चमार एक समय चमड़े का काम करते थे ।। आज कोई भी चमार चमड़े का काम नी करता। एक रोटी कम खाते है लेकिन अपने बच्चो को पढ़ाते है। नोकरी पढ़ने से मिलती है ।वाल्मीकि समाज को शिक्षा की जरूरत है ।।मैं जिस लाइब्रेरी में जाता हूं वो वाल्मीकि बस्ती से 100 मीटर दूर है उसमे सबसे ज्यादा जाटव फिर गुर्जर भाई पढ़ रहे है साथ मे ।लेकिन वाल्मीकि समाज का 1 बच्चा भी नही है वहा पर । सबसे पहले वाल्मीकि झाड़ू का काम छोड़े और शिक्षा की ओर जाए।
भंगी कभी भी इस बात पे विचार नही करेंगे की तुम लोग रिजर्वेशन का फायदा कैसे लोगे सभी एग्जाम मैं मिनिमम क्वाली फाइंग मार्क्सआलो है अनुसूचित जाति की कट ऑफ उसे मिनिमम क्वालीफाइंग मार्क्स के लगभग बराबर रहती है जब भंगी समाज मिनिमम क्वालीफाइंग मार्क्स ही नहीं ला पाएगा तो रिजर्वेशन को तो ब्राह्मणों को ट्रांसफर कर दिया जाएगा एक तरफ ब्राह्मण है जो अपने समाज के सभी की आवाज अच्छे से उठता है आज उसके समझ में सबसे ऊंचे पदों पर भी वह लोग एकाधिकार में बैठे हैं लेकिन जनरल में कभी भी फूट नहीं हुई की मेरा हक किसी ने खा लिया वह अब अपने साथ कुछ तो के लिए भी मंदिर के लिए संघर्ष करते हैं पर भंगी समाज ने पता नहीं अपने समाज में इतने लोगों को कितना ऊपर उठते देख लिया की जलने लगे भंगी लोगों को इस बात से प्रॉब्लम नहीं है कि 50% सीटों को खाली रखा जाता है और कई सीटों पर नॉट फाउंड सूटेबल करके उन सीटों को जनरल में ट्रांसफर कर दिया जाता है और कॉलेज में जब वैकेंसी निकाली जाती है तो वहां पर सभी कॉलेज के अलग अलग वैकेंसी निकाली जाती है जिसमें रोस्टर एक्ट लगाया जाता है जिससे हमारा रिजर्वेशन ही नहीं मिलता हम मुझे पदों पर बैठी ही नहीं पाते हैं सुप्रीम कोर्ट में भी कॉलेजियम सिस्टम लागू है वहां पर ब्राह्मणों का एकाधिकार है लेकिन ब्राह्मण समाज में कभी यह फुट नहीं पड़ी कि उनका हक किसी ने खा लिया और मुझे तो यह समझ नहीं आता तुम्हारा हक्का कैसे लिया जब सभी को सेम कंडीशन सभी की कट ऑफ समान है रही बात तुमसे आगे रहने की तो तुमने वाल्मीकि को चुना है जो की एक ब्राह्मण था और हमने डॉ बी आर अंबेडकर को चुना है जो कि तुम्हारे समाज से आते हैं फिर भी हम उन्हें अपना सब कुछ अपना भगवान मानते हैं
यह बात सिर्फ पढ़ने तक ही सीमित नहीं है मैं भी चमार हूं और कम पढ़ा हूं मैंने अपने भाई को पढ़ा लिखा कर इस काबिल बनाया कि वह कुछ कर सके वह सरकारी नौकरी लेकर बैठा है और आज वह मेरा घर का हिस्सा ही खा गया और कोर्ट में उसकी जान पहचान होने के कारण मेरी कोई सुनवाई नहीं करता मैं तो कहूंगा कि हमारे यहां पढ़े लिखे हमारे भाई ही अत्यंत बेईमान है आरक्षण आए के आधार पर होना चाहिए
भाई..इसमें कोई चमार प्रतिनिधि नहीं है, ये दल्ले बैठे हैं . मायावती या चन्द्रशेखर कुछ कहे तो मान भी लू, भीम आर्मी, बीएसपी का कोई प्रतिनिधि हो तो भी मान लेता, इन लोगों का अपना कोई ठिकाना है नहीं, समाज को हिदायत देने चले हैं
बाल्मीकि भाई आपको बताने की जरूरत नहीं है आप केसे हैं, हम जानते हैं, आप हमारे ही भाई हैं। वर्गिकर्ण हो ना हो, भाईचारा ख़त्म नहीं होना चाहिए। ना बाल्मीकि ने चमारो को अछूत बनाया ना चमारो ने बाल्मीकि को. दोनों को ब्राह्मणों ने अछूत बना राखा है. . . .
आज मेरे बाल्मीकि भाई को सब आरएसएस का कहने वाले चमारो। जरा ये भी बताओ कितने चमार बीजेपी / कांग्रेस में हैं। वो सबसे बड़े गद्दार हैं समाज के। कांग्रेस को भाजपा से कम जातिवादी मत समझो। निजीकरण की शुरुआत कांग्रेस ने की। 10 साल कांग्रेस 2004-2014. कांग्रेस का राज था बहुमत से, क्या OPS लागू किया, ठीकेदारी ख़त्म की???. एससी एसटी के बैकलॉग भरे,? .. आज सारे ज्ञान पेल रहे हैं।
दलितो की 460 जातियाँ ऐसी हैं जिनकी जनगणना 1000 से कम है और लगभग 260 जातियाँ जिनकी जनसंख्या 1000-10000 के बीच है.. सरकार की दलित फैक्ट्री अभी भी चल रही है, हम पता नहीं कब जागेंगे। कल को ये भी कहेंगे अलग करो...
मैं एक वाल्मीकि हूं और मेरी पत्नी चमार है। ये वक्त एक होने का है न कि अलग होने का। ये सरकार फूट डालने की राजनीति कर रही है। मैं सरकार की इस नई साजिश से अवगत हूं। हम सबको एक ही रहना है अलग नहीं होना। एकजुट रहिये।
हम बहुजनो को मनुवादीयों ने 6000 हज़ार से भी अधिक मे बाट कर राज किया बाबा साहब ने हमे 6000 हजार मे बट्टे को 3 कटेगरी मे एक किया तब जाकर आज हमे थोड़ा ताकत मिला है यह देखकर मनुवादी घबराए हुवे है फिर से हमे एक खंड से हज़ारों खंड मे बाटकर हमारे ताकत को कमजोर करना चाह रहे फिर से हमे देश के सभी संसाधनो से बाहर करना चाह रहे है हमे मनुवादीयों के बिछाए जाल मे फंसकर बाटना नहीं चाहिय और अपने ताकत को कमजोर नहीं करना चाहिय हम जब पढ़ेंगे तभी किसी चीज़ का लाभ मिलेगा आरक्षण का लाभ मिलेगा इस लिए हम मनुवादीयों को संयंत्र को समझे आपस मे बट्टे नहीं अपनी चट्टानी एकता बरकरार रखे अपने एक रोटी कम खाए अपने बच्चे को जितना हो सके उतना अच्छी शिक्षा दे
झूठ बोल रहे आप सरकार के नाम से, सरकार का इसमें कोई लेना देना नहीं है, ये सलाह सुप्रीम कोर्ट ने दी है सम्पन्न व लोगो सबल लोग अपना टुकड़ा सुरक्षित करने के लिए गरीबो को कभी जाति के नाम पर कभी जाति फुट के नाम से उन्ही को बहका रहे है जिनके लाभ को ये पीढ़ियों से खाते रहे है
Supreme court. Ka. Order h. Tau. Yh. ....or 2005. N near about. Hi. Inka. Ekatha. Kea gya tha pahla yh. Alag. Alag. Hi. Tha. ...or. ObC. M. Bhe. BC A or. BCB. H. ...
Chamar smaj ko bhi us ki janganana ke anupat me reservation de dena chahiye, or chamar smaj me creamy layer bhi honi chahiye, taki garib chamar smaj ke log bhi nokri lag ske.
@@amitsahota7603sabka cast census kra lo kiya problem hai sab ko unki population ke according de do or phir un par rahne do vo creamy layer lagana chahte hai ya nahi.
Are bhai valmiki samaj ka koi ias bana kay aaj tak are tumhare cast ke log jab tak safai ka Kam chod nahi dete to phir tum agar padoge nahi to phir tumara kay fayada wahi no compitition wala job karte ho
बड़े भाईयों से ऐक गुजारिश है कि, वाल्मिकी समाज को आगे बढ़ने में सहयोग करें। सफाई के पेशें में से ठेकदारी प्रथा बंद करने में वाल्मिकी समाज को सहयोग दें। 👌👌🙏🙏👍
Satta me jab sc st ki independent party ki bhagidari badhegi, to thekedari to khatam hogi hi. Tab tak ye kaam chhor kar padhai likhai par jor do jitna ho sake. Dusri baat he Buddhism ki taraf aage badho, Hinduism ka daman chhoro, ekdum se to nahi, lekin dhire dhire vikas hoga, nizi dhandho me bhi tarrakki ho sakti he.
Sab se phele valmiki bhaiyo ko ye saaf safai ka kaam chodho kalam apnao padho likho kuch phi karo bussness karo koi bhi job karo tabhi samaj aage badhega Dr bhim rao ne kha tha shikkshit bano sangharsh karo sanghtist Raho 3 no niyam ko kuch padhe likhe valmiki tho follow karte h but jadha kar nhi karte
बहुत सारे लोग आज भी मेरे knowleged में है जो झाड़ू छोड़ के कलम पकड़ना ही नही चाहते। इनको मैने कई बार समझाया। धार्मिक चीजे अपनी जगह है। लेकिन पड़ना बहुत जरुरी हे।
वाल्मीकि समाज के बुजुर्गो का कहना बिल्कुल सत्य है वाल्मीकि समाज के लोग न्यायिक धैर्य समझदारी व अच्छी तम्मीज से अपनी बात रखते हैं लेकिन चमार समाज के लोग उछल उछल कर व बहुत ही बत्तमीजी से बात करते हैं अक्सर ऐसा देखा गया है ये लोग एक दम घमण्डी बातें करते हैं अपने को एक दम अलग दिखाते हैं जब कि चमार समाज के लोग चंवर वंश से आते हैं जो कि राजपूत होते थे ये बांटने का काम तो अंग्रेजो ने किया है फिर भी बाल्मीकि समाज को न्याय मिलना चाहिए
बाणी में संयम होना चाहिए। दूसरी बात क्या चमार या जाटव या अन्य किसी ने बाल्मीकि समाज या अन्य किसी समुदाय को पढ़ने या फार्म भरने से रोकता है या कभी रोका है। जो समाज पढ़ेगा,वही आगे बढ़ेगा।आपस में लड़ना ठीक नहीं है। जय भीम नमो बुद्धाय,जय संविधान।
Aur Bhai sabse galat baat to ye lagi mujhe ki unke sath meeting krne ki jarurat hi kya thi..order supreme court bench ka hai..kuch na kr sakte ye...lagane do jor....
देखो भाइयों... पूरे सोशल मीडिया पर सवर्ण लोगों द्वारा ये बात कही जा रही है कि उन्हें मौका दो जो पीछे रह गए हैं, और आप लोगों को ये पता है की ये वही लोग हैं जो आरक्षण का विरोध हमेशा करते हैं और ये वही लोग हैं जो कि हजारों हजार सालों से हम लोगों को ऐसी हालत में लाने वाले ये लोग हैं। जब थोड़ी सी बात के लिए ये हाल है तो कैटेगरी बन जाने पर एक दूसरे के खून के प्यासे हो जाओगे, और इन लोगों का मंसूबा फिर से कामयाब हो जाएगा, तुम फिर से हजारों साल के लिए इन लोगों के गुलाम हो जाओगे। एकता बना कर रखिए, जितना प्रतिशत मिल रहा है उसपे पूरे एससी एसटी का हक है और अपनी अपनी योग्यता बढ़ाइए और शिक्षित और संघर्ष कीजिए। एक दिन पूरा समाज आगे आ जाएगा जो कि इन सामंतियो को देखा नहीं जा रहा है। अगर इतनी ही इनको फिक्र है तो दे दो अलग से 10% और एससी एसटी को जैसे GEN को बिना सिर पैर के दे दिया। मगर ये लोग सिर्फ आपस में फूट डालो और राज करो वाली राजनीति कर रहे हैं। एससी और एसटी में कैटेगरी का कोई मतलब नहीं है, जिसका हम भरपूर विरोध करते हैं।
@@yudhveersajwan3765 बांटने का काम हिंदू ग्रंथों ने किया है अंग्रेजो ने बिना जाति देखें अछूतों को नौकरी दी, सेना में भर्ती की। रेलवे में भर्ती की। जीने की नई दिशा दी। साइमन कमीशन ने तो एससी एसटी और ओबीसी का सभी अधिकार दे दिए बाबासाहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर साहब जी के सहयोग से बाबासाहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर साहब जी ने एकता और अखंडता की बात कही थी लेकिन दलित समाज सिर्फ एक बयान से टूट गया। अरे तुमलोग कोटे में कोटे की बात कर रहे हो और वो लोग ईडब्ल्यूएस में आरक्षण ले रहे हैं।
सरकार यदि वास्तव में बाल्मीक समाज का हित करना चाहती है तो जिन लोगों को अभी तक आरक्षण लाभ नही मिला उनकी शिक्षा के लिए बिशेष प्रावधन करे तभी सच्चा सामाजिक न्याय होगा
मेरे भाई आरक्षण का इतिहास पढ़ लो आरक्षण में सबसे ज्यादा शहीदी वाल्मीकि समाज के लोगों ने दी थी और अंबेडकर साहब का साथ देने वाले वाल्मीकि समाज के अधिक लोग थे आरक्षण का प्रावधान भी वाल्मीकि समाज का ही था आरक्षण के लिए शहीद होने वाले भी वाल्मीकि समाज के ही लोग थे इसीलिए वाल्मीकि समाज अपना हक मांग रहा है इसका मतलब यह नहीं के वाल्मीकि समाज हर बार संघर्ष करता रहे और आप वह चीज वाल्मीकि समाज से छीन कर ले ले और आराम से बैठकर खाते रहे
Bhai suppose kar tumhe arakshan 5% mil gya aur ab vacancy ati hai graduation aur engineering se ab ap pade likhe to hoi nhi to ap form apply nhi kar sakte aur ab vo 5% vacancy general category kha jayegi samjhe ap
@@Rakeshkumar-ul9yd to bina pade likhe ko supream court ka judge bna de..Quality and eligibility name ki bhi chiz hoti h....agar aaj tere father bimar pad jaye ...aur sc/st ka banda Jo 36% marks par doctor bana h to kya ilaz badhiya kar sakta h...?? Kai jagah eligibility must h..reservation se gadhe thodi bhar lenge
मेरे गांव में 50 घर है बाल्मीकि समाज के जिनमें से 20 घर मे सरकारी नोकरी है सफ़ाई कर्मचारी की दो घर मे पुलिस कांस्टेबल हैं लेकिन सफाई कर्मचारियों को तो छोड़ो जो पुलिस में हवलदार हैं उनके बच्चे भी सारा दिन आवारा घूमते हैं लडाई झगड़ा करते हैं शराब पीते हैं शिक्षा से उनका कोई नाता ही नही है फिर आरक्षण लेकर भी क्या करोगे तुम लोग
Mere gaon me jatav samaj ke 80 Ghar hai par koi bhi 10 vi se jyada nahi pada hua jabki balmiki ke 10 Ghar hai par sabhi ki achhi nokri hai or jatav veldar mistri or saravi hai or valmiki parivaro Mai koyi bank mai koyi foji to koyi police officer hai
बिल्कुल सुप्रीम कोर्ट के फैसले एससी आरक्षण में वर्गीकरण के फैसले का स्वागत करते हैं इन बड़े भाइयों को तकलीफ़ तो होगी ही क्योंकि छोटे भाई अपना हक़ चाहते हैं।
Jab reservation itne saal se chal rha h to uska fayda kyu ni utha rahe tum log bhai jhadu ko chod k kalam pakdoge tbhi kuch ho payega tum logo ko kisi ne mana thodi kiya h padhne likhne se or ye sab aaraksan ko khtm krne ki sajis h supreme court k manuvadi judge or rss ki jo tum jaise log nhi smjhege
यदि वाल्मीकि समाज को कोटा में कोटा मिला तो क्या सफाई का काम छोड़ देगे।वाल्मीकि समाज कह रहा है जाटव समाज आगे नही बढ़ने नही दे रहे क्या मेरिट जाटव समाज बनाता है क्या जाटव समाज आपको सफाई के लिए कहता है।
वाल्मीकि वाल्मीकि भाइयो को आरक्षण देकर ऊपर उठाना चाहिए उनके बच्चों को पढ़ने के लिए समान अवसर मिलने चाहिए तथा उनके बच्चों को हर महीने कम से कम 5000 का वजीफा मिलना चाहिए और बाकी जातियों जो गरीब जाती है लोहार है धनक है घुमंतू जातियां हैं लोहार की जाती है और अन्य पिछड़ा वर्ग जो जनजातीय जंगलों में रहते हैं आदिवासी वर्ग है उन सब को आरक्षण देना चाहिए अब आरक्षण सिर्फ और सिर्फ इन्हीं लोगों को मिलना चाहिए और कम से कम 40% आरक्षण ताकि यह तरक्की कर सके
SC ke lea bhi qualifying marks hote hain govt service ke lea minimum 40 percent padhge tabhi toh qulifying marks le paooge pahele pahle service mein form fill karne ke layak toh bno . Tabi aage badhoge . Please apna patrik kam unko mat doo school bhejo gahar pr bhi dhayan doo . Ghar pr bhi dhayan doo ki teacher ne jo home work diya h usko karwaoo.
