ग़ैर-मुस्लिम/काफ़िर को दण्ड फिर, जब पवित्र महीने बीत जाऐं, तो ‘मुश्रिकों’ (मूर्तिपूजकों) को जहाँ-कहीं पाओ कत्ल करो, और पकड़ो और उन्हें घेरो और हर घात की जगह उनकी ताक में बैठो। (कुरान मजीद, सूरा 9, आयत 5)[24] जिन लोगों ने हमारी ”आयतों” का इन्कार किया (इस्लाम व कुरान को मानने से इन्कार) , उन्हें हम जल्द अग्नि में झोंक देंगे। जब उनकी खालें पक जाएंगी तो हम उन्हें दूसरी खालों से बदल देंगे ताकि वे यातना का रसास्वादन कर लें। निःसन्देह अल्लाह प्रभुत्वशाली तत्वदर्शी हैं” (कुरान सूरा 4, आयत 56) [24] ईसाइयों और यहूदियों के साथ मित्रता मत करो (सूरा 5, आयत 51)।[24] काफिरों को जहाँ पाओ, उनको जान से मार दो (सूरा 2, आयत 191)।[24] ईमान वालों, अपने आस-पास रहने वाले काफिरों के साथ युद्ध करो। उनको तुम्हारे अन्दर कटुता दिखनी चाहिए। (सूरा 9, आयत 123)[24] अल्लाह ग़ैर-मुसलमानों का दुश्मन है। (सूरा 2, आयत 98)[24] इस्लाम के अलावा और कोई धर्म/देवता स्वीकार नहीं है। (सूरा 3, आयत 85)[24] इस्लाम को न मानने वालों का दिल अल्लाह भर देगा और ग़ैर-मुसलमानों की गर्दन काट कर तुम्हें उनका शरीर काट देना है। (सूरा 8, आयत 12)[24] सिर्फ मुसलमानों को अपना करीबी दोस्त बनाएं। (सूरा 3, आयत 118)[24] गैर-मुस्लिम दोस्त न बनाएं। (सूरा 3, आयत 28 व सूरा 9, आयत 23)[24] गैर-मुसलमानों से तब तक लड़ें जब तक अल्लाह का धर्म पूरी तरह से दुनिया में स्थापित न हो जाए। (सूरा 8, आयत 39)[24] मूर्तियाँ गंदी हैं। (सूरा 22, आयत 30)[24] मूर्ति पूजा करने वालों को जहाँ कहीं भी मिले, घात लगाकर उन्हें मार डालो। (सूरा 9, आयत 5)[24] जहाँ कहीं पाखंडी और मूर्तिपूजक पकड़े जाते हैं, उनकी बुरी तरह से हत्या कर दी जाएगी। (सूरा 33, आयत 61)[24] अल्लाह के सिवा कोई पवित्र ईश्वर नहीं है। (सूरा 3, आयत 62, सूरा 2, आयत 255, सूरा 27, आयत 61 व सूरा 35, आयत 3)[24] अल्लाह के सिवा किसी और की इबादत करने वाले नर्क के ईंधन हैं। (सूरा 21, आयत 98)[24] मूर्ति पूजक अशुद्ध (अपवित्र) है। (सूरा 9, आयत 28)[24] काफ़िर आपके खुले दुश्मन हैं। (सूरा 4, आयत 101)[24] काफिरों पर ज़ुल्म करो। (सूरा 9, आयत 123)[24] काफिरों को नीचा दिखाएँ और उनसे लड़ें। (सूरा 9, आयत 29)[24] काफिरों और पाखंडियों के खिलाफ जिहाद (लड़ाई) करो। (सूरा 66, आयत 9)[24] हम कुरान का खंडन करने वालों की खाल पकाएँगे। (सूरा 4, आयत 56)[24] लूट का सारा माल (लड़कियां व महिलाओं सहित) हलाल है। गैर मुसलमानों के लड़कियां और महिलाओं को गुलाम बना के बलात्कार करना जायज है)। (सूरा 8, आयत 69)[24] अल्लाह ईमान वालों के द्वारा काफ़िरों को सताएगा। (सूरा 9, आयत 14)[24] युद्धबंदियों को सताओ। (सूरा 8, आयत 57)[24] इस्लाम छोड़ने वालों से बदला लो। (सूरा 32, आयत 22)[24] ।।।।
@@sauraav3209हरे किरीषणा मे आपसे यह कहना चाहता हुन आप भी शुरू करे सनातनी ग्रंथो को रिएक्शन वीडियो मे लेकिन एक सर्त हैँ सनातनी ग्रंथो को संस्कुरूत भाषा मे हैँ उसे हिंदी भाषा मे अनुवाद करके बताएंगे नहीं ऐसा नहीं हो सकता इसलिए के उसमे किस किस तरह की प्रथाओं के बारे मे लिखा हैँ ओर नजाने क्या क्या अनाप सनाप लिखा हैँ आपको भी जानना जरूरी हैँ ओर लोगो को भी मेरा आप से अनुरोध हैँ इस कार्य को चलू करे शिव पुरान से शुरुआत करे
Sisters molana mufti taki osmani brought the video which is the greatest scholar molana mufti taki osmani no scholar can compete with him he excels in every knowledge he is number one among all Muslim 👍👍👍👍
ग़ैर-मुस्लिम/काफ़िर को दण्ड फिर, जब पवित्र महीने बीत जाऐं, तो ‘मुश्रिकों’ (मूर्तिपूजकों) को जहाँ-कहीं पाओ कत्ल करो, और पकड़ो और उन्हें घेरो और हर घात की जगह उनकी ताक में बैठो। (कुरान मजीद, सूरा 9, आयत 5)[24] जिन लोगों ने हमारी ”आयतों” का इन्कार किया (इस्लाम व कुरान को मानने से इन्कार) , उन्हें हम जल्द अग्नि में झोंक देंगे। जब उनकी खालें पक जाएंगी तो हम उन्हें दूसरी खालों से बदल देंगे ताकि वे यातना का रसास्वादन कर लें। निःसन्देह अल्लाह प्रभुत्वशाली तत्वदर्शी हैं” (कुरान सूरा 4, आयत 56) [24] ईसाइयों और यहूदियों के साथ मित्रता मत करो (सूरा 5, आयत 51)।[24] काफिरों को जहाँ पाओ, उनको जान से मार दो (सूरा 2, आयत 191)।