सुप्रीम कोर्ट से हिंदू श्लोक को हटाओ : पूर्व ईसाई जज ने कहा
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- Опубликовано: 20 сен 2024
- Remove Hindu verse: Former Christian Supreme Court Judge said
सुप्रीम कोर्ट के पूर्व ईसाई जज ने कहा : हिंदू श्लोक को हटाओ
I like to share and discuss complex issues in simple words for you.
About Vijay Sardana:
➢Advocate, Supreme Court of India, Delhi High Court, National Green Tribunal and Tribunals
➢Independent Director on Corporate Boards & on Expert Committees Techno-legal, Techno-commercial & Techno-Economic Policy Expert
➢Agribusinesses Value Chain Investment Strategy & Trade Advisor
➢Research & Innovation Management Advisor
Alumni of PGDM (IIM, Ahmedabad), LLB, M.Sc. (Food Tech) (CFTRI), B.Sc. (Dairy Tech), IPR (WIPO); PGD in Arbitration, Intl. Trade Laws & Alt. Dispute Resolution (ILI, New Delhi), ESG (CFI, US); Intl. Trade Laws (UNCITRAL, Vienna), Contract Law (Yale, USA); Justice (Harvard), International Environmental Laws; Negotiation Strategy (Michigan), Bankruptcy Law (Moscow), Ph.D. (Circular Bio-economy) (in progress) (JGU)
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ऐसे जज हर हमारी न्याय व्यवस्था के लिए बहुत ही खतरनाक हैं।
Dvet...me...betho....fyr....samjavega....
सुप्रीम और हाईकोर्ट के जजों की मनमानी के खिलाफ जनता को ही मुखर होना पड़ेगा!
धर्मान्धता की हद है
खान-ग्रेस ने इसीलिए ही संविधान में धर्मनिरपेक्षता शब्द घुसेड़ने का षड्यंत्र किया था
धीरे धीरे खान-ग्रेस के पाप उजागर हो रहे हैं
The voters will also have to give 2/3rd majority in Parliament and state assemlies to NDA so that it can do necessary constitutional amendments to clips their wings. The judges will face impeachments for such statements. The Hindu voters are selfish.and divided so we have to suffer.
Judge chahay Supreme Court ka ho ya Koi Court ka ho .
Is Desh se bada nahi hai.
Dusri baat .Yaha Vatican ya koi gair Sanatani sanskar ka desh bhi nahi.
Yaha Cristian judge ko koi adhikar nahi yaha kehane ka ki kisi bhi shlok ha kisi bhi Hindu chinha ko mitane ka .
Bharat mein vahi chalna chahiye jo Hamare Sanatani mulyon se Juda ho.
70 salon se in dharam badallne walon.ko.bahut adhikar diye gaye thy.
Bahut hua. Govt ko gambler ta se soch na padega .
This video is not the fact...
@reetu6836 Who is Brahmans here ?? If we Indians are fighting like this in castes and subcastes, then whyn't ISI-paid judiciary and pseudo-seculars would take advantage of INNER WEAKNESS OF India. That happened for 1000 yrs. We have to come out of it.
ऐसे जज की सभी सुविधा समाप्त कर देनी चाहिए, सख्त कार्रवाई करनी चाहिए, वंदेमातरम
कोलेजियम सिस्टम की वजह से ही हमारी न्यायव्यवस्था को सुप्रीम कोठा बना कर रख रखा है इस पूरे सिस्टम को समाप्त करके ग्राम पंचायत समिति का गठन होना चाहिए....
इनके सम्पत्ति की जांच होनी चाहिए। रिटायर्ड होनेतक उसने कितने करोड़ कमाए,इसकी जांच होनी चाहिए।
Well explained.
इस जज ने हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है।ऐसे जज का तिरस्कार होना चाहिए।
जज साहब से सीधे बात करनी चाहिये आपको, वैसे आप तो अर्थशास्त्री हुआ करते है ।
Sidhe baat karenge sri maan?@@salekchand2800
Yeh kanoon ki bahut jankari rakhte hain ,aap ko kya jalan ho rahi hai, sachai bolne per
हिंदू शब्द मुग़लों का दिया हुआ है
जज लोग अपनी अपनी मनमानी कर रहें हैं, इसका मुख्य कारण काॅलेजीयम सिस्टम ही है, न जाने कब ये खत्म होगा, दोनों सदनों में पास हुआ कानून भी सुप्रीम कोर्ट नहीं मानता ये बहुत बड़ी बात है।
जस्टिश कोरियन को रिटायरमैन्ट केबाद मिलने बाली सुविधायें बन्द होनी चाहिए तुरन्त ही
Yes. Correct because he is trying to cause disturbance in the Society. There should be a FIR against him.
