ये कडवा सच है, जिसे भेड़ चाल समाज कहा मानता रहा है, तभी तो बाबाऔ की दूकान कभी भी बन्द नही हुई, आज तक, सच्चाई तो यह है कि मानव की लालसा और लालच ने इतना जकड़ लिया है कि ये जीवन पहला तो हो सकता है, मगर आखिरी नही, वो जानना भी नही चाहते अगले जन्म मे आने का आनंद दायक सुकून जे मिल जाता है अगले जन्म मै भी पूरा मजा चाहिए जनाब यही तो पैदा किया लालच है।समझ वाले लौग कम ही हौते है और वे समझ भी जाते है।बाकी भेड़चाल ही है ,श्याम मानव जी को नमस्कार,( एक भारतीय नागरिक)
सर आप ने जो महसुस कीया है उसे नीस्वार्थ ढंग से और बिना पक्षपात से आपने बातों को रखा ये मुझे अच्छा लगा । पर मेरा भी अनुभब है और वास्तवीक अनुभब है की परमेश्वर है। मैं यीशु मसीह से प्रार्थना किया और आज्ञा माना और तब मै परमेश्वर को महसूस कीया तब से मेरा विश्वास यीशु मसीह पर है । और मै चर्च में और युटुब में भी बहुत सारा गवाही सुनता हुं की परमेश्वर सच मुच में है। उन गवाही देने वालों मे अधिक तर अन्य धर्मौ से ईसाई मे आये हैं और गवाही देते है की यीशु सचमे परमेश्वर है। आप एकबार बाईबल पढ़ीए और चर्च जाकर के यीशु मसीह से प्रार्थना करके कहीए की परमेश्वर मैं आपको जानना चाहता हूं। 100% परमेश्वर आपसे बात करेंगे।
सही ज्ञान समाज और मानव का आईना है जो साफ साफ दिखाई देता है परन्तु कुछ लोग अपने स्वार्थ में समाज और मानव को अंधविश्वास में और अंधकार में रखने का काम करते हैं ,जो समाज हित में नहीं है इस प्रकार समाज और मानव को अंधविश्वास से बाहर निकालने के लिए धन्यवाद
प्राचीन भारतीय आध्यात्म कभी भी स्वर्ग-नरक की कल्पना नहीं करता है बल्कि इस जन्म में ही मोक्ष को सबसे उत्तम मानता है अर्थात मोक्ष ही परमानंद है, मगर कालांतर में जीवन और मोक्ष के बीच स्वर्ग-नरक की परिकल्पना बहुत ही चालाकी से घुसा दी गई
जनाब आपका भी यह धंधा है! यदि कोई जीवन के बारे में सब कुछ वैज्ञानिक दृष्टिकोण से जानने समझने का दावा करे तो आधार ही ग़लत हो जाता है। शरीर पदार्थ से बना है किंतु जीवित शरीर में चेतना का अस्तित्व भौतिक (Material) नहीं है, तो जीवन को विज्ञान के आधार पर कैसे समझा जा सकता है?
माना की आपकी सभी बाते सही पर आप जो कह रहे है,वो सही ही है इसका क्या प्रमाण. क्योकी हम अगर science को मानने वाले लोग है तो फिर प्रमाण देना ही होगा. तभी ओ बाते सही कहेलायेगी. और मानव साहब दरअसल बात ये है, की चाहे science कितनी भी तरकी क्यू ना करले, पर सभी सावलो के जवाब नही दे सकता, जब science सब सवालो के जवाब दे दे तब आपकी बाते अपने आप सच्ची साबित हो जायेगी. अंत यही कहेना चाहता हूं, इस सृष्टी अंत न किसीने लिया, न कोई लेगा. ये अंनत है. हम मानव चाहे कितनी भी तरक्की क्यू ना करले ओ तरक्की, नख बराबर नही होगी, ब्रम्हाण्ड की तुलना मे. बाकी आपका कार्य बहोत अच्छा है. मै आपके video हमेशा देखता हू.
Chalo maana ki science ke pass iske pramaan nhi h , lekin tum kis aadhaar par ye claim kr rhe ho ki life after death h aur iske aage bahot kuch h , iske tumhaare pass kya pramaan h .
