सिंधु घाटी की सभ्यता समन परंपरा की सभ्यता थी जहां प्रकृति की पूजा की जाती थी समन परंपरा से ही बौद्ध,जैन,सांख्य दर्शन,आजीवक,चार्वाक यह सारे दर्शन का उदय हुआ है। दुनिया के सभी धर्मों में आपको समन परंपरा कि झलक दिख जाएगी। हम भारतीयों को गर्व होना चाहिए कि हमारे पास एक विकसित परंपरा थी।
आज के गोर बंजारा ही, गोर सिंधू-हड़प्पा सभ्यता के लोग है, वही वेशभूषा वही संस्कृती वही खानपान यकीन नही होता देख लीजिए किसी भी बंजारा तांडे पर जाकर. 🏳️ Jay sevalal🙇
भक्त लोग हर जगह अपना आपा ढूंढने लगते हैं .....जबकि यह साबित हो चुका है कि सिंधु घाटी सभ्यता में घोड़े नहीं मिलते तो यह सभ्यता टनाटन कैसे हो सकती है यह केवल बौद्धों की सभ्यता है.
सिंधु सभ्यता एक वैदिक सभ्यता थी वैदिकों की नगरीय सभ्यता थी जिनमे जैन और बौद्ध भी शामिल थे जैसे कि आज हैं । प्रमाण मूर्तिपूजा, अग्नि वेदी ,पशुबलि ,प्रकृति पूजा आदि
आर्यों के भारत मे आने के पूर्व की है सिंधू घाटी सभ्यता,संस्कृत भाषा आठमी satavdi के बाद व्रहमी लिपि और पाली भाषा से निकली सनातन नाम भी सबसे पहलेतथागत बुद्ध ने उपयोग किया उन्होंने ही कहा था एस धम्मो सनंतानो,नमो बुद्धाय।
भक्त लोग हर जगह अपना आपा ढूंढने लगते हैं .....जबकि यह साबित हो चुका है कि सिंधु घाटी सभ्यता में घोड़े नहीं मिलते तो यह सभ्यता टनाटन कैसे हो सकती है यह केवल बौद्धों की सभ्यता है.
सिन्धु-घाटी सभ्यता का वास्तविक नाम समण संस्कृति मिलता है, समकालीन विदेशी इतिहास से। समण संस्कृति दार्शनिक धर्म व्यवस्था में आस्था रखते थें - जिनमें प्रमुख थें 1.सांख्य दर्शन 2.बौद्ध - न्याय दर्शन 3.जैन - अहिंसा 4.मिमांसा दर्शन 5.चार्वाक दर्शन 6.एकाकी दर्शन 7.आजिवक दर्शन
bhai Buddha was born in 550 - 548 BCE and indus valley civilization is 3000 BCE old How can you say that this is a buddhist dynasty. How unacademic and unscientific you are and andabhakta of Buddha
kuch bhi uss time par koi dharam nahi bas voh Shiva Lingam and Mother Goddess ki puja karte the uss time par Buddha aur mahavira birth bhi nahi hua tha bacche jao history acche se jano
सिंधु सभ्यता मूलनिवासी की सभ्यता थी आर्यों ने इसे लूटा इसमें हिंदू देवी देवता का कोई स्थान नहीं था मोहर में कोई शिव की मूर्ति नहीं है झूट मत परोसे, हितेश भाई आपके पूर्वजों ने ही लोटा है नस्त किया सिंधु सभ्यता को ।
@@professor_1995gaay ka goo to ham nahi khate.. Par ha vinay pithak me Buddhisto ko Insan ka moot or goo khane ke liye kaha gaya hai 😂😂 Khata hai ki nahi..😂😂 Mal mutr niwasi.😂😂
पांच हजार साल पहले महाभारत काल में भयंकर दिव्यास्त्रों के घातक प्रहार से पुरी की पुरी धरती लगभग दहल गया था जिसे हमारे वेदों व पुराणों में वर्णित किया गया है । जिसका जिक्र कोई दुनिया के लोग कैसे दे पायेंगे ।
कमेंट करने वाले लोग सच्चाई का खोज नहीं बल्कि अपने धर्म से जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं हितेश भी वहीं कर रहा है हाँ एक दो कमेंट करने वाले सही जवाब दिय हैं कि ॥इतिहास को गलत मत परोसो ॥ समाज के कुछ तेज व्यक्ति अपने पूरे समाज को अपने ढंग से चलाना चाहते हैं
If u are seriously asking this question, please go through “pdf” that yajnadevam created, all your questions may be answered! It was about rudra and Sanskrit based script Please watch his interview and question and answer session on RUclips
@@RupinderKaur-r7u 800 saal pehle tak bharat ke sare log budh dharm ko maan rahe thay, bharat me koi jati varan nahi tha, 2 hazar saal pehle toh sari duniya hi budh dharm ko maan rahi thi, jisus se 2 hazar saal pehle egypt me saboot mile hain budh dharm ke, india ke hi log egypt me gaye thay, gautam budh se pehle 27 budh ho chuke thay, unke naam king ashoka ke iron pillars par likhe huye aaj bhi, par ramayan ke ram or gita ke krishan ya shiv brahma vishu ka koi naam nahi likha huya, ram or krishan ki kahani akbar ke time pe likhi gayi thi, ye angrez likh gaye india ki history me, bharat ke brahman asal me Iran ke parsi log hain, ye budh dharm se nafrat karte thay issi liye bharat se budh dharm ko khatam kar diya, mughals bhi Iran ke hi thay, ye dono akbar or birbal banke beth gaye fir janta ko maara, angrez asal me yahudi log thay or ye parsi bhi pehle yahudi hi thay, issi liye angrez parsi brahmano ko raaj de gaye, or keh gaye ab tum maaro janta ko, ye history mil rahi par kisi school college university me nahi padai jati kyuki brahmano ka bhed khul jayega, science journey channel dekho sab samaj jaoge, sat sri akaal !
