Lateral Entry Controversy Update: 'लेटरल एंट्री' ... झुक गई सरकार... लेकिन क्यों? | Breaking News

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  • Опубликовано: 11 сен 2024
  • Lateral Entry Controversy Update: लेटरल एंट्री से होने वाली भर्ती के विज्ञापन को केंद्र सरकार रद्द करने वाली है.. केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने इसे लेकर UPSC को पत्र लिखा है, जिसमें लेटरल एंट्री से भर्ती के विज्ञापन को रद्द करने का अनुरोध किया गया है. जितेंद्र सिंह ने ये पत्र प्रधानमंत्री मोदी से बातचीत के बाद लिखा है. इससे पहले सरकारी भर्तियों में आरक्षण को NDA में मतभेद हो गए थे. सरकारी भर्तियों में आरक्षण पर चिराग पासवान का बड़ा बयान सामने आया था. UPSC में लेटरल एंट्री विवाद पर बोलते हुए चिराग पासवान ने कहा था कि मैं और मेरी पार्टी इससे सहमत नहीं हैं और मैं खुद इसे सरकार के समक्ष रखूंगा. उन्होंने आगे कहा कि सरकारी नौकरियों में आरक्षण का प्रावधान जरूरी है और प्राइवेट सेक्टर में ये व्यवस्था नहीं है.
    Lateral Entry Controversy Update: The central government is going to cancel the advertisement for recruitment through lateral entry. Union Minister Jitendra Singh has written a letter to UPSC regarding this, requesting to cancel the advertisement for recruitment through lateral entry. Jitendra Singh has written this letter after talking to Prime Minister Modi. Earlier, there were differences in NDA over reservation in government recruitments. Chirag Paswan's big statement on reservation in government recruitments came out. Speaking on the lateral entry controversy in UPSC, Chirag Paswan had said that I and my party do not agree with this and I will myself put it before the government. He further said that the provision of reservation in government jobs is necessary and this system does not exist in the private sector.
    #BreakingNews #DNA #lateralentrycontroversy
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Комментарии • 55

  • @akhtarhussain2469
    @akhtarhussain2469 22 дня назад +17

    24 घंटे के भीतर इस भारती को रद्द करना राहुल गांधी की जीत है इससे राहुल गांधी को और बाल मिलने वाला है

    • @meenadevi9744
      @meenadevi9744 22 дня назад +1

      राहुल की जीत नहीं है इसमें सरकार के अंदर से ही आवाज़ उतनी शुरू हो गई थी इतनी बेवकूफ जानता है हमारी दुनिया में

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 22 дня назад

      आदरणीय महोदय
      मैं ही एकमात्र सच्चा साक्षर व्यक्ति हूँ।और निश्चित रूप से मेरा संदर्भ हमारे देश में हजारों वर्षों से चली आ रही जाति/धर्म व्यवस्था है।
      मेरी राय में, धर्म और जाति व्यवस्था को सही तरीके से समझने में पूरा देश अक्षम है। करोड़ों लोगों के लिए हिंदू धर्म महान है और करोड़ों लोगों के लिए हिंदू धर्म सबसे बुरा है। और अगर ऐसा है, तो दोनों बातें एक साथ सच नहीं हो सकतीं। क्योंकि सभी के पास अपनी राय बनाने के लिए सबूतों का एक ही स्रोत है।
      सबसे वैज्ञानिक निष्कर्ष यह है.......संभावनाएँ इस प्रकार हैं। 1) जो लोग हिंदू धर्म को महान समझते हैं, वे गलत हैं। 2) जो लोग हिंदू धर्म को सबसे बुरा समझते हैं, वे गलत हैं। 3) सभी गलत हैं।
      और एक वैज्ञानिक सत्य है।
      ऐसी स्थिति हर जगह समस्याएँ पैदा कर रही है। इसलिए इस विवाद को सुलझाना देश और इस देश के लोगों के हित में है। जो समय की इस आवश्यकता को समझता है, वही योग्य, सच्चा बुद्धिमान, बुद्धिजीवी और साक्षर व्यक्ति है। और मुझे 2012 से खुद को भारत का सबसे बुद्धिमान और सच्चा साक्षर व्यक्ति होने का दावा करने में कोई संकोच नहीं है। और एक अद्वितीय व्यक्ति। क्योंकि 2012 से मई 2022 तक मैंने जाति और धर्म व्यवस्था पर राष्ट्रव्यापी चर्चा आयोजित करने में मेरी मदद के लिए सरकार से 1400 प्रार्थनाएँ की हैं। लेकिन सरकार ने मेरी बात अनसुनी कर दी है।
      सरकार इस मामले में राष्ट्र की मूर्खता का आनंद ले रही है।
      मैं सभी सच्चे पढ़े-लिखे लोगों से अनुरोध करता हूँ कि वे जाति और धर्म व्यवस्था पर राष्ट्रव्यापी चर्चा के मेरे विचार का समर्थन करें। मैंने इतिहास को भी शामिल किया है। क्योंकि जाति/धर्म व्यवस्था के संघर्षों ने इतिहास के बिल्कुल विपरीत संस्करणों के साथ हमारे इतिहास को सड़ा दिया है।
      अवधूत जोशी

  • @princebhatia85
    @princebhatia85 22 дня назад +11

    रिजर्वेशन बंद करो। अर्थिक पिछड़े वर्ग को भी सुनो

    • @sachinSingh-o6w
      @sachinSingh-o6w 22 дня назад +5

      Ews band karo jaldi

    • @princebhatia85
      @princebhatia85 22 дня назад +3

      @@sachinSingh-o6w मिला ही नहीं EWS। Apply करने गए थे वहा sc की महीला बैठी थी। जिसने बहाने लगाकर भगा दिया 💯😔

    • @jatinjantwal497
      @jatinjantwal497 22 дня назад +1

      ​@@sachinSingh-o6w bilkul sahi baat
      Sc st obc ews reservation khatm ho sari seat general ho.

