वाह संदीप भाई जी..... मुझे लगता था कि आप भी खाती गुसाईं होंगे.... आज पता चला कि आप भी हमारे खानदानी खाती गुसाईं हैं.... क्योकि आपका गाँव नाव है जो कि मेरा भी पैतृक गांव है.... अब वर्तमान में हमारा गाँव खातस्यूं पट्टी में है होल्यूं l
आपके गांव की इस यात्रा का शानदार शुभारंभ हुआ है क्योंकि आप उस रास्ते से होकर गए जिस रास्ते पर आपका जन्म हुआ, ये सच है कि उत्तराखंड में ऐसे कई उदाहरण है क्योंकि वहां की गर्भवती महिलाएं लगातार अपने दैनिक जीवन के कार्यों में लगी रहती है जिसके कारण गर्भावस्था में पल रहे बच्चे की मूवमेंट लगातार बनी रहती है जिससे ये स्थिति पैदा होती है।
संदीप भाई नाव गांव की वीडियो बनाने के लिए बहुत - बहुत धन्यवाद । साथ ही सड़क की हालत दिखाकर। हमें प्रशासन की नाकामी दिखती है। जब से सड़क बनी तब से दो-दो सरकार बदल गई परंतु सड़क की हालत नही बदली। संदीप अपने अपनी जन्म की कहानी से पता चलता है कि उस समय पहाड़ो पर औरतें गर्भवती होने पर भी कितनी मेहनत करती थी । धन्य पहाड़ की नारी नाव गांव के ग्राम देवता बाबा गोरखनाथ की जय ।
किसी जगह को देखने से ज्यादा उस मातृभूमि के, स्थान की पुरानी कहानी सुनना, जानना जरूरी एवं सुखद अनुभूति प्रदान करता हैं । हमें अपने रूह, उस भूमि, जगह की याद दिलाता हैं। सुंदरता से वर्णन करने हेतु श्री गुसाई जी को पुनः धन्यवाद व प्रणाम। आपका ब्लॉग सुनना व देखना सुखद लगता हैं।
संदीप जी आपका प्रयास सराहनीय है।अंग्रेजी में अगर कहा जाय तो हर्क्युलियन टास्क।आपने जन्म की कहानी ही पहाड़ की हिमलयी कठिनाइयों का एक ज्वलंत उदाहरण है।मैं अपनी सरकारी सेवा के प्रथम तीन वर्ष में 1980 -83पी एच सी पाटीसैण में कार्यरत रहा।आपके वीडियो ने 40 साल पुरानी यादें ताजा कर दी।साधुवाद
सुंदर गांवः हैं,बहुत ही बढ़िया ब्लॉग,जन्म की कहानी रुचि कर है,पहले समय में असुविधा के कारण ऐसा भी होता था,अब भी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं,सरकार को कुछ करना चाहिए, खैर,आप अपनी तरफ से अच्छे प्रयास के रहे हैं, आपको शुभकामनाएं
बहुत सुंदर गुसाई जी आपने अपने गांव से अपने जीवन में जन्म से जुड़ी हुई सत्य कहानी के साथ ही बाजार और मूलभूत सुविधाओं के विकास का एक सत्य भी उजागर किया कि तीन पंचवर्षीय बीत जाने के बाद सड़क का पक्की ना होना हमारे जनप्रतिनिधियों की नियत और सोच को दर्शाता है बहुत दुखद बात है गांव में लोग रहे भी तो किस सुविधाओं के साथ युवाओं को जागृत करना पड़ेगा युवा भाई आगे आयेंगे तो जरूर बदलाव आ सकता है बहुत सुंदर दर्शन 🙏
बचप में १९७३में पाटीसैण देखा था भटगांव जाते हुए तब मजेडि के डंडरियाल मेरे फूफा की एक दुकान यहां थी और कुछ छोटी छोटी दो चार दुकान थी पर बहुत सुंदर थी ये जगह तब अब २०१९ में देखा तो बाजार बड़ी हो गई लेकिन गंदगी देख मन खिन्नता से भर गया
गुसाई जी नमस्कार मैं आप का वीडियो देखते हुए दो-तीन महीने हो चुके हैं मैं एक बात बताना चाहती हूं आप जो बांसुरी की धुन सुनाते हैं वह दिल को इतनी अच्छी लगती है कि मैं बता नहीं सकती बहुत-बहुत धन्यवाद
धन्यवाद🙏💕 गुसाईं जी पौड़ी के भी बुरे हाल है और अब रेलगाड़ी चलेगी नौकरी वाले रोज आयेंगे और वापसी देहरादून जायेंगे... ये हाल गोपेश्वर तक होने वाला है आधा पहाड़ खाली...