🙏jai seva jai badadev yah sabhyta gondiyan sabhyta hai jise Sindhu ghati sabhyta kahte hai Sindhu ghati sabhyta men Jo lipi Ankit hai us lipi ko aachayr moti ravn kngali dada 419 acharon ka vachn Kiya hai aaj hmare bech dada nhi hai
अच्छी जानकारी देते देते अन्ध भक्ति दिखाने लगते हैं पता नहीं क्यों मनुवादी संस्कृति का तड़का लगा दिया है सभी जानकारी को सनातन या हिन्दू संस्कृति से जोड़ा जाने की कोशिश की जाती है जो पुरानी सभ्यता से अन्याय है यह बहुत दुखद पहलू है
Harappa city was part of Bharatvarsha during Dwapar Yuga, it was just another city, many places in India like Kashi and Pataliputra is much older more than 70,000 years old, there is at least four layers of city construction under the current habitation level, with time as archeology gets advance tool like radar penetration under the surface more will come out
नगरीय सभ्यता से लोग ग्रामीण सभ्यता में क्यों लौटे होंगे इसकी खोज आवश्यक हैं इस पर कोई जानकारी प्राप्त क्यों नहीं हो पा रही इतिहास कारों ने जो इतिहास दर्ज किया वो बहुत ही अस्पतापूर्ण क्यों हैं इसके पीछे कौन से लोग रहे जिन्होंने भारत की सही जानकारी सामने नहीं आने दी आपसी लिंक नहीं मिल पाती हैं कही का कहीं लिखा गया है शोध की अति आवश्यकता हैं
सिन्धु घाटी की सभ्यता बौद्ध सभ्यता थी ।मुअनजोदाड़ो में बौद्ध स्तूप मिला है जिसकी आप जिक्र ही नहीं किया है । इतिहास को ग़लत रुप से लोगों को बतला रहें हों ग़लत जानकारी मत दिजिए।
parachin bhartiy shabhya our shankriti Jo sanatan dharma ke Nam se suite hei Bharat me our asthan hei jiske bare me Duniya nahi janti hei wo hei mugdal(muger) srinjay( bihar sarif our sasaram) yabibar ( chatangpur khatra me) bridasu(Rajgir) our krimla( Lakhisarai jila) Yahan harpp our Mohan jodro ke sameykalin ya issue vi Purana absesh mileage,Ram ke samey se Purana our rahasymey. Sarkar khudai karne ke Nam par bahana kar rahi hei.
भक्त लोग हर जगह अपना आपा ढूंढने लगते हैं .....जबकि यह साबित हो चुका है कि सिंधु घाटी सभ्यता में घोड़े नहीं मिलते तो यह सभ्यता टनाटन कैसे हो सकती है यह केवल बौद्धों की सभ्यता है.
