Swami Nigrahacharya (Shri Bhagavatananda Guru)
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Old Video | वर्णाश्रम व्यवस्था एवं जातिप्रथा पर स्वामी निग्रहाचार्य का लघु वक्तव्य | Nigrahacharya
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Original Dated - 19th March, 2023
वर्णाश्रम व्यवस्था एवं जातिप्रथा पर स्वामी निग्रहाचार्य का लघु वक्तव्य
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भागवत माहात्म्य | प्रथम भाग | चरवा, कौशाम्बी | निग्रहाचार्य | Nigrahacharya Shri Bhagavatananda Guru
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श्रीमद्भागवत माहात्म्य | प्रथम भाग | ग्राम ― चरवा, कौशाम्बी, उत्तर प्रदेश | निग्रहाचार्य श्रीभागवतानंद गुरु | Nigrahacharya Shri Bhagavatananda Guru Like, Share, Subscribe www.shribhagavatananda.guru यदि आप इस प्रवाह पर उपलब्ध वक्तव्यों के बदले किसी प्रकार की आर्थिक सेवा निवेदित करना चाहते हैं तो आप निम्न विवरण पर अपनी इच्छानुसार धनराशि का भुगतान कर सकते हैं। If you want to provide any financia...
जिन्हें शास्त्रों का ज्ञान नहीं, वे शास्त्रीय विषयों पर बोलना बन्द करें और पहले ज्ञान अर्जित करें !
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श्रीरामचरितमानस कथा | भाग बयासी, युद्धारम्भ - लङ्काकाण्ड | निग्रहाचार्य | Ram Katha | Nigrahacharya
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श्रीरामचरितमानस कथा | भाग - इक्यासी, अङ्गद रावण संवाद - लङ्काकाण्ड | निग्रहाचार्य | Nigrahacharya
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हिन्दू एकता की आड़ में "जाति पाति की विदाई" का नारा लगाने वाले मूर्ख को निग्रहाचार्य ने लगाई फट्कार
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श्रीरामचरितमानस कथा | भाग - अस्सी, रावण की मन्त्रणा - लङ्काकाण्ड | निग्रहाचार्य | Nigrahacharya
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श्रीरामचरितमानस कथा | भाग उन्यासी, सेतुबन्धन - लङ्काकाण्ड | निग्रहाचार्य | Ram Katha | Nigrahacharya
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दम्भी ब्रह्महत्यारों की प्रतिष्ठा सर्कस के जोकर जितनी भी नहीं, जगद्गुरु क्या बनेंगे ? ― निग्रहाचार्य
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श्रीरामचरितमानस कथा | भाग - अठहत्तर, समुद्र निग्रह - सुन्दरकाण्ड | निग्रहाचार्य | Nigrahacharya
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श्रीरामचरितमानस कथा | भाग - सतहत्तर, विभीषण पर कृपा - सुन्दरकाण्ड | निग्रहाचार्य | Nigrahacharya
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श्रीरामचरितमानस कथा | भाग छिहत्तर, श्रीराम सैन्यप्रस्थान सुन्दरकाण्ड | निग्रहाचार्य | Nigrahacharya
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श्रीरामचरितमानस कथा | भाग पचहत्तर, लङ्का दहन सुन्दरकाण्ड | निग्रहाचार्य | Ram Katha | Nigrahacharya
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श्रीरामचरितमानस कथा | भाग चौहत्तर, सीता संवाद सुन्दरकाण्ड | निग्रहाचार्य | Ram Katha | Nigrahacharya
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Комментарии

  • @raudrathakur8136
    @raudrathakur8136 19 минут назад

    Nothing absolutely nothing we can gain by these words maybe few of us will become more devoted to protect their dharm. But until we can have a kshatriy like Alexander or Genghis khan(evil to gain what is their) we will be in a constant state of decline.