वाल्मिकी भी अपने भाई है, वाल्मिकी भाईयों से अनुरोध है सभी भी अपने समाज को पड़ने के लिए प्रोत्साहित करे आप आगे बढ़ेंगे तो हम सभी आगे बड़ेंगे मैं अभी भी अपने नगर में देखता हू वाल्मिकी भाई पढ़ने पर काम nhi कर रहे है और सरकार अपना काम फूट डालो और राज करो में कामयाब हो रही है🙏
पहले झाडू छोडो़, मेहनत मजदूरी कर बच्चों को पढाओ। मनुवादी लालच धन का लालच दे तो भी सेप्टिक टैंक या गटर में मत उतरो। बच्चों को इस हीन कर्म से दूर रखो। बस शिक्षा और शिक्षा पर ध्यान देंगे तभी ऊपर वाली सीढी़ का सफर तय होगा। यह काम हथेली में सरसों उगाने जैसा नहीं है। समय लगेगा। फिर कोई हमें बांटने का प्रयास नहीं करेगा। जय भीम।
@@true5839ku bhai seftik tank me jatav ku jayge valmiki samaj ko jabran nahi bheja jata vo khud jate ha sidhi. Si bat ha jo padhega nahi vo jayga saftik tank me fir char vo jatav ho ya valmiki
बिना जनगणना के कुछ नहीं होना चाहिए वाल्मीकि समाज आठवीं कक्षा तक ही पढ़ते हैं और सफाई कर्मचारी में लग जाते हैं और मैंने 12th और ग्रेजुएशन की है लेकिन आज तक एक भी वाल्मीकि समाज का विद्यार्थी अपनी कक्षा में नहीं देखा हमारे समाज के परिवार वाले चाहे कैसे भी हो आर्थिक स्थिति में लेकिन हमें पढ़ते हैं वाल्मीकि समाज आज यह हमारा हक भी हमसे लेना चाहते हैं
सरकार यदि दलित हितैषी है तो दलितों में फूट डालने के बजाय, वाल्मीकि या अन्य जातियां जिसे आरक्षण की सुविधा नहीं मिल सकी, उन्हे शिक्षा में सुविधा और EWS १०% की तरह ही अलग से १०% आरक्षण जल्द से जल्द देना चाहिए, अन्यथा सब दलितों को मिलकर EWS की तरह आरक्षण मांगना चाहिए, आपस में विरोध करना अच्छी बात नहीं, क्योंकि अब सरकारी नौकरी कम कर दी गई हैं, आपस में लड़ना ठीक नहीं
हमारे मोहल्ले में एक वाल्मीकि परिवार है जिनके घर में एक भी सदस्य सरकारी नौकरी में नहीं है फिर भी उस परिवार के बच्चों का शिक्षा से दूर दूर तक कोई नाता नहीं है
बाबासाहेब आंबेडकर एक व्यक्ति नही एक विचारधारा थे जिन्होंने पूरी जिंदगी बलिदान देकर न सिर्फ भारत के दलित समाज को बल्कि भारत की सारी जनता को एक अच्छा संविधान बना कर संखिया के आधार पे उसका हक़ देने की कोशिश की मगर अफसोस उन्ही के समाज की हकमारी हो रहि है।
भंगी कभी भी इस बात पे विचार नही करेंगे की तुम लोग रिजर्वेशन का फायदा कैसे लोगे सभी एग्जाम मैं मिनिमम क्वाली फाइंग मार्क्सआलो है अनुसूचित जाति की कट ऑफ उसे मिनिमम क्वालीफाइंग मार्क्स के लगभग बराबर रहती है जब भंगी समाज मिनिमम क्वालीफाइंग मार्क्स ही नहीं ला पाएगा तो रिजर्वेशन को तो ब्राह्मणों को ट्रांसफर कर दिया जाएगा एक तरफ ब्राह्मण है जो अपने समाज के सभी की आवाज अच्छे से उठता है आज उसके समझ में सबसे ऊंचे पदों पर भी वह लोग एकाधिकार में बैठे हैं लेकिन जनरल में कभी भी फूट नहीं हुई की मेरा हक किसी ने खा लिया वह अब अपने साथ कुछ तो के लिए भी मंदिर के लिए संघर्ष करते हैं पर भंगी समाज ने पता नहीं अपने समाज में इतने लोगों को कितना ऊपर उठते देख लिया की जलने लगे भंगी लोगों को इस बात से प्रॉब्लम नहीं है कि 50% सीटों को खाली रखा जाता है और कई सीटों पर नॉट फाउंड सूटेबल करके उन सीटों को जनरल में ट्रांसफर कर दिया जाता है और कॉलेज में जब वैकेंसी निकाली जाती है तो वहां पर सभी कॉलेज के अलग अलग वैकेंसी निकाली जाती है जिसमें रोस्टर एक्ट लगाया जाता है जिससे हमारा रिजर्वेशन ही नहीं मिलता हम मुझे पदों पर बैठी ही नहीं पाते हैं सुप्रीम कोर्ट में भी कॉलेजियम सिस्टम लागू है वहां पर ब्राह्मणों का एकाधिकार है लेकिन ब्राह्मण समाज में कभी यह फुट नहीं पड़ी कि उनका हक किसी ने खा लिया और मुझे तो यह समझ नहीं आता तुम्हारा हक्का कैसे लिया जब सभी को सेम कंडीशन सभी की कट ऑफ समान है रही बात तुमसे आगे रहने की तो तुमने वाल्मीकि को चुना है जो की एक ब्राह्मण था और हमने डॉ बी आर अंबेडकर को चुना है जो कि तुम्हारे समाज से आते हैं फिर भी हम उन्हें अपना सब कुछ अपना भगवान मानते हैं
Baba shaheb ko adhar mankar shichha ko ku nahi apanaya .baba shaheb ko adarsh kabhi mana mana jhadu lagana ku nahi band kiya sc st k bahut se jati k log apane mool dhandhe ko chhod kar shichha ko apanaya aur apane bachho ko Aaj bhi mehanat majduri kark paddha rahe hai.lekin kisi gulami nahi kiya.es liye jo kuchh Karo pahale bachhe ko padhao .vaise bhi sab nijikaran ho gaya.arachhan kitabo me rahega. Jameen par kuchh nahi hai .🎉
जिस दलित भाइयों ने आरक्षण कोटे की मलाई पिछले 70 सालों से मलाई खाई है उन लोगों को आरक्षण कोटा अपने गरीब भाईयों के लिए छोड़ना चाहिए ताकि उनका भी भला हो हम सुप्रीम कोर्ट के फैसले के साथ है
यह कहना गलत है कि जनसंख्या में लगभग 85 फीसदी SC, St, व Obc को संविधान के अनुसार क्रमशः 15 फीसदी , 7.5 फीसदी व 27 फीसदी कुल 49.5 फीसदी आरक्षण का ही लाभ मिलेगा एवं जनरल के लिये निर्धारित 50.5 फीसदी पोस्ट का लाभ नही मिलेगा ! सबसे पहले 50.5 फीसदी चयन सूची श्रेष्ठता के आधार पर ही बनायी जाती है जिसको जनरल कैटेगरी की ही सूची मानी जाती है । इसमें SC / ST / OBC किसी का भी मेरिट के आधार पर चयन हो सकता है । तत्पश्चात् बचे हुये SC / ST की 22.5 फीसदी सीटे तथा OBC की 27 फीसदी सीटों की चयन सूची अलग से बनायी जाती है। इस प्रकार देखा जावे तो जनरल के लिये कोई रिजर्वेशन ही नही है, यदि SC / ST / OBC के मार्क्स जनरल अभ्यर्थी से अधिक आते हैं तो ! रही बात 10 फीसदी EWS का आरक्षण, तो कोई भी SC / ST / OBC यदि EWS की शर्त पूरी करता है तो वो भी इसका पात्र है , बशर्ते उसने जनरल कैडिडेट की हैसियत से आवेदन प्रस्तुत किया हो । अतः माननीय सुप्रीम कोर्ट का आदेश वास्तव में ऐसे 98 फीसदी दलितो व इस समाज की विभिन्न जातियों के उत्थान के लिये मील का पत्थर है, जिनको अभी तक सरकारी नौकरियों में आरक्षण / भागीदारी नही मिली है । क्या बाबा साहेब की यही मंशा नही थी ? देशहित में ज्यादा कुतर्क करना ठीक नही है…..! #Dalit #OBC #highlight #follower #Politics
@@poonambauddh7712 सरकार से क्या सवाल करना है मैडम???.....सोचिए इस भाई ने इतनी सरल भाषा में ये बात समझाई वो भी आपको समझ नही आ रही है।.....यही है आरक्षण का दुष्परिणाम ....इसीलिए आप लोग कोर्ट के नए फैसले का बिना किसी ज्ञान का विरोध कर रहे हैं।
Tere alg algse se archhan chahiye balmik dobi ,danuk nai sb ko alg alg Archhan Dena CHAHIYE modi Sarkar ko chmro ka archhan nahi chhinna chahiye ye log baba sahib ke DAMAD LOG HE BAKI JAI BHAD ME YAHI CHAMRO KA SOCHNA HE 70 SAL SE BABA KE NAM PER MALAI khate aa rahe aab coet bola to pet me Dard suru ho gaya salo ke
मैं बाल्मीकि भाई से एक बात कहना चाहता हूं, अगर आप लोग अपने बच्चों को पढ़ाते हैं तो आपको आगे बढ़ने से कोई रोक नहीं सकता, जब यह लोग इतने ही हितेषी है आपके तो आप हमारी तरह इनके साथ बैठकर दिखादे तब आपको पता चल जाएगा कि इनके दिमाग में क्या चल रहा है, बाल्मीकि समाज में कई सांसद होता है फिर वह आपके लिए क्यों आवाज नहीं उठाते है, जाटव समाज आपको सम्मान देते हैं, आपकी आवाज को संसद में उठाते हैं, सरकार सिर्फ आप लोगों को अलग करना चाहती है 😢😢😢😢 जय भीम नमो बुद्धाय जय बाल्मीकि
देश को 77 साल हो गए आजाद हुए आज तक एससी एसटी बिजली जाति का आरक्षण नहीं भरा है विशेष अभियान चलाकर पिछड़ी जाति अनुसूचित जाति जनजाति का आरक्षण पूरा करवा दे वाल्मीकि समाज मोदी सरकार से वाल्मीकि समाज मांग करें के आरक्षण को भर दो सभी वाल्मीकि समाज नौकरी कर लेंगे
वाल्मीकि समाज को शिक्षा पर बल देना चाहिए।आरक्षण का लाभ भी तब ही मिल पाएगा।अंग्रेजी काल के बाद आज सभी समाज अपने पुरातन कार्यों से अलग हो गए है।इसलिए धन कार्यकुशलता भी काम हो गए है।आज जब हम भारतीय इतिहास देखते है तो समझ आने लगा है आज हम जिन्हे sc या दलित कह रहे है वह skill लोग थे।इंजीनियर और उद्यम इन्ही के कंधो पर था।भारत भी सोने की चिड़िया बना हुआ था।आज वही स्किल सीखने के लिए हमें बड़े बड़े संस्थान बनाने पड़ रहे है।परंतु अब हमे इन्ही संस्थानों से skilled एंड educated बनना होगा।
हमारे चमार समाज ने चमड़ा छोड़ कर अपने बच्चो को पढ़ाया है जिससे उन्होंने अपनी मेहनत करके आज आगे बढे है मेने आज तक होने आस पास के स्कूल मै बाल्मीकि को पड़ते नहीं देखा फिर कहा से आएगी नौकरी 😊
मैं न्यायालय का सम्मान करता हूं कोटे में कोटे प्रावधान का क्योंकि वाल्मिकी समाज बहुत पीछे रह गया है और सारा कोटे का हक कोई और खाए जा रहा है अब समय आ गया वाल्मिकियों को अपना हक चाहिए बात खत्म।
सुप्रीम कोर्ट का आदेश है कि वर्गीकरण हों और इसको प्रदेश सरकार में लागू करें और DSC समाज को न्याय मिलना चाहिए 🙏 धन्यवाद जलद से जलद लागू किया जाएं जय भीम जय संविधान जय DSC समाज
Bol 85 Jai moolnivasi Jai bhim Jai bharat Jai Samvidhan Namo buddhay Jai moolnivasi Jai ambedkarwaad Jai ambedkarwaadi Jai vigyan 🐘🐘🐘🐘🐘👑👑👑👑👑🙏🙏🙏🙏🙏🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳💙💙💙💙💙✍️✍️✍️✍️✍️🖊️🖊️🖊️🖊️🖊️🌹🌹🌹🌹🌹🪔🪔🪔🪔🪔💪🗡️💪🗡️💪
भंगी कभी भी इस बात पे विचार नही करेंगे की तुम लोग रिजर्वेशन का फायदा कैसे लोगे सभी एग्जाम मैं मिनिमम क्वाली फाइंग मार्क्सआलो है अनुसूचित जाति की कट ऑफ उसे मिनिमम क्वालीफाइंग मार्क्स के लगभग बराबर रहती है जब भंगी समाज मिनिमम क्वालीफाइंग मार्क्स ही नहीं ला पाएगा तो रिजर्वेशन को तो ब्राह्मणों को ट्रांसफर कर दिया जाएगा एक तरफ ब्राह्मण है जो अपने समाज के सभी की आवाज अच्छे से उठता है आज उसके समझ में सबसे ऊंचे पदों पर भी वह लोग एकाधिकार में बैठे हैं लेकिन जनरल में कभी भी फूट नहीं हुई की मेरा हक किसी ने खा लिया वह अब अपने साथ कुछ तो के लिए भी मंदिर के लिए संघर्ष करते हैं पर भंगी समाज ने पता नहीं अपने समाज में इतने लोगों को कितना ऊपर उठते देख लिया की जलने लगे भंगी लोगों को इस बात से प्रॉब्लम नहीं है कि 50% सीटों को खाली रखा जाता है और कई सीटों पर नॉट फाउंड सूटेबल करके उन सीटों को जनरल में ट्रांसफर कर दिया जाता है और कॉलेज में जब वैकेंसी निकाली जाती है तो वहां पर सभी कॉलेज के अलग अलग वैकेंसी निकाली जाती है जिसमें रोस्टर एक्ट लगाया जाता है जिससे हमारा रिजर्वेशन ही नहीं मिलता हम मुझे पदों पर बैठी ही नहीं पाते हैं सुप्रीम कोर्ट में भी कॉलेजियम सिस्टम लागू है वहां पर ब्राह्मणों का एकाधिकार है लेकिन ब्राह्मण समाज में कभी यह फुट नहीं पड़ी कि उनका हक किसी ने खा लिया और मुझे तो यह समझ नहीं आता तुम्हारा हक्का कैसे लिया जब सभी को सेम कंडीशन सभी की कट ऑफ समान है रही बात तुमसे आगे रहने की तो तुमने वाल्मीकि को चुना है जो की एक ब्राह्मण था और हमने डॉ बी आर अंबेडकर को चुना है जो कि तुम्हारे समाज से आते हैं फिर भी हम उन्हें अपना सब कुछ अपना भगवान मानते हैं