Shyam Manav jee, Namaste . Mei itne dino se logo ko jivan - mrityu ke baare jo kahte aa raha hoon , wohi baate aaj aapse bhi jaankor mera dil khush ho haya ----
सर मेरा एक सवाल है की अगर आप मृत्यू के बाद जीवन नहीं है ये कहते हो तो फिर लाईफ आफ्टर डेथ ये डाॅ. मुडी ने लिखी हुवी किताब झुटी है ये कैसे साबीत कर सकते हो?
Sadhana ( meditation ) dhyan karo..... Khud Jan jao..... OR..... your own past life regration karvalo.... Or apne subconscious mind me Jake dekh lo.....
For those who don't believe in sokshm anubhav ( these can't be copy pasted ever and that's its beauty ) ; anyways are fiercely anti Vivek ( subjectively ). Objectivity is a subset of Subjectivity. Sad for those who can't comprehend in their Jadd like existence. But Shri Manav speaks what he feels is True.
@@ShyamManav Tab toh tera bhi gyan lekar koi faida nehi, tune toh buddh ko hi bekar bana diya 😂😂 Jisne dukh ko mitane ke liye Tapashya kia aur Karm ka siddhant bataya. 😂
Is topic pe log bs apne opinion rakh skte hai nobody knows the reality, may be there is something may be nothing its just to satisfy our emotions thoughts and motivation to live a happy and satisfactory life nothing else 😊
Sar yah bataiye ki jinda Insan vahah pahunch nhi Sakta aur mara Insan Bata nahin Sakta to fir Mana kese ja sakta hai ki mrutyu ke bad kuchh hai ya nahin?
खोटा महिमा खोटा देव|अंध भक्त ठेवती भाव||१|| खोटा मोक्ष खोटी साक्ष| अनुभवे बोला प्रत्यक्ष||२|| खोटे वैकुंठ कैलास| खोटे सांगूनी केला नाश||३|| ताना म्हणे जो मेला| तो नाही आला सांगण्याला||४|| नमस्कार
अगर चौरासी लाख योनियां नहीं होती तो फिर भगवान की पूजा क्यों? आपके हिसाब से तो मृत्यु के बाद कुछ होना ही नहीं। फिर भगवान से क्या मांगना कर्म से सब कुछ मिल सकता है।
Main bhagwan ko nahi maanta lekin kuchh negative positive energy means achchi aur buri aatma ka invisible power exit to karta hai jo hamare connect se alag hai. Aghori ke power ko ignore nahi kar sakte aur na hi fake hai unki saadhna.
Abhibhi kuch cases me unko past life yaad rahtihe, jaise bhutan ka 3 saal ka rankumar, bharat aane ki aur nalanda delhne jaane ki jid kartahe, ek lady ki case to gandhiji ke waqt ka case hai past life ki memories ki
मैं असली महात्मा बुद्ध को तो नहीं देखा पर जिन्होंने उनका किरदार किया उनके चेहरे में भी एक अलग तेज होता था और एक बोलने का अलग ढंग होता था आपके चेहरे का तेज कहां है और आपके बोलने का जो तरीका है उसमें करुणा क्यों नहीं है अगर सच में ही आप ही महान आत्मा है अपने साक्षात्कार किए हैं तो आपके चेहरे से करुणा क्यों नहीं झलकती है इस विषय पर स्पष्ट कीजिए
Marne ke bad mitti me milna hai aur dhuwa ban jana hi hai aur sab bate jhuthi insan ki kalpana matra hai .....sab kitab insano ne llikhi hui mqn gadhant kahani hai ...vas jab tak jio mast ho jao marne ke bad to mitti me hi milna hai aur kuch nhi ...pakhandi log sapane me sworg dekhte hai na woh ek sapna hi hai
मृत्यु के बाद आत्मा कही नही जाती है, ऐसा आपका कहना है ,तो आदमी की मृत्यु कैसी होती है? मृत्यु के बाद भी आत्मा शरीर मे ही रहरी है ऐसा आप कहना चाहये हो क्या स्पष्ट किजीये.
अापका बात सहि हाे ताे , एकबालक का उमेर लगभग 3 बर्स मे उन बालक बताताे है कि हम पहिले जन्ममे उस जग्गामे था , मेराे नाता वाला उ उ लाेग थेे बताते थे उसने बताते वाला बात सहि नहाे ताे क्यु उत्ना छाेटा उमेर मे उसले वताना सक्ते थे ?
