जन्नत की जनसंख्या 1.पहली हदीस "रसूल ने कहा है कि अल्लाह ने मुझ से वादा किया है , कि मेरी उम्मत के सत्तर हजार लोग (मुसलमान ) जन्नत में जाएंगे , और उन से (उनके कर्मों का ) कोई हिसाब नहीं लिया जाएगा " "وَعَدَنِي رَبِّي عَزَّ وَجَلَّ أَنْ يُدْخِلَ الْجَنَّةَ مِنْ أُمَّتِي سَبْعِينَ أَلْفًا بِغَيْرِ حِسَابٍ " "my Lord has promised me that seventy thousand of my nation will enter Paradise without being brought to account. " Sunan Ibn Majah-Book 37, Hadith 4426 इस हदीस से साफ़ पता चलता है कि जन्नत की क्षमता केवल सत्तर हजार लोगों की है , अर्थात जनसंख्या स्थिर है , क्योंकि जन्नत में जब शादी ही नहीं होगी , तो बच्चे कहाँ से होंगे ? और जब अल्लाह ने सत्तर हजार की सीमा निर्धारित कर दी है , तो उस से अधिक किसी का जन्नत जाने का सवाल ही नहीं उठता ? दूसरी हदीस इस हदीस में जन्नत के सेवकों और जिहादियों को इनाम के रूप में मिलने वाली औरतों की संख्या दी गयी है , हदीस कहती है रसूल ने बताया कि जन्नत वासियों को छोटे इनाम में अस्सी हजार सेवक और हरेक को बहत्तर औरतें मिलेंगीं "أصغر مكافأة لأهل الجنة هي دار حيث هناك ثمانون ألف الخدم واثنين وسبعين زوجات" The Prophet Muhammad saying: “The smallest reward for the people of Paradise is an abode where there are Eighty thousand servants and seventy two wives " Al-Tirmidhi, Vol. 4, Ch. 21, No. 2562 नोट- इस हदीस में जिहादियों को सौगात के रूप में मिलने वाली औरतों को पत्नियां कहा गया है , लेकिन उन्हें वेश्याएं कहना उचित होगा , क्योंकि जिहादी शादी किये बिना उन सहवास करेंगे . 8- जनसंख्या का वर्गीकरण और योग इन दोनो हदीसों में दिए गए तथ्यों के आधार पर जन्नत की वर्गीकृत जनसंख्या इस प्रकार है , 1. जिहादी - ( पुरष )-70000 (सत्तर हजार ) 2.सेवक - (गिलमा ) -80000 (अस्सी हजार) 3.हूरें - (वेश्याएं)- 70000x 72= 5040000( पचास लाख चालीस हजार ) 4-कुल जनसंख्या -5190000 (इक्यावन लाख नब्बे हजार ) हमने तो मुसलमानों की जन्नत का क्षेत्रफल और जनसंख्या सबके सामने प्रकट कर दी है , और जो लोग इस बात को झूठा या गलत साबित करने कोशिश करेंगे वह पहले इन हदीसों को झूठा साबित करके दिखाएँ , जन्नत नाम की जैसी कोई जगह है या नहीं हम इस विवाद में नहीं पड़ते , सभी तथ्य हदीसों से लिए गए हैं ,
जन्नत की जनसंख्या 1.पहली हदीस "रसूल ने कहा है कि अल्लाह ने मुझ से वादा किया है , कि मेरी उम्मत के सत्तर हजार लोग (मुसलमान ) जन्नत में जाएंगे , और उन से (उनके कर्मों का ) कोई हिसाब नहीं लिया जाएगा " "وَعَدَنِي رَبِّي عَزَّ وَجَلَّ أَنْ يُدْخِلَ الْجَنَّةَ مِنْ أُمَّتِي سَبْعِينَ أَلْفًا بِغَيْرِ حِسَابٍ " "my Lord has promised me that seventy thousand of my nation will enter Paradise without being brought to account. " Sunan Ibn Majah-Book 37, Hadith 4426 इस हदीस से साफ़ पता चलता है कि जन्नत की क्षमता केवल सत्तर हजार लोगों की है , अर्थात जनसंख्या स्थिर है , क्योंकि जन्नत में जब शादी ही नहीं होगी , तो बच्चे कहाँ से होंगे ? और जब अल्लाह ने सत्तर हजार की सीमा निर्धारित कर दी है , तो उस से अधिक किसी