संत वह नहीं जो एक जात धर्म को दूसरी जात धर्म से अलग करें संत वह है जो सभी जात धर्म को मिलाकर एक करें संत रामपाल जी का ज्ञान अवश्य सुने वह भी कबीर पंथी है
साहेब जी आपको कोटि-कोटि प्रणाम करते हैं , आपके जज्बे और साहस को सलाम करते हैं। इस नफ्रती और पाखंडियो और अंधभक्ति के बीच ज्ञान की प्रकाश फैलाने की प्रयास कर रहे है। सहेब जी आपकी बाते सच्चाई और ज्ञान से ओतप्रोत होती हैं। हमारे तरफ से आपको बहुत-बहुत धन्यवाद और साधुवाद हैं।
सर्व धर्म सदभाव होना चाहिए। धर्म जो धारण करने योग्य हो। मेरी समझ से हमारे सारे अच्छे आचरण, सोच और कार्य सदधर्म हैं, और विपरीत अधर्म। सही लगे तो मानें, गलत लगे तो माफ करें 🙏। मैं कोई बहस नहीं करता।
संत कबीर जी ने जो कहा वह बहुत सत्य है लेकिन आज समाज फिर भी अपनी आंख नहीं खोल पा रहा है क्योंकि हर घर में कोई न कोई पुराने लोगों की बात को न मानते हुए भी मानना पड़ता है इसी तरह जब आप जैसे लोग सत्य का रास्ता दिखाते रहेंगे तो कुछ दिनों में गया धाम और पूजा पाठ सब बन्द हो जायेगा । राकेश निषाद प्रयागराज
सत्यम शिवम सुंदरम। सत्य न जाना, शिव को न माना, सुन्दरता को न पहचाना, राधा मोहन शरणम् सत्यम शिवम सुंदरम। शिव को सन्त महात्मा और ऋषि मुनि लोग नहीं साधारण लोग समझते हैं क्योंकि सन्त महात्मा मिथ्या अहंकारी होते हैं और दूसरों से ज्ञान लेने में अपना अपमान समझते हैं जबकि कबीर दास कहते हैं उत्तम विद्या लीजिए जदप नीच पे होय परो अपावन ठौर पे कंचन तजै न कोय।। शिव को जानने से मनुष्य की सद्गति होती है कर्म काण्डो से नहीं। शिव तो ब्रह्मा विष्णु और महेश को भी रचेता है। आप अपने को गुरु मानते हैं पर यह तीनो कहां होते हैं ब्रह्मा कब सृष्टि रचते हैं विष्णु कब पालना करते और शंकर कौन है कुछ भी नहीं जानते कहानी सुनाने के अतिरिक्त।। ज्ञान सागर एक परमात्मा शिव है।आप चाहें तो प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा समझ सकते हैं।
साहेब बंदगी ,ये सब बाहरी आडंबर से मुक्ति(दुःख से छुटकारा)कतई नहीं मिल सकती है। मुक्ति कैसे मिलेगी इसके बारे में भी तो बताने का कष्ट करें। जहाँ- जहाँ आपलोगों का प्रवचन होता है, खाली एक दूसरे पर छीटाकशी करते हैं। दूसरे मत मजहब सम्प्रदाय का खण्डन करते हैं। कबीर साहब का कितना सुंदर भजन आपने कहा पढ़ो रे मन ओना मासी धं इसी का अच्छी तरह व्याख्या करते तो लोगों को ज्यादा लाभ होता। यहां तो बाहर से चलते बहुत हैं पहूंच ते कहीं नहीं हैं।
भारत के सिवाय तमाम देश वासी मांस मछली खा रहे हैं। तमाम वीदेशी सुखी और समृद्ध है। भौतिक सुख की कोई सीमा नहीं है।और भारत में तैंतीस करोड़ देवी-देवता हैं। और नब्बे प्रतिशत देश गरीब हैं।
मान्यवर आप के चरणो में कोटि-कोटि नमन मैं आपसे जानना चाहता हूं आपने बहुत अच्छी बात निरंकारी मिशन में भी लोग मीट मछली खाते हैं शिव चर्चा में भी मीट मछली खाते हैं आप कुरान को पढ़ने वाले सबमिट मछली खाते हैं अब आई विल को पढ़ने वाले सब कुछ खाते हैं केवल कबीर जी को मानने वाले मीट मछली नहीं खाते अब आप मुझे बताइए कि इस सृष्टि पर 90% लोग मीट मछली खाते होंगे 10% लोग😊 इस सृष्टि शाकाहारी होंगे अगर मुक्ति उन्हीं को मिला और 90% लोगों को नहीं नीला तू क्या ईश्वर इन लोगों को हुक्का पानी क्यों नहीं बंद कर देते हैं सुधा सारा रस्मो रिवाज गतिविधि से रोक देते हैं अब तक तो इतनी तादाद हो गया कि नरक में भी जगह नहीं बचना चाहिए क्योंकि नर्क नर्क और स्वर्ग आधा-आधा बना नर्क खाली ही है लड़की को तो ओवरलोड हो गया होगा स्वर्ग सुना ही होगा जरा जरा भी विचार यह सारे ब्रह्मांड में कितने प्रतिशत लोग शाकाहारी है अगर मांसाहारी की भक्ति अब आदत नहीं होता तो मुस्लिम इसाई बौद्ध डिस्टिक सीख इन सबों को नहीं मिला hoga केवल शाकाहारी वाले ही स्वर्ग