Indian judiciary and collegium system: supreme court by Rajesh Mishra sir भारत की राजव्यवस्था
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- Опубликовано: 24 ноя 2024
- हमारे संविधान में राज्य की शक्तियों को तीन अंगों में बाँटा गया है। ये तीन अंग हैं- कार्यपालिका, विधायिका तथा न्यायपालिका। इसके अनुसार विधानपालिका का काम विधि निर्माण करना, कार्यपालिका का काम विधियों का कार्यान्वयन तथा न्यायपालिका को प्रशासन की देख-रेख,विवादों का फैसला और विधियों की व्याख्या करने का काम सौंपा गया।
भारत की न्यायपालिका के बारे में कहा जा सकता है की जैसा इसका नाम है वैसा ही इसका काम है। इस न्यायपालिका का मूल काम, हमारे संविधान में लिखे क़ानून का पालन करना और करवाना है, तथा क़ानून का पालन न करने वालों को दंडित करने का अधिकार भी इसे प्राप्त है।
भारतीय न्यायिक प्रणाली को अंग्रेजों ने औपनिवेशिक शासन के दौरान बनाया था और उसी के अनुसार ये आज भी राज्य में क़ानून व्यवस्था बनाए रखने में कार्यरत है। न्यायाधीश अपने आदेश और फैसले संविधान में लिखे क़ानून के अनुसार लेते हैं और देश का विकास करते है।
देश में कई स्तर की न्यायपालिका बनाई गई है। न्यायपालिका के अंतर्गत कोई एक सर्वोच्च न्यायालय होता है एवं उसके अधीन विभिन्न न्यायालय (कोर्ट) होते हैं, उदाहरण के लिए विभिन्न राज्यों में हाई कोर्ट दिल्ली स्थित सुप्रीम कोर्ट के अंतर्गत आते हैं। सर्वोच्च न्यायालय अपने अंतर्गत आने वाले मामलो को देखने के अलावा उच्च न्यायालयों के विवादों को भी सुलझाता है। इसके अलावा न्याय पंचायत, ग्राम कचहरी, पंचायत अदालत,इत्यादि का कार्यक्षे त्र थोड़ा संकरा कहा जा सकता है।
भारत का सुप्रीम कोर्ट:t.me/legalknow...
भारत का सुप्रीम कोर्ट 28 जनवरी 1950 को अस्तित्व में आया जिसमें मुख्य न्यायाधीश की नियुक्ति राष्ट्रपति द्वारा की जाती है। इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट में 30 अन्य न्यायाधीश होते हैं जो 65 साल की उम्र तक अपनी सेवाएं देते हैं। किसी भी विवाद का अंतिम निर्णायक होने के साथ साथ उच्चतम न्यायालय भारत के संविधान का रक्षक भी है और इसके उल्लंघन को रोकता है।
इस चैनल का उद्देश्य सामान्य अध्ययन से जुड़े सारे महत्वपूर्ण विषय की अध्ययन सामग्री उपलब्ध कराना है।
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❤ very nice class thanks sir
Bhai aur lecture upload kar de jiye Aap ki meharbani hogi Plzz bhai
Jaise civil service me selection hota hai waise hi high court aur supreme court me selection hona chahiye exam dene ke liye whi yogyata honi chahiye jo judge ke selection ke liye aaj kal hoti hai
Bahut hi knowledgeable class
Good 👍
Best classs
Optional
Sir all class video upload kijiye na please please
Bas itni hi videos thi
10th CJI JUSTICE K. N. Wanchoo
Art 124 m likha hai
Sare lectures nhi mil skte kya plz dedijie
8887557262 contact this what's app number.
Upsc hindi class kan link
dedo
Agr aap ke paas ho to de do bhai
Sara judge to forward hi hai....aise thodi na chalega.... proper exam hona chahiye , jisko mam kare usko judge bana do muh utha kar
Ab SC ke judge की संख्या 33+1 है
Ji
Sir mafi chahta hu, murtza fazal ali awkash wale judge hi th
33+1 hai ab
Yes ye lecture 2018 ka hai na
बिल्कुल
New lecture hai apke pass
The best
Judicial 1st policy
Meetha A- One Innocent Accused (done nothing) should never be punished.
Bish B- 1000 criminal (found involved in rape, murder, extortion, kidnapping) may be released/1000 innocent victims may be forced to burn in the fire of Injustice till death. This leads to X No.of Crimes & Prevents No.of Crimes=No.of Punishments
Halahal C- Hero(Lord Ram type, who killed the rapist of his wife/sister/daughter/mother)=Criminal(who killed a shop owner refused to pay any extortion). This leads to 1000X No.of Crimes & Prevents No.of Crime=No of Punishments.
Justice 1st Policy-
A- One Innocent should never be punished B- Each and every victim must get justice, even one criminal can't be released. This leads to No.of Crimes=No.of Punishments
C- hero (who killed rapist of his sister/wife/mother/Daughter or who killed the lover of his wife)must be rewarded. This leads to No.of Crimes=No of Punishments
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