का जन्नत जाने का सवाल ही नहीं उठता ? दूसरी हदीस इस हदीस में जन्नत के सेवकों और जिहादियों को इनाम के रूप में मिलने वाली औरतों की संख्या दी गयी है , हदीस कहती है रसूल ने बताया कि जन्नत वासियों को छोटे इनाम में अस्सी हजार सेवक और हरेक को बहत्तर औरतें मिलेंगीं "أصغر مكافأة لأهل الجنة هي دار حيث هناك ثمانون ألف الخدم واثنين وسبعين زوجات" The Prophet Muhammad saying: “The smallest reward for the people of Paradise is an abode where there are Eighty thousand servants and seventy two wives " Al-Tirmidhi, Vol. 4, Ch. 21, No. 2562 नोट- इस हदीस में जिहादियों को सौगात के रूप में मिलने वाली औरतों को पत्नियां कहा गया है , लेकिन उन्हें वेश्याएं कहना उचित होगा , क्योंकि जिहादी शादी किये बिना उन सहवास करेंगे . 8- जनसंख्या का वर्गीकरण और योग इन दोनो हदीसों में दिए गए तथ्यों के आधार पर जन्नत की वर्गीकृत जनसंख्या इस प्रकार है , 1. जिहादी - ( पुरष )-70000 (सत्तर हजार ) 2.सेवक - (गिलमा ) -80000 (अस्सी हजार) 3.हूरें - (वेश्याएं)- 70000x 72= 5040000( पचास लाख चालीस हजार ) 4-कुल जनसंख्या -5190000 (इक्यावन लाख नब्बे हजार ) हमने तो मुसलमानों की जन्नत का क्षेत्रफल और जनसंख्या सबके सामने प्रकट कर दी है , और जो लोग इस बात को झूठा या गलत साबित करने कोशिश करेंगे वह पहले इन हदीसों को झूठा साबित करके दिखाएँ , जन्नत नाम की जैसी कोई जगह है या नहीं हम इस विवाद में नहीं पड़ते , सभी तथ्य हदीसों से लिए गए हैं ,
Kufr par mra ho to wo dozak me jayega bhale uske deeds bahut achche kyo na ho...... Kya baat hai ...... Earth🌎 flat ke sath muslmano ka brain bhi flat ho gya hai....
ek baat batao agar tum medicines ka books padh lo aur achchi tarha se padh lo aur usse logo ka ilaz karna suro kardo, aur garibo ka free me ilaz kar rahe ho magar kaya kanoon ke nazar me tum ek nek admi kehlaoge nahi na kyun ki tum ne doctors ki Deegree nahi li hai ulta tum ko police jail me dal degi kyun logo ka ilaz karen ka shart hai doctors Deegree, waisa hi Jannat ke liye nek deeds ke saath iman ka Deegree hona shart hai. Earth flat hai ya round Mufti sahab ka ispar bhi video hai tum search karo tumhare flat dimaag me shape ajayega 😀
Earth flat se Islam ka koi lena dena nahi. Secondly Kufr pr marne se beshaq eternal punishment hai qki usne chahe kitne b good deeds kiye main cheez tow kia hi nahi aur Woh hai apne Rabb ko manna aur Uski manna.
ishwar ya khuda ke existance ko hi na manne wala Good deeds kiske liye Kar raha hota hai. Uska koi Base hi nahi hai. Ya to wo khud ko achha sabit karne ke liye Good deeds karta hai ya Good deeds se uske Mann ko shanti milti hai. Ishwar ya khuda ke liye to wo Good deeds nahi karta kyu ke wo to kafir (nastik) hai. Wo to ishwar ko manta hi nahi.
ماشاءاللہ ماشاءاللہ بہت خوب مفتی صاحب
شاندار ماشاء اللہ
Mashallah subhanallah Alhamdulillah bahut khoob bhai
Mashaallah Jazakallah khair.