जज बनने के लिए संस्कृतऔर भारतीय संस्कृति का ज्ञान होनाअनिवार्य हो ।
इस जज से सारी सुविधाएं वापिस ले लेनी चाहिए
आपका बहुत बहुत धन्यवाद और आभार सर !
एकदम सटीक, निरपेक्ष और सरलतम विश्लेषण किया है, शायद इन न्यायाधीशों को सनातन का आधारभूत मर्म नहीं है.
यह चर्चा आप बहुत सही दिशा में ले गयें, इसके लिए धन्यवाद!
आपकी व्याख्या बिल्कुल सही है। ईसाई और इस्लाम धर्म या मजहब के अनुयायी कितने भी उच्च पदासीन क्यों न हो जाएं, वे अपने मज़हब की बुनियादी सीख से उबर कर शुद्ध इन्सानियत के मूल्यों को आत्मसात नहीं कर सकते।
👽😄🤗
सुप्रीम कोर्ट से ईसाई भाषा हटाओ। ये जज कभी भी निष्पक्ष नहीं रहा होगा। लानत है इन जैसे खतरनाक मानसिक वाले लोगों पर। ये सब वामपंथी विचारधारा वाले लोग हैं , इनकी देशभक्ति भी प्रश्नचिन्ह लगiता है।
इस जज द्वारा संवेदन शील मामला में दिया गया फैसला की जांच होनी चाहिए ताकि पता तो चले हिंदू और दूसरे धर्मों के आपस में झगड़ा का फैसला सही दिया है या नहीं।यदि इस जज में हिम्मत होता तो पद पर रहते इस प्रकार स्टेटमेंट देता , इसका औकात का पता चल जाता।
ऐसे लालची जजों पर कार्रवाई होनी चाहिए जो पद पर रहते हुए तथ्य ,सबूत और न्याय के विरुद्ध सरकार और बहूसंख्यकों की आस्था के पक्ष में फैसला देते हैं
'...kabhi bhi nishpaksha nahi rahaa hogaa...' too late! He enjoyed his freedom under special license provided under his adopted mentality & now we are talking whether he really delivered true judgement or not! V R always way way behind. Remember India's President who insulted Adi Guru Shankaraachaaryji's travel-on-foot-over-the-nation life when a suggestion was to name an airport after that greatest of all saint this nations has even seen? He was cremated like a christian while enjoying full Hindu name during entire tenure of his life!!!
Same mindset is being seen presently by another judge of minority community in the case of commercial add particularly of of by Ramdeo. I am unable to understand why almost all abrahimic religions people sitting on judicial post becomes partial and are imtolrent to Hindus in hindu majority India. These are the reasons that slowly and slowly hindus have started to know realities of these mindset being taught from their childhood.
जज साहब का यह मंतव्य उनकी हीन भावना और उनके द्वेश पूर्ण सोच को व्यक्त को व्यक्त कर रहा है।
Christian colonizer ky hi krega
जज भी रिटायर्ड के बाद राजनित करते हैं ऐसे जजों के खिलाफ भी कार्रवाई होना चाहिए!
सही है कुछ जज तो सत्ता पक्ष से। परोसे गए पद भी ले चुके है , इस पद के लिए उन्होंने कोई डील तो नहीं की होगी ?
@@WishToDrive🤡 tum sata paksh aur vipaksh karkei vhishay kou bhatkana chahtei hou usnei sidha sidha bola hei rajniti
@@WishToDrive इतने बोखला क्यों जाते हो भाई समस्या क्या है तुम्हारी
@@sb-bw4lpआख़िर में मतलब क्या हुआ ?
@@WishToDrive matlab yahi ki vhou sarei rajmitiyangya kou boul raha hei aur tum sirf sariar kou your just using his comment to spread your propaganda 🤷♂️
ऐसे रिटायर जजों के सभी सुविधाएं खत्म कर देना चाहिये। क्या यह जज किसी चर्च में नही जाते हैं?
