एक्सप्रेस हाइवे -स्वाहा राममंदिर - स्वाहा धारा 370 -स्वाहा 4 करोड़ घर-स्वाहा 80करोड को राशन-स्वाहा देश का मान- स्वाहा बिजली पानी -स्वाहा सेना की मजबूती - स्वाहा तिर्थो का विकास -स्वाहा दंगा मुक्त देश -स्वाहा आतंक मुक्त देश -स्वाहा बम ब्लास्ट - स्वाहा अर्थव्यवस्था -स्वाहा मोदी जी हमें इन सबसे कुछ नहीं फर्क पड़ता है हमें तो सिर्फ हमारी जाति के उम्मीदवार होने चाहिए ओर कुछ मुफ्त की रेवड़ी 🙏
30 percent ghar muslimon ko interest free loan muslimo ko free ias coaching muslimo ko free haj yatra 300 scemes for muslims.... Aur vote hinduon se bade besharam aadmi ho.... Hum hindu bhai jaan party ke bandhua mazdur nahi hain... Samjhe pashmana
Modijee को यह समझना होगा की भारत डेवलपमेंट मॉडल यूरोप के मॉडल की नकल करके सफल नही हो सकता। स्मार्ट सिटी का आइडिया अच्छा था पर जमीन मे क्याहुआ सबसे हरा भरा पइलाका उजाड़ के कंक्रीट जंगल खड़े कर दिए सारा बजट खत्म कर दिए और प्रकृति का गुस्सा अलग देखो।करने वाले तो कमीशन खाके निकाल गया5:33
Very true. The selfish needs of some people seem to overrule the national interest and party loyalty. People are easily bought by false promises and lies as we have seen in this election. Now we have to just wait and see how the next five years proceed.
और सबसे डरपोक और तलवा चाटने वाला है। अरे खुद का बेटा भुखा मर रहा है वह चले पडोसी को सहलाने। पाकिस्तान क्यौ बना था? हमारे बाप दादा अपना सारी सम्पत्ति छोड कर इधर आए।।।।।। मोदी जी और योगी जी का देश तो नही छुटा ।
नहीं जी! मुस्लिम कभी कभी बीजेपी को वोट नहीं देंगे चाहे अपना कलेजा निकाल कर इन्हें दे दो। हिंदू वोट एकजुट नहीं कर पाए मोदी जी इस बार। सबका साथ सबका विकास में लगे रहे। जबकि भारत को एक कट्टर हिंदूवादी नेता ही पसंद था उनका वही रूप होता तो ४०० पार भी संभव था❤
बीजेपी के कार्यकर्ता / पन्नाप्रमुख ने जनता को अपना चेहरा पिछले 10 वर्षों में नहीं दिखाया,प्रत्याशी घर पर आराम कर रहा था, सब कुछ मोदीजी, योगीजी के सहारे छोड़ दिया.
🙏भाई साहब, ऐसी भी क्या नाराजगी!? क्या स्वाभिमानी व्यक्ति, परिवार अपने निजी स्वार्थ, टूटपंजी नौकरी के लिये अपना सम्मान, सनातन स्वाभिमान, इज्जत नहीं बेचेगा. दुश्मन से मिलकर गद्दारी नहीं करेगा.
यू पी में योगी जी महाराज द्वारा सुझाए गए कैंडिडेट किस के कहने पर बदले गए? क्योंकि हाई कमान द्वारा बदले गए 27 प्रत्याक्षी हार गए,जिसे योगी जी भी मना किया था टिकट देने को।
शत प्रतिशत आपकी बात से हम सहमत है। बीजेपी को गहराई से चिंतन करना होगा। भविष्य में सुधार तभी संभव है। विपक्ष में संविधान का खतरा और आरक्षण खत्म करने का बिगुल बजाया,उसका कोई भी उत्तर बीजेपी की और से नही दिया गया। विजय जी आपको साधुवाद सही विश्लेषण किया अपने। 🙏💐
सरदाना जी आप का विश्लेषण बहुत सटीक है. लेकिन आप माने या नहीं माने लेकिन हमारा मानना है कि सात बर्षो से उत्तरप्रदेश में महनत करते योगीजी के कार्यक्षेत्र में अमित शाह जी द्वारा अनाबाश्यक हस्तक्षेप. अपना क्षेत्र का विकास कर रहे सांसदों का टिकिट काट कर नये उम्मीदवारो को खड़ा करना. अमित शाह को योगीजी से अंदरूनी भय लगने लगा है कि जनता मोदीजी के बाद योगी को अधिक पसंद कर रहीं है तो . मेरा तो नंबर गया. ऐसे ही अमित शाह जी नितीश और चंद्रबाबू नायडू को NDA में लाये. राजिस्थान में विजय राजेसिंधिया जी का एक सम्मान है. उन्हें अगर CM पद नहीं दिया तो,, नाकाम होते नड्डा,, जी के स्थान पर पार्टी प्रमुख बना का सिंधिया जी को शांत किया जा सकता था. तो राजिस्थान हारते ही नहीं. यदि हारते तो जिम्मेदारी सिंधिया जी की होती. बेसे ही महाराष्ट्र में देबेन्द्र फडनवीज को डाउन कर डिप्टी CM बना दिया. डिप्टी CM के स्थान पर केन्द्र में पद दें देते जोकि नहीं दिया.इससे देबेन्द्र फडणवीस के सम्मान को ठेस लगी. आप अपने सम्मानित नेताओ को डाउन कर बाहरी नेताओ को सिर पर बिठाओगे तो नतीजे उत्तरप्रदेश, राजिस्थान और महाराष्ट्र की तरह ही आएंगे. अमित शाह जी याद रहे देश बिदेसी से लड़ सकता है लेकिन अपने आदमियों को हर्ट करोगे तो पार्टी जोकि मोदीजी के नाम खड़ी हुई है. मोदीजी के जाने के बाद योगीजी या बिश्वाजी के साथ तो खड़ी रहेगी लेकिन आप के साथ नहीं. बेसे सरदाना जी आप का विश्लेषण ठीक लगा धन्यवाद
AP ki tark thik hay. úsi ki sath meri ek bat vi hay. Jo Bengal me porikshit hay.Mohila ke lia direct benifit. zo M.P. me bhi Kam Kia. ladly Bohana jojona. Begal me Lakshmi vandar jaysa Kam Kia.