हरियाणा मे जो अभी नुहं ओर मेवात मे हिसा हुई है दूसरी ओर मणिपुर जेसी शर्मनाक घटना हुई ।जो एसे दगें कोन लोग है करने वाले केसे केसे उनकि भावनाए पेदा हुई ओर उनको कया फायदा हो सकता है
आज के समय मे सभी संप्रदाय वालो ने ऐक ही काम कीया है और वो है पैसा सभीने अलग अलग तरीके से फिक्स इन्कम खडी कर डी है और पब्लिक को मुल सनातन धर्म से दूर किया है और हिन्दु ओ को बातने का कार्य किया है
मृत्यू के पच्चात स्वर्ग, नरक, हेवेन हेल, जन्नत जहांननम ये कूछ नहीं होता. ये सब दिशाभूल करनेके लिये होता हैं. मगर अगला जन्म, जनंm ये जन्म मे किये हुवें दुराचार पर उच्च नीच होता हैं. ये सत्य हैं.
Sir mai apki respect karti hun but ye kahna ki death ke baad kuchh nhi hota sb khatam ho jata hai ye kuchh samjh nhi aa rha hai kyuki science bhi kahti hai energy can never be created nor be destroyed only transfer from one body to another aur hamare ved puran bhi yahi kahte par log apna mn bahlane ke liye kuchh bhi kah sakte hai ki kuchh nhi hota jitne bhi sanatani hai comment kare Jai shri Ram ❤
Sir in our country periyar is somewhat successful in the south but in North we have phule and ambedkar but they are not so successful sir it is due power full lobby of saduh and panda or people are illetret
Buddhism do not believe existence of eternal immortal inner self independent of constituent cause and conditions. Buddhism may allude to recreation but not rebirth
Jo log dushre janao ko ya animals ko physical, mental psychological aur kya kya torture karte hay . Unka hisab kya hoga fir.?? Kuch toh kanun hogi nature ki.
ये कडवा सच है, जिसे भेड़ चाल समाज कहा मानता रहा है, तभी तो बाबाऔ की दूकान कभी भी बन्द नही हुई, आज तक, सच्चाई तो यह है कि मानव की लालसा और लालच ने इतना जकड़ लिया है कि ये जीवन पहला तो हो सकता है, मगर आखिरी नही, वो जानना भी नही चाहते अगले जन्म मे आने का आनंद दायक सुकून जे मिल जाता है अगले जन्म मै भी पूरा मजा चाहिए जनाब यही तो पैदा किया लालच है।समझ वाले लौग कम ही हौते है और वे समझ भी जाते है।बाकी भेड़चाल ही है ,श्याम मानव जी को नमस्कार,( एक भारतीय नागरिक)
सर आप ने जो महसुस कीया है उसे नीस्वार्थ ढंग से और बिना पक्षपात से आपने बातों को रखा ये मुझे अच्छा लगा । पर मेरा भी अनुभब है और वास्तवीक अनुभब है की परमेश्वर है। मैं यीशु मसीह से प्रार्थना किया और आज्ञा माना और तब मै परमेश्वर को महसूस कीया तब से मेरा विश्वास यीशु मसीह पर है ।
और मै चर्च में और युटुब में भी बहुत सारा गवाही सुनता हुं की परमेश्वर सच मुच में है। उन गवाही देने वालों मे अधिक तर अन्य धर्मौ से ईसाई मे आये हैं और गवाही देते है की यीशु सचमे परमेश्वर है। आप एकबार बाईबल पढ़ीए और चर्च जाकर के यीशु मसीह से प्रार्थना करके कहीए की परमेश्वर मैं आपको जानना चाहता हूं। 100% परमेश्वर आपसे बात करेंगे।
Tum bhi to ek andhbhakt ke alawa kuch nahi ho , iss admi ne apni konsi baat ka evidence diya jisse Maan rahe ho ,
सर
आपका अंधश्रद्धा निर्मूलन कार्य को सलाम हैं!
