कहानी बहुत अच्छी लगी और मन श्रद्धा भाव से भर गया किंतु इसकी सत्यता में तीन आशंका है 1. मिथिला नेपाल में स्थित है अयोध्या के पास नहीं है 2. अंधे व्यक्ति का दुख दूर करने के लिए सूचित करने हेतु सभी राज्यों के परिवारों सहित प्रजा के परिवारों को भी इसलिए सम्मिलित किया गया क्योंकि यह आवश्यक नहीं था कि केवल राजाओं के परिवारों में ही पतिव्रता स्त्री मिल जाने की गारंटी थी 3. यदि धनुष तोड़ने के लिए दशरथ जी को व्यक्तिगत निमंत्रण जाता तो वे निश्चित ही अपने परिवार सहित ही उसमें शामिल होते व्यक्तिगत निमंत्रण पर प्रजा के किसी व्यक्ति को कैसे भेज देते जनक जी ने अयोध्या निमंत्रण क्यों नहीं भेजा इसकी विषय में हर महाराज जी अलग-अलग अपनी कहानी प्रस्तुत करते हैं एक महाराज जी ने यह बताया कि जनक जी को एक बगीचा बहुत प्रिय था वह बगीचा किसी कारणवश सूख गया तो उनके गुरु जी ने बताया कि यदि कोई व्यक्ति कच्चे घड़े को कच्चे धागे में बांधकर और उसे कुएं में डुबोकर उसे बाहर पानी निकाल कर उसे बगीचे में डाल दे तो बगीचा हरा भरा हो जाएगा जनक जी ने मुनादी करा दी तो अयोध्या जी से एक सफाई कर्मी कहने लगा कि यह काम तो मैं भी कर दूंगा कुए के पास पहुंचकर उसने हाथ जोड़कर कहा कि हे भगवान यदि मैंने मन कर्म वचन से दशरथ जी की सेवा करी हो तो मेरा यह काम सफल कर देना उसने कोशिश की और कुएं से पानी निकाल लिया और बगीचे में छिड़क कर उसको दोबारा हरा भरा कर दिया तब जनक जी ने सोचा कि यदि मैंने अयोध्या जी में मुनादी करा दी स्वयंवर के बारे में और वहां इतने धर्म परायण व्यक्ति रहते हैं तो ऐसा ना हो वहां से कोई सफाई कर्मी ही आ जाए और धनुष तोड़ दे और मुझे सीता जी का विवाह उससे करना पड़ जाए यह सोचकर जनक जी ने अयोध्या जी में मुनादी नहीं कराई
इंद्र को नही जीता देवासुर संग्राम के टाइम देवताओं की सेना का नेतृत्व दशरथ कर रहे थे और जब चारो युवराज विश्वामित्र जी की पाठशाला में अध्यनरत थे जबतक शिक्षा पूरी ना हो तब तक गृहस्थ आश्रम शुरू नही होता
देवासुर संग्राम में इन्द्र की सहायता के लिए दशरथ और कैकेयी गये। वैजयंत नामक नगर में संबर नाम से विख्यात, अनेक मायाओं का ज्ञाता तिमिध्वज रहता थां उसने इन्द्र को युद्ध के लिए चुनौती दी थी। रात को सोये हुए घायल सैनिकों को बिछौनों से खींचकर दैत्य लोग मार डालते थे। भयंकर युद्ध करते हुए दशरथ भी घायल होकर अचेत हो गये। राजा के अचेत होने पर कैकेयी उन्हें रणक्षेत्र से बाहर ले आयी थी, अत: प्रसन्न होकर दशरथ ने दो वरदान देने का वादा किया था।
चारों भाई श्रीराम भरत लक्ष्मण शत्रुघ्न गुरु विशिष्ट के पास गुरुकुल में शिक्षा पा रहे थे और चारों युवराज नहीं हो सकते अकेले श्रीराम जी को युवराज बनाने की घोषणा हुई थी युवराज बनाने से पहले बनवास भेज दिया अगर सभी युवराज हो सकते तो महाभारत नहीं होता युवराज बनने की लड़ाई ही थी दुर्योधन को बनाया ओर युधिष्ठिर ओर पाण्डवों को बनवास
❤❤ जय गुरुदेव ज्ञापन दिया जिन्होंने इस धरती पर कोटि कोटि शतकोटी नमन ❤❤🎉 जय श्री राम जय जय श्री श्याम प्रभु देवाय नमः सियाराम शरणम् मम प्रिय श्री राम ने आदेश आदेश गुरु जी आपका हार्दिक आभार एवं धन्यवाद जी