सर्दानाजी आपका विश्लेषण निर्विवाद सत्य हैं लेकीन आज देश ,विदेशके विरोधके उपरांत मोडिजिकी एनडीए जीत गायी इस्लीये हम बिजिपी के कट्टर समर्थक खश.हैं बाकी चूनाव मे क्या त्रूटिया रही एस्का चिंतन तथा मंथन भाजपा का शीर्ष नेत्रत्च करेगाही जय श्रीराम नमो नमो
सरदाना जी मेरा ये विचार है कि मैं आपकी इस बात से सहमत नहीं हूं कि उत्तरप्रदेश में कैडर कमजोर था बीजेपी इसलिए चुनाव हार गई 15:3315:33 नहीं । इतना काम करने के बाद इतनी सुविधा देने के बाद और राष्ट्रहित में इतना काम करने के बाद भी अगर चुनाव हार जाए तो ये बीजेपी की कमी नहीं हैं इतना काम करने करने के बाद भी अगर भीख मांगनी पडें तो लानत है ऐसे जयचंदो पर। सबसे दुख की बात तो ये है कि अयोध्या में भवय राम मंदिर बनने के बाद भी अगर बीजेपी अयोध्या से चुनाव हार जाए तो हिन्दुओं के लिए डुब मरने वाली बात है । जय हिंद।
सब का साथ सब का विकास और सब का विश्वास,ये नारा ही बीजेपी के डाउनफॉल का कारण बना है,विकास उसका करें जिसका विश्वास किया जा सके,सरकार ने फ्री की रेवड़ी तो बांटी,जो लूटी तो सभी ने इसमें भी एक वर्ग विशेष ने लेकिन इस वर्ग पे विश्वास करना बहुत बड़ी गलती थी,दूसरा दूसरे दलों से करप्ट नेताओं को पार्टी में सामिल कर उन्हे मंत्री पद या दूसरे पद देना बड़ी भूल है।इसे जल्दी दूर करना होगा।
विजय जी, नमस्कार। मैं आपके विश्लेषण से पूर्णतया सहमत हूं। आज बीजेपी में ब्रांड मोदी इतना बड़ा हो गया है कि किसी भी राज्य में बीजेपी का कोई भी नेता मोदीजी के नाम से ही चुनाव जीतना चाहता है। उनका जनता से सम्पर्क टूट चुका है और आम जनता के मुद्दों पर कोई भी ध्यान नहीं दे रहा। आज पैट्रोल के रेट उस पर भारी भरकम टोल टैक्स, बिजली के महंगे रेट्स से जनता त्रस्त है। रोजगार तो है पर उस यूथ की योग्यता के मुताबिक नहीं है। मध्यम वर्ग की रोजाना की समस्याओं पर भी ध्यान देना होगा। अक्तूबर में हरियाणा में होने वाले चुनाव में जनता खट्टर साहब की निष्क्रियता का भी अच्छा खासा जवाब देगी। अब खट्टर काका तो निकल लिए केंद्र में, नायब सैनी संभालें।
गांधी बनने की कोशिश में, कहीं जवाहर मत बन जाना, इन दोनों के पाप बहुत हैं, तुम भी उनमें मत सन जाना। धुरी तुम्हारी हिंदूवादी, तुमको उस पर टिकना होगा, उठो, बटोरो बिखरे तिनके, फिर से जोड़ो ताना बाना।।
संघ उसी समय भा ज पा के लिए सोचता है जब उस पर आतंकवाद के आरोप लगने लगते हैं बाकी समय यह लोग भा ज पा के भ्रष्ट उम्मीद वारों ,नेतागण से लड़ने में लगे रहते हैं जी हां,बी जे पी के इंपोर्टेड नेता, लालची दलाल खुद पांच साल अपनी शक्ल नहीं दिखाते ये नेतागण कार्यकर्ता को गुलाम से भी बदतर मानते हैं
UP me itana acha kaam ke baad bhi Yogi Modi ke sath UP walo ka chal kapat soch se pare hai.Matlab saaf hai UP, Bihar ko keval jati se matlab na ki Vikas se roti ke liye d3lhi,Mumbai,Punjab aur Gujrat ke taraf jane wali sadaken hai na.
हमारे जैसे बहुत सारे बीजेपी वोटर्स नौकरी की तलाश में इधर उधर भटक रहे हैं और बीजेपी को वोट नहीं कर पाए कुछ खास करनी चाहिए ताकि घर से बाहर रहने वाले लोग भी वोट कर सके
बहुत ही सटीक विश्लेषण। बस इतना कहना चाहूंगा कि महारैली में जनसंख्या यदि वोटों में परिवर्तन होता तो आज बंगाल और तमिल नाडु कि स्थिति कुछ और होती। भाजपा और मोदीजी को रैलियों का सहारे पर नहीं रहना चाहिए और वह इसलिए क्योंकि मतदाता सब जानते है।
आपकी बात सही है कि RSS को ignore करना भारी भूल है और होगी। आडवाणी पर आरोप लगाए थे धर्मनिरपेक्षता के लेकिन लगता है ज्यों ज्यों ज्यादा सीटों का मोह बड़ा और मुसलमानों को भी आकर्षित करने का प्रयास किया और "गुड़ गोबर हो गया" वही प्रयास अटल, आडवाणी ने किये और "धड़ाम" जब भी किसी ने चाल बदली अपनी भी भूल गया। खेर उम्मीद है मोदी जी संभाल लेंगे। लोग कहते हैं मोदी का घमंड तोड़ना जरूरी था। देश की चिंता नहीं है उन्हें। घमंड तोड़ना ही लक्ष्य रह गया था। कठोर निर्णयों के लिए तरसना पड़ेगा। विपक्षी दलों के लोगों को बीजेपी में शामिल करके बहुमत पैदा करना चाहिए। क्योंकि जदयू, TDP ब्लैकमेल करेंगे।
सरदाना जी, आपने बहुत सुंदर,सशक्त, तथ्यपरक व सामयिक विश्लेषण प्रस्तुत किया है। उत्तर प्रदेश में भाजपा के खराब प्रदर्शन के अन्य कारणों में भाजपा का अत्यधिक आत्मविश्वास, हिन्दूओं की आपसी फूट,एक सम्प्रदाय विशेष का सभी सरकारी योजनाओं से लाभ लेकर भी भाजपा का साथ नहीं देना, अयोध्या वासियों की चिंताजनक उदासीनता व सही उम्मीदवारों को टिकट नहीं देना भी शामिल हैं।
विजयजी आप RSS के बारेमे बहोत सही बात कर रहे है! मै खुद बचपनसे संघ का स्वयंसेवक रहा हुं! इस लिये संघ स्वयंसेवक हर इलेकशन में SELFLESSLY काम करता आया है! थँक यु.