गए होंगे व्हाट्सएप विटामिन ए छोरी है ईश्वर ना तो जाती बनाया कोई मजहब और नहीं बनाया कोई पंथ संप्रदाय नहीं कोई ऊंच-नीच नहीं बनाया केवल इंसान और इंसानियत बताया हक हलाल बताया सदगुरु कबीर साहब इस सृष्टि को बहुत कुछ डीजे मन ग्रंथ ऐसी ऐसी रचना कर निंदा वाली विचार करते हैं केवल भ्रम और भ्रम की ज्ञान की बात होना चाहिए यह क्यों नहीं और हमको जान आइए लग जाते हैं किसी की निंदा चुगली यह मत ऐसा करता है यह पता ऐसा करता है मुसलमान ऐसा है क्रिश्चियन ऐसा है सदगुरु कबीर साहब ने कहा कि कबीरा खड़ा बाजार में सबकी मांगे खैर ना कि मुझसे दोस्ती ना काहू से बैर मैंने बहुत करीब से देखा है बिना ज्ञान को बिना माला धारण कर लिया केवल खान-पान भक्त बन गए भगवान बहन की जानकारी ही नहीं इसीलिए भक्ति अपने आप के लिए है निंदा चुगली प्रवचन में नहीं होना चाहिए लोगों को निंदा चुगली में आनंद ज्यादा आता है और जब हम की ईश्वर की बातें
आपके पास निकाल कुटकुट करके भर गया है इंकार परमात्मा का भोजन है आप क्रोध में बोल रहे हैं कि सारे पंथ में कमियां पाया बुरा जो देखन मैं चला मुझसे बुरा न कोय जो दिल खोजा आपना तो मुझसे बुरा न कोई यह शायद आप भूल गए सुधर जाइए
।।पद्य रचना।।परम भगति स्वतंत्र सकल सुख खानी, बिन सतसंग ना पावहि प्राणी।।00।।लिखा पढी की है नही, ना देखा देखी बाता, हमने जाना परमधाम का सुप्रकाशा। सारशबद अखण्ड धुन की चित्त मे अनुभूति से, परममोक्ष का जीवित पाया निवासा।।01।।आदि राम नाम अखण्ड धुन की चित्त मे जो धारे आशा, ताहि ना लगे काल की फांसा। आदि राम नाम अखण्ड धुन निःअक्षर है भाई, ताहि नाम से हंसा परलोकहि जाई।।02।।काया मध्य स्वांसा है, विशेष स्वांस मध्य शबद धुन झनकार। सारशबद अखण्ड धुन चित्त मे जब रमण करे, निश्चित सतलोक पाऐ निवास।।03।।देख कबीरा दंग रह गया, मिला ना कोई मीत। मंदिर मस्जिद के चक्कर मे, भूल गए भगवंत से प्रीत।।04।।सत साहेब बंदगी का अर्थ क्या होता है, परमप्रेम को हमने जाना। सत साहेब का अर्थ परमपितामह, और बंदगी का अर्थ प्रार्थना, प्रणाम, वंदना।।05।।सतगुरु सतपुरुष कबीर सुजान है, चारो युग प्रमाण। झूठे देही गुरुआ मरते रहे, बनते रहे भूत पिशाच मसान।।06।।,,सादर समर्पित,,सालिकराम सोनी,,🙏🏻🌹
जो सही बात कहे वो विरोध है धर्म सिर्फ नाम है एक ही समुदाय को श्रेष्ठ और बाकी सबको नीच बनाता ये धर्म नही पाखंडी धर्म है। सिर्फ ओबीसी, sc का पैसा लुटता है।और मानसिक बीमार करता है। ये सिर्फ ब्राह्मण धर्म हो सकता है। सिर्फ सिर्फ ब्राह्मणों के हित में है ये धर्म कबीर पंथी लोग सही कर रहे है ।
वेद पशु गुरु पशु नर पसु वही है जो विचार नहीं करता क्योंकि वेद में भी अच्छी बातें हैं कबीर साहब उन्हें कहा जो सही झूठ विचार नहीं करता क्योंकि कबीर साहब ने बीजक ने कहे है वेद कितेब कह त किन झूठा झूठ जो ना विचारा कबीर साहब वेद की सारी बातों को नकारे नहीं है जो सही झूठ का विचार नहीं करते उन्हें वेद पशु कहे साहेब बंदगी
*एक आदमी अपने कमाई का कितने जगहों पर टैक्स दे* *सरकार को टैक्स देना जरूरी है, राजनितिक पार्टियों को भी कमाई में से ही देना है और तो और अपनी कमाई में से धर्मस्थलों को बनाने तथा उन धर्मस्थलों के रखरखाव के लिए भी देना है* *हमारे पूर्वजों ने अनुशासित जीवन जीने के लिए राजभवनों तथा समस्त विद्याओं की प्राप्ति के लिए विद्यालयों का निर्माण किए* *हमारा तो धर्मपरिवर्तन उसी समय हो गया था जब राजभवनों को मंदिर नाम पर धर्मान्तरण तथा विद्यालयों को मठ नाम पर धर्मान्तरण किया* *शंखासूर विद्याओं का लोप करके अपनी डफली अपना राग का शंख फूंक रहे हैं* *सभी पंथ सम्प्रदाय मजहब, सभी के देवी देवताओं के मंत्र धन प्राप्ति सुरक्षा वाकसिद्धि मारण मोहन वशीकरण स्तंभन उद्वेष्ण उच्चाटन के जाप करने वालों के मंदिर मस्जिद