जीतू भाई,गेडिया जैसे सुदूर गाँव जाकर आपने एक छोटे से किसान का इतना उत्कृष्ट विडीओ बनाया उसके लिए आपकी जितनी तारीफ़ की जाए वो कम है ।👌👌👌..भारत को भारतीयता पर पुनः स्थापित करने का ज्यों आपका प्रयास है उसको नमन,हर भारतीय को सबसे पहले किसान के उत्पादों को ही प्राथमिकता देनी चाहिए तभी किसान और देश मज़बूत होगा ।🇮🇳🇮🇳
Hame kesse mil sakta hai ... kai jageh loog kharidna chahe to bhi nahi milta.. inko aage barana hai to ... unko esee ghahako se joorna bhi syayad accha prayas hooga..kyuki kaafi loog aajkal original and organic brand pe pesse kharch kaar rahe hai
Aaj ke uva ko ager gavm ka doodh pilaya jae to usko pchega hi nhi yd vo sher ka uva h gavm ka uva to sb hjm kerlega jai hind hmari gov ko chahie k jo suvidha shr ko dijarhi h vo gavm ko dijae sb thik hojaega
सीधी सी बात .... अगर वेकसीन से कोई नुकसान नही है तो इसकी गारंटी लेने के लिए कोई भी नेता डॉक्टर या अस्पताल वाले आगे क्यों नही आते ? कोई भी लिखित मे देने के लिए तैयार क्यों नही की वेकसीन पूर्ण रूप से सुरक्षित है। कैंसर AIDS, टीबी और हार्ट अटेक का कोई टीका नही बना तो कोरोना का टीका 1 वर्ष मे कैसे बना ? भारत मे कोरोना से मरने वाले एक वर्ष मे मुश्किल से 2 लाख लोग है। जबकि कैंसर और हार्ट अटेक से मरने वाले कोरोना से 5 से 10 गुना है तो फिर ये कोरोना को महामारी कैसे मान ले ? और उसकी वेकसीन पर भरोसा कैसे करे ? जो इंसान दूसरी बीमारियों से मर चुका है उसको भी कोरोना से मृत घोषित किया जाता है जिससे कोरोना का डर बढ़ाकर दवाओं की बिक्री हो सके। मीडिया वाले ये सब सत्य नही बताएँगे क्योंकि मीडिया खुद सरकार के साथ बिकी हुई है। कुछ नेता मंत्री या कोई बड़ी हस्ती झूठ मूठ का वेकसीन लगवा कर जनता को मूर्ख भी बना सकते है ये बताने के लिए की वेकसीन सुरक्षित है। डॉक्टर विश्वरूप रोय चौधरी और तरुण कोठारी को सुनकर कोरोना की सच्चाई अपने आप पता चलेगी। अब ये आपको तय करना है कि वेकसीन लेनी है या नही। जीवन आपका है ।..
जिस नीता अंबानी ने कभी कोई खेल नही खेला उसको 'खेल रत्न' अवार्ड दिया जा रहा है, लेकिन ऐसे ईमानदार और संस्कृति को बचाने वाले लोगों को कोई पूछ ही नही रह है
नीता अंबानी कितनी जबरदस्त ख़िलाडिन है ये आप अनिल अंबानी से पूछिए,जिसने अनिल के बापू की कम्पनी में से रिलायंस इंडस्ट्रीज खुद रख ली और अनिल को नई नई कम्पनियों के लॉलीपॉप पकड़ा दिए ऐसा खेल तो किसी ने नहीं खेला होगा अब तक
अनिल अँबानी और मुकेश आँबानी की पत्नियोँ मे N और T की अदला बदली का ही फर्क है। अनिल अँबानी की T. Teena Ambani मुकेश अँ बानी की N . Neeta Ambani. बाकी अक्षर वोही हैँ। कितना चमत्कार है एक मुनीम से सेठानी बन गई ( टीना मुनीम )और दूसरी सेठानी से खिलाडी बन गई।
Abe pagalo wo award use diya jata hai jo khel kud karane wale best organigation sanstha ke malik hote hi Jankari ke sath bolo congress ke rahul baba ki tarah mt bolo bina jankari ke
@@shaddharshukla7319 ye to apko congress se puchhna chahiye ki usaka nam khel ratna kyu rkha ,,,,,,, Sali ye jo sachh bat hi na bahut jyada kadawi tab ho jati hi jab koi jhuth bolkar samaj me fas jata hi
हर गाँवमे, हर शहरमें ऐसीही कच्ची तेलघानी होनी चाहिये.................. बहोत... बहोत अभिनंदन.. भाई साहब. .............................................. ए हमारी सनातन संस्कृती है........... जिवीत रहे..बैल भी...मनुष्य भी...... सही ढंगसे............... जय सियाराम.
पहले का भारत कितना स्वस्थ और ताकतवर था सच में वो लोग जीवन जी के गए है इस धरती से आज के मानव ने तथाकथित तरक्की तो कर ली है लेकिन जीवन में रोग, दुख तकलीफ अपने घर ले आया। काश मेरे पहले का भारत फिर से खड़ा हो जाये। जीतू भाई आप राजीव दिक्सित भाई के बाद दूसरे व्यक्ति है जिनका हम दिल से आदर करते है कि आप लोगो को फिर उसी संस्कृति में पुनः स्थापित करोगे।। जै हिन्द जै गौ माता की।।
मांगीराम जी बहोत ही बढीया काम आपने किया है ये अपनी भारतीय पारंपरिक पध्दती आपने फिरसे शूरू की है कच्ची घाणी का तेल निकलना बहोत ही सराहनिय यही शुध्द पौष्टिक तेल है
जीतू जी.. आपका जितना धन्यवाद किया जाये उतना कम है.. बस ऐसे ही धीरे धीरे हम फिर से अच्छे खान पान और अच्छी सेहत को अपने जीवन मे ला पाएंगे.. सत्यनारायण जी, माँगीराम ji आपको मेरा नमन..
