श्रीमद भगवद् गीता का दिव्य ज्ञान 25 मिनट में SHRIMAD BHAGVAD GEETA SAAR SHRI KRISHNA VAANI गीता सार

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  • Опубликовано: 5 сен 2024
  • श्रीमद भगवद् गीता का दिव्य ज्ञान 25 मिनट में SHRIMAD BHAGVAD GEETA SAAR SHRI KRISHNA VAANI गीता सार
    श्री मद भगवद् गीता की 10 शिक्षाएं
    1. ये कलयुग अर्थ और काम का युग है इसका मतलब आज के युग में लोग आपसे सिर्फ तभी रिश्ता रखेगे सिर्फ तभी प्रेम से बात करेंगे
    या तो उनका आपसे कोई काम बनता हो या आपसे किसी को पैसे मिलते हो
    2. जो व्यक्ति स्वयं से खुश नहीं वो दुनिया में किसी चीज़ से खुश नहीं हो सकता
    3. इस दुनिया में हारे हुए इंसान की तकलीफ में पड़े इंसान की कोई मदद नहीं करता और अगर कोई इंसान थोड़ा सा सफल हो जाए तो उससे कोई खुश नहीं होता
    इसीलिए अपना दुख किसी को बताओ मत और अपनी खुशी किसी के आगे जताना मत
    4. मनुष्य का आहार सात्विक और संतुलित होना चाहिए
    कलयुगी आदमी कहीं भी कुछ भी खा लेगा
    जिस इंसान को ये समझ नहीं क्या खाना चाहिए कितना खाना चाहिए कहाँ खाना चाहिए कैसे खाना चाहिए वो जीवन की ऊंचाइयों को कभी नहीं छू सकता
    3 प्रकार के भोजन श्री कृष्ण ने श्री मदभगवद्गीता गीता में भोजन के 3 प्रकार बताए हैं
    सात्विक राजसी और तामसी
    5. ख़ुद को ऐसा कभी मत बनाओ की लोग आपका ईस्तेमाल करके चलें जाये ख़ुद को ऐसा मत बनाओ की लोग आपको चोट पहुचा कर चले जाये
    6. मनुश्य को दुष्कर्म का त्याग करके हमेशा सत्कर्म करते रहना चाहिए
    7. जिस इंसान को अपनी ज़िन्दगी में अपने आसपास की दुनिया में सिर्फ सब कुछ बुरा ही दिखाई ही देता है सब कुछ गलत ही दिखाई ही देता है वो इंसान जल्दी ही डिप्रेशन में चला जाता है
    8. किसी बेकसूर इंसान के साथ धोखा करना उसका बेवजह जान बूझकर दिल दुखाना सबसे बड़ा पाप है
    9. जब तक आप औरों से सम्मान की उम्मीद करते हो तब तक आपका अपमान होता रहेगा
    जब तक आपको ये इच्छा है कि कोई आपकी कदर करे तब तक आपकी कोई कदर नहीं करेगा
    10. अगर दुख से छूटना चाहते हो तो जो कुछ भी ईश्वर ने आपको दिया है ज़िन्दगी में कोई इंसान कोई जॉब या घर जो कुछ भी आपके पास है उसके लिए दिन ईश्वर का धन्यवाद ज़रूर करें।
    कमेंट में
    जय श्री कृष्ण, जय श्री राम
    राधे राधे ज़रूर लिखें

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