लेकिन इस सभ्यता में संस्कृत भाषा नहीं मिला और ये गपोड़ी ने इसका जिक्र भी नहीं किया, क्यों। क्यों कि 5000 साल पहले न तो आर्य नाम की कोई प्राणी थी और ना ही क्लासिकल संस्कृत भाषा का उदय हुआ था।
Sindhu sidh aaye kaha se sidh me aane se pahele kon kaha kese aaya sidh kese banna ye bhi socho .or puche jaao kuch sahi hai kuch galat hai Africa jaao waha se kuch saty bator k laao waha se sidh kese aaye afica me kua tha kon the wo tapas karo phir ye sab aata hai
Nasa ka vo camera jo arbo sal pahle k taro ko bhi aj dekhkar uska photo bhi bhejta ha unse kaho ki us camere se 5000 sal pahle ke sindhu sabhyata k vedio bheje
आप अपने इतिहास के ज्ञान को थोड़ा और परिष्कृत कीजिए. इतिहास में कोई बात तभी कहनी चाहिए जब उसका कोई एक परिपक्व सबूत मौजूद हो. आपने वीडियो के 11th मिनट में बताया है कि हड़प्पा सभ्यता के लोग *घुड़सवारी* और शिकार करते थे. शिकार की बात तो ठीक हो सकती है पर घुड़सवारी करने वाली बात गलत है क्योंकि हड़प्पा की खुदाई के दौरान उस काल मे घोड़े के होने के सबूत नहीं मिले हैं. इसलिए हड़प्पा सभ्यता में घोड़ों का उपयोग नहीं हुआ. और बिना घोड़ों के आर्यों की बात करना बेमानी है. भारत मे घोड़ों के सबूत तब मिलने शुरू होते हैं जब भारत में ईरानी और मुस्लिमों का आक्रमण हुआ. अंततः हड़प्पा सभ्यता में घुड़सवारी करने वाला स्टेटमेंट्स गलत है. सिंधु घाटी सभ्यता पूर्ण रूप से बौद्धों की सभ्यता है. योगी के सर पर त्रिशूल नहीं *त्रिरत्न* है और आसपास बैठे जानवर केवल और केवल बौद्ध धर्म की तरफ ही इसारा कर रहे हैं. खुदाई में मिले मूर्तियां और खिलौने वह भी बौद्ध धर्म की तरफ इशारा कर रहे हैं और मुहर जिस पर बैल की निशानी है वह भी बौद्ध धर्म से ही संबंधित है.
The chief male deity of the Indus Valley Civilization was Pashupati, who was also known as the "proto-Siva". The people of the Indus Valley Civilization worshipped Pashupati as the "prince of animals" and "Mahayogi" or the "prince of Yogis".
@@TheRealHarishDesai the same bull can be seen in Asoka pillars, and whole world knows The Great Asoka was Buddhist king, not hindu. So the bull belongs to Buddhist. It's not yours so called any pashupati. Please update your history knowledge.
Aur ek jaankari de du is dharti me ek baar jal pralay ho chuka hai jise yahova permeshver ne bataya hai ki ek baar sabka ishwar prthvi me jal pralay kar chuka hai to ye sab sabhyata usi samay samapt huva tha Bible padh le sabhi jaankari achhe se mil jayegi
सिंधु घाटी की सभ्यता समन परंपरा की सभ्यता थी जहां प्रकृति की पूजा की जाती थी समन परंपरा से ही बौद्ध,जैन,सांख्य दर्शन,आजीवक,चार्वाक यह सारे दर्शन का उदय हुआ है।
दुनिया के सभी धर्मों में आपको समन परंपरा कि झलक दिख जाएगी।
हम भारतीयों को गर्व होना चाहिए कि हमारे पास एक विकसित परंपरा थी।
Vaidik sabhyata hi mahan hai
@@GanpatbhaiRakholiya पारसी ग्रंथ जेंद अवेस्था का नाम सुना है।उसी का कॉपी पेस्ट है वेद....😂😂😂
Copy pest to aaj ke nakli bodh hai😅😅😅@@vivekkant7711
@@vivekkant7711 bhantawadi gapod gyani kabhi aa jana khudke gapod gyan ka prachar prasar karne,, sanatan samiksha,, channel pe..
Pratideen,,raat 8.30 pm..
@richatiwari4736
आज के गोर बंजारा ही, गोर सिंधू-हड़प्पा सभ्यता के लोग है, वही वेशभूषा वही संस्कृती वही खानपान यकीन नही होता देख लीजिए किसी भी बंजारा तांडे पर जाकर. 🏳️ Jay sevalal🙇
सनातन ही सत्य धर्म है.... यदा यदा ही धर्मस्य... यही एक श्लोक हमारी संस्कृती को उजागार करता है... आपके कार्य को बेहद शुभकामनाये 🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Jo hai hi nahi us dharam ka kaisa abhiman karna so cald snatan😂😂
@@RupinderKaur-r7ubhai bhagwan budh likhte hain-es dhamm sanatan, dekhlo aaj ye brahman apne aap ko sanatni kehne lag gaye.
Yes true
भक्त लोग हर जगह अपना आपा ढूंढने लगते हैं .....जबकि यह साबित हो चुका है कि सिंधु घाटी सभ्यता में घोड़े नहीं मिलते तो यह सभ्यता टनाटन कैसे हो सकती है यह केवल बौद्धों की सभ्यता है.