वंचित समाज के सम्मानित विद्वान् व्यक्तियों ने जो आज की मीटिंग मे कहा वो एक दम सत्य है वर्गीकरण होना बहुत जरूरी ताकि छोटे भाई का सुधार हो सके l जो बड़े भाइयों ने कहा उसमे सिर्फ स्वार्थ पन है उनका वो नहीं चाहते की छोटे भाई की आर्थिक स्थिति मे सुधार हो l हम माननीय सुप्रीम कोर्ट के फेसले का स्वागत करते हैं l जय सुप्रीम कोर्ट जय जय भीम जय संविधान
देखो भाइयों... पूरे सोशल मीडिया पर सवर्ण लोगों द्वारा ये बात कही जा रही है कि उन्हें मौका दो जो पीछे रह गए हैं, और आप लोगों को ये पता है की ये वही लोग हैं जो आरक्षण का विरोध हमेशा करते हैं और ये वही लोग हैं जो कि हजारों हजार सालों से हम लोगों को ऐसी हालत में लाने वाले ये लोग हैं। जब थोड़ी सी बात के लिए ये हाल है तो कैटेगरी बन जाने पर एक दूसरे के खून के प्यासे हो जाओगे, और इन लोगों का मंसूबा फिर से कामयाब हो जाएगा, तुम फिर से हजारों साल के लिए इन लोगों के गुलाम हो जाओगे। एकता बना कर रखिए, जितना प्रतिशत मिल रहा है उसपे पूरे एससी एसटी का हक है और अपनी अपनी योग्यता बढ़ाइए और शिक्षित और संघर्ष कीजिए। एक दिन पूरा समाज आगे आ जाएगा जो कि इन सामंतियो को देखा नहीं जा रहा है। अगर इतनी ही इनको फिक्र है तो दे दो अलग से 10% और एससी एसटी को जैसे GEN को बिना सिर पैर के दे दिया। मगर ये लोग सिर्फ आपस में फूट डालो और राज करो वाली राजनीति कर रहे हैं। एससी और एसटी में कैटेगरी का कोई मतलब नहीं है, जिसका हम भरपूर विरोध करते हैं।
वर्तमान समय में वाल्मीकि समाज लोहार तेली थानक बंजारा समाज घुमंतू जनजातियों आदिवासी समाज इन सब को आरक्षण की ज्यादा जरूरत है देश में सब बाकी जातियां जो तरक्की कर चुकी है उनका आरक्षण भी इन भाइयों को देनाचाहिए तथा यह आरक्षण बढ़कर काम से कम 30 40% करना चाहिए जो सिर्फ इन्हीं को मिले बाकी जो जाती है तरक्की कर चुकी है उनसे आरक्षण वापस ले लेना चाहिए
हमे सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का स्वागत करना चाहिए, ताकि समाज में आर्थिक सामाजिक और शैक्षणिक आधार पर पिछड़े समाज को आगे बढ़ने का मौका मिलें । जय भीम जय संविधान ।
जो बहुजन भाई समाज से अलग होने की बात करके समाज को बांटना चाहते हैं उन्हें CM योगी की बात पर जरूर अमल करना चाहिऐ कि "बटेंगे तो कटेंगे" तथा "एक जुट रहेंगे तो सुरक्षित रहेंगे"।जिन लोगों ने आजतक दूसरों को आपस में लङाकर राज किया आज वो हमारे समाज को लङाकर अपने समाज को एक जुट होने की बात करता है। बहुजन भाइयो जागो ये समय एक जुट होने का है वरना पछताने के सिवा कुछ नहीं बचेगा।भले ही CM ने ये बात किसी और के लिऐ कही हो लेकिन यह सभी के लिऐ सच है।
इस नकली महापंचायत से मेरा अनुरोध है पहले मुद्दा सही चुनो फिर चर्चा करो पहले मुद्दा ये है आपकी नौकरियों को privatise करके लिया गया तब आप कहां थे । उसे वापस कैसे लोगे । जो सीट आपकी खाली है उसे general se kyu bhar rahe hai बहस ये करो ये कैसे वापस मिलेगा
Bhai inhone bola ki vacancya he nahi hai toh ye ladai kyo kar rahe hai? Or yahi baat education ki kar rahe hai toh me aap ko bata du valmiki samaj me education k mamle me ek se badhkar ek Yuva hai.
@@rajeshkumardalak7567 or agr jhadu lga ke koi apne bacho ko Shiksha dilwa raha hu.. to usme koi kmi nhi h. . Humari mata pita ne ye kaam kiya hai..Hume shikshit bhi kiya lekin kya kre..Rajneta or uper ke adhikari to jaari vishesh ke hai.. jo is kahavat pr kaam krte hai..अंधी बाँटे रेवड़ी फिर फिर अपने को दे..
Sir सर हमने इस केस को 20 साल कोर्ट में लड़ा है मैं पवन सिंहवाल्मीकि और उसके बाद माननीय सुप्रीम कोर्ट ने इसका फैसला दिया है कोई हवा में ही नहीं आया यह अगर इसकी पूरी कैसे की जानकारी चाहिए तो मुझे फॉलो करो
देखो भाइयों... पूरे सोशल मीडिया पर सवर्ण लोगों द्वारा ये बात कही जा रही है कि उन्हें मौका दो जो पीछे रह गए हैं, और आप लोगों को ये पता है की ये वही लोग हैं जो आरक्षण का विरोध हमेशा करते हैं और ये वही लोग हैं जो कि हजारों हजार सालों से हम लोगों को ऐसी हालत में लाने वाले ये लोग हैं। जब थोड़ी सी बात के लिए ये हाल है तो कैटेगरी बन जाने पर एक दूसरे के खून के प्यासे हो जाओगे, और इन लोगों का मंसूबा फिर से कामयाब हो जाएगा, तुम फिर से हजारों साल के लिए इन लोगों के गुलाम हो जाओगे। एकता बना कर रखिए, जितना प्रतिशत मिल रहा है उसपे पूरे एससी एसटी का हक है और अपनी अपनी योग्यता बढ़ाइए और शिक्षित और संघर्ष कीजिए। एक दिन पूरा समाज आगे आ जाएगा जो कि इन सामंतियो को देखा नहीं जा रहा है। अगर इतनी ही इनको फिक्र है तो दे दो अलग से 10% और एससी एसटी को जैसे GEN को बिना सिर पैर के दे दिया। मगर ये लोग सिर्फ आपस में फूट डालो और राज करो वाली राजनीति कर रहे हैं। एससी और एसटी में कैटेगरी का कोई मतलब नहीं है, जिसका हम भरपूर विरोध करते हैं।
Tumare Samaz ko eb fir tumhi barbad karoge. Aur 20 saal pehle bhi. Aapka chamar jatav kha gaya. Wah re gazab ki soch payi aapne Aur agar jadoo ni choda aur education ni liya isse bhi halat kharab ho jayenge
वाल्मीकि को हिस्सा लेने से किसने रोका आरएसएस का बीजेपी की चाल को नहीं समझ पा रहे हो आप लोग। जो इतनी तपस्या के बाद मिलाया सब चला जाएगा दोबारा फिर कीचड़में कूदोगे।
Sc, st, bhai bhai hain ye valmiki samaj manuwadiyon ki salah lete hain to manuwadiyon ki kya niyat hai sc, st ke khilaaf pura desh janta hai Jai bhim Jai chamarvansh Jai bharat Jai Samvidhan Namo buddhay Jai moolnivasi Jai ambedkarwaad Jai ambedkarwaadi Jai vigyan 🐘🐘🐘🐘🐘🐘👑👑👑👑👑🙏🙏🙏🙏🙏🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳💙💙💙💙💙✍️✍️✍️✍️✍️🖊️🖊️🖊️🖊️🖊️🌹🌹🌹🌹🌹🪔🪔🪔🪔🪔💪💪💪💪💪🗡️🗡️🗡️🗡️🗡️🗡️🗡️🗡️🗡️🗡️
जो भी परिवार आर्थिक तौर पर गरीब है ,उनके बच्चों को 5%या 10% नम्बर बोनस के तौर पर फाइनल लिस्ट बनते समय दिये जाय ,जिनकी आय 5लाख से कम है ,इससे उन परिवार के बच्चे भी लिस्ट में आने लगेंगे जिनके परिवार को अभी तक फायदा नहीं मिल सका है। और कोई भी बदलाव करने की जरूरत नहीं है।
जाटव समाज ने शिक्षा को महत्त्व दिया, और आगे बढ़ा, परंतु अपने बाल्मीकि समाज़ को भी आगे बड़ता देखना चाहता है परंतु स्वर्ण उच्च पदों पर बैठे ,नान उपयुक्त पाया ,दिखा कर आप को नही लेंगे, यदि दम है तो १०%अलग से आरक्षणा दे कर बाल्मीकि समाज़ को भरने का कार्य करे
भंगी कभी भी इस बात पे विचार नही करेंगे की तुम लोग रिजर्वेशन का फायदा कैसे लोगे सभी एग्जाम मैं मिनिमम क्वाली फाइंग मार्क्सआलो है अनुसूचित जाति की कट ऑफ उसे मिनिमम क्वालीफाइंग मार्क्स के लगभग बराबर रहती है जब भंगी समाज मिनिमम क्वालीफाइंग मार्क्स ही नहीं ला पाएगा तो रिजर्वेशन को तो ब्राह्मणों को ट्रांसफर कर दिया जाएगा एक तरफ ब्राह्मण है जो अपने समाज के सभी की आवाज अच्छे से उठता है आज उसके समझ में सबसे ऊंचे पदों पर भी वह लोग एकाधिकार में बैठे हैं लेकिन जनरल में कभी भी फूट नहीं हुई की मेरा हक किसी ने खा लिया वह अब अपने साथ कुछ तो के लिए भी मंदिर के लिए संघर्ष करते हैं पर भंगी समाज ने पता नहीं अपने समाज में इतने लोगों को कितना ऊपर उठते देख लिया की जलने लगे भंगी लोगों को इस बात से प्रॉब्लम नहीं है कि 50% सीटों को खाली रखा जाता है और कई सीटों पर नॉट फाउंड सूटेबल करके उन सीटों को जनरल में ट्रांसफर कर दिया जाता है और कॉलेज में जब वैकेंसी निकाली जाती है तो वहां पर सभी कॉलेज के अलग अलग वैकेंसी निकाली जाती है जिसमें रोस्टर एक्ट लगाया जाता है जिससे हमारा रिजर्वेशन ही नहीं मिलता हम मुझे पदों पर बैठी ही नहीं पाते हैं सुप्रीम कोर्ट में भी कॉलेजियम सिस्टम लागू है वहां पर ब्राह्मणों का एकाधिकार है लेकिन ब्राह्मण समाज में कभी यह फुट नहीं पड़ी कि उनका हक किसी ने खा लिया और मुझे तो यह समझ नहीं आता तुम्हारा हक्का कैसे लिया जब सभी को सेम कंडीशन सभी की कट ऑफ समान है रही बात तुमसे आगे रहने की तो तुमने वाल्मीकि को चुना है जो की एक ब्राह्मण था और हमने डॉ बी आर अंबेडकर को चुना है जो कि तुम्हारे समाज से आते हैं फिर भी हम उन्हें अपना सब कुछ अपना भगवान मानते हैं
@@sandeeppunia3853 तुम बाबा साहब क़ो भी नहीं मानते सरकारी ब्रह्मण!आर्टिकल 341 मे बाबा साहब sc के आरक्षण के लिए हिन्दू होना जरुरी करके गये थे! या कहो बौद्ध धर्म मे भी जातिवाद है! बौधो का आरक्षण बंद हो
साथियो ऐसे निर्णय से हमें आपस मे लङने के वजाय एकजुट होना चाहिऐ तथा इनकी धिनोनी सोच पर पानी फेरना चाहिऐ।लगता है बहुजन समाज के कुछ लोग अपने आपको बाबा साहेब से ज्यादा समझदार मानकर उनकी बताई बातों पर अमल करना भूल गऐ हैं।एक दिन वो पूरे समाज के साथ वापस जरुर आएगे।हमें उनके साथ भी अभद्र व्यवहार नहीं करना चाहिऐ।किसी बहकावे का नतीजा है जो संगठित समाज से अलग हुऐ है।बाबा साहेब को पहले ही पता था कि ये शातिर लोग हमारे समाज मे फूट डालकर लङाने का काम भी करेगे।इसी लिऐ उन्होने हमे शिक्षित बनो संघर्ष करो के साथ संगठित रहने पर भी जोर दिया था।आज हम उनकी गहरी तथा आखिरी बात को भूल गऐ है।
बाल्मीकि समाज जो काम कर रहे उसमें बाल्मीकि समाज सबसे ज्यादा नोकरी ईनको मिला है जेसे साटीया सांसी कनजर ओर भी बोहोत जाती है जो ये काम कर रही आज भी वो बोहोत ही पिछे हे बाल्मीकि समाज ने पढ़ाई शिक्षा पर ध्यान दीया वो उनसे आज आगे हे सच्चाई यही तो है जय भीम
🙏🙏🙏🙏🙏 Namo Buddhay, jaybhim. All should study hard for the future of India.SC,ST, OBC should unite for integrity of India. No divide and rule policy please
अकेले आरक्षण से कोई नौकरी नहीं है पढ़ना भी जरूरी है जो वर्गीकरण का समर्थन कर रहे है उनको ये बात ज्यादा अच्छे से समझने की जरूरत है कि समाज के बच्चों को पढ़ाने पर ज्यादा जोर दे
सरकारों का मुख्य उद्देश्य भाई भाई को लड़ाना है ! यदि सरकार चाहती तो हजारों पद बैक लोग के भर सकती है ! हम चाहते हैं की जाति आधारित जनगणना की जाए तथा जिसकी जितनी संख्या हो उसके आधार पर भागीदारी दी जाए ! वर्गीकरण के बावजूद भी सरकार किसी को कुछ नहीं देना चाहती !
