अपने आन्तरिक परिवेश का निर्माण कीजिये। मौन का अभ्यास कीजिये। मुझे महान् गुरुओं का अद्भुत अनुशासन याद आता है। जब हम व्यर्थ बातों में लगे रहते, तो वे कहते : “अपने आन्तरिक गढ़ में वापस जाओ।” तब वह समझना बड़ा कठिन मालूम पड़ता था, परन्तु अब शान्ति के उस मार्ग को समझता हूँ जो हमें दिखाया गया था।
Build your inner environment. Practise silence! I remember the wonderful discipline of the Great Ones. When we used to talk and chatter, they would say: “Go back into your inner castle.” It was very hard to comprehend then, but now I understand the way of peace that we were shown.
Jau guru
Jai guru thanks
Dhanyawad
THANKS A LOT FOR SHARING SUCH CONTENT
Jai shree guru dev 🙏💐
🙏🏻
Om.....jaygurudeb
अपने आन्तरिक परिवेश का निर्माण कीजिये। मौन का अभ्यास कीजिये। मुझे महान् गुरुओं का अद्भुत अनुशासन याद आता है। जब हम व्यर्थ बातों में लगे रहते, तो वे कहते : “अपने आन्तरिक गढ़ में वापस जाओ।” तब वह समझना बड़ा कठिन मालूम पड़ता था, परन्तु अब शान्ति के उस मार्ग को समझता हूँ जो हमें दिखाया गया था।
Jai Guru.❤🙏🏻
Build your inner environment. Practise silence! I remember the wonderful discipline of the Great Ones. When we used to talk and chatter, they would say: “Go back into your inner castle.” It was very hard to comprehend then, but now I understand the way of peace that we were shown.
🙏🌹
Jay Gurudev 🙏 🙏 ❤❤
Jau guru
Jau guru
Jau guru
Jau guru