[24] ईमान वालों, अपने आस-पास रहने वाले काफिरों के साथ युद्ध करो। उनको तुम्हारे अन्दर कटुता दिखनी चाहिए। (सूरा 9, आयत 123)[24] अल्लाह ग़ैर-मुसलमानों का दुश्मन है। (सूरा 2, आयत 98)[24] इस्लाम के अलावा और कोई धर्म/देवता स्वीकार नहीं है। (सूरा 3, आयत 85)[24] इस्लाम को न मानने वालों का दिल अल्लाह भर देगा और ग़ैर-मुसलमानों की गर्दन काट कर तुम्हें उनका शरीर काट देना है। (सूरा 8, आयत 12)[24] सिर्फ मुसलमानों को अपना करीबी दोस्त बनाएं। (सूरा 3, आयत 118)[24] गैर-मुस्लिम दोस्त न बनाएं। (सूरा 3, आयत 28 व सूरा 9, आयत 23)[24] गैर-मुसलमानों से तब तक लड़ें जब तक अल्लाह का धर्म पूरी तरह से दुनिया में स्थापित न हो जाए। (सूरा 8, आयत 39)[24] मूर्तियाँ गंदी हैं। (सूरा 22, आयत 30)[24] मूर्ति पूजा करने वालों को जहाँ कहीं भी मिले, घात लगाकर उन्हें मार डालो। (सूरा 9, आयत 5)[24] जहाँ कहीं पाखंडी और मूर्तिपूजक पकड़े जाते हैं, उनकी बुरी तरह से हत्या कर दी जाएगी। (सूरा 33, आयत 61)[24] अल्लाह के सिवा कोई पवित्र ईश्वर नहीं है। (सूरा 3, आयत 62, सूरा 2, आयत 255, सूरा 27, आयत 61 व सूरा 35, आयत 3)[24] अल्लाह के सिवा किसी और की इबादत करने वाले नर्क के ईंधन हैं। (सूरा 21, आयत 98)[24] मूर्ति पूजक अशुद्ध (अपवित्र) है। (सूरा 9, आयत 28)[24] काफ़िर आपके खुले दुश्मन हैं। (सूरा 4, आयत 101)[24] काफिरों पर ज़ुल्म करो। (सूरा 9, आयत 123)[24] काफिरों को नीचा दिखाएँ और उनसे लड़ें। (सूरा 9, आयत 29)[24] काफिरों और पाखंडियों के खिलाफ जिहाद (लड़ाई) करो। (सूरा 66, आयत 9)[24] हम कुरान का खंडन करने वालों की खाल पकाएँगे। (सूरा 4, आयत 56)[24] लूट का सारा माल (लड़कियां व महिलाओं सहित) हलाल है। गैर मुसलमानों के लड़कियां और महिलाओं को गुलाम बना के बलात्कार करना जायज है)। (सूरा 8, आयत 69)[24] अल्लाह ईमान वालों के द्वारा काफ़िरों को सताएगा। (सूरा 9, आयत 14)[24] युद्धबंदियों को सताओ। (सूरा 8, आयत 57)[24] इस्लाम छोड़ने वालों से बदला लो। (सूरा 32, आयत 22)[24]।।।।।
Even more shocking is that this Quran was revealed verse by verse over a period of 23 years. It becomes absolutely impossible for any human to be this precise for 23 years.
ग़ैर-मुस्लिम/काफ़िर को दण्ड फिर, जब पवित्र महीने बीत जाऐं, तो ‘मुश्रिकों’ (मूर्तिपूजकों) को जहाँ-कहीं पाओ कत्ल करो, और पकड़ो और उन्हें घेरो और हर घात की जगह उनकी ताक में बैठो। (कुरान मजीद, सूरा 9, आयत 5)[24] जिन लोगों ने हमारी ”आयतों” का इन्कार किया (इस्लाम व कुरान को मानने से इन्कार) , उन्हें हम जल्द अग्नि में झोंक देंगे। जब उनकी खालें पक जाएंगी तो हम उन्हें दूसरी खालों से बदल देंगे ताकि वे यातना का रसास्वादन कर लें। निःसन्देह अल्लाह प्रभुत्वशाली तत्वदर्शी हैं” (कुरान सूरा 4, आयत 56) [24] ईसाइयों और यहूदियों के साथ मित्रता मत करो (सूरा 5, आयत 51)।[24] काफिरों को जहाँ पाओ, उनको जान से मार दो (सूरा 2, आयत 191)।[24] ईमान वालों, अपने आस-पास रहने वाले काफिरों के साथ युद्ध करो। उनको तुम्हारे अन्दर कटुता दिखनी चाहिए। (सूरा 9, आयत 123)[24] अल्लाह ग़ैर-मुसलमानों का दुश्मन है। (सूरा 2, आयत 98)[24] इस्लाम के अलावा और कोई धर्म/देवता स्वीकार नहीं है। (सूरा 3, आयत 85)[24] इस्लाम को न मानने वालों का दिल अल्लाह भर देगा और ग़ैर-मुसलमानों की गर्दन काट कर तुम्हें उनका शरीर काट देना है। (सूरा 8, आयत 12)[24] सिर्फ मुसलमानों को अपना करीबी दोस्त बनाएं। (सूरा 3, आयत 118)[24] गैर-मुस्लिम दोस्त न बनाएं। (सूरा 3, आयत 28 व सूरा 9, आयत 23)[24] गैर-मुसलमानों से तब तक लड़ें जब तक अल्लाह का धर्म पूरी तरह से दुनिया में स्थापित न हो जाए। (सूरा 8, आयत 39)[24] मूर्तियाँ गंदी हैं। (सूरा 22, आयत 30)[24] मूर्ति पूजा करने वालों को जहाँ कहीं भी मिले, घात लगाकर उन्हें मार डालो। (सूरा 9, आयत 5)[24] जहाँ कहीं पाखंडी और मूर्तिपूजक पकड़े जाते हैं, उनकी बुरी तरह से हत्या कर दी जाएगी। (सूरा 33, आयत 61)[24] अल्लाह के सिवा कोई पवित्र ईश्वर नहीं है। (सूरा 3, आयत 62, सूरा 2, आयत 255, सूरा 27, आयत 61 व सूरा 35, आयत 3)[24] अल्लाह के सिवा किसी और की इबादत करने वाले नर्क के ईंधन हैं। (सूरा 21, आयत 98)[24] मूर्ति पूजक अशुद्ध (अपवित्र) है। (सूरा 9, आयत 28)[24] काफ़िर आपके खुले दुश्मन हैं। (सूरा 4, आयत 