कहानी का कलेवर अपेक्षाकृत लघु है किन्तु इतने में ही इसने एक पूरी जिंदगी समेट ली। उतार चढ़ाव का नाम ही जिन्दगी है। जज साहब ने नबाबी होगी और अंत में अकेले पड़कर तन्हाई काटी।यह सब नियत नियोजित ही तो था। फिर भी आदमी नकली दिखावे के पीछे मभागता फिरता है।
राजश्री मुगलों के समय का सचित्र वर्णन। से आपने अपनी मधुर वाणी से रूबरू करवाया धन्यवाद सीमा जी।❤❤
😊😊
🙏 kahani bahut achhi hai
Aap ki prastuti behad hi lazabav hai har kirdar ko bahut hi khubi se nibhati hai thankyou
हार्दिक धन्यवाद आपको दुर्गा जी।
Bahut khoob kahani aur aapka Andaaz bhi 🌹Dear Di 🙏
😘❤️
🤗
कहानी का कलेवर अपेक्षाकृत लघु है किन्तु इतने में ही इसने एक पूरी जिंदगी समेट ली। उतार चढ़ाव का नाम ही जिन्दगी है। जज साहब ने नबाबी होगी और अंत में अकेले पड़कर तन्हाई काटी।यह सब नियत नियोजित ही तो था। फिर भी आदमी नकली दिखावे के पीछे मभागता फिरता है।
जी सही कहते हैं आप 🙏🏻
अच्छी लगी कहानी।
धन्यवाद सीमा जी 🙏🙏💕
🙏🏻
Bahut hi achhi kahani 👏👏आपकी सुनाने का तरीका लाजवाब 🙏
😊❤️🌹
Veryveryveryverynicestory,lajbab,thankumam🙏🙏🙏
🙏🏻❤️
Very very nice story
Very nice story, Very nice reading.
Seema mam👌👌👌👌👌👌
Thank you Mayuresh ji🙏🏻🌹