समाज के पुरुषों को किसने अधिकार दिया है किसी महिला को चरित्रहीन कहने का, वह कौन होते हैं किसी का चरित्र और चरित्रहीन का मापदंड तय करने वाले, क्यों हमेशा महिलाओं को इतना कुछ सहना पड़ता है, उन्हें हमेशा संदेह की दृष्टि से देखा जाता है
Second comments 😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊jai shree raam jai sita mata❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰❤
Ram jaante hain ki mata sita pavitra hai aur unhune ashok van mein bhi sabke saamne agni pariksha le li.. phir bhi shri ram ne mata sita ko tyaag di thi... ye galat hai
तीन नदियों के किनारे स्थित इस स्थान पर रामायण काल में महर्षि वाल्मिकी का आश्रम था। बिहार के बगहा और नेपाल सीमा के पास स्थित वाल्मीकि आश्रम की खूबसूरती गजब की है। वाल्मीकि रामायण के उत्तर कांड के अनुसार, भगवान राम और सीता के आदेश के चलते लक्ष्मण मां सीता को वाल्मीकि आश्रम में छोड़कर अयोध्या लौट गए थे। वाल्मीकि का आश्रम तमसा नदी के तट पर था। इसका वर्णन वाल्मीकि रामायण के उत्तर कांड में मिलता है। वाल्मीकि आश्रम में सीता वनदेवी के नाम से रहती हैं। उस समय वह गर्भवती रहती हैं। वहीं, जुड़वा लव और कुश का जन्म हुआ। वर्तमान में वाल्मीकि आश्रम वाल्मीकि नगर के भारत और नेपाल सीमा पर स्थित है। यहां आसानी से पहुंचने के लिए नेपाल भी झूला पुल का निर्माण कर रहा है। इस आश्रम के पास नारायणी, तमसा व सोनभद्र नाम की नदी बहती है। नारायणी को गंगा की तरह ही पवित्र माना जाता है। आश्रम के परिसर में माता सीता का मंदिर स्थित है। यहां माता सीता की रसोई भी बनी है।एक कुआं भी है जिसे लेकर कहा जाता है कि माता सीता इसका प्रयोग पानी के लिए करती थीं। एक पेड़ भी है जिसको लेकर माना जाता है कि यहीं लव-कुश बैठकर ऋषि वाल्मीकि से शिक्षा प्राप्त किया करते थे। वहीं, आश्रम में पेड़ की टहनियों से झूले बने हुए हैं। मान्यता है कि इसी झूले पर वे झूलते थे। भगवान राम ने जब अश्वमेघ यज्ञ कराया था तो कोई भी राजा श्रीराम के घोड़े को पकड़ने की हिम्मत नहीं कर पाया था। रामायण में उल्लेख है कि जब वह घोड़ा यहां पहुंचा तो लव कुश ने उसे बांध लिया था। जब श्रीराम का घोड़ा हनुमान जी छुड़ाने के लिए आए तो लव कुश ने उन्हें परास्त कर बंधक बना लिया था। आज भी यह स्थल यहां बना हुआ है, जहां घोड़े को बांधा गया था। इस जगह पर वाल्मीकि द्वारा बनाए हवन कुंड भी है। मान्यताओं के मुताबिक, इसी स्थान पर सीता मां पाताल में समा गईं थीं। हनुमान जी और लक्ष्मण की कोई खबर नहीं मिलने पर भगवान राम खुद युद्ध के लिए पहुंचे। तो उन्हें पता चला कि लव- कुश उनके पुत्र हैं। यहीं माता सीता की राम जी से मुलाकात हुई थी। जब राम जी ने माता सीता को स्पर्श किया था तो वे धरती में समा गईं थी। ऐसा मान्यता है कि इस समाधि स्थल की रखवाली हनुमान जी करते हैं। आज भी यहां मां सीता पाताल प्रवेश द्वार के ठीक सामने हनुमान जी की मूर्ति है।
kyu yesha hota haii yug badla par samaya nahi aaj bhi jaisa tha waisa hi haii hama hi kyu ya sab sahana pad raha haii bhagwan ko nahi choda ham tho insan haii
Bhai isme msg he dhiyan se dekho our socha ek abla Nari keise Raj bons ke sath ladhti Lava kush ke rup me ye to Sita Mata ki lila suru hoga Rajat ki Madhiyem se
Phir bhi jiska galti nahi thi yuna galat soch ka hamara samaj kaisa hai ya deakhaya haii galti kisi aaur ki saja kisi aaur ko msg tho haii par kyu nari ko hi ya sab yehi kaha galat tho nahi kaha hai maine
Honestly, I understand why the washerman is doing all of this (which is to exact revenge for his daughter) but WHY is Shri Ram having doubts?? Sita has clearly proven her innocence and purity and instead of condemning the washerman's mindset Shri Ram accepted that way of thinking and began to feel conflicted about his situation with Sita 💀...it wasn't that deep to begin with 🗿.
