प्रतिहारों ने प्रतिष्ठित किए विशाल शिवलिंग. The Great Shivalingam Of Amrol. Gurjar Pratihar

Поделиться
HTML-код
  • Опубликовано: 27 янв 2025

Комментарии • 22

  • @ashutoshmishra5010
    @ashutoshmishra5010 Год назад

    ओम् नमः शिवाय, हर हर महादेव

  • @ajayveerbhati
    @ajayveerbhati Год назад

    ॐ नम: शिवाय

  • @krishnaroy4617
    @krishnaroy4617 Год назад

    आप हम हिंदुओ के लिए आदर्श है भैया
    बहुत ही सुंदर प्रस्तुति🙏🚩🙏

  • @shefaleip4934
    @shefaleip4934 Год назад

    हर मंदिर अपने आप मे एक इतिहास समेटे हुए है आप की कृपा से हमें भी जानने का सौभाग्य मिलता है 🙏

  • @shivanu1975
    @shivanu1975 Год назад

    वाह देवांशु भैया.. आपका प्रत्येक वीडिओ ज्ञान वर्धक व संग्रहणीय होता है। ❤️💐🙏🏻

  • @6470734090
    @6470734090 Год назад

    बहुत सुंदर भाव यात्रा,सफर निरंतर जारी रहे

  • @tripathikrishna968
    @tripathikrishna968 Год назад

    बहुत ही सुन्दर भइया🙏❤

  • @drkamal2228
    @drkamal2228 Год назад

    बढ़िया जानकारी।

  • @hemantbohraofficial
    @hemantbohraofficial Год назад

    🙏

  • @KattarSanataniHindu1
    @KattarSanataniHindu1 Год назад

    Jai Rajput Samrat Mihar bhoj ji🚩⚔️🕉️

  • @nitinkesharwani209
    @nitinkesharwani209 Год назад

    अमरोल की ये आपकी भाव यात्रा बहुत अच्छी रही, हमें गुर्जर प्रतिहार वंशजों के द्वारा बनवाये गए अतिप्राचीन मंदिर और शिवलिंगम दिखाने और परिचय कराने के लिए आपका बहुत धन्यवाद सर🙏🙏और साथ में आपको स्वतंत्रता दिवस की बहुत शुभकामनाएं🚩🇮🇳❤

    • @devanshu941
      @devanshu941  Год назад

      शुभकामनाएं। बहुत धन्यवाद 🌹

    • @indujha7666
      @indujha7666 Год назад

      ​@@devanshu941च 3:07 3:57

  • @lalagujjarlalagujjar7784
    @lalagujjarlalagujjar7784 Год назад

    महाराज कनिष्क का साम्राज्य कुषाण साम्राज्य महाराज हूं का साम्राज्य मिहिरका साम्राज्य हुआ करता था उसके बाद गुर्जर प्रतिहार राजवान करता था

  • @lalagujjarlalagujjar7784
    @lalagujjarlalagujjar7784 Год назад

    जो हमारे राजा हुआ करते थे मिहिर कल जो एक कट्टर शिव भक्त भगवान शिव जी के सबसे ज्यादा बड़े मंदिर बनाने वाले मर कल थे और उनके इतिहास में कई जिक्र नहीं होता जिगर होता तो उन्हें विदेशी बता दिया जाता है मिहिर कल कोई विदेशी नहीं था वह हिंदुस्तान का रहने वाला ही था हिंदुस्तानी था और सच्चा शिव भक्त था उत्तर भारत में जितने भी बौद्ध धर्म को खत्म करने का हाथ था सनातन धर्म को बचाने का हाथ था मीरकुल को जाता है

