आज बहुत ज्यादा जरूरी है समय समय पर बच्चो की काउंसलिंग करते रहें, उनके भावनात्मक और मानसिक बदलाव को परखते रहे। उन्हे भरपूर प्यार दें पर घर की मर्यादा के बारे में बात करते रहें। और सबसे ज्यादा जरूरी है उनकी संगत अच्छी हो इस पर नजर रखें। और उन्हे जीवन में एक बड़ा लक्ष्य पूरा करने को प्रेरित करते रहें। 🙏🙏🙏
सर आपकी बातें तो सही है पर मानने वाले बहुत मुश्किल ही मिलेंगे। ये सारी बातें उन सब के लिये है। जो कमाने में बच्चों को भूल जाते है और वो जो अपने बच्चों को नौकरों के भरोसे छोड़ जाती है और वो भी वो जो शादी और बच्चों के बाद भी अफेयर रखते है। शहरों का हाल बहुत बुरा है। पर आपकी सारी बातें सच है।
इस घटना के पीछे मैं सौ प्रतिशत कारण पैरंट्स को मानता हूँ। इस डिजिटल युग में पैरेटिंग हर युग से ज्यादा challenging हो गया है। और मेरा मानना है कि इसके लिए हमें बेसिक्स पर जाना चाहिए जो हमारी भारतीय संस्कृति की विशेषता है। हालांकि ये भी शत प्रतिशत कारगार हो इसकी गारंटी नहीं है फ़िर भी इसके अलावा और कोई विकल्प नहीं है। बच्चों पर भरोसा करना, माता पिता का आपस में नहीं लड़ना भी इसका एक निदान है। मेरा ये स्पष्ट मत है कि माता पिता की आपसी लड़ाई, बच्चों के भटकने का सबसे बड़ा कारण है। माता पिता लड़ते वक़्त सोंच ही नहीं पाते कि इसका असर उनके बच्चों पर किस तरह से पड़ रहा है। अत अपना ईगो और अपना मतभेद भुला कर ही बच्चों को बिगड़ने से बचाया जा सकता है।
सर, आज के परिवार सीमित हैं लेकिन पहले से संपन्न हैं. हर युवा के पास साधन हैं जिन्हें माता पिता monitor नहीं कर पाते. अपराधिक सोच कच्ची उम्र में बहुत जल्दी आकर्षित करती है. विवेक की कमी के कारण उन्हें लगता है कि वे इतने शातिर और चतुर हैं कि कभी पकड़े नहीं जायेंगे. इस तरह के अपराधियों को सजा दिलाना हमारी न्याय व्यवस्था के लिए चुनौती न बने, यह विचार योग्य है
लगता है कि दृश्यम फ़िल्म सिर्फ इसीलिए बनी है कि आपराधिक प्रवृत्ति के लोग इससे मर्डर का तरीका सीखें।ऐसी फिल्मों के रिलीज होने पर रोक लगनी चाहिए।ऐसे दर्जनों मामले अब तक सामने आ चुके हैं जिसमें अपराधियों ने दृश्यम फ़िल्म से मर्डर का तरीका सीखा है।
माता-पिता को अपना आचरण भी अपनी संतान के समक्ष वैसा ही रखना चाहिए जैसे की वो अपनी संतान से अपेक्षा करते हैं। यह दूसरो का उदाहरण देने से अधिक कारगर होगा, बाकी निगरानी रखने संबंधी जो सुझाव सर ने दिये हैं उनकी कोई काट नहीं हैं।