सही ज्ञान समाज और मानव का आईना है जो साफ साफ दिखाई देता है परन्तु कुछ लोग अपने स्वार्थ में समाज और मानव को अंधविश्वास में और अंधकार में रखने का काम करते हैं ,जो समाज हित में नहीं है इस प्रकार समाज और मानव को अंधविश्वास से बाहर निकालने के लिए धन्यवाद
Religion gives quality of life
You are doing well ❤
प्राचीन भारतीय आध्यात्म कभी भी स्वर्ग-नरक की कल्पना नहीं करता है बल्कि इस जन्म में ही मोक्ष को सबसे उत्तम मानता है अर्थात मोक्ष ही परमानंद है, मगर कालांतर में जीवन और मोक्ष के बीच स्वर्ग-नरक की परिकल्पना बहुत ही चालाकी से घुसा दी गई
Mr shyam manav....history will never forget you
obviously History will never forget Such a Top class FOOL and FRAUD
जनाब आपका भी यह धंधा है! यदि कोई जीवन के बारे में सब कुछ वैज्ञानिक दृष्टिकोण से जानने समझने का दावा करे तो आधार ही ग़लत हो जाता है। शरीर पदार्थ से बना है किंतु जीवित शरीर में चेतना का अस्तित्व भौतिक (Material) नहीं है, तो जीवन को विज्ञान के आधार पर कैसे समझा जा सकता है?
Evolution ko achhe se pade .matter is not how consciousness come into human .matter ye hai ki first consciousness kaise aaya.
Sach kadwa hota hai janab ...jara rational hoke socho ...sabh samaj aajayega .....nahi toh lage raho andhbhakti me
माना की आपकी सभी बाते सही पर आप जो कह रहे है,वो सही ही है इसका क्या प्रमाण. क्योकी हम अगर science को मानने वाले लोग है तो फिर प्रमाण देना ही होगा. तभी ओ बाते सही कहेलायेगी. और मानव साहब दरअसल बात ये है, की चाहे science कितनी भी तरकी क्यू ना करले, पर सभी सावलो के जवाब नही दे सकता, जब science सब सवालो के जवाब दे दे तब आपकी बाते अपने आप सच्ची साबित हो जायेगी. अंत यही कहेना चाहता हूं, इस सृष्टी अंत न किसीने लिया, न कोई लेगा. ये अंनत है. हम मानव चाहे कितनी भी तरक्की क्यू ना करले ओ तरक्की, नख बराबर नही होगी, ब्रम्हाण्ड की तुलना मे. बाकी आपका कार्य बहोत अच्छा है. मै आपके video हमेशा देखता हू.
Chalo maana ki science ke pass iske pramaan nhi h , lekin tum kis aadhaar par ye claim kr rhe ho ki life after death h aur iske aage bahot kuch h , iske tumhaare pass kya pramaan h .
आजीविका लोगों ने कभी भी किसी भी प्रकार से पुनर्जन्म की बात नहीं की। वे सदैव घर गृहस्थी की बात, खुशी, सुख और समृद्धि, की।
Friends
I agree with you totally.
काफी समय से आपको सुनता आ रहा हूं बहुत सी गलतफहमियां दूर हो गई जीवन को देखने का नजरिया बदलगया
Shyam Manav jee, Namaste . Mei itne dino se logo ko jivan - mrityu ke baare jo kahte aa raha hoon , wohi baate aaj aapse bhi jaankor mera dil khush ho haya ----
पुनर्जन्म, स्वर्ग और नर्क यह सब बेतुकी बाते है सभी धर्मो की !
सर ज्योतिष विद्या में मंगल ग्रह के ऊपर से विस्तार से कोई वीडियो बनाइए मेरा करबद्ध निवेदन क्योंकि आज भी मंगल दोष के चलते लोग रिश्तेदारी नहीं करते हैं।
जिस मनुष्य को जीवन के बाद भी जीवन सुख का लालच है तो उसे पूरा करने के लिए कुछ लोग अर्थ लालच में अपना कारो- बार चलाते हैं।!
भाई साहब आप ने सही कहा कि आंखें बंद कर देने से दुनिया में अंधेरा नहीं हो जाता
Superb sir. ❤❤❤
Syam manav Sahab bahut bahut acchi baat kahi hai apne jo sune uska uddhar apne aap ho jaega thanks sir
Bahut sundar😊
सर मेरा एक सवाल है की अगर आप मृत्यू के बाद जीवन नहीं है ये कहते हो तो फिर लाईफ आफ्टर डेथ ये डाॅ. मुडी ने लिखी हुवी किताब झुटी है ये कैसे साबीत कर सकते हो?