वाल्मीकि समाज में फॉर्म भरने के लिए पढ़ने के लिखने के लिए किसने मना किया था जो अब कह रहे थे हमें भाई दे दो आज भी जगह निकलती है पहले भी जगह निकलती थी पढ़ाई लिखाई करें और नौकरी प्राप्त करें किसने रोका था पहले भी और आज भी
यही बात आपकों जनरल कैटगरी वाले कहे कि आपको किसने रोका है पढ़ो और जनरल में फाइट करो, तुम क्यों आरक्षण का कटोरा लेके बैठे हो, तो कैसी रहेगी। तुम इतने ही पढ़ते हो तो छोड़ क्यों नहीं देते आरक्षण
कोटा मे कोटा मतलब आरक्षण का आपस मे बंटवारा दलित भाई का दलित भाई से बंटवारा अर्थात यह बंटवारा दलित समाज से दलित समाज मे ही हुआ । यह बंटवारा अकेले वाल्मीकि समाज को नही हुआ बल्कि इस वर्गीकरण में धानक, खटीक, बाजीगर, ओड आदि 36 दलित जातियों को रखा गया है । यह वर्गीकरण हरियाणा प्रदेश मे 1994 से 2006 तक समानता लाया है और अब आगे भी लायेगा । किसी भी एक पक्ष को कमजोर समझना बहुत बङी बेवकूफी होगी । आरक्षण का बंटवारा स्वीकार करे वरना दलित बंट जाएगा । आने वाले समय मे दलित समाज को कमजोर करने वाली ताकतें दोनो ओर से शामिल होगी। इसकी जिम्मेदारी बङे भाईयो पर है । गेंद बङे भाईयो के पाले मे है । हमे आरक्षण मे अनेकों मोर्चे पर इकठ्ठा लङना है । अतः यह वर्गीकरण बंटवारा स्वीकार करो ।
🐘 Jai 🐘 bhim 🐘 Jai 🐘 chamarvansh 🐘 Jai 🐘 bharat 🐘 Jai 🐘 Samvidhan 🐘 Namo 🐘 buddhay 👑 Jai 👑 bhim 👑 army 👑 chief 👑 ma 🙏 Chandra 🙏 Shekhar 🙏 aajad 🙏 rawan 🙏 bhai 🐘 ji 🐘 jindabaad 🐘 Jai 🐘 moolnivasi 🐘 Jai 🐘 ambedkarwaad 🐘 Jai 🐘 ambedkarwaadi 🐘 Jai 🐘 vigyan 🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘👑👑👑👑👑🙏🙏🙏🙏🙏🫖🫖🫖🫖🫖💙💙💙🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳✍️✍️✍️✍️✍️🖊️🖊️🖊️🖊️🖊️🌹🌹🌹🌹🌹🪔🪔🪔🪔🪔💪💪💪💪💪🗡️🗡️🗡️🗡️🗡️🗡️🗡️🗡️🗡️🗡️🗡️
पढ़ने के लिए भी आज के युग मे पैसा जरूरी है और पैसा उन 1%लोगो जो आरक्षण पा चुके लोगो के पास है इसीलिए घूमफिर कर पीढ़ी दर पीढ़ी उन्ही कोमिलना मिलना जिन्हे मिल चूका है जिन्हे 75साल मे नहीं मिला उन्हें आगे भी कुछ नहीं मिलना है ये सभी आरक्षण डकारू लोगो की गेंदरिंग है
आरक्षण में वर्गीकरण द्वारा अलग से आरक्षण मिल भी गया तो व्यक्ति को न्युनतम शैक्षणिक योग्यता तो रखना होगा आप पढेंगे ही नहीं तो आपको मिले पद खाली रहेंगें अभी तक यह व्यवस्था है कि अनुसूचित जाती में से लोग जैसे भी पढाई कर परीक्षा दे पा रहें हैं , वो तो उन पदों पर लग सकते हैं हम सभी को अपने पुश्तैनी कार्य छोड़कर शिक्षा और अन्य व्यवसायों को अपनाना होगा वक्त बदल सकता है मगर शर्त है तुम भी बदलने को तैयार हो ये दुनिया है यहाँ अपने आप कुछ नहीं होता।
चमार एक समय चमड़े का काम करते थे ।। आज कोई भी चमार चमड़े का काम नी करता। एक रोटी कम खाते है लेकिन अपने बच्चो को पढ़ाते है। नोकरी पढ़ने से मिलती है ।वाल्मीकि समाज को शिक्षा की जरूरत है ।।मैं जिस लाइब्रेरी में जाता हूं वो वाल्मीकि बस्ती से 100 मीटर दूर है उसमे सबसे ज्यादा जाटव फिर गुर्जर भाई पढ़ रहे है साथ मे ।लेकिन वाल्मीकि समाज का 1 बच्चा भी नही है वहा पर । सबसे पहले वाल्मीकि झाड़ू का काम छोड़े और शिक्षा की ओर जाए।
भंगी कभी भी इस बात पे विचार नही करेंगे की तुम लोग रिजर्वेशन का फायदा कैसे लोगे सभी एग्जाम मैं मिनिमम क्वाली फाइंग मार्क्सआलो है अनुसूचित जाति की कट ऑफ उसे मिनिमम क्वालीफाइंग मार्क्स के लगभग बराबर रहती है जब भंगी समाज मिनिमम क्वालीफाइंग मार्क्स ही नहीं ला पाएगा तो रिजर्वेशन को तो ब्राह्मणों को ट्रांसफर कर दिया जाएगा एक तरफ ब्राह्मण है जो अपने समाज के सभी की आवाज अच्छे से उठता है आज उसके समझ में सबसे ऊंचे पदों पर भी वह लोग एकाधिकार में बैठे हैं लेकिन जनरल में कभी भी फूट नहीं हुई की मेरा हक किसी ने खा लिया वह अब अपने साथ कुछ तो के लिए भी मंदिर के लिए संघर्ष करते हैं पर भंगी समाज ने पता नहीं अपने समाज में इतने लोगों को कितना ऊपर उठते देख लिया की जलने लगे भंगी लोगों को इस बात से प्रॉब्लम नहीं है कि 50% सीटों को खाली रखा जाता है और कई सीटों पर नॉट फाउंड सूटेबल करके उन सीटों को जनरल में ट्रांसफर कर दिया जाता है और कॉलेज में जब वैकेंसी निकाली जाती है तो वहां पर सभी कॉलेज के अलग अलग वैकेंसी निकाली जाती है जिसमें रोस्टर एक्ट लगाया जाता है जिससे हमारा रिजर्वेशन ही नहीं मिलता हम मुझे पदों पर बैठी ही नहीं पाते हैं सुप्रीम कोर्ट में भी कॉलेजियम सिस्टम लागू है वहां पर ब्राह्मणों का एकाधिकार है लेकिन ब्राह्मण समाज में कभी यह फुट नहीं पड़ी कि उनका हक किसी ने खा लिया और मुझे तो यह समझ नहीं आता तुम्हारा हक्का कैसे लिया जब सभी को सेम कंडीशन सभी की कट ऑफ समान है रही बात तुमसे आगे रहने की तो तुमने वाल्मीकि को चुना है जो की एक ब्राह्मण था और हमने डॉ बी आर अंबेडकर को चुना है जो कि तुम्हारे समाज से आते हैं फिर भी हम उन्हें अपना सब कुछ अपना भगवान मानते हैं
यह बात सिर्फ पढ़ने तक ही सीमित नहीं है मैं भी चमार हूं और कम पढ़ा हूं मैंने अपने भाई को पढ़ा लिखा कर इस काबिल बनाया कि वह कुछ कर सके वह सरकारी नौकरी लेकर बैठा है और आज वह मेरा घर का हिस्सा ही खा गया और कोर्ट में उसकी जान पहचान होने के कारण मेरी कोई सुनवाई नहीं करता मैं तो कहूंगा कि हमारे यहां पढ़े लिखे हमारे भाई ही अत्यंत बेईमान है आरक्षण आए के आधार पर होना चाहिए
Pandit ji bhi yahi khte jo padega usko hi nokri milegi
@@subhashchauhan6292 pandit ji 😂😂😂😂 thare liye honge ji 😂😂😂
तुम पढ़ रहो तो आरक्षण क्या जरूरत है गरीब का हक खा रहे हो अब वो नहीं मिलने वाला है
वाल्मीकि समाज के लोग बहुत ईमानदार और सच्चे दिल के होते हैं । अब वो जमाना नहीं रहा । अपने हकों के लिए आगे आएं ।
भाई..इसमें कोई चमार प्रतिनिधि नहीं है, ये दल्ले बैठे हैं . मायावती या चन्द्रशेखर कुछ कहे तो मान भी लू, भीम आर्मी, बीएसपी का कोई प्रतिनिधि हो तो भी मान लेता, इन लोगों का अपना कोई ठिकाना है नहीं, समाज को हिदायत देने चले हैं
गाँव सहर के चिडचडे बुड्ढे कठे हो रखे हैं. ये घंटा प्रतिनिधित्व करता है समाज को. . .
बाल्मीकि भाई आपको बताने की जरूरत नहीं है आप केसे हैं, हम जानते हैं, आप हमारे ही भाई हैं। वर्गिकर्ण हो ना हो, भाईचारा ख़त्म नहीं होना चाहिए। ना बाल्मीकि ने चमारो को अछूत बनाया ना चमारो ने बाल्मीकि को. दोनों को ब्राह्मणों ने अछूत बना राखा है. . . .
आज मेरे बाल्मीकि भाई को सब आरएसएस का कहने वाले चमारो। जरा ये भी बताओ कितने चमार बीजेपी / कांग्रेस में हैं। वो सबसे बड़े गद्दार हैं समाज के। कांग्रेस को भाजपा से कम जातिवादी मत समझो। निजीकरण की शुरुआत कांग्रेस ने की। 10 साल कांग्रेस 2004-2014. कांग्रेस का राज था बहुमत से, क्या OPS लागू किया, ठीकेदारी ख़त्म की???. एससी एसटी के बैकलॉग भरे,? .. आज सारे ज्ञान पेल रहे हैं।
दलितो की 460 जातियाँ ऐसी हैं जिनकी जनगणना 1000 से कम है और लगभग 260 जातियाँ जिनकी जनसंख्या 1000-10000 के बीच है.. सरकार की दलित फैक्ट्री अभी भी चल रही है, हम पता नहीं कब जागेंगे। कल को ये भी कहेंगे अलग करो...