@@sureshbhalodiya9648 bhai sarkar in gau ke logo se oil khareede or hum aam nagriko ko saste me de or sarkar aaram se de skti hai kyuki sarkaar humse bhaut tax lete hai jaise petrol ka price 20 rupppe per litre hota hai pr hume 100 ruppe litre me bachte hai or income me bhi tax liya jata hai har cheej me tax le rhe hai vo sara paisa kaha ja rha hai in mantriyoo ke jeb me or ghata gareeb logo ka ho rha hai
जीतू भाई मैं आपको और मांगेराम जी को नहीं जानता ।आप यकीन मानो या ना जितनी देर आपका वीडियो देखता रहा खुशियों के आंसू रुके नहीं। आप सब लोग धन्यवाद के पात्र हैं। आपने मेरे मन में जो कोल्हू शब्द कच्ची घानी के नाम से पड़ा था उसे जीवंत कर दिया।
सही जानकारी शुद्धता की गारंटी है घाणी तो घाणी है पर किया क्या जाये इनको भी मजदूरी नही मिलती। अगर सरकार चाहे तो कर पाये या नही ऐसे कोल्हू को अनुदान से हेल्प होनी ही चाहिये।
कोल्हू और कोल्हू के बैल- को खत्म कर, हमने क्या खो दिया, इस video में पूरी जानकारी आपके लिये है।।।👍👍 कृपया अपने बच्चों को ये video जरूर दिखाए, ताकि उनको भी अपनी संस्कृति का ज्ञान हो।।☝️🙏
प्रिय@@jasbirrana6299 भाई आज हरयाणा में एक भी बैल चलित कोल्हू नहीं है। यहाँ तो बस मील में तेल निकलता है।। ।।राजस्थान में ही कोई इक्के दुक्के कोल्हू बचे है।।
Jitu bhai aaj emotional ho gya aisi Kya bhookh hai hum logo ki jo asli cheez ko chod kar nakli saman par yakeen karte hai aur apne jism ke saath khilwad karte hai aur bimari se ghire rehte hai.
इसके दो फायदे हैं ऐक असली कच्ची घनी है और इससे जिस पैङ की लङकी इस्तमाल की जा रही है है उस पेङ का गुण मिल जाता है और सबसे बङी बात ईसमे कुछ गौ वंश बचेगा जय श्री राम जय हिंद
पुराना देशी आईलमील दिखाने के लिए धन्यवाद। मांगीलालजी को भी धन्यवाद । जीनहोने तैल निकालने की पुरानी तकनीकी को पुन:चालुकीया ।......नमस्तेजी जीला श्योपुर म.प्र.
मांगे राम जी , जीतू जी तथा इस कार्य को पुनर्जीवित करने वाले हमारे सभी साथियों को बहुत- बहुत धन्यवाद। आप लोगों की हमारी संस्कृति के सच्चे संरक्षक हो । आप वन्दनीय हो मैं भी भविष्य में इसी प्रकार का कार्य करने का इच्छुक हूं।
विकास का मतलब ही विनाश है जितनी पढ़े लिखे उतना धरती का विनाश इंसानों का विनाश चारों तरफ लूट लूट लूट वापस पुरानी संस्कृति में लौटे यही हमारे लिए सबसे अच्छा है
जय गोमाता की भाई जी आपका बहुत बहुत साधुवाद जो आप हमारे पूर्वजों की संस्कृति को बचाने का काम कर रहे है और यकीन रखे आप जैसे भाईयों कि वजह से भारत फिर विश्व गुरु बनेगा।
भाई जीतू आप को बहुत धन्यवाद जो अपने एक किसान और हिंदू समाज की पुरानी संस्कृति को आगे बढ़ाने का प्रयास किया हम सब आपके साथ है और मै सभी भाईयो से हाथ जोड़ के विनंती करता हूं कि इस किसान का ज्यादा से ज्यादा तेल खरीदे । ताकि और किसान भी इस कार्य को शुरू करे।।।।।।।।
जीतू भाई आपका बहुत-बहुत धन्यवाद इस वीडियो को बनाने के लिए कृपया करके इस जन-जागरण को ज्यादा से ज्यादा लोगों में शेयर करें जिससे कि हमारे देश की जनता आने वाले भविष्य मैं सभी बच्चे शुद्ध पदार्थ खाना खा सकें जिसे यह आदेश तरक्की करें जय हिंद जय भारत जीतू भाई को तहे दिल से राम राम मेरी किसान भाई को भी राम राम और जो नंदी महाराज सराहनीय कार्य कर रहे हैं उनको दंडवत प्रणाम जय गौ माता जय गोपाल जय नंदी महाराज
बचपन मै मै मेरे पिताजी कै साथ मै तिल और मूंगफली कै दाने की तेल निकाल नै जाता था, आज वो दीन याद आ गये, बहुत खूशी हुवी ये लकडे का बैल वाला घानी देखा, तो बचपन की यादे ताज़ा हो गई,
राम राम जीतू जी, शुध्दता , स्वछता एवं सेहत का प्रतीक हैं यह कोहलू का तेल ।। किंतु इस भागती फिरती जिंदगी मे हम कब इस शुद्ध कोहलू तेल की कीमत समझ सकेंगे ।।
कहावतों में ही कोहलू का जिक्र सुनने को मिलता था लेकिन देखने को कहीं भी नहीं मिला था। आज पहली बार आप लोगों की मेहनत से बनाई गई विडियो और उस प्राकृतिक प्रेमी जीवित किसान जो आज भी अपनी उसी जिंदगी में खुश हैं और अपने हाथ से बना कोहलू को बड़ी लगन और खुशी से चलाता है सभी को सलाम 🙋♂️🙋♂️🙏🙏🙏 जो आज भी हमारी संस्कृति ो दिल से प्यार करते है 👌👌👌👌👌🌾🌾🌾🌾 आज पहली बार देखा है कोहलू
OLD IS GOLD Ye Sab wapas Lana Bahot jaruri hai. Hamare kisano ke liye Aur hamari Gaumatake liye.. Hamara Nandi ka bhi Mahtva badjayega. Bahot Dhanyavad video share karneke liye 🙏
बहुत बहुत शानदार जीतू भाई साहब आपने वीडियो बनाई है कुछ लोग जागरूक होंगे अपने स्वास्थ्य के प्रति तो डिमांड उत्पन्न होगी और फिर ऐसे कई अनेक कोल्हू लग पाएंगे जिससे कि लोगों के स्वास्थ्य में इजाफा होगा और लोगों को रोजगार उत्पन्न होगा और डोक्टर वाला खर्च बचेगा व डोक्टर के द्वारा दी जाने वाली तकलीफ़ से भी बच पायेगे स्वास्थ्य के प्रति जागरूक होगा इंडिया तभी तो रोगों से बच पाएगा इंडिया और जीतू भाई इस तेल में बैल व तेल निकालने वाले व्यक्ति की भावना भी सम्मिलित होती है जो कि लोहे की मशीन मे नहीं हो पाती
बहुत बढ़िया वीडियो था जीतू भाई, आप ऐसे ही विडियोज और लाते रहें, आपका तहे दिल से धनयवाद और मांगेराम जी का भी हमारी युवा पीढ़ी को हमारी पुरानी भारतीय संस्कृति को जानने का अवसर मिला. बा
utter ruubish! This is shear animal cruelty, what if I give you one or two chapatis and blind fold you and force you to go round and round pulling weights you would get sick and tired, and free yourself from the chains, and run away, sadly the bull cannot do that, he can eat grass anywhere, he does not need you to feed him grass, grass is free from nature, so this is most inhumane way to extract oil, most inefficient, so if you want traditional way of extracting oil, why not use a small engine to turn that damn tree trunk, and free the bull, you are one of those people who does not understand energy does not come free, the bull has to eat lots of more grass to generate extra energy to turn the damn thick pole, and so when he eats extra he also generates stomach gasses (farts) which can pollute and effect ozone layers, same as if you were to burn fossile fuels, so why punish a poor defenseless bull, do you know what, you might as well kill him and eat his flesh, he will thank you for that instead of being tortured to this human stupidity, try to understand machinery is now available to releaase these poor animals who brought human civilisation to our present day technology, time we retired them, dont abuse animals , That poor bull must have walked tens of miles to extract just few liters of oil. I though spaniards were worst for stabbing bulls to death in an areana, but their paIN is short lived, whilst here the pain bulls has tpo endure is everlasting till his bones become tired and he becoems weak and then you leave him to fend for himself,
Even if someone says that it is animal cruelity than better than nature destrution.Those big mills uses electricity destrying forest for dam ,using mineral from earth..is not good..
