Sorry, Raja he will have to pay the money otherwise he will be locked out of the world financial system. Cuba's Fidel Castro once borrowed a loan from the United Nations and refused to pay it back. He just stole the money, but even Soviet Union and other nations insisted that he pay back the loan otherwise they would lock Cuba out. Fidel Castro relented and eventually paid back the loan.
The US elections drive home the message that democracy is only as real as constant citizen engagement makes it. Neither being the oldest or the biggest is any guarantee that any democracy would live up to its description. A politically disengaged public, which is willing to be guided by mediaeval instincts, rather than rational reckoning of the complexity that moulds modern life, will give authoritarian figures a free run, never mind the nature of the formal political system. Social media will amplify the deceptive charm of divisive rabblerousers, unless conscious, consistent efforts are made to create a counter-narrative. Trump speaks not just to Americans, but to us in India as well.
DMK, Jagan, Bihar and JK governments are main beneficiary of the bribes. State governments take bribe even for a road contract otherwise they dont award the contract. US thinks whole India is ruled by BJP and doesn't realize the issue is going to put Senthil Balaji back in jail. Adani is practical to have paid the bribe or he couldn't have repaid the Bonds he took in Canada and US and project would have bankrupted as Jagan smiled for the cameras. Issue is state corruption not Adani. If states have transparent and honest system this will not happen.
Business corruption and political corruption form a symbiosis that has fuelled growth for some time. It may appear commonplace within the country. But to outsiders, whose capital is deployed in the Indian growth story, this symbiosis looks like cancer. The most corrosive corruption is of the political kind. Most Indians are proud of the label ‘world’s largest democracy’. But few think it necessary to be part of financing the democratic machine - the system of political parties, their extensive offices across the land, their workers, cost of travel, publicity, rallies etc. Parties are expected to mobilise funds in whatever manner they think fit. And that is what they do.
No crisis is ever too big for Adani who has built his empire on allegedly dubious dealings and controversial business strategies. The power of muscle, money and political patronage has always pulled him out of the dirty ponds
कृपया जांच की जाए कि भाजपा अपनी पूरी राजनीतिक पार्टी के सारे खर्चे स्टॉक मार्केट को गिराकर और बड़ा कर निकाल रही है। इस संबंध में निम्न पोस्ट को पढ़िए:- इस संबंध में यह भी जांच की जाए कि अमेरिका के कोर्ट में अदानी के खिलाफ जो धोखाधड़ी और रिश्वतखोरी का मुकदमा दर्ज हुआ है, क्या यह मुकदमा एक षड्यंत्र के तहत सिर्फ इसलिए दायर किया गया है कि भारतीय स्टॉक मार्केट को गिरा के इतने नीचे वाले लेवल पर ले आया जाए की नीचे वाले लेवल पर, नीचे वाली कीमतों पर बीजेपी पार्टी SEBI Chairman माधवी पुरी बुच के जरिये अपने बरमूडा, मॉरीशस और ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड मैं जमा अपने काले धन से नीचे वाली कीमतों पर स्टॉक मार्केट से भारी मात्रा में शेयरों की खरीदारी कर सके, जिससे कि बाद में मार्केट के बढ़ने पर BJP कम कीमत पर खरीदे हुए इन शेयर्स को बढ़ी हुई कीमतों पर बेचकर अर्बों खरबों रुपया कमा सकें, और अपना खर्चा स्टॉक मार्केट से निकाल सकें। जैसे कि अमेरिका के कोर्ट में जो मुकदमा दर्ज किया गया है, उस मुकदमे में कोई दम नहीं है क्योंकि इस मुकदमे के बारे में किसी भी मीडिया चैनल में यह नहीं बताया गया है कि 265 मिलियन डॉलर की जो रिश्वत दी गई, या जो रिश्वत दी जाने वाली थी, वह रिश्वत किसको दी गई या वह रिश्वत किस को दी जाने वाली थी। अगर मुकदमे में conviction है और Indictment किया गया है, तो उन लोगों के नाम भी तो होने चाहिए जिनको रिश्वत देने के लिए अदानी ग्रुप तैयार हुआ, या जिनको अदानी ग्रुप ने रिश्वत दी। इस प्रकार से रिश्वत लेने वालों का कोई भी जिक्र नहीं किया गया है, इस प्रकार से अमेरिका के कोर्ट में यह मुकदमा टांय टांय फिस्स हो जायेगा। यह मुकदमा जो अमेरिका के कोर्ट में दर्ज किया गया है यह मुकदमा तो स्टॉक मार्केट में शेयरों की कीमतों को गिराने का एक तरीका है।
Yes, it is far bigger an issue when compared to Hinderburg since the case involved in violation of U S Law against which there is exculpatory evidence. But how Trump decides to look at will make all the difference.