मैं एक वाल्मीकि हूं और मेरी पत्नी चमार है। ये वक्त एक होने का है न कि अलग होने का। ये सरकार फूट डालने की राजनीति कर रही है। मैं सरकार की इस नई साजिश से अवगत हूं। हम सबको एक ही रहना है अलग नहीं होना। एकजुट रहिये।
हम बहुजनो को मनुवादीयों ने 6000 हज़ार से भी अधिक मे बाट कर राज किया
बाबा साहब ने हमे 6000 हजार मे बट्टे को 3 कटेगरी मे एक किया तब जाकर आज हमे थोड़ा ताकत मिला है
यह देखकर मनुवादी घबराए हुवे है फिर से हमे एक खंड से हज़ारों खंड मे बाटकर हमारे ताकत को कमजोर करना चाह रहे फिर से हमे देश के सभी संसाधनो से बाहर करना चाह रहे है
हमे मनुवादीयों के बिछाए जाल मे फंसकर बाटना नहीं चाहिय और अपने ताकत को कमजोर नहीं करना चाहिय
हम जब पढ़ेंगे तभी किसी चीज़ का लाभ मिलेगा आरक्षण का लाभ मिलेगा
इस लिए हम मनुवादीयों को संयंत्र को समझे आपस मे बट्टे नहीं अपनी चट्टानी एकता बरकरार रखे अपने एक रोटी कम खाए अपने बच्चे को जितना हो सके उतना अच्छी शिक्षा दे
झूठ बोल रहे आप सरकार के नाम से, सरकार का इसमें कोई लेना देना नहीं है, ये सलाह सुप्रीम कोर्ट ने दी है सम्पन्न व लोगो सबल लोग अपना टुकड़ा सुरक्षित करने के लिए गरीबो को कभी जाति के नाम पर कभी जाति फुट के नाम से उन्ही को बहका रहे है जिनके लाभ को ये पीढ़ियों से खाते रहे है
@@KrishanKumar-pv6qg कोई किसी के लाभ को नही खा रहा। मेहनत करने से सारे समाज आगे बढ़ते हैं। जो मेहनत करेगा वो आगे बढ़ेगा।
Tu bakvaas kr rha hai 😂😂😂
Tumhari to gae tarkki jo chamari ko bhagaana laya 😂😂😂
वाल्मीकि समाज को अब आगे बढ़ना चाहिए
Thik h bhaiyo bacho ko bachao
सरकार अंग्रेजों जैसी चाल चल रही है दोनों समाजों को आपस में सोच समझ विचार करके उसका फैसला करना चाहिए
Supreme court. Ka. Order h. Tau. Yh. ....or 2005. N near about. Hi. Inka. Ekatha. Kea gya tha pahla yh. Alag. Alag. Hi. Tha. ...or. ObC. M. Bhe. BC A or. BCB. H. ...
जाति जनगणना जरुर होनी चाहिए साथ ही अलग से वाल्मीकि समाज को आरक्षण देना चाहिए
वाल्मीकि समाज को ऐसी में अलग से 2% आरक्षण मिले
इनकी लड़ाई चमार जाटव लड़े यह घर बैठ कर मलाई खाये
बाल्मीकि समाज की जनगणना करके उसी अनुपात मे आरक्षण दे देना चाहिए ।
Chamar smaj ko bhi us ki janganana ke anupat me reservation de dena chahiye, or chamar smaj me creamy layer bhi honi chahiye, taki garib chamar smaj ke log bhi nokri lag ske.
Ye bhi sahi hai par iske liye cast cences krani logi jiske bare mein koi nahi bol raha hai.
@@amitsahota7603sabka cast census kra lo kiya problem hai sab ko unki population ke according de do or phir un par rahne do vo creamy layer lagana chahte hai ya nahi.
@@madanmohan7951 me bhi cast census ke paksh me hu, yahi sahi rahega.
Are bhai valmiki samaj ka koi ias bana kay aaj tak are tumhare cast ke log jab tak safai ka Kam chod nahi dete to phir tum agar padoge nahi to phir tumara kay fayada wahi no compitition wala job karte ho
दाढ़ी वालों ने अच्छी बात कही है
सुप्रीम कोर्ट ने गरीब के हित में फेसला दिया हैं st sc के गरीब लोगों के लिए एक अच्छा मौका है
बड़े भाईयों से ऐक गुजारिश है कि, वाल्मिकी समाज को आगे बढ़ने में सहयोग करें। सफाई के पेशें में से ठेकदारी प्रथा बंद करने में वाल्मिकी समाज को सहयोग दें। 👌👌🙏🙏👍
Ab bhi safai ka hi kaam karna hai vah mere bhai ji
भाई छोड़ दो ना ये गंदा काम
पढ़ो लिखो आगे बढ़ो
Satta me jab sc st ki independent party ki bhagidari badhegi, to thekedari to khatam hogi hi.
Tab tak ye kaam chhor kar padhai likhai par jor do jitna ho sake.
Dusri baat he Buddhism ki taraf aage badho, Hinduism ka daman chhoro, ekdum se to nahi, lekin dhire dhire vikas hoga, nizi dhandho me bhi tarrakki ho sakti he.
Sab se phele valmiki bhaiyo ko ye saaf safai ka kaam chodho kalam apnao padho likho kuch phi karo bussness karo koi bhi job karo tabhi samaj aage badhega Dr bhim rao ne kha tha shikkshit bano sangharsh karo sanghtist Raho 3 no niyam ko kuch padhe likhe valmiki tho follow karte h but jadha kar nhi karte
यह गंदा काम काहे करते हो मेरे भाई
वाल्मिकी समाज को आरक्षण मिलना चाहिए
padoge nahi to aarchad khiya khak maraega padana sikho tab badna sikho
तो कह कौन रहा है नही मिलना चाहिए। हम भी कह रहे है मिलना चाहिए लेकिन पहले नौकरी के लायक तो बने और लायक बनेंगे पढने से झाडु लगाने से नही।
जी बिलकुल बिना पढे लिखे आईएस पीसीएस बना दिया जाए।🤪🤪🤪
बहुत सारे लोग आज भी मेरे knowleged में है जो झाड़ू छोड़ के कलम पकड़ना ही नही चाहते।
इनको मैने कई बार समझाया।
धार्मिक चीजे अपनी जगह है। लेकिन पड़ना बहुत जरुरी हे।
वाल्मीकि समाज के बुजुर्गो का कहना बिल्कुल सत्य है वाल्मीकि समाज के लोग न्यायिक धैर्य समझदारी व अच्छी तम्मीज से अपनी बात रखते हैं लेकिन चमार समाज के लोग उछल उछल कर व बहुत ही बत्तमीजी से बात करते हैं अक्सर ऐसा देखा गया है ये लोग एक दम घमण्डी बातें करते हैं अपने को एक दम अलग दिखाते हैं जब कि चमार समाज के लोग चंवर वंश से आते हैं जो कि राजपूत होते थे ये बांटने का काम तो अंग्रेजो ने किया है फिर भी बाल्मीकि समाज को न्याय मिलना चाहिए
बाणी में संयम होना चाहिए। दूसरी बात क्या चमार या जाटव या अन्य किसी ने बाल्मीकि समाज या अन्य किसी समुदाय को पढ़ने या फार्म भरने से रोकता है या कभी रोका है। जो समाज पढ़ेगा,वही आगे बढ़ेगा।आपस में लड़ना ठीक नहीं है। जय भीम नमो बुद्धाय,जय संविधान।
Aur Bhai sabse galat baat to ye lagi mujhe ki unke sath meeting krne ki jarurat hi kya thi..order supreme court bench ka hai..kuch na kr sakte ye...lagane do jor....
😂😂😂😂😂😂
Koi free ki malaai chodta ha kya aaj k zamane mei
देखो भाइयों... पूरे सोशल मीडिया पर सवर्ण लोगों द्वारा ये बात कही जा रही है कि उन्हें मौका दो जो पीछे रह गए हैं, और आप लोगों को ये पता है की ये वही लोग हैं जो आरक्षण का विरोध हमेशा करते हैं और ये वही लोग हैं जो कि हजारों हजार सालों से हम लोगों को ऐसी हालत में लाने वाले ये लोग हैं।
जब थोड़ी सी बात के लिए ये हाल है तो कैटेगरी बन जाने पर एक दूसरे के खून के प्यासे हो जाओगे, और इन लोगों का मंसूबा फिर से कामयाब हो जाएगा, तुम फिर से हजारों साल के लिए इन लोगों के गुलाम हो जाओगे।
एकता बना कर रखिए, जितना प्रतिशत मिल रहा है उसपे पूरे एससी एसटी का हक है और अपनी अपनी योग्यता बढ़ाइए और शिक्षित और संघर्ष कीजिए। एक दिन पूरा समाज आगे आ जाएगा जो कि इन सामंतियो को देखा नहीं जा रहा है।
अगर इतनी ही इनको फिक्र है तो दे दो अलग से 10% और एससी एसटी को जैसे GEN को बिना सिर पैर के दे दिया। मगर ये लोग सिर्फ आपस में फूट डालो और राज करो वाली राजनीति कर रहे हैं।
एससी और एसटी में कैटेगरी का कोई मतलब नहीं है, जिसका हम भरपूर विरोध करते हैं।
@@yudhveersajwan3765 बांटने का काम हिंदू ग्रंथों ने किया है अंग्रेजो ने बिना जाति देखें अछूतों को नौकरी दी, सेना में भर्ती की।
रेलवे में भर्ती की। जीने की नई दिशा दी।
साइमन कमीशन ने तो एससी एसटी और ओबीसी का सभी अधिकार दे दिए बाबासाहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर साहब जी के सहयोग से
बाबासाहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर साहब जी ने एकता और अखंडता की बात कही थी लेकिन दलित समाज सिर्फ एक बयान से टूट गया।
अरे तुमलोग कोटे में कोटे की बात कर रहे हो और वो लोग ईडब्ल्यूएस में आरक्षण ले रहे हैं।
सरकार यदि वास्तव में बाल्मीक समाज का हित करना चाहती है तो जिन लोगों को अभी तक आरक्षण लाभ नही मिला उनकी शिक्षा के लिए बिशेष प्रावधन करे
तभी सच्चा सामाजिक न्याय होगा
वाल्मिकी समाज के लोगो को निश्चित रूप से आरक्षण मिलना चाहिए!......
Are Bhai govt alag se de na garib bhaiyo ko ap kiu apne ap ladai kar rahe ho ha
मेरे भाई आरक्षण का इतिहास पढ़ लो आरक्षण में सबसे ज्यादा शहीदी वाल्मीकि समाज के लोगों ने दी थी और अंबेडकर साहब का साथ देने वाले वाल्मीकि समाज के अधिक लोग थे आरक्षण का प्रावधान भी वाल्मीकि समाज का ही था आरक्षण के लिए शहीद होने वाले भी वाल्मीकि समाज के ही लोग थे इसीलिए वाल्मीकि समाज अपना हक मांग रहा है इसका मतलब यह नहीं के वाल्मीकि समाज हर बार संघर्ष करता रहे और आप वह चीज वाल्मीकि समाज से छीन कर ले ले और आराम से बैठकर खाते रहे
Sabse garib valmiki samaj h.....chamar samaj ke lo scorpio me chalte h..aur muslimo ko dalito ka bhai batate h...😮😮
Bhai suppose kar tumhe arakshan 5% mil gya aur ab vacancy ati hai graduation aur engineering se ab ap pade likhe to hoi nhi to ap form apply nhi kar sakte aur ab vo 5% vacancy general category kha jayegi samjhe ap
@@Rakeshkumar-ul9yd to bina pade likhe ko supream court ka judge bna de..Quality and eligibility name ki bhi chiz hoti h....agar aaj tere father bimar pad jaye ...aur sc/st ka banda Jo 36% marks par doctor bana h to kya ilaz badhiya kar sakta h...?? Kai jagah eligibility must h..reservation se gadhe thodi bhar lenge
सुप्रीम कोर्ट का फैसला गरीब लोगो के हक मे था
ले पिछड़ी जातीयो के अमीर लोग गरीबो का हक मार रहा है।
मेरे गांव में 50 घर है बाल्मीकि समाज के जिनमें से 20 घर मे सरकारी नोकरी है सफ़ाई कर्मचारी की दो घर मे पुलिस कांस्टेबल हैं लेकिन सफाई कर्मचारियों को तो छोड़ो जो पुलिस में हवलदार हैं उनके बच्चे भी सारा दिन आवारा घूमते हैं लडाई झगड़ा करते हैं शराब पीते हैं शिक्षा से उनका कोई नाता ही नही है फिर आरक्षण लेकर भी क्या करोगे तुम लोग
Tumhare liye chod de shrab jatav sabse jyada Peete hai jameen bech ke sab ek jese hite hai kya
Mere gaon me jatav samaj ke 80 Ghar hai par koi bhi 10 vi se jyada nahi pada hua jabki balmiki ke 10 Ghar hai par sabhi ki achhi nokri hai or jatav veldar mistri or saravi hai or valmiki parivaro Mai koyi bank mai koyi foji to koyi police officer hai
@JoytiKumari-m3g मतलब वाल्मीकि को भी आरक्षण का लाभ बराबर मिला हैं
Address batao
Se कोटे से सबसे जादा अधिकारी कर्मचारी व झाड़ू मे बाल्मीकि लोग कार्यरत है ओरो को कोटे का लाभ कम मिला फिर भी ये चिल्ला रे इनको कोई जानकारी ही नही
बिल्कुल सुप्रीम कोर्ट के फैसले एससी आरक्षण में वर्गीकरण के फैसले का स्वागत करते हैं इन बड़े भाइयों को तकलीफ़ तो होगी ही क्योंकि छोटे भाई अपना हक़ चाहते हैं।
जाति जनगणना के हिसाब से मांग करें वाल्मीकि समाज भाई,,, कोटे अंदर कोटा सही नहीं होगा
Jab reservation itne saal se chal rha h to uska fayda kyu ni utha rahe tum log bhai jhadu ko chod k kalam pakdoge tbhi kuch ho payega tum logo ko kisi ne mana thodi kiya h padhne likhne se or ye sab aaraksan ko khtm krne ki sajis h supreme court k manuvadi judge or rss ki jo tum jaise log nhi smjhege
जब सरकार में बैठे लोग 10% जनरल को दे सकता हैं तो sc OBC को रिजवेशन को बड़ाया जा सकता हैं
सैल्यूट है महानुभाव लोगों को भाई चारा जिंदाबाद
Obc wale bhikhmange nhi hai tumhari tarah nich,balmiki bhai ko aarakshan milne se gan. Jal rhi timhari@@brijjarora
यदि वाल्मीकि समाज को कोटा में कोटा मिला तो क्या सफाई का काम छोड़ देगे।वाल्मीकि समाज कह रहा है जाटव समाज आगे नही बढ़ने नही दे रहे क्या मेरिट जाटव समाज बनाता है क्या जाटव समाज आपको सफाई के लिए कहता है।
बच्चों को शिक्षा प्रदान कराओ मेरे भाईयो
वाल्मीकि समाज ने और किसी अन्य जाति की बजाय देश की सेवा की है अतः यह समय की पुकार है कि उनको ऊपर उठने का मौका दिया जाए।
वाल्मीकि वाल्मीकि भाइयो को आरक्षण देकर ऊपर उठाना चाहिए उनके बच्चों को पढ़ने के लिए समान अवसर मिलने चाहिए तथा उनके बच्चों को हर महीने कम से कम 5000 का वजीफा मिलना चाहिए और बाकी जातियों जो गरीब जाती है लोहार है धनक है घुमंतू जातियां हैं लोहार की जाती है और अन्य पिछड़ा वर्ग जो जनजातीय जंगलों में रहते हैं आदिवासी वर्ग है उन सब को आरक्षण देना चाहिए अब आरक्षण सिर्फ और सिर्फ इन्हीं लोगों को मिलना चाहिए और कम से कम 40% आरक्षण ताकि यह तरक्की कर सके
शिक्षा m kitne % ho vo bhi bta do
SC ke lea bhi qualifying marks hote hain govt service ke lea minimum 40 percent padhge tabhi toh qulifying marks le paooge pahele pahle service mein form fill karne ke layak toh bno . Tabi aage badhoge . Please apna patrik kam unko mat doo school bhejo gahar pr bhi dhayan doo . Ghar pr bhi dhayan doo ki teacher ne jo home work diya h usko karwaoo.