अबकी बार पन्ना प्रमुख है ही नहीं था सिर्फ कागजों पर था क्यों क्यों बीजेपी ने उनकी सुनी नहीं सरकार कहती है हम कानून के तारे में काम करते हैं दो नंबर के आदमी अपना काम निकाल लेते हैं भाजपा कार्यकर्ता देखता रह जाता है इसीलिए कार्यकर्ता नाराज थे हरियाणा के अंदर
श्री सरदाना जी, नमस्कार, आपका विश्लेषण अच्छा एवम चमत्कारिक है। आगे बढ़ने के लिये इतना झटका जरूरी था। जो मिल गया। अब 10 वर्ष का शाशन जैसा लाने के लिए 10 वर्ष और लगेगे। कुछ बातें स्टेट चीफ मिनिस्टर की भी मानने मे कोई हर्ज नही। यदि यू पी चीफ मिनिस्टर की बातो को माना जाता तो यह नौबत नही आती। लहर उपर से नही नीचे से ही आती है। मोदी जी को भी सोचना पड़ेगा। धन्यबाद।
@@vickipedia3253 जुमला जैसे जेहादी शब्द का प्रयोग न करें आप ठीक कहते है अधिकतर लोग घर बैठ कर ४०० पार का गाना गा रहे थे जबकि हिंदू के शत्रु बड़ी पंक्ति लगाकर तेज धूप में मत देने पहुंचे थे
भाई साहब सरधना जी नमस्कार आपने बहुत गहराई में जाकर यह विश्लेषण किया है भाजपा के सिर्फ नेतृत्व को इस पर विचार करना चाहिए आप द्वारा किया गया विश्लेषण 100% सटीक है आपको बहुत बहुत धन्यवाद
उत्तर प्रदेश में चुनाव जीतने के लिए जाति को जाति के बीच बांटकर वोट लो, यह सबसे सफल फ़ार्मूला है l मैं स्वयं उत्तर प्रदेश में लखनऊ का रहने वाला हूं , योगी जी के नेतृत्व में UP जो बदलाव आया है उसकी तुलना कोई सरकार नहीं कर सकती है l नरेंद्र मोदी जैसा प्रधान मंत्री केवल 150,000 वोट से जीते और राहुल गांधी लगभग दो लाख वोट से जीते जो UP से चुनाव लड़ने से डर रहा था , वह यही बताता है कि खटाखट गरीबी दूर करो और जाति वाद का बीज़ बोकर चुनाव की फसल काटो l मोदी जी का वाराणसी से कम वोट की जीत का कारण और इस देश के एक हजार साल गुलामी का कारण एक ही है , वह है समाज का टुकड़ों में बटा होना कभी जीवन में रोशनी देखने कि इच्छा न होना l
Bahot sahi kaha.kuch jaati hai jo kabhi bhi sudhregi nahi chahe bjp kitana bhi sangathan pe kam kare. Soye hue ko jaga sakate ho noytankiwale ko nahi. Arakshan khtam karo sab jaat pat ek ho jayega
Afghanistan Punjab part Pakistan ka, converted Sikh Jaat Gujjar aaj ke taalibani pathan ban ke iteny fight kar rahey hai. Agar yah fight jajba Sanatan dharm ke liye kiya hota to aaj vah part Bharat ka hi hota.
Very valid & correct Analysis,absolutely true.I wish to add that BJ P knew that these 2 Guys ( 2 Ladke) were spreading Lies that '' Samadhan ko badal denge,Daliton ka Reservation khatam ho jayega,agar Modi aa gaye.Hum Musalmano ko Reservation bhee denge", BJP failed to counter these lies.
बीजेपी की high command और नेतृत्व और सांसद लोगो का कार्यकर्ता के प्रति तिरस्कार और दुर्व्यवहार रहा है आरएसएस के प्रति अध्यक्ष का बयान अनावश्यक और awanchhaniya था
Feb.- March is the best. because in Nov. Dec. farmers are very busy in fields. Jo bhi ho, ek mahine me hi elections finish hone chahiye, us se jyada nahi.
विजय जी इन लोगों ने झूठ के सहारे पिछली बार राजस्थान जीत लिया। कर्नाटक जीत लिया। और अबकी बार लोकसभा चुनाव में उथल-पुथल मचा दिया।जो मजदूर तबका है जो गरीब है वो लोग इनके झांसे में आ जाते हैं और अपने लक्ष्य से भटक जाते हैं।
Poodi sabji mein gira diye Congress walon ne. Fir Desh kya bachayega? Kam se Kam vote dete waqt Desh ke bare mein sochna chahiye. Jo Ram Mandir girane ka Vada karta hai unhe hi jitaya. Iss se acha koi independent ko ya nota ko dete?
आप ने सही पकड़ा। संघटन बातें में है, परंतु हर राज्य में धरातल पर नहीं। खास वर्ग कि एक तरफा ओटिंग से अवगत होने के बावजूद, अपनाहि ओटर घरों से बाहर निकलता नहीं तो भुगतना ही पड़ेगा । सबक पार्टी और शुभ चिंतक दोनों लेना चाहिए।
बेहद महत्वपूर्ण सुंदर विश्लेषण सही में BJP में हद से ज्यादा migraant को खास महत्व दिया गया है उसी वजह से ही पार्टी के कर्मठ कार्यकर्ता की नाराजगी कि वजह से पार्टी की यह अवदशा हुई है
सरदाना जी नमस्कार ,आप का विश्लेषण बहुत ही सराहनीय है यह किसी भी साधारण व्यक्ति को समझ आता है संगठन स्थाई होता है जबकि ब्रांड अस्थाई होता है जहां समाज में एक तरफ जाति का जहर बोया जा रहा है वहां दूसरी तरफ अगर हम संगठन रुपी पानी का बौछार ना मरेंगे तो समाज का क्या हश्र होगा ?फैजाबाद सीट हार् हमारी अंतरराष्ट्रीय बेज्जती हुई है और अयोध्या वासी बहुत ही दुखी है कार्यकर्ताओं की ऊपेक्षा ही इस सीट की हार का प्रमुख कारण है सरकार को चाहिए कि विधायक/सांसद गण का जनता से सामान्य जीवन में संपर्क भी बना रहे। छोटी मोटी समस्याओं का हल संसद या विधायक के द्वारा होता रहे
विजय जी, आपका विश्लेषण बिल्कुल सही, इसमें कोई संदेह नहीं 👏🏽👏🏽 किंतु, UP मे bjp के कार्यकर्ता देशहित का व्याख्या समझने में और निर्वाह करने में असमर्थ है तो बड़ी दुर्भाग्य की बात है। पर्सनल एजेंडा किसी भी विषय को लेकर हो, इतना मानसिक परिपक्वता होनी चाहिए थी की इनके इस व्यवहार से उन्होंने देश के साथ कैसा विश्वासघात कर रहे है। इतनी ही प्रताड़ित हुए थे तो, पार्टी से अलग हो जाते!! पार्टी में रहकर, पार्टी विरोध गतिविधियों को करना धोखा होता है और उसका भयंकर असर वे जानते थे ना!!!? देशविरोधी ताकतों को बलवान किये जानबूझकर!! किसको सबक सिखाना चाहते थे? योगी जी को, अमित शाह जी को, मोदी जी को, किसको??? क्या कार्यकर्ताओं ने शीर्ष नेतृत्व को लिखित रूप से, मौकिक रूप से अपने विचार व्यक्त किए थे ? जिन्हें अनसुना किया गया ? कल को, अगर, हमारी सेना के जवान भी ऐसे किसी बात से नाराज होकर , युध्द के बीच, हथियार डाल देंगे तो हमारी क्या अवस्था होगी, कल्पना की है!!? क्या तब किसी गवर्नेंस की खामियों को लेकर डिबेट करेंगे ?