कृपया जांच की जाए कि भाजपा अपनी पूरी राजनीतिक पार्टी के सारे खर्चे स्टॉक मार्केट को गिराकर और बड़ा कर निकाल रही है। इस संबंध में निम्न पोस्ट को पढ़िए:- इस संबंध में यह भी जांच की जाए कि अमेरिका के कोर्ट में अदानी के खिलाफ जो धोखाधड़ी और रिश्वतखोरी का मुकदमा दर्ज हुआ है, क्या यह मुकदमा एक षड्यंत्र के तहत सिर्फ इसलिए दायर किया गया है कि भारतीय स्टॉक मार्केट को गिरा के इतने नीचे वाले लेवल पर ले आया जाए की नीचे वाले लेवल पर, नीचे वाली कीमतों पर बीजेपी पार्टी SEBI Chairman माधवी पुरी बुच के जरिये अपने बरमूडा, मॉरीशस और ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड मैं जमा अपने काले धन से नीचे वाली कीमतों पर स्टॉक मार्केट से भारी मात्रा में शेयरों की खरीदारी कर सके, जिससे कि बाद में मार्केट के बढ़ने पर BJP कम कीमत पर खरीदे हुए इन शेयर्स को बढ़ी हुई कीमतों पर बेचकर अर्बों खरबों रुपया कमा सकें, और अपना खर्चा स्टॉक मार्केट से निकाल सकें। जैसे कि अमेरिका के कोर्ट में जो मुकदमा दर्ज किया गया है, उस मुकदमे में कोई दम नहीं है क्योंकि इस मुकदमे के बारे में किसी भी मीडिया चैनल में यह नहीं बताया गया है कि 265 मिलियन डॉलर की जो रिश्वत दी गई, या जो रिश्वत दी जाने वाली थी, वह रिश्वत किसको दी गई या वह रिश्वत किस को दी जाने वाली थी। अगर मुकदमे में conviction है और Indictment किया गया है, तो उन लोगों के नाम भी तो होने चाहिए जिनको रिश्वत देने के लिए अदानी ग्रुप तैयार हुआ, या जिनको अदानी ग्रुप ने रिश्वत दी। इस प्रकार से रिश्वत लेने वालों का कोई भी जिक्र नहीं किया गया है, इस प्रकार से अमेरिका के कोर्ट में यह मुकदमा टांय टांय फिस्स हो जायेगा। यह मुकदमा जो अमेरिका के कोर्ट में दर्ज किया गया है यह मुकदमा तो स्टॉक मार्केट में शेयरों की कीमतों को गिराने का एक तरीका है।
I don't think so and Adani will get through this but i would advise him to stick to the indian market and promise to create jobs there and not in the U.S. Rubbing shoulders with Trump was not a good idea in my eyes !
