Navratri (माँ स्कंदमाता ) 5th Devi Sakandhmata in detail by Aaftab Kaur

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  • Опубликовано: 17 сен 2024
  • भगवान स्कंद 'कुमार कार्तिकेय' नाम से भी जाने जाते हैं। ये प्रसिद्ध देवासुर संग्राम में देवताओं के सेनापति बने थे। पुराणों में इन्हें कुमार और शक्ति कहकर इनकी महिमा का वर्णन किया गया है। इन्हीं भगवान स्कंद की माता होने के कारण माँ दुर्गाजी के इस स्वरूप को स्कंदमाता के नाम से जाना जाता है।
    सिंहासनगता नित्यं,पद्माश्रितकरद्वया।
    शुभदास्तु सदा देवी,स्कंदमाता यशस्विनी।।
    अर्थात् सिंह पर सवार रहने वाली और अपने दो हाथों में कमल का फूल धारण करने वाली यशस्विनी स्कंदमाता हमारे लिये शुभदायी हो।
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