जजों को भी कोई उड़ा देगा कितना ग़लत व्यवहार जजों का हो रहा है। राष्ट्रपति अपना विटो उपयोग करना चाहिए जिससे जजों का दिमाग ठिकाने आ जाये
जब तक भारत में कॉलेजियम सिस्टम से जजों की नियुक्ति देश में होती रहेगी तब तक भारत के मूल्यों के साथ खिलवाड़ नहीं रख सकता देश के लोगों को कॉलेजियम के खिलाफ आवाज उठाने चाहिए
ये सब कॉलेजियम सिस्टम का ही परीणाम है, ऐसे जजों को तुरन्त बर्खास्त करो
विजय जी बहुत अच्छी धर्म की व्याख्या की।माननीय जज साहब के इतने संकुचित विचार उनके पद की गरिमा को कलंकित करता है,ठीक उसीतरह जैसे हमारे पूर्व उप राष्ट्रपति माननीय हामिद अंसारी के विचार थे।देशप्रेमी ऐसे लोगों की ओछी हरकतों को कभी बर्दास्त नही करेगा।जब
ब्राह्मण है तो हिन्दुत्व है तभी तुम्हें आरक्षण है नहीं तो शरीयत पाकिस्तान मे दुर्दशा याद रखो तुम हिन्दू और हिन्दुत्व को नहीं मिटा सकते। संदेश खाली पर चुप्पी ये तुम्हारी चेहरा है।
@reetu6836🤡 tou phir vhou ashok stambh aur dharmh chakra bhi hatana chahiye hei na 😂😂 abh boul aur india ek pluralistic country hei secular nahi secular country hsh kei liye subsidies aur Temple's kou manage nahi kiya karti 😂😂anpadh hei Tu 😂😂
क्या ऐसी जजों से उम्मीद की जा सकती है कि इन्होंने कभी सही फैसले दिए होंगे? कभी नहीं ।
जस्टिस जोसफ के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए
जोसेफ साहेब ने इस सोच को व्यक्त करके यह साबित कर दिया है कि वे सुप्रीम कोर्ट के जज बनाने की योग्यता नहीं रखते थे । आपका विश्लेषण बहुत अच्छा लगा धन्यवाद
The statement was prejudiced and intolerant.😮😮
एक धर्म की बात करते हैं, जो गलत है
जो लोग धर्म को नहीं मानते, सच, वास्तविकता को मानते हैं, नास्तिक कहे जाते हैं, उनके लिए क्या सुप्रीम कोर्ट नहीं है।
सत्यमेव जयते ही सही है चाहे इंसान आस्तिक हो या नास्तिक,
समझ में आया सरदाना साहब
@reetu6836 😅😅Being a dalit i support every sect of hinduism.
@reetu6836secular only for Hindus, rest are aligned, not at all secular, rest are all out open anti Hindu ..
संस्कृत श्लोक तो नहीं हटेगा परन्तु ऐसे देशद्रोही जज को शीघ्रातिशीघ्र हटाना चाहिए। इस जज के खिलाफ महाअभियोग लाया जाना चाहिए।
जब एक हिंदू कन्वर्ट होता है तो
एक हिंदू कम नहीं होता बल्कि एक नया दुश्मन पैदा हो जाता है
याद रखें
दुश्मन पैदा न होने दे
आपकी बात सही है, मगर देशको गद्दारोकी कमी कभी भी नहीं हुयी, ऐक हिंदुको इसाइ बनाना आसान है, उसे इस्लामिक बनाना भी आसान है, अफसोर..ऐक हिंदुको हिंदु बनाना बडा मुश्किल काम है, कारण...हमारे सभी देव-देवीयाके हाथमें शास्र और शस्र है, जीसकी शिक्षा पहेले गुरुकुलमें त्रुषीमुनिजी देते थे! फीर ये जिम्मेदारी ब्राहमण पर आयी मगर वे तो घर भरनेमें जुट गये, उपरसे उपदेश देते है, उपर भक्तिके अलावा कुछ नहीं आना है,खुद परवानेदार ! ? हंमे ही जागृत हो कर जनताको जागृत करके ऐकत्रीत करना होगा....धन्यवाद
You are right
Because he needs to prove to other converted people that he is true muslim
Right bro
१००% ठीक कहा , भाई साहब, नक़ली गांधी परिवार को देश से भगायो, सब ठीक हो जाएगा
जबतक हिंदू तलवार नहीं पकड़ेंगे तब तक ईसाई और इस्लाम मनमानी करते रहेंगे जब हिंदू तलवार उठाएगा तब ही राम राज्य आयेगा जय श्री राम जय जय श्री राम
जागो जातिवाद जहर खतम करो एक हो एकता लाये
Collegium System of appointment of Judges must go! It's unconstitutional in the first place b'coz the Judges have usurped the power of appointment of Judges on their own whims against the principle of natural justice...'No one can be a Judge in his own cause.
There is no accountability of the judges of Supreme Court , which is in itself strange and questionable.