दरगाह चर्च गुरुद्वारे जल प्रलय भूकंप ज्वालामुखी में धाराशयी हो रहे हैं* *मनुष्य धर्मस्थलों को बनाता है धर्मस्थलों की औकात नहीं है कि कोई मनुष्य बना दे* *राम के नाम स्मरण करने मात्र से मनुष्य मुक्त का अधिकारी हो जाता है* *एक महीने में 30 - 31 दिन होता है* *पंडित द्वारा रचित 40 दिन का चालीसा पाठ 40* *सप्ताह में हर दिन के अलग व्रत कथा 7 x 4 = 28* *नवरात्रि 4 x 9 = 36* *पूर्णिमा अमावस्या 2* *एकादशी 2* *अक्षय तृतीया अक्षय नवमी 2* ------------------------------------------------------------------------------- *कुल 110* ------------------------------------------------------------------------------- *ये होम वर्क आपको 30 दिनों तक पंडित जी के देखरेख में करना है* *ऊपर से रोग निवारण ग्रहदोष निवारण पुत्र धन प्राप्ति के लिए जो पंडित जी जितने लाख मंत्रों जाप कराने का बताएंगे उनको भी इसी 30 दिनों के अंदर ही करना है* *पंडित जी को दक्षिणा देकर खुश रखना है नहीं तो सब गुड़ गोबर हो जायेगा* *आप कितना कमायेंगें आपको इन कामों से समय मिलेगा तब न कमाएंगे उसको भी कमाकर पंडित जी को दे देंगें! आप बैकों से लोन लेकर भरते रहिये इनके लिए भी रोज दानपेटी में दान देते रहिए* *4. रक्षा के लिए 👉 मंत्र कवच लक्ष्मी प्राप्ति मारण मोहन वशीकरण स्तम्भन उच्चाटन विद्वेषण की रचना की गई है जो प्रायः सभी देवी देवताओं के नाम पर अनेकों हैं। इतने मन्त्रों, कवचों के रहते गौहत्या अपहरण बलात्कार हत्यायें रोकने के बदले जहां हैं वहीं से पलायन कर रहे हैं,उन्हीं देवी देवताओं के मन्दिर टूट रहे हैं* *महीने दो महीने के भीतर प्रत्येक दिन वार तिथि के प्रत्येक देवी देवताओं की पूजा पाठ, चालीसा पाठ, नवग्रहों के जप विधि विधान, 4 नवरात्रि, अक्षय तृतीया, अक्षय नवमी, एकादशी, त्रयोदशी, अमावस्या, पूर्णिमा, महामृत्युंजय, नवार्ण, द्वादश मंत्रों, शिवचर्चा, वटसावित्री, 18 पुराण इत्यादि 30 + 40 + 9 + 36 + 6 + 5 + 18 = 144 प्रकार के विधि विधान हैं* *बद से बदतर स्थिति में पहुंच जाते हैं* *पंडित जी बोलते हैं लगे रहो यजमान 🤗* *🚩 🏹🌹 जय श्री राम 🙏🌹🏹🚩*
Ramashankar Sahib Kabeer Sahib in HIS days faced pundits a lot So much so HE left HIS body at Maghaar But did this change anything even after centuries No no not at all Evolution is cyclic It happens on its own accord Anando followed Gautam Bhuddha like a shadow his entire life But never got evolved Inference just share ourselves through Kabeer Sahib Condemnation does not work Unless society gets education ignorence stays Your sharings do help a lot to those of us who are sitting on the fence
भारत देश में केंद्र और प्रदेश की शासन सत्ता में बहुजन वर्ग के लोग शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र मे अपनीं हिस्सेदारी की औकात जरूर देखकर ही लोकसभा व विधान सभा के चुनाव में बहुजन वर्ग के लोग अपने बहुजन विचारकों को ही सिर्फ वोट करे। अन्यथा में आपके पाखंडी एमपी एमएलए वर्ग के लोगों को एक भी वोट मत दे नही तो आने वाली आपकी बहुजन पीढ़ी सदैव के लिए जातीय धार्मिक मानसिक गुलाम एमपी एमएलए लोग इस बार लोक सभा के चुनाव में मानसिक रोगी जरूर आप हो जायेंगे।
वह बाबा आप तो बहुत चमत्कारी निकले सबके धर्म के बारे में बुराई तो कर रहे हो लेकिन अपने धर्म के बारे में कुछ नहीं बता कभी ऐसा हो सकता है कि पानी खींचने से कोई आदमी जिंदा हो जाएगा खुद मंदिर में बैठकर बड़े बड़े दान पेटी रखे तो अच्छा है और कहीं ब्राह्मणों ने कर दिया तो गलत क्या सोच है रे तेरी😅😅😅
