रामायण - EP 17 - राम का श्रंगवेरपुर पहुँचना। निषादराज से मिलन। सुमन्त का लौटना।

Поделиться
HTML-код
  • Опубликовано: 24 сен 2024
  • Ramayana - Episode 17 - Ram's arrival at Shringverpur.Service by Nishad. Sumantra's return.
    तमसा नदी के तट पर राम सीता और अयोध्यावासी रात्रि विश्राम करते हैं। राम सूर्योदय से पहले उठते हैं और प्रजा को सोता छोड़कर चुपचाप यह स्थान छोड़ने का निर्णय लेते हैं। वे सुमन्त के साथ रथ पर सवार होकर श्रंगवेरपुर पहुँचते हैं जो निषादराज गुह का राज्य है। निषादराज राम के मित्र हैं। एक सैनिक निषादराज को राम के रथ के राज्य सीमा में प्रवेश की सूचना देता है। निषादराज बंधु बांधवों के साथ उनसे मिलते हैं। वो राम को तपस्वी वेश में देखकर अचम्भित है। वे कैकेयी की चाल समझ जाते हैं। उधर दशरथ अपने महल में पुत्र विरह में जल रहे हैं। उन्होने अन्न जल त्याग दिया है। निषादराज राम से अपने छोटे से वनप्रदेश श्रंगवेरपुर की सत्ता सम्भालने का अनुरोध करते हैं। राम इसे अस्वीकार करते हैं और वृक्ष के नीचे घासफूस के बिछौने पर रात्रि विश्राम करते हैं। लक्ष्मण माता सुमित्रा के आदेश का पालन करते हुए रात्रि प्रहरा देते हैं। सवेरे राम निषादराज से गंगा पार कराने के लिये नौका का प्रबन्ध करने का अनुरोध करते हैं। राम आर्य सुमन्त से वापस अयोध्या जाने, पिता दशरथ को सम्भालने और भरत के राज्याभिषेक की व्यवस्था करने का निवेदन करते हैं। सुमन्त राजा दशरथ की इच्छानुसार सीता को वापस अयोध्या भेजने का अनुरोध राम से करते हैं। सीता उन्हें अपने पत्नी धर्म का भान कराकर इनकार कर देती हैं। राम गंगा पार जाने का उद्धत होते हैं। लक्ष्मण उन्हें खड़ाऊ पहनाना चाहते हैं। लेकिन राम इसका भी त्याग कर देते हैं। लक्ष्मण भी बड़े भाई का अनुसरण करते हुए अपनी चरण पादुकाऐं उतार देते हैं। निषादराज कहते हैं कि वन के पथरीले मार्ग पर नंगे पाव चलना दुष्कर होगा। तब राम को स्मरण आता है कि बाल्यकाल में गुरू वशिष्ठ ने उन्हें अपने आश्रम में कठोर तप का प्रशिक्षण देकर वनवासी जीवन जीने के अनुकूल बना दिया था। राम समझ जाते हैं कि गुरू वशिष्ठ त्रिकालदर्शी हैं और सम्भवतः वे भाँप चुके थे कि भविष्य में क्या होने वाला है।
    रामायण एक भारतीय टेलीविजन श्रृंखला है जो इसी नाम के प्राचीन भारतीय संस्कृत महाकाव्य पर आधारित है। यह श्रृंखला मूल रूप से 1987 और 1988 के बीच दूरदर्शन पर प्रसारित हुई थी। इस श्रृंखला के निर्माण, लेखन और निर्देशन का श्रेय श्री रामानंद सागर को जाता है। यह श्रृंखला मुख्य रूप से वाल्मीकि रचित 'रामायण' और तुलसीदास रचित 'रामचरितमानस' पर आधारित है। इस धारावाहिक को रिकॉर्ड 82 प्रतिशत दर्शकों ने देखा था, जो किसी भी भारतीय टेलीविजन श्रृंखला के लिए एक कीर्तिमान है।
    निर्माता और निर्देशक - रामानंद सागर
    सहयोगी निर्देशक - आनंद सागर, मोती सागर
    कार्यकारी निर्माता - सुभाष सागर, प्रेम सागर
    मुख्य तकनीकी सलाहकार - ज्योति सागर
    पटकथा और संवाद - रामानंद सागर
    संगीत - रविंद्र जैन
    शीर्षक गीत - जयदेव
    अनुसंधान और अनुकूलन - फनी मजूमदार, विष्णु मेहरोत्रा
    संपादक - सुभाष सहगल
    कैमरामैन - अजीत नाइक
    प्रकाश - राम मडिक्कर
    साउंड रिकॉर्डिस्ट - श्रीपाद, ई रुद्र
    वीडियो रिकॉर्डिस्ट - शरद मुक्न्नवार
    Ramayan is an Indian television series based on ancient Indian Sanskrit epic of the same name. The show was originally aired between 1987 and 1988 on DD National. It was created, written, and directed by Ramanand Sagar. The show is primarily based on Valmiki's 'Ramayan' and Tulsidas' 'Ramcharitmanas'. The series had a viewership of 82 per cent, a record high for any Indian television series. The series was re-aired during the 2020 Coronavirus lockdown and broke several viewership records globally which includes setting the record for one of the most watched TV shows ever in the world, with 77 million viewers on 16 April 2020.
    In association with Divo - our RUclips Partner
    #Ramayan #RamanandSagar #ShriRam #MataSita #Hanuman #Lakshman #RamayanaEpisodes #Bhakti #Hindu #tvseries #RamBhajan #RamayanaStories #RamayanTVSeries #RamCharitManas #DevotionalSeries"

Комментарии • 37