शिक्षकों को राहत की उम्मीद नहीं तमिलनाडु माँडल ने सरकार को विचार बदलने पर किया विवश
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- Опубликовано: 18 сен 2024
- #TimesofSwaraj #SantoshSinghBihar राज्य सरकार तमिलनाडु माँडल को कुछ सुधार के साथ शतप्रतिशत लागू करने का निर्णय लिया है इस सप्ताह के अंत में कमिटी के सभी सदस्य लौट रहे हैं उसके बाद सीएम की अध्यक्षता में बड़ी बैठक आय़ोजित करने का निर्णय लिया गया है जिसमें अंतिम तौर पर मोहर लगेगा
यहां कोई मॉडल नहीं सफल होगा। क्योंकि ऊपर से नीचे तक और समाज सभी crupt h
आप ही न बोलते थे कि bpsc परीक्षा में बहुत फर्जीवाड़ा हुआ है क्या हुआ उसका? आप एक दिन यह कहियेगा की बिहार में जितना पुल गिरा है वह भी मास्टर साहब ने गिरवा दिया। ये नहीं बोलियेगा की मोटा कमीशन बैक डोर से नेता जी के पास पहुँच जाता है। तो पूल गिरेगा नही तो 100 साल खड़ा रहेगा।
Payment aa gya hai ab ab sab thik hai
संतोष जी,,सर्व प्रथम मैं आपसे यही बात कहना चाहूंगा की आप शिक्षकों को कोसना बंद कर दें,,,
मुझे कोई भी व्यक्ति यह बता दे की जब बिहार सरकार कोरोना काल में पूरे बिहार को घर में बंद कर सकती है तो क्या बिहार सरकार शिक्षा विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों द्वारा व्याप्त भ्रष्टाचार पे लगाम क्यों नहीं लगा सकती,,,,दूसरी बात की जब बिहार में नीतीश जी की सरकार बनी थी तो मुखिया जी को पावर दिया गया शिक्षक बहाल करने के लिए,, उस समय सरकार के संरक्षण पे ही मुखिया के द्वारा ही शिक्षक भर्ती किया गया,,,मुखिया सिपाही बनने वाले अभयर्थियों को शिक्षक बना दिए और सरकार सिपाही भर्ती में क्वालिफिकेशन इंटर पास कर के शिक्षक बनाने वाले अभ्यर्थियों को सिपाही बनाने लगी,,,,और आप और सरकार बार बार शिक्षकों को दोषी बना रहे हैं,,,आप सरकार और उसके नीतियों को एक बार भी दोषपूर्ण क्यों नहीं बता रहे हैं,,,,
और इस ग्रुप में जिनको ये लगता है की बिहार के शिक्षक दोषी हैं वो मुझसे इस मुद्दे पर वाद विवाद कर सकते हैं,,,वैसे मैं शिक्षक नहीं हूं,,और मैं अपने गुरुजनों की कद्र करता हूं,,,मैने उनका तकलीफ देखा है,,,
धन्यवाद,,,
True
Bhut sahi bol rahe hai
Minister or officer ko honest hona hoga tabhi koi model Safal hoga or ye 100% sach hai
Shikshak ko kosna band karo shikshak chor hai aur afsar imandar.
Sabse pahle BPSC WALE teacher ka transfer hona chahiye. ...uspar hi baat kijiye. ..2025 mein kursi kumar kahin k nhi rahenge. ....
इसके डोगरा नीति के वजह से ही इसको चैनल वालों ने नौकरी से निकाल दिया है
Such sunne me bura lag raha hai😂😂😂
Ab kaun sa Pariksha lijiyega UPSC kya
क्यों बिहार का IAS नाकाबिल है तभी तो दूसरे राज्य अध्ययन के लिए जाते हैं l दूसरे राज्य वाले बिहार क्यों नहीं आते
और उस IAS को अभी के गुरुजी ने पढ़ाया भी नहीं है तो वो इतने निकम्मे कैसे हो गए?