ऐसा नहीं है कर्म का सिद्धांत भी है व्यक्ति मरता है कर्म नहीं, ख़त्म कुछ नहीं होता स्वरुप बदलता है
हो सकता है। पर स्वर्ग नरक इन बातो का अतिरेक कल्पना है
दम है तो कबीर साहब जी का ग्रंथ उठाएं और अध्ययन करें, जिसमें आपको सही जानकारी मिलेगी।
Sale kabeer ravidas ik doje ko guru kehate thay voh begampura arthath yaha brahmano say shudkara chahate hai
Abe dam hai to kya.. 😅😅😅
Kya milega usse..
The realization of self or the knowledge or vision of self is itself divine bliss. It has no relation with any caste, religion or faith.
PLR session ki sacchai kya hai. Kripya hamari knowledge ko badhaye
Beautiful jawab diya hain sar aapne 💙💙💙
Wah Sir, Thank you so much ❤❤😊😊
बहुत ही सुंदर प्रस्तुति साहिब बंदगी जय भीम जय भारत जय मानवता जय विज्ञान
Sach baat pachana kamjor manikta walo k bas ka nahi . Manav ji aap bahut achche insan ho.
Very enlightening!
सर मेरा समाधान नहि हूवा,
सच्चाई हे तो जन्म के पहले हम क्या थे ,आदमी बना तो इस्के पीचे कूच ना कूच कारण हे आपके समाधान कारक उत्तर नाही हे
क्षितिज सर जी,,सभी विषयों के वीडियो को अलग अलग प्ले लिस्ट में बना कर के अपलोड कर दें।।।
समय आयेगा, जब तुम्हारा सूक्ष्म तुम्हारे भौतिक शरीर से अलग होगा , अधिक वार्ता कौन करे
Sadhana ( meditation ) dhyan karo..... Khud Jan jao..... OR..... your own past life regration karvalo.... Or apne subconscious mind me Jake dekh lo.....
kya dekh lo? Imagination?
No. Karke dekho
Go for 10 days vipasana.
Everythings are scientific there.
@@netrapgautam2810 what do you mean scientific? What science is it? I guess you dont know anything except the word science.
Aapko sat sat naman...🙏🙏🙏🙏 Shyamanav Manav is the name of light
Great 👍
Great video.
Glad you enjoyed it
Wah Shyam manavji !
जब फैक्ट्स पर कुछ डिबेट करनी नही है तो रेमंड मूरी और दीपक चोपड़ा का नाम क्यों लिख रखा है टाइटल में ?
For those who don't believe in sokshm anubhav ( these can't be copy pasted ever and that's its beauty ) ; anyways are fiercely anti Vivek ( subjectively ). Objectivity is a subset of Subjectivity. Sad for those who can't comprehend in their Jadd like existence. But Shri Manav speaks what he feels is True.
Sir..ko . Mera ek prashn hai kya aap punh janm me mante hai...???
Sir bahot din bad ap live aaye bahot acha lga
Thanks for your post for disclosing the truth....the thought tree..IAS RAS COACHING CENTRE JAIPUR RAJASTHAN INDIA DIRECTOR SHRAWAN YADAV.
जीवन का उद्देश्य क्या है...💐💐💐
जीवन का उद्देश्य भोजन भय मैथुन जरा मृत्यु 😂😂😂
Shyam ji sahi bta rhe hain
मौत के बाद स्वर्ग या नरक मिलेगा इसके तो सबूत नहीं है लेकिन मृत्यु यानी यही पर जीवन खत्म इसके पुख्ता सबूत क्या है
नमो बुद्धाय, जय अशोक, जय भीम, जय संविधान, जय भारत। बहुत बढ़िया काम कर रहे हैं आप 💖👍
Love you sir from a rationalist Uttar Pradesh.
Sach Kadava hota hai par Sukun deta hai.
What about 'many life many masters' book which wrote by Dr Brian weiss 🙏
जन्म से कोई विकलांग और कोई मौज मे क्या कारण ।
वह coincidence है, एक्सीडेंट से गोनेवाली बाते है.
genetic accident
@@ShyamManav Tab toh tera bhi gyan lekar koi faida nehi, tune toh buddh ko hi bekar bana diya 😂😂 Jisne dukh ko mitane ke liye Tapashya kia aur Karm ka siddhant bataya. 😂
Is topic pe log bs apne opinion rakh skte hai nobody knows the reality, may be there is something may be nothing its just to satisfy our emotions thoughts and motivation to live a happy and satisfactory life nothing else 😊
बुद्धि की भी एक सीमा होती है यह सच्चाई है।
not all religion sir jee! rebirth and law of karma is fundamental principle of sanatan dharma only!