Vande Mataram ❗
Bahut sahi kaha
@@mahadevdigitalonline1768sahi kaha... chalo aap shuru karo M aur C ko khatam karo desh se... hum apke saath hai
क्या ये सिस्टम कभी ठीक हो पायेगा, क्योंकि जनता को तो सिर्फ फ्री कि बिजली पानी खाना हि चाहिए बस।
इनकी सिर्फ तीन हि जरूरत है, "रोटी, कपड़ा, और मकान" अब वो कैसे भी आये, क्या फर्क पड़ता है।
ऐसे जज की आवश्यकता हमारे सुप्रीम कोर्ट में नहीं है और इस संसार में भी नहीं है
कालेजियम जब तक खत्म नहीं होगा ,मनमानी होती रहेंगी ।
सुनकर दुःख हुआ , जज साहब को ऐसा नहीं बोलना चाहिए। सब धर्म का सम्मान होता है ।
जय श्री राम
Sardana ji,
I think he knows the truth but doesn't want to understand and accept it as he is a Christian and not a Sanatani
Definitely collegium system to go
यह ब्यवस्था, अपने, वकीलों कै एजेंट
पोस्ट पर काबिज करके,अपना मकसद
पूरा करने को ही है।
इसे कभी भी न्याय नहीं कहते हैं।
To fix this problems keep voting BJP in every election
@@jitanchadha9208rice bag convertee can not be faithful to bharat
आप को नमन. दुख की बात है ऐसे मूरख भारत के जज है.😢
ईसाई लोग भी इस तरह की सोच रखते हैं! बहुत शर्मनाक है दुखद है। न्यायाधीशों को लेकर मैं सम्मान रखता था, आज पश्चताप हो रहा है। कुछ भला बुरा कहने की इक्षा नही हो रही है
Cent percent agree with your views.
आज बिट्रेन,,फ्रांस पाकिस्तान, नेपाल, भारत के केरल और पश्चिम बंगाल मे इन्ही ईसाई के महिलाओं और लड़कियो का बलात्कार और धर्म परिवर्तन जिहादियो द्वारा किया जा रहा है..पर लगता है इनके समाज मे भी जयचंदो की कमी नही है..😮😮😮😮😅😮😅
They always badmash
ये original नहीं है l कन्वर्ट है l बिना जड़ों के फड़फड़ा रहे हैं l वास्तव में ये पश्चिम के टूल किट के हिस्से हैं l
ईसाई एंड मुस्लिम मलेछ बराबर हैं।
कालेजियम खत्म होना चाहिए। मुस्लिम और ईसाई कभी देश हित की बात नहीं कर सकते।
Absolutely right.
जय श्री राम 🌹🌹🙏🙏
एकदम सत्य बात।
न्यायालय मे केवल हिन्दू जजों को ही चुना जाए। ईसाई और इस्लाम दोनों जाएं भाड़ में।
Sahi kaha aapne
विजय जी आप एक महत्वपूर्ण मुद्दा उठाया है ये माननीय जज महोदय धर्म के अर्थ से पूर्णतः अनभिज्ञ हैं और आप की इस विश्लेषण से उनकी अज्ञानता का परिचय मिलता है
माननीय राष्ट्रपति जी से प्रार्थना है कि इस जज की सारी सुविधाएं एवं पेंशन तत्काल प्रभाव से खत्म करें
Ritayurdmentbadjosuvidhamiltihyvokhutumkrodeshkivstikaprmanjyadabvhrhahyislyvdeshmesableaderskamkrkekhatehya
Yes very true
Yes very true
Yes very ture
Yes very ture
ऐसे जजों और कर्मचारीयों को जो भारतीय संस्कृति और सभ्यता और सनातन संस्कृति और धर्म का बहिष्कार करते हैं उनकी नागरिकता तत्काल समाप्त कर सजा का प्रवधान होना चाहिए
सेवानिवृत्त जज ने यह कहकर विभिन्न जजों द्वारा दिए जाने वाला न्याय पर प्रश्नचिन्ह लगा दिया है क्योंकि ऐसे जज सर्वधर्म समभाव नहीं रखते हैं।
आपने धर्म की परिभाषा बहुत ही सुंदर तरीके से समझाई है।
Constitution भी धर्म पर ही होना चाहिए सच का साथ न्याय होना अधर्म का साथ दोगे तो अपराध बड़ेगा
जस्टिस जोसेफ कुरियन को कानूनी ज्ञान हो सकता है लेकिन भारतीय संस्कृति ज्ञान दर्शन की जानकारी नहीं है ऐसी बात नहीं वल्कि उनके अंदर का ईशाईयत बोल रहा है। जस्टिस कुरियन का बयान शर्मनाक और निंदनीय है।
You are right sir.
ऐसे जज साहब से न्याय की क्या उम्मीद की जा सकती है ऐसे ही तो जज वकील भरे पड़े हैं जो ज्यादातर अपराधियों के साथ खड़े रहते हैं ।
ऐसे लालची जजों पर कार्रवाई होनी चाहिए जो पद पर रहते हुए तथ्य ,सबूत और न्याय के विरुद्ध सरकार और बहूसंख्यकों की आस्था के पक्ष में फैसला देते हैं
abhi bhi UMMID? WOW! V R sure are most wonderfully gullible people on this earth!