Ek nich papi Ravan jisne apne pratisodh k liye ek pap kiya hárán kr or ek mhapapi jisne sita maiya k bare m apsabd bole dono Ki bajah se pura jivan dukhi rha
मान्यताओं के मुताबिक, इसी स्थान पर सीता मां पाताल में समा गईं थीं। हनुमान जी और लक्ष्मण की कोई खबर नहीं मिलने पर भगवान राम खुद युद्ध के लिए पहुंचे। तो उन्हें पता चला कि लव- कुश उनके पुत्र हैं। यहीं माता सीता की राम जी से मुलाकात हुई थी। जब राम जी ने माता सीता को स्पर्श किया था तो वे धरती में समा गईं थी। ऐसा मान्यता है कि इस समाधि स्थल की रखवाली हनुमान जी करते हैं। आज भी यहां मां सीता पाताल प्रवेश द्वार के ठीक सामने हनुमान जी की मूर्ति है।
Apna karam shi krna chye ye bat aapne bhut shi khi❤ Pr hmare Shri Ram ji ko bhi karm ka fal bhuktna pda? unko jo apne hr karm ko sche dharm aur sbki bhlai ke liye krte the Ye unke krm ka fal nhi apitu ye niyati thi, wo smaj tha jiske karan hmare Shri Ram Ji aur Mata Sita ko itna kasht hua
Aaj k jamane me v aisa ghatna hota hai mere sasural me ak insan k patni maeka chaligai sasa sasur ne mara tha to guseme maeka jaligai jis k karan usk pati ne kav sukara nhi aisa kyu hota hai 😢😢
समाज के पुरुषों को किसने अधिकार दिया है किसी महिला को चरित्रहीन कहने का, वह कौन होते हैं किसी का चरित्र और चरित्रहीन का मापदंड तय करने वाले, क्यों हमेशा महिलाओं को इतना कुछ सहना पड़ता है, उन्हें हमेशा संदेह की दृष्टि से देखा जाता है
Esme darm kya hai Sita ki koi galti nhi
Second comments 😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊jai shree raam jai sita mata❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰❤
Ram jaante hain ki mata sita pavitra hai aur unhune ashok van mein bhi sabke saamne agni pariksha le li.. phir bhi shri ram ne mata sita ko tyaag di thi... ye galat hai
ऐसा नहीं है सच कुछ और है वह उसमें नहीं दियाया गया है
E sala dhobi ke baja se
तीन नदियों के किनारे स्थित इस स्थान पर रामायण काल में महर्षि वाल्मिकी का आश्रम था। बिहार के बगहा और नेपाल सीमा के पास स्थित वाल्मीकि आश्रम की खूबसूरती गजब की है। वाल्मीकि रामायण के उत्तर कांड के अनुसार, भगवान राम और सीता के आदेश के चलते लक्ष्मण मां सीता को वाल्मीकि आश्रम में छोड़कर अयोध्या लौट गए थे। वाल्मीकि का आश्रम तमसा नदी के तट पर था। इसका वर्णन वाल्मीकि रामायण के उत्तर कांड में मिलता है। वाल्मीकि आश्रम में सीता वनदेवी के नाम से रहती हैं। उस समय वह गर्भवती रहती हैं। वहीं, जुड़वा लव और कुश का जन्म हुआ।
वर्तमान में वाल्मीकि आश्रम वाल्मीकि नगर के भारत और नेपाल सीमा पर स्थित है। यहां आसानी से पहुंचने के लिए नेपाल भी झूला पुल का निर्माण कर रहा है।
इस आश्रम के पास नारायणी, तमसा व सोनभद्र नाम की नदी बहती है। नारायणी को गंगा की तरह ही पवित्र माना जाता है। आश्रम के परिसर में माता सीता का मंदिर स्थित है। यहां माता सीता की रसोई भी बनी है।एक कुआं भी है जिसे लेकर कहा जाता है कि माता सीता इसका प्रयोग पानी के लिए करती थीं। एक पेड़ भी है जिसको लेकर माना जाता है कि यहीं लव-कुश बैठकर ऋषि वाल्मीकि से शिक्षा प्राप्त किया करते थे। वहीं, आश्रम में पेड़ की टहनियों से झूले बने हुए हैं। मान्यता है कि इसी झूले पर वे झूलते थे।
भगवान राम ने जब अश्वमेघ यज्ञ कराया था तो कोई भी राजा श्रीराम के घोड़े को पकड़ने की हिम्मत नहीं कर पाया था। रामायण में उल्लेख है कि जब वह घोड़ा यहां पहुंचा तो लव कुश ने उसे बांध लिया था। जब श्रीराम का घोड़ा हनुमान जी छुड़ाने के लिए आए तो लव कुश ने उन्हें परास्त कर बंधक बना लिया था। आज भी यह स्थल यहां बना हुआ है, जहां घोड़े को बांधा गया था। इस जगह पर वाल्मीकि द्वारा बनाए हवन कुंड भी है।
मान्यताओं के मुताबिक, इसी स्थान पर सीता मां पाताल में समा गईं थीं। हनुमान जी और लक्ष्मण की कोई खबर नहीं मिलने पर भगवान राम खुद युद्ध के लिए पहुंचे। तो उन्हें पता चला कि लव- कुश उनके पुत्र हैं। यहीं माता सीता की राम जी से मुलाकात हुई थी। जब राम जी ने माता सीता को स्पर्श किया था तो वे धरती में समा गईं थी।
ऐसा मान्यता है कि इस समाधि स्थल की रखवाली हनुमान जी करते हैं। आज भी यहां मां सीता पाताल प्रवेश द्वार के ठीक सामने हनुमान जी की मूर्ति है।
Sabi Shri Ram Bhaktoo Ko Mere Or Se JAI SHRI RAM JI 🙏🙏🙏
He ram aap to bhagwan ho fir unlogo ko kyu nhi samjhaye ki ma sita khud nhi gai thi rawan k sath .mata sitako chhalse jabarjasti legya tha 😢😢.
