आचार्य जी जो लोग अपने को आर्य समाज संगठन संस्था या आर्य हित के लिए मानते हैं सबसे पहले एक मंच पर आना चाहिए ताकि वो 100 करोड़ हिन्दूओं को यदि वो लोग एक मंच पर नहीं आए तो 100 करोड़ हिन्दूओं के विघटन का पाप उनके सिर लगेगा आचार्य हनुमंत प्रसाद
Jab prakrati ki samya avastha aa jaati h yaani jab Pranay hoti h, kaal to tab bhi hota h. Us samay to koi gati nahi hoti phir Pranay kitne samay raha, iski ganana kaise hoti h.
अद्भुत ज्ञान 🙏
आप बहुत अच्छे से समझाते हैं 🙏
Thank you ji
Om Shanti 🙏
ओ३म् 🙏
समय वही है, जहां गति है, परिवर्तन है। जो अपरिवर्तनशील है, नित्य है; वह कालातीत है, अकाल है।
🙏 nameste aacharya ji
Thanks alot, your way of explaining is very Understandable
🙏
जय मातादी ऊं सब जीवों की ओर से जारी
सुंदर
Acharya.jl.samjhana.ka.tarlka.
Varey.good
. धन्य हो साहब तत्वज्ञान की जानकारी ढंग से समझाइ
Apke jese koi samja nahi sakta
aum namste
आचार्य जी
जो लोग अपने को आर्य समाज संगठन संस्था या आर्य हित के लिए मानते हैं सबसे पहले एक मंच पर आना चाहिए ताकि वो 100 करोड़ हिन्दूओं को यदि वो लोग एक मंच पर नहीं आए तो 100 करोड़ हिन्दूओं के विघटन का पाप उनके सिर लगेगा
आचार्य हनुमंत प्रसाद
एक मंच- आर्यसमाज
Jab prakrati ki samya avastha aa jaati h yaani jab Pranay hoti h, kaal to tab bhi hota h. Us samay to koi gati nahi hoti phir Pranay kitne samay raha, iski ganana kaise hoti h.
शब्दों को कौन चलाता है उसका उत्तर दीजिए महाराज
अद्भुद ज्ञान 🙏