Pr esh sbhiyata me koy
Pooja path ya devi devta ya mandir nhi mele 😂
सिंधु सभ्यता एक वैदिक सभ्यता थी वैदिकों की नगरीय सभ्यता थी जिनमे जैन और बौद्ध भी शामिल थे जैसे कि आज हैं । प्रमाण मूर्तिपूजा, अग्नि वेदी ,पशुबलि ,प्रकृति पूजा आदि
फिर भी 2000 हज़ार साल पहले और 1500 साल पहले जन्मे नए नए कल्ट पता नही क्यों अकड़ में रहते है....😂
2000 sal ya 1400 sal pele tera bapp hayata kay jo itna fudakta hai hazart aadam 1 insan the wo muslim ☪️️☪️️☪️️ the 2:47 2:53 😊😊
आर्यों के भारत मे आने के पूर्व की है सिंधू घाटी सभ्यता,संस्कृत भाषा आठमी satavdi के बाद व्रहमी लिपि और पाली भाषा से निकली सनातन नाम भी सबसे पहलेतथागत बुद्ध ने उपयोग किया उन्होंने ही कहा था एस धम्मो सनंतानो,नमो बुद्धाय।
Bood ke pita baraman they
स्वासितक, पीपल बौदध परम्परा का है।
Vastvik mein Buddh 1 lakh kalp varsh pahle Brahman Hindu the unhone Charon vedon ka gyan liya tha Sab Vaidik Sanskriti ho sab Hindu ho
@@prakashvlog05watch Rational world you can debate with him on Sunday Tuesday Thursday on 8:20 PM.
ਸਿੰਧੂ ਸੱਭਿਅਤਾ ਦਾ ਸ਼ਹਿਰ ਇੱਕ ਸੰਘੋਲ ਪਿੰਡ ਨੇੜੇ ਲੁੱਧਿਆਣਾ ਪੰਜਾਬ ਵਿੱਚ ਵੀ ਹੈ ।
ਹੜੰਪਾ ਦਾ ਸ਼ਹਿਰ ਪੰਜਾਬ ( ਪਾਕਿਸਤਾਨ ) ਵਿੱਚ ਹੈ ।
ਇਹ ਦੋਨੋ ਸ਼ਹਿਰ 5000 ਸਾਲ ਪੁਰਾਣੇ ਹੈ ।
सिन्धु घाटी की सभ्यता में(मोहन -जो- दड़ो ) का अर्थ है मोहन -की -चौपाल
Thanks sir you make amazing videos
*॥ॐ: नमस्ते सदा वत्सले मातृभुमे त्यवा हिन्दुभुमे सुखम वरधि तोहम, महामंगले पुण्यभुमे त्यदर्थे पतत्ये सकायो नमस्ते नमस्ते ॐ:॥*
*॥॥॥:वंदे मातरम् :॥॥॥*
*” जय हिन्दु राष्ट्र “ साथे “ जय जय श्रीकृष्ण “*
*बिलकुल बराबर , सटीक , रोचक दर्शन / प्रस्तुति / स्वर ❤~> साधु साधु
Very good..we should support.. sanatan
भक्त लोग हर जगह अपना आपा ढूंढने लगते हैं .....जबकि यह साबित हो चुका है कि सिंधु घाटी सभ्यता में घोड़े नहीं मिलते तो यह सभ्यता टनाटन कैसे हो सकती है यह केवल बौद्धों की सभ्यता है.
सिन्धु-घाटी सभ्यता का वास्तविक नाम समण संस्कृति मिलता है, समकालीन विदेशी इतिहास से।
समण संस्कृति दार्शनिक धर्म व्यवस्था में आस्था रखते थें - जिनमें प्रमुख थें
1.सांख्य दर्शन
2.बौद्ध - न्याय दर्शन
3.जैन - अहिंसा
4.मिमांसा दर्शन
5.चार्वाक दर्शन
6.एकाकी दर्शन
7.आजिवक दर्शन
बिल्कुल सही कहा आपने...👌👌👌
Saman nhi 😂 wo Dravidian culture hai sabke sab historians yahi bola hai .
@@50centgamer65 ruclips.net/video/kPCsNLM-5DI/видео.htmlsi=qlO8UX9NMU4moTxM
Sab se pehle Vaidik sabhyata thi baki sab bad me aaya
@@GanpatbhaiRakholiya Vedic bhedik kuch nahi tha, sab kuch dhurt pandito ke phate dhol hai. Ved bhi isaa ke baad likhe gaye hain.