Savan kumar kushwaha ji kabir shahe duniya ke siristi karta hai aap kabhi janne ki korsis nahi kiye hai kiyo ki jo ma ke pet janam leta hai obh kbhi parm pita parmeshwar nahi ho sakte hai ish liya shaheb kabir kahte hai ki pani se paida nahi swasa nahi sarir an ahar karta nahi tako nam kabir
@@mantoshchaudhari3633 ओम पहले रोटी कमान सीख जा तब जाकर सारे ज्ञान मालूम होंगे रोटी पेट में रहती है तो आवाज भी तेज निकलती है सारे लोग धरती को अपने बपोती समझ कर हक जताने की कोशिश में लगे हैं परंतु ये नहीं पता कि उनके पास उनकी मौत बैठी तमाशा देख रही है
कोटी कोटी नमन करते हैं गुरु जी को जो पाखण्ड की पोल खोल दिया है ऐसे गुरु जी समाज को पाखण्ड से मुक्ति दिला सकते हैं ❤
Isko kon पूजा करने बोल raha hai
@@birendrakumar6262 tum kar re ho n , tume kuch mile yahi umid karte h
Jai jai sat Kabir saheb jai jai satnam🙏🙏
आप का ज्ञान बहुजन समाज को गुलामी से बाहर निकालने के लिए आपको कोटि कोटि नमन करता हूँ बहुजन समाज जागो नहीं तो देर हो जायेगी
संत वह नहीं जो एक जात धर्म को दूसरी जात धर्म से अलग करें संत वह है जो सभी जात धर्म को मिलाकर एक करें संत रामपाल जी का ज्ञान अवश्य सुने वह भी कबीर पंथी है
Both shava Karthik
त्रबार साहेब बंदगी महाराज जी🎉🎉🎉🎉❤
Bahut sundar jnan aur bichar hai apka Ramashankar saheb ji.
Bahut Sundar pravachan Guruji aapke charanon mein कोटि-कोटि Naman 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🌹🌺🌹🌺🌹🌺
जय सत्य कबीर सत्य नाम साहेब साहेब बंदगी
जय सत् कबीर जय सत् नाम साहेब बंदगी
Bhut Sundar
saheb bandagi very good speech
सत्यनाम साहेब कबीर 💯🙏
Saheb Bandagi Sadguru Ji 🙏🙏🌷🌷🌷
Guru jee ko Naman.Jai Bhim❤
Sat Nam saheb bandagi saheb bandagi saheb bandagi 🙏🏾
Naman kerta hun saheb andhvakt jago bhujan
साहेब जी आपको कोटि-कोटि प्रणाम करते हैं , आपके जज्बे और साहस को सलाम करते हैं। इस नफ्रती और पाखंडियो और अंधभक्ति के बीच ज्ञान की प्रकाश फैलाने की प्रयास कर रहे है।
सहेब जी आपकी बाते सच्चाई और ज्ञान से ओतप्रोत होती हैं।
हमारे तरफ से आपको बहुत-बहुत धन्यवाद और साधुवाद हैं।
Aap jaise saty sadhak ko naman
साहिब बंदगी
Baba ji kahna bilkul sahi hai andhvishwas me hi sab dharm majhab hai
Sahib bandgi sahib bandgi sahib bandgi
सद् वचन । साहेब यही सार सबद् है। आपको तृयबार बंदगी।
Aa0 dhanyy hai❤
@@rajendrayadav-se3ymorpeOeo😊eww😅🎉
सर्व धर्म सदभाव होना चाहिए। धर्म जो धारण करने योग्य हो। मेरी समझ से हमारे सारे अच्छे आचरण, सोच और कार्य सदधर्म हैं, और विपरीत अधर्म। सही लगे तो मानें, गलत लगे तो माफ करें 🙏। मैं कोई बहस नहीं करता।
Guru ji saheb bandgi bahut nic
बहुत बहुत साधुवाद
अरविन्द दास कबीर आसरम लाल सोट जिला दौसा राज़ स्थान ❤
साहेब बंदगी ❤❤❤❤❤
ओ महान बाबा जि ऐसेकिसी धर्म काअपमान नहि करना चाहिए सब ऐक समान है🙏
ThankyouGuru
Saheb bandgi
संत कबीर जी ने जो कहा वह बहुत सत्य है लेकिन आज समाज फिर भी अपनी आंख नहीं खोल पा रहा है क्योंकि हर घर में कोई न कोई पुराने लोगों की बात को न मानते हुए भी मानना पड़ता है इसी तरह जब आप जैसे लोग सत्य का रास्ता दिखाते रहेंगे तो कुछ दिनों में गया धाम और पूजा पाठ सब बन्द हो जायेगा । राकेश निषाद प्रयागराज
सत्यम शिवम सुंदरम। सत्य न जाना, शिव को न माना, सुन्दरता को न पहचाना, राधा मोहन शरणम् सत्यम शिवम सुंदरम। शिव को सन्त महात्मा और ऋषि मुनि लोग नहीं साधारण लोग समझते हैं क्योंकि सन्त महात्मा मिथ्या अहंकारी होते हैं और दूसरों से ज्ञान लेने में अपना अपमान समझते हैं जबकि कबीर दास कहते हैं उत्तम विद्या लीजिए जदप नीच पे होय परो अपावन ठौर पे कंचन तजै न कोय।। शिव को जानने से मनुष्य की सद्गति होती है कर्म काण्डो से नहीं। शिव तो ब्रह्मा विष्णु और महेश को भी रचेता है। आप अपने को गुरु मानते हैं पर यह तीनो कहां होते हैं ब्रह्मा कब सृष्टि रचते हैं विष्णु कब पालना करते और शंकर कौन है कुछ भी नहीं जानते कहानी सुनाने के अतिरिक्त।। ज्ञान सागर एक परमात्मा शिव है।आप चाहें तो प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा समझ सकते हैं।