101)[24] काफिरों पर ज़ुल्म करो। (सूरा 9, आयत 123)[24] काफिरों को नीचा दिखाएँ और उनसे लड़ें। (सूरा 9, आयत 29)[24] काफिरों और पाखंडियों के खिलाफ जिहाद (लड़ाई) करो। (सूरा 66, आयत 9)[24] हम कुरान का खंडन करने वालों की खाल पकाएँगे। (सूरा 4, आयत 56)[24] लूट का सारा माल (लड़कियां व महिलाओं सहित) हलाल है। गैर मुसलमानों के लड़कियां और महिलाओं को गुलाम बना के बलात्कार करना जायज है)। (सूरा 8, आयत 69)[24] अल्लाह ईमान वालों के द्वारा काफ़िरों को सताएगा। (सूरा 9, आयत 14)[24] युद्धबंदियों को सताओ। (सूरा 8, आयत 57)[24] इस्लाम छोड़ने वालों से बदला लो। (सूरा 32, आयत 22)[24]।।।।
Hello Sana & Disha, hope you are doing well. Qur"aan is undeniable, unchangeable, no one can be able to challenge it after 1400 years because it is sent from the creator to last prophet Muhammad (S.A.A.W)....... Disha this my request you to please study qur'aan and accept the true religion. You will be successful In Sha Allah. Love from Karachi 🇵🇰
@Huraira Ali bhai mere quran zara laden, taliban, al Qaeda ko bhi padao... Unhone tumse jada Islam pada hai... Wo to kafiro ko mar rhe hai... Ye likha hai tumari kitab mai
@Huraira Ali bhai akela Israel🇮🇱🇮🇱 ek kafir mulk ne Sare muslim ki band baja ke rakhi hai unke samne Sare muslim kyu late jate hoo... Himmat hai tu unse lado
Take a few seconds and say Astaghfirullah x3 SubhanAllah x3 Allhamdulillah x3 Allah-hu-Akbar x3 La ilaha illallah x3 Congratulations good deeds for both of us ❤️
Exactly Quran is for all without any caste and creed So I request you all to read Qur'an with meaning and understand it.Our life will change. Allah is Only One who created this whole World.I proud to be a Muslim.
QURAN is d word of Most merciful Most powerful almighty ALLAH Many Disbelievers n shaitans r trying to change it but they don't know it ll b never possible till d end of our universe
জ্ঞানীদের জন্য অবশ্যই রয়েছে বহু নিদর্শন। ' (সুরা-৩০ রুম, আয়াত: ২২)। And of His signs is the creation of the heavens and the earth and the diversity of your languages and your colors. Indeed in that are signs for those of knowledge. Sura -30 Al Rum, Aiat -20
"The Luminosity of The Moon and Planets to Reflected Sunlight" Aryabhata✍️ (476-550 CE Indian Mathematician and Astronomer) ... "The Spherical Earth's Rotation About Its Own Axis." Aryabhata✍️ (476-550 CE Indian Mathematician and Astronomer)
ग़ैर-मुस्लिम/काफ़िर को दण्ड फिर, जब पवित्र महीने बीत जाऐं, तो ‘मुश्रिकों’ (मूर्तिपूजकों) को जहाँ-कहीं पाओ कत्ल करो, और पकड़ो और उन्हें घेरो और हर घात की जगह उनकी ताक में बैठो। (कुरान मजीद, सूरा 9, आयत 5)[24] जिन लोगों ने हमारी ”आयतों” का इन्कार किया (इस्लाम व कुरान को मानने से इन्कार) , उन्हें हम जल्द अग्नि में झोंक देंगे। जब उनकी खालें पक जाएंगी तो हम उन्हें दूसरी खालों से बदल देंगे ताकि वे यातना का रसास्वादन कर लें। निःसन्देह अल्लाह प्रभुत्वशाली तत्वदर्शी हैं” (कुरान सूरा 4, आयत 56) [24] ईसाइयों और यहूदियों के साथ मित्रता मत करो (सूरा 5, आयत 51)।[24] काफिरों को जहाँ पाओ, उनको जान से मार दो (सूरा 2, आयत 191)।[24] ईमान वालों, अपने आस-पास रहने वाले काफिरों के साथ युद्ध करो। उनको तुम्हारे अन्दर कटुता दिखनी चाहिए। (सूरा 9, आयत 123)[24] अल्लाह ग़ैर-मुसलमानों का दुश्मन है। (सूरा 2, आयत 98)[24] इस्लाम के अलावा और कोई धर्म/देवता स्वीकार नहीं है। (सूरा 3, आयत 85)[24] इस्लाम को न मानने वालों का दिल अल्लाह भर देगा और ग़ैर-मुसलमानों की गर्दन काट कर तुम्हें उनका शरीर काट देना है। (सूरा 8, आयत 12)[24] सिर्फ मुसलमानों को अपना करीबी दोस्त बनाएं। (सूरा 3, आयत 118)[24] गैर-मुस्लिम दोस्त न बनाएं। (सूरा 3, आयत 28 व सूरा 9, आयत 23)[24] गैर-मुसलमानों से तब तक लड़ें जब तक अल्लाह का धर्म पूरी तरह से दुनिया में स्थापित न हो जाए। (सूरा 8, आयत 39)[24] मूर्तियाँ गंदी हैं। (सूरा 22, आयत 30)[24] मूर्ति पूजा करने वालों को जहाँ कहीं भी