कृपया जांच की जाए कि भाजपा अपनी पूरी राजनीतिक पार्टी के सारे खर्चे स्टॉक मार्केट को गिराकर और बड़ा कर निकाल रही है। इस संबंध में निम्न पोस्ट को पढ़िए:- इस संबंध में यह भी जांच की जाए कि अमेरिका के कोर्ट में अदानी के खिलाफ जो धोखाधड़ी और रिश्वतखोरी का मुकदमा दर्ज हुआ है, क्या यह मुकदमा एक षड्यंत्र के तहत सिर्फ इसलिए दायर किया गया है कि भारतीय स्टॉक मार्केट को गिरा के इतने नीचे वाले लेवल पर ले आया जाए की नीचे वाले लेवल पर, नीचे वाली कीमतों पर बीजेपी पार्टी SEBI Chairman माधवी पुरी बुच के जरिये अपने बरमूडा, मॉरीशस और ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड मैं जमा अपने काले धन से नीचे वाली कीमतों पर स्टॉक मार्केट से भारी मात्रा में शेयरों की खरीदारी कर सके, जिससे कि बाद में मार्केट के बढ़ने पर BJP कम कीमत पर खरीदे हुए इन शेयर्स को बढ़ी हुई कीमतों पर बेचकर अर्बों खरबों रुपया कमा सकें, और अपना खर्चा स्टॉक मार्केट से निकाल सकें। जैसे कि अमेरिका के कोर्ट में जो मुकदमा दर्ज किया गया है, उस मुकदमे में कोई दम नहीं है क्योंकि इस मुकदमे के बारे में किसी भी मीडिया चैनल में यह नहीं बताया गया है कि 265 मिलियन डॉलर की जो रिश्वत दी गई, या जो रिश्वत दी जाने वाली थी, वह रिश्वत किसको दी गई या वह रिश्वत किस को दी जाने वाली थी। अगर मुकदमे में conviction है और Indictment किया गया है, तो उन लोगों के नाम भी तो होने चाहिए जिनको रिश्वत देने के लिए अदानी ग्रुप तैयार हुआ, या जिनको अदानी ग्रुप ने रिश्वत दी। इस प्रकार से रिश्वत लेने वालों का कोई भी जिक्र नहीं किया गया है, इस प्रकार से अमेरिका के कोर्ट में यह मुकदमा टांय टांय फिस्स हो जायेगा। यह मुकदमा जो अमेरिका के कोर्ट में दर्ज किया गया है यह मुकदमा तो स्टॉक मार्केट में शेयरों की कीमतों को गिराने का एक तरीका है।
Nothing will happen, Modi will give him Bharat Ratna in next few years .
Bribe was given to state governments.. lol
Sorry, Raja he will have to pay the money otherwise he will be locked out of the world financial system. Cuba's Fidel Castro once borrowed a loan from the United Nations and refused to pay it back. He just stole the money, but even Soviet Union and other nations insisted that he pay back the loan otherwise they would lock Cuba out. Fidel Castro relented and eventually paid back the loan.
🎉❤❤❤
No matter which government, a thorough probe in Adani saga is immediate need of the hour. Everyone involved must be brought to justice.
Adani has support from the highest level in India. Nothing will happen to Adani. This will be a non issue in few days time.
Non issue in India, but not globally!
Right
Absolutely correct 👍
The US elections drive home the message that democracy is only as real as constant citizen engagement makes it. Neither being the oldest or the biggest is any guarantee that any democracy would live up to its description.
A politically disengaged public, which is willing to be guided by mediaeval instincts, rather than rational reckoning of the complexity that moulds modern life, will give authoritarian figures a free run, never mind the nature of the formal political system. Social media will amplify the deceptive charm of divisive rabblerousers, unless conscious, consistent efforts are made to create a counter-narrative.
Trump speaks not just to Americans, but to us in India as well.
Some Nair claims that he gave bribe and Kejriwal is arrested, now a credible agency, US court is talking about bribes given why Adani is not arrested?
By the End of this Decade all the
Natural Resources of India will be
Owned by One State & One Admi. 🤣🤣
DMK, Jagan, Bihar and JK governments are main beneficiary of the bribes. State governments take bribe even for a road contract otherwise they dont award the contract. US thinks whole India is ruled by BJP and doesn't realize the issue is going to put Senthil Balaji back in jail. Adani is practical to have paid the bribe or he couldn't have repaid the Bonds he took in Canada and US and project would have bankrupted as Jagan smiled for the cameras. Issue is state corruption not Adani. If states have transparent and honest system this will not happen.
Great! Defenders of corrupt Adani and Modi who is in bed with him.
Issue is not state corruption.
States are in India, run by Indians.
So whom are you blaming ?
Business corruption and political corruption form a symbiosis that has fuelled growth for some time. It may appear commonplace within the country. But to outsiders, whose capital is deployed in the Indian growth story, this symbiosis looks like cancer.
The most corrosive corruption is of the political kind. Most Indians are proud of the label ‘world’s largest democracy’. But few think it necessary to be part of financing the democratic machine - the system of political parties, their extensive offices across the land, their workers, cost of travel, publicity, rallies etc. Parties are expected to mobilise funds in whatever manner they think fit. And that is what they do.
My granddaughter will say “Adani”. For a question… who is the president of India ….😢
I am expecting Adani will exit cement business.
No crisis is ever too big for Adani who has built his empire on allegedly dubious dealings and controversial business strategies. The power of muscle, money and political patronage has always pulled him out of the dirty ponds
Nothing is going to happen here,modani
If modi is viswaguru,no impact
For a man who has shown the finger to 1.5 billion people, USA accusation is water on a buffalo's back.
