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Swami Nigrahacharya (Shri Bhagavatananda Guru)
Индия
Добавлен 15 апр 2017
यह श्रीमन्महामहिम विद्यामार्तण्ड निग्रहाचार्य श्रीभागवतानंद गुरु का आधिकारिक यूट्यूब प्रवाह है। यहाँ उनके लेख, धार्मिक निर्णय, विचार एवं अनेक अवसरों पर दिए गये प्रवचनों का संग्रह भी उपलब्ध है | हम आपसे सम्पर्क करने के लिए सदैव तत्पर रहते हैं | यदि आपको किसी विषय में प्रश्न पूछना है, अथवा किसी विषय में कोई आपत्ति व्यक्त करनी है तो नीचे उपलब्ध विकल्पों का प्रयोग करके हमसे सम्पर्क करें |
आधिकारिक प्रतिनिधि एवं प्रभारी
Official Representative and In-charge -
Brajesh Pandey / ब्रजेश पाण्डेय -
+919430399777
+917004776780
**आपकी कॉल रिकॉर्ड एवं सार्वजनिक की जा सकती है। कृपया अति आवश्यक सूचना प्राप्त करने अथवा प्रदान करने हेतु ही सम्पर्क करें। अनावश्यक प्रशंसा, आशीर्वाद, सकाम भौतिक कृत्य आदि से सम्बन्धित वार्ता हेतु सेवा उपलब्ध नहीं है। प्रातः नौ से रात्रि सात बजे के मध्य ही फोन करें। निग्रहाचार्य जी से सीधे वार्तालाप हेतु हठ न करें क्योंकि सैकड़ों लोग यही चाहते हैं और उतना समय देना न सम्भव है और न आवश्यक है। उचित शैली और समय में शास्त्रीय जिज्ञासा हेतु सम्पर्क करने वालों का स्वागत है।
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कितने प्रकार की सृष्टि होती है ? स्वामी निग्रहाचार्य ने बतायी नाम जप की महिमा | Swami Nigrahacharya
कितने प्रकार की सृष्टि होती है ? स्वामी निग्रहाचार्य ने बतायी नाम जप की महिमा | पाखण्डियों का खण्डन करते हुए जिज्ञासुओं के प्रश्नों के उत्तर भी दिए | Swami Nigrahacharya Shri Bhagavatananda Guru
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हिन्दुओं के कथित धर्मगुरु ही मिले हुए हैं इस्लामी तत्त्वों से ! स्वामी निग्रहाचार्य ने सब पोल खोल दी
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हिन्दुओं के कथित धर्मगुरु ही मिले हुए हैं इस्लामी तत्त्वों से ! स्वामी निग्रहाचार्य ने सब पोल खोल दी ! कैसे राजनेताओं के चापलूसों ने धर्मगुरु का वेश धारण करके खूब मूर् बनाया है हिन्दू जनता को ! Video Reference Credits ― India TV and Aastha Channel Music Reference Credits ― HansoHioma From Pixabay Like, Share, Subscribe www.shribhagavatananda.guru यदि आप इस प्रवाह पर उपलब्ध वक्तव्यों के बदले किस...
Unedited Raw Footage Interview | Swami Nigrahacharya | निग्रहाचार्य का साक्षात्कार | भव्य श्रीवास्तव
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निग्रहाचार्य श्रीभागवतानंद गुरु का भव्य श्रीवास्तव के द्वारा वृन्दावन में लिया गया असंशोधित साक्षात्कार | Unedited Raw Footage of Interview recorded at Vrindavan by Bhavya Shrivastava concluding Nigrahacharya Shri Bhagavatananda Guru Like, Share, Subscribe www.shribhagavatananda.guru यदि आप इस प्रवाह पर उपलब्ध वक्तव्यों के बदले किसी प्रकार की आर्थिक सेवा निवेदित करना चाहते हैं तो आप निम्न विवरण...
महाभागवत पुराण की दुर्लभ रहस्य कथा | भाग तीन - वृन्दावन | स्वामी निग्रहाचार्य | Swami Nigrahacharya
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विषय - महाभागवत कथा - तृतीय भाग (श्रीकृष्ण चरित्र / महाकाली चरित्र एवं गङ्गा चरित्र) स्थान - हरिहर ज्योतिर्विज्ञान संस्थान, श्रीवृन्दावन धाम तिथि - पौष कृष्ण पञ्चमी, विक्रमाब्द - २०८१ (शुक्रवार) वक्ता - श्रीमन्महामहिम विद्यामार्तण्ड निग्रहाचार्य श्रीभागवतानंद गुरुजी Like, Share, Subscribe www.shribhagavatananda.guru यदि आप इस प्रवाह पर उपलब्ध वक्तव्यों के बदले किसी प्रकार की आर्थिक सेवा निवेदित...