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 22 дня назад +1

      आदरणीय महोदय
      मैं ही एकमात्र सच्चा साक्षर व्यक्ति हूँ।और निश्चित रूप से मेरा संदर्भ हमारे देश में हजारों वर्षों से चली आ रही जाति/धर्म व्यवस्था है।
      मेरी राय में, धर्म और जाति व्यवस्था को सही तरीके से समझने में पूरा देश अक्षम है। करोड़ों लोगों के लिए हिंदू धर्म महान है और करोड़ों लोगों के लिए हिंदू धर्म सबसे बुरा है। और अगर ऐसा है, तो दोनों बातें एक साथ सच नहीं हो सकतीं। क्योंकि सभी के पास अपनी राय बनाने के लिए सबूतों का एक ही स्रोत है।
      सबसे वैज्ञानिक निष्कर्ष यह है.......संभावनाएँ इस प्रकार हैं। 1) जो लोग हिंदू धर्म को महान समझते हैं, वे गलत हैं। 2) जो लोग हिंदू धर्म को सबसे बुरा समझते हैं, वे गलत हैं। 3) सभी गलत हैं।
      और एक वैज्ञानिक सत्य है।
      ऐसी स्थिति हर जगह समस्याएँ पैदा कर रही है। इसलिए इस विवाद को सुलझाना देश और इस देश के लोगों के हित में है। जो समय की इस आवश्यकता को समझता है, वही योग्य, सच्चा बुद्धिमान, बुद्धिजीवी और साक्षर व्यक्ति है। और मुझे 2012 से खुद को भारत का सबसे बुद्धिमान और सच्चा साक्षर व्यक्ति होने का दावा करने में कोई संकोच नहीं है। और एक अद्वितीय व्यक्ति। क्योंकि 2012 से मई 2022 तक मैंने जाति और धर्म व्यवस्था पर राष्ट्रव्यापी चर्चा आयोजित करने में मेरी मदद के लिए सरकार से 1400 प्रार्थनाएँ की हैं। लेकिन सरकार ने मेरी बात अनसुनी कर दी है।
      सरकार इस मामले में राष्ट्र की मूर्खता का आनंद ले रही है।
      मैं सभी सच्चे पढ़े-लिखे लोगों से अनुरोध करता हूँ कि वे जाति और धर्म व्यवस्था पर राष्ट्रव्यापी चर्चा के मेरे विचार का समर्थन करें। मैंने इतिहास को भी शामिल किया है। क्योंकि जाति/धर्म व्यवस्था के संघर्षों ने इतिहास के बिल्कुल विपरीत संस्करणों के साथ हमारे इतिहास को सड़ा दिया है।
      अवधूत जोशी

    • @satyendrasingh8019
      @satyendrasingh8019 22 дня назад

      @@princebhatia85 pichade varg me bhi creami layer khatm karo nahi to sabhi me lagu karo

  • @LovepreetSingh-dp8lj
    @LovepreetSingh-dp8lj 22 дня назад +5

    मजबूत विपक्ष का दम दिखने लगा है

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 22 дня назад

      आदरणीय महोदय
      मैं ही एकमात्र सच्चा साक्षर व्यक्ति हूँ।और निश्चित रूप से मेरा संदर्भ हमारे देश में हजारों वर्षों से चली आ रही जाति/धर्म व्यवस्था है।
      मेरी राय में, धर्म और जाति व्यवस्था को सही तरीके से समझने में पूरा देश अक्षम है। करोड़ों लोगों के लिए हिंदू धर्म महान है और करोड़ों लोगों के लिए हिंदू धर्म सबसे बुरा है। और अगर ऐसा है, तो दोनों बातें एक साथ सच नहीं हो सकतीं। क्योंकि सभी के पास अपनी राय बनाने के लिए सबूतों का एक ही स्रोत है।
      सबसे वैज्ञानिक निष्कर्ष यह है.......संभावनाएँ इस प्रकार हैं। 1) जो लोग हिंदू धर्म को महान समझते हैं, वे गलत हैं। 2) जो लोग हिंदू धर्म को सबसे बुरा समझते हैं, वे गलत हैं। 3) सभी गलत हैं।
      और एक वैज्ञानिक सत्य है।
      ऐसी स्थिति हर जगह समस्याएँ पैदा कर रही है। इसलिए इस विवाद को सुलझाना देश और इस देश के लोगों के हित में है। जो समय की इस आवश्यकता को समझता है, वही योग्य, सच्चा बुद्धिमान, बुद्धिजीवी और साक्षर व्यक्ति है। और मुझे 2012 से खुद को भारत का सबसे बुद्धिमान और सच्चा साक्षर व्यक्ति होने का दावा करने में कोई संकोच नहीं है। और एक अद्वितीय व्यक्ति। क्योंकि 2012 से मई 2022 तक मैंने जाति और धर्म व्यवस्था पर राष्ट्रव्यापी चर्चा आयोजित करने में मेरी मदद के लिए सरकार से 1400 प्रार्थनाएँ की हैं। लेकिन सरकार ने मेरी बात अनसुनी कर दी है।
      सरकार इस मामले में राष्ट्र की मूर्खता का आनंद ले रही है।
      मैं सभी सच्चे पढ़े-लिखे लोगों से अनुरोध करता हूँ कि वे जाति और धर्म व्यवस्था पर राष्ट्रव्यापी चर्चा के मेरे विचार का समर्थन करें। मैंने इतिहास को भी शामिल किया है। क्योंकि जाति/धर्म व्यवस्था के संघर्षों ने इतिहास के बिल्कुल विपरीत संस्करणों के साथ हमारे इतिहास को सड़ा दिया है।
      अवधूत जोशी

    • @LovepreetSingh-dp8lj
      @LovepreetSingh-dp8lj 22 дня назад

      @@avadhutjoshi796 आपको जाति धर्म से ज्यादा शायद आरक्षण से डर लगता है,
      जाति धर्म भी आप जैसे किसी बुद्धिमान व्यक्ति ने भोली भाली जनता को लूटने और उसपे राज करने के लिए बनाया है
      भारतीय के मूलनिवासी (आदिवासी) पहले भी सीधे साधे थे और अभी भी बहुत सीधे साधे ही है,
      कुछ चालाक लोग भारत आए और इन लोगों की सादगी उन्हें भा गई बस फिर इन्होंने इन लोगों को धीरे धीरे धर्म में, जात पात में बांट कर लड़ाना शुरू कर दिया और धीरे धीरे कामयाब भी हो गए
      आपस में इक्कठे रहने वाले मेहनतकश लोगों को भूखमरी के कगार पे ला खड़ा कर दिया, भूखमरी से कुछ लोग जंगलों में चले और कुछ गुलामों बनकर गांव में रहने लगे, षड्यंत्रकारी अपने मंसूबे में कामयाब हो गए और खुद भगवान का दूत बनकर मंदिरों में रहने लगे
      काम भी न करना पड़े, लड़ना भी न पड़े और अपना रहना खाना लग्जरी बना लिया और बाकियों को शिक्षा से, धन संपत्ति के संसाधनों से कोसों दूर कर दिया
      मुगल आए चले गए, अंग्रेज आए और चले गए, लेकिन अंग्रेज इस षड्यंत्रकारी की छाती पे बाबा साहिब अंबेडकर जी के रूप में एक खूंटा गाड़ गए और ताउम्र न भरने वाला जख्म कर गए, जिसको ये कुरेदते हैं तो और गहरा हो जाता है और शायद इस जख्म के अब आर पार होने का समय अब आ गया है
      वो षड्यंत्रकारी कोई और नहीं आर्या लोग हैं
      जय भीम जय भारत जय सविधान जय विद्या 🙏

  • @VijayPatil-gk3je
    @VijayPatil-gk3je 22 дня назад +7

    वोट की राजनीती, संविधान, आरक्षण देश के लिये घातक है 👺👿👿👿👿

    • @anantkumarkoushal
      @anantkumarkoushal 22 дня назад

      Lekin tatkal stithi ko dekhte hue sarkar ka ye faisla shi hai pta hai kyu kyuki jb baat desh ki suraksha ki ho to hum sbko milke desh ke sth khda hona chahiye pr kuch log apni jidd ke age desh ki barbadi ko bhi nhi smjhte hai..
      Khair choro khul ke bolunga to vivad ho jayega humesha maine sarkar ke galat faisle ka Virodh kiya lekin iss faisle m mai unke sth hu kyuki mujhe ye desh bhi chahiye aur ye sarkar bhi chahiye...

