कबीर साहेब जी और गोरखनाथ जी का अनोखा ज्ञानचर्चा अनोखा सत्संग (Kabir sahab and Gorakhnath)

Поделиться
HTML-код
  • Опубликовано: 22 дек 2024

Комментарии • 8

  • @MadhukarKashid-h5h
    @MadhukarKashid-h5h 3 дня назад +1

    ❤sat sahebji 🙏 🌱 🙏 ❤

  • @JenaShahi
    @JenaShahi День назад +1

    ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤

  • @AshokRay-hk7rw
    @AshokRay-hk7rw 3 дня назад

    Sat saheb gi

  • @user-mv6gd3ku4c
    @user-mv6gd3ku4c День назад +1

    सत साहेब जी की श्री रामपाल जी भगवान् बंदी छोड़ जी की जय हो

  • @bhagwantdas4483
    @bhagwantdas4483 22 часа назад +1

    शोभा देख कबीर की, नैन रहे लल चाय।क्या कहूं छवि रूप की ,दादू कही ना जाए।।

  • @ManSingh-fv8py
    @ManSingh-fv8py 2 дня назад +1

    परमात्मा कबीर साहिब ने गोरखनाथ जी की सिद्धि का घमंड भी तोड़ा था

  • @LalaRam96257
    @LalaRam96257 7 дней назад

    Y66

  • @SanjayDas-t4u
    @SanjayDas-t4u 2 дня назад

    💠पवित्र यजुर्वेद अध्याय 40 मंत्र 8 में कहा है कि (कविर मनिषी) जिस परमेश्वर की सर्व प्राणियों को चाह है, वह कविर अर्थात कबीर परमेश्वर पूर्ण विद्वान है। उसका शरीर बिना नाड़ी (अस्नाविरम) का है, (शुक्रम अकायम) वीर्य से बनी पांच तत्व से बनी भौतिक काया रहित है। वह सर्व का मालिक सर्वोपरि सत्यलोक में विराजमान है। उस परमेश्वर का तेजपुंज का (स्वर्ज्योति) स्वयं प्रकाशित शरीर है।