महाभागवत पुराण की दुर्लभ रहस्य कथा | भाग दो - वृन्दावन | स्वामी निग्रहाचार्य | Swami Nigrahacharya
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विषय - महाभागवत कथा - द्वितीय भाग (पार्वती चरित्र / श्रीराम चरित्र) स्थान - हरिहर ज्योतिर्विज्ञान संस्थान, श्रीवृन्दावन धाम तिथि - पौष कृष्ण चतुर्थी, विक्रमाब्द - २०८१ (गुरुवार) वक्ता - श्रीमन्महामहिम विद्यामार्तण्ड निग्रहाचार्य श्रीभागवतानंद गुरुजी Like, Share, Subscribe www.shribhagavatananda.guru यदि आप इस प्रवाह पर उपलब्ध वक्तव्यों के बदले किसी प्रकार की आर्थिक सेवा निवेदित करना चाहते हैं त...
महाभागवत पुराण की दुर्लभ रहस्य कथा | भाग एक - वृन्दावन | स्वामी निग्रहाचार्य | Swami Nigrahacharya
Просмотров 7 тыс.21 час назад
विषय - महाभागवत कथा - प्रथम भाग (सती चरित्र) स्थान - हरिहर ज्योतिर्विज्ञान संस्थान, श्रीवृन्दावन धाम तिथि - पौष कृष्ण तृतीया, विक्रमाब्द - २०८१ (बुधवार) वक्ता - श्रीमन्महामहिम विद्यामार्तण्ड निग्रहाचार्य श्रीभागवतानंद गुरुजी Like, Share, Subscribe www.shribhagavatananda.guru यदि आप इस प्रवाह पर उपलब्ध वक्तव्यों के बदले किसी प्रकार की आर्थिक सेवा निवेदित करना चाहते हैं तो आप निम्न विवरण पर अपनी ...
शैव रामायण कथा | वृन्दावन धाम | निग्रहाचार्य | Swami Nigrahacharya preaches on Shaiva Ramayan Katha
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विषय - शैव रामायण कथा (श्रीरामविजयकाव्यम्) स्थान - हरिहर ज्योतिर्विज्ञान संस्थान, श्रीवृन्दावन धाम तिथि - पौष कृष्ण द्वितीया, विक्रमाब्द - २०८१ (मङ्गलवार) वक्ता - श्रीमन्महामहिम विद्यामार्तण्ड निग्रहाचार्य श्रीभागवतानंद गुरुजी Like, Share, Subscribe www.shribhagavatananda.guru यदि आप इस प्रवाह पर उपलब्ध वक्तव्यों के बदले किसी प्रकार की आर्थिक सेवा निवेदित करना चाहते हैं तो आप निम्न विवरण पर अपन...
कुम्भ में क्यों नहीं आयेंगे निग्रहाचार्य ? किन्नर शंकराचार्य के विषय में पाखण्डियों को लगायी फट्कार
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कुम्भ में नहीं लगेगा निग्रहाचार्य श्रीभागवतानंद गुरु का शिविर | क्यों निग्रहाचार्य नहीं आ रहे कुम्भ में ? किन्नर शंकराचार्य के विषय में धर्मगुरु के वेश वाले पाखण्डियों को फट्कारते हुए अखाड़ों पर प्रतिबन्ध लगाने की बात कही | किस पाप के कारण व्यक्ति नपुंसक बनता है ? किन्नरों के विषय में शास्त्रों का क्या रहस्य है ? Like, Share, Subscribe www.shribhagavatananda.guru यदि आप इस प्रवाह पर उपलब्ध वक्तव...
श्रीमद्भागवत कथा | भाग दो | रोहनिया रायबरेली | निग्रहाचार्य श्रीभागवतानंद गुरु | Swami Nigrahacharya
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श्रीमद्भागवत कथा | भाग दो | रोहनिया, रायबरेली | निग्रहाचार्य श्रीभागवतानंद गुरु | Shrimadbhagavat Katha | Part Two | Rohaniya, Raebareli | Nigrahacharya Shri Bhagavatananda Guru Like, Share, Subscribe www.shribhagavatananda.guru यदि आप इस प्रवाह पर उपलब्ध वक्तव्यों के बदले किसी प्रकार की आर्थिक सेवा निवेदित करना चाहते हैं तो आप निम्न विवरण पर अपनी इच्छानुसार धनराशि का भुगतान कर सकते हैं। If you...
श्रीमद्भागवत कथा | भाग एक | रोहनिया रायबरेली | निग्रहाचार्य श्रीभागवतानंद गुरु | Swami Nigrahacharya
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श्रीमद्भागवत कथा | भाग एक | रोहनिया, रायबरेली | निग्रहाचार्य श्रीभागवतानंद गुरु | Shrimadbhagavat Katha | Part One | Rohaniya, Raebareli | Nigrahacharya Shri Bhagavatananda Guru Like, Share, Subscribe www.shribhagavatananda.guru यदि आप इस प्रवाह पर उपलब्ध वक्तव्यों के बदले किसी प्रकार की आर्थिक सेवा निवेदित करना चाहते हैं तो आप निम्न विवरण पर अपनी इच्छानुसार धनराशि का भुगतान कर सकते हैं। If you...