Good information ❤❤❤❤❤
जिस दिन सिंधु सभ्यता की भाषा पढ़ लोगें न तब कलेजा फट कर हाथ में आ जाएगा।
@@rameshchandrayadavrameshch4072 ye bhasha nhi bs symbol hain
यदि पढ़ने वाले विद्वान अंग्रेज होता तो पढ़ लिया होता।
Ye bauddhist dynesty ko darshata hai , we proud off buddhist Era, Namoh buddhay..
R u kidding ?
बुद्ध का जन्म हुआ था तब 🤣🤣
बुद्ध के बाप दादा भी नहीं थे उस समय 🤣
bhai Buddha was born in 550 - 548 BCE and indus valley civilization is 3000 BCE old
How can you say that this is a buddhist dynasty.
How unacademic and unscientific you are and andabhakta of Buddha
@@universe2560 duniya ka sabse prachin buddh dharm hi hai sahi history padhle sabut ke sath bol raha hu
जानकारी में विज्ञान की कमी है
सिंधु सभ्यता भील जनजाति से संबंधित है। भारत के सबसे प्राचीन जनजाति।
Bodh aur jain dhrm thai uss time lakin aaj hum angereji sabhyta ko follow ker rehe hai
kuch bhi uss time par koi dharam nahi bas voh Shiva Lingam and Mother Goddess ki puja karte the uss time par Buddha aur mahavira birth bhi nahi hua tha bacche jao history acche se jano
@@AbhinavRama-q8dBhai tu pahle sacha hestory padh
Tera Budh 1 lakh kalp varsh pahle Brahman tha Buddh ne khud bataya hai
शिव का अर्थ है ज्ञान और ज्ञान ही बुद्धि है और यह जानकारी right हैं कि Shiv tathagat ke pahle ke Buddha hai
Ap galti kar rhi hai shiv name 7th senchuri me aaya hai gautam buddh se pahle Buddhas ke name alag hai gautam buddha 28 budhha hai
🙏🙏ohm shree guru Basavalingyanamh🙏
Har Har Har Mahadev ❤❤❤❤❤❤
Dosto Mujhe Nahi Lagta ki Indus valley script ka truth Powerful log bahar aane dege Aisa hoga to Ye Religion ka Dhandha unka barbad ho jayega.
Aapki aadhi jankaari galat hai 😂😂😂😂
Ha tu bada wala chu****nahi,,tu to bada wala archeologist hai na 😂😂
Very good video
सिंधु घाटी सभ्यता विश्व की सबसे प्राचीन सभ्यता है यह 9000 वर्ष पहले से 2600 वर्ष पहले तक सक्रिय थी |
Aap pehele school se pdhkr aayiye
@@shubhamchimankar8847 aapko information collect karke bolna chahiye - ruclips.net/video/vMyn_6LArVQ/видео.htmlsi=u1Bmp0qzEcwHMkca
ये आपकी अधूरी जानकारी का परिणाम है
Ye raha source - ruclips.net/video/vMyn_6LArVQ/видео.htmlsi=ABp7rR6NlyCE07X9
सिंधु सभ्यता मूलनिवासी की सभ्यता थी आर्यों ने इसे लूटा इसमें हिंदू देवी देवता का कोई स्थान नहीं था मोहर में कोई शिव की मूर्ति नहीं है झूट मत परोसे, हितेश भाई आपके पूर्वजों ने ही लोटा है नस्त किया सिंधु सभ्यता को ।
Are wah gyani maharani kahathe aap😂😂
@@NitinThakurChauhan-wv7uu गाय का गू खा जाके , सुबह शाम 2 चम्मच,
Bhantawadi gapodgyaniyo..
Dusro ki chije khudki batane me hi lage rahte ho kya be..
Kabhi praman to nahi de paye..bas bhokna hai..
@@professor_1995gaay ka goo to ham nahi khate..
Par ha vinay pithak me Buddhisto ko Insan ka moot or goo khane ke liye kaha gaya hai 😂😂
Khata hai ki nahi..😂😂
Mal mutr niwasi.😂😂
@@professor_1995 sindoor to maa durga ke 16 shrangar ka hissa h fir moolniwasi ki kon si devi sindoor lgati thi😂😂😂😂😂😂
Jay Shree krishna.
जय श्रीराम जय श्रीकृष्ण जय सनातन सिंधुसभ्याता जय हिंद जय भारत
Ye hindu vindu ya Santana sabhyata nhi thi...waha ram krishna indra Mitra kuch nhi mila
@@AKsinghIR grow up and analyze..be neutral not biased
@@vijaynikam6851 I thought initially but you are not a neutral person but only gapodi.