नमस्कार सर🙏 बजाज साहब ने जो पहली गलती की वो ये कि लड़की का कॉलेज नहीं छुड़वाया। Carrier oriented लड़की होती तो ध्यान सिर्फ study में होता, फालतू की चीजों में नहीं। दूसरी गलती थी कि लड़की के मोह में बंधे रहे,,, बोलना तो नहीं चाहिए पर लड़की का एक्सीडेंट करवा कर hospitalised करवा देते,,,,,2-4 महीने इसी में बीत जाते,,,,,फिर घर में रख देते,,,,जीवन भर के लिए,,,, ना शादी करवाते न पढ़ने देते। ये वो सज़ा होती कि जीवन भर सिर्फ रोती रहती।
सर आपके सभी श्रोताओं को आपकी ये story अपने अपने whatsapp पर,subscribe करने की request के साथ लगानी चाहिए ताकि parents aware हो सकें जैसा की मैने किया हे । मेरा मानना हे कि हम पैरेंट्स ही बच्चों को बिगाड़ने के संसाधन देते हैं, जब चीजे हाथ से निकल जाती है तब रोते गाते हैं।
Police is saving to accused.if aala qtal , clothes Nehi mile to accused k Ghar se dusre kapde lekr Anjali ka blood un pe laga do. Aala qutal b police station m hota h us pe blood laga do Something is going wrong in this case may be vadi he unko bacha Raha ho
Sir, Videos ki quantity kuch kam kar dijiye 10 din me ek video bhi aayega to chalega. aaj ke video me jo apka sahaj akarshan rehta hai wo gayab hai. kahani sunane ke tarike bhi badal liya gaya hai. pehle kautuhal bana rehta tha ab to seedhi sapaat hai. apni wo purani vishesh shaili me wapas aaiye.
सॉरी सर मुझे लगता है कि दो-चार दिन पहले शम्स ताहिर खान से मैंने इसको सुना था जो कि एकदम आपसे उलट उन्होंने सुनाया था लेकिन मैं कंफर्म नहीं हूं क्योंकि मैंने फेसबुक पर देखा था सॉरी क्योंकि मैं बराबर उनको भी देखता रहता हूं मुझे लगता है उन्होंने कहा था कि लड़की ने मां को बुलाने के बाद यह बोला था कि मैं घर पर आ गई हूं और पापा को फोन करके बोला कि आप उसी जगह पर आ जाओ जहां पर हमने मम्मी को बुलाया था और बाद में यह भी पता चला था कि इनका प्लान दोनों मियां बीवी को मारने का का प्लान था और सर लड़की ने अपने पापा को वहां पर नहीं बुलाया था टेंपल के पास में किसी हाईवे पर बुलाया था और मम्मी को टेंपल के पास में बुलाया और वहीं पर उन्होंने उनको मार दिया लेकिन क्राइम के बारे में आप शम्स ताहिर खान से बहुत ही बेहतर हो लेकिन मैं शमशु भाई से माफी मांगना चाहता हूं कि मैं हो सकता क्योंकि मैंने कहा देख यह पक्का मुझे यकीन नहीं है इसलिए आप दोनों महानुभावों से माफी mangta hoon Lekin Maine suna hai उम्मीद करता हूं आप दोनों जन अगर मेरे सुनने में कोई गलती हुई है तो माफ कर देंगे
you are rightSIR.
