क्या रजनीश की कही सारी बाते झूटी है?

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  • Опубликовано: 2 янв 2025

Комментарии • 289

  • @neelumsethi9072
    @neelumsethi9072 2 года назад +18

    ओशो ने धर्म के सिर्फ पाखंड की आलोचना की है। शिव सूत्र, मीरा कृष्ण, पर उन्के प्रवचन सुन कर देखें । शुद्ध प्रेम को वे बहुत महत्व देते हैं । इसिलिए उन्के शिष्य उनके प्रति भाव रूप से समर्पित हैं आज भी! और सत्य तो यह है कि ओशो ने धर्म के जिस रूप से हमें अवगत कराया, हं अपने धर्म को गहन समझ पूर्वक जान पाये हैं। " मैं कहता आंखन देखी " पढकर मैने अपने धर्म का एक दिखावे से नही, गहन प्रेम और समझपूर्वक चिंतन कर रही हूँ । वे आपका धर्म परिवर्तन कभी नहीं करने को कहते। उन्होने प्रेम मार्ग और ध्यान मार्ग दोनो दिखाये। ताकि हम अपनी रुचि और लगन अनुसार अनुसरण करें ।
    उन्होने कभी Fixed उत्तर नही दिये। व्यक्ति विशेष की सहयता के लिये, कैसे वो ध्यान पूर्वक जी सके उसमे सहयोग किया ।और कब उसको अपने परिवार के पास वापस जाना चाहिए, ताकि सबके जीवन में सन्तुलन आ सके। जहां तक हो सके, समय व्यर्थ ना हो उन्के शिष्यों का और वो दुनियादारी के हिसाब से नही आत्मिक स्तर पर उँचाई को पा सके, ये उन्के यत्न होते थे। आप आश्रम की आबो हवा मे रह कर भी दिमाग पर ही रहे। ( क्योंकि आप खुद को बड़ा intellectual समझते रहे। और आप ही के घटिया शब्दों में आप उनकी, " बदमशीयं " पकड़ने गये! ) शायद आपको ज्ञात नहीं कि घर मे माता पिता भी जैसे तैसे, चतुराई से बच्चे को पूजा पाठ के मार्ग पर डाल देते हैं ताकि वो गलत मार्ग से बचा रहे। ऐसे ही सद्गुरु भी साम दाम दंड भेद कर के शिष्यों को सन्मार्ग पर चला देते है । ये उनकी करुना है हं पर। हं भी कभी बचपन में सुनकर उनपर हँसे थे पर आज अनुग्रहीत हैं। स्वयं पर इल्जाम लेकर उन्होँने हमें आजकल के तनाव पूर्ण जीवन में हं कैसे सन्तुलन में जियें इसकी कीमिया सिखा दी है सद्गुरु ओशो ने। कई करोडों प्रेम वश आज भी उन्के दर्शन पा लेते हैं ।

  • @dharamdas356
    @dharamdas356 3 года назад +27

    तर्क के बारे में आचार्य रजनीश कहा करते थे तर्क एक तलवार की तरह होता है ,तलवार जिसकी होती है उसे भी काट देती है और दूसरे को भी।तलवार किसी की नहीं होती।

    • @Dontwastetime_Ok
      @Dontwastetime_Ok 5 месяцев назад +1

      Arre Bina logic jiyoge kaise😂?

    • @sanjayagrawal9308
      @sanjayagrawal9308 День назад

      दूसरा भी तर्क कर रहा उसको सुनो

  • @Aaple_gav_Aaple_vlog
    @Aaple_gav_Aaple_vlog 3 года назад +13

    आप भारतीय समाज की खिचडी बनानेवाले समाज के ठेके दारों के बारे मे कभी बोले है, रजनीश तो वर्ल्ड philosopher थे, आपको भारत में भी कोई pahachanta नही

  • @ShubhamGupta-kb3iu
    @ShubhamGupta-kb3iu 2 года назад +61

    ओशो को समझने के लिए आपको 100 बार श्याम मानव बनना पड़ेगा।

    • @ravikumar-kx6df
      @ravikumar-kx6df 2 года назад

      Pad mat jyada usko ek jhant ukhadu bhi hara dega wo aurat ka Gulam tha yani boor ka Gulam tha usne kabhi bhi mard ki jarurat hi nhi batayi kabhi ye bhi kah diya ki aurat se hi duniya chalti h mard ke bina bhi duniya chal Sakti h

    • @renupandey961
      @renupandey961 Год назад +4

      Right,, ye jarurat se jyda hi khud ko समझने lge

    • @lifeboyhjjmvhdhjh
      @lifeboyhjjmvhdhjh Год назад +3

      Osho ko ek hi janm me samjhsakte hai log bas sab bhula ke dhyan uski baatein pe lagaye shyam manav name rakhne se koi shyam nahi banjata osho ka ek hi target tha bo tha man ko khatm karne ka or dhyan karane ka