श्रीमद्भागवत कथा | भाग नौ | गुरसहायगंज, कन्नौज | निग्रहाचार्य श्रीभागवतानंद गुरु | Nigrahacharya
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श्रीमद्भागवत कथा | भाग नौ | गुरसहायगंज, कन्नौज | निग्रहाचार्य श्रीभागवतानंद गुरु | Shrimadbhagavat Katha | Part Nine | Gursahayganj, Kannauj | Nigrahacharya Shri Bhagavatananda Guru Like, Share, Subscribe www.shribhagavatananda.guru यदि आप इस प्रवाह पर उपलब्ध वक्तव्यों के बदले किसी प्रकार की आर्थिक सेवा निवेदित करना चाहते हैं तो आप निम्न विवरण पर अपनी इच्छानुसार धनराशि का भुगतान कर सकते हैं। If...
श्रीमद्भागवत कथा | भाग आठ | गुरसहायगंज, कन्नौज | निग्रहाचार्य श्रीभागवतानंद गुरु | Nigrahachary
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श्रीमद्भागवत कथा | भाग आठ | गुरसहायगंज, कन्नौज | निग्रहाचार्य श्रीभागवतानंद गुरु | Shrimadbhagavat Katha | Part Eight | Gursahayganj, Kannauj | Nigrahacharya Shri Bhagavatananda Guru Like, Share, Subscribe www.shribhagavatananda.guru यदि आप इस प्रवाह पर उपलब्ध वक्तव्यों के बदले किसी प्रकार की आर्थिक सेवा निवेदित करना चाहते हैं तो आप निम्न विवरण पर अपनी इच्छानुसार धनराशि का भुगतान कर सकते हैं। I...
श्रीमद्भागवत कथा | भाग सात | गुरसहायगंज, कन्नौज | निग्रहाचार्य श्रीभागवतानंद गुरु | Nigrahacharya
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श्रीमद्भागवत कथा | भाग सात | गुरसहायगंज, कन्नौज | निग्रहाचार्य श्रीभागवतानंद गुरु | Shrimadbhagavat Katha | Part Seven | Gursahayganj, Kannauj | Nigrahacharya Shri Bhagavatananda Guru Like, Share, Subscribe www.shribhagavatananda.guru यदि आप इस प्रवाह पर उपलब्ध वक्तव्यों के बदले किसी प्रकार की आर्थिक सेवा निवेदित करना चाहते हैं तो आप निम्न विवरण पर अपनी इच्छानुसार धनराशि का भुगतान कर सकते हैं। ...
श्रीमद्भागवत कथा | भाग छह | गुरसहायगंज, कन्नौज | निग्रहाचार्य श्रीभागवतानंद गुरु | Nigrahacharya
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श्रीमद्भागवत कथा | भाग छह | गुरसहायगंज, कन्नौज | निग्रहाचार्य श्रीभागवतानंद गुरु | Shrimadbhagavat Katha | Part Six | Gursahayganj, Kannauj | Nigrahacharya Shri Bhagavatananda Guru Like, Share, Subscribe www.shribhagavatananda.guru यदि आप इस प्रवाह पर उपलब्ध वक्तव्यों के बदले किसी प्रकार की आर्थिक सेवा निवेदित करना चाहते हैं तो आप निम्न विवरण पर अपनी इच्छानुसार धनराशि का भुगतान कर सकते हैं। If ...
निग्रहाचार्य के विवाह को लेकर हो गया विवाद ! स्वयं से अपने विवाह के मन्त्र क्यों पढ़े ? Nigrahacharya
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स्वामी निग्रहाचार्य के विवाह का विवादित वीडियो हुआ वायरल ! स्वयं के विवाह में स्वयं से ही क्यों पढ़े मन्त्र ? क्या पुरोहित के बिना ही निग्रहाचार्य ने स्वयं अपना विवाह कर लिया ? शास्त्रीय परम्परा से अनभिज्ञ जनों की मूर्खता से क्षुब्ध होकर निग्रहाचार्य श्रीभागवतानंद गुरु ने धर्मशास्त्रीय प्रमाणों के साथ सारे विषय और घटनाक्रम को स्पष्ट किया। Like, Share, Subscribe www.shribhagavatananda.guru यदि आप...
