aatmgyan kaise prapt karen hindi? आत्मज्ञान में क्या दिखाई देता है?
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- Опубликовано: 15 май 2023
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Note: अस्वीकरण(Disclaimer): इस वीडियो का उद्देश्य सभी के जीवन में प्रेम, शांति, स्पष्टता, जागरुकता, समझ और बोध लाना है। किन्तु समुचित ध्यान रखने के बाद भी, हो सकता है कि किसी श्रोता के मन या जीवन पर इस वीडियो का अनपेक्षित प्रभाव पड़ जाए। इसलिए, उचित यही होगा कि जो श्रोतागण 18 वर्ष से कम आयु के हों, अथवा जिन्हें हृद्धय व मनो-चिकित्सा संबंधी कोई रोग हो, या वो ऐसी किसी अन्य स्थिति में हों, जिसके कारण इस वीडियो को देखने के बाद उनके मन में किसी प्रकार की असाधारण या अस्वाभाविक प्रतिक्रिया शुरू हो जाती हो, उन्हें या तो इस वीडियो से परहेज करना चाहिए (दूर रहना चाहिए) अन्यथा पूरी सावधानी और जिम्मेदारी के साथ इस वीडियो को देखना व सुनना चाहिए। स्वयं से सत्य तक चैनल सभी दर्शकों के जीवन में प्रेम, शांति, आनंद और बोध की अभिलाषा रखता है, और दर्शकों की शारीरिक एवं मानसिक हानि के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा। धन्यवाद!
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स्वयं से सत्य तक,swayam se satya tak
*आत्म ज्ञान मे ईश्वर और आत्मा का मिलन होने पर ईश्वर को जाना जाता है। क्योंकि जीवित मानव मे आत्मा विद्यमान रहती है जब ईश्वर की अनुभूति होती है तो ईश्वर को जाना जा सकता है*
*धन्यवाद*
शरीर ख़ुद ही अहंकार का पुतला है , शरीर के मिटने के बाद ही ईश्वर की अनुभूति होती है । आत्मज्ञानी के लिए प्रकृति सब कुछ खोल देती है ।
सत्य सनातन विश्लेषण अछा लगा धन्यवाद। जय श्री राम
जहां तक दर्शन है । जहां तक आप अपने आप से अलग समज रहे हैं ओर पूर्ण को आप से अलग जुदा समज रहे हो तो आप आत्म ज्ञानी हो ही नहीं। जहां स्वयं के सीवाय ओर कुछ भी आप को द्रष्य नहीं आए ओर आप दृष्टा भी नही हो । जब पूर्ण के सीवाय ओर कुछ है हीं नहीं तो कौन किसका दृष्टा ओर कौन किसका साक्षी । और कौन सा द्रष्य। सब ओर सभी मै अपने आपको देखो और सब और सभी को अपने आप मै देखो तो आपको आपके सीवाय और पूर्ण के सीवाय कुछ भी अलग जुदा दिखाई ही नहीं देगा । आप और पूर्ण अलग जुदा नहीं हो । नित्य अनित्य का भी भेद न रहे वो है पूर्ण आत्म ज्ञानी है। खुदा मुजसे जुदा नहीं और खुदा को मै अपने से जुदा मानता नहीं और ख़ुदा मुजको अपने से जुदा मानता है तो मै दिदार किसका करुं । जहां संप्रदाय है पंथों है ओर ईन सभी से जोभी जुडे है और ईन संप्रदायों से पंथों से जोड रहा है समझो ईन में कोई भी आत्म ज्ञानी नहीं है। क्यों कि संप्रदायों और पंथों मत भेद भ्रम शंकाएं कुशंकाएं और अंधविश्वास पेदा कर के वाद विवाद के वाड और वाडे के सीवाय ओर कुछ भी नहीं खड़ा कर रहे हैं। आत्म ज्ञान का अर्थ हीं ये ही है कि किसी को भी अपने से पूर्ण से स्वयं से कभी भी जुदा या अलग दुसरा न मानना । जहां एक के सीवा दुसरा है हीं नहीं यह कह ने वाला बताने वाला दुसरा नहीं पूर्ण हीं है । क्यों कि आत्म ज्ञानी कहला ना भी अपने को आत्मा से अलग और जुदा मान ने वाला और समज ने वाला है । एक मै अनेक अनेकों मै एक । ये हीं पूर्ण आत्म ज्ञान है । ओम साईं राम ॐ । परम पूज्य परमहंसजी विश्वगुरु संत श्री स्वयं साईं सतगुरु देवजी । मोबाइल 7990890317 . धर्मशाला गांव झनोर । उत्तर तट । नर्मदा नदी । शुक्लतीर्थ कबीर वड रोड । गुजरात भारत ।
આપને જો કહા વો સનાતન સત્ય હૈ
Nice😊😊
आत्मज्ञान में अनंता अनंत सर्वव्यापी निराकार निरंजन ईश्वर दिखाई देता है
Nice
Bahut sundor❤
मिटो और जान लो❤nic information
👏👏👏
बहुत सुंदर ❤
खुद को खुदा से जोड़ना..