@@mgabrielle2343 The design of this oil mill needs improvement so that it we won't need to blind fold the bull and make east for him to move.. plus if he is fed well I don't think that is animal abuse.. I see lot of cows and bulls roaming around streets and eating plastic along with garbage. People don't like to keep bull as they have no use for it and they still have to feed him. Nobody wants to solve the problem. There are many designer worldwide who can drastically improve the efficiency of these mills but nobody does it. If I had the money I would have hired one and done it. Plus we also need to market that oil well so that you get all your expenses taken care of including good feed for bull. BTW bull has so much energy that it needs some work to do else sitting idle makes their joints stiff.. We can also call people doing hard physical labour as being abused. But that won't be right when they are paid well and treated well. In the current video bull might not be in most comfortable position but we need to improve the design and get proper price for produce to be able to feed bull well and get a decent living for farmer. The technology you are talking about is not available or affordable to everyone. Not everyone is rich. Many farmers are in very poor state in India. They just can't afford automated machinery. They need something local and involving animals so that everyone can benefit. Local economy, animals and farmer. BTW I have seen a video earlier where a different design of oil mill was used and bull was not blindfolded. Plus they didn't let old cows and bulls to fend for themselves. They kept them even though they were not giving any output. So such individuals also exist. Being poor is not easy.
@@mgabrielle2343 How many bulls are grazing freely in ur area/country? If they are found alone there are butchers who will hizack them and butcher them mercilessly. You work hard for ur company and get tired often, remain closed in office for 8 hours, can not attend home phones while in meeting, for just a few bucks then u mean by logic its shear cruelty from your employer? and then by your argument its better to kill you than giving so hardship in company with sometime late night working and sometimes holiday working also? By ur login ur company is abusing you? Is bull born to be killed butchered and satisfy tongue of killers and animal eaters....that most shameless act to murder animals and eat. Do u kill ur old parents when they are even no useful for u? Understand this like......humans have to co-exist with animals and use properly with kind attitude of course. The bulls usually are used in day time and give rest at night. But u sometimes given more harsh work to work in night also ...so u r more tortured than bull...ask ur employer to kill better. Working hard is gift of life but it should get proper food and shelter in return and not death penalty. We respect animals like friends...men in the video is also working hard and not sitting idle. so its co-existence. Hope u understood!
आश्चर्य है कि सरकार व सामाजिक संस्थायें इस प्रकार के उत्पादों को प्रोत्साहित क्यों नहीं करती। जबकि बहुत लोग अधिक मूल्य देने को भी तैयार है। ग्रामीण क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होंगे। सड़क पर छोड़े जाने वाले गौवंश वृषभ का भी सदुपयोग बढ़ेगा। अधिक उत्पादन के नाम पर मशीनों से उत्पादित मिलावटी जहरीले खाद्य तेल लोग खा रहें हैं। भगवान से यही प्रार्थना है पूरे देश में पुरानी परम्पराये फिर से लौट कर आये।
पर साहब ! इतनी बड़ी आबादी की पूर्ती कच्ची घानी के तेल की आपूर्ति कैसे होगी। पर इन्होंने अपनी पुरानी तकनीक को जीवित किया है जिसे आज हमने यूट्यूब पर आंखो से देखा है उसके लिए मैं आपको बहुत बहुत बधाई देता हूं। और बहुत खुश हूं मैं।
यह कच्ची घानी नहीं भाई यह हमारी संस्कृति और सभ्यता की जान है। हम सब पुरानी परिपाटी पर चलने लगें तो कोई ताकत नहीं जो हमें अस्पताल ले जाए। आटा की चक्की भी देशी वाली सबसे अच्छी होती है लेकिन क्या करें इस जमाने को अब हल्दी और मिर्च भी पिसी पिसाई चाहिए औरतों को वही वजह है बीमारी की। सब आरामपरस्त हो गये।
Kapil srivastava ji sabko apna youtube channel chalana hai. Most of the time yeh aapko address ya contact number aapko nahi batayengay. Bus dil ka like chaap dete hai. Maine insay yaduvanshi gaushala ka address manga tha aaj tak nahi bataya. Or baat sanrakshan ki karte hai.
Jeethu Bhai bahut bahut dhanyawad apka Aap Kisan bhaiyon ka desi khane ki cheezon ka video hum tak pahunchate ho. 90% Bimaari logon ko Refined Tel, Refined Sugar aur Refined Namak khane se hi hota hai.
जीतूभाई आप बहुत ही अच्छा काम कर रहे है और जहां तक बात है कोल्हू के तेल की दूसरे मशीन से निकले हुए तेल से आधा ही लगता है रसोई में तो महंगा तो बिल्कुल ही नहीं पड़ता, ये मेरा खुद का अनुभव है
जीतू भाई,गेडिया जैसे सुदूर गाँव जाकर आपने एक छोटे से किसान का इतना उत्कृष्ट विडीओ बनाया उसके लिए आपकी जितनी तारीफ़ की जाए वो कम है ।👌👌👌..भारत को भारतीयता पर पुनः स्थापित करने का ज्यों आपका प्रयास है उसको नमन,हर भारतीय को सबसे पहले किसान के उत्पादों को ही प्राथमिकता देनी चाहिए तभी किसान और देश मज़बूत होगा ।🇮🇳🇮🇳
Bharat ki dharihar
@@AdityarajPatil01 भाई, अपने भाई के चैनल को सब्सक्राइब कर दो जी 🙏🙏🙏
ruclips.net/video/tzHiK4svKoI/видео.html
Thank you sir
Give English sub titles let many more get informed and see your message reach out to all public targetted
Hame kesse mil sakta hai ... kai jageh loog kharidna chahe to bhi nahi milta.. inko aage barana hai to ... unko esee ghahako se joorna bhi syayad accha prayas hooga..kyuki kaafi loog aajkal original and organic brand pe pesse kharch kaar rahe hai
दिन भर बिना किसी लालच के मेहनत करने वाले उस गूंगे जानवर (बैल) को मेरा शत-शत प्रणाम 🙏🙏🙏🙏
Khushi huaa koi mere jaise sochne wale bhi hai
@@humeshwarthakur6402 😊😊😊😊😊
बिलकुल सही कहा है आपने भाई साहब
Nandi maharaj ki jai🙏
Koi to mar Kar kha jata hai
बहुत खूब ताऊ जी, आप जैसे लोगों की ज़रूरत है भारत देश में
ruclips.net/video/f5KcxPgMNlM/видео.html
90 dgree
Bhai purani sbhi bate bhut hi thik thi per aaj ka uva nhi smjhta in chijon ki kdr enko to sb kuchh fast chahie tbhi to khte h old is gold jai hind
Aaj ke uva ko ager gavm ka doodh pilaya jae to usko pchega hi nhi yd vo sher ka uva h gavm ka uva to sb hjm kerlega jai hind hmari gov ko chahie k jo suvidha shr ko dijarhi h vo gavm ko dijae sb thik hojaega
ये 'तेली' भाई घर परिवार वाले है। भिक्षा मांग के नही खाते। ना ही किसी पूंजीपति की चाकरी करते हैं। गर्व है इन पर।
सीधी सी बात ....