    • @Ssedits568
      @Ssedits568 Год назад +3

      Osho ko samajhna har kisi ke bas ki baat nhi

    • @skp1480
      @skp1480 Год назад

      Ye Kuuta hai, Ise Bhokne do..😮

  • @AnilKumar-zz8ts
    @AnilKumar-zz8ts 2 года назад +9

    एक अनुमान के मुताबिक ओशो ने डेढ़ लाख पुस्तकों का अध्ययन किया था बावजूद इसके उनके प्रवचनों में उनके ज्ञान की अपेक्षा अनुभव की झलक ज्यादा मिलते हैं और आपके कदमों में अनुभव की अपेक्षा ज्ञान की झलक ज्यादा मिलते हैं

    • @manojrana-vu9jr
      @manojrana-vu9jr 5 месяцев назад

      Gyan ki bhi nhi hai
      Spiritual experience to dur

  • @rootpurehappiness6071
    @rootpurehappiness6071 3 года назад +23

    तर्क़ से किसी भी चीज की निष्पत्ति नहीं हो सकती 🙄🙄🙏🏻 ओशो शब्दों से हटाकर मौन में ले जाना चाहते थे

    • @sameershah972
      @sameershah972 2 года назад

      Sahi baat toh yah ha ki osho pura tarah sa galat nahi tha mgr unhona apna fayda ka liya logo ka soshan kiya ha kuch galat baatein bata kr.

    • @manojrana-vu9jr
      @manojrana-vu9jr 5 месяцев назад

      Bhai osho ko paisa kmana hota kitna bhi kma lete
      Unke jane k baad unka bank ac bhi nhi mila koi property unke naam p nhi thi
      Unse hzaar guna to chhote chhote baba kma lete hai
      Wo to itna kma skte the jiska hisaab nhi
      Jisko kmmana ho uske dushman puri duniya me nhi hote unko kya pdi thi kisi k against jane ki

  • @pradeepkumarupadhyaysonu9132
    @pradeepkumarupadhyaysonu9132 3 года назад +24

    ओशो great हैं उनकी बराबरी कोई नही कर सकता

  • @cristianoronaldo-qd1fm
    @cristianoronaldo-qd1fm 2 года назад +16

    ओशो ने कहा था मेरी बातों को मानो या ना मानो मुझे कुछ फर्क नहीं पड़ता लेकिन इन पर विचार जरूर करना समझ जाओगे तो अपना लेना नहीं समझ पाओगे तो खोज में निकल जाना

  • @sanjeevsirohi6079
    @sanjeevsirohi6079 3 месяца назад +2

    संभोग से समाधि यदि एक बार पूरी सुन ली जाए ,,तब आप ओशो का सही आकलन कर पाऐंगे। ओशो को जाने बगैर बहुत लोग है जो ओशो की निंदा करते है ,,आप कोई अनोखा काम नही कर रहे है,,

  • @Jaydevsinhvaghela-j2h
    @Jaydevsinhvaghela-j2h 11 месяцев назад +2

    5:35 Jay manav sir aa mera saval lijiye kyoki me bahut tarkik vykti hu aur apko sansthako bahut age le jana chahta hu aur apko bahut bada dan bhi dena chahta hu kyuki me manvata vadi hu aur maanavta ko aage bathana chahta hu please sir col

  • @sunilrajput4925
    @sunilrajput4925 2 месяца назад +1

    Right 👍😂😂

  • @baakhuda
    @baakhuda 2 года назад +5

    आपके पास समझ का अभाव है,,

  • @SHIVAJIDAHIYA
    @SHIVAJIDAHIYA 6 месяцев назад +3

    आज ओशो के विषय में आपके विचार सुनकर मेरे मन में जो भी सम्मान था आपकेप्रति वो एक तरह से खत्म हो गया शायद आप भी बहुत साधारण बुद्धि के इंसान साबित हो गए आपका पूरा वीडियो केवल दो बातों का जिक्र करता है ओशो ने सेक्स के बारे में क्या कहा और ओशो की लग्जरी लाइफ अरे ओशो ने एक हजार विषय पर अपनी बात कही है ओशो की हर बात सुनकर मैं हैरान होता हयू की कोई इतना गहरा अवलोकन कैसे कर सकता है
    ओशो के भाषणों के विषय इतने बड़े और विशाल और गंभीर है की गहरी समझ रखने वाले उसमे एक तरह से डूब जाते है लेकिन जीवन दर्शन की इतनी गहरी बाते छोड़कर आप सेक्स और लग्जरी तक सीमित हो गए ये तो शर्मनाक है मुझे ये कहते हुए खेद है आपने आज अपना कद छोटा कर लिया
    आज मुझे ये भी पता चला की आप के सोचने समझने की सक्ति कितनी कमजोर है अरे कहा ओशो कहा आप
    चलिए आज एक बात बताता हु ओशो के बारे में इस दुनिया में बहुत से विद्वान वक्ता हुए जिन की बाते उपदेशों के रूप में किताबो में आई पढ ने वाले भी अपने शब्दों में उनकी व्याख्याएं की लेकिन ओशो की कही हुई बात की कोई आज तक व्याख्या कर ही नहीं सका जिसने कोशिश भी की वो अपने सब्दों से वह अर्थ पैदा ही न कर सका जो ओशो ने किया ओशो के भाषण हो या किताब उनमें एक एक सब्द अक्षरशः वही लिखा है जो उसने कहा है
    ओशो ने यदि अपने भाषणों की रिकॉर्डिंग नही कराई होती तो ये दुनिया इतने बड़ी ज्ञान से वंचित रह जाती क्योंकि सुनने वाला उसे दूसरे को बता ही न पाता