अगर वाल्मीकि समाज को थोड़ा हक मिल जायेगा तो जाटव समाज क्या उनसे भाई चारा तोड़ देगा फिर क्या यह अब ये झूठा भाईचारा दिखा रहे है
@@The_iNDRA_shorts Ye konsi baat hai. Jab sath sath honge tbhi vikas.
Balmiki samaj ko EWS ke tarah 10% Reservation milna chahiye
@@TapsusultanSultanbhai tum 100 percent reservation lelo. Phir bhi kuch nahi kar sakte. Dogle logo ka kuch nahi ho sakta. Ab tum BJP se mango 🥭 lelo
क्योंकि आरक्षण के लिए हम लड़ रहे तुम तो धर्म के लिए लड़ रहे। तुम्हे तो वाल्मीकि चाहिए हमे अंबेडकर चाहिए। इसलिए तुम्हारा क्या लेना किसी भी आरक्षण से
@@SilentSound-oe9pg what way are you concerned? You don't belong to any category. Why are you creating ruckus?
बाल्मीकि समाज आज सबसे पिछड़ा है
वाल्मीकि समाज पिछड़ा है तो पिछड़ा ही रहेगा क्योंकि उनकी मानसिकता ही ऐसी
पढ़ाई करके आगे बढ़ें
Padhne ko kon keh rha h jo khud reservation pe tika h
Sarkar se backlog pura krva lo bhai ldne se kugh nahi milega.
Valmiki ke vansaj ho isi me khus raho kaha hak adhikar mangne nikal liye
वाल्मीकि समाज को आगे आकर नेतृत्व करना चाहिए ।
वाल्मिकी भी अपने भाई है, वाल्मिकी भाईयों से अनुरोध है सभी भी अपने समाज को पड़ने के लिए प्रोत्साहित करे आप आगे बढ़ेंगे तो हम सभी आगे बड़ेंगे मैं अभी भी अपने नगर में देखता हू वाल्मिकी भाई पढ़ने पर काम nhi कर रहे है और सरकार अपना काम फूट डालो और राज करो में कामयाब हो रही है🙏
बालमिक समाज को उसको आधिकार मिलना चाहिए यही असली भाईचारा है
पहले झाडू छोडो़, मेहनत मजदूरी कर बच्चों को पढाओ। मनुवादी लालच धन का लालच दे तो भी सेप्टिक टैंक या गटर में मत उतरो। बच्चों को इस हीन कर्म से दूर रखो। बस शिक्षा और शिक्षा पर ध्यान देंगे तभी ऊपर वाली सीढी़ का सफर तय होगा। यह काम हथेली में सरसों उगाने जैसा नहीं है। समय लगेगा। फिर कोई हमें बांटने का प्रयास नहीं करेगा। जय भीम।
Septic tank me jatav bhi to ja sakte he .....walmiki samaj bhi IAS banega
@@true5839ku bhai seftik tank me jatav ku jayge valmiki samaj ko jabran nahi bheja jata vo khud jate ha sidhi. Si bat ha jo padhega nahi vo jayga saftik tank me fir char vo jatav ho ya valmiki
20 log mali khate hai 80 log unke hak ke leye lage hai
@@true5839ladai manuvadi se jisne hamko ye kam karne ke liye majhor Kiya lad ham apno se rahe IAS ka rasta school se jata h gatar se nahi
@@vidhanshukla232oh manuwadi chat hat tu hamare beech mat padh gaaliya hi khayega nahi to.
😂😂😂😂
बिना जनगणना के कुछ नहीं होना चाहिए वाल्मीकि समाज आठवीं कक्षा तक ही पढ़ते हैं और सफाई कर्मचारी में लग जाते हैं और मैंने 12th और ग्रेजुएशन की है लेकिन आज तक एक भी वाल्मीकि समाज का विद्यार्थी अपनी कक्षा में नहीं देखा हमारे समाज के परिवार वाले चाहे कैसे भी हो आर्थिक स्थिति में लेकिन हमें पढ़ते हैं वाल्मीकि समाज आज यह हमारा हक भी हमसे लेना चाहते हैं
सरकार यदि दलित हितैषी है तो दलितों में फूट डालने के बजाय, वाल्मीकि या अन्य जातियां जिसे आरक्षण की सुविधा नहीं मिल सकी, उन्हे शिक्षा में सुविधा और EWS १०% की तरह ही अलग से १०% आरक्षण जल्द से जल्द देना चाहिए, अन्यथा सब दलितों को मिलकर EWS की तरह आरक्षण मांगना चाहिए, आपस में विरोध करना अच्छी बात नहीं, क्योंकि अब सरकारी नौकरी कम कर दी गई हैं, आपस में लड़ना ठीक नहीं
आप सभी प्रबुद्ध जन हे
ज़रूर समरसता मूलक सकारात्मक फैसला लिया जाऐगा
भाई चन्द्र शेखर आजाद जी जिन्दाआबाद जिन्दाआबाद जिन्दाआबाद जिन्दाआबाद जिन्दाआबाद जिन्दाआबाद जिन्दाआबाद जिन्दाआबाद जिन्दाआबाद जिन्दाआबाद जिन्दाआबाद जिन्दाआबाद जिन्दाआबाद जिन्दाआबाद जिन्दाआबाद जिन्दाआबाद जिन्दाआबाद जिन्दाआबाद जिन्दाआबाद जिन्दाआबाद जिन्दाआबाद जिन्दाआबाद जिन्दाआबाद जिन्दाआबाद जिन्दाआबाद जिन्दाआबाद,,,,,,,,, 🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
बाल्मीकि को आगे बढ़ाओ भाई लोगों
हमारे मोहल्ले में एक वाल्मीकि परिवार है जिनके घर में एक भी सदस्य सरकारी नौकरी में नहीं है फिर भी उस परिवार के बच्चों का शिक्षा से दूर दूर तक कोई नाता नहीं है
बाबासाहेब आंबेडकर एक व्यक्ति नही एक विचारधारा थे जिन्होंने पूरी जिंदगी बलिदान देकर न सिर्फ भारत के दलित समाज को बल्कि भारत की सारी जनता को एक अच्छा संविधान बना कर संखिया के आधार पे उसका हक़ देने की कोशिश की मगर अफसोस उन्ही के समाज की हकमारी हो रहि है।
भंगी कभी भी इस बात पे विचार नही करेंगे की तुम लोग रिजर्वेशन का फायदा कैसे लोगे सभी एग्जाम मैं मिनिमम क्वाली फाइंग मार्क्सआलो है अनुसूचित जाति की कट ऑफ उसे मिनिमम क्वालीफाइंग मार्क्स के लगभग बराबर रहती है जब भंगी समाज मिनिमम क्वालीफाइंग मार्क्स ही नहीं ला पाएगा तो रिजर्वेशन को तो ब्राह्मणों को ट्रांसफर कर दिया जाएगा एक तरफ ब्राह्मण है जो अपने समाज के सभी की आवाज अच्छे से उठता है आज उसके समझ में सबसे ऊंचे पदों पर भी वह लोग एकाधिकार में बैठे हैं लेकिन जनरल में कभी भी फूट नहीं हुई की मेरा हक किसी ने खा लिया वह अब अपने साथ कुछ तो के लिए भी मंदिर के लिए संघर्ष करते हैं पर भंगी समाज ने पता नहीं अपने समाज में इतने लोगों को कितना ऊपर उठते देख लिया की जलने लगे भंगी लोगों को इस बात से प्रॉब्लम नहीं है कि 50% सीटों को खाली रखा जाता है और कई सीटों पर नॉट फाउंड सूटेबल करके उन सीटों को जनरल में ट्रांसफर कर दिया जाता है और कॉलेज में जब वैकेंसी निकाली जाती है तो वहां पर सभी कॉलेज के अलग अलग वैकेंसी निकाली जाती है जिसमें रोस्टर एक्ट लगाया जाता है जिससे हमारा रिजर्वेशन ही नहीं मिलता हम मुझे पदों पर बैठी ही नहीं पाते हैं सुप्रीम कोर्ट में भी कॉलेजियम सिस्टम लागू है वहां पर ब्राह्मणों का एकाधिकार है लेकिन ब्राह्मण समाज में कभी यह फुट नहीं पड़ी कि उनका हक किसी ने खा लिया और मुझे तो यह समझ नहीं आता तुम्हारा हक्का कैसे लिया जब सभी को सेम कंडीशन सभी की कट ऑफ समान है रही बात तुमसे आगे रहने की तो तुमने वाल्मीकि को चुना है जो की एक ब्राह्मण था और हमने डॉ बी आर अंबेडकर को चुना है जो कि तुम्हारे समाज से आते हैं फिर भी हम उन्हें अपना सब कुछ अपना भगवान मानते हैं
Baba shaheb ko adhar mankar shichha ko ku nahi apanaya .baba shaheb ko adarsh kabhi mana mana jhadu lagana ku nahi band kiya sc st k bahut se jati k log apane mool dhandhe ko chhod kar shichha ko apanaya aur apane bachho ko Aaj bhi mehanat majduri kark paddha rahe hai.lekin kisi gulami nahi kiya.es liye jo kuchh Karo pahale bachhe ko padhao .vaise bhi sab nijikaran ho gaya.arachhan kitabo me rahega. Jameen par kuchh nahi hai .🎉
Tabhi to Quota m quota chahiye
जिस दलित भाइयों ने आरक्षण कोटे की मलाई पिछले 70 सालों से मलाई खाई है उन लोगों को आरक्षण कोटा अपने गरीब भाईयों के लिए छोड़ना चाहिए ताकि उनका भी भला हो हम सुप्रीम कोर्ट के फैसले के साथ है
Ab tu kha lena mlai.
यह कहना गलत है कि जनसंख्या में लगभग 85 फीसदी SC, St, व Obc को संविधान के अनुसार क्रमशः 15 फीसदी , 7.5 फीसदी व 27 फीसदी कुल 49.5 फीसदी आरक्षण का ही लाभ मिलेगा एवं जनरल के लिये निर्धारित 50.5 फीसदी पोस्ट का लाभ नही मिलेगा !
सबसे पहले 50.5 फीसदी चयन सूची श्रेष्ठता के आधार पर ही बनायी जाती है जिसको जनरल कैटेगरी की ही सूची मानी जाती है । इसमें SC / ST / OBC किसी का भी मेरिट के आधार पर चयन हो सकता है ।
तत्पश्चात् बचे हुये SC / ST की 22.5 फीसदी सीटे तथा OBC की 27 फीसदी सीटों की चयन सूची अलग से बनायी जाती है। इस प्रकार देखा जावे तो जनरल के लिये कोई रिजर्वेशन ही नही है, यदि SC / ST / OBC के मार्क्स जनरल अभ्यर्थी से अधिक आते हैं तो !
रही बात 10 फीसदी EWS का आरक्षण, तो कोई भी SC / ST / OBC यदि EWS की शर्त पूरी करता है तो वो भी इसका पात्र है , बशर्ते उसने जनरल कैडिडेट की हैसियत से आवेदन प्रस्तुत किया हो ।
अतः माननीय सुप्रीम कोर्ट का आदेश वास्तव में ऐसे 98 फीसदी दलितो व इस समाज की विभिन्न जातियों के उत्थान के लिये मील का पत्थर है, जिनको अभी तक सरकारी नौकरियों में आरक्षण / भागीदारी नही मिली है । क्या बाबा साहेब की यही मंशा नही थी ?
देशहित में ज्यादा कुतर्क करना ठीक नही है…..!
#Dalit #OBC #highlight #follower #Politics
सरकार से सवाल करो
@@poonambauddh7712 सरकार से क्या सवाल करें ?
@@poonambauddh7712 सरकार से क्या सवाल करना है मैडम???.....सोचिए इस भाई ने इतनी सरल भाषा में ये बात समझाई वो भी आपको समझ नही आ रही है।.....यही है आरक्षण का दुष्परिणाम ....इसीलिए आप लोग कोर्ट के नए फैसले का बिना किसी ज्ञान का विरोध कर रहे हैं।
@@Am_it7good reply
N K Swami साधुवाद
वाल्मीकि समाज को शिक्षा पर ध्यान देना चाहिए 🙏🙏🙏🙏
मेरे समाज के सभी सदस्यों से निवेदन है कि वो बंदर बांट में नहीं उलझें। मिलकर रहे।
Supreme court ka desician bahut hi achha h,sabko beraber ka Hqqqq milna chahiye
EWS लागू हुआ इसी तर्ज पर वाल्मीकि समाज को 10% अलग से आरक्षण क्यों नहीं दे रहे
Tere alg algse se archhan chahiye balmik dobi ,danuk nai sb ko alg alg Archhan Dena CHAHIYE modi Sarkar ko chmro ka archhan nahi chhinna chahiye ye log baba sahib ke DAMAD LOG HE BAKI JAI BHAD ME YAHI CHAMRO KA SOCHNA HE 70 SAL SE BABA KE NAM PER MALAI khate aa rahe aab coet bola to pet me Dard suru ho gaya salo ke
मैं बाल्मीकि भाई से एक बात कहना चाहता हूं, अगर आप लोग अपने बच्चों को पढ़ाते हैं तो आपको आगे बढ़ने से कोई रोक नहीं सकता, जब यह लोग इतने ही हितेषी है आपके तो आप हमारी तरह इनके साथ बैठकर दिखादे तब आपको पता चल जाएगा कि इनके दिमाग में क्या चल रहा है, बाल्मीकि समाज में कई सांसद होता है फिर वह आपके लिए क्यों आवाज नहीं उठाते है, जाटव समाज आपको सम्मान देते हैं, आपकी आवाज को संसद में उठाते हैं, सरकार सिर्फ आप लोगों को अलग करना चाहती है 😢😢😢😢
जय भीम नमो बुद्धाय जय बाल्मीकि
बाल्मीकि समाज को नगर निगम में ठेका प्रथा पर जोर देते तो बोहोत ही सराहनीय कार्य किया जा सकता है जय भीम नमो बुदाये
देश को 77 साल हो गए आजाद हुए आज तक एससी एसटी बिजली जाति का आरक्षण नहीं भरा है विशेष अभियान चलाकर पिछड़ी जाति अनुसूचित जाति जनजाति का आरक्षण पूरा करवा दे वाल्मीकि समाज मोदी सरकार से वाल्मीकि समाज मांग करें के आरक्षण को भर दो सभी वाल्मीकि समाज नौकरी कर लेंगे
SC /STमें चमार और बाल्मीकी तक सीमित है, ओर जाति भी इस वर्ग में आती हैं वे कहाँ?