अगर वेकसीन से कोई नुकसान नही है तो इसकी गारंटी लेने के लिए कोई भी नेता डॉक्टर या अस्पताल वाले आगे क्यों नही आते ? कोई भी लिखित मे देने के लिए तैयार क्यों नही की वेकसीन पूर्ण रूप से सुरक्षित है। कैंसर AIDS, टीबी और हार्ट अटेक का कोई टीका नही बना तो कोरोना का टीका 1 वर्ष मे कैसे बना ? भारत मे कोरोना से मरने वाले एक वर्ष मे मुश्किल से 2 लाख लोग है। जबकि कैंसर और हार्ट अटेक से मरने वाले कोरोना से 5 से 10 गुना है तो फिर ये कोरोना को महामारी कैसे मान ले ? और उसकी वेकसीन पर भरोसा कैसे करे ? जो इंसान दूसरी बीमारियों से मर चुका है उसको भी कोरोना से मृत घोषित किया जाता है जिससे कोरोना का डर बढ़ाकर दवाओं की बिक्री हो सके। मीडिया वाले ये सब सत्य नही बताएँगे क्योंकि मीडिया खुद सरकार के साथ बिकी हुई है। कुछ नेता मंत्री या कोई बड़ी हस्ती झूठ मूठ का वेकसीन लगवा कर जनता को मूर्ख भी बना सकते है ये बताने के लिए की वेकसीन सुरक्षित है। डॉक्टर विश्वरूप रोय चौधरी और तरुण कोठारी को सुनकर कोरोना की सच्चाई अपने आप पता चलेगी। अब ये आपको तय करना है कि वेकसीन लेनी है या नही। जीवन आपका है ।..
@@ankitsoni1986 tum bhausadi ke mat lagvana
भारतीयों को भारतीय सभ्यता और संस्कृति फिर से अपनानी पड़ेगी तभी भारतीय स्वस्थ और सुंदर बनकर एक बार फिर से विश्व गुरु का किरदार अदा करेंगे ❤
Fir Se Jatiwad Ka Chutiyapa Teli Ko Dekhna Asubh Hai
बिना किसी लालच के बेजुबान (गूंगा) बैल पूरे दिन मेहनत करता है उस बैल को मेरा शत-शत नमन।
असली भारतीय और राजस्थानी संस्कृति को पुर्नजिवीत करनें की महती आवश्यकता है.
बहुत बहुत अच्छा वीडियो.
ruclips.net/video/f5KcxPgMNlM/видео.html
जिस नीता अंबानी ने कभी कोई खेल नही खेला उसको 'खेल रत्न' अवार्ड दिया जा रहा है, लेकिन ऐसे ईमानदार और संस्कृति को बचाने वाले लोगों को कोई पूछ ही नही रह है
नीता अंबानी कितनी जबरदस्त ख़िलाडिन है ये आप अनिल अंबानी से पूछिए,जिसने अनिल के बापू की कम्पनी में से रिलायंस इंडस्ट्रीज खुद रख ली और अनिल को नई नई कम्पनियों के लॉलीपॉप पकड़ा दिए ऐसा खेल तो किसी ने नहीं खेला होगा अब तक
अनिल अँबानी और मुकेश आँबानी की पत्नियोँ मे N और T की अदला बदली का ही फर्क है।
अनिल अँबानी की T. Teena Ambani
मुकेश अँ बानी की N . Neeta Ambani.
बाकी अक्षर वोही हैँ। कितना चमत्कार है एक मुनीम से सेठानी बन गई ( टीना मुनीम )और दूसरी सेठानी से खिलाडी बन गई।
Dene lene wale jante hain
Abe pagalo wo award use diya jata hai jo khel kud karane wale best organigation sanstha ke malik hote hi
Jankari ke sath bolo congress ke rahul baba ki tarah mt bolo bina jankari ke
@@shaddharshukla7319 ye to apko congress se puchhna chahiye ki usaka nam khel ratna kyu rkha
,,,,,,,
Sali ye jo sachh bat hi na bahut jyada kadawi tab ho jati hi jab koi jhuth bolkar samaj me fas jata hi
मांगेराम जी के इस जज्बे को नमस्कार है
जो इस प्रथा को आज भी संभाले हुए है,
जय भारत
हर गाँवमे, हर शहरमें ऐसीही कच्ची तेलघानी होनी चाहिये..................
बहोत... बहोत अभिनंदन.. भाई साहब.
..............................................
ए हमारी सनातन संस्कृती है...........
जिवीत रहे..बैल भी...मनुष्य भी......
सही ढंगसे............... जय सियाराम.
धन्यवाद जीतू, इस शानदार, जानकारी भरपूर और कल्याणकारी पोस्ट के लिए
ruclips.net/video/f5KcxPgMNlM/видео.html
पहले का भारत कितना स्वस्थ और ताकतवर था सच में वो लोग जीवन जी के गए है इस धरती से आज के मानव ने तथाकथित तरक्की तो कर ली है लेकिन जीवन में रोग, दुख तकलीफ अपने घर ले आया। काश मेरे पहले का भारत फिर से खड़ा हो जाये। जीतू भाई आप राजीव दिक्सित भाई के बाद दूसरे व्यक्ति है जिनका हम दिल से आदर करते है कि आप लोगो को फिर उसी संस्कृति में पुनः स्थापित करोगे।। जै हिन्द जै गौ माता की।।
अति उत्तम विचार ,हम वास्तव में ही यदि अपनी भारतीय स्वदेशी संस्कृति को ऊंचा उठाना चाहते हैं यह परम आवश्यक है कि हम हिन्दी भाषा का आदर करें।
भैया जी बहुत अच्छा लगा आपका कॉमेंट पढ़कर। धन्यवाद हम भी राजीव जी के समर्थक है।
मांगीराम जी बहोत ही बढीया काम आपने किया है ये अपनी भारतीय पारंपरिक पध्दती आपने फिरसे शूरू की है कच्ची घाणी का तेल निकलना बहोत ही सराहनिय यही शुध्द पौष्टिक तेल है
ruclips.net/video/f5KcxPgMNlM/видео.html
Bhai lekin teli ko to asubh mante the pahle k jamane mein😁😁aaj sbhi log uske tel ki prasansha kar rhe hai😁 samay parivartan
काहांबतओ में सुनते थे कोहलू को अब देख भी लिया आपका बहुत-बहुत धन्यवाद जी भारतीय संस्कृति के दर्शन करवाने के लिए
जीतू जी.. आपका जितना धन्यवाद किया जाये उतना कम है.. बस ऐसे ही धीरे धीरे हम फिर से अच्छे खान पान और अच्छी सेहत को अपने जीवन मे ला पाएंगे..