Sahi bat hai vrindavan wali
Thanks sir🙏🙏🙏🙏
Sar yah bataiye ki jinda Insan vahah pahunch nhi Sakta aur mara Insan Bata nahin Sakta to fir Mana kese ja sakta hai ki mrutyu ke bad kuchh hai ya nahin?
Agra wala Suresh radios ka Suresh verma ka purn janam toran singh nam ka hua tha y sach hai?
In upanishad,Vedant there is no life after death,punerjanm ahamvrutti ka hota hai and this is the only life with possibility to be truthful
Sidhi baat aapne kahi hain sir.
मानवजी सभी देवी-देवताओं का अनुभव सपने या ध्यान में होता है।
खोटा महिमा खोटा देव|अंध भक्त ठेवती भाव||१||
खोटा मोक्ष खोटी साक्ष|
अनुभवे बोला प्रत्यक्ष||२||
खोटे वैकुंठ कैलास|
खोटे सांगूनी केला नाश||३||
ताना म्हणे जो मेला|
तो नाही आला सांगण्याला||४||
नमस्कार
अगर चौरासी लाख योनियां नहीं होती तो फिर भगवान की पूजा क्यों? आपके हिसाब से तो मृत्यु के बाद कुछ होना ही नहीं। फिर भगवान से क्या मांगना कर्म से सब कुछ मिल सकता है।
Vedo pe apki kya rai hai jara bataye
Nice sir ji
Religion gives quality of life and keep away from dirty karma,save the samaj from bad happenings Is there no utility of it?
Main bhagwan ko nahi maanta lekin kuchh negative positive energy means achchi aur buri aatma ka invisible power exit to karta hai jo hamare connect se alag hai. Aghori ke power ko ignore nahi kar sakte aur na hi fake hai unki saadhna.
Super shyam manav ji jine ke sath suruat or marne ke sath sab kuch samapt
Abhibhi kuch cases me unko past life yaad rahtihe, jaise bhutan ka 3 saal ka rankumar, bharat aane ki aur nalanda delhne jaane ki jid kartahe, ek lady ki case to gandhiji ke waqt ka case hai past life ki memories ki
100 persentage true
मैं असली महात्मा बुद्ध को तो नहीं देखा पर जिन्होंने उनका किरदार किया उनके चेहरे में भी एक अलग तेज होता था और एक बोलने का अलग ढंग होता था आपके चेहरे का तेज कहां है और आपके बोलने का जो तरीका है उसमें करुणा क्यों नहीं है अगर सच में ही आप ही महान आत्मा है अपने साक्षात्कार किए हैं तो आपके चेहरे से करुणा क्यों नहीं झलकती है इस विषय पर स्पष्ट कीजिए
Marne ke bad mitti me milna hai aur dhuwa ban jana hi hai aur sab bate jhuthi insan ki kalpana matra hai .....sab kitab insano ne llikhi hui mqn gadhant kahani hai ...vas jab tak jio mast ho jao marne ke bad to mitti me hi milna hai aur kuch nhi ...pakhandi log sapane me sworg dekhte hai na woh ek sapna hi hai
मृत्यु के बाद आत्मा कही नही जाती है, ऐसा आपका कहना है ,तो आदमी की मृत्यु कैसी होती है? मृत्यु के बाद भी आत्मा शरीर मे ही रहरी है ऐसा आप कहना चाहये हो क्या स्पष्ट किजीये.
Punarjanam ke bahut sare live examples mil jayenge, bas aapko sahi jagah jana hai clarification ke liye.
હું શ્યામ માનવ.સરના.વિચારને.માનવા.માનુછુ.આભાર
कुछ चिजे मानवी बुद्धी के बाहर है कि जो सिद्ध नही कीये जा सकती.
❤❤❤❤
अापका बात सहि हाे ताे ,
एकबालक का उमेर लगभग 3 बर्स मे उन बालक बताताे है कि हम पहिले जन्ममे उस जग्गामे था , मेराे नाता वाला उ उ लाेग थेे बताते थे
उसने बताते वाला बात सहि नहाे ताे क्यु उत्ना छाेटा उमेर मे उसले वताना सक्ते थे ?