सत्य साहेब
Very nice presentation 👏
Sabsebest,sant,kabir❤
साहेब बंदगी ,ये सब बाहरी आडंबर से मुक्ति(दुःख से छुटकारा)कतई नहीं मिल सकती है। मुक्ति कैसे मिलेगी इसके बारे में भी तो बताने का कष्ट करें। जहाँ- जहाँ आपलोगों का प्रवचन होता है, खाली एक दूसरे पर छीटाकशी करते हैं। दूसरे मत मजहब सम्प्रदाय का खण्डन करते हैं। कबीर साहब का कितना सुंदर भजन आपने कहा पढ़ो रे मन ओना मासी धं इसी का अच्छी तरह व्याख्या करते तो लोगों को ज्यादा लाभ होता। यहां तो बाहर से चलते बहुत हैं पहूंच ते कहीं नहीं हैं।
Saheb bandgi❤
Achha pravachan hai
Saty vachan shahab
साहेब बन्दगी
guru ke charno main koti koti naman
जिसने जीवित मां बाप की सेवा की वह सब पंडित को यह चीजे दान दे सकते हैं
अगर कोई लडका जिंदा mata पिता की सेवा करते है. वो सचा भगवान का भक्त है
आप को कोटि कोटि नमन जी
Jai guru guru ji ki Charan me sada hamara pranam satyam Shivam sundaram shiv ati sundaram engaging 🙏
सहीबातकहीहेसाहब धरमसरवोप,रोकता है साहेब बदगीकालृभाई
गरीब दास जी महाराज जो जन गोसत खाते हैं प्रत्येक राक्षक जान इसमें संशय है नही हिंदू हो या मुसलमान 🌺जय हो कबीर पंथ सभी संतो की जय हो 🌺🌺🙏
भारत के सिवाय तमाम देश वासी मांस मछली खा रहे हैं। तमाम वीदेशी सुखी और समृद्ध है। भौतिक सुख की कोई सीमा नहीं है।और भारत में तैंतीस करोड़ देवी-देवता हैं। और नब्बे प्रतिशत देश गरीब हैं।
Trueth ,Saheb bandagi Saheb ,Nepal,Biratnagar
ऊंच नीच जात पात और अलगअलग धर्म को एक करने वाला ज्ञान सिर्फ संत रामपाल जी महाराज के पास है जो कबीर पंथी है उनका सत्संग एक बारअवश्य सुने
Naic hakit bate
Jay Gurudev Jay bhim 🙏🏽🙏🏽💜💜
Very.good
🙏🙏🙏
मान्यवर आप के चरणो में कोटि-कोटि नमन मैं आपसे जानना चाहता हूं आपने बहुत अच्छी बात निरंकारी मिशन में भी लोग मीट मछली खाते हैं शिव चर्चा में भी मीट मछली खाते हैं आप कुरान को पढ़ने वाले सबमिट मछली खाते हैं अब आई विल को पढ़ने वाले सब कुछ खाते हैं केवल कबीर जी को मानने वाले मीट मछली नहीं खाते अब आप मुझे बताइए कि इस सृष्टि पर 90% लोग मीट मछली खाते होंगे 10% लोग😊 इस सृष्टि शाकाहारी होंगे अगर मुक्ति उन्हीं को मिला और 90% लोगों को नहीं नीला तू क्या ईश्वर इन लोगों को हुक्का पानी क्यों नहीं बंद कर देते हैं सुधा सारा रस्मो रिवाज गतिविधि से रोक देते हैं अब तक तो इतनी तादाद हो गया कि नरक में भी जगह नहीं बचना चाहिए क्योंकि नर्क नर्क और स्वर्ग आधा-आधा बना नर्क खाली ही है लड़की को तो ओवरलोड हो गया होगा स्वर्ग सुना ही होगा जरा जरा भी विचार यह सारे ब्रह्मांड में कितने प्रतिशत लोग शाकाहारी है अगर मांसाहारी की भक्ति अब आदत नहीं होता तो मुस्लिम इसाई बौद्ध डिस्टिक सीख इन सबों को नहीं मिला hoga केवल शाकाहारी वाले ही स्वर्ग गए होंगे व्हाट्सएप विटामिन ए छोरी है ईश्वर ना तो जाती बनाया कोई मजहब और नहीं बनाया कोई पंथ संप्रदाय नहीं कोई ऊंच-नीच नहीं बनाया केवल इंसान और इंसानियत बताया हक हलाल बताया सदगुरु कबीर साहब इस सृष्टि को बहुत कुछ डीजे मन ग्रंथ ऐसी ऐसी रचना कर निंदा वाली विचार करते हैं केवल भ्रम और भ्रम की ज्ञान की बात होना चाहिए यह क्यों नहीं और हमको जान आइए लग जाते हैं किसी की निंदा चुगली यह मत ऐसा करता है यह पता ऐसा करता है मुसलमान ऐसा है क्रिश्चियन ऐसा है सदगुरु कबीर साहब ने कहा कि कबीरा खड़ा बाजार में सबकी मांगे खैर ना कि मुझसे दोस्ती ना काहू से बैर मैंने बहुत करीब से देखा है बिना ज्ञान को बिना माला धारण कर लिया केवल खान-पान भक्त बन गए भगवान बहन की जानकारी ही नहीं इसीलिए भक्ति अपने आप के लिए है निंदा चुगली प्रवचन में नहीं होना चाहिए लोगों को निंदा चुगली में आनंद ज्यादा आता है और जब हम की ईश्वर की बातें