सत्यनारायण जी, माँगीराम ji आपको मेरा नमन..
नीम और बबूल की लकड़ियों के गुणों वाला और बैल और मानव के परिश्रम से निकलने वाले शुद्ध तेल के लिए भारत सरकार को कुछ तो करना चाहिए।
तेल का दाम रोकेट की गति से बढ़ जायेगा मांग जियदा उत्पादन कम तो हाल क्या होगा
sarkar kr skti hai,grib par G.S.T. lga degi.
@@sureshbhalodiya9648 bhai sarkar in gau ke logo se oil khareede or hum aam nagriko ko saste me de or sarkar aaram se de skti hai kyuki sarkaar humse bhaut tax lete hai jaise petrol ka price 20 rupppe per litre hota hai pr hume 100 ruppe litre me bachte hai or income me bhi tax liya jata hai har cheej me tax le rhe hai vo sara paisa kaha ja rha hai in mantriyoo ke jeb me or ghata gareeb logo ka ho rha hai
अति सुंदर भाई साहब आप पुरातन भारतीय संस्कृति को जागृत करने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद आपका प्रणाम
जीतू भाई मैं आपको और मांगेराम जी को नहीं जानता ।आप यकीन मानो या ना जितनी देर आपका वीडियो देखता रहा खुशियों के आंसू रुके नहीं। आप सब लोग धन्यवाद के पात्र हैं। आपने मेरे मन में जो कोल्हू शब्द कच्ची घानी के नाम से पड़ा था उसे जीवंत कर दिया।
hitendra Bajpai ✔🙏
🙏🙏🙏🙏
ruclips.net/video/f5KcxPgMNlM/видео.html
भाई राजीव दीक्षित जी के विचारों को भी लोगों के बीच पहुचाने का काम कर वन्दे मातरम्
Jay Rajiv Dixit
🙏Jai Rajiv Dixit Ji
वाकई गाँव के लोग कितने सभ्य और सुशील होते हैं,, जरा भी घमंड नहीं,,, really appreciated 🙏
The bull is being beaten by ropes is that good job
@@bhaskaran7296 you go and replace bull
@@tejasvi18joshi no sir. i agree your words. But too much Mental and physical torchering is not humanity.
आपने राजीव दीक्षित जी के विचारो को जिन्दा रखा हे आप बहुत अच्छा काम कर रहे हे भारतीय संस्कृति को बचाने के लिये
अमर शहीद भाई राजीव दीक्षित जी का सपना पूरा होने जा रहा हूं
Wo to koi sacha pm hi bnkar karega
@@crimeindia2073 right bro
बाबा राम देव उनको मारवा ke उनका सपना ही तो पूरा कर रहे है
Bilkul shi bhi ji
Bhai Rajeev Dixit Ji
सही जानकारी शुद्धता की गारंटी है घाणी तो घाणी है पर किया क्या जाये इनको भी मजदूरी नही मिलती। अगर सरकार चाहे तो कर पाये या नही ऐसे कोल्हू को अनुदान से हेल्प होनी ही चाहिये।
ruclips.net/video/f5KcxPgMNlM/видео.html
कोल्हू और कोल्हू के बैल- को खत्म कर, हमने क्या खो दिया, इस video में पूरी जानकारी आपके लिये है।।।👍👍
कृपया अपने बच्चों को ये video जरूर दिखाए, ताकि उनको भी अपनी संस्कृति का ज्ञान हो।।☝️🙏
ऐसे ही काम करते रहो इन सराहनीय कार्यो के लिए आपको भारत रत्न दिलायेगे।
प्रिय@@Vanraj1876 ..
आपके इतने अछे भाव के लिए मैं आपका अभिनंदन करता हु।।।
मेरे देश के छोटे किसानों का प्यार ही मेरे लिए भारत रत्न है।
प्रिय@@jasbirrana6299 भाई
आज हरयाणा में एक भी बैल चलित कोल्हू नहीं है। यहाँ तो बस मील में तेल निकलता है।।
।।राजस्थान में ही कोई इक्के दुक्के कोल्हू बचे है।।
Totally agree Jitu.
Jitu bhai aaj emotional ho gya aisi Kya bhookh hai hum logo ki jo asli cheez ko chod kar nakli saman par yakeen karte hai aur apne jism ke saath khilwad karte hai aur bimari se ghire rehte hai.
हमें गर्व है आप पर जो आप सभी को बिल्कुल शुद्ध तिल का तैल दे रहे है, 🙏
ਵਾ ਵਾ ਵਾ ਦਿਲ ਖੁਸ਼ ਹੋ ਗਿਆ ਨਹੀਂ ਰੀਸਾ ਬਾਈ ਜੀ ਤੁਹਾਡੀਆ ਜਿਉਦੇ ਵੱਸਦੇ ਰਹੋ ਰੱਬ ਤੁਹਾਡੀ ਮੇਹਨਤ ਨੂੰ ਫਲ ਲਾਵੇ ਵਾਹਿਗੁਰੂ ਤੰਦਰੁਸਤੀ ਬਖਸ਼ੇ 🙏🙏🙏🙏
इसके दो फायदे हैं ऐक असली कच्ची घनी है और इससे जिस पैङ की लङकी इस्तमाल की जा रही है है उस पेङ का गुण मिल जाता है और सबसे बङी बात ईसमे कुछ गौ वंश बचेगा जय श्री राम जय हिंद
Girl is not wood
✔👍🙏
ruclips.net/video/f5KcxPgMNlM/видео.html
सही है। हम अगर इसे महंगा भी खरीदेगे। तभी इस काम को बढावा मिलेगा।
@@DRRR567 ये पत्थर है।
पुराना देशी आईलमील दिखाने के लिए धन्यवाद। मांगीलालजी को भी धन्यवाद । जीनहोने तैल निकालने की पुरानी तकनीकी को पुन:चालुकीया ।......नमस्तेजी जीला श्योपुर म.प्र.
