जय शिव गुरू,,हम आत्मा परमात्मा के अंश है भगवान हमारे अंदर मे है हमी अग्यानता मे रहकर अन्देखी करते है।जंगल पहाडों मंदिरो मे ढूंढते रहते है।जब भी गुरू बनाये पुरा रूहानी संत महात्मा जो हमारे अंदर मे पर्दा खोल कर ज्योति दिखा सकते है।,, प्रणाम,,
सुमिरन साहिब की जय साहिब जी आत्मा जीव में क्या फर्क है। जीव किसे कहते है फिर आत्मा किसे कहते है। शरीर में आत्मा का ठोर ठिकाना कहा है। फिर शरीर में आकाश तत्व कहा है इसको ईथर भी कहते है। ये चार तत्व तो दिखाई परता है पर ईथर तत्व दिखाई नही परता। गुरु जी जब आदमी मरता है तो नर्क कौन भुगतता है जब की आत्म देव पाँच तत्व से अलग है इसे कोई छेर ही नही सकता तो नर्क कौन भुगतता है। या स्वर्ग का सुख कौन लेता है। मोक्ष कहा होता है। जब की गरीब दास कहते है कही न आया कही न गया आपे आप में समाया। ये कैसे। अखण्ड टिका क्या है। कैसे करते है। कृपा कर बताने की कृपा करेगे। जय बन्दीछोर
कोई किताब का नाम बताइये , पढ़ के देखूंगा , कविर जी को संत तो निःसंदेह मानते है लेकिन आगे की बात उनकी ज्ञान की किताब पढ़ के । आप जो बाते बताई है मुझे पता है , मैच कर रहा है इसीलिए पूरा किताब पढ़ के देखना चाहता हूँ।
Guru Ji ko sat sat Naman Prabhu ji
Saheb bandagi guru Dev
साहेब बंदगी साहेब🌼🌼🌼🤲🤲🤲🙏🙏🙏
Sahab ki charanon mein koti koti Sahib bandagi 🏳️🙏💐🌹
साहेब। बंद गी।साहेब। बंदगी साहेब बंदगी
Sadguru Kabir saheb ko bandagi saheb bandagi .
Sat Saheb ji prnaam Sant bhagvan ji
Jai gurudev
Saheb Bandgi Saheb Ji
Ap mahan ho guru aesa ghyan koi nahi bataye ga ap ko sat sat naman karata hu
Jay Gurudev Naam Parmatma ka
सतसाहीब
Saheb bandgi Saheb
जय गुरु देव
Saheb bandgi 🙏🙏🌺🌿🙏🌺🌿🙏 saheb ji 🌿🙏🌹🙏
SAT sahib bandgi ji
Very nice
Saheb aap jo bhi
Sat sahibh
JAI SATGURU
Jay Sadguru Kabir Maharajki...Pranaam !
Om Guruji Dharti Aasan samajh kushasan pode jiv K sarne sat h
allakh aadesh shiv shambhu jai gorakh nath ko satnaam aadesh guru shiv gorakh nath ko aadesh aadesh aadesh
साहेब बंदगी साहेब
Sat sahib bandgi sahib ji
गुरु जी को शत शत नमन गोरी हमारे 24 घंटे कानों में ध्वनि चलती रहती है कृपया करके हमारा आगे का मार्ग दर्शन ए की कृपा शत शत नमन प्रभु जी
Jay guru dev
जय शिव गुरू,,हम आत्मा परमात्मा के अंश है भगवान हमारे अंदर मे है हमी अग्यानता मे रहकर अन्देखी करते है।जंगल पहाडों मंदिरो मे ढूंढते रहते है।जब भी गुरू बनाये पुरा रूहानी संत महात्मा जो हमारे अंदर मे पर्दा खोल कर ज्योति दिखा सकते है।,, प्रणाम,,
मन को काबू करना बहुत मुश्किल है
Man or chit Ko Sumran me laga do to Apne AAP man Kabu ho jayega
Sat sahibh sahibh bandgi
सुमिरन साहिब की जय साहिब जी आत्मा जीव में क्या फर्क है। जीव किसे कहते है फिर आत्मा किसे कहते है। शरीर में आत्मा का ठोर ठिकाना कहा है। फिर शरीर में आकाश तत्व कहा है इसको ईथर भी कहते है। ये चार तत्व तो दिखाई परता है पर ईथर तत्व दिखाई नही परता। गुरु जी जब आदमी मरता है तो नर्क कौन भुगतता है जब की आत्म देव पाँच तत्व से अलग है इसे कोई छेर ही नही सकता तो नर्क कौन भुगतता है। या स्वर्ग का सुख कौन लेता है। मोक्ष कहा होता है। जब की गरीब दास कहते है कही न आया कही न गया आपे आप में समाया। ये कैसे। अखण्ड टिका क्या है। कैसे करते है। कृपा कर बताने की कृपा करेगे। जय बन्दीछोर
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Satsab guru
Sat Kabir saheb Ji
Kya atma ka darsan kisiko ho sakta he
Pm
Sanjay Bhai Ho Bhawan Mein Barud Bharti upload bhajan video
कोई किताब का नाम बताइये , पढ़ के देखूंगा , कविर जी को संत तो निःसंदेह मानते है लेकिन आगे की बात उनकी ज्ञान की किताब पढ़ के । आप जो बाते बताई है मुझे पता है , मैच कर रहा है इसीलिए पूरा किताब पढ़ के देखना चाहता हूँ।
Bich Mein Hi prachar gana shuru ho jata hai ya nahin Hona chahie Satsang ke andar prachar Prasar
Sumiran kiska Karna hai
Rk
Bandichod kabir sahebki Jay
how bb., Afghan,p I
Very nice