आपके पास निकाल कुटकुट करके भर गया है इंकार परमात्मा का भोजन है आप क्रोध में बोल रहे हैं कि सारे पंथ में कमियां पाया बुरा जो देखन मैं चला मुझसे बुरा न कोय जो दिल खोजा आपना तो मुझसे बुरा न कोई यह शायद आप भूल गए सुधर जाइए
Jai jai rama shankar ji
बहुत ही करांन्तिकारी सदगुरू संन्त श्री रमांशंकर साहेब जी के मुखारविंद से सुनो बहुत ही ज्ञानवान पंडितों की पोपलीला 😂
।।पद्य रचना।।परम भगति स्वतंत्र सकल सुख खानी, बिन सतसंग ना पावहि प्राणी।।00।।लिखा पढी की है नही, ना देखा देखी बाता, हमने जाना परमधाम का सुप्रकाशा। सारशबद अखण्ड धुन की चित्त मे अनुभूति से, परममोक्ष का जीवित पाया निवासा।।01।।आदि राम नाम अखण्ड धुन की चित्त मे जो धारे आशा, ताहि ना लगे काल की फांसा। आदि राम नाम अखण्ड धुन निःअक्षर है भाई, ताहि नाम से हंसा परलोकहि जाई।।02।।काया मध्य स्वांसा है, विशेष स्वांस मध्य शबद धुन झनकार। सारशबद अखण्ड धुन चित्त मे जब रमण करे, निश्चित सतलोक पाऐ निवास।।03।।देख कबीरा दंग रह गया, मिला ना कोई मीत। मंदिर मस्जिद के चक्कर मे, भूल गए भगवंत से प्रीत।।04।।सत साहेब बंदगी का अर्थ क्या होता है, परमप्रेम को हमने जाना। सत साहेब का अर्थ परमपितामह, और बंदगी का अर्थ प्रार्थना, प्रणाम, वंदना।।05।।सतगुरु सतपुरुष कबीर सुजान है, चारो युग प्रमाण। झूठे देही गुरुआ मरते रहे, बनते रहे भूत पिशाच मसान।।06।।,,सादर समर्पित,,सालिकराम सोनी,,🙏🏻🌹
Jai guru Dev
रमाशंकर साहब ज्ञान के भंडार हैं
सभी धर्मों का सम्मान करना चाहिए विरोध नहिं करना चाहिए आप तो ज्ञानी पुरुष है
जो सही बात कहे वो विरोध है धर्म सिर्फ नाम है एक ही समुदाय को श्रेष्ठ और बाकी सबको नीच बनाता ये धर्म नही पाखंडी धर्म है। सिर्फ ओबीसी, sc का पैसा लुटता है।और मानसिक बीमार करता है। ये सिर्फ ब्राह्मण धर्म हो सकता है। सिर्फ सिर्फ ब्राह्मणों के हित में है ये धर्म कबीर पंथी लोग सही कर रहे है ।
सभी धर्मों का कहां आदर सम्मान करेंगे खुद तो कुकर्मी है
ये मूर्ख है केवल कुतर्क करता है
Dharm kise kahte hai
सुधारे सुधरें ना घिचे ना घिचाय नाया कहि सिंधी करत बडी बडी प्रसंग सोच खुद मे सुधार ना अवे सुधारे चला दुसर अग़
वेद पशु गुरु पशु नर पसु वही है जो विचार नहीं करता क्योंकि वेद में भी अच्छी बातें हैं कबीर साहब उन्हें कहा जो सही झूठ विचार नहीं करता क्योंकि कबीर साहब ने बीजक ने कहे है वेद कितेब कह
त किन झूठा झूठ जो ना विचारा कबीर साहब वेद की सारी बातों को नकारे नहीं है जो सही झूठ का विचार नहीं करते उन्हें वेद पशु कहे साहेब बंदगी
जय भीम ।
जय मूल निवासी ।
Manoj
💗💗💗💗💗💗💗💗💗💗💗💗
Bilkul sahi kahe baba ji Jai bhim
7:34 7:35
Jay bhim jay saheb bandagi guru ji
Jai bhim namobuday 🙏
13:12
abhi hospital me admit honge n baba to aap or aapke pure chela bhagwan ko hi yaad karenge ye yaad rakhna baba or baba k chela
Sahib.bandgi
Jai ho
🌹🌹🙏🙏🌹🌹
Aap.mahan
Prabhu
❤❤❤❤❤
Dharm 1 hota hai
Kabir sahab us jhopri tak nahi pahuchay jo astha siv guru pahuchay
मुझे भी आपका प्रवचन करवाना चाहता हूं। कैसे संभव होगा।
आज तक किसी को सरधा व विस्वास करने से क्या मुक्ति मिली है। विस्वास, विस्वास करवा कर जीवों को विष दे दिया जाता है मतलब ओर भी ज्यादा गुमराह कर रहे हैं।
Kamal FARGI hay. Om namah siway sahi om durgaye namah sahi.MANTRA JAP MAM DRIH VISHWASH. 9 BHAKTI MAIN 1 BHAKTI.SAHI.