इन चार लोगों को भूल कर भी गीता का ज्ञान मत दो ! गीता जयन्ती पर स्वामी निग्रहाचार्य ने बताया रहस्य
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इन चार लोगों को भूल कर भी गीता का ज्ञान मत दो ! गीता जयन्ती पर स्वामी निग्रहाचार्य ने बताया रहस्य
श्रीमद्भागवत कथा | भाग पांच | गुरसहायगंज, कन्नौज | निग्रहाचार्य श्रीभागवतानंद गुरु | Nigrahacharya
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श्रीमद्भागवत कथा | भाग पांच | गुरसहायगंज, कन्नौज | निग्रहाचार्य श्रीभागवतानंद गुरु | Nigrahacharya
श्रीमद्भागवत कथा | भाग चार | गुरसहायगंज, कन्नौज | निग्रहाचार्य श्रीभागवतानंद गुरु | Nigrahacharya
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श्रीमद्भागवत कथा | भाग चार | गुरसहायगंज, कन्नौज | निग्रहाचार्य श्रीभागवतानंद गुरु | Nigrahacharya
श्रीमद्भागवत कथा | भाग तीन | गुरसहायगंज, कन्नौज | निग्रहाचार्य श्रीभागवतानंद गुरु | Nigrahacharya
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श्रीमद्भागवत कथा | भाग तीन | गुरसहायगंज, कन्नौज | निग्रहाचार्य श्रीभागवतानंद गुरु | Nigrahacharya
श्रीमद्भागवत कथा | भाग दो | गुरसहायगंज, कन्नौज | निग्रहाचार्य श्रीभागवतानंद गुरु | Nigrahacharya
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श्रीमद्भागवत कथा | भाग दो | गुरसहायगंज, कन्नौज | निग्रहाचार्य श्रीभागवतानंद गुरु | Nigrahacharya
श्रीमद्भागवत कथा | भाग एक | गुरसहायगंज, कन्नौज | निग्रहाचार्य श्रीभागवतानंद गुरु | Nigrahacharya
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श्रीमद्भागवत कथा | भाग एक | गुरसहायगंज, कन्नौज | निग्रहाचार्य श्रीभागवतानंद गुरु | Nigrahacharya
अद्भुत रामायण कथा ― पञ्चम भाग | वृन्दावन | निग्रहाचार्य | Adbhut Ramayan Katha | Nigrahacharya
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अद्भुत रामायण कथा ― पञ्चम भाग | वृन्दावन | निग्रहाचार्य | Adbhut Ramayan Katha | Nigrahacharya
स्वामी निग्रहाचार्य ने अपने विवाह के विषय में उठ रहे प्रश्न और भ्रमों का निवारण किया | Nigrahacharya
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स्वामी निग्रहाचार्य ने अपने विवाह के विषय में उठ रहे प्रश्न और भ्रमों का निवारण किया | Nigrahacharya
अद्भुत रामायण कथा ― चतुर्थ भाग | वृन्दावन | निग्रहाचार्य | Adbhut Ramayan Katha | Nigrahacharya
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अद्भुत रामायण कथा ― चतुर्थ भाग | वृन्दावन | निग्रहाचार्य | Adbhut Ramayan Katha | Nigrahacharya
अद्भुत रामायण कथा ― तृतीय भाग | वृन्दावन | निग्रहाचार्य | Adbhut Ramayan Katha | Nigrahacharya
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अद्भुत रामायण कथा ― तृतीय भाग | वृन्दावन | निग्रहाचार्य | Adbhut Ramayan Katha | Nigrahacharya
अद्भुत रामायण कथा ― द्वितीय भाग | वृन्दावन | निग्रहाचार्य | Adbhut Ramayan Katha | Nigrahacharya
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अद्भुत रामायण कथा ― द्वितीय भाग | वृन्दावन | निग्रहाचार्य | Adbhut Ramayan Katha | Nigrahacharya
अद्भुत रामायण कथा ― प्रथम भाग | वृन्दावन | निग्रहाचार्य | Adbhut Ramayan Katha | Nigrahacharya
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अद्भुत रामायण कथा ― प्रथम भाग | वृन्दावन | निग्रहाचार्य | Adbhut Ramayan Katha | Nigrahacharya
श्रीमद्भागवत कोई मनोरंजन का विषय नहीं, ब्रह्मविद्या है | आयोजक मर्यादा के अनुरूप रहें ― निग्रहाचार्य
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श्रीमद्भागवत कोई मनोरंजन का विषय नहीं, ब्रह्मविद्या है | आयोजक मर्यादा के अनुरूप रहें ― निग्रहाचार्य
गौमाता राष्ट्रमाता अभियान से सम्बद्ध वृन्दावन की धर्मसभा में स्वामी निग्रहाचार्य की उपस्थिति के अंश
Просмотров 28 тыс.Месяц назад
गौमाता राष्ट्रमाता अभियान से सम्बद्ध वृन्दावन की धर्मसभा में स्वामी निग्रहाचार्य की उपस्थिति के अंश
Old Video | Dark Secrets भगवान् कृष्ण की भक्ति के नाम पर घोर पाखण्ड करने वाले गिरोह से सावधान रहें !