Masaalla. Alla aap ki umr me barkat atta kare
Masha Allah buhut khoob
مفتی صاحب کا انداز ماشاء اللہ
Masah Allah ❤
Masha Allah 👍
Islamic engineer pr v vedio banayen
Mashallah 👍
Masha allah 🥰
Allah akbar
जन्नत की जनसंख्या
1.पहली हदीस
"रसूल ने कहा है कि अल्लाह ने मुझ से वादा किया है , कि मेरी उम्मत के सत्तर हजार लोग (मुसलमान ) जन्नत में जाएंगे , और उन से (उनके कर्मों का ) कोई हिसाब नहीं लिया जाएगा "
"وَعَدَنِي رَبِّي عَزَّ وَجَلَّ أَنْ يُدْخِلَ الْجَنَّةَ مِنْ أُمَّتِي سَبْعِينَ أَلْفًا بِغَيْرِ حِسَابٍ "
"my Lord has promised me that seventy thousand of my nation will enter Paradise without being brought to account. "
Sunan Ibn Majah-Book 37, Hadith 4426
इस हदीस से साफ़ पता चलता है कि जन्नत की क्षमता केवल सत्तर हजार लोगों की है , अर्थात जनसंख्या स्थिर है , क्योंकि जन्नत में जब शादी ही नहीं होगी , तो बच्चे कहाँ से होंगे ? और जब अल्लाह ने सत्तर हजार की सीमा निर्धारित कर दी है , तो उस से अधिक किसी का जन्नत जाने का सवाल ही नहीं उठता ?
दूसरी हदीस
इस हदीस में जन्नत के सेवकों और जिहादियों को इनाम के रूप में मिलने वाली औरतों की संख्या दी गयी है , हदीस कहती है
रसूल ने बताया कि जन्नत वासियों को छोटे इनाम में अस्सी हजार सेवक और हरेक को बहत्तर औरतें मिलेंगीं
"أصغر مكافأة لأهل الجنة هي دار حيث هناك ثمانون ألف الخدم واثنين وسبعين زوجات"
The Prophet Muhammad saying: “The smallest reward for the people of Paradise is an abode where there are Eighty thousand servants and seventy two wives "
Al-Tirmidhi, Vol. 4, Ch. 21, No. 2562
नोट- इस हदीस में जिहादियों को सौगात के रूप में मिलने वाली औरतों को पत्नियां कहा गया है , लेकिन उन्हें वेश्याएं कहना उचित होगा , क्योंकि जिहादी शादी किये बिना उन सहवास करेंगे .
8- जनसंख्या का वर्गीकरण और योग
इन दोनो हदीसों में दिए गए तथ्यों के आधार पर जन्नत की वर्गीकृत जनसंख्या इस प्रकार है ,
1. जिहादी - ( पुरष )-70000 (सत्तर हजार )
2.सेवक - (गिलमा ) -80000 (अस्सी हजार)
3.हूरें - (वेश्याएं)- 70000x 72= 5040000( पचास लाख चालीस हजार )
4-कुल जनसंख्या -5190000 (इक्यावन लाख नब्बे हजार )
हमने तो मुसलमानों की जन्नत का क्षेत्रफल और जनसंख्या सबके सामने प्रकट कर दी है , और जो लोग इस बात को झूठा या गलत साबित करने कोशिश करेंगे वह पहले इन हदीसों को झूठा साबित करके दिखाएँ , जन्नत नाम की जैसी कोई जगह है या नहीं हम इस विवाद में नहीं पड़ते , सभी तथ्य हदीसों से लिए गए हैं ,
Maa sha Allah 🤲❣️🌸
SubhanAllah ❤
Mashallah for uploading another episode.
Nice
✅✅✅✅✅
जन्नत की जनसंख्या
1.पहली हदीस
"रसूल ने कहा है कि अल्लाह ने मुझ से वादा किया है , कि मेरी उम्मत के सत्तर हजार लोग (मुसलमान ) जन्नत में जाएंगे , और उन से (उनके कर्मों का ) कोई हिसाब नहीं लिया जाएगा "
"وَعَدَنِي رَبِّي عَزَّ وَجَلَّ أَنْ يُدْخِلَ الْجَنَّةَ مِنْ أُمَّتِي سَبْعِينَ أَلْفًا بِغَيْرِ حِسَابٍ "
"my Lord has promised me that seventy thousand of my nation will enter Paradise without being brought to account. "
Sunan Ibn Majah-Book 37, Hadith 4426
इस हदीस से साफ़ पता चलता है कि जन्नत की क्षमता केवल सत्तर हजार लोगों की है , अर्थात जनसंख्या स्थिर है , क्योंकि जन्नत में जब शादी ही नहीं होगी , तो बच्चे कहाँ से होंगे ? और जब अल्लाह ने सत्तर हजार की सीमा निर्धारित कर दी है , तो उस से अधिक किसी का जन्नत जाने का सवाल ही नहीं उठता ?