सारे दुखो से चिंताओं से मुक्त,छल कपट, कष्ट दुनिया दारी,फरेब से दूर मन को अनादित और परमात्मा से जुड़ने का रास्ता❤️❤️🕉️🙏
Thanks sir
अनुमान , अनुभव, और अनुभूती ।(Realisations-अनुभूती - is Final Stage), 🌹 *ओम श्री सच्चिदानंद प्रभू*🌹
Bahut sunder ...acha ...aur spsht vivran
अपने आत्मस्थ अनुभव पर रेहणा.. बहोत सरलता से विवेचन किया गुरूवर.. धन्यवाद 🎉🎉🎉🎉❤
Itana achha Samaja diya mujhe Mera confirmation mil gaya, vah bhi aap se ! Thanks alot.
Apne bahot badhiya samjaya.thankyuo.
🙏🙏🙏 आत्मज्ञान का अर्थ बहुत सरल शब्द मे स्पष्ट करके समझाया सर, धन्यवाद 🙏🙏🙏
Dil se dhanyvad very nice
bahut sunder, jo bat koi nhi bta ska vh apne saral shbdo m kah di.. muje yhi lgta h ap hamesha har karm hosh purvk krte ho, or hosh m jo kam hote h vhi parm dhyan gyan h.. thanks
Satya bachan sir ji👍🌹❤🙏
Thank you sir 🙏🏼😊
बहुत सुन्दर
🙏🙏
❤❤❤ Correct 💯
nice prabhu 🙏🙏🙏
जै जै श्री गुरु दैव🙏💕🙏💕🙏💕 जी
🙏🙏🙏🙏❣️❣️💘💘
Sadev namn 🌺 🙏🏼 ✍️ 💜 🌷 💝 🇮🇳
🙏❤koti koti naman Guruji ❤🙏
धन्यवाद आपका।
Satnam sakhi
Sir,aapne ye ekdam sahaj tarike se samjhaya hai.
Thank you so much 🙏🏼😊
🙏🙏🙏🌹🌹🌹☘️☘️☘️☘️🔱🔱🔱 parvati pati har har mahadev
Om namaha shivay 🔱🔱🔱☘️☘️☘️🌹🌹🌹🙏🙏🙏
Bahut अच्छा, aap आत्मज्ञानी है.dhanyawad.
💯💯💯💯💯
ये मै खुद इस आत्मा का अनुभव गये15सालसे अनुभव कर रहा हूं आप की हर बात सच है......
Rubbish, wasting everybody's time.
Batao bhai kaise jante hai ye sab 😢 please mujhe bhi karna bai
Jitna Dhyan me jayenge utna hi aatma me sakti aayegi jay siyaram ❤❤
मैं जितना समझता हूँ अपनी आत्मा को जानना ही आत्मज्ञान या ब्रह्मज्ञान है यह बिना किसी लाग- लपेट के कहा जा सकता है
Hari om
सुन्दर 🌹
हम सब को आप को भी जो कोई भी आत्मज्ञान प्राप्त कर लेना चाहते हैं, यही प्रश्न पड़ता है आत्मज्ञान मिलना मतलब क्या है और जो कोई भी इस विषय पर सोचेंगे तो जो आप ने बताया वही आख़िर में पाएंगे
🎉🎉
Nice Shiv
Har har mahadev jay Mata ki
Sirji ek baat toh zarur yeha itne maha gyani aaye par itna achhe se koi nahi samjha paya maine osho ko suna thoda sa bhram mera dur hua par jab acharya prashant ji ko sunna suru kiya toh phir mamla thoda aur simple hua aur jab aapko sun raha hu toh phir kehne hi kya maza aa gaya aapko sunkar dhanyabad guruji aapke charan sparsh karne ka man kar raha hai
चरण स्पर्श मत करो, बस आपका मन शांत होना चाहिए 🙏
Kotishah Naman
मन को नमन, न मन करना ही आत्म dnyan है
सबसे आसान तरीका है खुद को आत्मा के साथ रखने का कि,हम जीवन केवल आवश्ययकता ले आधार पर जिये इच्छा के आधार पर नही आपमें आप जीवन शांति ओर संतोस से भर जयगा,क्योकि आवश्यकता प्राकृतिक है चाहे शरीर की हो या जिने हेतु भौतिक साधनों की पर इच्छाओ का अंत हि नही एक के पुरी होते हि दुसरी दस्तक देने लगती है पर है अप्राकृतिक बनाकर आत्मा के प्रवाह् से असंतुलित कर देती है।अतः जीवन मै इच्छाओ ओर जरूरतों के बिच अंतर करना आ जाये तो समजो आत्मा को पकड़ना सिख गये🙏🏻🙏🏻
Superb effort...Lots and lots of appreciation.. I can totally relate.. Awakened state..Awareness about everything happening around.. जब हम अंदर से बाहर की तरफ जीने लगे, नाकी बाहर से अंदर की तरफ। Welcome to a whole new world .. And when u add more knowledge of how brain hormone works and how it has been evolved . U will get to true nature of it .