❤️🙏 प्रणाम सर जी धन्यवाद
आज बहुत ज्यादा जरूरी है समय समय पर बच्चो की काउंसलिंग करते रहें, उनके भावनात्मक और मानसिक बदलाव को परखते रहे। उन्हे भरपूर प्यार दें पर घर की मर्यादा के बारे में बात करते रहें। और सबसे ज्यादा जरूरी है उनकी संगत अच्छी हो इस पर नजर रखें। और उन्हे जीवन में एक बड़ा लक्ष्य पूरा करने को प्रेरित करते रहें। 🙏🙏🙏
सर आपकी बातें तो सही है पर मानने वाले बहुत मुश्किल ही मिलेंगे। ये सारी बातें उन सब के लिये है। जो कमाने में बच्चों को भूल जाते है और वो जो अपने बच्चों को नौकरों के भरोसे छोड़ जाती है और वो भी वो जो शादी और बच्चों के बाद भी अफेयर रखते है। शहरों का हाल बहुत बुरा है। पर आपकी सारी बातें सच है।
इस घटना के पीछे मैं सौ प्रतिशत कारण पैरंट्स को मानता हूँ। इस डिजिटल युग में पैरेटिंग हर युग से ज्यादा challenging हो गया है। और मेरा मानना है कि इसके लिए हमें बेसिक्स पर जाना चाहिए जो हमारी भारतीय संस्कृति की विशेषता है। हालांकि ये भी शत प्रतिशत कारगार हो इसकी गारंटी नहीं है फ़िर भी इसके अलावा और कोई विकल्प नहीं है। बच्चों पर भरोसा करना, माता पिता का आपस में नहीं लड़ना भी इसका एक निदान है। मेरा ये स्पष्ट मत है कि माता पिता की आपसी लड़ाई, बच्चों के भटकने का सबसे बड़ा कारण है। माता पिता लड़ते वक़्त सोंच ही नहीं पाते कि इसका असर उनके बच्चों पर किस तरह से पड़ रहा है। अत अपना ईगो और अपना मतभेद भुला कर ही बच्चों को बिगड़ने से बचाया जा सकता है।
सर, आज के परिवार सीमित हैं लेकिन पहले से संपन्न हैं. हर युवा के पास साधन हैं जिन्हें माता पिता monitor नहीं कर पाते. अपराधिक सोच कच्ची उम्र में बहुत जल्दी आकर्षित करती है. विवेक की कमी के कारण उन्हें लगता है कि वे इतने शातिर और चतुर हैं कि कभी पकड़े नहीं जायेंगे. इस तरह के अपराधियों को सजा दिलाना हमारी न्याय व्यवस्था के लिए चुनौती न बने, यह विचार योग्य है
Sir ji praanam 🙏
🙏
लगता है कि दृश्यम फ़िल्म सिर्फ इसीलिए बनी है कि आपराधिक प्रवृत्ति के लोग इससे मर्डर का तरीका सीखें।ऐसी फिल्मों के रिलीज होने पर रोक लगनी चाहिए।ऐसे दर्जनों मामले अब तक सामने आ चुके हैं जिसमें अपराधियों ने दृश्यम फ़िल्म से मर्डर का तरीका सीखा है।
प्रणाम सर
कमी माॅ बाप की है ' अगर बच्चा फोन आने पर घरवालों से अलग जाकर बात करने लगें तो खतरा मूँह बाये खड़ा है।
माता-पिता को अपना आचरण भी अपनी संतान के समक्ष वैसा ही रखना चाहिए जैसे की वो अपनी संतान से अपेक्षा करते हैं।
यह दूसरो का उदाहरण देने से अधिक कारगर होगा,
बाकी निगरानी रखने संबंधी जो सुझाव सर ने दिये हैं उनकी कोई काट नहीं हैं।
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
नमस्कार सर🙏
बजाज साहब ने जो पहली गलती की वो ये कि लड़की का कॉलेज नहीं छुड़वाया।
Carrier oriented लड़की होती तो ध्यान सिर्फ study में होता, फालतू की चीजों में नहीं।
दूसरी गलती थी कि लड़की के मोह में बंधे रहे,,, बोलना तो नहीं चाहिए पर लड़की का एक्सीडेंट करवा कर hospitalised करवा देते,,,,,2-4 महीने इसी में बीत जाते,,,,,फिर घर में रख देते,,,,जीवन भर के लिए,,,, ना शादी करवाते न पढ़ने देते।
ये वो सज़ा होती कि जीवन भर सिर्फ रोती रहती।
Thanks sir 🙏
प्रेम अंधा नहीं होता, वासना अंधी होती है, जो इंसान को विवेकहीन करके हैवान बना देती है।
Ha
@@DevendraKumar-jr4um आभार
जय हिन्द सर,
सर जी चरण स्पर्श
Assalamu alaikum siraap Ka kahna bilkul Sahi hai mobil bachchon Ka future kharab Kar diya hai
🙏🏻🙏🏻
Ashtkoti Pranam Sir Ji 🙏🙏🙏
सर आपके सभी श्रोताओं को आपकी ये story अपने अपने whatsapp पर,subscribe करने की request के साथ लगानी चाहिए ताकि parents aware हो सकें जैसा की मैने किया हे ।
मेरा मानना हे कि हम पैरेंट्स ही बच्चों को बिगाड़ने के संसाधन देते हैं, जब चीजे हाथ से निकल जाती है तब रोते गाते हैं।
Namaste sir 🙏
sat shiri akal sir ji 🙏
सर, IPS मनि लाल पाटीदार के बारे में बताइए
Sir चरण स्पर्श
नमस्कार सर जी जय हिंद.
