ज्ञान गंगा नहा लो प्यारे मना,मैल मन का छुड़ा लो प्यारे मन - स्वर राजू परदेशी

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Комментарии • 1

  • @TarunKumar-fs6xz
    @TarunKumar-fs6xz 4 месяца назад +2

    अति सुन्दर भजन, सप़ेम साहेब बंदगी।