Apka Tarika very nice, Aachhe vakta ktha vachak hi, sati HONA CHAHIYE, Ab kitni Hai Sato jato me , KIYO , Ab wo Pawar Shakti kaha hai, bas pothiyo me. Kalam vadh Hai, Easa kuchha kariye ya karvaye jo diviye Pawar y prakat ho, AP ram jee ko ye batane me Lage hai koi bhi. Chalta firta Dhovi Shiv jee ke Dhanusha ko Tod Sakta tha, yaar Bhagvan hone ka dava sabne Kiya PR hua ak. Bhi NHEE,, shiri ram Katha me Ravan Geeta me kansha or Bratman me. Tamam. Asha Ram bapu Sai Baba Bahut PR Bhagban to Prabhu jee ak hota Yugo me jiska koi vikalp hora NHEE hai, Lokkathao me to sabko Nayak Gayak Bana Diya jata hai yea farmula Hai Rajniti ka pr Bhagban Shiv or sati yea Alag Thea or Hai, yea pralay me Bhi shirajan uttpti karne ki Pawar rakhte hai, jis PR inki kripa Ho Jaye wo Aklaviye ko bhi Veer Bana Sakta hai pr. Bhagwan NHEE, Arjun Veer Bana Bhagwan NHEE, Apki Katha to jhadu wali ko Seeta jee Bana Rahe hai, yaar Seeta ma jesa Dusra charitra janma NHEE hai, to Maharaj Ramayan or Lokgatha me Anter Hai,
जय माता दी जय माता दी जय माता दी जय गुरुवर की जय गुरुवर की जय माता माता जय माता गुरुदेव जय माता की जय मां दुर्गा देवी दही जय महामाया देवी दी जय जय मां काली जय जय मां दुर्गा देवी हर हर महादेव
Gurudev ki jay ho. Aajkal denting painting karake sabhi yuva banane ki daur me hai. Shahar me koi kisiko nahi puchhata hai. Gomata ki puja gavo me hi sambhav hai. Sanaatan dharm ki jay ho.
Jai maa padmavati koti koti pranam swikar kare maa Jai bhairav dev ji koti koti pranam swikar kare guru ji Jai gurudev ji koti koti pranam swikar kare guru ji
मिथिला जो जानका था, वो तो नेपाल मै हैं अभि। जो बिहार के उत्तरमे-है नेपाल तरफ। उत्तर प्रदेश कि गाउँ मे- नही । आप राम भक्त होकर्भी मिथिला को नै जनते- आइस हो गया। यी कोहि नै बात नही है -वोइस होइ रहा है ! दुनिया जनता है कि ऐस हि है फिर" ये बुरी बात थोडी हो , बोल्ने वाला -सुन्ने वाला दोनो जनते है कि यी सहि नही है"। अयोध्दा बसी महान- थे।झडूवलि भी महान पतिब्रता। राम कैसे मिथिला पौंचे- धनु तोड्के -स्वोयाम्बर करे-तो - दुसरा भाग्मे-जरुर बताना -जय गुरु
Sati sato jati hoti hai , pr ab. NHEE KIYO, pathar pathar Bolta Hai Bulvane vala HONA CHAHIYE Lafea mar NHEE, Ab Tak ye hota A Raha hai, tap sabne Kiya hai , sab shiv NHEE ho sakte, jo ho Gaye wo Dhauruv Tara bangaye Sir , Dukan chalaye pr sachi kathao bataye, Lok Gatha kathaye Giyani hone ke Liye prerit Karti hai, that is ok , But Harek kata only jhadu Bhangi Kiya batane ki message De Rahe hai Sir, Ak baat practical Hai Aapne fayade ke Liye Dusare Hatiya mat kariye very nice, Easa Lagta Hai Jese ak Lok katha ka Dor chal tab Shri Dhar naam ke pandit ji Harek Katha me chale,, Ramayan ko pramnit tarike se dikhaiye Tulseedas jee ne Balmiki jee practical likha jiska praman Milta lok kathaye political Hoti hai 🙏, Raja ke Liye jo usne NHEE Kiya hota chamche usko bhi Namak morchi milakar Raja ko sunate Thea, Aaj lok kathaye Neta jee pr bhi bolee jati Manch se, kirpa karke jo katha Aap pawlik ko sunate hai usko pramnit Granth ke Naam ke sath sunaye pawlik ko,
😂 वाह महाराज कैकेई को वरदान दिया था दशरथ जी ने देवासुर संग्राम में दशरथ जी की सहायता करने हेतु! मजदूरी कर पेट भरो महाराज क्यों पेट भरने के लिए भगवान का सहारा लेते हो!!😂