Well come sir. Namskar
आपसे मिलने की जिज्ञासा है सर जी
Bohot dukh bhari story he,
Apne bachchey b maa bap ko marney lag gaye apni swarth k lye,😢😢😢
Sir g bahut hi dukhad ghatna he
Jay hind sir
Jai hind sir ji
Mobile ka bacche bahut misuse kar rahe hai
नमस्कार सर जी🙏🙏🙏🙏🙏
जय भीम जय भारत जय संविधान जय मूलनिवासी जिंदाबाद जिंदाबाद जिंदाबाद किसान आंदोलन जिंदाबाद जिंदाबाद
Sir aapko kaise contact kr sakta hu
भाई साहब राम-राम 🙏🙏
Police is saving to accused.if aala qtal , clothes Nehi mile to accused k Ghar se dusre kapde lekr Anjali ka blood un pe laga do. Aala qutal b police station m hota h us pe blood laga do
Something is going wrong in this case may be vadi he unko bacha Raha ho
Sir ko namaskar
Hi sir good evening 🚩🚩🚩🚩🚩🚩
NAMASKAR Sir
Sir ji ab o log aour ye log kis mnodasha me hn..
Shame on both aap sir acha discribe Kia hn
Kuch nhi sir wasna chram sema pr ha
जय हिन्द साहब जी ❤️🙏
सर नमस्कार
Me kiy kahon ke mujhe sabar kiyon nahi aata. Me kiya karon ke aap ko dekhne ki aadat he.
Sir, Videos ki quantity kuch kam kar dijiye 10 din me ek video bhi aayega to chalega. aaj ke video me jo apka sahaj akarshan rehta hai wo gayab hai. kahani sunane ke tarike bhi badal liya gaya hai. pehle kautuhal bana rehta tha ab to seedhi sapaat hai. apni wo purani vishesh shaili me wapas aaiye.
shaili
Hn ji kese ho
सॉरी सर मुझे लगता है कि दो-चार दिन पहले शम्स ताहिर खान से मैंने इसको सुना था जो कि एकदम आपसे उलट उन्होंने सुनाया था लेकिन मैं कंफर्म नहीं हूं क्योंकि मैंने फेसबुक पर देखा था सॉरी क्योंकि मैं बराबर उनको भी देखता रहता हूं मुझे लगता है उन्होंने कहा था कि लड़की ने मां को बुलाने के बाद यह बोला था कि मैं घर पर आ गई हूं और पापा को फोन करके बोला कि आप उसी जगह पर आ जाओ जहां पर हमने मम्मी को बुलाया था और बाद में यह भी पता चला था कि इनका प्लान दोनों मियां बीवी को मारने का का प्लान था और सर लड़की ने अपने पापा को वहां पर नहीं बुलाया था टेंपल के पास में किसी हाईवे पर बुलाया था और मम्मी को टेंपल के पास में बुलाया और वहीं पर उन्होंने उनको मार दिया लेकिन क्राइम के बारे में आप शम्स ताहिर खान से बहुत ही बेहतर हो लेकिन मैं शमशु भाई से माफी मांगना चाहता हूं कि मैं हो सकता क्योंकि मैंने कहा देख यह पक्का मुझे यकीन नहीं है इसलिए आप दोनों महानुभावों से माफी mangta hoon Lekin Maine suna hai उम्मीद करता हूं आप दोनों जन अगर मेरे सुनने में कोई गलती हुई है तो माफ कर देंगे
🙏
🙏🙏
Jai Hind sir
🙏🙏