  • @rohitbhaipanchal3308
    @rohitbhaipanchal3308 3 месяца назад +1

    ओशो ओर आचार्य प्रशांत जेसे ज्ञानीओकी टीका करके तुम कया साबित करोगे न तुम्हारे पास कोई अध्यात्म हे ओर कोई सत्य

  • @niveditashirwatkar4900
    @niveditashirwatkar4900 3 года назад +6

    Totally agree with u Sir 🙏

  • @Aadeshmishra192
    @Aadeshmishra192 3 года назад +22

    भगवान ओशो को समझने के लिए उस लेवल की बुद्धि होनी चाहिये ।जिसने भगवन ओशो को समझ लिया उसने सब समझ लिया।अब ऐसे लोगो को सुनकर इन पर दया हि आती हैं ।भगवान भला करे इस बुढऊ का।

    • @सर्वमंगलसंकल्प
      @सर्वमंगलसंकल्प Год назад +1

      आप समझ गए क्या ओशो को ???

    • @yogeshdhondiyalfilmproduct6169
      @yogeshdhondiyalfilmproduct6169 Год назад

      You are right

    • @lifeboyhjjmvhdhjh
      @lifeboyhjjmvhdhjh Год назад +1

      Osho ko samjhne ke liye sirf ek hi baat kaafi hai uska main target tha dhyan or man ko khatm karna bas man gaya sansaar gaya itna target tha parantu bo bhi mrityu hi ke samaan hai purd is sansaar me bhot kam log hue hai jisme ek naam osho ka bhi hai osho ko mahapurush keh sakte hai bhagwan nahi keh sakte bhagwan to sirf bo hai jinhone sabkuch banaya hai gagan akash nadi pahad or bo shiv hai

    • @Aadeshmishra192
      @Aadeshmishra192 Год назад

      @@lifeboyhjjmvhdhjh आप जो कह रहे हैं वो बात भी सही है हर किसी का अपना अपना समझ होता है महापुरूष समाज को दिशा देते है अच्छे कार्य कर के जाते है इसलिये वो महापुरूष कहलाते है महापुरूष को आप चाहे भगवान माने या सिर्फ महापुरूष माने ये व्यक्ति की अपनी-अपनी सोच होती है लेकिन हमारे लिये हमारे मा बाप भी भगवान होते है क्योकी उनकी वजह सेहम दुनिया मे आये ।हमे पाला पोसा बड़ा किया ।वैसे हि गुरू भी भगवान हि होता है जो जिवन को सवार देता है।गुरू से ही भगवन की प्राप्ति होती है आखिर कहा गया है गुरू ब्रह्म गुरू विष्णु गुरू महेश्वर ।

    • @vartikachaudhary5887
      @vartikachaudhary5887 Год назад

      ​@@सर्वमंगलसंकल्पji bilkul samjh gye

  • @bhimsingh6610
    @bhimsingh6610 11 месяцев назад +1

    Try spitting on the Sun, Try very hard but it will come back to you.

  • @rajendrathakur2913
    @rajendrathakur2913 3 дня назад

    Aap Jaisa Admi Rajneesh ji Ko Chalenge karta hai to Yeh Aachi Bat Nahi hai.

  • @jitukumar-wx3hc
    @jitukumar-wx3hc 3 года назад +7

    You love osho or hate but you cant ignore him.

    • @ravikumar-kx6df
      @ravikumar-kx6df 2 года назад

      Jo chutiya jhoot and sach dono bolta ho use to dono tarah ke log pasand karenge hi ye koi khas bat nhi h

  • @manjirisaraf4737
    @manjirisaraf4737 3 года назад +6

    Osho 🙏🙏🙏🙏

  • @rohitbhaipanchal3308
    @rohitbhaipanchal3308 3 месяца назад +1

    हा पाखंडकी बात करते हो वो ठीक हे लेकिन ओशोके बारेमें कभी गलत मत बोलना

  • @bhudhakumar263
    @bhudhakumar263 Год назад +4

    Osho ko samjhane kliye power chahiye aur energy chahiye

  • @sunilrajput4925
    @sunilrajput4925 2 месяца назад +1

    Jitne bhi comment hai vo sb osho ke gulam hai 😂😂

  • @rajeshacharya8057
    @rajeshacharya8057 2 месяца назад

    जिसका भाग्य और पुण्य ज्यादा हैं वो ही रजनीशको समझ पाएंगे।श्याम मानव जो समझा रहे है वो ठीक नहीं है।रजनीश को समझना इतना आसान नहीं हैं जो मानवजी समझा रहे है।

  • @shailendraparmar7365
    @shailendraparmar7365 2 года назад +12

    सर आप ओशो जी का ताओ उपनिषद पढिये, आपको आपने किसी भी सवाल का जबाब, किसी से
    मांगने की जरूरत नही पडेगी. लेकिन सर आपको हिम्मत जुटानी पडेगी, खुद आपकी तरफ इमानदारी से देखने की, अगर आप इमानदारी से खुद की तरफ देखोगे, तो आप खुद शाम मानव को मिटा दोगे, आपकी आवाज मे कोमलता प्रेम दिखने लगेगा.
    ओम शांती भगवान सबका भला करे.