Adanis loans will be written off by indian banks. Foreign banks will renegotiate and give discounts etc. 😂😂😂
Does 'Enron' rings a bell?
Nothing ever happens in corruption cases in India.
Public has lost sightbif ethics and miralitu.
कृपया जांच की जाए कि भाजपा अपनी पूरी राजनीतिक पार्टी के सारे खर्चे स्टॉक मार्केट को गिराकर और बड़ा कर निकाल रही है। इस संबंध में निम्न पोस्ट को पढ़िए:-
इस संबंध में यह भी जांच की जाए कि अमेरिका के कोर्ट में अदानी के खिलाफ जो धोखाधड़ी और रिश्वतखोरी का मुकदमा दर्ज हुआ है, क्या यह मुकदमा एक षड्यंत्र के तहत सिर्फ इसलिए दायर किया गया है कि भारतीय स्टॉक मार्केट को गिरा के इतने नीचे वाले लेवल पर ले आया जाए की नीचे वाले लेवल पर, नीचे वाली कीमतों पर बीजेपी पार्टी SEBI Chairman माधवी पुरी बुच के जरिये अपने बरमूडा, मॉरीशस और ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड मैं जमा अपने काले धन से नीचे वाली कीमतों पर स्टॉक मार्केट से भारी मात्रा में शेयरों की खरीदारी कर सके, जिससे कि बाद में मार्केट के बढ़ने पर BJP कम कीमत पर खरीदे हुए इन शेयर्स को बढ़ी हुई कीमतों पर बेचकर अर्बों खरबों रुपया कमा सकें, और अपना खर्चा स्टॉक मार्केट से निकाल सकें।
जैसे कि अमेरिका के कोर्ट में जो मुकदमा दर्ज किया गया है, उस मुकदमे में कोई दम नहीं है क्योंकि इस मुकदमे के बारे में किसी भी मीडिया चैनल में यह नहीं बताया गया है कि 265 मिलियन डॉलर की जो रिश्वत दी गई, या जो रिश्वत दी जाने वाली थी, वह रिश्वत किसको दी गई या वह रिश्वत किस को दी जाने वाली थी। अगर मुकदमे में conviction है और Indictment किया गया है, तो उन लोगों के नाम भी तो होने चाहिए जिनको रिश्वत देने के लिए अदानी ग्रुप तैयार हुआ, या जिनको अदानी ग्रुप ने रिश्वत दी। इस प्रकार से रिश्वत लेने वालों का कोई भी जिक्र नहीं किया गया है, इस प्रकार से अमेरिका के कोर्ट में यह मुकदमा टांय टांय फिस्स हो जायेगा। यह मुकदमा जो अमेरिका के कोर्ट में दर्ज किया गया है यह मुकदमा तो स्टॉक मार्केट में शेयरों की कीमतों को गिराने का एक तरीका है।
Excellent
No. Not the biggest but final.
Yes, it is far bigger an issue when compared to Hinderburg since the case involved in violation of U S Law against which there is exculpatory evidence. But how Trump decides to look at will make all the difference.