Wè are very proud of your mother and you to tell the story of your berth. You are dong a commandable job to show our ancectral villages.Hope to see you in Uttarakhand.Bravo!!!!!!
Just happened to see your videos, what you have said is absolutely true! Villages in these beautiful mountains needs Government attention to improve the infrastructure, but without damaging nature! You have used beautiful music, can you please mention your music links please.
Aap kae janam ke anokhi kahani sun Kar acha laga... shandar aaj aap nae pauri kae gaon ke series ke suruate Kar kae dil jeet Liya........dhanyawad Mae bhi kalgikhal block sae belong karate hooon
Wow!! You were born in Nature! No wonder you love nature. I am glad that you and your mom were ok. Opening scene of this video is so beautiful. Waiting for more stories about your village. Take care
Sandip gosnai ji mai kolakata se aap video 6 6 ghante dekhta hun video dekhne ke liye wi fai lagwaya hai bohot achha lagta hai aap se baat karna chahta hun
These serenely beautiful mountains are very resonating. The government needs to do more for progress of these lovely places. Hoping to see reversal trend of migration : from the plains towards the hills. With love and regards from Arunachal Pradesh.
संदीप भाई आपका जन्म गांव के रास्ते पर हुआ आप ने सच ही कहा है आज से 30 40 साल पहले ऐसे ही हुआ करता था इसीलिए तो ईश्वर ने आपको जंगल जंगल से गांव-गांव तक की कहानी बताने के लिए निमित्त क्या है. ईश्वर सदैव आपके साथ हैं और हमें उत्तराखंड के सभी गांव के जानकारी इस तरह से देते रहेंगे. आपका बहुत-बहुत धन्यवाद.
गुसाईं जी आपकी गांव की सड़क देख कर तो बहुत दुख हो रहा है की अभी तक आपके गांव की सड़क एक भी बार पक्की नहीं हुई यही हाल हमारे गांव की है सड़क की भी है मात्र 2 से 3 किलोमीटर की सड़क है लेकिन कोई देखने तक नहीं आया। ये हाल पूरे पौड़ी गड़वाल में है कल CM साब पौड़ी में आए थे लेकिन उनको पौड़ी के विकास के लिए फंड नहीं मिल रहा है पर वोट लेने आ गए। उनको पौड़ी की तरफ भी ध्यान देना होगा।।
Very beautiful place aap jese hai tou awasya hi log jhagurat ho ge bhut kub sunder hai eya hill area lekin log kiyu palan kar rahe hai ek hi sawal ata hai ki yha per sar karo netao ne kuch nahi kiya hai kewal apni jeb bhari hai or kuch nahi kiya hai uttrakhand ko alag es lihe u.p.se alag kiya tha ki uttrakhand ka vikash ho lekin sabhi jante hai ki netao ne kiya kiya hai kewal apne gar bharne ke hi eye neta ban te hai
संदीप भाई, बहुत सुन्दर प्रस्तुति हमेशा की तरह, अब चूंकि मैं भी इसी गाँव का वासी हूँ तो मेरा इस वीडियो के प्रति एक खाश रुझान है, जिज्ञासा है और क्यों न हो आखिर यहाँ की मिटी, रास्तों के धूल की सुगंध मेरे रग रग में समाहित है, ढांकाजल के छोया के पानी का इंतजार में हम भरी गर्मी में सिर पर बोजा लिए सिर्फ इसलिए नहीं थकते थे कि आगे छोया का ठंडा पानी मिलेगा और पुरी थकान मिट जाती थी, और फिर गाँव की तरफ चल पड़ते थे, यदि थोड़ा आगे जाते तो वह छोया दिखा सकते थे, चलो अगली बार सही 👍
Peoples of hills satteled in plain . those unable to set tel in plain satteled in dehradun . In lko in my negbourhood (Indira nagar) are not went to their native place (hill) from long time.