कहानी बहुत अच्छी लगी और मन श्रद्धा भाव से भर गया किंतु इसकी सत्यता में तीन आशंका है
1. मिथिला नेपाल में स्थित है अयोध्या के पास नहीं है
2. अंधे व्यक्ति का दुख दूर करने के लिए सूचित करने हेतु सभी राज्यों के परिवारों सहित प्रजा के परिवारों को भी इसलिए सम्मिलित किया गया क्योंकि यह आवश्यक नहीं था कि केवल राजाओं के परिवारों में ही पतिव्रता स्त्री मिल जाने की गारंटी थी
3. यदि धनुष तोड़ने के लिए दशरथ जी को व्यक्तिगत निमंत्रण जाता तो वे निश्चित ही अपने परिवार सहित ही उसमें शामिल होते व्यक्तिगत निमंत्रण पर प्रजा के किसी व्यक्ति को कैसे भेज देते
जनक जी ने अयोध्या निमंत्रण क्यों नहीं भेजा इसकी विषय में हर महाराज जी अलग-अलग अपनी कहानी प्रस्तुत करते हैं एक महाराज जी ने यह बताया कि जनक जी को एक बगीचा बहुत प्रिय था वह बगीचा किसी कारणवश सूख गया तो उनके गुरु जी ने बताया कि यदि कोई व्यक्ति कच्चे घड़े को कच्चे धागे में बांधकर और उसे कुएं में डुबोकर उसे बाहर पानी निकाल कर उसे बगीचे में डाल दे तो बगीचा हरा भरा हो जाएगा जनक जी ने मुनादी करा दी तो अयोध्या जी से एक सफाई कर्मी कहने लगा कि यह काम तो मैं भी कर दूंगा कुए के पास पहुंचकर उसने हाथ जोड़कर कहा कि हे भगवान यदि मैंने मन कर्म वचन से दशरथ जी की सेवा करी हो तो मेरा यह काम सफल कर देना उसने कोशिश की और कुएं से पानी निकाल लिया और बगीचे में छिड़क कर उसको दोबारा हरा भरा कर दिया तब जनक जी ने सोचा कि यदि मैंने अयोध्या जी में मुनादी करा दी स्वयंवर के बारे में और वहां इतने धर्म परायण व्यक्ति रहते हैं तो ऐसा ना हो वहां से कोई सफाई कर्मी ही आ जाए और धनुष तोड़ दे और मुझे सीता जी का विवाह उससे करना पड़ जाए यह सोचकर जनक जी ने अयोध्या जी में मुनादी नहीं कराई
इंद्र को नही जीता देवासुर संग्राम के टाइम देवताओं की सेना का नेतृत्व दशरथ कर रहे थे और जब चारो युवराज विश्वामित्र जी की पाठशाला में अध्यनरत थे जबतक शिक्षा पूरी ना हो तब तक गृहस्थ आश्रम शुरू नही होता
देवासुर संग्राम में इन्द्र की सहायता के लिए दशरथ और कैकेयी गये। वैजयंत नामक नगर में संबर नाम से विख्यात, अनेक मायाओं का ज्ञाता तिमिध्वज रहता थां उसने इन्द्र को युद्ध के लिए चुनौती दी थी। रात को सोये हुए घायल सैनिकों को बिछौनों से खींचकर दैत्य लोग मार डालते थे। भयंकर युद्ध करते हुए दशरथ भी घायल होकर अचेत हो गये। राजा के अचेत होने पर कैकेयी उन्हें रणक्षेत्र से बाहर ले आयी थी, अत: प्रसन्न होकर दशरथ ने दो वरदान देने का वादा किया था।
चारों भाई श्रीराम भरत लक्ष्मण शत्रुघ्न गुरु विशिष्ट के पास गुरुकुल में शिक्षा पा रहे थे और चारों युवराज नहीं हो सकते अकेले श्रीराम जी को युवराज बनाने की घोषणा हुई थी युवराज बनाने से पहले बनवास भेज दिया अगर सभी युवराज हो सकते तो महाभारत नहीं होता युवराज बनने की लड़ाई ही थी दुर्योधन को बनाया ओर युधिष्ठिर ओर पाण्डवों को बनवास
❤❤जय गुरुदेव ज्ञानयो केज्ञानी ज्ञान के गहरे समंदर समंदर मेरे गुरुदेव कोटी कोटी शतकोटी नमन💐💐🔱🚩🚩🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
कोटि कोटि प्रणाम जय मेरे राम जी🎉🎉🎉🎉❤
Kn
शिक्षा पृद पृवचन जय हो
क्यूक्कक@@dayawatimishra2519
😊😊
Jay Gurudev aapki Katha Bahut Der Rochak Aur arthpurn Hai Ham aapko Sadar Naman karta hun❤❤
आपके मिलन से जीवन सफल है सदर प्रणाम दंडवत गुरुदेव अयोध्या
नमन गुरुवर प्रणाम ! मार्मिक यथार्थ !