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 22 дня назад

      आदरणीय महोदय
      मैं ही एकमात्र सच्चा साक्षर व्यक्ति हूँ।और निश्चित रूप से मेरा संदर्भ हमारे देश में हजारों वर्षों से चली आ रही जाति/धर्म व्यवस्था है।
      मेरी राय में, धर्म और जाति व्यवस्था को सही तरीके से समझने में पूरा देश अक्षम है। करोड़ों लोगों के लिए हिंदू धर्म महान है और करोड़ों लोगों के लिए हिंदू धर्म सबसे बुरा है। और अगर ऐसा है, तो दोनों बातें एक साथ सच नहीं हो सकतीं। क्योंकि सभी के पास अपनी राय बनाने के लिए सबूतों का एक ही स्रोत है।
      सबसे वैज्ञानिक निष्कर्ष यह है.......संभावनाएँ इस प्रकार हैं। 1) जो लोग हिंदू धर्म को महान समझते हैं, वे गलत हैं। 2) जो लोग हिंदू धर्म को सबसे बुरा समझते हैं, वे गलत हैं। 3) सभी गलत हैं।
      और एक वैज्ञानिक सत्य है।
      ऐसी स्थिति हर जगह समस्याएँ पैदा कर रही है। इसलिए इस विवाद को सुलझाना देश और इस देश के लोगों के हित में है। जो समय की इस आवश्यकता को समझता है, वही योग्य, सच्चा बुद्धिमान, बुद्धिजीवी और साक्षर व्यक्ति है। और मुझे 2012 से खुद को भारत का सबसे बुद्धिमान और सच्चा साक्षर व्यक्ति होने का दावा करने में कोई संकोच नहीं है। और एक अद्वितीय व्यक्ति। क्योंकि 2012 से मई 2022 तक मैंने जाति और धर्म व्यवस्था पर राष्ट्रव्यापी चर्चा आयोजित करने में मेरी मदद के लिए सरकार से 1400 प्रार्थनाएँ की हैं। लेकिन सरकार ने मेरी बात अनसुनी कर दी है।
      सरकार इस मामले में राष्ट्र की मूर्खता का आनंद ले रही है।
      मैं सभी सच्चे पढ़े-लिखे लोगों से अनुरोध करता हूँ कि वे जाति और धर्म व्यवस्था पर राष्ट्रव्यापी चर्चा के मेरे विचार का समर्थन करें। मैंने इतिहास को भी शामिल किया है। क्योंकि जाति/धर्म व्यवस्था के संघर्षों ने इतिहास के बिल्कुल विपरीत संस्करणों के साथ हमारे इतिहास को सड़ा दिया है।
      अवधूत जोशी

  • @avadhutjoshi796
    @avadhutjoshi796 22 дня назад

    आदरणीय महोदय
    मैं ही एकमात्र सच्चा साक्षर व्यक्ति हूँ।और निश्चित रूप से मेरा संदर्भ हमारे देश में हजारों वर्षों से चली आ रही जाति/धर्म व्यवस्था है।
    मेरी राय में, धर्म और जाति व्यवस्था को सही तरीके से समझने में पूरा देश अक्षम है। करोड़ों लोगों के लिए हिंदू धर्म महान है और करोड़ों लोगों के लिए हिंदू धर्म सबसे बुरा है। और अगर ऐसा है, तो दोनों बातें एक साथ सच नहीं हो सकतीं। क्योंकि सभी के पास अपनी राय बनाने के लिए सबूतों का एक ही स्रोत है।
    सबसे वैज्ञानिक निष्कर्ष यह है.......संभावनाएँ इस प्रकार हैं। 1) जो लोग हिंदू धर्म को महान समझते हैं, वे गलत हैं। 2) जो लोग हिंदू धर्म को सबसे बुरा समझते हैं, वे गलत हैं। 3) सभी गलत हैं।
    और एक वैज्ञानिक सत्य है।
    ऐसी स्थिति हर जगह समस्याएँ पैदा कर रही है। इसलिए इस विवाद को सुलझाना देश और इस देश के लोगों के हित में है। जो समय की इस आवश्यकता को समझता है, वही योग्य, सच्चा बुद्धिमान, बुद्धिजीवी और साक्षर व्यक्ति है। और मुझे 2012 से खुद को भारत का सबसे बुद्धिमान और सच्चा साक्षर व्यक्ति होने का दावा करने में कोई संकोच नहीं है। और एक अद्वितीय व्यक्ति। क्योंकि 2012 से मई 2022 तक मैंने जाति और धर्म व्यवस्था पर राष्ट्रव्यापी चर्चा आयोजित करने में मेरी मदद के लिए सरकार से 1400 प्रार्थनाएँ की हैं। लेकिन सरकार ने मेरी बात अनसुनी कर दी है।
    सरकार इस मामले में राष्ट्र की मूर्खता का आनंद ले रही है।
    मैं सभी सच्चे पढ़े-लिखे लोगों से अनुरोध करता हूँ कि वे जाति और धर्म व्यवस्था पर राष्ट्रव्यापी चर्चा के मेरे विचार का समर्थन करें। मैंने इतिहास को भी शामिल किया है। क्योंकि जाति/धर्म व्यवस्था के संघर्षों ने इतिहास के बिल्कुल विपरीत संस्करणों के साथ हमारे इतिहास को सड़ा दिया है।
    अवधूत जोशी

