*धागों से मोतियों को तोड़ा नहीं करते,,, धर्म से मुंह कभी मोड़ा नही करते.......!!!!* *बहुत कीमती है नाम श्री राम का,,, जय श्री राम कहना छोड़ा नहीं करते......!!!!* 🙏🚩✨। 🙏 *🚩जय श्री राम 🚩* 🙏
शूर्पणखा रावण को भगवान श्री राम से लड़वाकर पूरी रामायण से गायब हो गयी, आखिर शूर्पणखा इसके बाद कहाँ चली गई ❓ राम- रावण युद्ध का मूल कारण शूर्पणखा ही थी, जय श्री राम🙏🙏
*क्षीर सागर में भगवान बिष्णु शेष शैय्या पर विश्राम कर रहे हैं और लक्ष्मीजी उनके पैर दबा रही हैं। बिष्णुजी के एक पैर का अंगूठा शैय्या के बाहर आ गया और लहरें उससे खिलवाड़ करने लगीं।* *क्षीरसागर के एक कछुवे ने इस दृश्य को देखा और मन में यह बिचार कर कि मैं यदि भगवान बिष्णु के अंगूठे को अपनी जिह्वा से स्पर्श कर लूं तो मेरा मोक्ष हो जायेगा, यह सोच कर उनकी ओर बढ़ा।* *उसे भगवान बिष्णु की ओर आते हुये शेषनाग ने देख लिया और कछुवे को भगाने के लिये जोर से फुंफकारा, फुंफकार सुन कर कछुवा भाग कर छुप गया।* *कुछ समय पश्चात् जब शेषनाग जी का ध्यान हट गया तो उसने पुनः प्रयास किया। इस बार लक्ष्मीदेवी की दृष्टि उस पर पड़ गई और उन्होंने उसे भगा दिया।* *इस प्रकार उस कछुवे ने अनेकों प्रयास किये पर शेष नाग और लक्ष्मी माता के कारण उसे सफलता नहीं मिली। यहां तक कि सृष्टि की रचना हो गई और सतयुग बीत जाने के बाद त्रेता युग आ गया।* *इस मध्य उस कछुवे ने अनेक बार अनेक योनियों में जन्म लिया और प्रत्येक जन्म में भगवान की प्राप्ति का प्रयत्न करता रहा। अपने तपोबल से उसने दिब्य दृष्टि प्राप्त कर लिया था।* *कछुवे को पता था कि त्रेता युग में वही क्षीरसागर में शयन करने वाले बिष्णु राम का और वही शेषनाग लक्ष्मण का व वही लक्ष्मीदेवी सीता के रूप में अवतरित होंगे तथा बनवास के समय उन्हें गंगा पार उतरने की आवश्यकता पड़ेगी। इसीलिये वह भी केवट बन कर वहां आ गया था।* *एक युग से भी अधिक काल तक तपस्या करने के कारण उसने प्रभु के सारे मर्म जान लिये थे, इसीलिये उसने रामजी से कहा था कि मैं आपका मर्म(भेद) जानता हूं।* *सन्त श्री तुलसीदासजी भी इस तथ्य को जानते थे, इसीलिये अपनी चौपाई में केवट के मुख से कहलवाया है कि* *“कहहि तुम्हार मरमु मैं जाना”।* *केवल इतना ही नहीं, इस बार केवट इस अवसर को किसी भी प्रकार हाथ से जाने नहीं देना चाहता था। उसे याद था कि शेषनाग क्रोध कर के फुंफकारते थे और मैं डर जाता था।* *अबकी बार वे लक्ष्मण के रूप में मुझ पर अपना बाण भी चला सकते हैं, पर इस बार उसने अपने भय को त्याग दिया था, लक्ष्मण के तीर से मर जाना उसे स्वीकार था पर इस अवसर को खो देना नहीं।* *इसीलिये विद्वान सन्त श्री तुलसीदासजी ने लिखा है-* *(हे नाथ! मैं चरणकमल धोकर आप लोगों को नाव पर चढ़ा लूंगा; मैं आपसे उतराई भी नहीं चाहता। हे राम! मुझे आपकी दुहाई और दशरथजी की सौगन्ध है, मैं आपसे बिल्कुल सच कह रहा हूं। भले ही लक्ष्मणजी मुझे तीर मार दें, पर जब तक मैं आपके पैरों को पखार नहीं लूंगा, तब तक हे तुलसीदास के नाथ! हे कृपालु! मैं पार नहीं उतारूंगा)।