जय गुरुदेव आपके चरणों में दंडवत प्रणाम
असत्य वचन ❤❤
दशरथ जी ने प्राण बचाने के लिए कैकेई को वरदान दिया था 🎉
guruji sundar kantha aapke charno me sat sat naman
।। जय सियाराम जय जय श्री सीताराम।।हे संत भगवन् आपके चरणों में कोटि-कोटि नमन।।
🎉 जय मां पद्द्यावती मां आपको मेरा कोटि कोटि प्रणाम सत सत नमन है 🎉
श्रीराम जय श्रीराम 👏👏
प्रमाण गुरूजी
❤🎉 राम हरे राम जय श्री राम 🎉❤
जय श्री कृष्णा राधे राधे सा
❤❤ जय गुरुदेव ज्ञापन दिया जिन्होंने इस धरती पर कोटि कोटि शतकोटी नमन ❤❤🎉 जय श्री राम जय जय श्री श्याम प्रभु देवाय नमः सियाराम शरणम् मम प्रिय श्री राम ने आदेश आदेश गुरु जी आपका हार्दिक आभार एवं धन्यवाद जी
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे l हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे ll 🙏🙏🙏🌺🌺🌺
Radha radha radha radha
🌹🌹❤️👏👏जय हो, जय हो।
जय-जय सियाराम जी 👏👏
🙏 जय गुरुदेव 🚩 जय सियाराम 🙏
कोटि कोटि नमन गुरुदेव
Bahut hi sundar katha
सब सुन सुन के आए थे,किसी को बुलावा नहीं गया था
दीप दीप के भूपति नाना 🎉आए सुनि हम जो प्रण ठाना। निमंत्रण किसी को नहीं भेजा
चौपाई से सारांश तो यही निकलता है कि,हे राजन आपके प्रण को हम सुन कर के आए हैं।।
कहानी तों अच्छी लगी परंतु विशय से भटक गई
जय जय गुरुदेव 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🌹🌷🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹❤️❤️❤️❤️🌺🌺🌺🌹🌹
जय श्री राम 🌹🙏
जय गुरुदेव कोटि कोटि प्रणामचरणों में
Jai jai gurudev
Jay ho 🙏🌺🙏
महाराज जनक ने सीता जी के स्वयंवर में किसी को भी नहीं बुलाया सब सुनकर आयें थे
Jaijai mere pyare param pujya sree gurudev vagban ji ke sree charono me koti koti bandan 🙏🙌🙏🏻🌹
जयजय राम सियाराम
Mein ees baat ko kaee baar Sucha.... 🙏🙏
जय गुरुदेव्🌹🙏
Jai Jai Jai gurudev koti koti pranam from Nepal
जयसियाराम जयसियाराम जयसियाराम जयसियाराम जयसियाराम जयसियाराम जयसियाराम जयसियाराम जयसियाराम जयसियाराम जयसियाराम जयसियाराम जयसियाराम जयसियाराम जयसियाराम जयसियाराम जयसियाराम जयसियाराम जयसियाराम जयसियाराम जयसियाराम
श्री राम जय राम जय जय राम,
Jai gurudev maharaja ji ki charanome anant koti pranam gurudev
जय माता दी
🚩🙏🌹 Jai jai gurudev 🌹🙏🚩
♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️
Jai ramji ki
Joy shreeram Joy hanuman Joy guru ji Kishore das ki ram ram
Thank you guruji
जय जय श्री राधे
Jai Shree Guru Maharaj ji 🙏 🙌
Ram Ram guruji
Jai maa jai gurujii
जय मां भवानी 🙏🕉️🙏🚩🚩
Jay Jay Gurudev Jay Maa Padmavati Jay Bhairavnath Har Har Mahadev 🙏🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌹🌹🌺🌺🌺🌺🌺