    • @prashantesi
      @prashantesi 4 месяца назад +1

      Yeh baat tum par bhi lagoo hoti hai😊

  • @VivekKumar-bs3zf
    @VivekKumar-bs3zf 3 года назад +2

    Sir mai 25yrs ka hu , aur 5 saal pehle osho ke videos sunna suru kiya. Mujhe lagta hai osho ne mujhe rational and logical banaya hai lekin jaisa ki aap samjhate aaye hai ki wo kaise authentic nhi the, ye mujhe bhi tab samjh aaya tha jab wo aatma , parmatma , punarjanm ki baaten krte the kyuki usse pehle ke lectures mai wo ye sab bakwas hai aisa bta chuke hai. Mene tb decide kiya , jo ki osho ne ya aur bhi logo pehle hi bola tha, wahi mano jo tmne sahi lgta hai. Tab se maine osho ko spirituality pe sunna hi band kr diya. Aap bahut accha kaam kr rhe ho. Aap ko sunkar koi osho me fasega nhi balki aur babao aur guruon se mukt hone me osho ke tark ko kaam me lega.

  • @balrajgupta4027
    @balrajgupta4027 5 месяцев назад

    SHYAM MANAV JI , I LIKE YOUR TARAK , RIGHT AND JUSTI FIED.

  • @Devotional_Mantra108
    @Devotional_Mantra108 3 года назад +5

    Sir osho ko samajhne ke liye bahut dimag chahiye

  • @hemantshende237
    @hemantshende237 3 года назад +4

    Shyam मानव सर आप जो कार्य कर रहे है
    वह बहोत सराहनिय है. परंतु मुझे यह कहना

    • @hemantshende237
      @hemantshende237 3 года назад +1

      आप ओशो को esliye galat समझे hai q ki unki bato me virodhabhas dikhai deta h. Is virodhabhas ki bhi ek vajah
      Unhone spasht ki thi vo ye thi q ki hame lakir khinch dene ki adat hoti h
      Wo hame suvidhajanak lagta h. Ek baar lakir khich do fir uske fakir ban jao. Chahe fir wo lakir aastikta ki ho chahe nastikta ki. Osho apni bato se kisi ko lakir khichne ka mouka nhi dena chahte the. Wo kehte the ki mai tumhe confuse karunga taki tum khoj me niklo ki sahi kya h aur zuth kya tum apne anubhav se jano jo tum janoge wo tumhara apna gyan hoga kisi aur ka nhi. Aur wo hi tumhare liye thik hoga.

  • @shakishty
    @shakishty 10 месяцев назад

    Rajinish is good business man who sold even sex in the name of spirituality.

  • @rohitbhaipanchal3308
    @rohitbhaipanchal3308 3 месяца назад

    ओशो ध ग्रेटको आप सही अर्थ में समजहि नहीं आए कृष्णमुर्तीकोभि समज नहीं पाते लोग आपके ज्ञानकी गुणवत्ता मेरे सोचसे कमहि हे

  • @shubhrabhise39
    @shubhrabhise39 3 года назад +2

    सर नमस्कार खालील मांसाहार वर्ज , व्यसन मुक्ती, भ्रस्ट धन , परस्त्री गमन व सुमारे 2 तास नामस्मरण या गोष्टी इस्कॉन ची तत्वे आहेत , यामुळे जीवन शांती व सुख कारक होत असेल?या बाबत आपन विचार सांगाल कां ? धन्यवाद

  • @tusharsurvase9466
    @tusharsurvase9466 3 месяца назад

    Extremely perfect ❤

  • @Aaple_gav_Aaple_vlog
    @Aaple_gav_Aaple_vlog 3 года назад +4

    आप बातोंको रेटा मत करो, आपका स्वभाव ही ऐसा है 😀😃😄😇😆

  • @sushilaverma1331
    @sushilaverma1331 Год назад +1

    मान लीजिए, दो लोग बैठे हैं आमने सामने, एक बोलता हैं तेरी शर्ट हरे रंग की हैं, क्युकी उसकी आंखो में ये खराबी ही की उसको हरा रंग ही दिखता हैं, दूसरा बोलता हैं, की तेरी शर्ट भगवा रंग की हैं, क्युकी दूसरे की आंखों में ये खराबी हैं की उसे भगवा ही दिखता हैं। मजे की बात ये हैं की जिसको हरा दिखता हैं, वो सुनता भी हरा हैं, और जिसको भगवा दिखता हैं, वो सुनता भी भगवा हैं। तो दोनो अपनी दुनिया में मस्त हैं😊 । पर एक जो थोड़ी दूर से बातें सुन रहा था इनकी वो सोचता हैं, यार इन दोनो की ही शर्ट सफेद हैं, पर ये अलग अलग क्यों बोल रहे हैं।😅😅
    पर मुद्दा ये हैं की किसकी बात सही मानें, की वास्तव में कौन सही हैं या गलत। हमारा संसार, हमारी आंखे, कान सारी इंद्रियां अपने अपने संस्कार के हिसाब से , हमारी सोच के हिसाब से अपना संसार बना लेती हैं। जैसे किसी ग्रुप में एक कमरे में लोग बैठे हैं, तो एक को चक्कर आने लगे, तो जिसको आए उसके लिए ये वास्तविकता हैं, जबकि वाकी के लिए बेवकूफी का अनुभव।😅😅तो सच्चाई ये हैं ये सब माया के आभासी संसार हैं, सब कुछ समय के बुदबुदे हैं। समय काट रहे हैं। मनुष्य में क्षमता हैं इस से बाहर जाने की लेकिन वोह भी ज्यादातर सामान्य जीवो की तरह ही व्यवहार कर रहा हैं।😊😊😊
    ॐ शांति।🎉❤😊