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एक शंका है कृपया समाधान करे जब सीता जी ने हनुमान जी को को अष्ट सिद्धि नव निधि कीवरदान दियाउससे पहले ही हनुमान जी ने शरीर का आकार कैसे बढ़ाया और फिर कैसे समुद्र लंगन कियाउससे पहले तो वरदानदिया नहीं था
🙏पायस (Dashrathji & his wives) ,फल (Gokarna)देकर पुत्र प्राप्ति कैसे होती है? is it mantra?
Sankalp se hua h dono ko
Maharaj ji ap Bhagvan Dattatray ko siddha kyu kehete hai? Ve to sakshyat parabrahm parmeshvar hai. Koi siddha ya rishi nahi hai. Purano me sut ji ne narad ji ne bhi ye bataya hai.
🙏🙏
गुरुदेव🙏
Maharaj ji Radha Vallabh samprday ka varnan kin Shastra mein hai? Kripya karke bataiye?
क्या स्त्री वेद पढ़,, सुन,, सकती है,,,,,,,,,, ll,, है कोई जवाब तेरे पास,,,,, ll जवाब दे,,,,,,, तेरा शास्त्र ज्ञान अभी उजागर करता हूँ
क्या स्त्री वेद पढ़,, या,, सुन,, सकती है,,,,,,, बोल कबूतर
वाह गुरु जी । चेलिन शब्द का बहुत अच्छा प्रयोग किया हे । 😂
,, तेरे में दम है तो बता,,,क्या स्त्री को वेद पढ़ने का अधिकार है,, ll
तेरे में दम है तो एक प्रश्न का जवाब दे दे,,,,,,, """क्या स्त्री को वेद मंत्र,,, का अधिकार है क्या,,,,,
हर हर हर महादेव
तेरी माँ ने उस रात,,,, तेरे बाप को विरोध किया होता,,,,, तो इस टट्टी,, को देखना नहीं पड़ता,,,,,,
तेरा बहिष्कार,,,,, 😂😂,,,,,, टट्टी,, को संग्रह करने की परम्परा सनातन में नहीं है
सडियल
बहन के लोटे,,,,,, एक मोबाईल के आगे,, बक बक,,,,, कर के तुम अपनी महिमा तो तुम ऐसे बता रहें हो,, जैसे,,,,, धर्म को तुमनेही,,, उठा रखा है
ये,, पहाड़ पर माला,, तेरे बाप ने पहनाई क्या,,,
शाले,,,,, मुट्ठल,,,,,,,
बहन के टक्के,,,,,,, तुम पहाड़ो में छिप छिप कर,,केवल बक बक कर सकते हो,, ll,,,, तेरे, माँ बाप के संस्कार,,, दिखा रहा है तू
Narayan dharmdhwaj rakshak prabhu 🙏 Vivaah ke uprant laang lagane ka vidhaan suna hai acharyo se, aur aap to param shashtrnisth ho. Phir aap shri dwara bina kaanch lagaye dhoti dharan karne ka koi vishesh karan hai kya swamy? Aise hi prashn aaya mann mai, kripya nivaran karein.
श्रीमद नारायण।
भागवतानंद.गुरु.जी.निगहाचा र्य.श्री.मद्भगव द्गीता.के.11.1.छंद.भन्ग.दोष.है.एसा.मुझे.स्पष्ट.दोष.दृष्टिगोचर.होता.है.क्यों. कि.अनष्टुप.छंद.मे.16.अक्षर.होते.है.किंतु.उक्त.श्लोक. मे.17.अक्षर.है.क्या.अर्जुन व्याकरण.नहीं. जानता.था.शंका.समाधान.करें. मुझे.भगवान्.की.अहैतुकी.कृपा.से.गीता.18.अध्याय.कंठ स्थ.है.राधेश्याम.पाण्डेय. देवघर.
भागवतानंद.गुरु.जी.निगहाचा र्य.श्री.मद्भगव द्गीता.के.11.1.छंद.भन्ग.दोष.है.एसा.मुझे.स्पष्ट.दोष.दृष्टिगोचर.होता.है.क्यों. कि.अनष्टुप.छंद.मे.16.अक्षर.होते.है.किंतु.उक्त.श्लोक. मे.17.अक्षर.है.क्या.अर्जुन व्याकरण.नहीं. जानता.था.शंका.समाधान.करें. मुझे.भगवान्.की.अहैतुकी.कृपा.से.गीता.18.अध्याय.कंठ स्थ.है.राधेश्याम.पाण्डेय. देवघर.