भाई गंगा भी हिंदुओ की ओर जमना भी , इस में गंगा जमुनाई तहजीब का क्या अर्थ हे? कृपा करके बताएं
Very good information
Sir or video dhekhna hame aise he
पाकिस्तान सरकार इसे पर्यटन स्थल क्यों नही बना देती😊❤
Fir waha se parayatak ka laas lekar kon ayega
Sir kuchhu etihas book ki vdo banaye pls
Super
पांच हजार साल पहले महाभारत काल में भयंकर दिव्यास्त्रों के घातक प्रहार से पुरी की पुरी धरती लगभग दहल गया था जिसे हमारे वेदों व पुराणों में वर्णित किया गया है । जिसका जिक्र कोई दुनिया के लोग कैसे दे पायेंगे ।
Ap the bhai tab
Wo kalpnik katha h
Indus valley is hindu civilization 🚩🚩 har har Mahadev 🙏🙏🕉🚩🚩
सिंधु घाटी सभ्यता में घोड़े के प्रमाणनहीं मिले हैं।
Bodh darm aur jain darm Aaj se 2500 saal pahle suroo hua tha. Sindhu civilization us se hajaroan saal pahle thi.
महाभारत काल लगभग ५२३४ वर्ष है अतः सिन्धु सभ्यता महाभारत काल से बाद की सभ्यता है
THANKS
Is topic per hi movie hai uske sath explain
कमेंट करने वाले लोग सच्चाई का खोज नहीं बल्कि अपने धर्म से जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं हितेश भी वहीं कर रहा है हाँ एक दो कमेंट करने वाले सही जवाब दिय हैं कि ॥इतिहास को गलत मत परोसो ॥
समाज के कुछ तेज व्यक्ति अपने पूरे समाज को अपने ढंग से चलाना चाहते हैं
सिन्धु सभ्यता का लिपी आज तक नेहि पडागेया , आपको केस पताचाला उसु टाईम चार ब्ण् थे
लिपि को उलझाना जरूरी है
😊👌👍 Outstanding !! Sir.🌹🙏🌹
Thanks
Kyun har kisi sabheyata ko apne dharam se kyun jodne ki bekar si koshish karte ho, sindur aur shiv wali baat jhuth hai
Bharat desh ke brahman ke pas apna koi itihas nahi tha issi liye mahatma budh ka sab kuch chori kar liya, sab kuch matlab choti se choti baat bhi.
तुमरे दिमाग से बाहर है ये सब चीजें,,,,,,,जो शाश्वत है वही सनातन है
If u are seriously asking this question, please go through “pdf” that yajnadevam created, all your questions may be answered! It was about rudra and Sanskrit based script
Please watch his interview and question and answer session on RUclips
@@RupinderKaur-r7u 800 saal pehle tak bharat ke sare log budh dharm ko maan rahe thay, bharat me koi jati varan nahi tha, 2 hazar saal pehle toh sari duniya hi budh dharm ko maan rahi thi, jisus se 2 hazar saal pehle egypt me saboot mile hain budh dharm ke, india ke hi log egypt me gaye thay, gautam budh se pehle 27 budh ho chuke thay, unke naam king ashoka ke iron pillars par likhe huye aaj bhi, par ramayan ke ram or gita ke krishan ya shiv brahma vishu ka koi naam nahi likha huya, ram or krishan ki kahani akbar ke time pe likhi gayi thi, ye angrez likh gaye india ki history me, bharat ke brahman asal me Iran ke parsi log hain, ye budh dharm se nafrat karte thay issi liye bharat se budh dharm ko khatam kar diya, mughals bhi Iran ke hi thay, ye dono akbar or birbal banke beth gaye fir janta ko maara, angrez asal me yahudi log thay or ye parsi bhi pehle yahudi hi thay, issi liye angrez parsi brahmano ko raaj de gaye, or keh gaye ab tum maaro janta ko, ye history mil rahi par kisi school college university me nahi padai jati kyuki brahmano ka bhed khul jayega, science journey channel dekho sab samaj jaoge, sat sri akaal !
🙏jai seva jai badadev yah sabhyta gondiyan sabhyta hai jise Sindhu ghati sabhyta kahte hai Sindhu ghati sabhyta men Jo lipi Ankit hai us lipi ko aachayr moti ravn kngali dada 419 acharon ka vachn Kiya hai aaj hmare bech dada nhi hai
Don't show WATER BATH while discussing GRANARY
अधूरी जानकारी, 1921 काफी रिसर्च हुई है, इस भाषा के कई अक्षर धम्म लिपि के हैं, निषपक्ष इतिहास पर रिसर्च कीजिये।
मन में ठानकर आते हो क्या यहाँ हिंदू संस्कृती ही होगी? हिंदू शब्द हैं किसी भी धर्मग्रथों में महोदय जी?
Bete kuchh padhayi ker liya karo ,yahan shiv ki pooja hoti thi ye baat jisne khoja usi ne kaha
Your right
@@amritGoswami-q7r किस सदीं में?