  • @dr.ramsubashyadav6695
    @dr.ramsubashyadav6695 Год назад

    आप ने यह बहुत अच्छा किया की रजनीश ओशो के रहते यह विश्लेषण नही किया इसी लिए आप महान है धन्य है आप का ज्ञान

  • @vedantatutorials302
    @vedantatutorials302 Год назад +1

    Osho par bol kar tumne aapni aukat bata di

  • @Yoga27-q6y
    @Yoga27-q6y 3 года назад +8

    आप कहते वो सब सत्य हम सब तो मुर्ख ही है क्या? 😜😛😜

  • @BhanupratapSingh-gt4xs
    @BhanupratapSingh-gt4xs 3 месяца назад

    श्याम मानव जी आप रजनीश जैसे तार्किक की बातों को छोड़िए उन्हें धर्म से कुछ लेना देना नहीं है

  • @balu508
    @balu508 3 года назад +3

    Yes this incident of double debating favour n against is true. Osho himself narrated in his discourse..
    There are about 650 in English and Hindi. His discourses are in video n cds.

  • @RahulVerma-fb8mw
    @RahulVerma-fb8mw 3 месяца назад

    Osho is great 🙏🙏

  • @shakishty
    @shakishty 10 месяцев назад +1

    Thank you very nice analysis of Acharya rajneesh

  • @SachinThakur-me6dc
    @SachinThakur-me6dc 3 месяца назад +1

    आपण काय आहात
    आपल कर्म काय
    काय शिकवण्याची ईच्छा क्षमता आपल्याकडे
    स्वता वर स्वताच बाेलू शकता का

  • @HarishSharma-ub7hy
    @HarishSharma-ub7hy Месяц назад

    Osho भविष्य का बुद्ध है ये बात कुछ पाखंडी को बुरी लगेगी लेकिन सत्य यही है

  • @jnkatara9751
    @jnkatara9751 10 месяцев назад +1

    आप भारत का जो असली शक्ति साधनाएं है, उसका मूल उखाड़ रहे हैं।।
    अंधश्रद्धा भले दुर को रेशनालिजम सब कुछ नहीं है।।
    आप अपने आपको सायद होशियार समझ रहे हैं

  • @umeshkute8823
    @umeshkute8823 2 года назад +2

    कोई कुछ भी कहा लेकिन आपका मिशन कमाल , धमाल और बेमिसाल
    है . बदमाशोंपर शिकंजा होना चाहिये. भगवान पर विश्वास बढाना चाहिये. स्वामी विवेकानंदजीने यही किया है .

  • @MamtaKumari-bk5sg
    @MamtaKumari-bk5sg 7 месяцев назад

    Rights says, thanks for this 👏👏

  • @shyamsundersharma6789
    @shyamsundersharma6789 Год назад +2

    Osho is great

  • @wecleanfacility3508
    @wecleanfacility3508 3 года назад +4

    Sir मुद्दे की बात बोला करो प्लिज....

  • @dineshsaini5222
    @dineshsaini5222 Год назад +3

    Aap jis hisab se unke bare bol rhe ho us hisab se hundred percent ye lgta h ki aap ne unko pura pda hi nhi adha adhura pd k chhod diya

  • @mahendrasahu3367
    @mahendrasahu3367 3 года назад +8

    आपने एक काम बहुत अच्छा किया की...ओशो के रहते नही कहा....☺️

    • @amanaryan2830
      @amanaryan2830 3 года назад

      हाँ नही तो ओशो चिलम फेंक के मारता....

    • @rahulshrivastava8405
      @rahulshrivastava8405 3 года назад

      Ar tu us chilam ko pileta ar terá ye manav bhi pileta shayad mind khul Jaye

  • @rajendrathakur2913
    @rajendrathakur2913 3 дня назад

    Aap To Yeh Batao Ki Osho Ne Jhooth Kanha Par BOLA Hai.Aap Kewal Jhooth Hi BatoPar Boley To Theek Rahega .