Sirji you are absolutely right....... canvassing by local BJP in my area was completely missing but in our family we all still voted to the candidate we were not even aware of but only for the sake of Modi ji
What u said is correct , every where we have noticed this I took my list from my computer with the help of Epic number of whole family nobody visited to give the slip and also leflets .
B.J.P. has been dented by the behavior of J.P.Nadda .B. J. P president did a number of mistakes in the past I.e. in the election of Himachal pradesh some months ago.I am of the view to review and analyze the big actions as delivered by Sh Nadda ji.
एक्सप्रेस हाइवे -स्वाहा
राममंदिर - स्वाहा
धारा 370 -स्वाहा
4 करोड़ घर-स्वाहा
80करोड को राशन-स्वाहा
देश का मान- स्वाहा
बिजली पानी -स्वाहा
सेना की मजबूती - स्वाहा
तिर्थो का विकास -स्वाहा
दंगा मुक्त देश -स्वाहा
आतंक मुक्त देश -स्वाहा
बम ब्लास्ट - स्वाहा
अर्थव्यवस्था -स्वाहा
मोदी जी हमें इन सबसे कुछ नहीं फर्क पड़ता है हमें तो सिर्फ हमारी जाति के उम्मीदवार होने चाहिए ओर कुछ मुफ्त की रेवड़ी 🙏
भाई हम हिंदू गद्दार हैं भाई गद्दार
BHAI KAAM KIYA TO MUH SE BOLA KYU NAHI
30 percent ghar muslimon ko interest free loan muslimo ko free ias coaching muslimo ko free haj yatra 300 scemes for muslims.... Aur vote hinduon se bade besharam aadmi ho.... Hum hindu bhai jaan party ke bandhua mazdur nahi hain... Samjhe pashmana
Right
Modijee को यह समझना होगा की भारत डेवलपमेंट मॉडल
यूरोप के मॉडल की नकल करके सफल नही हो सकता।
स्मार्ट सिटी का आइडिया अच्छा था पर जमीन मे क्याहुआ
सबसे हरा भरा पइलाका उजाड़ के कंक्रीट जंगल खड़े कर दिए सारा बजट खत्म कर दिए और प्रकृति का गुस्सा अलग देखो।करने वाले तो कमीशन खाके निकाल गया5:33
सरदाना जी हिन्दू विश्व की सबसे स्वार्थी एवं लालची नश्ल है।
Afsos
जाती जाती में बटा हुआ महा मुर्ख, जो इतिहास से कभी सिखता नहीं
Very true. The selfish needs of some people seem to overrule the national interest and party loyalty. People are easily bought by false promises and lies as we have seen in this election. Now we have to just wait and see how the next five years proceed.
और सबसे डरपोक और तलवा चाटने वाला है।
अरे खुद का बेटा भुखा मर रहा है वह चले पडोसी को सहलाने।
पाकिस्तान क्यौ बना था?
हमारे बाप दादा अपना सारी सम्पत्ति छोड कर इधर आए।।।।।।
मोदी जी और योगी जी का देश तो नही छुटा ।
नहीं जी! मुस्लिम कभी कभी बीजेपी को वोट नहीं देंगे चाहे अपना कलेजा निकाल कर इन्हें दे दो।
हिंदू वोट एकजुट नहीं कर पाए मोदी जी इस बार। सबका साथ सबका विकास में लगे रहे। जबकि भारत को एक कट्टर हिंदूवादी नेता ही पसंद था उनका वही रूप होता तो ४०० पार भी संभव था❤
अति उत्साह व अंहकार बीजेपी को ले डूबा। 2004 में शाईनिंग इंडिया और अब 400 पार का नारा, लगता है कि बीजेपी ने 2004 से कुछ नहीं सीखा।
बीजेपी के कार्यकर्ता / पन्नाप्रमुख ने जनता को अपना चेहरा पिछले 10 वर्षों में नहीं दिखाया,प्रत्याशी घर पर आराम कर रहा था, सब कुछ मोदीजी, योगीजी के सहारे छोड़ दिया.
Bjp ab Ghar vote mangne nahi aati
नड्डा ही गड्ढा है
हटाओ इन महोदय को
Yeh aapne Bilkul Sahi kaha
बीजेपी अपने कार्यकर्ताओं का अपमान, तिरस्कार और अनदेखा करने में अग्रणी है। मदांध हैं
ये सच नहीं है हम हर चुनाव में निर्देशानुसार काम करते है अपवाद हो सकता है.
अयोध्यावासियों का हार्दिक धन्यवाद मोदी जी बंद आंखें खोलने और अब्दुल प्रेम को expose करने केलिए।❤🎉
बिल्कुल सत्य कहा
आपने सही कहा है।
💯💯💯💯💯💯💯💯💯💯💯💯
🙏भाई साहब, ऐसी भी क्या नाराजगी!? क्या स्वाभिमानी व्यक्ति, परिवार अपने निजी स्वार्थ, टूटपंजी नौकरी के लिये अपना सम्मान, सनातन स्वाभिमान, इज्जत नहीं बेचेगा. दुश्मन से मिलकर गद्दारी नहीं करेगा.
Mera abdul aisa nahi hai.... PM Modi
बिलकुल सही बात योजनाओ का फायदा सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश में लोगों ने स्पेशियली मुस्लिम समुदाय ने लिया लेकिन वह भाजपा को वोट नही देता हैं
Namakharami me mahir hote hain wo
तो गलति किसकी है? अल्पसंखको ने कभी नही बोला हम bjpको वोट देंगे।।।
Bjp. उनके पाँव चाट रहे थे।
अब आया मजा?लो और चाटो।
आप का यह कहना कि संगठन सरवोच्च होना चाहिये बहुत ही यथार्थ पूरक बात है
मुझे लगता है कि बीजेपी के कार्यकर्ता वोटरों को बूथों तक नहीं लाया और मुस्लिमो का वोट बीजेपी के खिलाफ कंसोलिडेट हो गया जो हार का कारण बना।
Yes and where is the incentive for this ground level worker for working hard to get the voters in to polling booths?