Jago.re.Jago.
કબીરજી ગંગાસતી..... સ્વામી આવા તો કેટલાય થઈ ગયા
आत्मज्ञान के बिना गुरुवाई होती है क्या?
*एक आदमी अपने कमाई का कितने जगहों पर टैक्स दे*
*सरकार को टैक्स देना जरूरी है, राजनितिक पार्टियों को भी कमाई में से ही देना है और तो और अपनी कमाई में से धर्मस्थलों को बनाने तथा उन धर्मस्थलों के रखरखाव के लिए भी देना है*
*हमारे पूर्वजों ने अनुशासित जीवन जीने के लिए राजभवनों तथा समस्त विद्याओं की प्राप्ति के लिए विद्यालयों का निर्माण किए*
*हमारा तो धर्मपरिवर्तन उसी समय हो गया था जब राजभवनों को मंदिर नाम पर धर्मान्तरण तथा विद्यालयों को मठ नाम पर धर्मान्तरण किया*
*शंखासूर विद्याओं का लोप करके अपनी डफली अपना राग का शंख फूंक रहे हैं*
*सभी पंथ सम्प्रदाय मजहब, सभी के देवी देवताओं के मंत्र धन प्राप्ति सुरक्षा वाकसिद्धि मारण मोहन वशीकरण स्तंभन उद्वेष्ण उच्चाटन के जाप करने वालों के मंदिर मस्जिद दरगाह चर्च गुरुद्वारे जल प्रलय भूकंप ज्वालामुखी में धाराशयी हो रहे हैं*
*मनुष्य धर्मस्थलों को बनाता है धर्मस्थलों की औकात नहीं है कि कोई मनुष्य बना दे*
*राम के नाम स्मरण करने मात्र से मनुष्य मुक्त का अधिकारी हो जाता है*
*एक महीने में 30 - 31 दिन होता है*
*पंडित द्वारा रचित 40 दिन का चालीसा पाठ 40*
*सप्ताह में हर दिन के अलग व्रत कथा 7 x 4 = 28*
*नवरात्रि 4 x 9 = 36*
*पूर्णिमा अमावस्या 2*
*एकादशी 2*
*अक्षय तृतीया अक्षय नवमी 2*
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*कुल 110*
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*ये होम वर्क आपको 30 दिनों तक पंडित जी के देखरेख में करना है*
*ऊपर से रोग निवारण ग्रहदोष निवारण पुत्र धन प्राप्ति के लिए जो पंडित जी जितने लाख मंत्रों जाप कराने का बताएंगे उनको भी इसी 30 दिनों के अंदर ही करना है*
*पंडित जी को दक्षिणा देकर खुश रखना है नहीं तो सब गुड़ गोबर हो जायेगा*
*आप कितना कमायेंगें आपको इन कामों से समय मिलेगा तब न कमाएंगे उसको भी कमाकर पंडित जी को दे देंगें! आप बैकों से लोन लेकर भरते रहिये इनके लिए भी रोज दानपेटी में दान देते रहिए*
*4. रक्षा के लिए 👉 मंत्र कवच लक्ष्मी प्राप्ति मारण मोहन वशीकरण स्तम्भन उच्चाटन विद्वेषण की रचना की गई है जो प्रायः सभी देवी देवताओं के नाम पर अनेकों हैं। इतने मन्त्रों, कवचों के रहते गौहत्या अपहरण बलात्कार हत्यायें रोकने के बदले जहां हैं वहीं से पलायन कर रहे हैं,उन्हीं देवी देवताओं के मन्दिर टूट रहे हैं*
*महीने दो महीने के भीतर प्रत्येक दिन वार तिथि के प्रत्येक देवी देवताओं की पूजा पाठ, चालीसा पाठ, नवग्रहों के जप विधि विधान, 4 नवरात्रि, अक्षय तृतीया, अक्षय नवमी, एकादशी, त्रयोदशी, अमावस्या, पूर्णिमा, महामृत्युंजय, नवार्ण, द्वादश मंत्रों, शिवचर्चा, वटसावित्री, 18 पुराण इत्यादि 30 + 40 + 9 + 36 + 6 + 5 + 18 = 144 प्रकार के विधि विधान हैं*
*बद से बदतर स्थिति में पहुंच जाते हैं*
*पंडित जी बोलते हैं लगे रहो यजमान 🤗*
*🚩 🏹🌹 जय श्री राम 🙏🌹🏹🚩*
@jaishribala जी
शुभ संध्या 🌹🙏🌹
निरंकारी नहीं समझ पायेगा ब्रह्म को। बिना सगुण निगु॔ण नहीं समझा जा सकता। अजम्बरी कितना भी फैला लो।
बिल्कुल सौ परसेंट सत्य
Ramashankar Sahib
Kabeer Sahib in HIS days faced pundits a lot
So much so HE left HIS body at Maghaar
