बाबा खिव न सागंलीया म नाम अमर कनो रे
HTML-код
- Опубликовано: 10 фев 2025
- Mithu lal kala सागंलीया व कुकडोद धुणी के भक्त देश विदेश में हैं,साहेब की इस धरती की महिमा के बखान के लिए हमने भजन रिकॉर्ड किया है Iअगर आपके मन में बाबा साहेब के प्रति सच्ची श्रध्दा है तो इस महिमा को जितना शेयर कर सकते हो करो,आशा है,हमे निराशा नहीं मिलेगी राजस्थान के सीकर जिले के सांगलिया गाँव में बाबा खिंवादास ने समाज में अशिक्षा के अंधकार को ख़त्म करने और सामाजिक कुरूतियों की समाप्ति के लिए बाबा खिंवादास महाविद्यालय के रूप में एक पोधा लगाया था,जिसकी छाया में आज हजारों विद्यार्थी अपना भविष्य संवार रहे हैं I बाबा साहेब के आशीर्वाद से आज सांगलिया गाँव सांगलिया धुनी के रूप में पुरे देश में पहचान बना चूका है I बाबा खिंवादास के बाद बाबा बंशीदास ने महिला और पिछड़े वर्ग के उत्थान के लिए कार्य किये Iमहाराज श्री बंशीदास जी के देवलोकगमन के बाद श्री ओमदास जी महाराज आज सांगलिया धाम में पीठाधीस है Iदेश विदेश से हर समाज के लोग आज बाबा साहेब के दर पर खाली हाथ आते हैं और साहेब के आर्शिवाद से झोली भरकर ले जाते है Iआप सांगलिया धुनी व कुकडोद धुणी की इस महिमा को अपने मित्रों व भक्तों तक अवश्य सेर करे