यू पी में योगी जी महाराज द्वारा सुझाए गए कैंडिडेट किस के कहने पर बदले गए? क्योंकि हाई कमान द्वारा बदले गए 27 प्रत्याक्षी हार गए,जिसे योगी जी भी मना किया था टिकट देने को।
Amit Shah ne. He is afraid he will not be next PM but Yogi will be. So he tried stabbing Yogi
नमस्ते सदा वत्सले मातृभूमि ❤❤
V. S. Sir pranam aap ko jay hind jay bharat 🙏🙏🙏🙏🙏
शत प्रतिशत आपकी बात से हम सहमत है। बीजेपी को गहराई से चिंतन करना होगा। भविष्य में सुधार तभी संभव है। विपक्ष में संविधान का खतरा और आरक्षण खत्म करने का बिगुल बजाया,उसका कोई भी उत्तर बीजेपी की और से नही दिया गया। विजय जी आपको साधुवाद सही विश्लेषण किया अपने। 🙏💐
😂W2ñ. Nn. Ew2nnnnnnne. Nnnnñnnn.
सरदाना जी आप का विश्लेषण बहुत सटीक है. लेकिन आप माने या नहीं माने लेकिन हमारा मानना है कि सात बर्षो से उत्तरप्रदेश में महनत करते योगीजी के कार्यक्षेत्र में अमित शाह जी द्वारा अनाबाश्यक हस्तक्षेप. अपना क्षेत्र का विकास कर रहे सांसदों का टिकिट काट कर नये उम्मीदवारो को खड़ा करना. अमित शाह को योगीजी से अंदरूनी भय लगने लगा है कि जनता मोदीजी के बाद योगी को अधिक पसंद कर रहीं है तो . मेरा तो नंबर गया.
ऐसे ही अमित शाह जी नितीश और चंद्रबाबू नायडू को NDA में लाये.
राजिस्थान में विजय राजेसिंधिया जी का एक सम्मान है. उन्हें अगर CM पद नहीं दिया तो,, नाकाम होते नड्डा,, जी के स्थान पर पार्टी प्रमुख बना का सिंधिया जी को शांत किया जा सकता था. तो राजिस्थान हारते ही नहीं. यदि हारते तो जिम्मेदारी सिंधिया जी की होती.
बेसे ही महाराष्ट्र में देबेन्द्र फडनवीज को डाउन कर डिप्टी CM बना दिया. डिप्टी CM के स्थान पर केन्द्र में पद दें देते जोकि नहीं दिया.इससे देबेन्द्र फडणवीस के सम्मान को ठेस लगी.
आप अपने सम्मानित नेताओ को डाउन कर बाहरी नेताओ को सिर पर बिठाओगे तो नतीजे उत्तरप्रदेश, राजिस्थान और महाराष्ट्र की तरह ही आएंगे.
अमित शाह जी याद रहे देश बिदेसी से लड़ सकता है लेकिन अपने आदमियों को हर्ट करोगे तो पार्टी जोकि मोदीजी के नाम खड़ी हुई है. मोदीजी के जाने के बाद योगीजी या बिश्वाजी के साथ तो खड़ी रहेगी लेकिन आप के साथ नहीं.
बेसे सरदाना जी आप का विश्लेषण ठीक लगा
धन्यवाद
आपका तर्क बहुत अच्छा है।यही सबसे बड़ा कारण है बीजेपी के हारने का।
अमित शाह की जगह राजनाथ को आना चाहिए
योगी जी और हेमंत जी शाह से ऊपर हैं।
AP ki tark thik hay. úsi ki sath meri ek bat vi hay. Jo Bengal me porikshit hay.Mohila ke lia direct benifit. zo M.P. me bhi Kam Kia. ladly Bohana jojona. Begal me Lakshmi vandar jaysa Kam Kia.
सर्दानाजी आपका विश्लेषण निर्विवाद
सत्य हैं लेकीन आज देश ,विदेशके
विरोधके उपरांत मोडिजिकी एनडीए
जीत गायी इस्लीये हम बिजिपी के कट्टर
समर्थक खश.हैं बाकी चूनाव मे क्या
त्रूटिया रही एस्का चिंतन तथा मंथन
भाजपा का शीर्ष नेत्रत्च करेगाही
जय श्रीराम नमो नमो
Absolutely correct
बहुत सटीक विश्लेषण किया है आपने। Without a strong organisation, no program, no plan can succeed.
सटीक विश्लेषण। आपको साधुवाद। टॉप management of बीजेपी should take note
सरदाना जी मेरा ये विचार है कि मैं आपकी इस बात से सहमत नहीं हूं कि उत्तरप्रदेश में कैडर कमजोर था बीजेपी इसलिए चुनाव हार गई 15:33 15:33 नहीं । इतना काम करने के बाद इतनी सुविधा देने के बाद और राष्ट्रहित में इतना काम करने के बाद भी अगर चुनाव हार जाए तो ये बीजेपी की कमी नहीं हैं इतना काम करने करने के बाद भी अगर भीख मांगनी पडें तो लानत है ऐसे जयचंदो पर। सबसे दुख की बात तो ये है कि अयोध्या में भवय राम मंदिर बनने के बाद भी अगर बीजेपी अयोध्या से चुनाव हार जाए तो हिन्दुओं के लिए डुब मरने वाली बात है । जय हिंद।
Uttar pradesh hindu Gaddar hai
हारने मे शान्ति दूतों का भी बड़ा हाथ है, ये राष्ट के नहीं हो सकते है इनके यहां राष्ट्रीयता नाम की कोई चीज नहीं होती है।
सब का साथ सब का विकास और सब का विश्वास,ये नारा ही बीजेपी के डाउनफॉल का कारण बना है,विकास उसका करें जिसका विश्वास किया जा सके,सरकार ने फ्री की रेवड़ी तो बांटी,जो लूटी तो सभी ने इसमें भी एक वर्ग विशेष ने लेकिन इस वर्ग पे विश्वास करना बहुत बड़ी गलती थी,दूसरा दूसरे दलों से करप्ट नेताओं को पार्टी में सामिल कर उन्हे मंत्री पद या दूसरे पद देना बड़ी भूल है।इसे जल्दी दूर करना होगा।
विजय जी, नमस्कार। मैं आपके विश्लेषण से पूर्णतया सहमत हूं। आज बीजेपी में ब्रांड मोदी इतना बड़ा हो गया है कि किसी भी राज्य में बीजेपी का कोई भी नेता मोदीजी के नाम से ही चुनाव जीतना चाहता है। उनका जनता से सम्पर्क टूट चुका है और आम जनता के मुद्दों पर कोई भी ध्यान नहीं दे रहा। आज पैट्रोल के रेट उस पर भारी भरकम टोल टैक्स, बिजली के महंगे रेट्स से जनता त्रस्त है। रोजगार तो है पर उस यूथ की योग्यता के मुताबिक नहीं है। मध्यम वर्ग की रोजाना की समस्याओं पर भी ध्यान देना होगा। अक्तूबर में हरियाणा में होने वाले चुनाव में जनता खट्टर साहब की निष्क्रियता का भी अच्छा खासा जवाब देगी। अब खट्टर काका तो निकल लिए केंद्र में, नायब सैनी संभालें।
नड्डा को तुरंत हटा देना चाहिए,इनका कार्यकाल पराजित का रहा है।UP,Bangal के संगठन में पूरा परिवर्तन होना चाहिए।
गांधी बनने की कोशिश में, कहीं जवाहर मत बन जाना,
इन दोनों के पाप बहुत हैं, तुम भी उनमें मत सन जाना।
धुरी तुम्हारी हिंदूवादी, तुमको उस पर टिकना होगा,
उठो, बटोरो बिखरे तिनके, फिर से जोड़ो ताना बाना।।
मैनेजमेंट और संगठन के दृष्टिकोण से शानदार विश्लेषण। साधुवाद।
Excellent commentary by sardana ji
बहुत बढ़िया विश्लेषण। पूरी तरह सहमत हैं आप से ।
सब ठीक होगा अगला अध्यक्ष RSS की मर्ज़ी से बनाओ
श्री मनोहर लाल खट्टर या शिवराज सिंह चौहान जी में किसी एक को बनाने से ठीक रहेगा
भ्रम और संघ पर्यायवाची शब्द हैं
आर एस एस का आधार पहले दो चरणों में नहीं था एक तो साफ तौर से दिखाई दिया लेकिन आर एस एस को भी सोचना चाहिए था आयोध्या जसै जगह साजिश ना हो.वंदे मातरम्.