  • @heranandmotwani7815
    @heranandmotwani7815 22 дня назад +3

    aarakshan ki beshaki par bina telent wale ko nukari milti hai

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 22 дня назад

      आदरणीय महोदय
      मैं ही एकमात्र सच्चा साक्षर व्यक्ति हूँ।और निश्चित रूप से मेरा संदर्भ हमारे देश में हजारों वर्षों से चली आ रही जाति/धर्म व्यवस्था है।
      मेरी राय में, धर्म और जाति व्यवस्था को सही तरीके से समझने में पूरा देश अक्षम है। करोड़ों लोगों के लिए हिंदू धर्म महान है और करोड़ों लोगों के लिए हिंदू धर्म सबसे बुरा है। और अगर ऐसा है, तो दोनों बातें एक साथ सच नहीं हो सकतीं। क्योंकि सभी के पास अपनी राय बनाने के लिए सबूतों का एक ही स्रोत है।
      सबसे वैज्ञानिक निष्कर्ष यह है.......संभावनाएँ इस प्रकार हैं। 1) जो लोग हिंदू धर्म को महान समझते हैं, वे गलत हैं। 2) जो लोग हिंदू धर्म को सबसे बुरा समझते हैं, वे गलत हैं। 3) सभी गलत हैं।
      और एक वैज्ञानिक सत्य है।
      ऐसी स्थिति हर जगह समस्याएँ पैदा कर रही है। इसलिए इस विवाद को सुलझाना देश और इस देश के लोगों के हित में है। जो समय की इस आवश्यकता को समझता है, वही योग्य, सच्चा बुद्धिमान, बुद्धिजीवी और साक्षर व्यक्ति है। और मुझे 2012 से खुद को भारत का सबसे बुद्धिमान और सच्चा साक्षर व्यक्ति होने का दावा करने में कोई संकोच नहीं है। और एक अद्वितीय व्यक्ति। क्योंकि 2012 से मई 2022 तक मैंने जाति और धर्म व्यवस्था पर राष्ट्रव्यापी चर्चा आयोजित करने में मेरी मदद के लिए सरकार से 1400 प्रार्थनाएँ की हैं। लेकिन सरकार ने मेरी बात अनसुनी कर दी है।
      सरकार इस मामले में राष्ट्र की मूर्खता का आनंद ले रही है।
      मैं सभी सच्चे पढ़े-लिखे लोगों से अनुरोध करता हूँ कि वे जाति और धर्म व्यवस्था पर राष्ट्रव्यापी चर्चा के मेरे विचार का समर्थन करें। मैंने इतिहास को भी शामिल किया है। क्योंकि जाति/धर्म व्यवस्था के संघर्षों ने इतिहास के बिल्कुल विपरीत संस्करणों के साथ हमारे इतिहास को सड़ा दिया है।
      अवधूत जोशी

  • @phalgunibhuyan3881
    @phalgunibhuyan3881 22 дня назад +1

    Politics only on reservations

  • @manjusirohi2824
    @manjusirohi2824 22 дня назад +1

    Good jai bhim jai savidan

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 22 дня назад

      आदरणीय महोदय
      मैं ही एकमात्र सच्चा साक्षर व्यक्ति हूँ।और निश्चित रूप से मेरा संदर्भ हमारे देश में हजारों वर्षों से चली आ रही जाति/धर्म व्यवस्था है।
      मेरी राय में, धर्म और जाति व्यवस्था को सही तरीके से समझने में पूरा देश अक्षम है। करोड़ों लोगों के लिए हिंदू धर्म महान है और करोड़ों लोगों के लिए हिंदू धर्म सबसे बुरा है। और अगर ऐसा है, तो दोनों बातें एक साथ सच नहीं हो सकतीं। क्योंकि सभी के पास अपनी राय बनाने के लिए सबूतों का एक ही स्रोत है।
      सबसे वैज्ञानिक निष्कर्ष यह है.......संभावनाएँ इस प्रकार हैं। 1) जो लोग हिंदू धर्म को महान समझते हैं, वे गलत हैं। 2) जो लोग हिंदू धर्म को सबसे बुरा समझते हैं, वे गलत हैं। 3) सभी गलत हैं।
      और एक वैज्ञानिक सत्य है।
      ऐसी स्थिति हर जगह समस्याएँ पैदा कर रही है। इसलिए इस विवाद को सुलझाना देश और इस देश के लोगों के हित में है। जो समय की इस आवश्यकता को समझता है, वही योग्य, सच्चा बुद्धिमान, बुद्धिजीवी और साक्षर व्यक्ति है। और मुझे 2012 से खुद को भारत का सबसे बुद्धिमान और सच्चा साक्षर व्यक्ति होने का दावा करने में कोई संकोच नहीं है। और एक अद्वितीय व्यक्ति। क्योंकि 2012 से मई 2022 तक मैंने जाति और धर्म व्यवस्था पर राष्ट्रव्यापी चर्चा आयोजित करने में मेरी मदद के लिए सरकार से 1400 प्रार्थनाएँ की हैं। लेकिन सरकार ने मेरी बात अनसुनी कर दी है।
      सरकार इस मामले में राष्ट्र की मूर्खता का आनंद ले रही है।
      मैं सभी सच्चे पढ़े-लिखे लोगों से अनुरोध करता हूँ कि वे जाति और धर्म व्यवस्था पर राष्ट्रव्यापी चर्चा के मेरे विचार का समर्थन करें। मैंने इतिहास को भी शामिल किया है। क्योंकि जाति/धर्म व्यवस्था के संघर्षों ने इतिहास के बिल्कुल विपरीत संस्करणों के साथ हमारे इतिहास को सड़ा दिया है।
      अवधूत जोशी

  • @user-rr3zs7xn6w
    @user-rr3zs7xn6w 21 день назад

    Majburi hai bahumat nahi hai agniveer yojana ke time bahumat tha

  • @MohanSingh-ts3uw
    @MohanSingh-ts3uw 22 дня назад +2

    Wo din jyada dur nahi.. Jis din qualification merit talent..kuch mayane nahi rakhega

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 22 дня назад

      आदरणीय महोदय
      मैं ही एकमात्र सच्चा साक्षर व्यक्ति हूँ।और निश्चित रूप से मेरा संदर्भ हमारे देश में हजारों वर्षों से चली आ रही जाति/धर्म व्यवस्था है।
      मेरी राय में, धर्म और जाति व्यवस्था को सही तरीके से समझने में पूरा देश अक्षम है। करोड़ों लोगों के लिए हिंदू धर्म महान है और करोड़ों लोगों के लिए हिंदू धर्म सबसे बुरा है। और अगर ऐसा है, तो दोनों बातें एक साथ सच नहीं हो सकतीं। क्योंकि सभी के पास अपनी राय बनाने के लिए सबूतों का एक ही स्रोत है।
      सबसे वैज्ञानिक निष्कर्ष यह है.......संभावनाएँ इस प्रकार हैं। 1) जो लोग हिंदू धर्म को महान समझते हैं, वे गलत हैं। 2) जो लोग हिंदू धर्म को सबसे बुरा समझते हैं, वे गलत हैं। 3) सभी गलत हैं।
      और एक वैज्ञानिक सत्य है।
      ऐसी स्थिति हर जगह समस्याएँ पैदा कर रही है। इसलिए इस विवाद को सुलझाना देश और इस देश के लोगों के हित में है। जो समय की इस आवश्यकता को समझता है, वही योग्य, सच्चा बुद्धिमान, बुद्धिजीवी और साक्षर व्यक्ति है। और मुझे 2012 से खुद को भारत का सबसे बुद्धिमान और सच्चा साक्षर व्यक्ति होने का दावा करने में कोई संकोच नहीं है। और एक अद्वितीय व्यक्ति। क्योंकि 2012 से मई 2022 तक मैंने जाति और धर्म व्यवस्था पर राष्ट्रव्यापी चर्चा आयोजित करने में मेरी मदद के लिए सरकार से 1400 प्रार्थनाएँ की हैं। लेकिन सरकार ने मेरी बात अनसुनी कर दी है।
      सरकार इस मामले में राष्ट्र की मूर्खता का आनंद ले रही है।
      मैं सभी सच्चे पढ़े-लिखे लोगों से अनुरोध करता हूँ कि वे जाति और धर्म व्यवस्था पर राष्ट्रव्यापी चर्चा के मेरे विचार का समर्थन करें। मैंने इतिहास को भी शामिल किया है। क्योंकि जाति/धर्म व्यवस्था के संघर्षों ने इतिहास के बिल्कुल विपरीत संस्करणों के साथ हमारे इतिहास को सड़ा दिया है।
      अवधूत जोशी