Thanks बॉस 9928224620
Ye madhopur k pass hi padta h na,medam,m केलादेवी करौली से हूं
हमारी भारतीय संस्कृति के प्राचीन तेल बनाने की स्त्रोतो की जानकारी को आमजन तक पहुंचाने के लिए आपको कोटि-कोटि धन्यवाद
मांगे राम जी , जीतू जी तथा इस कार्य को पुनर्जीवित करने वाले हमारे सभी साथियों को बहुत- बहुत धन्यवाद। आप लोगों की हमारी संस्कृति के सच्चे संरक्षक हो । आप वन्दनीय हो मैं भी भविष्य में इसी प्रकार का कार्य करने का इच्छुक हूं।
ये कड़वा सत्य है जब तक हम पुनः अपनी प्राचीन सभ्यता नही अपनाएंगे तब तक स्वस्थ,खुशहाल,मजबूत नही बन सकते।
जीतू भाई को बहुत बहुत साधुवाद।
जय गौ माता
जीतू भाई जी नमस्कार धन्यवाद जो आप इतनी मेहनत करके शुद्धता के वीडियो एवं गुणवत्ता युक्त खाद्य पदार्थ के लोगों के सामने लाते हो
किस बात का मेहेनत मैहैनत कोन कर रहा है ईस बिचारे गए को केसा लग रहा है ऐ सोचो
मस्तिक में घुसने वाला तर्क,old is gold
विकास का मतलब ही विनाश है
जितनी पढ़े लिखे उतना धरती का विनाश
इंसानों का विनाश
चारों तरफ लूट लूट लूट
वापस पुरानी संस्कृति में लौटे यही हमारे लिए सबसे अच्छा है
आप वास्तविकता में राठौर समाज के गौरव है।🙏
जय गोमाता की भाई जी आपका बहुत बहुत साधुवाद जो आप हमारे पूर्वजों की संस्कृति को बचाने का काम कर रहे है और यकीन रखे आप जैसे भाईयों कि वजह से भारत फिर विश्व गुरु बनेगा।
ruclips.net/video/f5KcxPgMNlM/видео.html
बहुत ही लाजवाब भाई आप जो हमारी संस्कृति को जागाने का काम कर रहे है उन सभी किसा न भाईयो को और आपके चैनल को धन्यवाद करता हू ।
आपके टीम व इन भारतीय किसानों को जो हमारी संस्कृति बचाए रखने के लिए आप सभी का बहुत बहुत धन्यवाद।
भाई जीतू आप को बहुत धन्यवाद जो अपने एक किसान और हिंदू समाज की पुरानी संस्कृति को आगे बढ़ाने का प्रयास किया हम सब आपके साथ है और मै सभी भाईयो से हाथ जोड़ के विनंती करता हूं कि इस किसान का ज्यादा से ज्यादा तेल खरीदे । ताकि और किसान भी इस कार्य को शुरू करे।।।।।।।।
जीतू भाई आपका बहुत-बहुत धन्यवाद इस वीडियो को बनाने के लिए कृपया करके इस जन-जागरण को ज्यादा से ज्यादा लोगों में शेयर करें जिससे कि हमारे देश की जनता आने वाले भविष्य मैं सभी बच्चे शुद्ध पदार्थ खाना खा सकें जिसे यह आदेश तरक्की करें जय हिंद जय भारत जीतू भाई को तहे दिल से राम राम मेरी किसान भाई को भी राम राम और जो नंदी महाराज सराहनीय कार्य कर रहे हैं उनको दंडवत प्रणाम जय गौ माता जय गोपाल जय नंदी महाराज
बचपन मै मै मेरे पिताजी कै साथ मै तिल और मूंगफली कै दाने की तेल निकाल नै जाता था, आज वो दीन याद आ गये, बहुत खूशी हुवी ये लकडे का बैल वाला घानी देखा, तो बचपन की यादे ताज़ा हो गई,
स्टोरी मेरी भी है
😂
जीतू भाई जी ।।।आपको ऒर आपके काम को मै नमन करता हु।।। आप एक सच्चे देशभक्त ह।।। देशभक्ति क्या होती ह कोई आपसे सीखे।।।
जीतू भैया आप को दिल से सलाम जो आपने हमें तेल निकाला दिखाया जो हमनें पहले नही देखा था देशी तरीके से
जीतू भैया धन्यवाद
आपका तहे दिल से अभिनंदन🙏🙏🙏👍😊
@@vikashSharma-to4ws Aapko agar aise hi banaya hua Khadya tel chahiye to whatsapp kare 7507149831.
यह पौराणिक वैज्ञानिक आधार है इसे देखने के लिए जीतु सर वह मांगी लाल जी बोहरा एवं विश्वकर्मा जी का हार्दिक अभिनन्दन मेरी आंखें धन्य हो गई
तहे दिल से अभिनंदन सर आपको वीडियो बनाने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद आपने यह सुंदर दृश्य हम लोगों तक
काफी अच्छी जानकारी दी है magilal जी ने
बहुत बहुत शुक्रिया
राम राम जीतू जी, शुध्दता , स्वछता एवं सेहत का प्रतीक हैं यह कोहलू का तेल ।। किंतु इस भागती फिरती जिंदगी मे हम कब इस शुद्ध कोहलू तेल की कीमत समझ सकेंगे ।।
आज के विज्ञान से विकाश कम हो रहा है औऱ विनाश ज्यादा हो रहा है । बहुत अच्छा काम कर रहें है आप बाबा जी । 👌👌👌
बहुत बहुत बधाई। आप सब को।आप लोग भारत की प्राचिन परम्परा को जीवित बनाए हुए है।ईश्वर करें आप लोग खूब कमाई करें,जिससे अप्पा ए कैरी पर गर्व हो।👍
अब बताओ... क्यों न गर्व करूँ अपनी लाखो करोड़ों वर्षो पुरानी अपनी महान सनातन संस्कृति और जीवन पद्धति पर 🙏🙏🙏🚩🚩🚩
Tanatan sanskriti
👌🙏🙏🙏
जीतू जी आपके सिद्धन्त को मैं नमन करता हूँ
मैं भी तेली हूँ मेरे 2 पीढ़ी पहले हमारे घर मे भी ये काम होता था , मेरी दादी बताती है ।
Mai v teli aap Kaha ke hain?
@@tarkeshwarsah5215 छत्तीसगढ़ राजिम क्षेत्र
@@rsahu8107 mai Vaishali Bihar se
@@rsahu8107 give your mobile number plz
M bhi teli hu from district Jind . Haryana
मधुर आवाज सुनकर आनंद आ गया जीतु भाई 👌👌🙏👍
बिज्ञानिको की बजह से आज सभी बिमार है। हमारी पुरानी बिद्मा सही है।
Bilkul sahi👍
@@dhanapatil8258 जी बिल्कुल ,,,
Apne sahi kaha Sir ji
Ryt
Bharat return lanuch karega old system ko
जीतू भाई आपको बहुत-बहुत मन पूर्वक धन्यवाद
Thax..babu ji apne hamari purvajo ki dharohar ko bacha kar rkha..Maa Karma Ji kripta bani rhe,khoob teil bike apka,jai Shree Krishna
I m Teli Sahu belong from Chhattisgarh but living in Kolkata and first time seeing kolhu.