  • @premilamehta4534
    @premilamehta4534 25 минут назад

    🎉❤😅 Jay shree Ram Ramji

  • @sitaramyadav8085
    @sitaramyadav8085 30 минут назад

    आप व्यवहारिकता पूरा कर लिया है या लिखे किताबों का ही वर्णन कर रहे हैं।निग्रहाचार्य जी।

  • @ShwetanginiS.mishra
    @ShwetanginiS.mishra 52 минуты назад

    🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏

  • @harpalsinh8414
    @harpalsinh8414 Час назад

    नमस्कार

  • @RaushanKumar-gp4ms
    @RaushanKumar-gp4ms Час назад

    Sant rampal ji mahraj ki jay ho

    • @neelasingh9078
      @neelasingh9078 5 минут назад

      रावण के माल लगते हो!

  • @Harihardhara
    @Harihardhara Час назад

    जय गुरुदेव 🙏🚩

  • @aryan.xeon08
    @aryan.xeon08 Час назад

    Title bilkul shi saar h🙏🏼

  • @Studyofgsandgk
    @Studyofgsandgk Час назад

    🙏🙏

  • @nandinihota7229
    @nandinihota7229 2 часа назад

    Jay Jagannath guruji

  • @ParatikDod-we2ob
    @ParatikDod-we2ob 2 часа назад

    मेरेसे इतना डरते हो की निरुत्तर हो गए तुम। भगवान शंकराचार्य के परंपरा के बारे में झूठ प्रलाप करते हो भविष्य पुराण के नाम पर। अगर हिम्मत है तो बताओ तुम्हारा कपोल कल्पित शंकराचार्य रामानुज शास्त्रार्थ कहां लिखा है।

  • @VedicSanatanDharma453
    @VedicSanatanDharma453 2 часа назад

    तू अपना दिमाग़ लगा अगर किसी शूद्र को ये कहाँ जाइ की तेरा काम सिर्फ ब्राह्मणों की सेवा करना है तो उसे अच्छा लगेगा ब्राह्मण वर्तमान समय मे सिर्फ जात का ब्राह्मण है काम का नही सबसे अधिक भ्रस्टाचारी सरकारी कर्मचारियों मे ब्राह्मण ही है. पहले सभी ब्राह्मणों को उपदेह दे की वो business यार सरकारी नौकरी छोड़ दे क्योंकि उसका काम ये नही है उसका काम है घर घर जाके भिक्षा लेना.. क्या ब्राह्मण ये काम कर रहा है तो फिर दूसरा वर्ण अपना काम क्यों करें???? हे कोई जवाब तेरे जहरीले बोल के लिए इलाज बहुत जरुरी है मुझे कभी कभी लगता है तू congress का कोई hidden agent है जो सनातन धर्म को तोड़ने का काम कर रहा है

  • @rudraadityamandal6126
    @rudraadityamandal6126 2 часа назад

    Guruji “Bharat sevashram sangh" ke prathisthata swami pranavanand ji ke baremein apke kya vichar hain ??

  • @तपोभूमिःश्रेष्ठम

    राम राम

  • @VedicSanatanDharma453
    @VedicSanatanDharma453 2 часа назад

    तू अपने दिमाग़ का इलाज करवा तेरे अंदर जहर भरा है.. तेरे जैसे पाखंडी और मतलबी असुर के कारण ही सनातन धर्म का पतन हुआ है. तुझे क्या लगता है अपनी जाति के लोग आपस मे mil जुल के रहते है.. सबके अंदर स्वार्थ भरा पड़ा है तू सुधर जा वरना तेरे सड़े हुए दिमाग़ का इलाज कोई न कोई करेगा...

  • @Harsh-yo7ph
    @Harsh-yo7ph 2 часа назад

    Ab bas puri shankaracharya ji ki us bhavishya wani ke sach hone ka intezaar hai jisme approximately 1 lakh Dharm virodhi vyakti samapt ho jayege Narayan 🙏

  • @bhawnasharma3961
    @bhawnasharma3961 2 часа назад

    जय श्री राम महाराज जी आप अपने एक पुराने वक्तव्य में कह रहे थे की आनंद भाष्य भागवताचार्य जी की कृति हैं उन्होंने धुआं लगाकर उसे पुराना जैसा बनाया और श्री रामानंदाचार्य जी की कृति बताया पर श्री रामानंद संप्रदाय के वैष्णव जन तो उसे श्री रामानंदाचार्य जी की ही कृति मानते हैं और यह जगत विदित भी हैं , तो इसपर आपका क्या कहना हैं ? कृपया बताए प्रभु 🙏 ।