Truth sees truth.
Akdam sahi kaha AAP ne 🙏🙏
यह तो साक्षी भाव हो गया 🙏
Dear Sir, sakchhi bhav nahi ,sakchhi banney tak ki yatra karni hai , jo ki janmo tak hum log nahi kar paatey hai ,yahi Satya hai .
Sach bola koi fesla तुरत नहीं करना चाहिए ये अहंकारी ही ये करते नफ़रत लालच अधर्म हे
Nice sir ek dam sahi bat boli
Ess sansar ke mohmaya se mukth hona atmagyan hai,atma parmatma se judna he atmagyan hai,chal kapat nahi karna , dusron ke prati dayabaw rakhna he atmagyan hai 🙏🙏🙏🙏🙏 om namo narayana 🙏🙏
❤❤❤❤❤very nice
Thank you Bhai....
आधा video भी नहीं देखा है अभी और बीच में ही यह कहता हूं कि very nice video.
Now I am listening the full video.
Thanks.
More comments will be added further.
सत्य की अनुभूति होना, व्यक्ति के हर प्रश्न का उत्तर दिखाई देना। आत्मा ज्ञान होने पर अखंड ऊर्जा के साथ जीवन जीना बन जाता है। केवल वही शाश्वत सत्य है।
🙏🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌹🌹🌹
खुद को ज्ञानी कहने वाले भी इस बात को समझा ना सके लेकिन आपने बहुत सरल भाषा में समझा दिया यही बात हमारे समझ में नहीं आती हमारा होश पूर्ण जीवन हम अपने ही साक्षी धन्यवाद
आत्म ग्यान बस सच ही जानने लगूँ. .यही सबकुछ जान लोगे हर बोलने वाले सच नहीं जो नफरत अहंकार लालच वाला है वो बुरा हें ज्ञानी नहीं कुटिल धूर्त हे
🙏🏻Bahut Dhanyawaad Prabhuji, Dandvat Pranam🙂🙏🏻
Baht baht dhanyawad , 🙏
Thank you ,l very grateful to you
🙏🏼🙏🏼🙏🏼....
I like it video
Nice divine knowledge ..thank you..may god bless you
परमात्मा को जाना जाता है खुद का सरुप जाना जाता हैं भक्ति करने से बिना अनुभव के यह बुदि का ज्ञान है
Very good
Sundar
Thank you hume achhe se samjhane ke liye
Best video on sakshi bhaw.
Thanks.
❤️ heart touching ❤️ sukriya barmbar Prabhu ji kripa banaye rakhana hai ❤️ sukriya barmbar Prabhu ji ❤️🙏🙏🙏 thanks Ram Ram ji ❤️🙏🙏🙏
Nice prabhu ji
Jai Shree Ram Aum.
We can feelthrough realisation
♥️♥️♥️♥️
Sunana aur sunaana is first stair step
👏👏👏👏👏👏👏👏
Thank you so much for telling the truth 🙏🙏🙏
🙏🙏🙏❤️❤️❤️ great information thanks 🙏
Namskar
Very sweet voice
😊
Ultimate
👏⚘️👏⚘️👏⚘️👏⚘️
Kyi bar jivn me esa huwa presani me vichar ate h abi smy shi ayega intjar kro ..atma ki awaz yhi h koi peryik se esare se vichar ate h margdersn k liye..jb bure smy hum khud ko sambhal liya wo bi anter gyan h ..perkerti ya koi shakti smy 2 pr hume rokti ya shayk bi hoti h bs etna ghn soch vichar ho..