Pranaam Swamiji 🙏 Aapse nivedan hai ki vibhinn Varna, Ashram, Jaati, Pad aadi vaale Sanaatan Dharmi vyakti ko kisi Mlechh ke saath kaise aur kitne ansh me vyavhaar karna chahiye, is vishay par ek Deergh vaktavya nirgat kare. Is tarah ke video se saare secularwaadi bhramit logo ko baat samajh aa jayegi. Narayan 🙏
दिव्य वचन व्यास जी ।प्रणाम जी
Jai siya raam vandan apako maharaj 😊
Dhoort
He mahraj shakti putra mahraj ke bare me video dalne ki kripa kare
बहुत सुन्दर सत्य वचन महाराज जी 🙏
Namo narayan prabu❤
गुरुजी जन्म के समय आयु निर्धारित होती है तो क्या उस जन्म के कर्म फल के परिणाम से आयु घट या बढ़ सकती है?
धन्यवाद
Maharaj ji durga shaptashati pouranik granth h par shankar peeth se shudra stri k liye shaptashati path ka nisedh kiya jata h par hamare banga pradesh k shakta sampraday mae navarna mantra diksha k paschat srti shudra ko bhi shaptashati path ka adhikar de diya jata h isme kinki baat sahi h kaise pata kare kripya margdarshan kaariye🙏
धर्मदास जी को मिले कबीर परमात्माआज मोहे दर्शन दियो जी कबीर।। टेक।। सत्यलोक से चल कर आए, काटन जम की जंजीर। ।1।। थारे दर्शन से म्हारे पाप कटत हैं, निर्मल होवे जी शरीर।।2।। अमृत भोजन म्हारे सतगुरु जीमें, शब्द दूध की खीर।।3।। हिन्दू के तुम देव कहाये, मुस्लमान के पीर। 14।। दोनों दीन का झगड़ा छिड़ गया, टोहे ना पाये शरीर। ।5।। धर्मदास की अर्ज गोसाई, बेड़ा लंचाईयो परले तीर। 16।। रहे नल नील जतन कर हार, तब सतगुरू से करी पुकार। जा सत रेखा लिखी अपार, सिन्धु पर शिला तिराने वाले। धन-धन सतगुरु सत कबीर, भक्त की पीर मिटाने वाले। कबीर सागर में अमर मूल बोध सागर पृष्ठ 265 तब कबीर अस कहेवे लीन्हा, ज्ञानभेद सकल कह दीन्हा।। धर्मदास में कहो बिचारी, जिहिते निबह सब संसारी।। प्रथमहि शिष्य होय जो आई, ता कह पान देहु तुम भाई। ।1।। जब देखहु तुम द्रढ़ता ज्ञाना, ता कहें कहहू शब्द प्रवाना। 1211 शब्द मांहि जब निश्चय आवै, ता कह ज्ञान अगाध सुनावै।।3।। तहाँ वहाँ लीन भए निरवानी, मगन रूप साहेब सैलानी।। (1) तहीं वहाँ रोवत है धर्मनी नागर, कहाँ गए मेरे सुख के सागर।। (2) हम जाने तुम देह स्वरूपा, हमरी बुद्धि अन्ध गहर कूपा।। (3) हम तो मानुष रूप तुम जाना, सुन सतगुरू कहीं किया पीयाना।। (4) कल्प करें और मन में रोवै, दर्शा दिशा को वह मग जीवे।। (5) बेगी मिलो करहूँ अपघाता, मैं ना जीऊँ सुनो विधाता ।। (6) तुम सतगुरु अविगत अधिकारी, में नहीं जानी लीला थारी। (7) तुम अविगत अविनाशी सांई, फिर मोकूं कहीं मिलो गोसाई। (8) ऐसा वियोग हुआ हम सेती, जैसी निर्धन की लुटजा खेती। (9) बेग मिलो कर हूँ अपघाता, मैं ना जीयूँ सुनो विधाता। (10) तुम सतगुरु अविगत अधिकारी, में नहीं जानी लीला थारी। तुम अविगत अविनाशी सांई, फिर मोकूं कहाँ मिलो गोसाई। ऐसा वियोग हुआ हम सेती, जैसी निर्धन की लुटजा खेती। बेग मिलो कर हूँ अपघाता, मैं ना जीयूँ सुनो विधाता।