    • @SwamiNigrahacharya
      @SwamiNigrahacharya 2 часа назад

      इसपर हमें जो जो प्रमाण मिले हैं, वो अगले वर्ष सार्वजनिक करूंगा तब मचेगा हंगामा

    • @bhawnasharma3961
      @bhawnasharma3961 2 часа назад

      बहुत - बहुत धन्यवाद महाराज जी हमारे प्रश्न का उत्तर देने के लिए 🙏।

  • @tulsiramnanda9661
    @tulsiramnanda9661 2 часа назад

    guru ji jay sitaram

  • @PrakharMishra_0
    @PrakharMishra_0 2 часа назад

    हर हर महादेव 🙏 श्रीमन् महामहिम विद्यामार्तंड स्वामी निग्रहाचार्य श्री श्रीभागवतानंद गुरु जी महाराज के चरणों में मेरा कोटिश: प्रणाम🙏 निग्रहाचार्य धर्माज्ञा लोके लोके प्रवर्धताम्🚩

  • @SwamiNigrahacharya
    @SwamiNigrahacharya 2 часа назад

    यदि आप इस प्रवाह पर उपलब्ध वक्तव्यों के बदले किसी प्रकार की आर्थिक सेवा निवेदित करना चाहते हैं तो आप निम्न विवरण पर अपनी इच्छानुसार धनराशि का भुगतान कर सकते हैं। If you want to provide any financial support for the videos of this channel, you may pay the desired amount at these details. Shri Bhagavatananda Guru Bank of Baroda Ratu Chatti Branch 54240100000958 IFSC - BARB0RATUCH (कोड का पांचवां वर्ण शून्य है | Fifth letter of code is Zero) UPI - nagshakti.vishvarakshak@okaxis

  • @deepakkumr
    @deepakkumr 2 часа назад

    पूरी शंकराचर्या जी का आज का वक्तव्य के हिसाब से सिर्फ वर्ण है जाती नहीं वही गीता से भी समझ आता है , वर्ण स्वभाव से है , 18 - 42: शान्तिप्रियता, आत्मसंयम, तपस्या, पवित्रता, सहिष्णुता, सत्यनिष्ठा, ज्ञान,विज्ञान तथा धार्मिकता - ये सारे स्वाभाविक गुण हैं, जिनके द्वारा ब्राह्मण कर्मकरते हैं | 18 - 43: वीरता, शक्ति, संकल्प, दक्षता, युद्ध में धैर्य, उदारता तथा नेतृत्व -ये क्षत्रियों के स्वाभाविक गुण हैं| 18 - 44: कृषि करना, गो रक्षा तथा व्यापार वैश्यों के स्वाभाविक कर्म हैं औरशूद्रों का कर्म श्रम तथा अन्यों की सेवा करना है | आज कल के व्यवसाय में बहुत हद तक इन तीनो के बीच का काम होता है , जैसे ज्ञान , नेतृत्व और सेवा करना ,

    • @SwamiNigrahacharya
      @SwamiNigrahacharya 2 часа назад

      या देवी सर्वभूतेषु जातिरूपेण संस्थिता (सप्तशती)। और गीता में ही - उत्साद्यन्ते जातिधर्मा:। शंकराचार्य जी के कथन को या तो आप समझे नहीं या वे समझा न सके

    • @nilanjanchka
      @nilanjanchka 49 минут назад

      Puri Shankaracharya ne aisa nahi kaha unhone Varn aur Jati dono ek hai aisa kaha

    • @deepakkumr
      @deepakkumr 35 минут назад

      @@nilanjanchka ruclips.net/video/BtwkvEEyG8I/видео.htmlsi=bBbqi6WDM_sGhwmX वो तो जाति और वर्ण को एक बोल रहे है , जाति पांच हज़ार है और वर्ण 4,