* *तुलसीदासजी आगे और लिखते हैं -* *केवट के प्रेम से लपेटे हुये अटपटे बचन को सुन कर करुणा के धाम श्री रामचन्द्रजी जानकी और लक्ष्मण की ओर देख कर हंसे। जैसे वे उनसे पूछ रहे हैं- कहो, अब क्या करूं, उस समय तो केवल अंगूठे को स्पर्श करना चाहता था और तुम लोग इसे भगा देते थे पर अब तो यह दोनों पैर मांग रहा है!* *केवट बहुत चतुर था। उसने अपने साथ ही साथ अपने परिवार और पितरों को भी मोक्ष प्रदान करवा दिया। तुलसीदासजी लिखते हैं-* *चरणों को धोकर पूरे परिवार सहित उस चरणामृत का पान करके उसी जल से पितरों का तर्पण करके अपने पितरों को भवसागर से पार कर फिर आनन्दपूर्वक प्रभु श्री रामचन्द्र को गंगा के पार ले गया।* *उस समय का प्रसंग है... जब केवट भगवान् के चरण धो रहे हैं।* *बड़ा प्यारा दृश्य है, भगवान् का एक पैर धोकर उसे निकालकर कठौती से बाहर रख देते हैं, और जब दूसरा धोने लगते हैं* *तो पहला वाला पैर गीला होने से जमीन पर रखने से धूल भरा हो जाता है* *केवट दूसरा पैर बाहर रखते हैं, फिर पहले वाले को धोते हैं, एक-एक पैर को सात-सात बार धोते हैं।* *फिर ये सब देखकर कहते हैं, प्रभु, एक पैर कठौती में रखिये दूसरा मेरे हाथ पर रखिये, ताकि मैला ना हो।* *जब भगवान् ऐसा ही करते हैं तो जरा सोचिये ... क्या स्थिति होगी, यदि एक पैर कठौती में है और दूसरा केवट के हाथों में* *भगवान् दोनों पैरों से खड़े नहीं हो पाते बोले- केवट मैं गिर जाऊंगा?* *केवट बोला- चिन्ता क्यों करते हो भगवन्!* *दोनों हाथों को मेरे सिर पर रख कर खड़े हो जाईये, फिर नहीं गिरेंगे।* *जैसे कोई छोटा बच्चा है जब उसकी मां उसे स्नान कराती है तो बच्चा मां के सिर पर हाथ रखकर खड़ा हो जाता है, भगवान् भी आज वैसे ही खड़े हैं।* *भगवान् केवट से बोले- भईया केवट! मेरे अन्दर का अभिमान आज टूट गया...* *केवट बोला- प्रभु! क्या कह रहे हैं?* *भगवान् बोले- सच कह रहा हूं केवट, अभी तक मेरे अन्दर अभिमान था, कि.... मैं भक्तों को गिरने से बचाता हूं पर..* *आज पता चला कि, भक्त भी भगवान् को गिरने से बचाता है।* *जै राम जी की*🕉️🙏🙏🌷🏹
Om namah shivay Om namah shivay Om namah shivay Om namah shivay Om namah shivay Om namah shivay Om namah shivay Om namah shivay Om namah shivay Om namah shivay Om namah shivay Om namah shivay Om
Om namah shivay Om namah shivay Om namah shivay Om namah shivay Om namah shivay Om namah shivay Om namah shivay Om namah shivay Om namah shivay Om namah shivay Om namah shivay
सूपनखा जैसी बहनों ने रावण जैसे भाइयों के कई राज्य साम्राज्य उजाड़ दिए जय श्री राम
Jay Shri Ram Jay Hanuman
Jay Shri Ram Jay Hanuman
Jay Shri Ram Jay Hanuman
Jay Shri Ram Jay Hanuman
Jay Shri Ram Jay Hanuman
4:10 - 4:37 इसको बोलते है आग लगाना 😂 बस करो शूर्पणखा 😂😂