Wah ab bhee haisyr m sbko sange badhna chahiye
वाल्मीकि के अलावा औरभी जातियां है
वाल्मीकि समाज को शिक्षा पर बल देना चाहिए।आरक्षण का लाभ भी तब ही मिल पाएगा।अंग्रेजी काल के बाद आज सभी समाज अपने पुरातन कार्यों से अलग हो गए है।इसलिए धन कार्यकुशलता भी काम हो गए है।आज जब हम भारतीय इतिहास देखते है तो समझ आने लगा है आज हम जिन्हे sc या दलित कह रहे है वह skill लोग थे।इंजीनियर और उद्यम इन्ही के कंधो पर था।भारत भी सोने की चिड़िया बना हुआ था।आज वही स्किल सीखने के लिए हमें बड़े बड़े संस्थान बनाने पड़ रहे है।परंतु अब हमे इन्ही संस्थानों से skilled एंड educated बनना होगा।
वाल्मीकि समाज को हक पाने के लिए आगे आना चाहिए ।
हमारे चमार समाज ने चमड़ा छोड़ कर अपने बच्चो को पढ़ाया है जिससे उन्होंने अपनी मेहनत करके आज आगे बढे है मेने आज तक होने आस पास के स्कूल मै बाल्मीकि को पड़ते नहीं देखा फिर कहा से आएगी नौकरी 😊
Kanha se ho aap?
Brahmano ne roka hoga...
@@SurenderKumar-fl4lc जिला पलवल
@@allroundgyan2683unme itni himmat nhi h ..
@@allroundgyan2683brahman to sabse dar ke rehte Aaj kal
यह कोई भी बहस का मुद्दा नहीं है सुप्रीम कोर्ट का जो वर्गीकरण या आरक्षण है वह लागू होना चाहिए जिससे वंचित समाज वाल्मीकि समाज को लाभ होगा
मैं न्यायालय का सम्मान करता हूं कोटे में कोटे प्रावधान का क्योंकि वाल्मिकी समाज
बहुत पीछे रह गया है और सारा कोटे का हक कोई और खाए जा रहा है अब समय आ गया वाल्मिकियों को अपना हक चाहिए बात खत्म।
वाल्मीकि समाज को उनका हक मिलना चाहिए ।
सुप्रीम कोर्ट का आदेश है कि वर्गीकरण हों और इसको प्रदेश सरकार में लागू करें
और DSC समाज को न्याय मिलना चाहिए 🙏 धन्यवाद
जलद से जलद लागू किया जाएं
जय भीम जय संविधान जय DSC समाज
Aap log samaj ki ekta ki bat kero jo pede ga vo age bdega
Bol 85 Jai moolnivasi
Jai bhim Jai bharat Jai Samvidhan Namo buddhay Jai moolnivasi Jai ambedkarwaad Jai ambedkarwaadi Jai vigyan 🐘🐘🐘🐘🐘👑👑👑👑👑🙏🙏🙏🙏🙏🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳💙💙💙💙💙✍️✍️✍️✍️✍️🖊️🖊️🖊️🖊️🖊️🌹🌹🌹🌹🌹🪔🪔🪔🪔🪔💪🗡️💪🗡️💪
M chmar hu pr hk sbko milna chaiye hmara ho ya valmiki ka
Hme aps me nhi ldna chaiye
भंगी कभी भी इस बात पे विचार नही करेंगे की तुम लोग रिजर्वेशन का फायदा कैसे लोगे सभी एग्जाम मैं मिनिमम क्वाली फाइंग मार्क्सआलो है अनुसूचित जाति की कट ऑफ उसे मिनिमम क्वालीफाइंग मार्क्स के लगभग बराबर रहती है जब भंगी समाज मिनिमम क्वालीफाइंग मार्क्स ही नहीं ला पाएगा तो रिजर्वेशन को तो ब्राह्मणों को ट्रांसफर कर दिया जाएगा एक तरफ ब्राह्मण है जो अपने समाज के सभी की आवाज अच्छे से उठता है आज उसके समझ में सबसे ऊंचे पदों पर भी वह लोग एकाधिकार में बैठे हैं लेकिन जनरल में कभी भी फूट नहीं हुई की मेरा हक किसी ने खा लिया वह अब अपने साथ कुछ तो के लिए भी मंदिर के लिए संघर्ष करते हैं पर भंगी समाज ने पता नहीं अपने समाज में इतने लोगों को कितना ऊपर उठते देख लिया की जलने लगे भंगी लोगों को इस बात से प्रॉब्लम नहीं है कि 50% सीटों को खाली रखा जाता है और कई सीटों पर नॉट फाउंड सूटेबल करके उन सीटों को जनरल में ट्रांसफर कर दिया जाता है और कॉलेज में जब वैकेंसी निकाली जाती है तो वहां पर सभी कॉलेज के अलग अलग वैकेंसी निकाली जाती है जिसमें रोस्टर एक्ट लगाया जाता है जिससे हमारा रिजर्वेशन ही नहीं मिलता हम मुझे पदों पर बैठी ही नहीं पाते हैं सुप्रीम कोर्ट में भी कॉलेजियम सिस्टम लागू है वहां पर ब्राह्मणों का एकाधिकार है लेकिन ब्राह्मण समाज में कभी यह फुट नहीं पड़ी कि उनका हक किसी ने खा लिया और मुझे तो यह समझ नहीं आता तुम्हारा हक्का कैसे लिया जब सभी को सेम कंडीशन सभी की कट ऑफ समान है रही बात तुमसे आगे रहने की तो तुमने वाल्मीकि को चुना है जो की एक ब्राह्मण था और हमने डॉ बी आर अंबेडकर को चुना है जो कि तुम्हारे समाज से आते हैं फिर भी हम उन्हें अपना सब कुछ अपना भगवान मानते हैं
सुप्रीम कोर्ट सही अगर ये फैसला किसी भी हाल मे वापिस हुआ तो वाल्मीकि समाज पीछे रह जायेगा।
वंचित समाज के सम्मानित विद्वान् व्यक्तियों ने जो आज की मीटिंग मे कहा वो एक दम सत्य है वर्गीकरण होना बहुत जरूरी ताकि छोटे भाई का सुधार हो सके l जो बड़े भाइयों ने कहा उसमे सिर्फ स्वार्थ पन है उनका वो नहीं चाहते की छोटे भाई की आर्थिक स्थिति मे सुधार हो l हम माननीय सुप्रीम कोर्ट के फेसले का स्वागत करते हैं l जय सुप्रीम कोर्ट जय जय भीम जय संविधान
देखो भाइयों... पूरे सोशल मीडिया पर सवर्ण लोगों द्वारा ये बात कही जा रही है कि उन्हें मौका दो जो पीछे रह गए हैं, और आप लोगों को ये पता है की ये वही लोग हैं जो आरक्षण का विरोध हमेशा करते हैं और ये वही लोग हैं जो कि हजारों हजार सालों से हम लोगों को ऐसी हालत में लाने वाले ये लोग हैं।
जब थोड़ी सी बात के लिए ये हाल है तो कैटेगरी बन जाने पर एक दूसरे के खून के प्यासे हो जाओगे, और इन लोगों का मंसूबा फिर से कामयाब हो जाएगा, तुम फिर से हजारों साल के लिए इन लोगों के गुलाम हो जाओगे।
एकता बना कर रखिए, जितना प्रतिशत मिल रहा है उसपे पूरे एससी एसटी का हक है और अपनी अपनी योग्यता बढ़ाइए और शिक्षित और संघर्ष कीजिए। एक दिन पूरा समाज आगे आ जाएगा जो कि इन सामंतियो को देखा नहीं जा रहा है।
अगर इतनी ही इनको फिक्र है तो दे दो अलग से 10% और एससी एसटी को जैसे GEN को बिना सिर पैर के दे दिया। मगर ये लोग सिर्फ आपस में फूट डालो और राज करो वाली राजनीति कर रहे हैं।
एससी और एसटी में कैटेगरी का कोई मतलब नहीं है, जिसका हम भरपूर विरोध करते हैं।
वर्तमान समय में वाल्मीकि समाज लोहार तेली थानक बंजारा समाज घुमंतू जनजातियों आदिवासी समाज इन सब को आरक्षण की ज्यादा जरूरत है देश में सब बाकी जातियां जो तरक्की कर चुकी है उनका आरक्षण भी इन भाइयों को देनाचाहिए तथा यह आरक्षण बढ़कर काम से कम 30 40% करना चाहिए जो सिर्फ इन्हीं को मिले बाकी जो जाती है तरक्की कर चुकी है उनसे आरक्षण वापस ले लेना चाहिए
हमे सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का स्वागत करना चाहिए, ताकि समाज में आर्थिक सामाजिक और शैक्षणिक आधार पर पिछड़े समाज को आगे बढ़ने का मौका मिलें ।
जय भीम
जय संविधान ।
Good 🎉
जो बहुजन भाई समाज से अलग होने की बात करके समाज को बांटना चाहते हैं उन्हें CM योगी की बात पर जरूर अमल करना चाहिऐ कि "बटेंगे तो कटेंगे" तथा "एक जुट रहेंगे तो सुरक्षित रहेंगे"।जिन लोगों ने आजतक दूसरों को आपस में लङाकर राज किया आज वो हमारे समाज को लङाकर अपने समाज को एक जुट होने की बात करता है। बहुजन भाइयो जागो ये समय एक जुट होने का है वरना पछताने के सिवा कुछ नहीं बचेगा।भले ही CM ने ये बात किसी और के लिऐ कही हो लेकिन यह सभी के लिऐ सच है।
Walmiki samaj bahot peche he ......unko aagai Lana chahiye
वाल्मीकि समाज को उसका हक मिलाना चाहिए।
इस नकली महापंचायत से मेरा अनुरोध है पहले मुद्दा सही चुनो फिर चर्चा करो
पहले मुद्दा ये है आपकी नौकरियों को privatise करके लिया गया तब आप कहां थे । उसे वापस कैसे लोगे ।
जो सीट आपकी खाली है उसे general se kyu bhar rahe hai
बहस ये करो ये कैसे वापस मिलेगा
जय रासट भक्त बाल्मीकि समाज की
बामन सदियों से इसी तरह षड्यंत्र चलता आ रहा है। इससे निकलने का रास्ता जरूरी है।
भाई मुझे एक बात का बहुत अफ़सोस होता है वाल्मिकी समाज आज भी अपने परम्परागत कार्यों से ही खुश है
Bhai inhone bola ki vacancya he nahi hai toh ye ladai kyo kar rahe hai? Or yahi baat education ki kar rahe hai toh me aap ko bata du valmiki samaj me education k mamle me ek se badhkar ek Yuva hai.
वाल्मीकि भाइयो का विरोध कोई नहीं कर रहा है बल्कि उनको और अलग से आरक्षण की व्यवस्था हो जाए इसमें क्या बुराई है।
Abhi tak to tum kuchh bhi nhi kar paye ho subah jhadu lekar khade ho jate ho pehle jhadu chhodo fir bachhon ko padhana shuru karo
@@rajeshkumardalak7567Bhai mere sbhi yaha jhadu lgane wale nhi hai.. agr apko education qualification chaiye to main apko with certificate dikha skta hu..
@@rajeshkumardalak7567 or agr jhadu lga ke koi apne bacho ko Shiksha dilwa raha hu.. to usme koi kmi nhi h. . Humari mata pita ne ye kaam kiya hai..Hume shikshit bhi kiya lekin kya kre..Rajneta or uper ke adhikari to jaari vishesh ke hai.. jo is kahavat pr kaam krte hai..अंधी बाँटे रेवड़ी फिर फिर अपने को दे..
SC ST के अमीर लोग, अपने ही समाज के गरीबों को आगे आना देना नही चाहती
सबसे सटीक बात है तुम्हारी।
Jai bhim jai bhim jai bhim jai bharat bahut badiya
Sir सर हमने इस केस को 20 साल कोर्ट में लड़ा है मैं पवन सिंहवाल्मीकि और उसके बाद माननीय सुप्रीम कोर्ट ने इसका फैसला दिया है कोई हवा में ही नहीं आया यह अगर इसकी पूरी कैसे की जानकारी चाहिए तो मुझे फॉलो करो
Pls share link
20 saal pahle sab k halat ek jese the
देखो भाइयों... पूरे सोशल मीडिया पर सवर्ण लोगों द्वारा ये बात कही जा रही है कि उन्हें मौका दो जो पीछे रह गए हैं, और आप लोगों को ये पता है की ये वही लोग हैं जो आरक्षण का विरोध हमेशा करते हैं और ये वही लोग हैं जो कि हजारों हजार सालों से हम लोगों को ऐसी हालत में लाने वाले ये लोग हैं।
जब थोड़ी सी बात के लिए ये हाल है तो कैटेगरी बन जाने पर एक दूसरे के खून के प्यासे हो जाओगे, और इन लोगों का मंसूबा फिर से कामयाब हो जाएगा, तुम फिर से हजारों साल के लिए इन लोगों के गुलाम हो जाओगे।
एकता बना कर रखिए, जितना प्रतिशत मिल रहा है उसपे पूरे एससी एसटी का हक है और अपनी अपनी योग्यता बढ़ाइए और शिक्षित और संघर्ष कीजिए। एक दिन पूरा समाज आगे आ जाएगा जो कि इन सामंतियो को देखा नहीं जा रहा है।
अगर इतनी ही इनको फिक्र है तो दे दो अलग से 10% और एससी एसटी को जैसे GEN को बिना सिर पैर के दे दिया। मगर ये लोग सिर्फ आपस में फूट डालो और राज करो वाली राजनीति कर रहे हैं।
एससी और एसटी में कैटेगरी का कोई मतलब नहीं है, जिसका हम भरपूर विरोध करते हैं।
Tumare Samaz ko eb fir tumhi barbad karoge. Aur 20 saal pehle bhi. Aapka chamar jatav kha gaya. Wah re gazab ki soch payi aapne
Aur agar jadoo ni choda aur education ni liya isse bhi halat kharab ho jayenge
जो लोग आगे बढ़ गए हैं उनका दायित्व है कि जो लोग पीछे रह गए हैं उनको आगे बढ़ने के मौके दै नकि अधिकारों को हम ही छीनते रहे।
Sarkar ko bolo unlogo ko achhe se educate karr na ki ek dusre se alag..