हाय रे बिहार का शिक्षा विभाग यहाँ तो प्रत्येक साल नियमावली ही बनता है। और सारा दोष शिक्षक को दे दिया जाता है।
सब कुछ स्वीकार है लेकिन सुविधा और सैलरी भी उसी राज्य का अपनाना चाहिए सरकार को।
Bas padhai bihar ke jaisa ho
@@cavendis3423 पदाधिकारी और मीडिया भी जंगली शहद की तरह शुद्ध हो सिर्फ एक वर्ग के अच्छे हो जाने से अपने आप को कोई बचा नहीं सकते है।
Ye news kam chaplusi zyada karte hai ek bat ko ek ghante me bolte hai
संतोष भैया आज भी सभी बच्चो को पुस्तक उपलब्ध नही है।
Sikshak k elawa koi bhibhag dikhta h aapko ki nhi ....
तमिलनाडू में शिक्षकों को जो वेतन मिलता है वही वेतन बिहार में भी मिलना चाहिए
Padhana to hai nahi bass bahana or vetan ka fikr hai hamare guru ji haatttt mastarwa sb ko😂😂😂😂😂
@@nishantshaigal5622Berojgaro ko bolna mana hai..
Aur teacher ki quality kaisi ha savi jante ha.
Bail@@arbindkumarsingh1551
Teacher ki quality bhi to hona chahiye
Bpsc पास करने के बाद v योग्यता नहीं
अब क्या करे? , सारा योग्यता खाली आपके बकवास में ही है
भाई इसके दिमाग में बवासीर है
आप पत्रकारिता कम सरकार की चमचागिरी ज्यादा करते हैं।
Bilkul 😂
100/
Bilkul sahi baat
यदि बिहार तमिलनाडु से 20,25 से पिछड़ रही है तो इसका कारण सिर्फ सिर्फ सुशासन बाबू है और उनके अधिकारी है
Bihar के पिछड़ेपन में सबसे बड़ा योगदान आप जैसे पत्रकारों का है😊
Such sunne me bura lag raha hai master sahab ko😂😂😂😂😂
@@nishantshaigal5622 ये भी सच ही बोल रहे हैं।
@@nishantshaigal5622लगता है इसके गोतिया का मास्टर में बहाली हो गया है लेकिन इसका नहीं हो पाया तभी खुन्नस निकाल रहा है😂😂😂😂
@@abdulmoid4628 master sahab kya dusre grah se aate hai
सुनने का आदत डालिए
Brp जो बहाल है mdm का वह घूसखोर है
उसको पकड़ो
मैं सोचता था कि आप की पत्रकारिता उत्कृष्ट कोटि की है किंतु आपने शिक्षकों की योग्यता पर प्रश्नचिन्ह खड़ा किया वह निदंनीय है । आप शायद सार्टिफिकेट लाओ नौकरी पाओ वाले योग्य शिक्षक से एक बार मिल लेते तो आँखों पर शिक्षक विरोधी चश्मा जो लगा रखा है उसे उतार देते । ये जिस सरकार की बात कर रहे है उन्हें शिक्षा देना नही शिक्षा पर राजनीति करनी है ।14 साल की सेवा मे यही देखा कि जितना प्रयोग शिक्षकों पे हुआ है अगर उसका 1%भी राजनेताओं पर कर लेते तो राज्य की दशा और दिशा दोनो बदल जाती । 6000 रुपए मासिक वेतन जिसका भुगतान अर्धवार्षिक होता था उस स्थिति मे घर से 35 K M दूर विद्यालय होने पर भी गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा जरूर दी थी । कृपया शिक्षकों के इस त्याग का तो सम्मान करिये ।
Govt school ke teacher ke bache khud kahte hai ki papa ko nahi aata hai....
जो उसमें शामिल नहीं है । उसे क्यों परेशान कर रहे हैं । आपके जैसे गलत आदमी और अभिमानी से कोई उम्मीद भी नहीं है ।
तमिलनाडु को ही क्यों चुना गया ??