मिले, घात लगाकर उन्हें मार डालो। (सूरा 9, आयत 5)[24] जहाँ कहीं पाखंडी और मूर्तिपूजक पकड़े जाते हैं, उनकी बुरी तरह से हत्या कर दी जाएगी। (सूरा 33, आयत 61)[24] अल्लाह के सिवा कोई पवित्र ईश्वर नहीं है। (सूरा 3, आयत 62, सूरा 2, आयत 255, सूरा 27, आयत 61 व सूरा 35, आयत 3)[24] अल्लाह के सिवा किसी और की इबादत करने वाले नर्क के ईंधन हैं। (सूरा 21, आयत 98)[24] मूर्ति पूजक अशुद्ध (अपवित्र) है। (सूरा 9, आयत 28)[24] काफ़िर आपके खुले दुश्मन हैं। (सूरा 4, आयत 101)[24] काफिरों पर ज़ुल्म करो। (सूरा 9, आयत 123)[24] काफिरों को नीचा दिखाएँ और उनसे लड़ें। (सूरा 9, आयत 29)[24] काफिरों और पाखंडियों के खिलाफ जिहाद (लड़ाई) करो। (सूरा 66, आयत 9)[24] हम कुरान का खंडन करने वालों की खाल पकाएँगे। (सूरा 4, आयत 56)[24] लूट का सारा माल (लड़कियां व महिलाओं सहित) हलाल है। गैर मुसलमानों के लड़कियां और महिलाओं को गुलाम बना के बलात्कार करना जायज है)। (सूरा 8, आयत 69)[24] अल्लाह ईमान वालों के द्वारा काफ़िरों को सताएगा। (सूरा 9, आयत 14)[24] युद्धबंदियों को सताओ। (सूरा 8, आयत 57)[24] इस्लाम छोड़ने वालों से बदला लो। (सूरा 32, आयत 22)[24] ।।।
I proud to be a Muslim ☪ 🕋🤲😍😍😍😍❣️😘😘😘
Ye dono larkiyon ka 50rs kato over acting ka🤣
ग़ैर-मुस्लिम/काफ़िर को दण्ड
फिर, जब पवित्र महीने बीत जाऐं, तो ‘मुश्रिकों’ (मूर्तिपूजकों) को जहाँ-कहीं पाओ कत्ल करो, और पकड़ो और उन्हें घेरो और हर घात की जगह उनकी ताक में बैठो। (कुरान मजीद, सूरा 9, आयत 5)[24]
जिन लोगों ने हमारी ”आयतों” का इन्कार किया (इस्लाम व कुरान को मानने से इन्कार) , उन्हें हम जल्द अग्नि में झोंक देंगे। जब उनकी खालें पक जाएंगी तो हम उन्हें दूसरी खालों से बदल देंगे ताकि वे यातना का रसास्वादन कर लें। निःसन्देह अल्लाह प्रभुत्वशाली तत्वदर्शी हैं” (कुरान सूरा 4, आयत 56) [24]
ईसाइयों और यहूदियों के साथ मित्रता मत करो (सूरा 5, आयत 51)।[24]
काफिरों को जहाँ पाओ, उनको जान से मार दो (सूरा 2, आयत 191)।[24]
ईमान वालों, अपने आस-पास रहने वाले काफिरों के साथ युद्ध करो। उनको तुम्हारे अन्दर कटुता दिखनी चाहिए। (सूरा 9, आयत 123)[24]
अल्लाह ग़ैर-मुसलमानों का दुश्मन है। (सूरा 2, आयत 98)[24]
इस्लाम के अलावा और कोई धर्म/देवता स्वीकार नहीं है। (सूरा 3, आयत 85)[24]
इस्लाम को न मानने वालों का दिल अल्लाह भर देगा और ग़ैर-मुसलमानों की गर्दन काट कर तुम्हें उनका शरीर काट देना है। (सूरा 8, आयत 12)[24]
सिर्फ मुसलमानों को अपना करीबी दोस्त बनाएं। (सूरा 3, आयत 118)[24]
गैर-मुस्लिम दोस्त न बनाएं। (सूरा 3, आयत 28 व सूरा 9, आयत 23)[24]
गैर-मुसलमानों से तब तक लड़ें जब तक अल्लाह का धर्म पूरी तरह से दुनिया में स्थापित न हो जाए। (सूरा 8, आयत 39)[24]
मूर्तियाँ गंदी हैं। (सूरा 22, आयत 30)[24]
मूर्ति पूजा करने वालों को जहाँ कहीं भी मिले, घात लगाकर उन्हें मार डालो। (सूरा 9, आयत 5)[24]
जहाँ कहीं पाखंडी और मूर्तिपूजक पकड़े जाते हैं, उनकी बुरी तरह से हत्या कर दी जाएगी। (सूरा 33, आयत 61)[24]
अल्लाह के सिवा कोई पवित्र ईश्वर नहीं है। (सूरा 3, आयत 62, सूरा 2, आयत 255, सूरा 27, आयत 61 व सूरा 35, आयत 3)[24]
अल्लाह के सिवा किसी और की इबादत करने वाले नर्क के ईंधन हैं। (सूरा 21, आयत 98)[24]
मूर्ति पूजक अशुद्ध (अपवित्र) है। (सूरा 9, आयत 28)[24]
काफ़िर आपके खुले दुश्मन हैं। (सूरा 4, आयत 101)[24]
काफिरों पर ज़ुल्म करो। (सूरा 9, आयत 123)[24]
काफिरों को नीचा दिखाएँ और उनसे लड़ें। (सूरा 9, आयत 29)[24]
काफिरों और पाखंडियों के खिलाफ जिहाद (लड़ाई) करो। (सूरा 66, आयत 9)[24]
हम कुरान का खंडन करने वालों की खाल पकाएँगे। (सूरा 4, आयत 56)[24]
लूट का सारा माल (लड़कियां व महिलाओं सहित) हलाल है। गैर मुसलमानों के लड़कियां और महिलाओं को गुलाम बना के बलात्कार करना जायज है)। (सूरा 8, आयत 69)[24]
अल्लाह ईमान वालों के द्वारा काफ़िरों को सताएगा। (सूरा 9, आयत 14)[24]
युद्धबंदियों को सताओ। (सूरा 8, आयत 57)[24]
इस्लाम छोड़ने वालों से बदला लो। (सूरा 32, आयत 22)[24]
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@@unknownbaba6539 you will never believe the truth😂😂😂😂😂
Allah is greatest
I love Quran❤️❤️
Hare Krishna 🙏❣️
@@sauraav3209 shri krishna rapist h.