Main paramhans avdhesh Swami Shri Shri 1000 tota Maharaj ke cases aapke charanon ko Naman karta hun 🙏🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌹
आप अध्ययन करे गुरू जी सही बोल रहे है मिथिला भारत मे ही है
Koti koti pranam Guru Dev
Jai Guru Dev Ji 🙏🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌹🌹
आप अध्ययन करे गुरूजी सही बोल रहे है मिथिला भारत मे है
Apka Tarika very nice, Aachhe vakta ktha vachak hi, sati HONA CHAHIYE, Ab kitni Hai Sato jato me , KIYO , Ab wo Pawar Shakti kaha hai, bas pothiyo me. Kalam vadh Hai, Easa kuchha kariye ya karvaye jo diviye Pawar y prakat ho, AP ram jee ko ye batane me Lage hai koi bhi. Chalta firta Dhovi Shiv jee ke Dhanusha ko Tod Sakta tha, yaar Bhagvan hone ka dava sabne Kiya PR hua ak. Bhi NHEE,, shiri ram Katha me Ravan Geeta me kansha or Bratman me. Tamam. Asha Ram bapu Sai Baba Bahut PR Bhagban to Prabhu jee ak hota Yugo me jiska koi vikalp hora NHEE hai, Lokkathao me to sabko Nayak Gayak Bana Diya jata hai yea farmula Hai Rajniti ka pr Bhagban Shiv or sati yea Alag Thea or Hai, yea pralay me Bhi shirajan uttpti karne ki Pawar rakhte hai, jis PR inki kripa Ho Jaye wo Aklaviye ko bhi Veer Bana Sakta hai pr. Bhagwan NHEE, Arjun Veer Bana Bhagwan NHEE, Apki Katha to jhadu wali ko Seeta jee Bana Rahe hai, yaar Seeta ma jesa Dusra charitra janma NHEE hai, to Maharaj Ramayan or Lokgatha me Anter Hai,
Jay Gurudev Jay Gurudev aapke Charanon Mein Koti Koti Pranam Koti Koti Pranam Jay Mata padmawati ka naam
Jai jai jai gurudev koti pranam
Ram Ram Maharaj ji 🌹🙏🌹
ગુરુદેવ ચરણોમાં સત સત નમન ❤ 🙏🙏🙏
जय माता दी जय माता दी जय माता दी जय गुरुवर की जय गुरुवर की जय माता माता जय माता गुरुदेव जय माता की जय मां दुर्गा देवी दही जय महामाया देवी दी जय जय मां काली जय जय मां दुर्गा देवी हर हर महादेव
Har Har mahadev 🙏
जय जय गुरुदेव नमह 🚩 संभाजी नगर महाराष्ट्र से चंद्र कला अशोक शिंदे 🙏🏻🌹🙏🏻🌹🙏🏻🌹🙏🏻🌹🙏🏻🌹🙏🏻🌹 जय जय गुरुदेव
Chhaya chothava 🌷 🙏 🌹
Valmiki Ramayana mei likha hei ki विश्वlमितर ji Anupam dhanush दिखाने ले कर गए थे तब jank ji ke वहा यज्ञ चल रहा था, स्वेंबर का कोई जिक्र नहीं है
Jai Shri Ram j Jai guru ji
Jai gurudev🙏🙏
जय सिया राम
Om Namah Shivay Jai Shree Radhe Krishna Radhe Radhe 🙏♥️🩸🌹💯👋🙏
जय गुरुदेव कोटी कोटी प्रणाम गुरुजी के चरणों में कोटी कोटी प्रणाम
Gurudev ki jay ho. Aajkal denting painting karake sabhi yuva banane ki daur me hai. Shahar me koi kisiko nahi puchhata hai. Gomata ki puja gavo me hi sambhav hai. Sanaatan dharm ki jay ho.