कौन तुम्हारी जाति कहां से आए स्वामी। पुर्छ पुरुष कबीर धनी साहिब निःकामी।। राम कष्ण कोट्यो गए धनी एक का एक। जिन्द कह धर्मदास से पूछो ज्ञान विवेक।। जठर अग्नि से राखे साख सुर्नी धर्मदासा। तजि पत्थर की पूजा छोड यह बोदी आशा।। जाका करो विचार सकल जिन सष्टी रवाई। वार-पार नहीं कोय बोलत सब घट मांही ।। हम उत्तरे त्व काज शुन्य से किया पियाना। शब्द रूप धरि देह समझ बानी सुर ज्ञाना।। बेद कलेब न जाको पार्वे, अठारह पुराण कथा नित गांयें। सनक सनन्दन ब्रह्म थाके, अनन्त कोटि शंकर पद भाखे ।। निर्णय किन्हें न किन्हा भाई, कोटि विष्णु गए दुनि रचाई। चतुर्भुजि नहीं अष्ट-अनादं, संहज भुजा कोए जाने साधम। शब्द-शब्द रहगा भाई, दुनी सष्टी सब प्रलय जाई। संख भूजा पर संख स्थूलं, जाका उर्धव विमानं झूलें। चलसी (नष्ट हो जाऐगें) स्वर्ग पाताल समूलं, चलसी चन्द्र सूर दो फूलं। जो आरम्भ चले धर्मदासा, पिण्ड प्राण चलसी घट श्वासा। इन्द्र कुबेर वरूण, धर्मराजा, ब्रह्मा, विष्णु, शिव चलै सब साजा। चले आदि माया ब्रह्म ज्ञानी, हम नहीं चलें जो पद प्रवानी।। अक्षर रूप रहे नहीं कोई, जिन एती लीला समोई। परम अक्षर है रूप हमारा, हम नहीं चलें चलै संसारा। कबीर, धर्मदास तोहे लाख दोहाई, सार शब्द कभी बाहर न जाई।। सार शब्द बाहर जो पड़ही। बिचली पीढ़ी हंस न तरही। फिर कहा है किरू धर्मदास तोहे लाख दुहाई। सार ज्ञान कभी बाहर ना जाई। सार ज्ञान बाहर जो परही। बिचली पीढ़ी हंस नहीं तिरही।
मलूक दास जी को मिले कबीर परमात्मा आदरणीय मलूक दास साहेब जी कविर्देव के साक्षी - 42 वर्ष की आयु में श्री मलूक दास साहेब जी को पूर्ण परमात्मा मिले तथा दो दिन तक श्री मलूक दास जी अचेत रहे। फिर निम्न वाणी उच्चारण की। जपो रे मन सतगुरु नाम कबीर।। टेक ।। जपो रे मन परमेश्वर नाम कबीर। एक समय गुरु बंसी बजाई कालंद्री के तीर। सुर-नर मुनि थक गए, रूक गया दरिया नीर।। काँशी तज गुरु मगहर आये, दोनों दीन के पीर। कोई गाढ़े कोई अग्नि जरावै, ढूंडा न पाया शरीर। चार दाग से सतगुरु न्यारा, अजरो अमर शरीर। दास मलूक सलूक कहत हैं, खोजो खसम कबीर।।
संत दादूदास जी को मिले कबीर परमात्मा आदरणीय दादू साहेब जी जब सात वर्ष के बालक थे तब पूर्ण परमात्मा जिंदा महात्मा के रूप में मिले तथा सत्यलोक ले गए। तीन दिन तक दादू जी बेहोश रहे। होश में आने के पश्चात् परमेश्वर की महिमा की आँखों देखी बहुत-सी अमृतवाणी उच्चारण की : जिन मोकुं निज नाम दिया, सोइ सतगुरु हमार। दादू दूसरा कोई नहीं, कबीर सृजन हार ।। दादू नाम कबीर की, जै कोई लेवे ओट। उनको कबहू लागे नहीं, काल बज्र की चोट ।। दादू नाम कबीर का, सुनकर कांपे काल। नाम भरोसे जो नर चले, होवे न बंका बाल ।। जो जो शरण कबीर के, तरगए अनन्त अपार। दादू गुण कीता कहे, कहत न आवै पार।। कबीर कर्ता आप है, दूजा नाहिं कोय। दादू पूरन जगत को, भक्ति दृढावत सोय ।। ठेका पूरन होय जब, सब कोई तजै शरीर। दादू काल गॅजे नहीं, जपै जो नाम कबीर ।। आदमी की आयु घटै, तब यम घेरे आय। सुमिरन किया कबीर का, दादू लिया बचाय ।। मेटि दिया अपराध सब, आय मिले छनमाँह। दादू संग ले चले, कबीर चरण की छांह।। सेवक देव निज चरण का, दादू अपना जान। भृंगी सत्य कबीर ने, कीन्हा आप समान ।। दादू अन्तरगत सदा, छिन छिन सुमिरन ध्यान। वारु नाम कबीर पर, पल-पल मेरा प्रान।। सुन-2 साखी कबीर की, काल नवावै माथ। धन्य-धन्य हो तिन लोक में, दादू जोड़े हाथ ।। केहरि नाम कबीर का, विषम काल गज राज। दादू भजन प्रतापते, भागे सुनत आवाज ।। पल एक नाम कबीर का, दादू मनचित लाय। हस्ती के अश्वार को, श्वान काल नहीं खाय ।। सुमरत नाम कबीर का, कटे काल की पीर। दादू दिन दिन ऊँचे, परमानन्द सुख सीर ।। दादू नाम कबीर की. जो कोई लेवे ओट। तिनको कबहुं ना लगई, काल बज्ज की चोट ।। और संत सब कूप हैं, केते झरिता नीर। दादू अगम अपार है, दरिया सत्य कबीर ।। अबही तेरी सब मिटै, जन्म मरन की पीर। स्वांस उस्वांस सुमिरले, दादू नाम कबीर ।। कोई सर्गुन में रीझ रहा, कोई निर्गुण ठहराय। दादू गति कबीर की, मोते कही न जाय ।। जिन मोकुं निज नाम दिया, सोइ सतगुरु हमार। दादू दूसरा कोई नहीं, कबीर सृजन हार ।।