केंद्रीय विद्यालय संगठन को क्यों नहीं चुना गया 😅😅
दिल्ली माडल क्यों नही लागू करती है बिहार सरकार
दिल्ली में सबसे पहले केजरीवाल ने ऐच्छिक स्थानांतरण दिया ताकि मानसिक रूप से स्वस्थ होकर काम करे फिर काम लिया शिक्षकों से
फिर और चीजों को सुधारा मध्यान्ह भोजन शिक्षण कार्य वेतन वगैरह
आज उदाहरण दिया जाता है दिल्ली के सरकारी स्कूलों का
खाली बकबास करते हैं। तुमसे ज्यादा योग्यता है। 10% सभी विभाग में है संतोष जी। आप पूरे कॉम को उल्टा सीधा मत बोलिए। पूरे शिक्षक में 60 हजार को छोड़कर सभी टीचर tet,stet और bpse पास है ।
Aap me kitna quality hai ye pata chal rha h bpsc ko bpse likh rhe ho
Bpse nahi bpsc
Bpsc ko bpse लिखकर एक स्वतंत्र पत्रकार को तुम शब्द का प्रयोग करता है शर्म करो।तुक्का मार के Bpsc पास किया है क्या ???
Mere yaha jo bpsc ke math ke teacher aaye hai+2 me unko ncert ka math nahi aata hai....bolte hai ki aaj padh ke nahi aaye hai Kal aayenge to padhayenge..
यहां का समाज भी देखिये। सिर्फ teacher ke पढ़ाने से नहीं होगा बच्चा ka ध्यान माता पिता को भी देना होगा। । तभी सीखेगा। ।।।।।
मोटा माल मिला है या गाली सुनने को मिला होगा । उसी का असर है बाबू
😂😂😂😂😂😂
संतोष जी तमिलनाडु में जाकर अफसरों ने भ्रष्टाचार अफसरशाही पर क्या रीपोर्ट सौंपा। बिहार में अफसरों घोर भ्रष्टाचार हो रहा है ।
कभी दिल्ली माॅडल तो कभी तमिलनाडू माॅडल तो बहाना है। नियोजित शिक्षको को बीच मझधार मे लटकाना है। परेशान करना है।सरकार शिक्षको को दोयम दर्जा का समझती है। जब जो मन करे नया नियम बना दो। ये लोग कुछ नही कर सकते।
पिछड़ते गए इस केलिए जिम्मेदार, पदाधिकारियों द्वारा बनाई गई लूट खसोट वाली योजनाएं हैं। जहां शिक्षकों को पढ़ाई से ज्यादा अन्य कामों में लगा दिया जाता है।
Salary denge chaprasi wala..aur teaching chie England wala
😂
बिहार में बड़े बड़े बात करने वाले पहले ईमानदार बने उसके बाद शिक्षक से कोई अपेक्षा रखें
जिस राज्य में प्रतिभा का सम्मान नहीं होता उसका यही हाल होता है ।नीतीश कुमार को प्रतिभा से नफरत है अन्यथा बिहार की शिक्षा व्यवस्था 2012के बाद सुधारा जा सकता था लेकिन इनके होनहार आईएएस ने tet शिक्षको को न केवल 6000, 9000रुपए प्रतिमाह पर नियोजित कर दिया बल्कि नियम बनाकर उसके पैरों में जंजीर डाल दिया और आगे बढ़ने के तमाम रास्ते बंद कर दिए।यदि शिक्षा में सुधार लाना है तो किसी अमानवीय,अव्यवहारिक और कड़क आईएएस की जरूरत नहीं है बल्कि एक ईमानदार प्रधान शिक्षक की जरूरत है जो आर्थिक और मानसिक दोनों रूप से मजबूत हो ,90%सुधार की गारंटी है
सबसे खराब हालत 2011 के TET शिक्षकों की है. उसके हित की बात कोई नहीं करता है जबकि सबसे ज्यादा योग्य अभ्यर्थी उसी दौर में बहाल हुए.
