।।
हमारे शास्त्रों के अनुसार कोई भी तिथि सूर्य उदया के अनुसार ही मानी जाती है तथा 1 नवंबर 2024 को ही दीपावली है।
जय श्री राम🙏
जो भारत में श्रीरामचंद्र जी के आगमन पर संतुष्ट हैं वे स्वागत करें जिन्हें श्रीरामचंद्र के आगमन पर संतुष्टी नहीं वे अपनी मर्जी से मनाए जय जय शिव शंकर जी महादेव
31 oct
सब दिन श्रेष्ठ है अगर कोई दिन खराब होता तो ईश्वर वो दिन बनाता है नही
जयश्री राम गुरुदेवों ने बहुत अच्छा बताया ❤❤❤❤❤
दिवाली का सबसे शुभ मुहूर्त 31 अक्टूबर को है और 6:16 पर तथा 8:18 तक जला सकते हैं और रात को 11:26 पर 12:36 तक रहेगा सबसे अच्छी तारीख मेरे देशवासियों 31 अक्टूबर को है और आप लोग इसी दिन दिवाली मनाएं किसी के कहने पर नए जाएं जो विधि विधान में है उसी का पालन करें जय श्री राम जय जगत जननी❤❤
ये सब एकमत कब होंगे। क्यों एक ही धर्म में रहकर अलग अलग मत प्रकट करते हो।गांव की जनता को सब पता है कब दिवाली है।आप लोग ज्योतिषी के नाम पर केवल पैसा कमाने का काम करते हो। सीधा सा पता है कि अमावस्या को दिवाली मनाई जाती है। ये केवल खुशी के लिए श्रीराम जी के वापस आने के लिए। जागो जन जागो।इन लोगों की बातों में मत आओ ये लोग एकमत नहीं हैं।सभी को दिवाली की हार्दिक शुभकामनाएं। एकमत होके बयान जारी किया जाए।
Diwali 31 taarikh ko ghar par mata Lakshmi ki pujaa kariye achha hai lekin agar aapko office mey pujaa karnaa hai toh 1 November ko kariye
विद्वान । शब्द । अच्छा लगता हैं।
एक नवंबर में ही दीपावली को शुभ हैं बाकी बकवास कर रहे है
Pichle year kya isse pehle ke 4 saal se diwali chaturdasi ko manai jati he ek din gap hokar tesaredin govardhan Puja hoti he
नरेंद्र मोदी जी ने धनतेरस का मेसेज 29 तारीख को दिया था 30 तो सोटी दीवाली ओर 31 को दिवाली हुयी
संत रामपाल जी महाराज जी का ज्ञान सुनिए सब समझ में आ जाएगा
@@diwakardas3957 wo kya khate hai is bare me
Wo To Diwali ko Holi mnata h 😂😂
😅😅😅@@user678sharma
ये मूसलमान का पंडित है।
Jai ho maharaj guru ji❤❤❤❤❤🙏🌹🙏
हम बता देते है,,31 अक्टूबर को है दीपावली
Jai mata Lakshmi ji 💐🌹🙏🙏🙏🙏🙏
हिन्दू धर्म को यही लोग बरबाद कर दिए