Apni kitab paro pehle.
ब्रह्मवैवर्त पुराण कृष्ण जन्म खंड अध्याय 106/122
@@sauraav3209हरे किरीषणा मे आपसे यह कहना चाहता हुन आप भी शुरू करे सनातनी ग्रंथो को रिएक्शन वीडियो मे लेकिन एक सर्त हैँ सनातनी ग्रंथो को संस्कुरूत भाषा मे हैँ उसे हिंदी भाषा मे अनुवाद करके बताएंगे नहीं ऐसा नहीं हो सकता इसलिए के उसमे किस किस तरह की प्रथाओं के बारे मे लिखा हैँ ओर नजाने क्या क्या अनाप सनाप लिखा हैँ आपको भी जानना जरूरी हैँ ओर लोगो को भी मेरा आप से अनुरोध हैँ इस कार्य को चलू करे
शिव पुरान से शुरुआत करे
Krishna ko chodo Islam accept kro@@sauraav3209
Thank you video Quran and Muslim ❤❤❤❤
Mashah allah . Allah jis ko cgahe hidayat de deta hai
Allahu Akbar I love Quran ❤️❤️❤️
Sisters molana mufti taki osmani brought the video which is the greatest scholar molana mufti taki osmani no scholar can compete with him he excels in every knowledge he is number one among all Muslim 👍👍👍👍
@@AbdullahNasir-py6is Ye dono larkiyon ka 50rs kato over acting ka🤣
ग़ैर-मुस्लिम/काफ़िर को दण्ड
फिर, जब पवित्र महीने बीत जाऐं, तो ‘मुश्रिकों’ (मूर्तिपूजकों) को जहाँ-कहीं पाओ कत्ल करो, और पकड़ो और उन्हें घेरो और हर घात की जगह उनकी ताक में बैठो। (कुरान मजीद, सूरा 9, आयत 5)[24]
जिन लोगों ने हमारी ”आयतों” का इन्कार किया (इस्लाम व कुरान को मानने से इन्कार) , उन्हें हम जल्द अग्नि में झोंक देंगे। जब उनकी खालें पक जाएंगी तो हम उन्हें दूसरी खालों से बदल देंगे ताकि वे यातना का रसास्वादन कर लें। निःसन्देह अल्लाह प्रभुत्वशाली तत्वदर्शी हैं” (कुरान सूरा 4, आयत 56) [24]
ईसाइयों और यहूदियों के साथ मित्रता मत करो (सूरा 5, आयत 51)।[24]
काफिरों को जहाँ पाओ, उनको जान से मार दो (सूरा 2, आयत 191)।[24]
ईमान वालों, अपने आस-पास रहने वाले काफिरों के साथ युद्ध करो। उनको तुम्हारे अन्दर कटुता दिखनी चाहिए। (सूरा 9, आयत 123)[24]
अल्लाह ग़ैर-मुसलमानों का दुश्मन है। (सूरा 2, आयत 98)[24]
इस्लाम के अलावा और कोई धर्म/देवता स्वीकार नहीं है। (सूरा 3, आयत 85)[24]
इस्लाम को न मानने वालों का दिल अल्लाह भर देगा और ग़ैर-मुसलमानों की गर्दन काट कर तुम्हें उनका शरीर काट देना है। (सूरा 8, आयत 12)[24]
सिर्फ मुसलमानों को अपना करीबी दोस्त बनाएं। (सूरा 3, आयत 118)[24]
गैर-मुस्लिम दोस्त न बनाएं। (सूरा 3, आयत 28 व सूरा 9, आयत 23)[24]
गैर-मुसलमानों से तब तक लड़ें जब तक अल्लाह का धर्म पूरी तरह से दुनिया में स्थापित न हो जाए। (सूरा 8, आयत 39)[24]
मूर्तियाँ गंदी हैं। (सूरा 22, आयत 30)[24]
मूर्ति पूजा करने वालों को जहाँ कहीं भी मिले, घात लगाकर उन्हें मार डालो। (सूरा 9, आयत 5)[24]
जहाँ कहीं पाखंडी और मूर्तिपूजक पकड़े जाते हैं, उनकी बुरी तरह से हत्या कर दी जाएगी। (सूरा 33, आयत 61)[24]
अल्लाह के सिवा कोई पवित्र ईश्वर नहीं है। (सूरा 3, आयत 62, सूरा 2, आयत 255, सूरा 27, आयत 61 व सूरा 35, आयत 3)[24]
अल्लाह के सिवा किसी और की इबादत करने वाले नर्क के ईंधन हैं। (सूरा 21, आयत 98)[24]
मूर्ति पूजक अशुद्ध (अपवित्र) है। (सूरा 9, आयत 28)[24]
काफ़िर आपके खुले दुश्मन हैं। (सूरा 4, आयत 101)[24]
काफिरों पर ज़ुल्म करो। (सूरा 9, आयत 123)[24]
काफिरों को नीचा दिखाएँ और उनसे लड़ें। (सूरा 9, आयत 29)[24]
काफिरों और पाखंडियों के खिलाफ जिहाद (लड़ाई) करो। (सूरा 66, आयत 9)[24]
हम कुरान का खंडन करने वालों की खाल पकाएँगे। (सूरा 4, आयत 56)[24]
लूट का सारा माल (लड़कियां व महिलाओं सहित) हलाल है। गैर मुसलमानों के लड़कियां और महिलाओं को गुलाम बना के बलात्कार करना जायज है)। (सूरा 8, आयत 69)[24]
अल्लाह ईमान वालों के द्वारा काफ़िरों को सताएगा। (सूरा 9, आयत 14)[24]
युद्धबंदियों को सताओ। (सूरा 8, आयत 57)[24]
इस्लाम छोड़ने वालों से बदला लो। (सूरा 32, आयत 22)[24]।।।।।
Even more shocking is that this Quran was revealed verse by verse over a period of 23 years. It becomes absolutely impossible for any human to be this precise for 23 years.
