बारह भावना के अंग ( एकत्व भावना)

Поделиться
HTML-код
  • Опубликовано: 16 окт 2024
  • बारह भावना के अंग श्रमण १०८ श्रमसागरजी महाराज के मुखरविंद से
    वर्षायोग २०२४
    श्री १००८ कुंथुनाथ दिगंबर जैन अतिशय क्षेत्र कुसुंबा
    #jain #जैन #श्रमण #सम्यकदर्शन #आचार्य #प्रवचन #संत #संतोकेशब्द #youtube #instagram #instagram #youtube #जैन #आचार्य #श्रमण #संत #संतोकेशब्द #सम्यकदर्शन #प्रवचन #motivation

Комментарии • 2

  • @niyamjain6528
    @niyamjain6528 2 месяца назад

    Namostu maharaji🙏🙏🙏

  • @namename8302
    @namename8302 2 месяца назад

    Namostu maharaj ji🙏🙏