अरे वाह, ये तो आपकी बायोपिक हो गई. आपके व्यूअर्स की आपके बारे में जानने की इच्छा तो रहती ही होगी. जो आप इस 'नावा' वाली सीरीज में पूरी कर रहे हैं. क्या आप एकेश्वर महादेव और एकेश्वर भी गए? हमारा गाँव भी एकेश्वर के पास ही है मलेथा.
वाह संदीप भाई जी..... मुझे लगता था कि आप भी खाती गुसाईं होंगे.... आज पता चला कि आप भी हमारे खानदानी खाती गुसाईं हैं.... क्योकि आपका गाँव नाव है जो कि मेरा भी पैतृक गांव है.... अब वर्तमान में हमारा गाँव खातस्यूं पट्टी में है होल्यूं l
Wah kya bat hai
Dhany hain pahadi mahilayen pahadon ki reedh hain mahilayen
Shaandar nazara jai utrakhand pahad
अपना मूलक देख कर बहुत सुंदर लगा। अवतार जगह की जानकारी पता चला है।
बहुत सुन्दर... शुभकामनायें 👏👏
आपके गांव की इस यात्रा का शानदार शुभारंभ हुआ है क्योंकि आप उस रास्ते से होकर गए जिस रास्ते पर आपका जन्म हुआ, ये सच है कि उत्तराखंड में ऐसे कई उदाहरण है क्योंकि वहां की गर्भवती महिलाएं लगातार अपने दैनिक जीवन के कार्यों में लगी रहती है जिसके कारण गर्भावस्था में पल रहे बच्चे की मूवमेंट लगातार बनी रहती है जिससे ये स्थिति पैदा होती है।
संदीप भाई नाव गांव की वीडियो बनाने के लिए बहुत - बहुत धन्यवाद । साथ ही सड़क की हालत दिखाकर। हमें प्रशासन की नाकामी दिखती है। जब से सड़क बनी तब से दो-दो सरकार बदल गई परंतु सड़क की हालत नही बदली।
संदीप अपने अपनी जन्म की कहानी से पता चलता है कि उस समय पहाड़ो पर औरतें गर्भवती होने पर भी कितनी मेहनत करती थी । धन्य पहाड़ की नारी
नाव गांव के ग्राम देवता बाबा गोरखनाथ की जय ।
किसी जगह को देखने से ज्यादा उस मातृभूमि के, स्थान की पुरानी कहानी सुनना, जानना जरूरी एवं सुखद अनुभूति प्रदान करता हैं । हमें अपने रूह, उस भूमि, जगह की याद दिलाता हैं। सुंदरता से वर्णन करने हेतु श्री गुसाई जी को पुनः धन्यवाद व प्रणाम।
आपका ब्लॉग सुनना व देखना सुखद लगता हैं।
संदीप जी आपका प्रयास सराहनीय है।अंग्रेजी में अगर कहा जाय तो हर्क्युलियन टास्क।आपने जन्म की कहानी ही पहाड़ की हिमलयी कठिनाइयों का एक ज्वलंत उदाहरण है।मैं अपनी सरकारी सेवा के प्रथम तीन वर्ष में 1980 -83पी एच सी पाटीसैण में कार्यरत रहा।आपके वीडियो ने 40 साल पुरानी यादें ताजा कर दी।साधुवाद
प्रयास तो आप सभी का भी अच्छा लगता है जब आप लोग हमारे वीडियो को देखते हैं और उस पर कमेंट करते हैं
बहूत बढ़िया गुसाईं जी,
Bhut sunder batu bahiya ji
लाजवाब जी, नावा से हमारा बहुत ही स्नेह/लगाव है।
सुंदर ब्लॉग। ये नाव सीरों वाला नाव है कोई दूसरा। वो तो शायद नयार पार है कुड़ीगांव से ऊपर। खैर आज बटी आपकु नाम बट्टू भूला।
प्रकृति पुत्र, प्रकृति प्रेमी एवं प्रकृति रक्षक का हृदय से अभिनंदन है।
गुसाईं जी ऐक बार मां बुखांल काली मंदिर यात्रा का विडिओ बनाए आपकी बडी कृपा होगी।।
