श्रीगुह्यकाल्युपनिषत् ५ श्लाेक विद्यावाग्वती नेपाली पद्यात्मक भावसार २०८०/८/८- विद्यानाथ उपाध्याय

Поделиться
HTML-код
  • Опубликовано: 26 дек 2024

Комментарии • 1

  • @UshaAdhikary988
    @UshaAdhikary988 11 месяцев назад

    ।।प्रणाम! गुूदेव।।