@@ravirajan8740सहमत है
दोपहर वाली भोजन बंद हो पढ़ाई नहीं हो पाता है। बच्चे खाकर भाग आते है।
😂
Sahi bol rahe hai
mdm hatyo tension hi mdm se teacher ko free for mdm teacher
योग्यता की तो बात ही मत कीजिए बीएड इंट्रेंस+ २साल b.ed+ctet+stet+bpsc pass kr k teacher Bane h , agar इसमें भी डाउट h to aapse he योग्यता पर डीवेट हो जाए
Bilkul
जब बिहार की शिक्षा व्यवस्था आगे बढ़ रही थी तो उस समय क्या सरकार क्या शिक्षकों को इसी तरह प्रताड़ित कर रही थी? कोई मॉडल किताबों मे लागू सरकार कर सकती है परंतु वह माडल धरातल पर शिक्षकों के सम्मान पर ही उतरेगी.. शिक्षकों को प्रताड़ित कर कोई मॉडल का फलाफल प्राप्त नहीं हो सकता.
सर्टिफिकेट लाओ नौकरी पाओ से तो नितीश ने ही शिक्षा का बंटाधार किया और अब दोषी शिक्षक हो गए l
Aapko kya lagta hai Kuch questions 2-4 month padhai karke GK, current affairs, reasoning , language, subjects ke solve kar dene se quality waale teachers mil jaayenge.
यही चक्कर मे कुछ दिन में सरकार ही बदल जायेगा
आप राजनीति ज्वाइन कीजिए। प्रशांत किशोर जी आपको बुला रहे हैं।
नेता और नौकरी वाले के भी सभी बच्चे सरकारी स्कूल में पढ़े
सरकार बदलिए सबकुछ बदल जाएगा,ई सरकार को शिक्षा से कोई लेना-देना नहीं है, कुर्सी कुमार कुर्सी पकड़े हुए है,इसका नियत साफ़ नहीं है, शिक्षा के प्रति,
ई पत्रकरवा बौरहवा हैं कभी कुछ कभी कुछ बोलता हैं। सरकारी चमचा
😮 बच्चों में फेल होने का डर खत्म , शैक्षणिक स्तर ख़त्म, प्रोनन्ति से विद्यार्थियों का स्तर गिरते गया है ।
100% सही-सलामत कहन और वह भी पुन्पुरूषत्व से ; आपके विडिओ मे से निरपेक्ष संवादन का ये मेरे वास्ते पहला । हौसलाअफजाई। पटना से एक वरिष्ठ नागरिक सुरेंद्र बिस्मिल
इस सरकार को और उसके समर्थकों को भी हमलोग तमिलनाडु ही भेज देंगे । ये मेरा स्क्रीन शाॅट रख लिजिए।
बड़ा जल्दी पलट गया रे, तुमको भी लगता है कि सरकार ने चटाया है कुछ, चाटो मजे ले कर के
तमिलनाडु वाले सुविधा जबतक शिक्षक को नहीं देंगे तबतक वही ढाक के तीन पात!
आप जैसा बोल रहे हैं और जितना बोल रहे हैं वैसा कैरेक्टर आपका है आपका कैरेक्टर बिल्कुल वैसा नहीं है। आप खुद पालटु नीतीश कुमार के चमचे चाटुकार बने हुए हैं।
शिक्षक वेतन की बात कर दिया तो आपके पेट में दर्द होने लगा।
मुझे तो समझ में आ रहा है कि आपको एमएलसी बनाया जाएगा इसीलिए आप चैटिंग करी कर रहे हैं लेकिन आपका कैरेक्टर एमएलसी बनने लायक भी नहीं आप कहीं के नहीं हैं। अपना मुंह आज घर में जाकर आईने में अच्छे तरीके से देखिए गा कितना गंदा हो गया ।
मुंह का टेढ़ा क्यों दिख रहा है।
विद्यार्थी का बैग बेचकर पाठक खा गया।
शिक्षक को बोरा बचने के लिए कहा जाता है आपका वफादारी और पत्रकारिता कहां चला जाता है ?
