Parm shardhey shri sadguru dev ji ke shri chrno me koti koti pranaam 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙇🏻♂️🙇🏻♂️🙇🏻♂️🙇🏻♂️🙇🏻♂️🙇🏻♂️🙇🏻♂️🙇🏻♂️🙇🏻♂️🙇🏻♂️🙇🏻♂️🙇🏻♂️🙇🏻♂️🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
संसार सत्य तब तक है जब तक ब्रम्ह का बोध ना हुआ हो, राम माया विशिष्ट चैतन्य ईश्वर का अवतरण हैं, ऋषि मुनि प्रायः जीव कोटी से होते हैं ब्रम्ह ज्ञान के प्रकार: प्रत्यक्ष ज्ञान, परोक्ष ज्ञान, अपरोक्ष, साक्षात अपरोक्ष वेद के चार महवाक्य: तत्वमसी, अहम ब्रम्हास्मी, अयम आत्मा ब्रम्ह, प्रज्ञानम ब्रम्ह मन मालरहित हो एकाग्र हो, फिर श्रवण का असर होता है ये स्थिति आती है निष्काम कर्म, भक्ति एवम योग से गुरु के प्रति अपार श्रद्धा व उपासना स्वाध्याय, ईश्वर प्राणिधान, अपरिग्रह, यम, नियम, ब्रम्हचर्य दृढ़ ब्रह्मज्ञान जिज्ञासु को होता है, जिज्ञासु में अश्रद्धा नहीं, मोह नहीं, आसक्ति नही, डर नही, चंचलता नही, दुर्भावना नही, मान की चाह या अपमान का भय नहीं अदृढ ब्रह्मज्ञान भी हुआ तो भी अगले जन्म में यात्रा continue की जा सकती है
बहुत सुन्दर, गुरु की महिमा का वृतांत सुनाया. गुरु द्वार है, परमात्मा तक पहुँचाने का. ये भी सही कहा, गुरु शिष्य को ढूंढ़ लेता है. आपको नमन है, सादर प्रणाम है.❤❤❤❤❤
सादर प्रणाम। क्या शरीर के प्रति मेरा कोई दायित्व नहीं है।शरीर बीमार होने पर दवा का प्रबंध नहीं करना चाहिए? शरीर पर आक्रमण होने पर उसका बचाव नहीं करना चाहिए? क्या विषैले सर्पों व खूंखार जानवरों से अपने शरीर का कोई बचाव नहीं करना चाहिए? क्या शरीर पूर्णतः अनुपयोगी है? ईश्वर ने निरर्थक शरीर की रचना ही क्यों की? ईश्वर ने निरर्थक संसार की रचना क्यों की? कृपया मार्गदर्शन निवेदित है।
As per vedanta avidya+ atma chaitanya is equal to jib, and Maya + brahma chaitanya is equal to ishwar. At this, I want to know the difference between this atma chaitanya and brahma chaitanya
Jai Guru Maa Ji ki 🎉🎉🎉
आपने जो उपकार हम सब पर किया है आपकी दिव्य। प्रेममयी अमृत वाणी के द्वारा उसका ऋण हम अनंत जन्मों में भी नही चुका सकते है जय हो गुरू माता आपकी। 🙏💐😊
सादर नमन आदरणीया🙏🙏
Jai aanadmurti gurumaaji
परम आदरणीय पूज्य आनंदमुर्ति गुरू मां को सादर दण्डवत् प्रणाम।
परम आदरणीय पूज्य आनंदमूर्ति गुरु मां को सादर दंडवत प्रणाम
Pranam ji
Pranam pyare satguru dev ji
Parnam mere sadguru ji
Parm shardhey shri sadguru dev ji ke shri chrno me koti koti pranaam 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙇🏻♂️🙇🏻♂️🙇🏻♂️🙇🏻♂️🙇🏻♂️🙇🏻♂️🙇🏻♂️🙇🏻♂️🙇🏻♂️🙇🏻♂️🙇🏻♂️🙇🏻♂️🙇🏻♂️🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
Sindaura लेकर।।।👌💐..प्रणाम गुरुमां💐💐💐
Vedanta scripture knowledge needs to be studied indeed with n in Sadguru’s presence is
certainly required 🙏🙏👌🙏🙏👏👏
🙏🙏 PRANAM Gurumaa 🙏🙏
Pranam guru maA
Jai shree gurudev parnam
Jai gurudev ji
Anand Murti,Guru Maa,Proud of Amritsar,Punjab,and of INDIA.
Sat sat koti vandan gurudev with namo Narayan
Thank you Gurumaa. Pranaam.