  • @MrKaluvishal
    @MrKaluvishal 3 месяца назад

    मैं मैं मैं मैं
    मैने मैंने मैने मैने
    बस यही किया मानव जी आपने।

  • @jitendradutt3410
    @jitendradutt3410 2 месяца назад

    कमाल है एक प्रतिभा व ज्ञान व बुद्धि का चैतन्य आकाश को एक ऐसा आदमी तोल रहा है जो अध्यात्म व योग अध्यात्म के आयाम के बारे में एबीसी भी नहीं जानता
    तर्क की बात जहां तक है वह तो खेल होता है दोनों पक्ष चाहे सत्य हो या असत्य इससे सम्बन्ध नहीं होता वह तो इस पर निर्भर करता है की सुनने वाले को क्या अपील करता है सबको अलग अलग बात अपील करती है हिंन्दु को अलग मूर्ख को अलग और बुद्वि को अलग

  • @dharamdas356
    @dharamdas356 3 года назад +2

    आचार्य जी का डिबेट वाली बात सही है।

  • @maheshborle36
    @maheshborle36 Год назад +1

    Theek hai maharashtra ka Ganesh utsav ke baare bataiye 😂😂😂😂😂😂😂😂😂

  • @abhayyedsikar7573
    @abhayyedsikar7573 3 года назад +5

    It's very very difficult to contemplate the Darahan shastra of Osho unless you live like him. Also an enlightened person could be understood by another enlightened person or those who are walking on that path and trying to make their footprints on the path. We have not spared any enlightened person up till now this the history of mankind. It is very difficult for a person especially a public figure to accept the ignorance and admit it before society. But it's Osho's worthiness and he always proclaimed it that he will be either critised or loved but can't ignored. Oshos lover's never worried what people are saying about their Master. And he also taught that you don't try to anyone who is against his teachings.Wait the opposer has started his journey towards him by opposing him. It's only a matter of time sooner or later he will walk under his love umbrella to shed himself from the heat.

    • @spiritualscience6808
      @spiritualscience6808 Год назад +1

      It is proved that any Enlightened person never fall sick or allergic to outer atmodphere..! But Rajnish was affected .. And has ability, power to cure any diseases of self and others too..! Why..? Nobody is rational..!

  • @gopalsinghsolankikota1340
    @gopalsinghsolankikota1340 6 дней назад

    ओशो पर ओर वीडियो बनाओ
    ताकि लोग जाग सके

  • @User1212swaa
    @User1212swaa 3 месяца назад

    Osho बेजोड है, ओशो का कोई मुकाबला नही

  • @prateekkochar6287
    @prateekkochar6287 11 месяцев назад +2

    धर्म आस्था का विषय है तर्क से साबीत नही कीया जा सकता है

  • @Pranavkumarsinha-dm9so
    @Pranavkumarsinha-dm9so 3 месяца назад

    Osho is great.l love Osho.

  • @ShashiP50K
    @ShashiP50K 3 месяца назад

    श्याम जी ओशो के टाईम पे होते तो ये भी उनका चेला बन जाते ।

  • @rohitbhaipanchal3308
    @rohitbhaipanchal3308 3 месяца назад

    ओशोके आगे ओर प्रशांत आचार्यके आगे तुम्हारा कोईभी लोजिक काम नहिं आऐगा ईसलिऐ ऐसे परमज्ञानिओकि टीका टीप्पणी बंध करो

  • @shailendradhaddha6200
    @shailendradhaddha6200 Год назад +3

    तुम ओशो पर बोलने के लायक नहीं हो पर बोलने की तुम्हें स्वतंत्रता है .

  • @Akashdeep-iw1jb
    @Akashdeep-iw1jb 3 года назад +5

    It has taken 30 long years after his death for a small section of society to acknowledge and celebrate Osho. With the publication of Life’s Mysteries-An Introduction to the Teachings of Osho (Penguin India), perhaps a new generation of readers will get the chance to access Osho’s formidable work sans prejudice and bias. His was a life touched by GENIUS… and MADNESS.
    In a country as hypocritical as ours, a person has to be a little crazy to say what Osho consistently said, knowing all along that his ideas would be mangled beyond recognition by those who were so conditioned by convention to conform to centuries of clichés about our ‘great culture’. Osho was horribly misunderstood during his lifetime. And rendered largely irrelevant to the next generation (after his death) that didn’t quite understand just how ahead of his time Osho really was.
    It was easy for an ignorant press to label him a ‘SEX GURU’ and focus on wild orgies at his commune in Pune. Sure, Osho had dedicated a large part of his life to deconstruct and demystify SEX -he’d consistently mocked those who gave it such exaggerated importance, he’d laughed at others who treated sex as a terrifying affliction. SEX, Osho declared, was like eating, sleeping, breathing, drinking. It was our problem if we attached any more significance to it.
    His irreverence and wicked sense of humour (nothing was sacred in his book, and nobody was a holy cow) were misconstrued by people who refused to look beyond his flamboyant lifestyle (a careful construct that was actually a sly and subversive send-up of our fascination for money and symbols of wealth), his velvet robes and an impressive fleet of Rolls Royces (he changed cars every day to drive the short distance from his home to the meditation hall in which he held his discourses).
    This was the essential Osho-as mischievous as a child. Ready to play intellectual pranks on the world, then sit back and chuckle at the furore those created. Behind the diamond bracelets and elaborate headgear was a man with complete and ABSOLUTE CONTROL over his SUBJECT. Forget dubbing him a philosopher who had mastered comparative religions-any academic can rightfully make such a claim. Osho was an original.
    His take on religion was radically different from anybody else’s. And as an original thinker, he challenged everything and everybody. In the bargain, he managed to annoy the world. Perhaps that was his intention. If there is one thing Osho hated it was COMPLACENCY and SMUGNESS. He provoked with deliberation, aiming his barbs at those who were cosily ensconced in their bubbles of certainty about life and its ‘rules’ (BORRRRRING!!). Osho abhorred humbug and didn’t miss a single chance to debunk all those pious, pompous asses who sat in judgment over others. In the process, he acquired a terrible reputation and was seen as a threat to ‘civilised’ society. This positioning would have suited him fine as well had he not had to pay such a stiff price for it in terms of his physical health.
    Post his ordeal in Oregon, which nearly cost him his life, Osho was a mere shadow of his former self-frailer in body and spirit, he more or less abdicated and left his VAST EMPIRE IN FAR LESS CAPABLE (even wily) HANDS. Today, the commune in Pune is no better than a swanky resort or spa, without a charismatic leader to head it. Yes, it still attracts foreigners looking for a warm winter break in Pune from the brutality of European winters, and I’m sure it makes serious money, too.
    The great scholar that Osho was, may just find the recognition denied to one of the last century’s most iconoclastic thinkers, thanks to the book. He died an inglorious death. But his vibrant life was his true message. Here’s hoping Osho lives vividly in our imagination once again. I was, and remain, Osho’s ardent admirer.
    SHOBHAA DE
    INDIAN COLUMNIST
    LITERARY WRITER OF SOUTH ASIA,