  • @badnam514
    @badnam514 22 дня назад +1

    Modi kya action . Rahul gandhi ki power hai majboot bipaksh

  • @shantharamprabhu4213
    @shantharamprabhu4213 22 дня назад +2

    Don't know whether elected party or opposition is ruling d country. One thing the govt is hestati g or procrastinating in taking decision and where it takes it put foot in mouth

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 22 дня назад

      आदरणीय महोदय
      मैं ही एकमात्र सच्चा साक्षर व्यक्ति हूँ।और निश्चित रूप से मेरा संदर्भ हमारे देश में हजारों वर्षों से चली आ रही जाति/धर्म व्यवस्था है।
      मेरी राय में, धर्म और जाति व्यवस्था को सही तरीके से समझने में पूरा देश अक्षम है। करोड़ों लोगों के लिए हिंदू धर्म महान है और करोड़ों लोगों के लिए हिंदू धर्म सबसे बुरा है। और अगर ऐसा है, तो दोनों बातें एक साथ सच नहीं हो सकतीं। क्योंकि सभी के पास अपनी राय बनाने के लिए सबूतों का एक ही स्रोत है।
      सबसे वैज्ञानिक निष्कर्ष यह है.......संभावनाएँ इस प्रकार हैं। 1) जो लोग हिंदू धर्म को महान समझते हैं, वे गलत हैं। 2) जो लोग हिंदू धर्म को सबसे बुरा समझते हैं, वे गलत हैं। 3) सभी गलत हैं।
      और एक वैज्ञानिक सत्य है।
      ऐसी स्थिति हर जगह समस्याएँ पैदा कर रही है। इसलिए इस विवाद को सुलझाना देश और इस देश के लोगों के हित में है। जो समय की इस आवश्यकता को समझता है, वही योग्य, सच्चा बुद्धिमान, बुद्धिजीवी और साक्षर व्यक्ति है। और मुझे 2012 से खुद को भारत का सबसे बुद्धिमान और सच्चा साक्षर व्यक्ति होने का दावा करने में कोई संकोच नहीं है। और एक अद्वितीय व्यक्ति। क्योंकि 2012 से मई 2022 तक मैंने जाति और धर्म व्यवस्था पर राष्ट्रव्यापी चर्चा आयोजित करने में मेरी मदद के लिए सरकार से 1400 प्रार्थनाएँ की हैं। लेकिन सरकार ने मेरी बात अनसुनी कर दी है।
      सरकार इस मामले में राष्ट्र की मूर्खता का आनंद ले रही है।
      मैं सभी सच्चे पढ़े-लिखे लोगों से अनुरोध करता हूँ कि वे जाति और धर्म व्यवस्था पर राष्ट्रव्यापी चर्चा के मेरे विचार का समर्थन करें। मैंने इतिहास को भी शामिल किया है। क्योंकि जाति/धर्म व्यवस्था के संघर्षों ने इतिहास के बिल्कुल विपरीत संस्करणों के साथ हमारे इतिहास को सड़ा दिया है।
      अवधूत जोशी

  • @factGuru671
    @factGuru671 20 дней назад

    वापस नहीं लेंगे तो चिराग नीतीश 😂😂

  • @kartavyaawasthi7753
    @kartavyaawasthi7753 22 дня назад +1

    Sarkar ya to ese faisle na le....ya to badle nhi ....isse sarkar kamjor sarkar ki chavi banti hai ..

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 22 дня назад

      आदरणीय महोदय
      मैं ही एकमात्र सच्चा साक्षर व्यक्ति हूँ।और निश्चित रूप से मेरा संदर्भ हमारे देश में हजारों वर्षों से चली आ रही जाति/धर्म व्यवस्था है।
      मेरी राय में, धर्म और जाति व्यवस्था को सही तरीके से समझने में पूरा देश अक्षम है। करोड़ों लोगों के लिए हिंदू धर्म महान है और करोड़ों लोगों के लिए हिंदू धर्म सबसे बुरा है। और अगर ऐसा है, तो दोनों बातें एक साथ सच नहीं हो सकतीं। क्योंकि सभी के पास अपनी राय बनाने के लिए सबूतों का एक ही स्रोत है।
      सबसे वैज्ञानिक निष्कर्ष यह है.......संभावनाएँ इस प्रकार हैं। 1) जो लोग हिंदू धर्म को महान समझते हैं, वे गलत हैं। 2) जो लोग हिंदू धर्म को सबसे बुरा समझते हैं, वे गलत हैं। 3) सभी गलत हैं।
      और एक वैज्ञानिक सत्य है।
      ऐसी स्थिति हर जगह समस्याएँ पैदा कर रही है। इसलिए इस विवाद को सुलझाना देश और इस देश के लोगों के हित में है। जो समय की इस आवश्यकता को समझता है, वही योग्य, सच्चा बुद्धिमान, बुद्धिजीवी और साक्षर व्यक्ति है। और मुझे 2012 से खुद को भारत का सबसे बुद्धिमान और सच्चा साक्षर व्यक्ति होने का दावा करने में कोई संकोच नहीं है। और एक अद्वितीय व्यक्ति। क्योंकि 2012 से मई 2022 तक मैंने जाति और धर्म व्यवस्था पर राष्ट्रव्यापी चर्चा आयोजित करने में मेरी मदद के लिए सरकार से 1400 प्रार्थनाएँ की हैं। लेकिन सरकार ने मेरी बात अनसुनी कर दी है।
      सरकार इस मामले में राष्ट्र की मूर्खता का आनंद ले रही है।
      मैं सभी सच्चे पढ़े-लिखे लोगों से अनुरोध करता हूँ कि वे जाति और धर्म व्यवस्था पर राष्ट्रव्यापी चर्चा के मेरे विचार का समर्थन करें। मैंने इतिहास को भी शामिल किया है। क्योंकि जाति/धर्म व्यवस्था के संघर्षों ने इतिहास के बिल्कुल विपरीत संस्करणों के साथ हमारे इतिहास को सड़ा दिया है।
      अवधूत जोशी

  • @Mr_pawanJatav
    @Mr_pawanJatav 22 дня назад +3

    भाइयो bsp को मजबूत करो 🩵🩵🩵🩵😢
    Bjp congress sp ये दलित विरोधी है इनको वोट मत दो आज हमारी बहनों पर जो आत्या चार हो रहा है आज कोई नही बोल रहा
    बसपा को कमजोर मत करो भाईयो
    मेरी आपको🙏 हाथ जोड़ कर बिन्ती करता हूँ
    जाग जाओ बहुजनो हमारी पार्टी बस bsp है❤