Britishers had said that Brahmin doesn't have sense of justice.
By which law Hindu Sanskrit shloka is written? Judge being Christian is not the question.
इस तरह के पदों पर विदेशी परिवेश में पले, व शिक्षा ग्रहण किये और सोच वाले लोगों को नहीं रखना चाहिए। । "एक ओर शिकारियों का झुंड, बेचारी अकेली हिरणी अपने बिह्वल बिस्रंखल बिचारों को छोड़कर कर किधर जाये। " अंग्रेजी के मर्मज्ञ इसे अंग्रेजी भाषा में लिखकर दिखाओ। हरामखोर लोग पदासीन रहकर खूब लूटते हैं। रिटायर्ड होने पर उपदेश देते हैं कि घूंस लेना बहुत खराब बात है।
जब तक कलोजियम से माननिय बनते रहेगे तब तक ऐसा ही होता रहेगा ऐसे लोगों की सरकारी सुविधाएं समाप्त कर देनी चाहिए
धर्म कि हमेशा जीत होनी चाहिए इतना लंबे समय से पता नहीं चला हमारी न्याय व्यवस्था को की हिंदुस्थान का धर्म सनातन हि है
मेरी विचार से जोसेफ साहब अपनी जजमेंट में आज तक असत्य का साथ दिया है सत्य के साथ न्याय नहीं किया है यानि इनके बेंच ने न्याय नहीं मिला है।
कचहरी में ये कानूनची और करते क्या हैं। बस कुछ ईमानदार मजबूत वकीलों की वजह से ही ये मजबूर हो जाते हैं सच मानने को।
हम कितने ढोंगी लोग हैं जो ऐसे कानूनचियों का बहिष्कार करने से डरते हैं।
धर्मो रक्षति रक्षित:।वेदो अखिलो धर्ममूलम्।धर्म का अर्थ बड़ा व्यापक है।
The only difference between Islam and Christianity is one openly converts and the other converts silently
Christianity is a sweet poison and Islam is a bitter poison 😂 😂 😂 both are poisonous.
100% true and right
Hindus do not convert anyone The Hindus who have been converted by other religions come back to Hindufold after understanding
Perfect 👍
Perfect
हम सनातन संस्कृति की उपज हैं और हमें गर्व है। सीधी बात।
न्याय की शिक्षा को संस्कृत साहित्य से न्याय की पद्धति से जोड़ना जरूरी है।
बहूत हो गया सर्व धर्म समभाव। अपने धर्म को बचाना है तो अपने धर्म को सर्वोपरी समझो । और वो हैभी सर्वोपरी । सनातन धर्म ही सबसे अच्छा धर्म है । बाकी सब कुछ प्रदेशों के लिए ही सीमित हैं ।
Dismiss such judges from all Indian courts soon by Central government
आपने सही प्रश्न उठाया । ऐसे जजों की कार्यशैली हमेशा शक के घेरे में रही । इन्होंने न्यायालयीन सेवा का त्याग नहीं किया । अब ऐसे वक्तव्य पर सुप्रीम कोर्ट को न्यायालय की अवमानना की मानना चाहिए । ईसाइयत 2100 वर्ष की है जबकि महाभारत 5200 वर्षों से अधिक है । सनातन निरंतरता है हजारों वर्ष पहले से है - जो ज्ञान विज्ञान सम्मत परंपराओं की मान्यता करता है ।
जज भी मनुष्य है और उन्हीं अच्छाइयों बुराइयों से युक्त है जो किसी आम आदमी में होते हैं। इनके निर्णयों में पूर्वाग्रह होते हैं, वे जज महान हैं जो इन पूर्वाग्रहों से लड़कर शुद्ध न्याय के लिए संकल्पित होते हैं। संस्कृत की उक्ति के प्रति मूर्खतापूर्ण पूर्वाग्रह से जज साहब ने सांप्रदायिकता का परिचय दिया है।
धर्मो रक्षति रक्षितः-यहाँ धर्म पूजापाठ नहीं जीवन शैली है जो अपनी रक्षा स्वयं कर सकें ।
पेंशन बंद करो दिमाग़ ठिकाने आ जाएगा।
ग़नीमत है भारत में किसी और देश में होते तो अब तक फ़तवा जारी हो गया होता।
सीधी बात अब समय आ गया है जिस प्रकार से चीन में सरकार चलती है उसी प्रकार भारत में भी आवश्यकता है
Apki bat se mai v sehmat hu , kyu ki ,kch jahil log ,Bharat me rah kr Bharat ko gali toh kvi Pakistan jindbad ke nare toh kvi majahab ko desh se upar rkhte he or loktantr ko pujne Wale sirf muh takte he kch krte v nhi ,behtr he china jesa govt rhega toh koi v kutta bhok nhi skta he ,or aam aadmi ka kya he aadmi toh aj v chup he or kl v chup hi rhega
ऐसे जज देश की न्याय व्यवस्था को खतरा है . ऐसे विचार धारा के लोग कभी भी देश की न्याय व्यवस्था मे नियुक्त नहीं करने चाहिए .