    • @devanshu941
      @devanshu941  Год назад

      ग्वालियर में उपलब्ध प्रतिहार राज मिहिरभोज द्वारा स्वयं का उत्कीर्ण किया हुआ शिलालेख है जिसमें वह अपने वंश को क्षत्रिय बताते हुए अपने कुल का आदिपुरुष लक्ष्मण को बताते है। जैसे लक्ष्मण राम के "प्रतिहार" (द्वार रक्षक) हुए, वैसे ही उत्तर-पश्चिम से हो रहे तत्कालीन मलेच्छ आक्रमण के सम्मुख उन्होंने स्वयं को "प्रतिहार" बताया है। अगर किसी को मिहिरभोज का वह शिलालेख पढ़ना हो तो एपिग्राफी इंडिका का १८ वाँ भाग, पृष्ठ १०७ देख सकते है।

  • @lalagujjarlalagujjar7784
    @lalagujjarlalagujjar7784 Год назад

    उसे टाइम के शिलालेख और तांबे पत्थरों में जितने भी राजा है उनके आगे पीछे गुर्जर जाति के गुर्जर नाम से उपाधियां मिलती है और गुर्जर वंश के कई सारे राजा भी मिलते हैं उसे समय के लेकिन यह लोग मानते नहीं है भले माने ना माने इतिहास में हकीकत ऐसी है कि गुर्जर जाति का इतिहास बहुत बड़ा सामान्य और गौरवशाली रहा

  • @lalagujjarlalagujjar7784
    @lalagujjarlalagujjar7784 Год назад

    गुर्जर प्रतिहार सम्राट मीर भोज गुर्जर जाति से थे और उसे टाइम पर आसपास के क्षेत्र में गुर्जर राज कर रहे थे उसे टाइम के सारे क्षत्रिय गुजरी थे उसके जिंदा सबूत राजस्थान का बगड़ावत गुर्जर वंश जिनमें आज भी भगवान देवनारायण को गुर्जर सबसे ज्यादा मानते हो उनका विवाह धार के राजा परमार की बेटी से हुआ था यह बात आठवीं शताब्दी के जिस टाइम पर गुर्जर सम्राट मीर भोज का रास्ता 968 में भगवान देवनारायण का जन्म

  • @lalagujjarlalagujjar7784
    @lalagujjarlalagujjar7784 Год назад

    भाई साहब आपसे हाथ जोड़कर निवेदन करता कि आप अपने चैनल को बढ़ाने के लिए चीज मत डाला करो हकीकत जो हकीकत है दुनिया के सामने लो चाहे वह राजपूत की बात हो चाहे गुर्जरों की बात हो मैं इसलिए कर रहा हूं क्योंकि यह विवाद आपस में छेद हुआ है कि गुर्जर प्रतिहार वंश किस संबंध था राजपूत से या गुर्जरों से यह आपके सामने आप जो भी सबूत आते हैं वह हकीकत लाई जाए उसके लिए कुछ भी करना पड़े

    • @devanshu941
      @devanshu941  Год назад

      पिछले सवा वर्ष से अपनी जेब से खर्च कर घूम घूमकर इन मंदिरों को देख रहा। कभी किसी अन्य यूट्यूबर की तरह चंदा नहीं मांगा। मैंने कभी दावा नहीं किया कि गुर्जर प्रतिहार यानी गूजर या राजपूत। आपको थोड़ा इतिहास पढ़ना चाहिए। अगर कोई इतिहास का विद्वान यह लिखकर गया हो कि गुर्जर प्रतिहार यानी आज के गुर्जर तो मैं आपके चरण पकड़ लूंगा। प्रतिहार, परमार, परिहार सभी क्षत्रिय हैं। मैं कभी सनसनीखेज बातें नहीं करता। वह गुर्जर थे, शूद्र थे, क्षत्रिय थे इन बातों से मेरा कोई लेना-देना नहीं। मैं तो केवल यही मानता हूं कि वे हिन्दू थे।‌आधुनिक इतिहासकारों ने विश्व की सबसे वीर जाति क्षत्रिय के साथ आपराधिक अन्याय किया है। आप इस कुंठा से बाहर निकलिए। आप जिन शिलालेखों की बात कर रहे, उनमें से कोई एक शिलालेख मुझे दिखला दीजिए जिसमें प्रतिहारों को गुर्जर जाति का सिद्ध किया गया हो। बहुत धन्यवाद।

  • @Divya-499
    @Divya-499 Год назад

    🙏