शिक्षक का जब काम हो जाए सब्जी केला अंडा ढोकर मार्केट से ले जाकर मध्यान्ह भोजन बनाकर बच्चों को खिलाना ,तो उनसे आप मजदूर की तरह ही उम्मीद कर सकते हैं शिक्षक की तरह उम्मीद नहीं करें। नीतीश कुमार के राज्य में ही यह स्कूल बनकर तैयार हुआ है जाकर देखिए विद्यालय की छत क्यों टपक रहा है।
नीतीश कुमार नियमित शिक्षक के विषय में बोले थे कि यह डाइंग कैडर हैं तो फिर बीएससी से बहाली कैसे हो गया समझ में कुछ आ रहा है पत्रकारिता करते हैं।
आपके अंदर जरा भी चरित्र बचा हुआ है तो आज से चाटुकारिता करना बंद कर दें।
रसोईया कर्मचारी को 1800 में काम करवाया जा रहा है आपके मुंह में नीतीश कुमार कुछ डाल दिए हैं क्या?
हमने कई हेडमास्टर से मुलाकात किया है उन्होंने कहा कि पांच रुपैया में अंडा कहां मिलता है कहां से खिलाया जाए।
एमडीएम संसाधन सेवी स्कूल में चावल उतरते वक्त दो बोरी काम चावल देकर जाती है।
ऊपर का कोई भी पदाधिकारी आता है तो 36 प्रकार का रजिस्टर दे दिया है उसे रजिस्टर को तैयार करने में कोई भी सक्षम नहीं है क्या हेड मास्टर को क्लर्क बना दिया है आप लोगों ने। इस पर आप सवाल क्यों नहीं?
Ye Ghar me baithkar kisi aur ki kamai per aish kar rahe hain,isliye inko kisi baat ka gyan nhi hai,Sara reporting phone par jankari ke aadhar par karte hai.inko abhi ye pata nahi ki sakshamta ke exam ka kya level hai.inse poochha jayega to pass bhi nhi kar payenge
@@neelmanikumar3362 बिल्कुल सही
सर्टिफिकेट लाओ नौकरी पाओ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की बात करो
इस कैडर को सीमाओं में बंधना था लेकिन इनकी सैलरी tet/stet से चयनित शिक्षकों से भी अधिक है और इन्हें वरीयता भी हासिल है
Crime karo neta bno ,uska kya ?🤣
Kaahe tum certificate nhi dikha paaye the ka??
Nitish Kumar ko sharam aana chahiye Bihar ke shiksha ko jitna barbaad Nitish Kumar ne kiya hain, utna kisi ne nahi kiya hai
गांव में अनपढ 50% महटर दिया मुखिया जी की कृपा से। शिक्षा से मतलब नही ।
कुकर्मी नीतीश ने योग्य को नौकरी नहीं दिया ।धुस लेकर अयोग्य शिक्षकों की बहाली करबाया है ।
Agree
संतोष जी आपसे यह उम्मीद नहीं था इधर उधर की बातें कर सरकार को बचाने का प्रयास करेंगे होरिजेंटल आरक्षण और वर्टिकल आरक्षण संवैधानिक ढांचा में किस रूप दिया जाता है इस पर आप क्यों नहीं चर्चा करते हैं क्या डर सता रहा है बिहार सरकार और यूट्यूब लोगों और सरकार का जो गठजोड़ है होरिजेंटल ओर वर्टिकल पर साफ दिख रहा है की बिहार के जनता को मूर्खबना रहे हो
मतलब की जो बिहार सरकार आज तक 85% रिजल्ट मैट्रिक इंटर में दिया वो सब बेकार ही था तो सरकार को माफी मांगना चाहिए
आज आपने निराश कर दिया । आपसे इस तरह की विवेचना की उम्मीद नहीं थी। कुछ लोगों की वजह से पूरे शिक्षक समाज को एक ही घटनी में लपेट कर चल दिए, यह निराशाजनक है।
Teacher ke facility पर सबसे ज्यादा दर्द और जलन आप को ही है
इस आदमी के दिमाग में बवासीर है
चरित्र की बात आपने किया, यह आप लोगो की देन है। हम जैसे शिक्षक के सामने किसी गाँव के लोग किसी शिक्षक पर अंगुली नहीं उठा पाते बल्कि मेरे सवाल से गांव वाले शर्मिंदा हो जाते हैं और भागने लगते हैं।
