दर्द मेरा तू नहीं समझा तो फिर समझे कौन मेरे हक मे तूने नहीं बोला तो फिर बोलेगा कौन। आप क्यों खंजर छुपा के आस्तीन ंमे लाऐ हो आप तो मेरे है मेरे हैं आप को रोकेगा कौन। दुश्मन का दिल से ऐसे हर इक डर निकाल लो अपनी सफों से दौगले रहबर निकाल लो। कब तक रफीक बनकर रहोगे हमारे साथ अब तुम भी आस्तीन से खंजर निकाल लो। दुश्मन पै फतेह आज भी मुश्किल नहीं जनाब अल्लाह वाले चुनकर 72 निकाल लो। अपनी सफों से दोगले रहबर निकाल लो
हमारी सफ़ों से दोगले रहबर निकल लो क्या कहने साहब वाह वाह 👌👌👌
शुक्रिया 💐
Subhan allah
Wah wah
लाजवाब कहते हो हामिद भाई
Thank you 👍
Bahut khub❤
💐
👌👌👌
Bahut khoob
Thanks
V NICE . mallick john Australia
Thanks for listening
حامد صاحب بہت عمدہ کیا کہنے واہ وا
Thank you 💐
Mashalla bahutkhoob Allah aur tarraqu de aameen
Shukriya 💐
Sobhanallah
Thanks a lot .
❤ अजहद सलाम
व दुआएं
Than k you so much 👍
Hamid bhai zindabaad zindabaad.......
Shukriya 💐
😊
🌹
दर्द मेरा तू नहीं समझा तो फिर समझे कौन
मेरे हक मे तूने नहीं बोला तो फिर बोलेगा कौन।
आप क्यों खंजर छुपा के आस्तीन ंमे लाऐ हो
आप तो मेरे है मेरे हैं आप को रोकेगा कौन।
दुश्मन का दिल से ऐसे हर इक डर निकाल लो
अपनी सफों से दौगले रहबर निकाल लो।
कब तक रफीक बनकर रहोगे हमारे साथ
अब तुम भी आस्तीन से खंजर निकाल लो।
दुश्मन पै फतेह आज भी मुश्किल नहीं जनाब
अल्लाह वाले चुनकर 72 निकाल लो।
अपनी सफों से दोगले रहबर निकाल लो
शुक्रिया 💐
Wàaaaaaaaaaaaaah
देवास में शायरी पढ़ी हामिद भाई आपने जो ऐसे मुशायरों में पढ़ते ही नहीं हो 👏
Walid k gam mai bhi sab k naam yaad aur daad ki zarurat
👍
مشاعرہ میں تالی کی کویء گنجائش نہیں ہے ، اہل ادب ، اہل سخن توجہ فرمائیں ،
👍
Saudya sun le yeh tere liye hai
👍