भूत पूर्व न्यायधीश द्वारा उनके कार्य काल में दिए गए फैसले पर पुनर्विचार करने चाहिए क्यों कि वो अपना एक खास धर्म को संबंधित कर अपना विचार प्रगट किया है इस स्थिति में उस पद पर आसीन हो कर स्वतंत्र रूप से कैसे न्याय किए होगे ये तो उपर वाला ही जाने आपका विस्लेशन बहुत अच्छा है ज्ञान वर्धक है इसके लिए आपको बधाई
धृतिः क्षमा दमोऽस्तेयं शौचमिन्द्रियनिग्रहः।
धीर्विद्या सत्यमक्रोधो, दशकं धर्मलक्षणम् ॥
गूगलने जो अनुवाद किया सत्यमक्रोधो"=सत्य ,अक्रोध है,क्रोध धर्म नहीं,अक्रोध धर्म है।
धन्यवाद सरदाना जी इनको देशी भाषा में समझाओ असहिष्णुता रिटायरमेंट जज में भरा है गाली देने का दिल करता है लेकिन सनातन रोकता है
सच् ही धर्म है असत् याने अधर्म
अब अज्ञानियों को कोन समझाये
आपका यह प्रोग्राम अच्छा लगा और यह प्रोग्राम जो सबको भी देखना चाहिए
The former Supreme court judge is both extremely intolerant and extremely ignorent . It's a pity on the selectors who found him fit for the Supreme court judge कह सकते हैं collegium.😢
Kurian saheb ye bata den sanvidhan to parliament ko sarvopari Manta hai supreme court kaise kisi passed bill ko njac ke liye turn down kar deta hai
In this particular sloka the word dharma means the truth, humanity and good virtues to to live life honestly.
😊
@@rexgameryt8852 In Sanatan Dharm ( hindu ) " DHARM " means moral values - महाराज हरीशचंद्र, महाराज शवि अथवा युधिष्ठिर के समय हिंदू धर्म के सिवाय भारत में और कौन सा धर्म था ? वास्तव में कुरियन जोसेफ जैसे न्यायधीशों की बुद्धि पर तरस आता है और इनका चयन करने वालों पर भी - यह सब हिंदू धर्म को नफ़रत करने वाले लोग हैं - यह हम सब पंडित जवाहरलाल नेहरू और नकली गांधी परिवार की जानबूझ कर अपनाई गई नीतियों का फल अथवा दण्ड भोग रहे हैं।
Je must be charged for inciting and taken into custody.
विजय सर! हम साधारण पढ़े लिखे नागरिक हैं। लेकिन पिछले ७५ सालों का सुप्रीम कोर्ट का निर्णय देखते हैं तो पता चलता है कि इस नाव में छेद हो चुका है। देश विरोधी शक्तियां इसमें प्रवेश कर चुकी हैं। ये संस्था सनातन धर्म विरोधी बन चुकी है। इस संस्था को भारत की प्राचीन सभ्यता एवं संस्कृति से नफरत है 😮😮😮😮😮😮।
जज साहब, ईसाई है। सुप्रीम कोर्ट में, ऐसे देश द्रोहियों को कुर्सी क्यों??