    • @Aarav_362
      @Aarav_362 22 дня назад +2

      Tum ye krke bjp ko majbut krne ki sajish kr rhe ho 😂

    • @roopchandrayadav5158
      @roopchandrayadav5158 22 дня назад

      kaun hai ye lagta hai bjp ka itcell ka admi hai 😊😊😊😊

    • @meenadevi9744
      @meenadevi9744 22 дня назад

      लगे रहो देशको तोड़ने में

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 22 дня назад

      आदरणीय महोदय
      मैं ही एकमात्र सच्चा साक्षर व्यक्ति हूँ।और निश्चित रूप से मेरा संदर्भ हमारे देश में हजारों वर्षों से चली आ रही जाति/धर्म व्यवस्था है।
      मेरी राय में, धर्म और जाति व्यवस्था को सही तरीके से समझने में पूरा देश अक्षम है। करोड़ों लोगों के लिए हिंदू धर्म महान है और करोड़ों लोगों के लिए हिंदू धर्म सबसे बुरा है। और अगर ऐसा है, तो दोनों बातें एक साथ सच नहीं हो सकतीं। क्योंकि सभी के पास अपनी राय बनाने के लिए सबूतों का एक ही स्रोत है।
      सबसे वैज्ञानिक निष्कर्ष यह है.......संभावनाएँ इस प्रकार हैं। 1) जो लोग हिंदू धर्म को महान समझते हैं, वे गलत हैं। 2) जो लोग हिंदू धर्म को सबसे बुरा समझते हैं, वे गलत हैं। 3) सभी गलत हैं।
      और एक वैज्ञानिक सत्य है।
      ऐसी स्थिति हर जगह समस्याएँ पैदा कर रही है। इसलिए इस विवाद को सुलझाना देश और इस देश के लोगों के हित में है। जो समय की इस आवश्यकता को समझता है, वही योग्य, सच्चा बुद्धिमान, बुद्धिजीवी और साक्षर व्यक्ति है। और मुझे 2012 से खुद को भारत का सबसे बुद्धिमान और सच्चा साक्षर व्यक्ति होने का दावा करने में कोई संकोच नहीं है। और एक अद्वितीय व्यक्ति। क्योंकि 2012 से मई 2022 तक मैंने जाति और धर्म व्यवस्था पर राष्ट्रव्यापी चर्चा आयोजित करने में मेरी मदद के लिए सरकार से 1400 प्रार्थनाएँ की हैं। लेकिन सरकार ने मेरी बात अनसुनी कर दी है।
      सरकार इस मामले में राष्ट्र की मूर्खता का आनंद ले रही है।
      मैं सभी सच्चे पढ़े-लिखे लोगों से अनुरोध करता हूँ कि वे जाति और धर्म व्यवस्था पर राष्ट्रव्यापी चर्चा के मेरे विचार का समर्थन करें। मैंने इतिहास को भी शामिल किया है। क्योंकि जाति/धर्म व्यवस्था के संघर्षों ने इतिहास के बिल्कुल विपरीत संस्करणों के साथ हमारे इतिहास को सड़ा दिया है।
      अवधूत जोशी

  • @prakashghose7518
    @prakashghose7518 22 дня назад

    Arkhsan kahin se to hatao..

  • @Pokecatch1
    @Pokecatch1 22 дня назад

    राहुल जी आप विधाई के पात्र हो

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 22 дня назад

      आदरणीय महोदय
      मैं ही एकमात्र सच्चा साक्षर व्यक्ति हूँ।और निश्चित रूप से मेरा संदर्भ हमारे देश में हजारों वर्षों से चली आ रही जाति/धर्म व्यवस्था है।
      मेरी राय में, धर्म और जाति व्यवस्था को सही तरीके से समझने में पूरा देश अक्षम है। करोड़ों लोगों के लिए हिंदू धर्म महान है और करोड़ों लोगों के लिए हिंदू धर्म सबसे बुरा है। और अगर ऐसा है, तो दोनों बातें एक साथ सच नहीं हो सकतीं। क्योंकि सभी के पास अपनी राय बनाने के लिए सबूतों का एक ही स्रोत है।
      सबसे वैज्ञानिक निष्कर्ष यह है.......संभावनाएँ इस प्रकार हैं। 1) जो लोग हिंदू धर्म को महान समझते हैं, वे गलत हैं। 2) जो लोग हिंदू धर्म को सबसे बुरा समझते हैं, वे गलत हैं। 3) सभी गलत हैं।
      और एक वैज्ञानिक सत्य है।
      ऐसी स्थिति हर जगह समस्याएँ पैदा कर रही है। इसलिए इस विवाद को सुलझाना देश और इस देश के लोगों के हित में है। जो समय की इस आवश्यकता को समझता है, वही योग्य, सच्चा बुद्धिमान, बुद्धिजीवी और साक्षर व्यक्ति है। और मुझे 2012 से खुद को भारत का सबसे बुद्धिमान और सच्चा साक्षर व्यक्ति होने का दावा करने में कोई संकोच नहीं है। और एक अद्वितीय व्यक्ति। क्योंकि 2012 से मई 2022 तक मैंने जाति और धर्म व्यवस्था पर राष्ट्रव्यापी चर्चा आयोजित करने में मेरी मदद के लिए सरकार से 1400 प्रार्थनाएँ की हैं। लेकिन सरकार ने मेरी बात अनसुनी कर दी है।
      सरकार इस मामले में राष्ट्र की मूर्खता का आनंद ले रही है।
      मैं सभी सच्चे पढ़े-लिखे लोगों से अनुरोध करता हूँ कि वे जाति और धर्म व्यवस्था पर राष्ट्रव्यापी चर्चा के मेरे विचार का समर्थन करें। मैंने इतिहास को भी शामिल किया है। क्योंकि जाति/धर्म व्यवस्था के संघर्षों ने इतिहास के बिल्कुल विपरीत संस्करणों के साथ हमारे इतिहास को सड़ा दिया है।
      अवधूत जोशी