गरीब, सतगुरु के लक्षण कहूँ, मधुरे बैन बिनोद। चार बेद षट् शास्त्र, कह अठारह बोध ।। गुरु के लक्षण चार बखाना, प्रथम वेद शास्त्र को ज्ञाना।। दुजे हरि भक्ति मन कर्म बानि, तीजे समदृष्टि करि जानी।। चौथे वेद विधि सब कर्मा, ये चार गुरू गुण जानों मर्मा ।। सरलार्थ :- कबीर परमेश्वर जी ने कहा है कि जो सच्चा गुरू होगा, उसके चार मुख्य लक्षण होते हैं:- 1. सब वेद तथा शास्त्रों को वह ठीक से जानता है। • दूसरे वह स्वयं भी भक्ति मन-कर्म-वचन से करता है अर्थात् उसकी कथनी और करनी में कोई अन्तर नहीं होता। तीसरा लक्षण यह है कि वह सर्व अनुयाईयों से समान व्यवहार करता है, भेदभाव नहीं रखता। ● चौथा लक्षण यह है कि वह सर्व भक्ति कर्म वेदों (चार वेद तो सर्व जानते हैं 1. ऋग्वेद, 2. यजुर्वेद, 3. सामवेद, 4. अथर्ववेद तथा पाँचवां वेद सूक्ष्मवेद है, इन सर्व वेदों) के अनुसार करता और कराता है।
महाराज श्री प्रणाम 🌺🌻🙏🙏🌹🌺
जाकी रही भावना जैसी, प्रभु मूरत देखी तीन्ह तैसी आपको सबमें बुराई ही दिखती हैं।
आप गुरुदेव भगवान का बचन बहुत सुन्दर है बागेश्वर धाम बागेश्वर धाम का बिरोध नही करै हनुमान जी है है है❤❤❤❤❤❤
Jai shree ram Guru ji kya ek student durga sapsathi ka nitya path kr skte hain Mai 16 saal ka brahmn varn se hun Kripya is visya me koi video bnaye
Guru se sikhne ke baad maro sudhh uchharan aana chahiye aur janeu hua hai ki nhi ye batao apne se ulta sidha nhi krna
Jai ShreeRam ! Bahut bahut aabhaar Aacharyji anek prashnon ka convincing uttar deneka . Main khud yeh sub manta tha hi aptu inka vyavsthit justification aap shree se prapt hua ; bada santosh hua and sakoon mila . Parnam , parnam ,parnam sweekaar keejiyega ji . Jai jai ShreeRam .
Tum suhag rat manaw bibi ke sat
Apni maa behn ko bol
Mlechh durbudhhi avashy naash hoga tera
धीरेंद्र शास्त्री जी हिंदू लड़कीयों का विवाह मुस्लिम लड़के से कराने की मध्यस्ता का काम कर रहे हैं.. हिंदू एकता और सनातन का कल्याण यैसे कैसे होगा..... (रजत शर्मा की अदालत में किसी को दोषी नहीं पाया जाता है.. 🙏)
श्रीमन्नारायण गुरुजी
धन्य हो
जय हो भगवन
श्रीमान् जी! यदि रजस्वला स्त्री आदि के स्पर्शादि से मन्दिरों के देव विग्रह का तेज चला जाता है तो क्या काशीविश्वनाथ जी एवं श्रीमहाकालेश्वर आदि प्रसिद्ध दिव्य मन्दिरों में तो अनेकों लोग विग्रहस्पर्श करते हैं तो क्या उनका भी ...... ?
गुरु जी क्या भगवन परशुराम ने भूमण्डल को समस्त क्षत्रियों से विहीन किया या अधर्मी राजाओं को ही मारा? मैंने 2-3 स्थानों में पढ़ा कि पृथ्वी क्षत्रिय विहीन कर दी थी और महाभारत में क्षत्रिय वंश पुनः वृद्धि का प्रसंग आता है क्या परशुराम भगवान गर्भ के बच्चे को भी मार देते थे? आपको कोटि कोटि प्रणाम🙏🚩 जय भगवान परशुराम🏹 जय श्री राम🚩