अंग्रेज जज
Judge sahab librandu hain aur soros ke dalaal bhi
एन्टीनो मायनों उर्फ सोनिया कृपा
He is Christian but there are plenty of Hindu name judges thinking is same as well
These Juds are heavily involved in hawala, drug peddling, and sex rackets
Someday it will be out in public once their immunity is taken away
बड़ा मुश्किल समय चल रहा है जजों से यह उम्मीद कोई नहीं कर सकता जो भी देशभक्ति अभी भी आगे समय है संभाल कर वोट करें 🚩🚩🙏🙏🇮🇳🇮🇳🚩🚩
आप के अनुभव और ज्ञान की हम सराहना करते हैं। श्रीमान आपका कथन बिलकुल सही है। मै आपसे सहमत हूं
जज महोदय को किसी ईसाई देश में चले जाना चाहिए✔️
वो भारत तत्काल छोड़ दें तो बड़ी कृपा होगी। ऐसी बात किसी इस्लामिक मुल्क में कही होती तो जीवित बचने की संभावना समाप्त हो जाती।
सुप्रीम कोर्ट से ऐसे जज हटाया जाए । इसे अगर संस्कृत या भारतीय संस्कृति से परेशानी है तो वैटिकन चला जाए
यह जज साहब उस पीढ़ी के हैं जिनको सिब्बल जैसे लोगों ने अपने मालिकों के काम के लिए सुप्रीम कोर्ट भिजवाया tha
कोलिजुम सिस्टम्स को समाप्त करना चाहिए। इन जजों की भी नियुक्ति यूपीएससी के द्वारा होनी चाहिए। न्याय देने के टाइम पर जाति, धर्म भाषा, रंग का भी भेद भाव नहीं होना चाहिए। जजों को सेवानिवृत्त के बाद राजनीति में कार्य नहीं करना चाहिए। राजनीति में कार्य करने का मतलब पैसा कमाना है। जय भीम जय भारत।
देखिए साहिब सेवानिवृत जज हो चाहे सिटिंग जज हो देश से ऊपर कोई नहीं इस तरह के जज को ..........सिखाना पड़ेगा।
यही जज तो भारतीय संस्कृति के लिए घातक हैं
आपकी बात से पता लगा कि यदि कानून की पढ़ाई संस्कृत में हो तो न्याय व नयाधिश सही होंगे। न्याय के प्रति अधिक संवेदनशील होंगे।
BEST INFORMATION THANKS JAB TAK GEETA NAHI PADHENGE APNABHI DHARM NAHI SAMJHE GE MERE VICHAR SE LOGO SAHI HAI
विजय जी बहुत अच्छी तरह से आपने समझाया आपने सही विश्लेषण किया बाबासाहेब अंबेडकर जीने संविधान बनाया उसमें 22 चित्र थे राम कृष्ण महावीर बुद्ध शंकर हनुमान शिवाजी महाराणा प्रताप इत्यादि तो नेहरू जी ने क्यों हटा दिया इमरजेंसी के टाइम पूरा विपक्ष जेल में था तो इंदिरा जी ने सेकुलर शब्द क्यों जोड़ा इनको भारतीय संस्कृति से तकलीफ है
कॉलेजियम सिस्टम को खत्म होना चाहिए कंपटीशन के आधार पर भर्ती होनी चाहिए
इनकी पेंशन बंद कर देनी चाहिए क्योंकि इनको हिंदू विरोधी मानसिकता से बाहर नही जा रहे हैं
ऐसे लोगों पर सरकार सख्त कार्रवाई करें किसी कोर्ट का जज बनाने का मापदंड शिक्षा होनी चाहिए सरकार ईसपर ध्यान दें। सफाई आवश्यक है
Sahi kaha bhai aapne 🚩🇮🇳🚩🇮🇳💯🙏👍
ऐसे लालची जजों पर कार्रवाई होनी चाहिए जो पद पर रहते हुए तथ्य ,सबूत और न्याय के विरुद्ध सरकार और बहूसंख्यकों की आस्था के पक्ष में फैसला देते हैं
धन्यवाद सरदाना जी सनातन को छोड़ कर सब में असहिष्णुता भरी है परमात्मा बचाये उनको जय श्री कृष्ण 🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
बिल्कुल ही उलट बात कही ,असहिष्णुता सिर्फ सनातन में ही है
Very meaningful and justify views, thankyou.