  • @laljipatel86
    @laljipatel86 22 дня назад

    एक्सन में मोदी😂😂😂😂
    अब तो सुधरो गोदी मीडिया😂

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 22 дня назад

      आदरणीय महोदय
      मैं ही एकमात्र सच्चा साक्षर व्यक्ति हूँ।और निश्चित रूप से मेरा संदर्भ हमारे देश में हजारों वर्षों से चली आ रही जाति/धर्म व्यवस्था है।
      मेरी राय में, धर्म और जाति व्यवस्था को सही तरीके से समझने में पूरा देश अक्षम है। करोड़ों लोगों के लिए हिंदू धर्म महान है और करोड़ों लोगों के लिए हिंदू धर्म सबसे बुरा है। और अगर ऐसा है, तो दोनों बातें एक साथ सच नहीं हो सकतीं। क्योंकि सभी के पास अपनी राय बनाने के लिए सबूतों का एक ही स्रोत है।
      सबसे वैज्ञानिक निष्कर्ष यह है.......संभावनाएँ इस प्रकार हैं। 1) जो लोग हिंदू धर्म को महान समझते हैं, वे गलत हैं। 2) जो लोग हिंदू धर्म को सबसे बुरा समझते हैं, वे गलत हैं। 3) सभी गलत हैं।
      और एक वैज्ञानिक सत्य है।
      ऐसी स्थिति हर जगह समस्याएँ पैदा कर रही है। इसलिए इस विवाद को सुलझाना देश और इस देश के लोगों के हित में है। जो समय की इस आवश्यकता को समझता है, वही योग्य, सच्चा बुद्धिमान, बुद्धिजीवी और साक्षर व्यक्ति है। और मुझे 2012 से खुद को भारत का सबसे बुद्धिमान और सच्चा साक्षर व्यक्ति होने का दावा करने में कोई संकोच नहीं है। और एक अद्वितीय व्यक्ति। क्योंकि 2012 से मई 2022 तक मैंने जाति और धर्म व्यवस्था पर राष्ट्रव्यापी चर्चा आयोजित करने में मेरी मदद के लिए सरकार से 1400 प्रार्थनाएँ की हैं। लेकिन सरकार ने मेरी बात अनसुनी कर दी है।
      सरकार इस मामले में राष्ट्र की मूर्खता का आनंद ले रही है।
      मैं सभी सच्चे पढ़े-लिखे लोगों से अनुरोध करता हूँ कि वे जाति और धर्म व्यवस्था पर राष्ट्रव्यापी चर्चा के मेरे विचार का समर्थन करें। मैंने इतिहास को भी शामिल किया है। क्योंकि जाति/धर्म व्यवस्था के संघर्षों ने इतिहास के बिल्कुल विपरीत संस्करणों के साथ हमारे इतिहास को सड़ा दिया है।
      अवधूत जोशी

  • @AmarPaswan-el7fw
    @AmarPaswan-el7fw 18 дней назад

    Next cm chirag paswan jindabad BJP hatayo

  • @govindsampatmantri7732
    @govindsampatmantri7732 22 дня назад

    Lootera entry 😂

  • @SUNILKUMAR-bx8sj
    @SUNILKUMAR-bx8sj 22 дня назад

    Rail mantri ji aap ne to senior citizens ka reservation khatm kr diya aap to km se km Gyan n do plz.....😂

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 22 дня назад

      आदरणीय महोदय
      मैं ही एकमात्र सच्चा साक्षर व्यक्ति हूँ।और निश्चित रूप से मेरा संदर्भ हमारे देश में हजारों वर्षों से चली आ रही जाति/धर्म व्यवस्था है।
      मेरी राय में, धर्म और जाति व्यवस्था को सही तरीके से समझने में पूरा देश अक्षम है। करोड़ों लोगों के लिए हिंदू धर्म महान है और करोड़ों लोगों के लिए हिंदू धर्म सबसे बुरा है। और अगर ऐसा है, तो दोनों बातें एक साथ सच नहीं हो सकतीं। क्योंकि सभी के पास अपनी राय बनाने के लिए सबूतों का एक ही स्रोत है।
      सबसे वैज्ञानिक निष्कर्ष यह है.......संभावनाएँ इस प्रकार हैं। 1) जो लोग हिंदू धर्म को महान समझते हैं, वे गलत हैं। 2) जो लोग हिंदू धर्म को सबसे बुरा समझते हैं, वे गलत हैं। 3) सभी गलत हैं।
      और एक वैज्ञानिक सत्य है।
      ऐसी स्थिति हर जगह समस्याएँ पैदा कर रही है। इसलिए इस विवाद को सुलझाना देश और इस देश के लोगों के हित में है। जो समय की इस आवश्यकता को समझता है, वही योग्य, सच्चा बुद्धिमान, बुद्धिजीवी और साक्षर व्यक्ति है। और मुझे 2012 से खुद को भारत का सबसे बुद्धिमान और सच्चा साक्षर व्यक्ति होने का दावा करने में कोई संकोच नहीं है। और एक अद्वितीय व्यक्ति। क्योंकि 2012 से मई 2022 तक मैंने जाति और धर्म व्यवस्था पर राष्ट्रव्यापी चर्चा आयोजित करने में मेरी मदद के लिए सरकार से 1400 प्रार्थनाएँ की हैं। लेकिन सरकार ने मेरी बात अनसुनी कर दी है।
      सरकार इस मामले में राष्ट्र की मूर्खता का आनंद ले रही है।
      मैं सभी सच्चे पढ़े-लिखे लोगों से अनुरोध करता हूँ कि वे जाति और धर्म व्यवस्था पर राष्ट्रव्यापी चर्चा के मेरे विचार का समर्थन करें। मैंने इतिहास को भी शामिल किया है। क्योंकि जाति/धर्म व्यवस्था के संघर्षों ने इतिहास के बिल्कुल विपरीत संस्करणों के साथ हमारे इतिहास को सड़ा दिया है।
      अवधूत जोशी

  • @parmodmaury6400
    @parmodmaury6400 22 дня назад

    मनमोहन सिंह को फाइनेंस सेकेट्री बना दिया गया था
    कब किस सन में UPSC पास किया था मनमोहन सिंह ने आज तक कोई कांग्रेस वाला बताओ 🤣🤣🤣🤣🤣🤣

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 22 дня назад

      आदरणीय महोदय
      मैं ही एकमात्र सच्चा साक्षर व्यक्ति हूँ।और निश्चित रूप से मेरा संदर्भ हमारे देश में हजारों वर्षों से चली आ रही जाति/धर्म व्यवस्था है।
      मेरी राय में, धर्म और जाति व्यवस्था को सही तरीके से समझने में पूरा देश अक्षम है। करोड़ों लोगों के लिए हिंदू धर्म महान है और करोड़ों लोगों के लिए हिंदू धर्म सबसे बुरा है। और अगर ऐसा है, तो दोनों बातें एक साथ सच नहीं हो सकतीं। क्योंकि सभी के पास अपनी राय बनाने के लिए सबूतों का एक ही स्रोत है।
      सबसे वैज्ञानिक निष्कर्ष यह है.......संभावनाएँ इस प्रकार हैं। 1) जो लोग हिंदू धर्म को महान समझते हैं, वे गलत हैं। 2) जो लोग हिंदू धर्म को सबसे बुरा समझते हैं, वे गलत हैं। 3) सभी गलत हैं।
      और एक वैज्ञानिक सत्य है।
      ऐसी स्थिति हर जगह समस्याएँ पैदा कर रही है। इसलिए इस विवाद को सुलझाना देश और इस देश के लोगों के हित में है। जो समय की इस आवश्यकता को समझता है, वही योग्य, सच्चा बुद्धिमान, बुद्धिजीवी और साक्षर व्यक्ति है। और मुझे 2012 से खुद को भारत का सबसे बुद्धिमान और सच्चा साक्षर व्यक्ति होने का दावा करने में कोई संकोच नहीं है। और एक अद्वितीय व्यक्ति। क्योंकि 2012 से मई 2022 तक मैंने जाति और धर्म व्यवस्था पर राष्ट्रव्यापी चर्चा आयोजित करने में मेरी मदद के लिए सरकार से 1400 प्रार्थनाएँ की हैं। लेकिन सरकार ने मेरी बात अनसुनी कर दी है।
      सरकार इस मामले में राष्ट्र की मूर्खता का आनंद ले रही है।
      मैं सभी सच्चे पढ़े-लिखे लोगों से अनुरोध करता हूँ कि वे जाति और धर्म व्यवस्था पर राष्ट्रव्यापी चर्चा के मेरे विचार का समर्थन करें। मैंने इतिहास को भी शामिल किया है। क्योंकि जाति/धर्म व्यवस्था के संघर्षों ने इतिहास के बिल्कुल विपरीत संस्करणों के साथ हमारे इतिहास को सड़ा दिया है।
      अवधूत जोशी