Apke es chercha se achha anubhut huwa margdersn bi🎉🎉🎉🎉
🙏🙏🙏
Thanks
Sahi
मेरा प्रणाम स्वीकार कीजिए
Very Poignant clarity....Constant remembrance of this words enuf to liberate ourselves and answer Us in every moment of our life ..,🙏🙏🙏💐💐🌷
❤️❤️❤️🙏🙏🙏
apko subscribe krta hu, jo bat m khoj rha vh apse mil gyi 🙏
बाबा जी आप बड़े ज्ञानी है, संतो की खोज करो सब जान जाओगे
परमादरणीय सादर नमन।
१.मन क्या है?
२.क्या मन - आत्मा/जीवात्मा/जीव के कारण है?
३.क्या मन शरीर के कारण है?
४.मन के द्वारा किसी भी क्रिया /प्रतिक्रिया या कर्म करने की शक्ति कहां से प्राप्त होती है?
५. जीव/ जीवात्मा /आत्मा अशरीरी होते हुए या शरीर धारी होते हुए कर्म करने में स्वयं सक्षम है या मन की सहायता से कर्म करती है?
६.क्या स्त्री व पुरुष के शरीरों में आई आत्मा निरन्तर साक्षी भाव में रहने से आवागमन से भवसागर से मुक्त हो सकती है? और आवागमन भवसागर से मुक्त होकर आत्मा कहां रहेगी?
७. क्या मानव शरीर में आत्मा ही सब कुछ जानने वाली है?या मन ही सब कुछ जानने वाला है? यदि आत्मा ही सब कुछ जानने वाली है फिर साक्षी भाव की साधना सेआत्मा को क्या लाभ होगा?
८.आत्मा में विचार क्यों आते है और कहां से आते है? विचारों का जनक या सृजन कर्ता कौन है? क्या मन विचारों का सृष्टा है या आत्मा विचारों की सृष्टा है? कोई भी मन या आत्मा मानव शरीर में रहते हुए विचार शून्य कैसे रह सकती है?
समय मिले तब अवश्य कृपा करना।आपके पावन चरण कमलों में सप्रेम कोटि-कोटि सादर नमन।
आपके जो सवाल हैं, इनमें से अधिकांश विषयों पर वीडियो उपलब्ध हैं। आप उन्हें देख सकते हैं। जीव, जीवात्मा, आत्मा, परमात्मा, मन; इनके बारे में आपको कुछ कंफ्यूजन हैं। आप वीडियो देखेंगे तो आपको कुछ समझ आएगा। उन्हें देखिए और फिर कोई सवाल हो तो पूछीएगा... 🙏
Nice effort to express through words which is inexpressible.... only we can be observer of ego sense.
Ego is the boundary of duality and nonduality
Guru AAP bhagvat Gita ke shalok arth sahit samjhaaiye pure adhya🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Bohut saral bhasa me Atmagyan ko samjhane ki chesta karti hu.....Hamara hona hi parmatma ka hona hai.Jab bhi Atmagyan hota hain to atma...ko khojne par bhi nahi milta...Hum khud ko jan rahe hote hain.atma ko alag se nahi jan sakte our khud ko bhi atma roop mein nahi jan sakte. Ye adwait ka anubhav hain.Atma hi parmatma hain.Woha atma or parmatma do nahi bachta sirf akhand parmatma ka anubhav hota hai.Janna our hona dono ek hi hain.Aj tak kisiko atma ka anubhav nahi huwa jab bhi huwa parmatma ka anubhav huwa.Isliy koi chahe to ye bhi bol sakta hain ki atma nahi hain.Sirf parmatma hain.Our in sab ko jannnewala bhi parmatma hain.Jannewala khud parmatma hain.Divya darshan our Adwait ka anubhav hain.Gyata,Geya,gyan ye 3 alag nahi hain....hum khud hain.
7time... Atmagyan
1 time... Brahmm Gyan
4time.... nirvan
Maa Prem sanchita (Sadguru) Purono guru.
Bengali sant.
Jai sachidanand ji 4
आपने आत्मज्ञान के विषय में अपने वीडियो के माध्यम से हमें उपयोगी जानकारी दी इसके लिए आपको हार्दिक धन्यवाद! मेरी एक जिज्ञासा है! क्या आपको आत्मज्ञान हुआ है? यदि आपको आत्मज्ञान हुआ रहता तो आपको और अधिक व्यावहारिक ज्ञान होता और आप अपने दर्शकों को और बेहतर ढंग से समझाते
Ek bar fir se video dekhe jawab mil jayega dyan se dekhna
Mujhe atmgyan huaa hai mai kya hoon ahnkar ahnkar ko atmgyan hota hai ?
@@AdvaitVedanta981 अहंकार किसे कहते हैं?अहंकार अच्छा है या बुरा?
👃👃