Thanks for making the video.
Odisha sahoo ham he
कहावतों में ही कोहलू का जिक्र सुनने को मिलता था लेकिन देखने को कहीं भी नहीं मिला था। आज पहली बार आप लोगों की मेहनत से बनाई गई विडियो और उस प्राकृतिक प्रेमी जीवित किसान जो आज भी अपनी उसी जिंदगी में खुश हैं और अपने हाथ से बना कोहलू को बड़ी लगन और खुशी से चलाता है सभी को सलाम 🙋♂️🙋♂️🙏🙏🙏
जो आज भी हमारी संस्कृति ो दिल से प्यार करते है 👌👌👌👌👌🌾🌾🌾🌾 आज पहली बार देखा है कोहलू
OLD IS GOLD
Ye Sab wapas Lana Bahot jaruri hai. Hamare kisano ke liye Aur hamari Gaumatake liye..
Hamara Nandi ka bhi Mahtva badjayega.
Bahot Dhanyavad video share karneke liye 🙏
आपका कोटि कोटि आभार इस उत्कृष्ट वीडियो को बनाने के लिए।
जीतू भाई ! मांगेराम जी ! कारपेंटर जांगिड़ भी जी ! और मुखिया जी ! आप सभी के लिए अन्तर्हृदय से प्रणाम करते हैं।
बहुत बहुत शानदार जीतू भाई साहब आपने वीडियो बनाई है कुछ लोग जागरूक होंगे अपने स्वास्थ्य के प्रति तो डिमांड उत्पन्न होगी और फिर ऐसे कई अनेक कोल्हू लग पाएंगे जिससे कि लोगों के स्वास्थ्य में इजाफा होगा और लोगों को रोजगार उत्पन्न होगा और डोक्टर वाला खर्च बचेगा व डोक्टर के द्वारा दी जाने वाली तकलीफ़ से भी बच पायेगे स्वास्थ्य के प्रति जागरूक होगा इंडिया तभी तो रोगों से बच पाएगा इंडिया और जीतू भाई इस तेल में बैल व तेल निकालने वाले व्यक्ति की भावना भी सम्मिलित होती है जो कि लोहे की मशीन मे नहीं हो पाती
धन्यवाद भाई एसा हि पूराना जो देखने को नहि मिलरहि हैं एसा वाला पोस्ट करे
मंगे राम भाई आप पुरानी पद्धति को जीवित रखने में सफल रहे है नई पीढ़ी के बच्चों द्वारा आप को शत नमन
जीतू भाई को और इस कोल्हू वाले भाई हम सब का प्रणाम🙏🙏🙏
Waah ji waah kya baat ee... Love from Himachal
Thanks sir
जिसे (संस्कृति) आप अभी तक जिक्र किये ।
कोटि कोटि धन्यवाद आपको।
बहुत बढ़िया वीडियो था जीतू भाई, आप ऐसे ही विडियोज और लाते रहें,
आपका तहे दिल से धनयवाद और मांगेराम जी का भी
हमारी युवा पीढ़ी को हमारी पुरानी भारतीय संस्कृति को जानने का अवसर मिला.
बा
आपके प्रयास से पुरातन भारत के दर्शन हो गए हैं बहुत-बहुत धन्यवाद मैं प्रयास करूंगा आजीवन कच्ची घानी का तेल ही उपयोग करूं
Those who think it is animal cruelty, It is Not! In this way we can save bulls and energy too! Organic pollution free...
utter ruubish! This is shear animal cruelty, what if I give you one or two chapatis and blind fold you and force you to go round and round pulling weights you would get sick and tired, and free yourself from the chains, and run away, sadly the bull cannot do that, he can eat grass anywhere, he does not need you to feed him grass, grass is free from nature, so this is most inhumane way to extract oil, most inefficient, so if you want traditional way of extracting oil, why not use a small engine to turn that damn tree trunk, and free the bull, you are one of those people who does not understand energy does not come free, the bull has to eat lots of more grass to generate extra energy to turn the damn thick pole, and so when he eats extra he also generates stomach gasses (farts) which can pollute and effect ozone layers, same as if you were to burn fossile fuels, so why punish a poor defenseless bull, do you know what, you might as well kill him and eat his flesh, he will thank you for that instead of being tortured to this human stupidity, try to understand machinery is now available to releaase these poor animals who brought human civilisation to our present day technology, time we retired them, dont abuse animals , That poor bull must have walked tens of miles to extract just few liters of oil. I though spaniards were worst for stabbing bulls to death in an areana, but their paIN is short lived, whilst here the pain bulls has tpo endure is everlasting till his bones become tired and he becoems weak and then you leave him to fend for himself,
Even if someone says that it is animal cruelity than better than nature destrution.Those big mills uses electricity destrying forest for dam ,using mineral from earth..is not good..
That why this is shut off
@@mgabrielle2343 The design of this oil mill needs improvement so that it we won't need to blind fold the bull and make east for him to move.. plus if he is fed well I don't think that is animal abuse.. I see lot of cows and bulls roaming around streets and eating plastic along with garbage. People don't like to keep bull as they have no use for it and they still have to feed him. Nobody wants to solve the problem. There are many designer worldwide who can drastically improve the efficiency of these mills but nobody does it. If I had the money I would have hired one and done it. Plus we also need to market that oil well so that you get all your expenses taken care of including good feed for bull. BTW bull has so much energy that it needs some work to do else sitting idle makes their joints stiff.. We can also call people doing hard physical labour as being abused. But that won't be right when they are paid well and treated well. In the current video bull might not be in most comfortable position but we need to improve the design and get proper price for produce to be able to feed bull well and get a decent living for farmer. The technology you are talking about is not available or affordable to everyone. Not everyone is rich. Many farmers are in very poor state in India. They just can't afford automated machinery. They need something local and involving animals so that everyone can benefit. Local economy, animals and farmer. BTW I have seen a video earlier where a different design of oil mill was used and bull was not blindfolded. Plus they didn't let old cows and bulls to fend for themselves. They kept them even though they were not giving any output. So such individuals also exist. Being poor is not easy.
@@mgabrielle2343 How many bulls are grazing freely in ur area/country? If they are found alone there are butchers who will hizack them and butcher them mercilessly. You work hard for ur company and get tired often, remain closed in office for 8 hours, can not attend home phones while in meeting, for just a few bucks then u mean by logic its shear cruelty from your employer? and then by your argument its better to kill you than giving so hardship in company with sometime late night working and sometimes holiday working also? By ur login ur company is abusing you?
Is bull born to be killed butchered and satisfy tongue of killers and animal eaters....that most shameless act to murder animals and eat. Do u kill ur old parents when they are even no useful for u?