    • @ravikumar-kx6df
      @ravikumar-kx6df 2 года назад

      Overall osho was not a authentic person. In his initial life he was authentic but later on he changed his path and never criticized religion and spirituality and using this to make money and himself enjoyed in confused way

  • @bhagwatchavan9767
    @bhagwatchavan9767 3 месяца назад

    Kundlani jag jane pr insan ko gyan ho jata hai ye osho ne kaha hai sir

  • @RamTurkane-oz8xk
    @RamTurkane-oz8xk 3 месяца назад

    जो आस्तिक हैं वो रजनीश ओशो को कभी नही समझ सकता ये तो मैं कह सकता हूं।

  • @locasgamer2549
    @locasgamer2549 9 дней назад

    इस्ट या वेस्ट मोदी इज द बेस्ट

  • @chandrashasverma9004
    @chandrashasverma9004 3 года назад +4

    Have you seen in world like osho

  • @NeeleshYadav-c6s
    @NeeleshYadav-c6s 3 месяца назад

    Osho ki bahut si batein sahi hain
    Ap kyun nahi osho ban jate

  • @cllodhi4767
    @cllodhi4767 3 месяца назад

    Jindgi badi jatil hai,,bahut samajhdar mat bano,,,aalochna sirf mahapursho ki ho sakti hai murkho ki nahi

  • @k.chandrahar6709
    @k.chandrahar6709 3 месяца назад

    एक हैं ओशो और एक हैं अष्टावक्र और एक हैं सुकरात।
    असत्य से कभी समझौता नहीं किया

  • @VijayChahar-uq8sl
    @VijayChahar-uq8sl 4 месяца назад +1

    आप बिल्कुल 100%सत्य कहरहे है जी ओशो मे केवल तार्किक बुद्धि के बल पर लोगों को बेबकूफ बनाया

  • @HarishSharma-ub7hy
    @HarishSharma-ub7hy Месяц назад

    ओशो ने कभी नहीं कहा कि मानो उन्होंने कह पहले जानो

  • @hifza8034
    @hifza8034 3 месяца назад

    Ap j Krishna Murti ke bare me bhi vidio banaiye plz

  • @VinodTailor-b8k
    @VinodTailor-b8k 3 месяца назад

    Osho

  • @satyadarshandelhi
    @satyadarshandelhi 3 года назад +5

    Osho ko samajhne ke liye jo budhi chaahiye vo aapne nahi hai

  • @silaskshetre
    @silaskshetre Год назад

    Sir please hypnosis ke bare mein jankari de unke prakar , self relaxation and all other methods for all 🙏

  • @astroevents2870
    @astroevents2870 6 месяцев назад

    What about your personal opinion about Acharya Rajanish?

  • @KanchhaNoScretRecipes
    @KanchhaNoScretRecipes Год назад

    Hahaha ye bechare ko pata hi nahi ki unhone koi dharm nahi banaya or nahi koi rajneesh puram koi dharm diya
    In mahashaye ne kabhi dhyan ka shwaad hi nahi chakha hai shayad