संघ उसी समय भा ज पा के लिए सोचता है जब उस पर आतंकवाद के आरोप लगने लगते हैं
बाकी समय यह लोग भा ज पा के भ्रष्ट उम्मीद वारों ,नेतागण से लड़ने में लगे रहते हैं
जी हां,बी जे पी के इंपोर्टेड नेता, लालची दलाल खुद पांच साल अपनी शक्ल नहीं दिखाते
ये नेतागण कार्यकर्ता को गुलाम से भी बदतर मानते हैं
UP me itana acha kaam ke baad bhi Yogi Modi ke sath UP walo ka chal kapat soch se pare hai.Matlab saaf hai UP, Bihar ko keval jati se matlab na ki Vikas se roti ke liye d3lhi,Mumbai,Punjab aur Gujrat ke taraf jane wali sadaken hai na.
हमारे जैसे बहुत सारे बीजेपी वोटर्स नौकरी की तलाश में इधर उधर भटक रहे हैं और बीजेपी को वोट नहीं कर पाए कुछ खास करनी चाहिए ताकि घर से बाहर रहने वाले लोग भी वोट कर सके
BJP chup saitanoko pehchan nahi paya
सही चिंतन के साथ संगठन का महत्व सर्वोपरि है।
इसके लिए जनता भी जिम्मेदार है।
Vijay ji perception of Yogi ji getting sidelined also was one of the factors.
Only solution is. ' JISKA SAATH, USKA VIKAS '.
बहुत ही सटीक विश्लेषण। बस इतना कहना चाहूंगा कि महारैली में जनसंख्या यदि वोटों में परिवर्तन होता तो आज बंगाल और तमिल नाडु कि स्थिति कुछ और होती। भाजपा और मोदीजी को रैलियों का सहारे पर नहीं रहना चाहिए और वह इसलिए क्योंकि मतदाता सब जानते है।
बहुत बढ़िया एनालिसिस है 👌👌
आपकी बात सही है कि RSS को ignore करना भारी भूल है और होगी। आडवाणी पर आरोप लगाए थे धर्मनिरपेक्षता के लेकिन लगता है ज्यों ज्यों ज्यादा सीटों का मोह बड़ा और मुसलमानों को भी आकर्षित करने का प्रयास किया और "गुड़ गोबर हो गया" वही प्रयास अटल, आडवाणी ने किये और "धड़ाम" जब भी किसी ने चाल बदली अपनी भी भूल गया। खेर उम्मीद है मोदी जी संभाल लेंगे। लोग कहते हैं मोदी का घमंड तोड़ना जरूरी था। देश की चिंता नहीं है उन्हें। घमंड तोड़ना ही लक्ष्य रह गया था। कठोर निर्णयों के लिए तरसना पड़ेगा। विपक्षी दलों के लोगों को बीजेपी में शामिल करके बहुमत पैदा करना चाहिए। क्योंकि जदयू, TDP ब्लैकमेल करेंगे।
सरदाना जी, आपने बहुत सुंदर,सशक्त, तथ्यपरक व सामयिक विश्लेषण प्रस्तुत किया है। उत्तर प्रदेश में भाजपा के खराब प्रदर्शन के अन्य कारणों में भाजपा का अत्यधिक आत्मविश्वास, हिन्दूओं की आपसी फूट,एक सम्प्रदाय विशेष का सभी सरकारी योजनाओं से लाभ लेकर भी भाजपा का साथ नहीं देना, अयोध्या वासियों की चिंताजनक उदासीनता व सही उम्मीदवारों को टिकट नहीं देना भी शामिल हैं।
अति उत्तम और सटीक विश्लेषण ।
💯 true kha sir apne organisation is more important😊
विजयजी आप RSS के बारेमे बहोत सही बात कर रहे है! मै खुद बचपनसे संघ का स्वयंसेवक रहा हुं! इस लिये संघ स्वयंसेवक हर इलेकशन में SELFLESSLY काम करता
आया है! थँक यु.
अबकी बार पन्ना प्रमुख है ही नहीं था सिर्फ कागजों पर था क्यों क्यों बीजेपी ने उनकी सुनी नहीं सरकार कहती है हम कानून के तारे में काम करते हैं दो नंबर के आदमी अपना काम निकाल लेते हैं भाजपा कार्यकर्ता देखता रह जाता है इसीलिए कार्यकर्ता नाराज थे हरियाणा के अंदर
Bilkul right
सहमत🎉
श्री सरदाना जी, नमस्कार, आपका विश्लेषण अच्छा एवम चमत्कारिक है। आगे बढ़ने के लिये इतना झटका जरूरी था। जो मिल गया। अब 10 वर्ष का शाशन जैसा लाने के लिए 10 वर्ष और लगेगे। कुछ बातें स्टेट चीफ मिनिस्टर की भी मानने मे कोई हर्ज नही। यदि यू पी चीफ मिनिस्टर की बातो को माना जाता तो यह नौबत नही आती। लहर उपर से नही नीचे से ही आती है। मोदी जी को भी सोचना पड़ेगा। धन्यबाद।
पहला तो ये बयान कि हमें संगठन की जरूरत नहीं चुनाव आयोग जिसने न तो गर्मी का ध्यान रखा और न ही चुनाव के दिन का आप समझ गए होंगे
💖💖💖👌👌👌🙏🙏🙏
गर्मी और छुट्टी केवल बीजेपी वालो की क्यों थी?