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बहुत अच्छा गुसाईं जी
सुंदर गांवः हैं,बहुत ही बढ़िया ब्लॉग,जन्म की कहानी रुचि कर है,पहले समय में असुविधा के कारण ऐसा भी होता था,अब भी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं,सरकार को कुछ करना चाहिए, खैर,आप अपनी तरफ से अच्छे प्रयास के रहे हैं, आपको शुभकामनाएं
जी धन्यवाद
बहुत सुंदर गुसाई जी
आपने अपने गांव से अपने जीवन में जन्म से जुड़ी हुई सत्य कहानी के साथ ही बाजार और मूलभूत सुविधाओं के विकास का एक सत्य भी उजागर किया कि तीन पंचवर्षीय बीत जाने के बाद सड़क का पक्की ना होना हमारे जनप्रतिनिधियों की नियत और सोच को दर्शाता है बहुत दुखद बात है गांव में लोग रहे भी तो किस सुविधाओं के साथ युवाओं को जागृत करना पड़ेगा युवा भाई आगे आयेंगे तो जरूर बदलाव आ सकता है
बहुत सुंदर दर्शन 🙏
बहुत। ही सुन्दर गाँव पहाडों बाजार। सरकार को समस्या पर ध्यान देना चाहिए था नदी 🤗🙏
बहुत सुन्दर भुला
Bahut sundar
Aapki video ati sundar hoti hai
गुसाईं जी बहुत सुन्दर गांव गांव की तस्वीर व तकदीर से बाकीफ कराने के लिए धन्यवाद
बचप में १९७३में पाटीसैण देखा था भटगांव जाते हुए तब मजेडि के डंडरियाल मेरे फूफा की एक दुकान यहां थी और कुछ छोटी छोटी दो चार दुकान थी पर बहुत सुंदर थी ये जगह तब अब २०१९ में देखा तो बाजार बड़ी हो गई लेकिन गंदगी देख मन खिन्नता से भर गया
हालांकि पाटीसैण बाजार की जो महत्ता थी वह धीरे-धीरे कम होती जा रही है क्योंकि हर गांव में सड़क जाने के बाद वहां भी बाजार का सामान पहुंच रहा है
गुसाईं जी सादर प्रणाम। हमारे बीरोंखाल ब्लॉक में भी आ कर किसी भी एक गांव की स्थिति और परिस्थिति से अवगत कराए। आपकी बहुत मेहरबानी होगी।
धन्यवाद भैजी।
बहुत ही सुंदर ❤
Bahut hi Sundar Drishya janmabhumi
So beautiful.
Nice bhaiji
Your Birthplace NAVA is a Beautiful Village Ji Namaskar Sandip Gunsai Ji
Butu ji achi video ha
मै भी जैरल गांव से हूं बहुत खुशी हुई जब पता लगा आप नाव से हैं
Bahut sundar bhai mera kaptoli se hun
Very nice 👍 I love pahad.
Bahut sundar video
Gosai ji aapkabeautiful video🙏
बहुत सुंदर
नए ब्लॉग का इंतजार रहेगा
nice video sir acchi jankari Di apne
Badiya
गुसाई जी नमस्कार मैं आप का वीडियो देखते हुए दो-तीन महीने हो चुके हैं मैं एक बात बताना चाहती हूं आप जो बांसुरी की धुन सुनाते हैं वह दिल को इतनी अच्छी लगती है कि मैं बता नहीं सकती बहुत-बहुत धन्यवाद
Aap bahut भाग्यशाली है गोसाई भाई ❤️
आपने इस देवभूमि में जन्म लिया❤️
#AKHIL_AISH
NICE VILLAGE JI, JAI DEBVUMI
धन्यवाद🙏💕 गुसाईं जी पौड़ी के भी बुरे हाल है और अब रेलगाड़ी चलेगी नौकरी वाले रोज आयेंगे और वापसी देहरादून जायेंगे... ये हाल गोपेश्वर तक होने वाला है आधा पहाड़ खाली...
Basuri ki dhun man moh leti h 🙏❤️
Bahut sundar vlog...