Don't show MOHENJODARO while discussing HARAPPA
Good
Bhai ye sab maine S.St mein padha tha lekin mujhe yakeen nahi hua isliye maine mohenjo daro ki vedio dekhi
Knowledge के बीच में gapodgatha बहुत जरूरी trend h😅😅😅😅😅😂😂
sindhu sabhyata k log TRIBAL ORIGINATED LOG hai actual mein!
अच्छी जानकारी देते देते अन्ध भक्ति दिखाने लगते हैं
पता नहीं क्यों मनुवादी संस्कृति का तड़का लगा दिया है
सभी जानकारी को सनातन या हिन्दू संस्कृति से जोड़ा जाने की कोशिश की जाती है
जो पुरानी सभ्यता से अन्याय है
यह बहुत दुखद पहलू है
Fr ved kha se aaye Or Ramayn Or Mhabrt kb huyi ....Hmare ved Kha se aaye Tb To Pages hote hi nhi The
Ye to brick se banaya gaya savyata hai , pata nahi lakri se ghar banane wala kitna he savyata past me hota hoga
सनातन सत्य आत्म रूप श्री हरि बिष्णु बागवान स्वरूप है कभी मिट नहीं सकता है
Harappa city was part of Bharatvarsha during Dwapar Yuga, it was just another city, many places in India like Kashi and Pataliputra is much older more than 70,000 years old, there is at least four layers of city construction under the current habitation level, with time as archeology gets advance tool like radar penetration under the surface more will come out
Ye hindu sabhyata hi thi. Jo aaj b jinda h. 🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩
😎😍
नगरीय सभ्यता से लोग ग्रामीण सभ्यता में क्यों लौटे होंगे इसकी खोज आवश्यक हैं इस पर कोई जानकारी प्राप्त क्यों नहीं हो पा रही इतिहास कारों ने जो इतिहास दर्ज किया वो बहुत ही अस्पतापूर्ण क्यों हैं इसके पीछे कौन से लोग रहे जिन्होंने भारत की सही जानकारी सामने नहीं आने दी आपसी लिंक नहीं मिल पाती हैं कही का कहीं लिखा गया है शोध की अति आवश्यकता हैं
Aaj ke kisan Jo North East Kisani Khety Kartey Hain Business Karte Hain Wo Sabhi Sindhu Ghaty Harpal Civilisation Ke Hi Vasaj Hain
सनातन धर्म ही सत्य है संस्कृति भाषा ही पहले भाषा है इतिहास की पुराण में लेखा हुआ है
Thanks for knowledgeable information ❤
सिंधु सभ्यता और मोहेंजोदडो सभ्यता सनातन वैदिक हिंदु धर्म की थी
सिन्धु घाटी की सभ्यता बौद्ध सभ्यता थी ।मुअनजोदाड़ो में बौद्ध स्तूप मिला है जिसकी आप जिक्र ही नहीं किया है । इतिहास को ग़लत रुप से लोगों को बतला रहें हों ग़लत जानकारी मत दिजिए।
Don't show ROMAN BATH
parachin bhartiy shabhya our shankriti Jo sanatan dharma ke Nam se suite hei Bharat me our asthan hei jiske bare me Duniya nahi janti hei wo hei mugdal(muger) srinjay( bihar sarif our sasaram) yabibar ( chatangpur khatra me) bridasu(Rajgir) our krimla( Lakhisarai jila) Yahan harpp our Mohan jodro ke sameykalin ya issue vi Purana absesh mileage,Ram ke samey se Purana our rahasymey. Sarkar khudai karne ke Nam par bahana kar rahi hei.
Best ever video sir❤❤
First viewer like this😊
Panch hajare sal pajele Musalman kahan se aye?
Sindhu nhi Sanatan...Jo hamesha se hai woh sanatan hai chahe Hindu ho ya Muslim ❤❤
🤣🤣🤣🤣
Sanskruti Sanatan kaise ho sakti hai ? 🤔
Gay shree ram
भक्त लोग हर जगह अपना आपा ढूंढने लगते हैं .....जबकि यह साबित हो चुका है कि सिंधु घाटी सभ्यता में घोड़े नहीं मिलते तो यह सभ्यता टनाटन कैसे हो सकती है यह केवल बौद्धों की सभ्यता है.