हरियाणा मे जो अभी नुहं ओर मेवात मे हिसा हुई है दूसरी ओर मणिपुर जेसी शर्मनाक घटना हुई ।जो एसे दगें कोन लोग है करने वाले केसे केसे उनकि भावनाए पेदा हुई ओर उनको कया फायदा हो सकता है
मै ओमप्रकाश हिसार हरियाणा से
insaan ki janakari jo swayam ko pata hai vo koi aur janata hai jabki jo janakari swayam ke atirit koi nahi janata vo koi aur jaane chamatkar nahi hai
❤
आज के समय मे सभी संप्रदाय वालो ने ऐक ही काम कीया है और वो है पैसा
सभीने अलग अलग तरीके से फिक्स इन्कम खडी कर डी है और पब्लिक को मुल सनातन धर्म से दूर किया है और हिन्दु ओ को बातने का कार्य किया है
Gautam buddh & Mahavir swami ko Gyan prapt hua tha,,,ish pr apke vichar kya ha sir?
Dono dharmo ne punarjanm ko accept kiya hua ha
इस विषय पर विडिओ है हमारे चैनल पर। सर्च कीजिए। आपका सवाल और Shyam Manav ऐसा सर्च बार मे लिखिए। विडिओ मिल जाएंगे।
@@ShyamManavकृपया आप ही लिंक डालिए न
@@Akah-Anam thodi mahanat karo. warna gareeb rah jaaoge
मृत्यू के पच्चात स्वर्ग, नरक, हेवेन हेल, जन्नत जहांननम ये कूछ नहीं होता. ये सब दिशाभूल करनेके लिये होता हैं. मगर अगला जन्म, जनंm ये जन्म मे किये हुवें दुराचार पर उच्च नीच होता हैं. ये सत्य हैं.
आत्मा है किस रूप में है मैं बता सकता हू since duara sabit kar doo ga
Ye jivan h to anek kyu n how can u prove there is no life
Sir mai apki respect karti hun but ye kahna ki death ke baad kuchh nhi hota sb khatam ho jata hai ye kuchh samjh nhi aa rha hai kyuki science bhi kahti hai energy can never be created nor be destroyed only transfer from one body to another aur hamare ved puran bhi yahi kahte par log apna mn bahlane ke liye kuchh bhi kah sakte hai ki kuchh nhi hota jitne bhi sanatani hai comment kare Jai shri Ram ❤
Mujhe premanand g ke bare me aapse puchna tha Jo abhi trend me chal rahe hai
trend mein hain because youtube ka algorithm ki vajah se. Warna to sab chutiyapa hai
Consciousness never die . Quantum physics prove this
Reference please
ज्ञान तो आपको भी कुछ खास नहीं वैसे उम्र आपकी ज्यादा है लेकिन बौध्दिक विकास बहुत कम है।
Sir in our country periyar is somewhat successful in the south but in North we have phule and ambedkar but they are not so successful sir it is due power full lobby of saduh and panda or people are illetret
Buddhism do not believe existence of eternal immortal inner self independent of constituent cause and conditions. Buddhism may allude to recreation but not rebirth
Esi jivan me manav ban kar jile kapura paryas kare jai johar
🎉🎉🎉
Jo log dushre janao ko ya animals ko physical, mental psychological aur kya kya torture karte hay . Unka hisab kya hoga fir.??
Kuch toh kanun hogi nature ki.
Jeena yaha marna yaha
Iske siva jana kaha?
Are yrr mere to uncle ate h kisi ❤ me vo kese possible h vi jo mangte h vo sach hota h jo vo jinda rahte use krte the
कोई साक्षात् कार नहीं होता कीसी को हूआ नहीं ।
Purani means oldest
Me shyam manav I m not agree with you
Logo ne dhandha banadiya vo samaj me ata hai lekin life after life hai ,
bina kisi logic aur reason diye tumne bahut confidence ke saath ye baat ki hai. Koi pramand nahi doge??
Budhha Dharm me kahte honge but "Buddha Dhamma" me nahi...
खुद अपनी आंखे कस कर बंद कर लेने से दुनिया में अंधकार नही हो जाता , आप ही पड़े रहो अंधकार में