Understand this like......humans have to co-exist with animals and use properly with kind attitude of course. The bulls usually are used in day time and give rest at night. But u sometimes given more harsh work to work in night also ...so u r more tortured than bull...ask ur employer to kill better. Working hard is gift of life but it should get proper food and shelter in return and not death penalty. We respect animals like friends...men in the video is also working hard and not sitting idle. so its co-existence. Hope u understood!
जित्तू सर नमस्कार
आपको तहे दिल से आभार व्यक्त करता हूं
जो इतनी अच्छी जानकारी दी।
Great work. Jai Jawan jai kisan.👏👏👏👏. I am also interested to make this kachi gana.
मेरे पिताजी भी बैल कोल्हू से बादाम का तेल निकालते थे
Since 1948 to 1986 तक
दिल्ली में
इस वीडियो के द्वारा हमें हमारे प्राचीन व्यवसाय के बारे में बहुत अच्छी जानकारी देने के लिए
धन्यवाद ❤️❤️🙏
जीतू भाई, बस आपको दिल से प्रणाम🙏
मेरे पास शब्द नहीं हैं आपके लिए।
बस, छोटे भाई का प्रणाम स्विकार करें
जीतु भाई दिल खुश कर दिया आज
👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌
👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍
👎अच्छा वो बिचारा पसू कोढू का बेल🐂 नहीं दिखा 😡
जीतू भाई जी
राम राम 🙏🌺🌹🌸⚘
आप बहुत ही अच्छा कार्य कर रहे हैं ।
आप किसानो के सच्चे सहयोगी हो ।
आज के युवा वर्ग को आपसे प्रेरणा लेनी चाहिये ।
इतना ज्ञान देने वाला वीडियो। शहरी करण से वापिस अपनी पुरानी विरासत को स्थापित होते देखना एक चमत्कार को देखने जैसा है।
आश्चर्य है कि सरकार व सामाजिक संस्थायें इस प्रकार के उत्पादों को प्रोत्साहित क्यों नहीं करती। जबकि बहुत लोग अधिक मूल्य देने को भी तैयार है। ग्रामीण क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होंगे। सड़क पर छोड़े जाने वाले गौवंश वृषभ का भी सदुपयोग बढ़ेगा। अधिक उत्पादन के नाम पर मशीनों से उत्पादित मिलावटी जहरीले खाद्य तेल लोग खा रहें हैं। भगवान से यही प्रार्थना है पूरे देश में पुरानी परम्पराये फिर से लौट कर आये।
पर साहब ! इतनी बड़ी आबादी की पूर्ती कच्ची घानी के तेल की आपूर्ति कैसे होगी।
पर इन्होंने अपनी पुरानी तकनीक को जीवित किया है जिसे आज हमने यूट्यूब पर आंखो से देखा है उसके लिए मैं आपको बहुत बहुत बधाई देता हूं।
और बहुत खुश हूं मैं।
500000+ गांव है भारत में सभी गांवों में 2 काची घानी से इसी तरह निकाला जाए तो पूरे भारत को उपलब्ध कराया जा सकता है।
यह कच्ची घानी नहीं भाई यह हमारी संस्कृति और सभ्यता की जान है। हम सब पुरानी परिपाटी पर चलने लगें तो कोई ताकत नहीं जो हमें अस्पताल ले जाए। आटा की चक्की भी देशी वाली सबसे अच्छी होती है लेकिन क्या करें इस जमाने को अब हल्दी और मिर्च भी पिसी पिसाई चाहिए औरतों को वही वजह है बीमारी की। सब आरामपरस्त हो गये।
Kripa kar yh bstay ki sudh tel milega kaha aur kaise Dili me pata batay agle vidio me kirpa hogi
इतनी जनसंख्या के लिए इस तरह से उत्पादन नहीं किया जा सकता... इसलिए औद्योगिक क्रांति आयी थी....
Jay Shri Ram desi Tel Ghani ka tel
Kapil srivastava ji sabko apna youtube channel chalana hai. Most of the time yeh aapko address ya contact number aapko nahi batayengay. Bus dil ka like chaap dete hai. Maine insay yaduvanshi gaushala ka address manga tha aaj tak nahi bataya. Or baat sanrakshan ki karte hai.
@@degfh2009 yeh galat baat hai sarkar chahe toh sab mumkin hai bhai
जीतू भाई एक ही दिल है मेरा कितनी बार जीतोगे
बहुत सुंदर विचार है हम पहले भी विज्ञान के साथ धर्म था धर्म मे विज्ञान है जय श्री राम
हमारे संस्कृति का प्रत्यक्ष दर्शन बहुत ही अच्छा समझाते हैं आप
आओ लौटे हमारी पुरानी तकनीकी की और इन विदेशीयो ने तो हमे जहर ही खिलाकर हमारी तकनीक को बेहतर माना है
Rajiv dixit
Bilkul
Pranam come back Bharat
Acha.. fir to tum logo ko sbhi technical cheejo ko tyaag krna pdega beta.....
बहुत सुंदर जीतू भाई तहे दिल से धन्यवाद आपका
I proud of you sir... thanks for conserving our culture...
Jeethu Bhai bahut bahut dhanyawad apka
Aap Kisan bhaiyon ka desi khane ki cheezon ka video hum tak pahunchate ho.
90% Bimaari logon ko Refined Tel, Refined Sugar aur Refined Namak khane se hi hota hai.
वृषभ महाराज को 🙏🙏🙏
वीर सावरकर जी को नमन
ले भाई यो कोल्हू ओर जुड़ गया है अब मेरी लिस्ट में अब यो भी लगाऊंगा
जीतू भईया नमस्कार
आपका हर विडियों का बहुत इन्तजार रहता है
Bhagwan apki kam ko unnat kare sahu ji
Humari sankriti ko banai rakhiye
Very nice for adopting old technology and special thanks to jitu bhai.
Awesome 👌
Teli ka kolu suna tha
Aaj dheek bhi liya
Awesome 👌 video 📹
फर्नीचर में जागिङ और कारीगरी में कुमावत अपने आप में सर्वश्रेष्ठ है
✔👍
आपको बहुत बहुत धन्यबाद जीतू भी आप यो ही ऐसे ऐसे videos लाते रहे
हर जगह उपलब्ध नहीं है सर, लेकिन हमारे यहाँ उपलब्ध हैं,,, प्रभु
Aapka prayas kafi sarahniye hai. I salute you.
जीतूभाई आप बहुत ही अच्छा काम कर रहे है और जहां तक बात है कोल्हू के तेल की दूसरे मशीन से निकले हुए तेल से आधा ही लगता है रसोई में तो महंगा तो बिल्कुल ही नहीं पड़ता,
ये मेरा खुद का अनुभव है
Best video blog of today,thanks for this post...and bringing live ancient way of oil extraction through Kachi Ghaani...salute your efforts.