Wè are very proud of your mother and you to tell the story of your berth. You are dong a commandable job to show our ancectral villages.Hope to see you in Uttarakhand.Bravo!!!!!!
Nice cacha ji keep it up 🙏👍
Just happened to see your videos, what you have said is absolutely true! Villages in these beautiful mountains needs Government attention to improve the infrastructure, but without damaging nature! You have used beautiful music, can you please mention your music links please.
My India is beautiful whole world want to come & see the beauty & nature
हरी भरी आपकी जन्मभूमि
You are strong jungal putra 👍❤️
Nice sir 👌 👍... bahut sundar village hai aapka
That's why you have a fighting spirit
Aap kae janam ke anokhi kahani sun Kar acha laga... shandar aaj aap nae pauri kae gaon ke series ke suruate Kar kae dil jeet Liya........dhanyawad
Mae bhi kalgikhal block sae belong karate hooon
बहुत-बहुत धन्यवाद ।कल्जीखाल में आप किस गांव से बिलॉन्ग करते हैं यह बताइएगा
Superb ...
Thanks 🤗
Bahut hi sundar bhai hamara bhi rasta yhi h 🙏👌 Jai Ma Jwalpa 🙏🙏
संदीप जी आप video का thumbnail किस app से बनाते है बहुत अच्छी बनाते है आप... Rply जरूर करना 🙏🙏🙏🙏
Award winning film.
Wow!! You were born in Nature! No wonder you love nature. I am glad that you and your mom were ok. Opening scene of this video is so beautiful. Waiting for more stories about your village. Take care
Thanks
Your village is very beautiful Gusain ji.
Your birth was really adventurous and hence you love adventures
Sandip gosnai ji mai kolakata se aap video 6 6 ghante dekhta hun video dekhne ke liye wi fai lagwaya hai bohot achha lagta hai aap se baat karna chahta hun
These serenely beautiful mountains are very resonating.
The government needs to do more for progress of these lovely places.
Hoping to see reversal trend of migration : from the plains towards the hills.
With love and regards from Arunachal Pradesh.
Aaj naya naam pata lag gaya, Battu Sir. 🙏
Ram Ram battu bhai
So many factors of palayan in Uttarakhand quality education medical facilities job future opportunities etc
Yes आप सही कह रहे है
संदीप भाई आपका जन्म गांव के रास्ते पर हुआ आप ने सच ही कहा है आज से 30 40 साल पहले ऐसे ही हुआ करता था इसीलिए तो ईश्वर ने आपको जंगल जंगल से गांव-गांव तक की कहानी बताने के लिए निमित्त क्या है. ईश्वर सदैव आपके साथ हैं और हमें उत्तराखंड के सभी गांव के जानकारी इस तरह से देते रहेंगे.
आपका बहुत-बहुत धन्यवाद.
नमस्कार जी एक बार आप बिनशर महादेव जो चौकोट व गड़वाल के सीमा पर पड़ता है उसको दिखाते विडीयो बनाते बहुत अच्छा लगता
Apne Gaon dikhane ke liye dhanyawad
Mai bhi kuchh din pahle hi apne gaon gaya tha ab wapas Delhi
गाँव अगले वीडियो है ये तो सफर है
@@SandeepGusain007 bhai rasta to dikha hi diya Gaon to ham apne aap pahunch jayenge
@@gumansinghrawat4896 most welcome 💐💐💐💐💐💐💐
Beautiful background music