    • @deepakkumr
      @deepakkumr 59 секунд назад

      @@SwamiNigrahacharya Gita 14 - 5: भौतिक प्रकृति तीन गुणों से युक्त है | ये हैं - सतो, रजो तथा तमोगुण | हे महाबाहु अर्जुन! जब शाश्र्वत जीव प्रकृति के संसर्ग में आता है, तो वह इन गुणों से बँध जाता है | 16 - 6: हे पृथापुत्र! इस संसार में सृजित प्राणी दो प्रकार के हैं - दैवी तथा आसुरी । मैं पहले ही विस्तार से तुम्हें दैवी गुण बतला चुका हूँ । अब मुझसे आसुरी गुणों के विषय में सुनो । 17 - 2: भगवान् ने कहा - देहधारी जीव द्वारा अर्जित गुणों के अनुसार उसकी श्रद्धा तीन प्रकार की हो सकती है - सतोगुणी, रजोगुणी अथवा तमोगुणी । अब इसके विषय में मुझसे सुनों । 18 - 42: शान्तिप्रियता, आत्मसंयम, तपस्या, पवित्रता, सहिष्णुता, सत्यनिष्ठा, ज्ञान,विज्ञान तथा धार्मिकता - ये सारे स्वाभाविक गुण हैं, जिनके द्वारा ब्राह्मण कर्मकरते हैं | 18 - 43: वीरता, शक्ति, संकल्प, दक्षता, युद्ध में धैर्य, उदारता तथा नेतृत्व -ये क्षत्रियों के स्वाभाविक गुण हैं| 18 - 44: कृषि करना, गो रक्षा तथा व्यापार वैश्यों के स्वाभाविक कर्म हैं औरशूद्रों का कर्म श्रम तथा अन्यों की सेवा करना है | सनातन प्रकृति स्वभाव मनोविज्ञान को समझ के नियम बनाता है , नियम को मनुस्य के ऊपर नहीं थोपता

  • @SanjayPandey-el2hj
    @SanjayPandey-el2hj 3 часа назад

    जय मॉं भगवती जय हो सत्य सनातन धर्म की जय हो श्री निग्रहाचार्य श्रीभागवतानंद गुरु महाराज जी की जय 🌹🪷🌷🌹🌺🪷🌷🏵️🙏🙏🙏🙏🪷🌹🌺🏵️🌻🌼

  • @sv.84
    @sv.84 3 часа назад

    आचार्य जी प्रणाम 🙏 कृपया कोई ऐसा ग्रंथ अथवा पुस्तक का सुझाव दें जिसमे भगवान परशुराम से जुड़े स्तोत्र, कथाएँ, पूजा अर्चना इत्यादि सामग्री हो। पढ़ने के लिए धन्यवाद 🙏

  • @deepnarayandimri4815
    @deepnarayandimri4815 3 часа назад

    गुरु जी मै उत्तराखण्ड से हूँ हमारे यहाँ लोग अक्सर सगोत्र विवाह कर रहे है केवल कास्ट अलग होती है गोत्र का विचार नहीं होता अधिकतर इसमे ब्राह्मण ही है क्या शास्त्र एक ही गोत्र मे विवाह की अनुमति देता है

    • @Rrrtau
      @Rrrtau 2 часа назад

      Ab unki santane brahman nahi rahengi

    • @vladimirputin3973
      @vladimirputin3973 Час назад

      Nahh so gotra bibah nahi kar shaktey

  • @SachinSanatanKashyap
    @SachinSanatanKashyap 3 часа назад

    गुरु भगवान जी मेरा आपको नित्य प्रणाम है 🙏 गुरु भगवान एक प्रश्न पर कृपा करें - क्या सभी सत और अस्त शूद्रों को अपने रिश्तेदारों की मृत्यु अवसर पर दसवें दिन मुंडन करना चाहिए या ऐसा नियम केवल द्विजों के लिए ही है 🙏 कृपया करके आप ही मार्गदर्शन करें 🙏 जय श्री निग्रहाचार्य जी गुरु भगवान आपको दण्डवत प्रणाम है 🙏🙏🙏