QURAN: Terrorist and Jihadi producing BOOK
🤣🤣😂😂😂
ग़ैर-मुस्लिम/काफ़िर को दण्ड
फिर, जब पवित्र महीने बीत जाऐं, तो ‘मुश्रिकों’ (मूर्तिपूजकों) को जहाँ-कहीं पाओ कत्ल करो, और पकड़ो और उन्हें घेरो और हर घात की जगह उनकी ताक में बैठो। (कुरान मजीद, सूरा 9, आयत 5)[24]
जिन लोगों ने हमारी ”आयतों” का इन्कार किया (इस्लाम व कुरान को मानने से इन्कार) , उन्हें हम जल्द अग्नि में झोंक देंगे। जब उनकी खालें पक जाएंगी तो हम उन्हें दूसरी खालों से बदल देंगे ताकि वे यातना का रसास्वादन कर लें। निःसन्देह अल्लाह प्रभुत्वशाली तत्वदर्शी हैं” (कुरान सूरा 4, आयत 56) [24]
ईसाइयों और यहूदियों के साथ मित्रता मत करो (सूरा 5, आयत 51)।[24]
काफिरों को जहाँ पाओ, उनको जान से मार दो (सूरा 2, आयत 191)।[24]
ईमान वालों, अपने आस-पास रहने वाले काफिरों के साथ युद्ध करो। उनको तुम्हारे अन्दर कटुता दिखनी चाहिए। (सूरा 9, आयत 123)[24]
अल्लाह ग़ैर-मुसलमानों का दुश्मन है। (सूरा 2, आयत 98)[24]
इस्लाम के अलावा और कोई धर्म/देवता स्वीकार नहीं है। (सूरा 3, आयत 85)[24]
इस्लाम को न मानने वालों का दिल अल्लाह भर देगा और ग़ैर-मुसलमानों की गर्दन काट कर तुम्हें उनका शरीर काट देना है। (सूरा 8, आयत 12)[24]
सिर्फ मुसलमानों को अपना करीबी दोस्त बनाएं। (सूरा 3, आयत 118)[24]
गैर-मुस्लिम दोस्त न बनाएं। (सूरा 3, आयत 28 व सूरा 9, आयत 23)[24]
गैर-मुसलमानों से तब तक लड़ें जब तक अल्लाह का धर्म पूरी तरह से दुनिया में स्थापित न हो जाए। (सूरा 8, आयत 39)[24]
मूर्तियाँ गंदी हैं। (सूरा 22, आयत 30)[24]
मूर्ति पूजा करने वालों को जहाँ कहीं भी मिले, घात लगाकर उन्हें मार डालो। (सूरा 9, आयत 5)[24]
जहाँ कहीं पाखंडी और मूर्तिपूजक पकड़े जाते हैं, उनकी बुरी तरह से हत्या कर दी जाएगी। (सूरा 33, आयत 61)[24]
अल्लाह के सिवा कोई पवित्र ईश्वर नहीं है। (सूरा 3, आयत 62, सूरा 2, आयत 255, सूरा 27, आयत 61 व सूरा 35, आयत 3)[24]
अल्लाह के सिवा किसी और की इबादत करने वाले नर्क के ईंधन हैं। (सूरा 21, आयत 98)[24]
मूर्ति पूजक अशुद्ध (अपवित्र) है। (सूरा 9, आयत 28)[24]
काफ़िर आपके खुले दुश्मन हैं। (सूरा 4, आयत 101)[24]
काफिरों पर ज़ुल्म करो। (सूरा 9, आयत 123)[24]
काफिरों को नीचा दिखाएँ और उनसे लड़ें। (सूरा 9, आयत 29)[24]
काफिरों और पाखंडियों के खिलाफ जिहाद (लड़ाई) करो। (सूरा 66, आयत 9)[24]
हम कुरान का खंडन करने वालों की खाल पकाएँगे। (सूरा 4, आयत 56)[24]
लूट का सारा माल (लड़कियां व महिलाओं सहित) हलाल है। गैर मुसलमानों के लड़कियां और महिलाओं को गुलाम बना के बलात्कार करना जायज है)। (सूरा 8, आयत 69)[24]
अल्लाह ईमान वालों के द्वारा काफ़िरों को सताएगा। (सूरा 9, आयत 14)[24]
युद्धबंदियों को सताओ। (सूरा 8, आयत 57)[24]
इस्लाम छोड़ने वालों से बदला लो। (सूरा 32, आयत 22)[24]।।।।
Namuna hy tu
وَمَا الْحَيَاةُ الـدُّنْيَآ اِلَّا مَتَاعُ الْغُرُوْرِ° ”
اور یہ دنیاوی زندگی سوائے فریب کے اور کچھ بھی نہیں “-♥✨🥀🙏🙏🙏🙏
Quran will convert the heart to the right path for sure .