अगर आपमें दम है स्कूल का सही समस्या और कम से कम सही शिक्षको का आवाज उठाइये जो चाह कर भी पढ़ाई नहीं करवा पाते क्योंकि सरकार यह दिखावा करती है लेकिन वह स्वयं पढ़ाई नहीं चाहता है और इस काम में आपलोग सरकार का भरपूर साथ देते हैं। कभी डिबेट हमसे कीजिये चैनल पर।
सरकार कुछ भी कर ले अंतिम में बिहारी मॉडल ही काम आएगा
तमिल नाडु और बिहार में बहुत दूरी का अंतर है। सबका भौगोलिक स्थिति बहुत ही अलग है।
बिहार का जनता अपने बच्चों को free वाला एजुकेशन चाहता है पर उम्मीद करता है अच्छा एजुकेशन देने वाला टीचर कम वेतन में मिले
नमस्कार संतोष जी ,तामिलनाडु माडल का स्वागत है,इसकी सफलता व सहयोग के लिए कुछेक को छोर दी जाए तो सभी शिक्षक तैयार ही हैं, पदाधिकारी अगर सहयोग करें तो सफलता 100% प्राप्त की जा सकती हैं।🎉
मध्याह्न भोजन से हेडमास्टर और शिक्षक को हटा दीजिए
Aaj aapne teacher ko sahi Aina dikhaya. Unbiased Journalism
Sir वहां का मॉडल govt लागू करे ।सरकार को क्या परिशानी हैं लागू करने में ।
शिक्षा में सुधार करने के लिए ही केके पाठक को लाया गया था। लेकिन नितिश कुमार ने अपना वाहवाही लूटकर उन्हें हटा दिया। सरकार को शिक्षा में सुधार से मतलब नहीं था बल्कि पब्लिक को दिग्भ्रमित कर वोट लेना है।
रे तुम पत्रकार के चरित्र का पहले बखान करो
Mdm को विद्यालय से अलग कर दे... इसे 100% एजेंसी को सरकार देदे!!फिर बिहार मॉडल को दूसरे राज्य फ़ॉलो करेंगे :::!!🙏
मतलब आपके अनुसार बिहार के शिछा व्यवस्था के लिए शिछक ही जिम्मेदार है
ये जितना भी बोले है वो शिक्षक के कार्य पर न बोल कर राजनीति, नौकरी, जाति,धर्म, और चरित्र पर बोल गए । धन्य हो प्रभु जी
BIHAR ME MASTERWA KO FREE ME SALARY CHAHIYE😂😂😂😂😂😂.
बिहार का जनता अपने बच्चों को free वाला एजुकेशन चाहता है पर उम्मीद करता है अच्छा एजुकेशन देने वाला टीचर मिले
बिहार के शिक्षक को डुबा दिए
तो
बिहार विकास कहां से करेगा
बिहार सरकार को शिक्षा पद्धति में सुधार करने के लिए दिल्ली उत्तर प्रदेश केरल राज्यों का अध्ययन कर शिक्षा व्यवस्था का एक सुव्यवस्थित ढांचा बनाना चाहिए एवं शिक्षकों को दिल्ली सरकार एवं उत्तर प्रदेश सरकार जैसी सैलरी देना चाहिए
Sab ka bat tu mat karo 2011-2012 me tet,stet pass Kiya usme se hajaro candidate berojgar kahi per coching padaker gujara ker raha h uske bare me kabhi bat kiya h tu ,jisko dekho Gyan Dene lagta h do kauri ka aadami sab
आपकी बातों से मैं अक्षरशः सहमत हुँ।
तमिलनाडु क्यू नही इंग्लैंड से बोला कर पढ़ाया क्यू वहा का ही टीचर को बहाल किया
अच्छे से परीक्षा अब किसको कहियेगा bpsc को छोड़कर upsc लेगा तब boliyega अच्छे से परीक्षा हुआ
प्रत्येक पंचायत में एक ऐसा विद्यालय बनाया जाए जहां केवल बीपीएससी टीचर हो
Kaun se BPSC teacher Jo language paper v qualify nhi kar sake aur Atul babu KO exam baad language qualification KO hatana pra
Bahut se subject me 39 40 no lake join kiye Hai application v thik se nhi likh pate
@@spgupta4079 40से50%अंक लाकर नौकरी पा लियेऔर बातें बड़ी बड़ी
Mere yaha ke math +2 ke teacher ko kuchh bhi nahi aata hai BpSC se bahal hai...
