Supreme Court's Landmark Judgment on Section 498A IPC | Vasu Dev Monga | Unacademy Judiciary

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  • Опубликовано: 27 янв 2025

Комментарии • 18

  • @rupakmukherjee4757
    @rupakmukherjee4757 Месяц назад +5

    Video starts at 7:00

  • @AdvocateAbidMir
    @AdvocateAbidMir 2 месяца назад +2

    Thanks sir
    I am from Jalandhar

  • @laxminarayanjoshi6896
    @laxminarayanjoshi6896 2 месяца назад +3

    आपकी सब बात मानी लेकिन देशभक्ति-जनसेवा के नाम से जो पुलिस है उसको मेवा कौन खिलायेगा ? ये सब एक प्रणाली /सिस्टम में बंधे हैं । ट्रायल कोर्ट की भृष्ट प्रणाली को कोई रोक नहीं सकता है । तब ही को लोग सुप्रीम कोर्ट जाते हैं जो बहुत कम लोगों के बस की बात है ।

  • @nancysharma8848
    @nancysharma8848 2 месяца назад

    Thank you so much sir... amazing explanation of law point and case 😊😊🙏🙏

  • @mandeepkumar318
    @mandeepkumar318 2 месяца назад

    great session sir

  • @mukeshdevi7923
    @mukeshdevi7923 2 месяца назад

    🙏🙏🙏

  • @abdussamad7747
    @abdussamad7747 Месяц назад

    One of moust misusing law in our country it's a legal wepan agenest husband

  • @vivekkumar-k6j
    @vivekkumar-k6j 2 месяца назад +2

    उच्च न्यायालय सर्वोच्च न्यायालय के दिशानिर्देशों का पालन नहीं कर रहे हैं, वे महिलाओं के प्रति पक्षपाती हैं लोगों को उच्च न्यायालय को उखाड़ देना चाहिए जो मनमानी करता है

    • @laxminarayanjoshi6896
      @laxminarayanjoshi6896 2 месяца назад

      ये सब एक सिस्टम का पार्ट है कि पति पक्ष की बिल्कुल नहीं सुनना । कानून केवल महिलाओं के संरक्षण के लिए है । पुरूष जावे भाड़ में ।

    • @vivekkumar-k6j
      @vivekkumar-k6j 2 месяца назад +1

      @laxminarayanjoshi6896निचली अदालत और उच्च न्यायालय द्वारा किए गए ये सभी कृत्य अत्यधिक निंदनीय हैं, जनता को निर्णय लेना होगा, यह बहुत ज्यादा हो गया है

    • @anandhemant
      @anandhemant Месяц назад

      Its funny that high courts and supreme courts are breaking their heads and are helpless how to stop the misuse of 498A or any law for that matter...
      They talk about amending and all that stupid stuff.. ask the common citizens they have better solution than supreme court ..JUST BRING A LAW TO PUNISH THE MISUERS OF THE LAW.. there must be a heavy punishment if a fake case is filed.. around 7 years of imprisonment and 10lakh rupees of fine.. then see how all the fake cases will come down..
      Instead of doing this supreme court is talking all the blah blah amending this and that 😂

  • @vineetsharma4633
    @vineetsharma4633 Месяц назад +2

    INDIAN LAW.पर मुझे पहले ही विश्वास नहीं है और यह साबीत भी हो gaya😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂🤭🤭😂कानून जो पाड़ सके तोह पाड़ के देखाए लड़कियों का क्युकी इनके मामले मे कानून वानून कुछ नहीं है.......