सर आपको बहुत बहुत बधाई,बहुत बड़ा मुद्दा को सही तरह से इन मूर्खो को समझा दिया,मूर्ख लोग ऐसे जगह में खतरनाक है देश के लिए।।
सुप्रीम कोर्ट जज या हाई कोर्ट जजए सब इंसान है , भगवान नहीं , जिस काटागोरी में आते उस काटागोरी को सपोर्ट करते है। ओ लोग कोर्ट का ऐजेंट है ।
सभी सेवानिवृत्त न्यायाधीशों को भाजपा का टिकट दिया जाना चाहिए।
हिन्दू संस्कृति भारत की आत्मा है न्याय व्यवस्था भी में भी हिन्दू संस्कृति प्रभाव दिखना चाहिए
जब यह देश धर्मनिरपेक्ष है तो कानून धार्मिक शब्द आना ही नहीं चाहिए लोगोंमें
1976 से पहले भारत धार्मिक रिपब्लिक था 1976 के बाद सेक्युलर हुआ है
Christian colonizer k najays paydais nikl Jaa yha s secular country kha sirf Hindu mandir s tax lete hi bhdwee veshi k paydais Christian colonizer Islamic invedar mufat k khate h nikl
निश्चित रूप से न्यायिक व्यवस्था में गड़बड़ियां हैं जो न्याय को आहत कर रहा है,,,,,,,,
अगर जज अपने धर्म,स्वार्थ, राजनीतिक दल के लाभ या महत्वकांक्षा के आधार पर कोई राय रखते हैं, राष्ट्र हित में नहीं हो सकता, कारण न्याय की देवी के आंखों पर पट्टी बंधी है, जहां धर्म है वहीं जीत, किसी को अपने वक्तव्य से लाखों करोड़ों के हित, विचार पर चोट नहीं करनी चाहिए
संविधान में सभी धर्म की बातें समाहित हैं उन्हें अलग से लिखने की जरूरत नहीं समझी गयी, संविधान अपने आप में परिपूर्ण हैं । जय भारत वंदेमातरम
आपके विचार बहुत सुंदर है
इस जज की करतूत नीन्दनीय है इस तरह के जज हिन्दू संस्कृति को खत्म करना चाहता है।इन पर तुरन्त कार्यवाई होनी चाहिए तथा इनकी पेन्शन तुरन्त बन्द होनी चाहिए।
ये बेचारे न धर्म को जानते हैं,ना धर्म को जानि ही सकते हैं और उसे जाने बिना कभी शान्ति प्राप्त नहीं हो सकती।
न्याय दर्शन पढ़ाओ इनको
ईसाई और मुस्लिम शैतान जज गण अपने धर्म को पहले महत्त्व देते हैं। भारत की कानून व्यवस्था को बाद में मानते हैं।
Logo बहुत सुन्दर है
यह intolerance ही नहीं वरन सनातन के प्रति घृणा है
सत्यमेव जयते ही सुप्रीम कोर्ट का लोगो होना चाहिए इसको बदलना ठीक नहीं था जब सत्यमेव जयते लिखा था तो इसको जहाँ धर्म वहा विजय है ये लिखना ठीक नही है ऐसा मेरा अपना विचार है जस्टिस कुरियन का कहना सही है।
किसी भी जज को कॉलेजियम से नियुक्ति नहीं मिलना चाहिए इसके लिए निष्पक्ष पारदर्शी परीक्षा के माध्यम से जजों की नियुक्ति होना चाहिए तभी उचित न्याय का भरोसा दिलाया जा सकता है कॉलेजियम अपने आप में भी पारदर्शी नहीं है केंद्र सरकार को चाहिए कि जजों की नियुक्ति के लिए सरकार अच्छा पारदर्शी कानून बनाए जिससे छोटी मानसिकता वाले लोग इतने ऊंचे पदों पर ना बैठ सके
कोलेजियम प्रणाली रहेगी तो सही न्याय और सही मानसिकता से फैसले की उम्मीद बहुत कम है। ये प्रणाली तो राजनीतिक भाई भतीजावाद से भी खतरनाक है।
ऐसे जज ने फैसले कैसे कैसे किए होगें।बहुत अफसोस है।
न्यायव्यवस्था के आमूल चूल परिवर्तन की महती आवश्यकता है। विशेष रूप से न्यायाधीशों की नियुक्ति भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों की तरह एक स्वतंत्र निकाय (PUSC) द्वारा किया जाना चाहिए। भारत सरकार को संविधान संशोधन के द्वारा न्यायालय के लोकसभा या विधानसभा द्वारा पारित कानून की समीक्षा के अधिकार को ही समाप्त कर दिया जाना चाहिए।
सुप्रीम कोर्ट की गुण्डबस्ती के सीवरजजों का कानूनखतना
आपकी चर्चा सार्थक व सही ह। tnx
मैं जज साहब की आपत्ति से सहमत हूँ । न्यायपालिका में केवल सच की बात ही होना चाहिए , धर्म की नहीं । क्योंकि धर्म कई हैं और इस्लाम जैसे धर्मों में तो न्याय की खुल कर कबर खोदी गई है । लेकिन सर्वोच्च न्यायालय के श्लोक को पढ़ कर वह भी खुश होगा ।
फिर , दूसरी बात यह भी है कि न्यायालय का मकसद ही संविधान की और कानून की रक्षा करना है । उसमें धर्म का हस्तक्षेप होना ही नहीं चाहिए ।
लेकिन , इस जज के बहाने ये गलतगोद कालेजियम पद्धति पर भी अपने विचार प्रकट कर रहा है । स्पष्ट है कि यह भाजपा का पूंछ हिलाऊ है ।
संस्कृत भाषा भारतीय शिक्षणव्यवस्था में अनिवार्य करनी होगी .और इंडियन एज्युकेशन एक्ट खत्म करना चाहिए