दूसरी हदीस
इस हदीस में जन्नत के सेवकों और जिहादियों को इनाम के रूप में मिलने वाली औरतों की संख्या दी गयी है , हदीस कहती है
रसूल ने बताया कि जन्नत वासियों को छोटे इनाम में अस्सी हजार सेवक और हरेक को बहत्तर औरतें मिलेंगीं
"أصغر مكافأة لأهل الجنة هي دار حيث هناك ثمانون ألف الخدم واثنين وسبعين زوجات"
The Prophet Muhammad saying: “The smallest reward for the people of Paradise is an abode where there are Eighty thousand servants and seventy two wives "
Al-Tirmidhi, Vol. 4, Ch. 21, No. 2562
नोट- इस हदीस में जिहादियों को सौगात के रूप में मिलने वाली औरतों को पत्नियां कहा गया है , लेकिन उन्हें वेश्याएं कहना उचित होगा , क्योंकि जिहादी शादी किये बिना उन सहवास करेंगे .
8- जनसंख्या का वर्गीकरण और योग
इन दोनो हदीसों में दिए गए तथ्यों के आधार पर जन्नत की वर्गीकृत जनसंख्या इस प्रकार है ,
1. जिहादी - ( पुरष )-70000 (सत्तर हजार )
2.सेवक - (गिलमा ) -80000 (अस्सी हजार)
3.हूरें - (वेश्याएं)- 70000x 72= 5040000( पचास लाख चालीस हजार )
4-कुल जनसंख्या -5190000 (इक्यावन लाख नब्बे हजार )
हमने तो मुसलमानों की जन्नत का क्षेत्रफल और जनसंख्या सबके सामने प्रकट कर दी है , और जो लोग इस बात को झूठा या गलत साबित करने कोशिश करेंगे वह पहले इन हदीसों को झूठा साबित करके दिखाएँ , जन्नत नाम की जैसी कोई जगह है या नहीं हम इस विवाद में नहीं पड़ते , सभी तथ्य हदीसों से लिए गए हैं ,
Assalamoalaikum Mufty sahab. Mufty sahab, ek jagah quran sharif men hai, ke, yahudy, nasara, momineen , aur saabeyeen ( Indians i.e ismen hindus bhi aa gaey) akhrat men falah paengey.
Kaha hai ?
آپ صیح استعمال کرتے ہیں الفاظ صیح استعمال کرتے ہیں
Kufr par mra ho to wo dozak me jayega bhale uske deeds bahut achche kyo na ho......
Kya baat hai
...... Earth🌎 flat ke sath muslmano ka brain bhi flat ho gya hai....
ek baat batao agar tum medicines ka books padh lo aur achchi tarha se padh lo aur usse logo ka ilaz karna suro kardo, aur garibo ka free me ilaz kar rahe ho magar kaya kanoon ke nazar me tum ek nek admi kehlaoge nahi na kyun ki tum ne doctors ki Deegree nahi li hai ulta tum ko police jail me dal degi kyun logo ka ilaz karen ka shart hai doctors Deegree, waisa hi Jannat ke liye nek deeds ke saath iman ka Deegree hona shart hai.
Earth flat hai ya round Mufti sahab ka ispar bhi video hai tum search karo tumhare flat dimaag me shape ajayega 😀
Earth flat se Islam ka koi lena dena nahi. Secondly Kufr pr marne se beshaq eternal punishment hai qki usne chahe kitne b good deeds kiye main cheez tow kia hi nahi aur Woh hai apne Rabb ko manna aur Uski manna.
ishwar ya khuda ke existance ko hi na manne wala Good deeds kiske liye Kar raha hota hai. Uska koi Base hi nahi hai. Ya to wo khud ko achha sabit karne ke liye Good deeds karta hai ya Good deeds se uske Mann ko shanti milti hai. Ishwar ya khuda ke liye to wo Good deeds nahi karta kyu ke wo to kafir (nastik) hai. Wo to ishwar ko manta hi nahi.
Earth ke liye Arabic me word (ardh) use hota hai aur Land ya place ke liye bhi word ( ardh) hi use hota hai.
Masha allah ❤️❤️