But did this change anything even after centuries
No no not at all
Evolution is cyclic It happens on its own accord
Anando followed Gautam Bhuddha like a shadow his entire life
But never got evolved
Inference just share ourselves through Kabeer Sahib
Condemnation does not work
Unless society gets education ignorence stays
Your sharings do help a lot to those of us who are sitting on the fence
भारत देश में केंद्र और प्रदेश की शासन सत्ता में बहुजन वर्ग के लोग शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र मे अपनीं हिस्सेदारी की औकात जरूर देखकर ही लोकसभा व विधान सभा के चुनाव में बहुजन वर्ग के लोग अपने बहुजन विचारकों को ही सिर्फ वोट करे। अन्यथा में आपके पाखंडी एमपी एमएलए वर्ग के लोगों को एक भी वोट मत दे नही तो आने वाली आपकी बहुजन पीढ़ी सदैव के लिए जातीय धार्मिक मानसिक गुलाम एमपी एमएलए लोग इस बार लोक सभा के चुनाव में मानसिक रोगी जरूर आप हो जायेंगे।
Shraddh ka matlab se hay.
Jay bhim
Aapko itna Gyan kaha se aa Gaya kya aap aapne ko pujwana chahte hai kyu aapko sabhi Gyan sapne me Mila hai kya
Ved ki ninda karte ho ved ki ninda karna. Aur sunna dono paap hai dhanywaad. 😢
Agar aap ko gyaan hai to fir kabir ji k gyaan ko kyo lete ho
પેલા માણસ ક્યા માતા પિતા ને બનાયા
आप तो अपने मां पिता जी को ऐसे ही फेंक दिये होंगे इतना जो ग्यानी हो न
baba janeu q pahne hn...?
Abhi.Kitne.log.sho.Rahe.hai.Inko.Jagao.re.bhaiyo.
मात्हामा जी जब लोग टि बी सिकार हो जाता है तब डाक्टर मास मछली का सेवन करने के लिए कहता है और निरंकारी जो है वह ऊच नींच छूआछूत भेदभाव खत्म कर रहा है
वह बाबा आप तो बहुत चमत्कारी निकले सबके धर्म के बारे में बुराई तो कर रहे हो लेकिन अपने धर्म के बारे में कुछ नहीं बता कभी ऐसा हो सकता है कि पानी खींचने से कोई आदमी जिंदा हो जाएगा खुद मंदिर में बैठकर बड़े बड़े दान पेटी रखे तो अच्छा है और कहीं ब्राह्मणों ने कर दिया तो गलत क्या सोच है रे तेरी😅😅😅
आप लोगो का पत्ता कट रहा है कस्ट तो होगा आप तो लोगो को मतो or पंथो से लोगो को जोड़े गुरु से कहाँ जोर पाये
Savan kumar kushwaha ji kabir shahe duniya ke siristi karta hai aap kabhi janne ki korsis nahi kiye hai kiyo ki jo ma ke pet janam leta hai obh kbhi parm pita parmeshwar nahi ho sakte hai ish liya shaheb kabir kahte hai ki pani se paida nahi swasa nahi sarir an ahar karta nahi tako nam kabir
नर नाड़ी शोध कर प्रभू से करो विच राय 😂😢
Ksae wo hota hai jo jis ko katta hai or khata hai
रोज मोबाइल में आकर कौवा जैसे काउ काउ करता है पहले अपने परिवार वालों को कबीरपंथी हिंदू बना ले कबीर ना हिंदु था ना मुसलमान वो इसाई था तुम कौन है
Bhai sahab baat karvi or 100% sach bolte hai rama shankar saheb jo bhi prashan ka jawab chahiye to un se mil ke vartalap kijiye
Sab ka jawab milega
ये मनुवादी है
@@mantoshchaudhari3633 ओम पहले रोटी कमान सीख जा तब जाकर सारे ज्ञान मालूम होंगे रोटी पेट में रहती है तो आवाज भी तेज निकलती है सारे लोग धरती को अपने बपोती समझ कर हक जताने की कोशिश में लगे हैं परंतु ये नहीं पता कि उनके पास उनकी मौत बैठी तमाशा देख रही है