देत्य गुरु शुक्राचार्य की लड़की थी देबयानी उसको प्रेम हो गया देब गुरू ब्रहस्पति के लड़के से। देबयानी का पति शुक्राचार्य के पेट में। यही इसका जबाब है। पूरी कथा विस्तार से टाइप करना सम्मभ नहीं है
शुक्राचार्य की लड़की ने कहा कि हम शुक्राचार्य के शिष्य के साथ शादी करेगे तब शुक्राचार्य ने अपने शिष्य को खालिया था तब शुक्राचार्य की पुत्री ने कहा था- पति पिता के पेट मे सुता रही अकुलाए पिता मरे तो पति मिले नहीं जनम क्वारे जाये।
❤
बहुत सुंदर भजन
❤gjb
Bahut khoob
narVeer bhai ji hamen aapka Harbhajan bahut achcha lagta h
Thanks bhai
Lajab❤❤❤❤❤
Manoj khatuliya
Gjb 👌
Bahut hi sundar superb
Ranveer Singh bhaiya ji aap khan rahte.ho
Khed kisani pukhta ke rahne bale hain bhai
❤❤❤❤❤
🙏🙏🙏
Sir night night program karte ho ya nahin
Yes krta hun 9758107783 call.me
Anmol bhai. . . kyo nahi dhyan nahi de rahe aap
Chitraketu wala bhajan pura karbao
Ranveer shastri ji se
Dhyan hai kuchh time to do bhai
मुझे पता है इसका जबाब
Batao
रणवीर जी अगर आप अनुमति दे तो मे इसका जबाब दूँ।
Jabab do bhai
देत्य गुरु शुक्राचार्य की लड़की थी देबयानी उसको प्रेम हो गया देब गुरू ब्रहस्पति के लड़के से। देबयानी का पति शुक्राचार्य के पेट में। यही इसका जबाब है। पूरी कथा विस्तार से टाइप करना सम्मभ नहीं है
Iska Uttar do
Pati pita ke pet me pativrata rahi akulay pita mare tab pati mile nhi janam kyare jaye eska uttar bhi to do ki aise hi gavaiya ban gaye
तुम्ही दे दो उत्तर
To aisa gana bajana chchod do joki uttar na desako
Prashan kiya to uttar milna chahiye
शुक्राचार्य की लड़की ने कहा कि हम शुक्राचार्य के शिष्य के साथ शादी करेगे तब शुक्राचार्य ने अपने शिष्य को खालिया था तब शुक्राचार्य की पुत्री ने कहा था-
पति पिता के पेट मे सुता रही अकुलाए पिता मरे तो पति मिले नहीं जनम क्वारे जाये।