surpnekha ke chalte hee ravan ka ant hua 😂😂
Isne khar dushan ka bhi ase hi kata tha unko bolq ki sita unke pass honi chiye..... Ab khri ravan ke pass honi chiye
Laga di aag
*धागों से मोतियों को तोड़ा नहीं करते,,, धर्म से मुंह कभी मोड़ा नही करते.......!!!!*
*बहुत कीमती है नाम श्री राम का,,, जय श्री राम कहना छोड़ा नहीं करते......!!!!* 🙏🚩✨। 🙏 *🚩जय श्री राम 🚩* 🙏
पवन तनय संकट हरान मगल मूरत रूप
राम लखन सीता सहित हृदय बसु सुर भूप
जय श्री राम
🌿🌹🌿🌹🌿🌹🌿🌹🌿🌹
🌿🌹🌿🌹🌿🌹🌿🌹🌿🌹
*"मोर" की खूबसूरती पंख से होती है,*
*उसी प्रकार हमारी खूबसूरती "श्री राम" के भगवा रंग से होती है।।*💕🇮🇳🤗*
*जय सियाराम जी....जय हनुमान जी....❤️।।*
1
No
@@sandeepkumarmehra7309 ैैैैैैैैैेेैैैैेैैैैैै
@@sandeepkumarmehra7309 ेेेेेेेेेेेेे
जय श्री राम 🙏🙏🙏🙏
मुझे तो वीडियो देखने से ज्यादा मजा कमेंट पढ़ने आराहा है 😀😂😀😀
शूर्पणखा रावण को भगवान श्री राम से लड़वाकर पूरी रामायण से गायब हो गयी, आखिर शूर्पणखा इसके बाद कहाँ चली गई ❓
राम- रावण युद्ध का मूल कारण शूर्पणखा ही थी,
जय श्री राम🙏🙏
सुपनखा आज भी जिंदा है बस फर्क इतना है कि वह नाक को ढक कर चलती है बो भी बुरखे मे 🤣🤣🤣
@@Mr_amann reality hai
Wo kalyug main burka odh k baap bhaio k sath shadi karti hai
Usne brahma ki tapasya ki aur vishnu ko var roop me manga to Krishna ki 16000 patniyo ne se who bhi thi
@@nitinbajaj70041200 saal purane religion ko lakho saal purana mar banao
_हवाएँ अगर मौसम का रुख बदल सकती हैं, तो दुआएं भी मुसीबत के पल बदल सकती है._
🌿🌿🥀🥀🥀🥀☘️🌱🙏
*क्षीर सागर में भगवान बिष्णु शेष शैय्या पर विश्राम कर रहे हैं और लक्ष्मीजी उनके पैर दबा रही हैं। बिष्णुजी के एक पैर का अंगूठा शैय्या के बाहर आ गया और लहरें उससे खिलवाड़ करने लगीं।*
*क्षीरसागर के एक कछुवे ने इस दृश्य को देखा और मन में यह बिचार कर कि मैं यदि भगवान बिष्णु के अंगूठे को अपनी जिह्वा से स्पर्श कर लूं तो मेरा मोक्ष हो जायेगा, यह सोच कर उनकी ओर बढ़ा।*
*उसे भगवान बिष्णु की ओर आते हुये शेषनाग ने देख लिया और कछुवे को भगाने के लिये जोर से फुंफकारा, फुंफकार सुन कर कछुवा भाग कर छुप गया।*
*कुछ समय पश्चात् जब शेषनाग जी का ध्यान हट गया तो उसने पुनः प्रयास किया। इस बार लक्ष्मीदेवी की दृष्टि उस पर पड़ गई और उन्होंने उसे भगा दिया।*
*इस प्रकार उस कछुवे ने अनेकों प्रयास किये पर शेष नाग और लक्ष्मी माता के कारण उसे सफलता नहीं मिली। यहां तक कि सृष्टि की रचना हो गई और सतयुग बीत जाने के बाद त्रेता युग आ गया।*
*इस मध्य उस कछुवे ने अनेक बार अनेक योनियों में जन्म लिया और प्रत्येक जन्म में भगवान की प्राप्ति का प्रयत्न करता रहा। अपने तपोबल से उसने दिब्य दृष्टि प्राप्त कर लिया था।*