U Two R Very Sweet Reacted . Good Ma Sha ALLAH. Love & Respect From Bangladesh 🇧🇩♥️🇧🇩
Masha Allah I love u both for The Sake of ALLAH Sub Han Wa Ta'La
,ur reactions are very pure
PROUD TO BE A MUSLIM.....FEEL IT.....BELIEVE in 1 ALLAH
Alhamdulillah ❤️ for everything
ਬਹੁਤ ਵਧੀਆ ਵਿ਼੍ਡੀਓ ਦਿਖਾਇਆ ਸੁਬਹਾਨੱਲਾਹ
MASHALLAH MASHALLAH MASHALLAH ....ALLAH tala aap sister's ko b emaan ki lazzat ataa kry
MashaAllah, SubhanAllah, ALLAH O AKBAR
ماشاءاللہ
Amezing
Subhanallah
Islam is great n pure
ماشاءاللہ
جزاک اللہ خیرا سسٹر
Quran is the words of Allah
Subhanallah ❤️❤️🌹
Ye dono larkiyon ka 50rs kato over acting ka🤣
Allah is almighty ❤ Allah is greater.☝️☝️☝️☝️☝️☝️☝️☝️☝️☝️☝️☝️☝️ very nice video 😊
Allahu Akbar Allah is the greatest.
ALLAH O AKBER
ALLAH IS GREATEST
Alhamdulillah ❤
Thank u sister ❤❤. I love islam
Mashaallh barkallh
Sachwala is explaining to the world, how amazing this Holy book is
.
Jhooth wala ko yaad dilao Mufti Yasir Nadeem....bhagta fir raha he vo aur sare ex wale 🤣🤣🤣
masaAllah Kaya baat tunni
Mufti yasir nadim Al Wajiidi remember the name 😂🤣🤣🤣
Hello Sana & Disha, hope you are doing well. Qur"aan is undeniable, unchangeable, no one can be able to challenge it after 1400 years because it is sent from the creator to last prophet Muhammad (S.A.A.W)....... Disha this my request you to please study qur'aan and accept the true religion. You will be successful In Sha Allah. Love from Karachi 🇵🇰
abe laure khud ki kitab apne pas rakh... kisiko force kyu kar rha hai.. sale khud Tu geeta padega... quran kisi ko nhi padni chahiye gar muslimo ko...
@Aman Sheikh abe itni depend karti to waha se scientists or doctor nikalte jihadi terrorist nhi... Laden, hafiz saeed, al Qaeda, taliban aisi terrorist log paida hote he tere peace wale majab se... Pakistan aj sabse bhik nhi mangta agr itne doctor scientists hote
@Aman Sheikh abe thulle quran chod padai ki baat kar... Muslim ne aj tak kya invent kiya hai wo bta
@Huraira Ali bhai mere quran zara laden, taliban, al Qaeda ko bhi padao... Unhone tumse jada Islam pada hai... Wo to kafiro ko mar rhe hai... Ye likha hai tumari kitab mai
@Huraira Ali bhai akela Israel🇮🇱🇮🇱 ek kafir mulk ne Sare muslim ki band baja ke rakhi hai unke samne Sare muslim kyu late jate hoo... Himmat hai tu unse lado
جزاک اللّٰه
Yeah Mera Rab Allah Han Allah
Mashaallah.
World best onli kuraan pak jiska koi lekhsk nhi he allah ki kitab he ye mashallah world best holly kuraan pak hum bhi padhte he ❤️🙌
Sana and Disha , Excellent information in this video ,keep sharing such videos ,good job girls
Subhan Allah ❤️
Take a few seconds and say
Astaghfirullah x3
SubhanAllah x3
Allhamdulillah x3
Allah-hu-Akbar x3
La ilaha illallah x3
Congratulations good deeds for both of us ❤️
Mashallah Beshaq Allah Teri kudrat ka jawab nhi ❤️❤️❤️❤️
Mashallah Mera Quran pak lajawab hai
Mashallah ❤
Subhan Allah ❤ ❤ ❤ ❤ ❤ ❤ ❤ ❤ ❤ ❤ ❤
Mashallah
MashAllah ❤ ❤ ❤ ❤ ❤ ❤ ❤ ❤ ❤
MashAllah subhanllh very good Reaction Thanks and Beautiful video from 🇵🇰😍💐👍
I love Quran
That is very nice of you getting knowledge of Islam,
proud to be muslim♥Allah hu akhbar
Sub han ALLAH
Quran ❤❤❤
Exactly
Quran is for all without any caste and creed So I request you all to read Qur'an with meaning and understand it.Our life will change.
Allah is Only One who created this whole World.I proud to be a Muslim.
Alhamdulillah ☪️☪️☪️
alhamdullilah i proud to be muslim
Allah amin 🤲🤲🤲🤲❤☝️
Pyari betiyan Disha and Sana, thank you very much for reacting on this amazing and shocking video. Love your reaction.
THANKS(BANGLADESH)
Subhanallah
Thank you Sister
Allahuakbar
Keep on doing such good work and enrich our knowledge .
I proud to be Muslim Alhamdulillah
QURAN is d word of Most merciful Most powerful almighty ALLAH
Many Disbelievers n shaitans r trying to change it but they don't know it ll b never possible till d end of our universe
Nice
I'm Muslim and everything in Quran is true
Allah huwakbar bahot kub alham dulilah nics sappih u u ok ok
Good speech
La illahaillalah illalah Muhammad ur rasoolala 🇸🇦🇸🇦🇸🇦🇸🇦🇸🇦❤️
Masha allah sisters
Alhamdulillah tamam tarife us Allah ke liye hai thank you so much guys
জ্ঞানীদের জন্য অবশ্যই রয়েছে বহু নিদর্শন। ' (সুরা-৩০ রুম, আয়াত: ২২)।
And of His signs is the creation of the heavens and the earth and the diversity of your languages and your colors. Indeed in that are signs for those of knowledge.
Sura -30 Al Rum, Aiat -20
Surprising facts.
masha Allah, subahan Allah, Allahu Akbar.