    • @SwamiNigrahacharya
      @SwamiNigrahacharya 2 часа назад

      कलियुग में सबका 10 दिन, यह भी एक नियम है

    • @SachinSanatanKashyap
      @SachinSanatanKashyap 2 часа назад

      @@SwamiNigrahacharya जय गुरु महाराज स्वामी श्री निग्रहाचार्य जी महाराज 🙏 आप बहुत व्यस्तता के बावजूद भी अपने इस अधम दास पर उतर कमेन्ट करके कृपा कर देते हैं 🙏 मुझ पर ऐसी कृपा करें कि मुझे गुरु सेवा करने का सौभाग्य प्राप्त हो 🙏

  • @shreyachandravanshi7199
    @shreyachandravanshi7199 3 часа назад

    🌺🌺🌺🙏🙏🙏

  • @dineshchandra9516
    @dineshchandra9516 3 часа назад

    जय 🚩🚩🚩🚩

  • @Ktyicdbki
    @Ktyicdbki 3 часа назад

    गुरुजी विराट पुरुष से उत्पन होने वाले पहले ब्रह्मण क्षत्रिय वैश्य शुद्र का क्या नाम था???? और किस काल में वे सब उत्पन हुए???

    • @Jainagwa
      @Jainagwa 3 часа назад

      For this you can refer Vishnu puran, as I think

    • @Ktyicdbki
      @Ktyicdbki 3 часа назад

      @Jainagwa which para ?? Page no.???

    • @Jainagwa
      @Jainagwa 3 часа назад

      @Ktyicdbki para can not be conveyed as I do not exactly remember, but you can go through in a comprehensive way about creation of nature by GOD

  • @KamleshKumar-o2i4o
    @KamleshKumar-o2i4o 3 часа назад

    श्री मन नरायण महाराज जी

  • @LalitKanaujiya-q8x
    @LalitKanaujiya-q8x 3 часа назад

    जय गुरु देव चरण स्पर्श जय श्री सीताराम ❤❤

  • @ghanshyamkumar3833
    @ghanshyamkumar3833 3 часа назад

    शत् शत् नमन

  • @rudraadityamandal6126
    @rudraadityamandal6126 3 часа назад

    Guruji “Bharat sevashram sangh" ke prathisthata pranavananda ji maharaj ke baremein kya khayal hain apka ??

  • @drarunkumarsrivastava6293
    @drarunkumarsrivastava6293 3 часа назад

    स्वामी जी आप ये बताईए कि जब ब्रहमा जी ने दस हजार वर्ष तक तपस्या की तब गुप्त रूप से उनके सामने चित्रगुप्त भगवान् प्रकट हुए । अब आप ये बताइए कि ब्रह्मा जी ने किसकी पूजा की ।जिसकी पूजा की वही चित्रगुप्त रूप में प्रकट हुए । ब्रह्मा जी ने उसी देव की तपस्या की जो उनसे श्रेष्ठ थे ।

  • @Kuhuart-tp7qd
    @Kuhuart-tp7qd 4 часа назад

    जय श्रीनारायण

  • @kumarrana4601
    @kumarrana4601 4 часа назад

    मेरे मोहल्ले में सिर्फ मेरी ही जाति के लोग है फिर भी एकता नहीं है|

    • @VedicSanatanDharma453
      @VedicSanatanDharma453 2 часа назад

      ये आदमी दिमाग़ से पागल है और इसकी मानसिकता जहारीली है जो सनातन धर्म को तोड़ने का काम कर रही है

  • @MULTIVERSALKNOWLEDGEHUB
    @MULTIVERSALKNOWLEDGEHUB 4 часа назад

    अगर दूसरी जाति तुमसे बराबरी करें तुमको लोगों को तकलीफ होती हैं। फिर क्यों जाते हो दूसरी जाति के पास भीख मांगने ? कार्यक्रम करा लो, सत्संग करा लो । जमीन दान कर दो। धन दान कर दो। पुण्य मिलेगा ऐसा वैसा बोल कर ठगते हो। तुम लोग दूसरों जातियों की कमाई पर आश्रित हो। तुम खुद परिश्रम ना करके धन नही कमाते हो। आलसी हो । परजीवी हो। दूसरी जाति के लोगों से दान लेने से पाप नहीं लगता है लेकिन व्यक्ति की जाति से तुम लोगों को तकलीफ है।