400 paar ka jumla BJP voters mein false sense of security aa gai aur wo vote dene nahi gaye
@@vickipedia3253 जुमला जैसे जेहादी शब्द का प्रयोग न करें आप ठीक कहते है अधिकतर लोग घर बैठ कर ४०० पार का गाना गा रहे थे जबकि हिंदू के शत्रु बड़ी पंक्ति लगाकर तेज धूप में मत देने पहुंचे थे
मोदी जी का अहम। जैसे मोदी है तो सब कुछ है।
@@rngautam1900 कोई समझदार सिपाही सेनापति पर उंगली नहीं उठाता
Aur garmi bhi ,BJP voters ke liye hee thee doosro ke liye nahi.
आपकी बहुत याद आ रही थी अच्छा हुआ आप आ गए ❤
बहुत सटीक विश्लेषण ।
आदरणीय सादर अभिवादन अभिनंदन आपका
आपके विश्लेषण से में 100% सहमत हूं
भाई साहब सरधना जी नमस्कार आपने बहुत गहराई में जाकर यह विश्लेषण किया है भाजपा के सिर्फ नेतृत्व को इस पर विचार करना चाहिए आप द्वारा किया गया विश्लेषण 100% सटीक है आपको बहुत बहुत धन्यवाद
उत्तर प्रदेश में चुनाव जीतने के लिए जाति को जाति के बीच बांटकर वोट लो, यह सबसे सफल फ़ार्मूला है l मैं स्वयं उत्तर प्रदेश में लखनऊ का रहने वाला हूं , योगी जी के नेतृत्व में UP जो बदलाव आया है उसकी तुलना कोई सरकार नहीं कर सकती है l नरेंद्र मोदी जैसा प्रधान मंत्री केवल 150,000 वोट से जीते और राहुल गांधी लगभग दो लाख वोट से जीते जो UP से चुनाव लड़ने से डर रहा था , वह यही बताता है कि खटाखट गरीबी दूर करो और जाति वाद का बीज़ बोकर चुनाव की फसल काटो l मोदी जी का वाराणसी से कम वोट की जीत का कारण और इस देश के एक हजार साल गुलामी का कारण एक ही है , वह है समाज का टुकड़ों में बटा होना कभी जीवन में रोशनी देखने कि इच्छा न होना l
Bahot sahi kaha.kuch jaati hai jo kabhi bhi sudhregi nahi chahe bjp kitana bhi sangathan pe kam kare. Soye hue ko jaga sakate ho noytankiwale ko nahi. Arakshan khtam karo sab jaat pat ek ho jayega
Afghanistan Punjab part Pakistan ka, converted Sikh Jaat Gujjar aaj ke taalibani pathan ban ke iteny fight kar rahey hai. Agar yah fight jajba Sanatan dharm ke liye kiya hota to aaj vah part Bharat ka hi hota.
🚩 बिल्कुल सही कहा है, आपका विश्लेषण एकदम सटीक हैं। 🚩
सर , बहोत सटीक विश्लेषण किया ।
Very valid & correct Analysis,absolutely true.I wish to add that BJ P knew that these 2 Guys ( 2 Ladke) were spreading Lies that '' Samadhan ko badal denge,Daliton ka Reservation khatam ho jayega,agar Modi aa gaye.Hum Musalmano ko Reservation bhee denge", BJP failed to counter these lies.
BJP gave 133 tickets to outsiders and only 4 won. So that move failed miserably.
Sardana ji,
Please send this analysis to Modiji & Yogiji to enable them to introspect & deliberate on all such issues & amend their policies !!
बहोत महत्वपूर्ण विवेचन विजयजी.
आप का ऐसीसमेनट 100%सही है।आओर मैं 100%सहमत हू ।
विजय जी प्रणाम
आपका विश्लेषण सही लग रहा है
Sardana ji aap 100% sahi kah rahe hai
चुनाव परिणाम नें सारी पार्टियां और सारे राजनेता के अहंकार को तोड़ा हैं,,,,,,,
वैसे इस चुनाव परिणाम सें सारे लोग खुश हैं,,,,,,,
बीजेपी की high command और नेतृत्व और सांसद लोगो का कार्यकर्ता के प्रति तिरस्कार और दुर्व्यवहार रहा है आरएसएस के प्रति अध्यक्ष का बयान अनावश्यक और awanchhaniya था
Excellent Analysis
नड्डा ही गड्ढा है
हटाओ इन महोदय को
I am not member of any party but nadda statement very bad
Voting 100% compalsary hona chiye
बहुत ही दुखद है भाजपा का अयोध्या में हरना
Best analysis, this time RSS was not in fray to suppoet BJP. Arrogance of BJP has resulted in to debacle.
आपका विस्लेसन भी ठीक है एक कारण ये भी है
बिल्कुल सही कहा आपने सरदाना साहब नमस्कार
आपने सही विश्लेषण किया है। कुछ नेताओं द्वारा गलत बयानबाजी हुई है जिसकी वजह से भाजपा की हालत ऐसी हुई है।
BJP lost because of M factor as simple as that.
आपने एकदम सच कहा।
बाहरी को लाकर स्थानीय का अनादर यही परिणाम देता है
सभी बातें ठीक से समझाईं है यही कारण रहा है हारने का या कम सिट आने का
Bilkul sahi analysis...sir
अब अगर खिचतांन के सरकार चल भी जाए तो 6 महीने पहले चुनाव कराये मोदी, जिससे november December तक हो जाए, गर्मी भी एक कारण रही
Feb.- March is the best. because in Nov. Dec. farmers are very busy in fields. Jo bhi ho, ek mahine me hi elections finish hone chahiye, us se jyada nahi.
विजय जी इन लोगों ने झूठ के सहारे पिछली बार राजस्थान जीत लिया। कर्नाटक जीत लिया। और अबकी बार लोकसभा चुनाव में उथल-पुथल मचा दिया।जो मजदूर तबका है जो गरीब है वो लोग इनके झांसे में आ जाते हैं और अपने लक्ष्य से भटक जाते हैं।
100% true Sir... 👍👍👍👍
बहोत सटीक विश्लेषण, सरदानाजी !!!