  • @anshikasingh2961
    @anshikasingh2961 22 дня назад

    Aarakshan khatm karo military mein kyon nahin jaate Ho

  • @SUNILKUMAR-bx8sj
    @SUNILKUMAR-bx8sj 22 дня назад

    Congress jindabad

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 22 дня назад

      आदरणीय महोदय
      मैं ही एकमात्र सच्चा साक्षर व्यक्ति हूँ।और निश्चित रूप से मेरा संदर्भ हमारे देश में हजारों वर्षों से चली आ रही जाति/धर्म व्यवस्था है।
      मेरी राय में, धर्म और जाति व्यवस्था को सही तरीके से समझने में पूरा देश अक्षम है। करोड़ों लोगों के लिए हिंदू धर्म महान है और करोड़ों लोगों के लिए हिंदू धर्म सबसे बुरा है। और अगर ऐसा है, तो दोनों बातें एक साथ सच नहीं हो सकतीं। क्योंकि सभी के पास अपनी राय बनाने के लिए सबूतों का एक ही स्रोत है।
      सबसे वैज्ञानिक निष्कर्ष यह है.......संभावनाएँ इस प्रकार हैं। 1) जो लोग हिंदू धर्म को महान समझते हैं, वे गलत हैं। 2) जो लोग हिंदू धर्म को सबसे बुरा समझते हैं, वे गलत हैं। 3) सभी गलत हैं।
      और एक वैज्ञानिक सत्य है।
      ऐसी स्थिति हर जगह समस्याएँ पैदा कर रही है। इसलिए इस विवाद को सुलझाना देश और इस देश के लोगों के हित में है। जो समय की इस आवश्यकता को समझता है, वही योग्य, सच्चा बुद्धिमान, बुद्धिजीवी और साक्षर व्यक्ति है। और मुझे 2012 से खुद को भारत का सबसे बुद्धिमान और सच्चा साक्षर व्यक्ति होने का दावा करने में कोई संकोच नहीं है। और एक अद्वितीय व्यक्ति। क्योंकि 2012 से मई 2022 तक मैंने जाति और धर्म व्यवस्था पर राष्ट्रव्यापी चर्चा आयोजित करने में मेरी मदद के लिए सरकार से 1400 प्रार्थनाएँ की हैं। लेकिन सरकार ने मेरी बात अनसुनी कर दी है।
      सरकार इस मामले में राष्ट्र की मूर्खता का आनंद ले रही है।
      मैं सभी सच्चे पढ़े-लिखे लोगों से अनुरोध करता हूँ कि वे जाति और धर्म व्यवस्था पर राष्ट्रव्यापी चर्चा के मेरे विचार का समर्थन करें। मैंने इतिहास को भी शामिल किया है। क्योंकि जाति/धर्म व्यवस्था के संघर्षों ने इतिहास के बिल्कुल विपरीत संस्करणों के साथ हमारे इतिहास को सड़ा दिया है।
      अवधूत जोशी

  • @satyendrasingh8019
    @satyendrasingh8019 22 дня назад

    Ye to congress ki hi den thi

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 22 дня назад

      आदरणीय महोदय
      मैं ही एकमात्र सच्चा साक्षर व्यक्ति हूँ।और निश्चित रूप से मेरा संदर्भ हमारे देश में हजारों वर्षों से चली आ रही जाति/धर्म व्यवस्था है।
      मेरी राय में, धर्म और जाति व्यवस्था को सही तरीके से समझने में पूरा देश अक्षम है। करोड़ों लोगों के लिए हिंदू धर्म महान है और करोड़ों लोगों के लिए हिंदू धर्म सबसे बुरा है। और अगर ऐसा है, तो दोनों बातें एक साथ सच नहीं हो सकतीं। क्योंकि सभी के पास अपनी राय बनाने के लिए सबूतों का एक ही स्रोत है।
      सबसे वैज्ञानिक निष्कर्ष यह है.......संभावनाएँ इस प्रकार हैं। 1) जो लोग हिंदू धर्म को महान समझते हैं, वे गलत हैं। 2) जो लोग हिंदू धर्म को सबसे बुरा समझते हैं, वे गलत हैं। 3) सभी गलत हैं।
      और एक वैज्ञानिक सत्य है।
      ऐसी स्थिति हर जगह समस्याएँ पैदा कर रही है। इसलिए इस विवाद को सुलझाना देश और इस देश के लोगों के हित में है। जो समय की इस आवश्यकता को समझता है, वही योग्य, सच्चा बुद्धिमान, बुद्धिजीवी और साक्षर व्यक्ति है। और मुझे 2012 से खुद को भारत का सबसे बुद्धिमान और सच्चा साक्षर व्यक्ति होने का दावा करने में कोई संकोच नहीं है। और एक अद्वितीय व्यक्ति। क्योंकि 2012 से मई 2022 तक मैंने जाति और धर्म व्यवस्था पर राष्ट्रव्यापी चर्चा आयोजित करने में मेरी मदद के लिए सरकार से 1400 प्रार्थनाएँ की हैं। लेकिन सरकार ने मेरी बात अनसुनी कर दी है।
      सरकार इस मामले में राष्ट्र की मूर्खता का आनंद ले रही है।
      मैं सभी सच्चे पढ़े-लिखे लोगों से अनुरोध करता हूँ कि वे जाति और धर्म व्यवस्था पर राष्ट्रव्यापी चर्चा के मेरे विचार का समर्थन करें। मैंने इतिहास को भी शामिल किया है। क्योंकि जाति/धर्म व्यवस्था के संघर्षों ने इतिहास के बिल्कुल विपरीत संस्करणों के साथ हमारे इतिहास को सड़ा दिया है।
      अवधूत जोशी

  • @shortvideovkcom
    @shortvideovkcom 22 дня назад

    Bjp मुंहके बल गिरी।😅😅