  • @omjoshi2582
    @omjoshi2582 5 часов назад

    जी प्रणाम

  • @pankajtiwari5034
    @pankajtiwari5034 5 часов назад

    Bahut Sundar pandit Ji ko pranam

  • @pankajtiwari5034
    @pankajtiwari5034 5 часов назад

    Bahut Sundar Vachan

  • @harpalsinh8414
    @harpalsinh8414 6 часов назад

    नमस्कार

  • @neelasingh9078
    @neelasingh9078 6 часов назад

    थीरेंद्र-फिरेंद्र से सावधान रहो सनातन धर्मियों! शंकराचार्य-निग्रहाचार्य सह रहो सनातन धर्मियों!

  • @pawansrivastava1195
    @pawansrivastava1195 6 часов назад

    Ye Srivastava pahle to ye sudhar kare apni mentality ko ki ye ahsas karana band karein ki beti ka baap hona gunah hai inhe kuch dino me ladkiyan reject karke dusre caste me shadi karenge ye muh dekhte rah jayenge

  • @neelasingh9078
    @neelasingh9078 6 часов назад

    जगद्गुरु शंकराचार्य की जय। धर्मराज निग्रहाचार्य की जय। धर्मसम्राट करपात्रीजी की जय। धर्ममूल वैदिक गोवंश की जय।

  • @MithileshSharmaSharma-us6np
    @MithileshSharmaSharma-us6np 6 часов назад

    Bahut Sundar Katha❤

  • @nipunarjundhruv3852
    @nipunarjundhruv3852 6 часов назад

    श्रीमन लक्ष्मी नारायण शास्त्रज्ञ स्वामी श्री निग्रहाचार्य श्री भागवतानंद गुरुदेव जी, मेरे स्वर्गीय सगे ज्येष्ठ पिताश्री, स्वर्गारोहण दिनांक १४/०५/२०१०, का शुभ नाम भी श्री आत्माराम ध्रुव था । श्रीमन लक्ष्मी नारायण, हर हर महादेव, नमष् चंडिकाय, ॐ शान्ति । ❤🎉

  • @budhprakash9200
    @budhprakash9200 6 часов назад

    वेद ऋषि संसद चारो वर्ण विभाग में कार्यरत द्विजन ( स्त्री-पुरुष) को वेद मंत्र ज्ञानवर्धन करने का अधिकार देती है । लेकिन जो लोग सिर्फ ब्रह्मण, क्षत्रिय, वैश्य को ही वेद ज्ञान शिक्षण के लिए कहते हैं लिखते हैं और तीनो के लिए प्रिंट करते हैं तो वे अज्ञानतापूर्ण सोच रखकर व्यर्थ अनर्गल प्रलाप करते रवते हैं । शूद्रं, क्षुद्र, अशूद्र तीनो वैदिक शब्दों के अलग अलग अर्थ हैं लेकिन लेखक प्रकाशक सही से अंतर को समझकर नहीं लिखते हैं इसलिए सामन्य जन भी नहीं समझते हैं। चार वर्ण कर्म विभाग जीविकोपार्जन प्रबन्धन विषय। चार वर्ण = शिक्षण-ब्रह्म + सुरक्षण-क्षत्रम + उत्पादन-शूद्रम + वितरण-वैशम। जब एक मानव जन है तो वह मुख समान ब्रह्मण, बांह समान क्षत्रिय, पेटउदर समान शूद्रण और चरण समान वैश्य है। हरएक महिला स्त्री मुख समान ब्रह्माणी, बांह समान क्षत्राणी, पेट समान शूद्राणी और चरण समान वैश्याणी हैं। लेकिन जब पांचजन हैं तो एक अध्यापक ब्राह्मण/ब्राह्मणी है, दूसरे सुरक्षक चौकीदार क्षत्रिय/क्षत्राणी है, तीसरे उत्पादक निर्माता शूद्राण/ शूद्राणी है और चौथे वितरक वैश्य/ वैश्याणी हैं तथा पांचवे जन चारवर्णो कर्मो विभागो में वेतनमान पर कार्यरत दासजन जनसेवक नौकरजन सेवकजन हैं। यही पंचजन्य चतुरवर्णिय व्यवस्था जीविकोपार्जन प्रबन्धन विषय है। सतयुग दक्षराज वर्णाश्रम सनातन संस्कार। जय प्राजापत्य दक्ष धर्म सनातनम् । जय अखण्ड भारत। जय वसुधैव कुटुम्बकम् ।। ॐ ।।