Dhany ho rghukul siromadi agnipricha Dene ke bad bhi Sita Mata ko apki agya se banwas Jana pda
kyu yesha hota haii yug badla par samaya nahi aaj bhi jaisa tha waisa hi haii hama hi kyu ya sab sahana pad raha haii bhagwan ko nahi choda ham tho insan haii
Bhai isme msg he dhiyan se dekho our socha ek abla Nari keise Raj bons ke sath ladhti Lava kush ke rup me ye to Sita Mata ki lila suru hoga Rajat ki Madhiyem se
Phir bhi jiska galti nahi thi yuna galat soch ka hamara samaj kaisa hai ya deakhaya haii galti kisi aaur ki saja kisi aaur ko msg tho haii par kyu nari ko hi ya sab yehi kaha galat tho nahi kaha hai maine
Galti shri Ram kii nhi washer man kii yhi
But maa sita proven her purity by agni pariksha.
জয় সীতারাম ❤❤❤❤
Jay shree Ram ji lakshaman ji Sita Maya bhakat Hanuman ji raksha karjo 🙏🙏
Jay siyaram raksha karjo ❤❤
❤️Jay jay Siya Ram❤️
💞💞💞💞☘️💞💞💞💞
Jay Sita Ram 🙏🙏🙏
Honestly, I understand why the washerman is doing all of this (which is to exact revenge for his daughter) but WHY is Shri Ram having doubts?? Sita has clearly proven her innocence and purity and instead of condemning the washerman's mindset Shri Ram accepted that way of thinking and began to feel conflicted about his situation with Sita 💀...it wasn't that deep to begin with 🗿.
Ek nich papi Ravan jisne apne pratisodh k liye ek pap kiya hárán kr or ek mhapapi jisne sita maiya k bare m apsabd bole dono Ki bajah se pura jivan dukhi rha
JAY Siya Ram ji 🚩🚩
Bhot bura lga es episode mai , ram ki dasha dekhakar
मान्यताओं के मुताबिक, इसी स्थान पर सीता मां पाताल में समा गईं थीं। हनुमान जी और लक्ष्मण की कोई खबर नहीं मिलने पर भगवान राम खुद युद्ध के लिए पहुंचे। तो उन्हें पता चला कि लव- कुश उनके पुत्र हैं। यहीं माता सीता की राम जी से मुलाकात हुई थी। जब राम जी ने माता सीता को स्पर्श किया था तो वे धरती में समा गईं थी।
ऐसा मान्यता है कि इस समाधि स्थल की रखवाली हनुमान जी करते हैं। आज भी यहां मां सीता पाताल प्रवेश द्वार के ठीक सामने हनुमान जी की मूर्ति है।
Name of place?
@@nikhilsahay2
Valmiki Ashram
These things can be made up or can be true. Hazaro saal pehle kya hua tha kya nhi no one knows, so guys don't blame anyone.
jay siya ram
Dharm ke liye prabhu shree ko mata seeta ka tyag karna padega
Jai shree ram sita ram sita ram
Karm ka phal Sab ko bhugatna padata he swayam bhagwan ko bhi bhugatna pada ham to fir bhi insan he esiliye soch samajh kar karya kare
Apna karam shi krna chye ye bat aapne bhut shi khi❤
Pr hmare Shri Ram ji ko bhi karm ka fal bhuktna pda? unko jo apne hr karm ko sche dharm aur sbki bhlai ke liye krte the
Ye unke krm ka fal nhi apitu ye niyati thi, wo smaj tha jiske karan hmare Shri Ram Ji aur Mata Sita ko itna kasht hua
Ek bar Mata Sita ne ek garbhabati tota ko apni tota se alag kar di thi to esiliye Mata Sita ko bhi garbhabati abastame ram se dur hona pada
Jay jay sita maiya
Aaj k jamane me v aisa ghatna hota hai mere sasural me ak insan k patni maeka chaligai sasa sasur ne mara tha to guseme maeka jaligai jis k karan usk pati ne kav sukara nhi aisa kyu hota hai 😢😢
First viewer
Matlab
🙂🙂🙂🙂
Is serial ka naam ,siya ke ram nahi apitu,pativrata sita hona chahiye tha
Jai sitaram