वाल्मीकि को हिस्सा लेने से किसने रोका आरएसएस का बीजेपी की चाल को नहीं समझ पा रहे हो आप लोग। जो इतनी तपस्या के बाद मिलाया सब चला जाएगा दोबारा फिर कीचड़में कूदोगे।
जिस प्रकार obc से अलग mbc बना उसी प्रकार अनुसूचित जाति से कमजोर जातियों को अलग से आरक्षण मिले।
Sc, st, bhai bhai hain ye valmiki samaj manuwadiyon ki salah lete hain to manuwadiyon ki kya niyat hai sc, st ke khilaaf pura desh janta hai
Jai bhim Jai chamarvansh Jai bharat Jai Samvidhan Namo buddhay Jai moolnivasi Jai ambedkarwaad Jai ambedkarwaadi Jai vigyan 🐘🐘🐘🐘🐘🐘👑👑👑👑👑🙏🙏🙏🙏🙏🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳💙💙💙💙💙✍️✍️✍️✍️✍️🖊️🖊️🖊️🖊️🖊️🌹🌹🌹🌹🌹🪔🪔🪔🪔🪔💪💪💪💪💪🗡️🗡️🗡️🗡️🗡️🗡️🗡️🗡️🗡️🗡️
वाल्मीकि समाज जिन्दाबाद भारत माता की जय
जो भी परिवार आर्थिक तौर पर गरीब है ,उनके बच्चों को 5%या 10% नम्बर बोनस के तौर पर फाइनल लिस्ट बनते समय दिये जाय ,जिनकी आय 5लाख से कम है ,इससे उन परिवार के बच्चे भी लिस्ट में आने लगेंगे जिनके परिवार को अभी तक फायदा नहीं मिल सका है। और कोई भी बदलाव करने की जरूरत नहीं है।
Asa kyo kare unko padhne k liye sarkar unke khate m har mahine padhai k liye 15000 rs mahine k daal do
जाटव समाज ने शिक्षा को महत्त्व दिया, और आगे बढ़ा, परंतु अपने बाल्मीकि समाज़ को भी आगे बड़ता देखना चाहता है परंतु स्वर्ण उच्च पदों पर बैठे ,नान उपयुक्त पाया ,दिखा कर आप को नही लेंगे, यदि दम है तो १०%अलग से आरक्षणा दे कर बाल्मीकि समाज़ को भरने का कार्य करे
SC समाज की एकता टूटी और हम चमार वाल्मिकी धोबी खटीक पासी में बटे तो फिर वही गुलामी की जंजीरें पहनने के लिए तैयार हो जाओ
कैसे? गुरुनाम कमेटी तो कुछ और कहती है!
@@aimotivation745 हम बाबा साहेब को मानते हैं तुम गुरुनाम को नाम लो
भंगी कभी भी इस बात पे विचार नही करेंगे की तुम लोग रिजर्वेशन का फायदा कैसे लोगे सभी एग्जाम मैं मिनिमम क्वाली फाइंग मार्क्सआलो है अनुसूचित जाति की कट ऑफ उसे मिनिमम क्वालीफाइंग मार्क्स के लगभग बराबर रहती है जब भंगी समाज मिनिमम क्वालीफाइंग मार्क्स ही नहीं ला पाएगा तो रिजर्वेशन को तो ब्राह्मणों को ट्रांसफर कर दिया जाएगा एक तरफ ब्राह्मण है जो अपने समाज के सभी की आवाज अच्छे से उठता है आज उसके समझ में सबसे ऊंचे पदों पर भी वह लोग एकाधिकार में बैठे हैं लेकिन जनरल में कभी भी फूट नहीं हुई की मेरा हक किसी ने खा लिया वह अब अपने साथ कुछ तो के लिए भी मंदिर के लिए संघर्ष करते हैं पर भंगी समाज ने पता नहीं अपने समाज में इतने लोगों को कितना ऊपर उठते देख लिया की जलने लगे भंगी लोगों को इस बात से प्रॉब्लम नहीं है कि 50% सीटों को खाली रखा जाता है और कई सीटों पर नॉट फाउंड सूटेबल करके उन सीटों को जनरल में ट्रांसफर कर दिया जाता है और कॉलेज में जब वैकेंसी निकाली जाती है तो वहां पर सभी कॉलेज के अलग अलग वैकेंसी निकाली जाती है जिसमें रोस्टर एक्ट लगाया जाता है जिससे हमारा रिजर्वेशन ही नहीं मिलता हम मुझे पदों पर बैठी ही नहीं पाते हैं सुप्रीम कोर्ट में भी कॉलेजियम सिस्टम लागू है वहां पर ब्राह्मणों का एकाधिकार है लेकिन ब्राह्मण समाज में कभी यह फुट नहीं पड़ी कि उनका हक किसी ने खा लिया और मुझे तो यह समझ नहीं आता तुम्हारा हक्का कैसे लिया जब सभी को सेम कंडीशन सभी की कट ऑफ समान है रही बात तुमसे आगे रहने की तो तुमने वाल्मीकि को चुना है जो की एक ब्राह्मण था और हमने डॉ बी आर अंबेडकर को चुना है जो कि तुम्हारे समाज से आते हैं फिर भी हम उन्हें अपना सब कुछ अपना भगवान मानते हैं
@@sandeeppunia3853 तुम बाबा साहब क़ो भी नहीं मानते सरकारी ब्रह्मण!आर्टिकल 341 मे बाबा साहब sc के आरक्षण के लिए हिन्दू होना जरुरी करके गये थे! या कहो बौद्ध धर्म मे भी जातिवाद है! बौधो का आरक्षण बंद हो
@@aimotivation745 beta vo samajik hindu nahi poltical hindu riligion banaya hai banashaan ne. Pahle pad le uske baad gyan dena.
Namo buddhay jai samrat ashok jai bhim jai science jai manavta jai tarkvad jai samvidhan 🇮🇳
मेरे बड़े भाई यो से निवेदन है कि वो अपने छोटे भाई यो का भी हाथ पकड़ कर उनके साथ रहे जय भीम
Valmiki samaj ka Cota alag hona chahiye
साथियो ऐसे निर्णय से हमें आपस मे लङने के वजाय एकजुट होना चाहिऐ तथा इनकी धिनोनी सोच पर पानी फेरना चाहिऐ।लगता है बहुजन समाज के कुछ लोग अपने आपको बाबा साहेब से ज्यादा समझदार मानकर उनकी बताई बातों पर अमल करना भूल गऐ हैं।एक दिन वो पूरे समाज के साथ वापस जरुर आएगे।हमें उनके साथ भी अभद्र व्यवहार नहीं करना चाहिऐ।किसी बहकावे का नतीजा है जो संगठित समाज से अलग हुऐ है।बाबा साहेब को पहले ही पता था कि ये शातिर लोग हमारे समाज मे फूट डालकर लङाने का काम भी करेगे।इसी लिऐ उन्होने हमे शिक्षित बनो संघर्ष करो के साथ संगठित रहने पर भी जोर दिया था।आज हम उनकी गहरी तथा आखिरी बात को भूल गऐ है।
वाल्मीकि समाज अधिकतर परिवार के लोग बेरोजगार नहीं है। और आर्थिक रूप से मजबूत है। बाकी इन्हें अपने रहन सहन मे परिवर्तन करना होगा।
बाल्मीकि समाज जो काम कर रहे उसमें बाल्मीकि समाज सबसे ज्यादा नोकरी ईनको मिला है जेसे साटीया सांसी कनजर ओर भी बोहोत जाती है जो ये काम कर रही आज भी वो बोहोत ही पिछे हे बाल्मीकि समाज ने पढ़ाई शिक्षा पर ध्यान दीया वो उनसे आज आगे हे सच्चाई यही तो है जय भीम
🙏🙏🙏🙏🙏 Namo Buddhay, jaybhim. All should study hard for the future of India.SC,ST, OBC should unite for integrity of India. No divide and rule policy please
Jai valmiki ji ❤
जब हरियाणा से आरक्षण में वर्गीकरण खत्म हुआ तब इन्होंने भाईचारा दिखाते हुए उस वर्गीकरण को दोबारा से लागू क्यों नहीं करवाया।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश का स्वागत करें। नेता के बात में ना रहें।
वाल्मीकि अभी तो बहुत खुश हैं। पर क्या इनकी नौकरी लगेगी।। या NFS का खेल होगा।।।
Ab jatav OR chamar ko dosh DE rhe ha kuch din me dhanak samaj ko dosh dege ki ye kha gye sara arakshan
Valmiki bhaiyo ko aunka hisha dena chaey
अकेले आरक्षण से कोई नौकरी नहीं है पढ़ना भी जरूरी है जो वर्गीकरण का समर्थन कर रहे है उनको ये बात ज्यादा अच्छे से समझने की जरूरत है कि समाज के बच्चों को पढ़ाने पर ज्यादा जोर दे
सरकारों का मुख्य उद्देश्य भाई भाई को लड़ाना है ! यदि सरकार चाहती तो हजारों पद बैक लोग के भर सकती है ! हम चाहते हैं की जाति आधारित जनगणना की जाए तथा जिसकी जितनी संख्या हो उसके आधार पर भागीदारी दी जाए ! वर्गीकरण के बावजूद भी सरकार किसी को कुछ नहीं देना चाहती !
वाल्मीकि समाज में फॉर्म भरने के लिए पढ़ने के लिखने के लिए किसने मना किया था जो अब कह रहे थे हमें भाई दे दो आज भी जगह निकलती है पहले भी जगह निकलती थी पढ़ाई लिखाई करें और नौकरी प्राप्त करें किसने रोका था पहले भी और आज भी
यही बात आपकों जनरल कैटगरी वाले कहे कि आपको किसने रोका है पढ़ो और जनरल में फाइट करो, तुम क्यों आरक्षण का कटोरा लेके बैठे हो, तो कैसी रहेगी। तुम इतने ही पढ़ते हो तो छोड़ क्यों नहीं देते आरक्षण
सभी वंचित सभी जाति के गरीबों को मिलना चाहिए
कोटा मे कोटा मतलब आरक्षण का आपस मे बंटवारा
दलित भाई का दलित भाई से बंटवारा
अर्थात
यह बंटवारा दलित समाज से दलित समाज मे ही हुआ । यह बंटवारा अकेले वाल्मीकि समाज को नही हुआ बल्कि इस वर्गीकरण में धानक, खटीक, बाजीगर, ओड आदि 36 दलित जातियों को रखा गया है । यह वर्गीकरण हरियाणा प्रदेश मे 1994 से 2006 तक समानता लाया है और अब आगे भी लायेगा ।
किसी भी एक पक्ष को कमजोर समझना बहुत बङी बेवकूफी होगी ।
आरक्षण का बंटवारा स्वीकार करे वरना दलित बंट जाएगा । आने वाले समय मे दलित समाज को कमजोर करने वाली ताकतें दोनो ओर से शामिल होगी।
इसकी जिम्मेदारी बङे भाईयो पर है । गेंद बङे भाईयो के पाले मे है । हमे आरक्षण मे अनेकों मोर्चे पर इकठ्ठा लङना है । अतः यह वर्गीकरण बंटवारा स्वीकार करो ।
बालमिक समाज आपके पास झाड़ू के इलावा और कोई काम ही नही❤रेडी लगाओ,प्लंबर का काम करो❤राज मिस्त्री का काम करो❤चमार समाज की बातो मे मत आऔ????
वाल्मिकी समाज का शोषण किया जा रहा है 100 साल से वाल्मिकी समाज का हक दलित के नाम पर खा लिया गया है
🐘 Jai 🐘 bhim 🐘 Jai 🐘 chamarvansh 🐘 Jai 🐘 bharat 🐘 Jai 🐘 Samvidhan 🐘 Namo 🐘 buddhay 👑 Jai 👑 bhim 👑 army 👑 chief 👑 ma 🙏 Chandra 🙏 Shekhar 🙏 aajad 🙏 rawan 🙏 bhai 🐘 ji 🐘 jindabaad 🐘 Jai 🐘 moolnivasi 🐘 Jai 🐘 ambedkarwaad 🐘 Jai 🐘 ambedkarwaadi 🐘 Jai 🐘 vigyan 🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘🐘👑👑👑👑👑🙏🙏🙏🙏🙏🫖🫖🫖🫖🫖💙💙💙🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳✍️✍️✍️✍️✍️🖊️🖊️🖊️🖊️🖊️🌹🌹🌹🌹🌹🪔🪔🪔🪔🪔💪💪💪💪💪🗡️🗡️🗡️🗡️🗡️🗡️🗡️🗡️🗡️🗡️🗡️
बड़ा भाई बाबा साहिब का नाम लेकर दिखावा कर रहा है l उनकी सोच नहीं है बाबा साहिब जैसी... ये लोग वंचित समाज का हक खाते खाते स्वार्थी हो गए हैं
बाल्मिकी समाज को sc वर्गीकरण करते हुए उनका हिस्सा मिलना चाहिए। जिसकी जितनी संख्या भारी उतनी sc केटेगरी में उनकी हिस्सेदारी होनी चाहिए।
वाल्मीकि समाज को पढ़ने से कौन रोक रहा है पढ़े और आगे बढ़े
पढ़ने के लिए भी आज के युग मे पैसा जरूरी है और पैसा उन 1%लोगो जो आरक्षण पा चुके लोगो के पास है इसीलिए घूमफिर कर पीढ़ी दर पीढ़ी उन्ही कोमिलना मिलना जिन्हे मिल चूका है जिन्हे 75साल मे नहीं मिला उन्हें आगे भी कुछ नहीं मिलना है ये सभी आरक्षण डकारू लोगो की गेंदरिंग है
आरक्षण में वर्गीकरण द्वारा अलग से आरक्षण मिल भी गया तो व्यक्ति को न्युनतम शैक्षणिक योग्यता तो रखना होगा आप पढेंगे ही नहीं तो आपको मिले पद खाली रहेंगें
अभी तक यह व्यवस्था है कि अनुसूचित जाती में से लोग जैसे भी पढाई कर परीक्षा दे पा रहें हैं , वो तो उन पदों पर लग सकते हैं
हम सभी को अपने पुश्तैनी कार्य छोड़कर शिक्षा और अन्य व्यवसायों को अपनाना होगा
वक्त बदल सकता है
मगर शर्त है तुम भी बदलने को तैयार हो
ये दुनिया है यहाँ अपने आप कुछ नहीं होता।