बनारस में जब पोलिंग बूथ मे गया तो हमेशा की तरह टेबल न लगा देख हैरान था जब्की कांग्रेस के टेबिल पर पानी की बोतल , पूडी सब्जी दिखी
Poodi sabji mein gira diye Congress walon ne. Fir Desh kya bachayega? Kam se Kam vote dete waqt Desh ke bare mein sochna chahiye. Jo Ram Mandir girane ka Vada karta hai unhe hi jitaya. Iss se acha koi independent ko ya nota ko dete?
Puri sabzi bazi maar gayi desh se kya lena dena?
RSS is the back bone of the BJP
Absolutely true.
संगठन को मजबूत करने की आवश्यकता है
आप का कहना सही है। अबकी बार सपा उत्तर प्रदेश में पूरी तरह से सजग थी। जातिवादी समीकरण पूरी तरह से हावी था और दलितों का वोट भी सपा के पक्ष में गया।
आप ने सही पकड़ा। संघटन बातें में है, परंतु हर राज्य में धरातल पर नहीं। खास वर्ग कि एक तरफा ओटिंग से अवगत होने के बावजूद, अपनाहि ओटर घरों से बाहर निकलता नहीं तो भुगतना ही पड़ेगा । सबक पार्टी और शुभ चिंतक दोनों लेना चाहिए।
However it is shocking and heart breaking to see loosing of Ayodhya. Voters of Ayodhya should fàce the consequence
Jai.Hind.Sir
Vijay ji 1 very common factor which I think is importing people from different parties into BJP and neglecting their core workers
आपके आगे हम क्या लिख सकते हैं आपने जो कहा वह हमारे दिल में भी था
Vijay ji 🙏🙏🙏
सुविचारित, सत्य आंख खोलने वाला और विचारणीय पोस्ट।
वस्तुतः जो बेटा सुयोग्य होते हुए भी अपनी मां की उपेक्षा कर देता है,प्रकृति उसे औकात दिखा देती है।
बेहद महत्वपूर्ण सुंदर विश्लेषण
सही में BJP में हद से ज्यादा migraant को खास महत्व दिया गया है उसी वजह से ही पार्टी के कर्मठ कार्यकर्ता की नाराजगी कि वजह से पार्टी की यह अवदशा हुई है
Modi ji Ko Dekhkar Dil Khoob Roya♥️🇮🇳🙏🏻
एक समय ऐसा आयेगी जब भारत में हर जाती अपना-अपना राजनीतिक दल बनाएगी।
सरदाना जी नमस्कार ,आप का विश्लेषण बहुत ही सराहनीय है यह किसी भी साधारण व्यक्ति को समझ आता है संगठन स्थाई होता है जबकि ब्रांड अस्थाई होता है जहां समाज में एक तरफ जाति का जहर बोया जा रहा है वहां दूसरी तरफ अगर हम संगठन रुपी पानी का बौछार ना मरेंगे तो समाज का क्या हश्र होगा ?फैजाबाद सीट हार् हमारी अंतरराष्ट्रीय बेज्जती हुई है और अयोध्या वासी बहुत ही दुखी है कार्यकर्ताओं की ऊपेक्षा ही इस सीट की हार का प्रमुख कारण है सरकार को चाहिए कि विधायक/सांसद गण का जनता से सामान्य जीवन में संपर्क भी बना रहे। छोटी मोटी समस्याओं का हल संसद या विधायक के द्वारा होता रहे
आपने बीजेपी के हार का कारण बिलकुल सही है। बीजेपी के नेताओं का अति घमंड ही बीजेपी को ले डूबा। आ एस एस के प्रति दुराव ही बीजेपी के हार का कारण रहा।
विजय जी,
आपका विश्लेषण बिल्कुल सही, इसमें कोई संदेह नहीं 👏🏽👏🏽
किंतु, UP मे bjp के कार्यकर्ता देशहित का व्याख्या समझने में और निर्वाह करने में असमर्थ है तो बड़ी दुर्भाग्य की बात है।
पर्सनल एजेंडा किसी भी विषय को लेकर हो, इतना मानसिक परिपक्वता होनी चाहिए थी की इनके इस व्यवहार से उन्होंने देश के साथ कैसा विश्वासघात कर रहे है।
इतनी ही प्रताड़ित हुए थे तो, पार्टी से अलग हो जाते!! पार्टी में रहकर, पार्टी विरोध गतिविधियों को करना धोखा होता है और उसका भयंकर असर वे जानते थे ना!!!? देशविरोधी ताकतों को बलवान किये जानबूझकर!!
किसको सबक सिखाना चाहते थे? योगी जी को, अमित शाह जी को, मोदी जी को, किसको???
क्या कार्यकर्ताओं ने शीर्ष नेतृत्व को लिखित रूप से, मौकिक रूप से अपने विचार व्यक्त किए थे ? जिन्हें अनसुना किया गया ?
कल को, अगर, हमारी सेना के जवान भी ऐसे किसी बात से नाराज होकर , युध्द के बीच, हथियार डाल देंगे तो हमारी क्या अवस्था होगी, कल्पना की है!!? क्या तब किसी गवर्नेंस की खामियों को लेकर डिबेट करेंगे ?
Sirji you are absolutely right....... canvassing by local BJP in my area was completely missing but in our family we all still voted to the candidate we were not even aware of but only for the sake of Modi ji
What u said is correct , every where we have noticed this I took my list from my computer with the help of Epic number of whole family nobody visited to give the slip and also leflets .
आदरणीय सरदानाजी ,आपका कथन सही .यदी बीजेपी के नताओ ने अभी भी अपने आपको नही सुधारा तो ये उनका आखरी चुनाव होगा.
Very thoughtful and motivating analysis by Mr Sardana.
हम दुनियाकी सबसे बडी पोलिटिकल पार्टी है इस अहंकारसे 'वो' स्टेटमेंट दिया गया ।
सरदाना जी उत्तर प्रदेश के अधिकारी एकदम बात नहीं मान रहे हैं जनता का यह भी बहुत बड़ा कारण है
Very correct. Present presidntofBJP be removed if he doors not resign.
सर हमारे क्षेत्र में भी बी जे पी के कार्यकर्ता भी सुस्त रहे।
मोदी जी काअब्दुल प्रेम उनको ले डूबा।
Very nice and excellent observation same points in my mind you are pointed out. Thank you.senior citizen.
Very nice analysis Vijay ji aise aise loophole BJP ke under jo hain, sudharna bahut jaroori hain.
B.J.P. has been dented by the behavior of J.P.Nadda .B. J. P president did a number of mistakes in the past I.e. in the election of Himachal pradesh some months ago.I am of the view to review and analyze the big actions as delivered by Sh Nadda ji.