Chl nikal be bhikmnge sb
You are right @@sarikasinha1570
पाठक जी को ACS बनाये वापस से फिर 2 साल मे लोग बिहार मॉडल की बात करेंगे।
सरकार ही चोर है
पहले MDM बंद होना चाहिए, लूट खसोट मचा हुआ है,, अधिक से अधिक हाजिरी बनाना, MDM में लूट खसोट मचा हुआ है
BIHAR ME OFFICERS CHOR HAI😂😂😂😂😂😂
गलत है, उस पैसा में जो भोजन दिखाया जा रहा है,वैसा नही होगा।😂😂😂
संतोष जी यह बात जो बोलते हैं की सवर्ण नौकरी में कहां है पूरे देश पर तो सवर्ण का ही कब्जा किए हुए बैठा है हर विभाग में लीजिए चाहे वह कोई भी विभाग हो। राष्ट्रपति भवन हो पीएमओ कार्यालय हो या देश का सर्वोच्च न्यायालय से लेकर सिविल कोर्ट तक सभी में वही हैं।
ये इसको नहीं सुनेगा।क्योंकि ये पत्रकार नहीं,पतलकार है।
सवर्ण केवल सिंबॉलिक है । थोक में अन्य वर्ग के लोग ही हैं ।
Apne mehnat and talent k bal pr jaate Hain...aarkchan k mohtaj nahi hain
Meahnat aur talent ka petent sirf uske hi pass nhi h...
Mehnat aur talent aur bhi logo k pass h....
@@vinaypaswan3549 fir kabja shabd ka prayog q Kiya unhe naukri khirat me nahi mila.. Duniya k aur kisi Desh me reservation nahi milta hai...
चलिए राज्य सरकार ने अब तामिलनाडु मौडल पर शिक्षकों को अब वेतन मिलेगा है ना संतोष जी
पंचायत को नियोजन हेतु पावर देकर शिक्षा को गर्त में धकेल दिया
तमिलनाडु मॉडल बिहार में भी वेतन मिलना चाहिए
नहीं तो इसका विरोध होगा
शिक्षा विभाग जिस हद तक भ्रष्टाचार से ग्रसित है ऐसी स्थिति में गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा संभव नहीं है
Tumhara yogdaan smaj ko todne me jarur hai
यहां 40000 ₹ वेतन में शिक्षक रिटायर हो रहे हैं।उनको कुछ नहीं मिला है ना एकमुश्त राशि और ना पेंशन। वह सब भुखमरी के कगार पर हैं लगभग सारे नियोजित शिक्षकों का यही हाल है। इनकी जिम्मेदारी कौन लेगा ?
Waaah kya baaat hai aisa soch sabka ho jaye to BIHAR NO 1 Hojayega ❤
सन्तोष जी, क्षमापूर्वक, एक संक्षिप्त उदाहरण, बिहार के विश्व विद्यालय जैसे मगध विश्वविद्यालय एक सनद देने में इतना रुलाता है कि पित्र मृत्यु भी शायद इतना न रुलाये ।बिना नजराना जनाजा भी नहीं उठा सकते। मंगनी का श्रृंगार कब तक ?*** हमारी अंतरात्मा का जीवित होना आवश्यक है।
है सन्तोष बाबू! आप शिक्षा और शिक्षक के लिए बहुत नैतिकता की बात करते हो ।बिहार क्या पूरे भारत मे पत्रकारिता का क्या हाल है?इससे ज्यादा भी कोई बिकाऊ है क्या?जिसका पेशा इतना बिकाऊ और बदनाम हो चुका है उसे शिक्षकों को नैतिक ज्ञान देने का कोई हक नही। हमसब आप पर कैसे विश्वास कर की आप उन बिकाऊ पत्रकारों से अलग हो?