कृपया जांच की जाए कि भाजपा अपनी पूरी राजनीतिक पार्टी के सारे खर्चे स्टॉक मार्केट को गिराकर और बड़ा कर निकाल रही है। इस संबंध में निम्न पोस्ट को पढ़िए:-
इस संबंध में यह भी जांच की जाए कि अमेरिका के कोर्ट में अदानी के खिलाफ जो धोखाधड़ी और रिश्वतखोरी का मुकदमा दर्ज हुआ है, क्या यह मुकदमा एक षड्यंत्र के तहत सिर्फ इसलिए दायर किया गया है कि भारतीय स्टॉक मार्केट को गिरा के इतने नीचे वाले लेवल पर ले आया जाए की नीचे वाले लेवल पर, नीचे वाली कीमतों पर बीजेपी पार्टी SEBI Chairman माधवी पुरी बुच के जरिये अपने बरमूडा, मॉरीशस और ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड मैं जमा अपने काले धन से नीचे वाली कीमतों पर स्टॉक मार्केट से भारी मात्रा में शेयरों की खरीदारी कर सके, जिससे कि बाद में मार्केट के बढ़ने पर BJP कम कीमत पर खरीदे हुए इन शेयर्स को बढ़ी हुई कीमतों पर बेचकर अर्बों खरबों रुपया कमा सकें, और अपना खर्चा स्टॉक मार्केट से निकाल सकें।
जैसे कि अमेरिका के कोर्ट में जो मुकदमा दर्ज किया गया है, उस मुकदमे में कोई दम नहीं है क्योंकि इस मुकदमे के बारे में किसी भी मीडिया चैनल में यह नहीं बताया गया है कि 265 मिलियन डॉलर की जो रिश्वत दी गई, या जो रिश्वत दी जाने वाली थी, वह रिश्वत किसको दी गई या वह रिश्वत किस को दी जाने वाली थी। अगर मुकदमे में conviction है और Indictment किया गया है, तो उन लोगों के नाम भी तो होने चाहिए जिनको रिश्वत देने के लिए अदानी ग्रुप तैयार हुआ, या जिनको अदानी ग्रुप ने रिश्वत दी। इस प्रकार से रिश्वत लेने वालों का कोई भी जिक्र नहीं किया गया है, इस प्रकार से अमेरिका के कोर्ट में यह मुकदमा टांय टांय फिस्स हो जायेगा। यह मुकदमा जो अमेरिका के कोर्ट में दर्ज किया गया है यह मुकदमा तो स्टॉक मार्केट में शेयरों की कीमतों को गिराने का एक तरीका है।
I don't think so and Adani will get through this but i would advise him to stick to the indian market and promise to create jobs there and not in the U.S. Rubbing shoulders with Trump was not a good idea in my eyes !
Why you are simply discussing on TV channels. Nothing will happen to Adani.
Let Trump be back.
As long as MODANI bonding is intact, nothing will happen! Adani will be kept safe! With GODI MEDIA in full swing,it will be made a non-issue!
कृपया जांच की जाए कि भाजपा अपनी पूरी राजनीतिक पार्टी के सारे खर्चे स्टॉक मार्केट को गिराकर और बड़ा कर निकाल रही है। इस संबंध में निम्न पोस्ट को पढ़िए:-
इस संबंध में यह भी जांच की जाए कि अमेरिका के कोर्ट में अदानी के खिलाफ जो धोखाधड़ी और रिश्वतखोरी का मुकदमा दर्ज हुआ है, क्या यह मुकदमा एक षड्यंत्र के तहत सिर्फ इसलिए दायर किया गया है कि भारतीय स्टॉक मार्केट को गिरा के इतने नीचे वाले लेवल पर ले आया जाए की नीचे वाले लेवल पर, नीचे वाली कीमतों पर बीजेपी पार्टी SEBI Chairman माधवी पुरी बुच के जरिये अपने बरमूडा, मॉरीशस और ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड मैं जमा अपने काले धन से नीचे वाली कीमतों पर स्टॉक मार्केट से भारी मात्रा में शेयरों की खरीदारी कर सके, जिससे कि बाद में मार्केट के बढ़ने पर BJP कम कीमत पर खरीदे हुए इन शेयर्स को बढ़ी हुई कीमतों पर बेचकर अर्बों खरबों रुपया कमा सकें, और अपना खर्चा स्टॉक मार्केट से निकाल सकें।
जैसे कि अमेरिका के कोर्ट में जो मुकदमा दर्ज किया गया है, उस मुकदमे में कोई दम नहीं है क्योंकि इस मुकदमे के बारे में किसी भी मीडिया चैनल में यह नहीं बताया गया है कि 265 मिलियन डॉलर की जो रिश्वत दी गई, या जो रिश्वत दी जाने वाली थी, वह रिश्वत किसको दी गई या वह रिश्वत किस को दी जाने वाली थी। अगर मुकदमे में conviction है और Indictment किया गया है, तो उन लोगों के नाम भी तो होने चाहिए जिनको रिश्वत देने के लिए अदानी ग्रुप तैयार हुआ, या जिनको अदानी ग्रुप ने रिश्वत दी। इस प्रकार से रिश्वत लेने वालों का कोई भी जिक्र नहीं किया गया है, इस प्रकार से अमेरिका के कोर्ट में यह मुकदमा टांय टांय फिस्स हो जायेगा। यह मुकदमा जो अमेरिका के कोर्ट में दर्ज किया गया है यह मुकदमा तो स्टॉक मार्केट में शेयरों की कीमतों को गिराने का एक तरीका है।
NO it is not
Ha for news and you tubers its big time pass for few days 😂😂😂