😂😂
Namo Budhay 🙏🙏🙏
Trisul nhi triratna h
Mahakund is still here
Don't show ROMAN TOILETS
Bible main rani easter aur raja sheryes raja suleman ke adhye main iss sabhyta ka jiker hai
लेकिन इस सभ्यता में संस्कृत भाषा नहीं मिला और ये गपोड़ी ने इसका जिक्र भी नहीं किया, क्यों। क्यों कि 5000 साल पहले न तो आर्य नाम की कोई प्राणी थी और ना ही क्लासिकल संस्कृत भाषा का उदय हुआ था।
संस्कृत भाषा के पहले पाली भाषा थी
सिंधू संस्कृती कोया पुनेमी गोंडी संस्कृती है
Yah Ek baudh sabhyata Thi
Sindhu sidh aaye kaha se sidh me aane se pahele kon kaha kese aaya sidh kese banna ye bhi socho .or puche jaao kuch sahi hai kuch galat hai Africa jaao waha se kuch saty bator k laao waha se sidh kese aaye afica me kua tha kon the wo tapas karo phir ye sab aata hai
It was destroyed due to atomic bomb attack
😮😮😊😊😅😅
ये प्रकृतीपुजक भारत के आदिवासीयोंकी गोंडी संस्कृती है l सिंधू लिपी को गोंडी लिपी में पढा जा सकता है l
Please don't mislead people
Sabhi. Bharat. Kay. Log. Tha
अस्ली knowledge दो लोगो को बेहकाव मत सिंधू संस्कृती बुद्ध की समन संस्कृती थी याहा पर स्तूप भी मिल हे लोगो पागल समझा हे क्या😂
😂😂 आबे लोले, गौतम बुद्ध का जन्म सिंधु सभ्यता के बाद हुआ तो, वो पहले से कैसे बुद्ध हो गए 😂😂 लगता है तो भी नीला मीम वाला है 😂😂
Nasa ka vo camera jo arbo sal pahle k taro ko bhi aj dekhkar uska photo bhi bhejta ha unse kaho ki us camere se 5000 sal pahle ke sindhu sabhyata k vedio bheje
भारत का पुराना नाम आर्यावर्त ग्रंथों में पाया गया है।
Sabhi bauddh then
Bodh
6 viewer me😂😂😂😂❤
आप अपने इतिहास के ज्ञान को थोड़ा और परिष्कृत कीजिए.
इतिहास में कोई बात तभी कहनी चाहिए जब उसका कोई एक परिपक्व सबूत मौजूद हो.
आपने वीडियो के 11th मिनट में बताया है कि हड़प्पा सभ्यता के लोग *घुड़सवारी* और शिकार करते थे. शिकार की बात तो ठीक हो सकती है पर घुड़सवारी करने वाली बात गलत है
क्योंकि हड़प्पा की खुदाई के दौरान उस काल मे घोड़े के होने के सबूत नहीं मिले हैं. इसलिए हड़प्पा सभ्यता में घोड़ों का उपयोग नहीं हुआ. और बिना घोड़ों के आर्यों की बात करना बेमानी है.
भारत मे घोड़ों के सबूत तब मिलने शुरू होते हैं जब भारत में ईरानी और मुस्लिमों का आक्रमण हुआ. अंततः हड़प्पा सभ्यता में घुड़सवारी करने वाला स्टेटमेंट्स गलत है.
सिंधु घाटी सभ्यता पूर्ण रूप से बौद्धों की सभ्यता है. योगी के सर पर त्रिशूल नहीं *त्रिरत्न* है और आसपास बैठे जानवर केवल और केवल बौद्ध धर्म की तरफ ही इसारा कर रहे हैं. खुदाई में मिले मूर्तियां और खिलौने वह भी बौद्ध धर्म की तरफ इशारा कर रहे हैं और मुहर जिस पर बैल की निशानी है वह भी बौद्ध धर्म से ही संबंधित है.
The chief male deity of the Indus Valley Civilization was Pashupati, who was also known as the "proto-Siva". The people of the Indus Valley Civilization worshipped Pashupati as the "prince of animals" and "Mahayogi" or the "prince of Yogis".
@@TheRealHarishDesai the same bull can be seen in Asoka pillars, and whole world knows The Great Asoka was Buddhist king, not hindu.
So the bull belongs to Buddhist. It's not yours so called any pashupati.
Please update your history knowledge.
🥰🇵🇰🇧🇩🇮🇳❤
Maya sabhyata thi purani
Aur ek jaankari de du is dharti me ek baar jal pralay ho chuka hai jise yahova permeshver ne bataya hai ki ek baar sabka ishwar prthvi me jal pralay kar chuka hai to ye sab sabhyata usi samay samapt huva tha Bible padh le sabhi jaankari achhe se mil jayegi
बौद्ध धर्म में जैन धर्म सेरिलेटिव होंगे पुराने टाइम में नालंदा तक्षशिला विकसित देश उन्हीं के मिले हैं स्वास्तिक भि उन्हीं का काचिन्ह है
Buddha Ka Stupa Vaha par Dikhata he