  • @budhprakash9200
    @budhprakash9200 6 часов назад

    सनातन प्रजापत्य दक्ष धर्म - हे सूर्यअग्नि देव l राष्ट्र हित में लोकतंत्र युग में विश्वजन हित में हमारे राष्ट्र देश के सभी मनुष्यों में तेज जोश शौर्य उत्पन्न करें l जिससे हमारा राष्ट्र देश उन्नती विकास करे और विश्व में श्रेष्ठ देश बने l 1- जो द्विजन ( महिला-पुरुष) शिक्षा/ चिकित्सा/ संस्कार/संगीत सेवा विभाग (ब्र‍हम् वर्ण) में शिक्षक वैद्यन पुरोहित ज्ञान दाता सेवा कर्मी हैं उनमें जोश तेज स्थापित करें ताकि सबजन ईमानदारी से सबजन को शिक्षण स्वास्थ्य संगीत संस्कार सेवा प्रदान करें l 2 - जो द्विजन ( महिला-पुरुष) शासन रक्षा न्याय पत्राचार विभाग (क्षत्रम् वर्ण) में सुरक्षा न्याय कर्मी हैं उनमें तेज/ शौर्य स्थापित करें ताकि वेसब ईमानदारी से सबजन की सुरक्षा करते हुए न्याय ईमानदार होकर रक्षा न्याय सेवा प्रदान करें l 3 - जो द्विज़न ( महिला-पुरुष) उत्पादन निर्माण शिल्प उद्योग विभाग (शूद्रम् वर्ण) में उद्योगण उत्पादक शिल्पकार कर्मिक हैं उनमें भी तेज जोश स्थापित करें ताकि सबजन ईमानदारी से तपश्रम करके अच्छे गुणवत्तापूर्ण उत्पादित निर्माण कर सबजन को तपसेवी उद्योग सेवा प्रदान करें l 4- जो द्विजन ( स्त्री-पुरुष) वितरण ट्रांसपोर्ट वित्त व्यापार वाणिज्य विभाग (वैशम् वर्ण) में वित्त/ क्रय विक्रय वितरक /व्यापारी कर्मी हैं उनमें तेज जोश स्थापित करें ताकी वे ईमानदारी से जनहित में वित्त ट्रांसपोर्ट व्यापार वितरन वैशमवर्ण सेवा कार्य प्रदान करें l चारो वर्ण (विभाग) में सहयोग हेतू - मेरे जैसे दासजन ( जनसेवक) के अन्दर भी तेज/ शौर्य उत्पन्न करें ताकि बेहतर समाज प्रबंधन कर चारो वर्णो के लिए सहयोग सेवा करता रहूँ और हमारा राष्ट्र विकसित होता रहे और विश्वजन का कल्याण होता रहे। यजुर्वेद मंत्र संहिता - ॐ रूचन्नो धेही ब्रह्मनेषु रूचनंराजसु नस्कृधि l रूचं विश्येषु शूद्रेषु मयि धेही रूचा रूचम् l l यजुर्वेद संहिता l चार वर्ण। पांचजन। जय सनातन दक्ष प्रजापत्य धर्म l जय आखण्ड भारत l जय वसुधैव कुटुम्बकम् l 🕉 l

  • @indic5584
    @indic5584 6 часов назад

    Aap bilkul moorkh hain ye apki mansikta se spasht hai ,hamaare sanatan me kary ke anusaar jaati nirdharit hoti thi na ki janm se,pehle apna gyan badaiye tabhi updesh den nigrahacharya ji

  • @skteducare9406
    @skteducare9406 6 часов назад

    Jay Sri man Narayan!! Swami ji Maharaj.... Dandavat pranam 👏👏

  • @vinodbisht-p5b
    @vinodbisht-p5b 7 часов назад

    जय श्रीराम