Masa Allah
very very very very proud to be a Muslim
"The Luminosity of The Moon and Planets to Reflected Sunlight"
Aryabhata✍️ (476-550 CE Indian Mathematician and Astronomer)
...
"The Spherical Earth's Rotation About Its Own Axis."
Aryabhata✍️ (476-550 CE Indian Mathematician and Astronomer)
Masha Allah
Subhanallah mashallah
I am Muslim alhamdu lallah
God is great
Allah ho Akbar
Our Iman is Quran
Alhamdulillaah
মহান আল্লাহ তাল্লা ছাড়া কোনও মাবূদ নাই
Subhan Allah
Allah is great 👍
proud to be MUSLIM ALHAMDULLILAH
Allahu Akbar ilve my holy book of quran ❤❤
Amin Shubha Allah Allahu Akbar mashallah Alhamdulillah
welcome Islam
Please react on osman ghazi sons allaudin x orhan.
This video is by Merciful servent. Many local language ppl steal their fact check and make in their own language. Hats off to mercyfull servent.
I'm proud of muslim meri nabi meri jaan he 🕋❤️🙌
ग़ैर-मुस्लिम/काफ़िर को दण्ड
फिर, जब पवित्र महीने बीत जाऐं, तो ‘मुश्रिकों’ (मूर्तिपूजकों) को जहाँ-कहीं पाओ कत्ल करो, और पकड़ो और उन्हें घेरो और हर घात की जगह उनकी ताक में बैठो। (कुरान मजीद, सूरा 9, आयत 5)[24]
जिन लोगों ने हमारी ”आयतों” का इन्कार किया (इस्लाम व कुरान को मानने से इन्कार) , उन्हें हम जल्द अग्नि में झोंक देंगे। जब उनकी खालें पक जाएंगी तो हम उन्हें दूसरी खालों से बदल देंगे ताकि वे यातना का रसास्वादन कर लें। निःसन्देह अल्लाह प्रभुत्वशाली तत्वदर्शी हैं” (कुरान सूरा 4, आयत 56) [24]
ईसाइयों और यहूदियों के साथ मित्रता मत करो (सूरा 5, आयत 51)।[24]
काफिरों को जहाँ पाओ, उनको जान से मार दो (सूरा 2, आयत 191)।[24]
ईमान वालों, अपने आस-पास रहने वाले काफिरों के साथ युद्ध करो। उनको तुम्हारे अन्दर कटुता दिखनी चाहिए। (सूरा 9, आयत 123)[24]
अल्लाह ग़ैर-मुसलमानों का दुश्मन है। (सूरा 2, आयत 98)[24]
इस्लाम के अलावा और कोई धर्म/देवता स्वीकार नहीं है। (सूरा 3, आयत 85)[24]
इस्लाम को न मानने वालों का दिल अल्लाह भर देगा और ग़ैर-मुसलमानों की गर्दन काट कर तुम्हें उनका शरीर काट देना है। (सूरा 8, आयत 12)[24]
सिर्फ मुसलमानों को अपना करीबी दोस्त बनाएं। (सूरा 3, आयत 118)[24]
गैर-मुस्लिम दोस्त न बनाएं। (सूरा 3, आयत 28 व सूरा 9, आयत 23)[24]
गैर-मुसलमानों से तब तक लड़ें जब तक अल्लाह का धर्म पूरी तरह से दुनिया में स्थापित न हो जाए। (सूरा 8, आयत 39)[24]
मूर्तियाँ गंदी हैं। (सूरा 22, आयत 30)[24]
मूर्ति पूजा करने वालों को जहाँ कहीं भी मिले, घात लगाकर उन्हें मार डालो। (सूरा 9, आयत 5)[24]
जहाँ कहीं पाखंडी और मूर्तिपूजक पकड़े जाते हैं, उनकी बुरी तरह से हत्या कर दी जाएगी। (सूरा 33, आयत 61)[24]
अल्लाह के सिवा कोई पवित्र ईश्वर नहीं है। (सूरा 3, आयत 62, सूरा 2, आयत 255, सूरा 27, आयत 61 व सूरा 35, आयत 3)[24]
अल्लाह के सिवा किसी और की इबादत करने वाले नर्क के ईंधन हैं। (सूरा 21, आयत 98)[24]
मूर्ति पूजक अशुद्ध (अपवित्र) है। (सूरा 9, आयत 28)[24]
काफ़िर आपके खुले दुश्मन हैं। (सूरा 4, आयत 101)[24]
काफिरों पर ज़ुल्म करो। (सूरा 9, आयत 123)[24]
काफिरों को नीचा दिखाएँ और उनसे लड़ें। (सूरा 9, आयत 29)[24]
काफिरों और पाखंडियों के खिलाफ जिहाद (लड़ाई) करो। (सूरा 66, आयत 9)[24]
हम कुरान का खंडन करने वालों की खाल पकाएँगे। (सूरा 4, आयत 56)[24]
लूट का सारा माल (लड़कियां व महिलाओं सहित) हलाल है। गैर मुसलमानों के लड़कियां और महिलाओं को गुलाम बना के बलात्कार करना जायज है)। (सूरा 8, आयत 69)[24]
अल्लाह ईमान वालों के द्वारा काफ़िरों को सताएगा। (सूरा 9, आयत 14)[24]
युद्धबंदियों को सताओ। (सूरा 8, आयत 57)[24]
इस्लाम छोड़ने वालों से बदला लो। (सूरा 32, आयत 22)[24]
।।।
MashaAllah amazing
I am also proud to be a muslim
I am proud, i am a Muslim ❤️❤️❤️
I proud to be a Muslim
I am from Bangladesh 🇧🇩🥰🥰
Quran is words of GOD.
Universe is work of GOD.
Mathematic is writing of GOD.
Mashallah bhut acchi videos
Very very thanks Malum Matti baat ka sister
The Quran verses were revealed according to different situations arrived during Prophet pnuhstyms.
So it is miracle.
It's amazing
Quran is best