Jai maa padmavati koti koti pranam swikar kare maa
Jai bhairav dev ji koti koti pranam swikar kare guru ji
Jai gurudev ji koti koti pranam swikar kare guru ji
जय गुरू देव
Jai Guru dev 🙏
मिथिला जो जानका था, वो तो नेपाल मै हैं अभि। जो बिहार के उत्तरमे-है नेपाल तरफ।
उत्तर प्रदेश कि गाउँ मे- नही । आप राम भक्त होकर्भी
मिथिला को नै जनते- आइस हो गया।
यी कोहि नै बात नही है -वोइस होइ रहा है ! दुनिया जनता है कि ऐस हि है
फिर" ये बुरी बात थोडी हो , बोल्ने वाला -सुन्ने वाला दोनो जनते है कि यी सहि नही है"।
अयोध्दा बसी महान- थे।झडूवलि भी महान पतिब्रता। राम कैसे मिथिला पौंचे- धनु तोड्के -स्वोयाम्बर करे-तो -
दुसरा भाग्मे-जरुर बताना -जय गुरु
Jay Jay Gurudev 🙏🙏
Ravan bin bulaye aaya tha ,Raja Dashrath ke 3 patnia thi aur age bhi adhik thi ,dono bade dete mahrishi Vishvamitra ji ke sath jungle (van) gay huve thi.
Jay Jay sat gurdev Bhagvan Jay ho
❤❤❤❤🛐
❤❤❤❤❤🎉🎉🎉🎉🎉
अयोध्या नगर की जय हो
Jay jay gurudev
Jy maharaji jy padmabti maa ki ju
Jai shree Ram 🙏🙏
🙏🏼🙏🏼👏🏽👏🏽👏🏽👏🏽👏🏽
Jai Shri Sita Ram
Jai Jai Gurudev ❤🙏🙏🙏
🎉🎉🎉🎉🎉🎉
. गुरुदेव श्राप मुक्त का उपाय कह दिजिए और हमे कृतज्ञ करे कोटी कोटी प्रणाम गुरुदेव की चरणो में
JAY MAA JAY GURUDEV 🙏
तब धनुष यज्ञ हुआ था भारत नेपाल एक ही था
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Jay shree Guru Dev ji ki 🌹🛕📿🙏
Sati sato jati hoti hai , pr ab. NHEE KIYO, pathar pathar Bolta Hai Bulvane vala HONA CHAHIYE Lafea mar NHEE, Ab Tak ye hota A Raha hai, tap sabne Kiya hai , sab shiv NHEE ho sakte, jo ho Gaye wo Dhauruv Tara bangaye Sir , Dukan chalaye pr sachi kathao bataye, Lok Gatha kathaye Giyani hone ke Liye prerit Karti hai, that is ok , But Harek kata only jhadu Bhangi Kiya batane ki message De Rahe hai Sir, Ak baat practical Hai Aapne fayade ke Liye Dusare Hatiya mat kariye very nice, Easa Lagta Hai Jese ak Lok katha ka Dor chal tab Shri Dhar naam ke pandit ji Harek Katha me chale,, Ramayan ko pramnit tarike se dikhaiye Tulseedas jee ne Balmiki jee practical likha jiska praman Milta lok kathaye political Hoti hai 🙏, Raja ke Liye jo usne NHEE Kiya hota chamche usko bhi Namak morchi milakar Raja ko sunate Thea, Aaj lok kathaye Neta jee pr bhi bolee jati Manch se, kirpa karke jo katha Aap pawlik ko sunate hai usko pramnit Granth ke Naam ke sath sunaye pawlik ko,
🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
😂 वाह महाराज कैकेई को वरदान दिया था दशरथ जी ने देवासुर संग्राम में दशरथ जी की सहायता करने हेतु!
मजदूरी कर पेट भरो महाराज क्यों पेट भरने के लिए भगवान का सहारा लेते हो!!😂
Sodarammena 21:00
JAI JAI GURU DEV
Fokat me katha suna yar mere miter mere pyare badiya bolta hai fokat me atcha lagta hai sunne me maja ATA hai teri baton me yar ❤