Mabhavati aapko praam🙏🌅🙏
Guru ma ko sat sat naman
🙏🙏🙏Jay sasidanad🙏🙏🙏
Naman maaã❤🎉❤
🙏🙏🙏જય સચિદાનદ 🙏🙏🙏
🙏🙏🙏🌷🌷🌷🌹🌺suparbhat maa🙏🙏🌺
संसार सत्य तब तक है जब तक ब्रम्ह का बोध ना हुआ हो,
राम माया विशिष्ट चैतन्य ईश्वर का अवतरण हैं, ऋषि मुनि प्रायः जीव कोटी से होते हैं
ब्रम्ह ज्ञान के प्रकार: प्रत्यक्ष ज्ञान, परोक्ष ज्ञान, अपरोक्ष, साक्षात अपरोक्ष
वेद के चार महवाक्य: तत्वमसी, अहम ब्रम्हास्मी, अयम आत्मा ब्रम्ह, प्रज्ञानम ब्रम्ह
मन मालरहित हो एकाग्र हो, फिर श्रवण का असर होता है
ये स्थिति आती है निष्काम कर्म, भक्ति एवम योग से
गुरु के प्रति अपार श्रद्धा व उपासना
स्वाध्याय, ईश्वर प्राणिधान, अपरिग्रह, यम, नियम, ब्रम्हचर्य
दृढ़ ब्रह्मज्ञान जिज्ञासु को होता है, जिज्ञासु में अश्रद्धा नहीं, मोह नहीं, आसक्ति नही, डर नही, चंचलता नही, दुर्भावना नही, मान की चाह या अपमान का भय नहीं
अदृढ ब्रह्मज्ञान भी हुआ तो भी अगले जन्म में यात्रा continue की जा सकती है
Sat sat naman
Jai Jai mere pyaare Guru maa ji KO koti koti pranam ❤️❤️🙏
Jai Guru Maa ji
Prabhu ji ke shree charno main koti koti pranam
बहुत सुन्दर, गुरु की महिमा का वृतांत सुनाया. गुरु द्वार है, परमात्मा तक पहुँचाने का. ये भी सही कहा, गुरु शिष्य को ढूंढ़ लेता है. आपको नमन है, सादर प्रणाम है.❤❤❤❤❤
🙏🙏Nitya vandaniye prate swarniy param pujya sadgurudev ji ke charno mai koti koti naman vandan🌹🌹🌹
Maa pranam
🙏 Gratitude Gurudev 🙏
Jay Gurudmaa koti koti pranam 🙏🌹🙏🌹🙏🌹❤️❤️❤️
Pranam sadgurudevji 🙏🙏
Jiguruji
Jai,guru,maa,ji,kokoti,kotipranam
Jai guru dav Ji koti koti parnam
Guru maa namah
Vichar boht shunder hai ji boht aanad aaye ji Mata waheguru tuahe uapr kirpa rakhe ji
Jai gurudev
Sadguru dev ji ke shree charno main koti koti pranam
ओम नमो नारायण
जय गुरु देव
Satguru dev ji ke charno mein koti koti naman
🙏🙌🏻💐
maa
🙏🌈
🙏🙏🙏🌹🌹🌹
🙏🙏🙏🙏
Pranam Ma,kabhi kabhi aap ko sunti huN,dhund chhatt jati hae,esa hmesha rhe iss ke liye kya karu?
सादर प्रणाम।
क्या शरीर के प्रति मेरा कोई दायित्व नहीं है।शरीर बीमार होने पर दवा का प्रबंध नहीं करना चाहिए? शरीर पर आक्रमण होने पर उसका बचाव नहीं करना चाहिए? क्या विषैले सर्पों व खूंखार जानवरों से अपने शरीर का कोई बचाव नहीं करना चाहिए? क्या शरीर पूर्णतः अनुपयोगी है? ईश्वर ने निरर्थक शरीर की रचना ही क्यों की? ईश्वर ने निरर्थक संसार की रचना क्यों की? कृपया मार्गदर्शन निवेदित है।
Family ch eh k brhmgian Kase prapt ho skta ha?
As per vedanta avidya+ atma chaitanya is equal to jib, and Maya + brahma chaitanya is equal to ishwar. At this, I want to know the difference between this atma chaitanya and brahma chaitanya
Please refer to this video to gain more clarity - ruclips.net/video/gEGj0JXYeBc/видео.htmlsi=OM-6TfRbD3Z27yjX
🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Parnam gu
Rumaa ji
Jay guru ma
🙏🙏 PRANAM Gurumaa 🙏🙏
Gurudev ki jai hove
PRANAM guru maa
🙏🙏🌹🌹🙏🙏
🙏🙏
Parñam shree sadguru dev ji 🙏🙏🌹🌹
Jai Gurudev ji