Indergarh Fort | इंदरगढ़ किले का शीश महल, जिसमें एक मोमबत्ती जलाने से कई सौ बल्ब का उजाला हो जाता था
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- Опубликовано: 24 фев 2024
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इंदरगढ़ की स्थापना महाराजा इन्द्रशाल जी ने की थी। इंदरगढ़ में बहुत ही विशाल और दर्शनीय किला है, यह बून्दी के सबसे दर्शनीय किलों में से एक है। इस में राव राजा उम्मेद सिंह जी ने परकोटे व महल का निर्माण करवाया था। इसमे अतिसुन्दर चित्रशाला व परकोटे बने हुए है। बून्दी के राव राजा रतन सिंह जी पुत्र गोपीनाथ जी थे, जो राजा बनने से पूर्व ही मृत्यु को प्राप्त हुए थे। उनके 12 पुत्र थे जिनमें बड़े राव राजा छत्रशाल जी, जो बून्दी के राजा बने थे व पाँचवे इन्द्रशाल जी थे जिनको इंदरगढ़ की जागीर दी गयी थी। यह उस समय 1,25,000 आय वाली जागीर थी। इन्ही इन्द्रशाल जी के वंशज इन्द्रशालोत हाड़ा कहलाते है। इनके ही एक वंशज अमर सिंह जी ने खातोली की स्थापना की थी। रावराजा उम्मेद सिंह जी के समय यहाँ के जागीरदार देव सिंह जी ने कापरेन के जागीरदार दीप सिंह जी को उम्मेद सिंह जी के खिलाफ कर दिया था और दुश्मन राज्य से मिल गए थे तब उम्मेद सिंह जी ने देव सिंह को मारकर यह जागीर उनके छोटे भाई भगतराम जी को दे दी थी।
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सरकार से अगर नहीं सम्हल रही है तो सब साधन उपलब्ध करवा कर जनता को दे देना चाहिए ताकि ऐसे किलो को नया जीवन मिलें और यह फिर से जीवंत लगे। यही हमारे पूर्वजों को सही मायनों में हम याद कर पाएंगे। जय भारत जय राजस्थान 🙏🙏🌹🌹
सबसे पहले तो यह बताना जरूरी है कि यह किला भारत के किस राज्य के किस जिले में है। खाली इंदरगढ़ कहने से तो आम जनता की समझ में नहीं आयेगा।
काश भारत की सरकारों ने अपनी ऐसी धरोहर को सम्हाल कर रखा होता तो हम लाखों करोडों सिर्फ पर्यटन उद्योग से ही कमा सकते थे, क्यूँकी हमारा चप्पा चप्पा एक से एक नायाब वास्तु कला से भरपूर है ❤
Thank god, एक ऐसा इंसान जो सही से हिंदी और अंग्रेजी बोल सकता है, वर्ना जितने ब्लॉग बनाने वाले लोग हैं उनमें से 99%सही से हिंदी तक नहीं बोल पाते हैं, उनको सुन कर शर्म आती है कि क्या यह ही हमारी एजुकेशन का सतर है 😢, कि हम लोग अपनी मात्र भाषा तक सही से नहीं बोल पाते हैं, 😢
Koi inka maintenance nahi karta hai, ASI kiya karta hai, itnee shandar emarat ka haal kharab kar rakha hai
जब देश के प्रधानमंत्री मोदी ने लाल किला और कुतुब मीनार अडानी को दे दिया, देखभाल करने के लिए तो ऐसे किलो को भी दे देना चाहिए उसको,, लेकिन ना तो मोदी देगा और ना अडानी लेगा, इसमें कमाई नहीं है उनमेंकमाई है, ऐसा उसको लग रहाहोगा
इस किले को किसी संस्था को दे दो तो इसको जो लोग देखने आएंगे आपका पैसा भी वसूल हो जाएगा और इसका पुराना वेभव भी वापस मिल जाएगा
ये गढ़ एक राजा के सासन में पूरा ही बना ओर ना ही राजा के पैसों से बना ये सब वहां कि जनता कि देन हैं
भाई साहब आपके साथ रह कर किलो की जानकारी साझा करने का मन करता है आपको तो खूब मजा आता होगा हमें भी आपके साथ घूमने का मौका मिलता
यह समझ में नहीं आता इन राजाओं के वंशज कहां गए 🤔 अगर गवर्नमेंट ने अपने अंदर में ले ली है तो उनकी देखभाल क्यों नहीं करती, और अगर गवर्नमेंट ने नहीं लिए हैं तो इनके वंशज देखभाल क्यों नहीं करते
बहुत बड़ा किला है। ईसे आगर संरक्षित किया होता तो पर्यटन का एक स्थान बन सकता था। अद्भुत कलाकारी मन को मोह रही है
इंदरगढ़ का किला जा मां बूंदी में है इंदरगढ़ सवाई माधोपुर से कोटा रेलवे लाइन पर स्टेशन है वर्ष 1952-53 में निवास करने के दौरान इस टाउन व किला देखा है आज उसकी हालत देख कर आंखो से पानी निकल रहा है ।
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ऐतिहासिक किला दिखाने के लिए धन्यवाद समझने के लिए कलाकृति को राधे राधे
बहुत सुंदर किला है इसकी सुरक्षा और रखरखाव पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए ।जिससे हमारे देश की धरोहर और इतिहास को जानने का मौका हमें और हमारी आने वाली पीढ़ी को मिल सके।💯🌟
वाकई नायाब और विशाल किला। किसी भी लालकिला, आगरा किला इत्यादि से सुंदर, विशाल। धन्य हैं सृजनकर्ता
हर बार इन नेताओ को संविधान याद आता ह लेकिन किले की मरमत कराने के नाम पर सविधान भूल जाते ह फट जाती ह इनकी
ऊस टाईम कितना सुंदर रहा होगा ए किल्ला ❤❤
बहोत अच्छा जाणकारी देनेवला व्हिडिओ है ,भैया उनके वंशज के साथ भी व्हिडिओ बनायिये . अगर देखभाल की जाये तो इतिहास रहेगा.
ऐसे किलो को सरकार को लीज पर देना चाहिए पाखी विवाह आदि उत्सव मंगल कार्या इसका उपयोग हो सके उसके बाद गार्ड भी रखना चाहिए और अन्य दिनों में टिकट लगनी चाहिए जाकर उसके देखरेख और संरक्षण का खर्च वहन होता रहे