गुसाईं जी आपकी गांव की सड़क देख कर तो बहुत दुख हो रहा है की अभी तक आपके गांव की सड़क एक भी बार पक्की नहीं हुई यही हाल हमारे गांव की है सड़क की भी है मात्र 2 से 3 किलोमीटर की सड़क है लेकिन कोई देखने तक नहीं आया। ये हाल पूरे पौड़ी गड़वाल में है कल CM साब पौड़ी में आए थे लेकिन उनको पौड़ी के विकास के लिए फंड नहीं मिल रहा है पर वोट लेने आ गए। उनको पौड़ी की तरफ भी ध्यान देना होगा।।
Beautiful river
Very beautiful place aap jese hai tou awasya hi log jhagurat ho ge bhut kub sunder hai eya hill area lekin log kiyu palan kar rahe hai ek hi sawal ata hai ki yha per sar karo netao ne kuch nahi kiya hai kewal apni jeb bhari hai or kuch nahi kiya hai uttrakhand ko alag es lihe u.p.se alag kiya tha ki uttrakhand ka vikash ho lekin sabhi jante hai ki netao ne kiya kiya hai kewal apne gar bharne ke hi eye neta ban te hai
संदीप भाई, बहुत सुन्दर प्रस्तुति हमेशा की तरह, अब चूंकि मैं भी इसी गाँव का वासी हूँ तो मेरा इस वीडियो के प्रति एक खाश रुझान है, जिज्ञासा है और क्यों न हो आखिर यहाँ की मिटी, रास्तों के धूल की सुगंध मेरे रग रग में समाहित है, ढांकाजल के छोया के पानी का इंतजार में हम भरी गर्मी में सिर पर बोजा लिए सिर्फ इसलिए नहीं थकते थे कि आगे छोया का ठंडा पानी मिलेगा और पुरी थकान मिट जाती थी, और फिर गाँव की तरफ चल पड़ते थे, यदि थोड़ा आगे जाते तो वह छोया दिखा सकते थे, चलो अगली बार सही 👍
चाचा जी को देर हो रही थी😂😂😂
कृपया अब फ़ोन करें
मजा आया सन्दीप भाइ की जन्म स्थान जानकार हम्हारा नेपाल के पहाड के Similar है ❤️🇳🇵
Aap ka nam batu bahut sunder 👍👍👌👌🙏🙏
जी धन्यवाद
जय हो माता की🙏🙏 दिल खुस हो जाता h gam me bhi 💔🙏🙏
Uttarakhand ke festival melo ki puri jankari ho shake to de na
Uttarakhand gramin melo ki
Gusain jee almora se Bageshwar jate samay mere gaon bhakuna ko bhi samil kar do Sir 🙏
आपका ये श्रम अनुकरणीय है, भाई।
Main problem education h . Thora thk ho jay to kuch solution hoga
❤️❤️🙏🙏
nice place sir
😍😍
बट्टू भेजी 🙌🏻🙌🏻😄😊
Gusain Ji Kabhi BOBAL Bhi Aao , B S, Rawat Dehradun ,
डोबल भी जाऊंगा।आखिर मेरा ननिहाल है।
रोड बनने के 15 वर्ष बाद भी पक्का न होना स्थानीय जन प्रतिनिधि और जनता दोनौ की उदासीनता दिखती है ।
रोड का डामरीकरण जल्द ही होना चाहिए, सर्कार से ये अपेक्षा है।
Good evening Sir 🙏
Nice 👍👍👍👍
Peoples of hills satteled in plain . those unable to set tel in plain satteled in dehradun . In lko in my negbourhood (Indira nagar) are not went to their native place (hill) from long time.
Nice nava village
Next video और भी interesting है
अरे वाह, ये तो आपकी बायोपिक हो गई. आपके व्यूअर्स की आपके बारे में जानने की इच्छा तो रहती ही होगी. जो आप इस 'नावा' वाली सीरीज में पूरी कर रहे हैं. क्या आप एकेश्वर महादेव और एकेश्वर भी गए? हमारा गाँव भी एकेश्वर के पास ही है मलेथा.
Next tour
इस स्वर्ग को जंगल ना कहें
स्वर्ग और जंगल में अंतर नही होता
Pl.read Why not shifts Rajdhani to Gairsain.
राजधानी पहाड़ पर होगी एक दिन
@@ruraltales 100% possible
Sayad ham बाग्याली school main sath पड़ते होंगे
😇👍
भेजी वो डांका जल नही घटा जल है जहां आप का जन्म हुआ 😂😂 🙏🙏🙏
Bhai ish Rastay to parnam karo.. Jaha per aapka birth hua
Kiya tha
Ok
जब पार्टी को वोट देंगे तो ऐसा ही हाल होगा अगर एक अच्छे कैंडिडेट को वोट देंगे तो कुछ हो सकता है
Hamare gau me bhi ek ladke Ka janm raste me hua or wo bhi Gusai hai
😂😂😂😂😂
Ashok Kumar