*कछुवे को पता था कि त्रेता युग में वही क्षीरसागर में शयन करने वाले बिष्णु राम का और वही शेषनाग लक्ष्मण का व वही लक्ष्मीदेवी सीता के रूप में अवतरित होंगे तथा बनवास के समय उन्हें गंगा पार उतरने की आवश्यकता पड़ेगी। इसीलिये वह भी केवट बन कर वहां आ गया था।*
*एक युग से भी अधिक काल तक तपस्या करने के कारण उसने प्रभु के सारे मर्म जान लिये थे, इसीलिये उसने रामजी से कहा था कि मैं आपका मर्म(भेद) जानता हूं।*
*सन्त श्री तुलसीदासजी भी इस तथ्य को जानते थे, इसीलिये अपनी चौपाई में केवट के मुख से कहलवाया है कि*
*“कहहि तुम्हार मरमु मैं जाना”।*
*केवल इतना ही नहीं, इस बार केवट इस अवसर को किसी भी प्रकार हाथ से जाने नहीं देना चाहता था। उसे याद था कि शेषनाग क्रोध कर के फुंफकारते थे और मैं डर जाता था।*
*अबकी बार वे लक्ष्मण के रूप में मुझ पर अपना बाण भी चला सकते हैं, पर इस बार उसने अपने भय को त्याग दिया था, लक्ष्मण के तीर से मर जाना उसे स्वीकार था पर इस अवसर को खो देना नहीं।*
*इसीलिये विद्वान सन्त श्री तुलसीदासजी ने लिखा है-*
*(हे नाथ! मैं चरणकमल धोकर आप लोगों को नाव पर चढ़ा लूंगा; मैं आपसे उतराई भी नहीं चाहता। हे राम! मुझे आपकी दुहाई और दशरथजी की सौगन्ध है, मैं आपसे बिल्कुल सच कह रहा हूं। भले ही लक्ष्मणजी मुझे तीर मार दें, पर जब तक मैं आपके पैरों को पखार नहीं लूंगा, तब तक हे तुलसीदास के नाथ! हे कृपालु! मैं पार नहीं उतारूंगा)।*
*तुलसीदासजी आगे और लिखते हैं -*
*केवट के प्रेम से लपेटे हुये अटपटे बचन को सुन कर करुणा के धाम श्री रामचन्द्रजी जानकी और लक्ष्मण की ओर देख कर हंसे। जैसे वे उनसे पूछ रहे हैं- कहो, अब क्या करूं, उस समय तो केवल अंगूठे को स्पर्श करना चाहता था और तुम लोग इसे भगा देते थे पर अब तो यह दोनों पैर मांग रहा है!*
*केवट बहुत चतुर था। उसने अपने साथ ही साथ अपने परिवार और पितरों को भी मोक्ष प्रदान करवा दिया। तुलसीदासजी लिखते हैं-*
*चरणों को धोकर पूरे परिवार सहित उस चरणामृत का पान करके उसी जल से पितरों का तर्पण करके अपने पितरों को भवसागर से पार कर फिर आनन्दपूर्वक प्रभु श्री रामचन्द्र को गंगा के पार ले गया।*
*उस समय का प्रसंग है... जब केवट भगवान् के चरण धो रहे हैं।*
*बड़ा प्यारा दृश्य है, भगवान् का एक पैर धोकर उसे निकालकर कठौती से बाहर रख देते हैं, और जब दूसरा धोने लगते हैं*
*तो पहला वाला पैर गीला होने से जमीन पर रखने से धूल भरा हो जाता है*
*केवट दूसरा पैर बाहर रखते हैं, फिर पहले वाले को धोते हैं, एक-एक पैर को सात-सात बार धोते हैं।*
*फिर ये सब देखकर कहते हैं, प्रभु, एक पैर कठौती में रखिये दूसरा मेरे हाथ पर रखिये, ताकि मैला ना हो।*
*जब भगवान् ऐसा ही करते हैं तो जरा सोचिये ... क्या स्थिति होगी, यदि एक पैर कठौती में है और दूसरा केवट के हाथों में*
*भगवान् दोनों पैरों से खड़े नहीं हो पाते बोले- केवट मैं गिर जाऊंगा?*
*केवट बोला- चिन्ता क्यों करते हो भगवन्!*
*दोनों हाथों को मेरे सिर पर रख कर खड़े हो जाईये, फिर नहीं गिरेंगे।*