  • @प्रगतिशीलकिसानमंचसुरसंड

    स्रोता को निष्पक्ष होना चाहिए तभी आप सच तक पहुँच पाएंगे।
    अपने समय में ओशो की महानता सत्य हो सकता।
    क्योंकि तब बिज्ञान इतना विकसित नहीं हुआ था।।।
    प्रत्येक बच्चों में पूरी की पूरी संभावना वह अपने वर्तमान के माता पिता सगे संबंधियों से बहुत वेहतर हो सकता था।
    पर सही परिवरिश के अभाव में पिछड़ भी सकता है।।
    भविष्य में मानव महाशय से भी वेहतर सोच बिचार बाले लोग जन्म लेंगे उनको भी उतने ही चाव से सुनेंगे जैसे आज महामानव,, मानव महाशय को सुन रहे।।
    मानव बुद्धि विवेक समय के साथ निखरता रहा है। सच भी बदलते रहे हैं।।।
    इसलिए किन्ही एक बिचारों पर अटके नहीं दिमाग की खिड़की खुली रखिए हमेशा नए बिचारों को सामने लायक जगह दिमाग में बनाए रखिए।।

  • @drmanishkkashyapmanish6922
    @drmanishkkashyapmanish6922 8 месяцев назад

    ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤

  • @dineshsaini5222
    @dineshsaini5222 Год назад +3

    Knowledge to apka bahut km lg rha h sir ji 🤣🤣

  • @Mahinder-y9i
    @Mahinder-y9i 3 месяца назад

    Sab vyarth Hai

  • @ravinderpal9210
    @ravinderpal9210 3 года назад +2

    😂😂😂😂 Aandr se ji tau ji🙏
    Aapp to sek kr bol rhe ho

  • @dnyaneshwarraodeshmukh2011
    @dnyaneshwarraodeshmukh2011 3 года назад +5

    श्याम मानव आध्यात्म पर बोलते हैं यही सबसे बडा जोक हैं. मानावं जी विंनोबके आश्रंमे रहके आध्यात्म सिखा नाही जाता उसकेलिये तुकाराम नामदेव समाझमे लना जरूरी होता है andhashraddha अंधश्रद्धा के नाम पर लोगोणको गुमराह कराना बंद किजीये

  • @mr.devilgaming5531
    @mr.devilgaming5531 5 месяцев назад

    अगर osho को कोई व्यक्ति कहता कि उसे ठंड लगी है तो वो उससे वो कहता कपड़े पहन लो, अगर कोई कहता था कि गर्मी लग रही है तो वो कहते कपड़े उतार दो। इन दो बातो मे विरोध aabhas नहीं हैं।

  • @RahulVerma-fb8mw
    @RahulVerma-fb8mw 3 месяца назад

    Osho k rhte aap ye kabhi nhi bol pate 😅

  • @dineshsaini5222
    @dineshsaini5222 Год назад +1

    Kash ye apki debating osho k sath hoti ek bar 🤣🤣🤣 to aj te channel hi nhi bnta apka 🤣

  • @rayajisatoskar3254
    @rayajisatoskar3254 3 года назад +2

    तो आप बतआयो की रजनीश क्या झूट बोले क्या सच बोले

  • @Shows...90340
    @Shows...90340 Год назад

    Sir it is not right to deny everything...

  • @Aaple_gav_Aaple_vlog
    @Aaple_gav_Aaple_vlog 3 года назад +3

    आप मे किधर प्रमाणिकता है

  • @sahanimadan4176
    @sahanimadan4176 2 месяца назад

    You tell me something about ROMI.

  • @myexperiencerenukumari1724
    @myexperiencerenukumari1724 3 года назад +4

    Agar video banana hai to Kisi jadi buti pr bano aap ki Umar ke hisab se shut hoga .....hum to Osho ke diwane hai

    • @Aadeshmishra192
      @Aadeshmishra192 3 года назад

      You r right ओशो को समझने के लिए उस level की बुद्धि जो आजकल के इंसानो मे कही नही दिखाई देता है मेरी नजर में जिसने भगवान ओशो को समझ लिया उसे हि इस जगत मे मोक्ष की प्राप्ति हो सकती हैं और उसे हि सच्चा अध्यात्मिक कहा जा सकता है।

    • @Sanatani5924
      @Sanatani5924 3 года назад

      Bewakup ye kon hai jante ho

  • @kailaphotography6047
    @kailaphotography6047 3 года назад +1

    By your theory, we should not believe you....Rajnish is all time better than Sharad Pawar whom you praised like anything.

  • @nitishgautam5728
    @nitishgautam5728 10 месяцев назад

    For me Osho is a book which has Correct knowledge and also falsehood ... The end goal should be learn from him how language can be used against anything, how vulnerable it is .

  • @mrsbclasses
    @mrsbclasses 3 года назад +1

    In sb sawalo k jawab to osho ne khud bhi diye hai

  • @mankeshwarsharma7106
    @mankeshwarsharma7106 3 месяца назад +1

    Tum abhi bache ho osho ko samajh nahi sakoge

  • @sanjeevsirohi6079
    @sanjeevsirohi6079 3 месяца назад

    आप कौन है भाई,,,ओशो को लोग स्वयं स्वीकार कर रहे है ,,,और जिन्हे उनके रहते परेशानी थी,,क्या मरे बाद उनका पीछा छोड देंगे,,?

  • @VijayChahar-uq8sl
    @VijayChahar-uq8sl 4 месяца назад

    औरतों के सौंदर्य क़ी तरफ प्रभावित होने बाले ही ओशो का समर्थन कर सकते है अन्यथा कोई नहीं कर सकता है