यदि बिहार के शिक्षक के पास बेसिक ज्ञान नही है तो इसके लिए भी सरकार जिम्मेदार है
जिन निजोयन इकाई से बहाल हुए उनको कोई पूछने वाला नहीं है की क्यों ऐसा बहाली किया
सभी नियोजन इकाई ने खूब पैसे कमाए और दोषी आज शिक्षक
कोई बात हम लोग भी तैयार हैं तमिलनाडु वाला सरकारी मॉडल अपनाने के लिए.... जहाँ हर पाँच साल में सरकार ही बदल देना है।
पहले सरकार शिक्षकों को पुरानी पेंशन उसकी उम्र हटा करके दे यह 25 वर्ष 20 वर्ष लोग पहले ही नौकरी किया हर जब पेंशन लागू करने जा रही है सरकार दोनों को पेंशन में भी छलावा यह कैसी दोगली नीति है। स्केल भी तमिल नाडु की दे और पेंशन भी
तमिलनाडु में सरकार जनप्रतिनिधि चला रहे हैं । जबकि बिहार में बाहुबली और ब्यूरोक्रेट्स सरकार चला रहे हैं ।😢😢
शिक्षक को इतना सुविधा मिला कि शिक्षक हर दिन काल के गाल में समा
रहे हैं
इसका कारण इन नेताओ की नेतागीरी के कारण बिहार का यह दशा है. दैनिक आवश्यकतत
अधिकारी शिक्षा विभाग के जब स्कूल आते है तो केवल बच्चे गिनते है और माल लेकर चले जाते है उनको ईमानदार होना पड़ेगा
बिहार के शिक्षक
पात्रता/दक्षता/ सक्षमता/ बीपीएससी पास हैं
जब तक कार्य के प्रति ईमानदारी नही आवेगी कोई मॉडल आवे कोई फायदा नहीं ।
समाज में विधालय का MDM का सचिव रहता है, पता कीजिए बिना घुस लिए HM को चेक साइन किए, तमिलनाडु जैसा समाज और मुख्यमंत्री बनाना होगा यहाँ के लोगों को
कुछ भी कर ले कोई भी माॅडल ला दे दुनिया का बिहार नहीं सुधरेगा । यहां नीचे से ऊपर तक के अधिकारी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। अधिकारी मुख्यमंत्री की बात नहीं सुनते हैं तो शिक्षामंत्री और अपर मुख्य सचिव का क्या सुननेगे
गांव में नौकरी दिया लेकिन मात्र 1500 ₹ दिया।अब वो रिटायर होने लगे हैं कैसे जिंदा रहेंगे समझ मे नहीं आता है। TET वालों की भी आधी नौकरी गुजर गई अल्प वेतन में ही कुछ समझ नहीं आता है क्या करूं ? BPSC वालों का तो कुछ हद तक ठीक है।
संतोष जी
आप एक महीने के ही सही सरकारी मास्टर बन कर बिहार के कोई स्कूल जोइन कर लीजिए
तब पता चलेगा की सिर्फ शिक्षक ही जीमेवार नहीं है. अधिकारी और सरकार के काम करने का तरीका से आप अचंभित हो जायेंगे.
इसको देखना बंद कर देना चाहिए ये शिक्षक विरोधी है।
तमिलनाडु माडल की प्रशंसा ठीक है। लेकिन बिहार में शिक्षा स्तर गिराना नीतीश सरकार की काम है। एक स्कूल में तीन कैटेगरी के शिक्षक और अलग वेतन से शर्मिंदा। मुखिया को बहाली का पावर , अनपढ़ आदमी को टीचर बहाल का पावर।
इस सब पर चर्चा कीजिये और चमचागिरी बंद कीजिये।
हेलो संतोष बाबू आप यहां अमेरिका मॉडल लगा लीजिए या तमिलनाडु मॉडल जब नेता सब चोर है अफसर चोर है तो बेचारा हेडमास्टर क्या करेगा हर महीना प्रत्येक स्कूल में मध्यान भोजन का वसूली करने पहुंच जाता है