*जैसे कोई छोटा बच्चा है जब उसकी मां उसे स्नान कराती है तो बच्चा मां के सिर पर हाथ रखकर खड़ा हो जाता है, भगवान् भी आज वैसे ही खड़े हैं।*
*भगवान् केवट से बोले- भईया केवट! मेरे अन्दर का अभिमान आज टूट गया...*
*केवट बोला- प्रभु! क्या कह रहे हैं?*
*भगवान् बोले- सच कह रहा हूं केवट, अभी तक मेरे अन्दर अभिमान था, कि.... मैं भक्तों को गिरने से बचाता हूं पर..*
*आज पता चला कि, भक्त भी भगवान् को गिरने से बचाता है।*
*जै राम जी की*🕉️🙏🙏🌷🏹
आह वाह आनंद आ गया श्री हरि विष्णु की यह गाथा पड़कर. जय श्री राम श्री हरि नारायण 🙏🙏🙏🙏
Jai Shree Ram Bhai.🙏🙏🚩
Jai.shree.seetaram
रावण को बिभीषण ने नही सुर्पणाखा ने मारा
कहा गया है:"त्रिया चरित्रं पुरुषस्य भाग्यम्, देवो ना जाना: कुतो मनुष्या"👌🏻👍🏻
ऐसा भाई हर बहन को मिले🙏
सच बात है लेकिन ऐसी बहन किसी को न मिलें
लेकिन ऐसी चरित्र हीन बहन किसी को न मिले ।
A
@@vijaychaturvedi795❤❤❤
Then the death of such brothers will be inevitable by the hand of such sister.😂😂😂 Blindness in anything can let any human down.
Mere favorite Ramyana ..he
ये आर्य अनार्य दो संस्कृतियों का संघर्ष
Bilkul sahi
रावण और सुपंखा को दोनों विभीषण ने समझाया था यह नीति के विरुद्ध है फिर भी यह तो ना आपने जिद पर अड़े रहे
रावण को सीता मैया का अपहरण नहीं करना चाहिए था।
विभीषण ने सुपनखा और रावण को समझाया था यह नीति के विरुद्ध है फिर यह भी दोनों जिद पर अड़े रहे
@@ankhandbharat6622 khud jaan bujh suparnakha ne vinas kar vaya hai
Sab Vidhi vidhan hay
खर दूषण मो सम बल वन्ता !तिन्ह हीं मार सके भगवन्ता !! जय श्री राम
Ch ffrrccf
Iska kya mtlb h
@@yogeshgupta460 tumhe iska matlab nahi pata hindu hoke dhikkar hai
@@yogeshgupta460 ravan ne kaha tha suparnakha se ki khar dushan mere saman balwan hai unhen bina bhagwan ke kon maar sakta hai
Aap bahut intelligent ho
तीन लोक में तीनों काल में श्रीराम का राजत्व है
🌹 Om 🌹 namah 🌹 shivay 🌹🌹
Surpnakha hi aag lagane wali h
Hamen Ramayan dekhne mein bahut achcha lagta hai kyunki usmein Ram Sita Lakshman ka aur bhi achcha lagta hai Jay Shri Ram
Jay Shri Ram 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Jai Shree Ram 🙏🌹🙏🏻🌹🙏🏻🌹🙏🏻🌹🙏🏻🌹🙏🏻🌹🙏🏻🌹🙏🏻🌹🙏🏻
Lord Indra is definitely coming🤣🤣🤣
Jai shree Ramji jai sita mata
JAI Shree Ram ❤️
Jai shriiiii Ram 💪💪💪yuvraj angat 🦶🦶🦶
जय हो 🙏🚩
Ram se jada ravan mahan tha
Lol
@@Pennywise.18 q1
सही बोला भाई जय रावण जय महिषासुर
Ha tera baap lagta tha ram hari avtar thai na ki insan
Good morning ram ji ram
Jay sre ram
🏵️ Jay 🔥 Shri 🏵️ Ram 🏵️🔥🏵️
Suprnka hi vajah hai Sita haran ki rawan ko uksaya Gaya stree haran karne ke liye
Bhutt vadiya ji
Agar Ravan apni behen Shoorpnakha ki na sunkar apne bhai Vibhishan ki sun leta toh bach jaata.
Jai Shree Ram.🙏🙏
Jai Shri Ram 🙏🙏🙏
b g
h
mhtwh0l
भाई हो तो रावण जैसा हो
😂😂😂
Surapnakha acted supervely
Jay Shri Ram Jay Hanuman ⚜️💚⚜️
Jai sheree ram 🙏🚩🙏🚩🙏🚩🙏
जय श्री राम 👑💪🏻💪🏻💪🏻🏹🏹🏹🙏🏻
❤️जय माता दी जय श्री सीताराम जी❤️
Mmm
Jai Siya ram Jai Siya ram Jai Siya ram Jai Siya ram Jai Siya ram
जय श्री कृष्ण 🙏🙏🙏
शूर्पणखा आज भी जीवित है
Apne dhekhi h ky
Ye senapati gajab h
Om namah shivay Om namah shivay Om namah shivay Om namah shivay Om namah shivay Om namah shivay Om
Lankapati lankesh ki jayy
🌹 Jay 🙏 Shri 🌹 Ram 🌹 Jay 🙏 Hanuman 🌹🙏🌹
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏💖💖💖💖💖💖💖💖💖
Jay shri ram Jay shri hanuman
⚜️ Jay 💚 Shri ⚜️ Ram ⚜️ Jay 💚 Hanuman ⚜️💚⚜️
Ramayan ji ❤❤❤😊😊😊❤😊
Media ke pas pahochi ranuka chaudhri🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣
Matlab yhi se ravan k ant ki shuruaat ho gyi thi..
जय श्री राम जी हर हर महादेव जी
Ram siyaram siyaram jay Jay ram
Jai shree ram
Jai shree ram 🙏🙏 jai hanuman 🙏🙏
Jai siya ram jai shri bajrang bali maharaj 🚩❤️🙏🏻
Om namah shivay Om namah shivay Om namah shivay Om namah shivay Om namah shivay Om namah shivay Om namah shivay Om namah shivay Om namah shivay Om namah shivay Om namah shivay Om namah shivay Om
Saroop nakha ajib si dikhyi kisi v angel se rawan ki sister Nhi lgti 😂
6:42
👌👌
Raam raam kitna jhuth bolti hain supnakhaa
🔥 Jay 🔥 Shri 🔥 Ram 🔥🔥
आज भी कई महिला शूर्पणखा जैसे है जो अपने स्वार्थ आदमियों को लड़ाते है और अपनी करनी नहीं बताते
⚜️ Jay 💜 Shri ⚜️ Ram ⚜️💜⚜️
🔥 Om 🙏 namah 🔥 shivay 🔥🙏🔥
⚜️ Jay ❤️ Shri ⚜️ Ram ⚜️ Jay ❤️ Hanuman ⚜️❤️⚜️
Om namah shivay Om namah shivay Om namah shivay Om namah shivay Om namah shivay Om namah shivay Om namah shivay Om namah shivay Om namah shivay Om namah shivay Om namah shivay
🌹 Om 🌹 namah 🌹 shivay 🌹🌹
Jai siya Ram 🙏❣️
jai shree ram ji
jai bajrang Bali ji
जय श्रीराम ।। 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Jay Shri Ram Jay Hanuman ⚜️💚⚜️
जय श्री राम
🌹 Jay 🌹 Shri 🌹 Ram 🌹 Jay 🌹 Hanuman 🌹🌹
Jay sri ram
Jay shree Ram❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️
🙏🙏Jai Shree Ram🙏🙏
🏵️ Jay 🔥 Shri 🏵️ Ram 🏵️🔥🏵️
🔥 Jay 🔥 Shri 🔥 Ram 🔥🔥
⚜️ Jay 🔥 Shri ⚜️ Ram ⚜️🔥⚜️
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Jai shri ram 🌹🌹🌹🌹🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
🌹 Om 🌹 namah 🌹 shivay 🌹🌹
Jay Shri Ram Jay Hanuman 🙏🌹🙏
Jay shree ram 🙏🌹💪
महेशकूमार
jay.shree.ram
Jay shree ram 💕🙏
Jay shri ram Jay shri hanuman
जय श्रीराम🌹🙏
म
Jai Shir ram
Jai Shree Ram 🙏
🏵️ Jay 🔥 Shri 🏵️ Ram 🏵️🔥🏵️
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Jay Shri Ram🙏🕉️🙏
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जय श्री राम
Jay Shri Ram Jay Hanuman 🙏🌹🙏