@@amanmishra98aprrajsingh ek chote rajya ka raja tha,aur chhatrpati Shivaji Maharaj aurangjeb ke time pe sabse powerful hindu king the jinke pass 2.5 lakh ki army(100000 cavalry,70 k infantry,80 k shiledar(unke southern india campaign 1678 me lagbhag 70k army leke Gaye the to socho Puri army kitni hogi) thi,400 naval ships,365 forts the,aur gujrat se lekar tamilnadu ke jinjee tak do samunder control me the, raj singh ke pass 20k ki army thi,navy zero thi, aur forts bhi 10-15 bhi nahi honge to vo Etna powerful kaise ho sakta hai ,kuch logic nahi hai is bat me , chhatrpati Shivaji Maharaj itne powerful the ki unka banaya Maratha samrajya pure bharat ko mughalonse bachaya aur aaj hindu hindu hai to sirf Chhatrapati Shivaji Maharaj ke vajah se ,Kashi ki kala jati mathura bhi majjit hoti agar Chhatrapati Shivaji Maharaj na hote to sunnat hoti sabki
मै महाराष्ट्र से हू मराठा हु आप जो औरंगाबाद बोलते हो उसे २ साल पहले ही chatrapati sambhajinagar nam दे दिया है कृपया औरंगाबाद ना बोले छत्रपति संभाजीनगर बोलें। ❤ जय श्रीराम ❤❤❤
सनातन धर्म के दो वीर योद्धा -हिन्दुआ सूरज क्षत्रिय कुलभूषण वीर सिरोमणि महाराणा प्रताप जी और छत्रपति शिवाजी महाराज जी की सदा ही जय हो 🙏🙏🙏🙏 जय श्री राम 🚩🚩🚩 जय सनातन धर्म 🚩🕉️🕉️
एक रघु वंश नीति दूसरा यदुवंश नीति के तहत तमाम जीवन युद्ध लड़ते रहें............. दोनों ही वीर योद्धा अपनी मातृभूमि के लिए मर मिटने का ज़ज्बा रखते थे............... दोनों ही वीर योद्धा भारत वर्ष के दोगले, विश्वास घाती , हिन्दू राजाओं का शिकार थे................
Maharaj Pratap sher ki Tara yudh karte, Chatrapati Shivaji jangal me khunkar bagh ki Tara yudh karte.Dono Mahan Veer sapoot o ki Jai ho.❤❤❤❤🚩🚩🚩🚩 Jai Hind Jai Bharat 🇮🇳
यह सरदार सरदार क्या लगा रखा है. राजे मराठा साम्राज्य के पहिले छत्रपती महाराजा है🚩🚩 और मराठा साम्राज्य कैसा है अहद तंजावर तहद पेशावर 🚩🚩 और इतने बडे साम्राज्य के महाराज को आप सरदार कहते हो ओभी उनका नाम लेके यह गलत बात है!! राजे है हम सबके भाई महाराज बोलिये छत्रपती शिवाजी महाराज🚩🚩 जय भवानी जय शिवराय जय रौद्र शंभुराजे🙏🙏🙏🙏🙏
भारद्वाज जी अगर दोनों समकालीन होते तो भारत का इतिहास अलग ही और होता **✍️😎 और यह भी सच है कि मुगलो के रिश्तेदारोकका आज असली इतिहास चेहरा देश के सामने होता **✍️✍️😎
जब मिर्झा राजा जयसिंग दख्खन पे मोहीम के लिये आये . तब छत्रपती शिवाजी महाराज ने अपना वकील और इस आशय का पत्र लिख कर भेजा था की _ आप राजपूत हैं , स्वधर्माभिमनी हैं और स्वभूमी की रक्षा करना हम क्षत्रियो का कर्तव्य हैं . आप अगर औरंगजेब जैसे क्रूर , कट्टर शासक के विरुद्ध उठकर खडे होते हैं . तो हम मे और आप मे कोई अंतर नहीं रागेहा . आप उम्र से बडे हैं , आप हमे पितृतुल्य हैं हम , आप और अन्य राजा एक होकर , इन तूर्को को देश से खडेद देंगे . हम दक्षिण देश देखं लेंगे , और आप दिल्ली पर राज कीजिये.🔥🚩🙏🏻 . इस आशय से तो यही नजर आता हैं की अगर महाराणा प्रताप जी और महाराज एक समय चक्र मे होते तो अवश्य वो एक होकर इन तूर्को का मुकाबला करते .✨🕉️🙏🏻
आप महाराणा प्रताप की तुलना जय सिंह से ना करे आप महाराणा प्रताप का इतिहास पढ़े उन्हे आधा हिंदुस्तान का ऑफर दिया था 5 , 6 लोग को दुत भेजा था अकबर ने ,वो चाहते तो संधि करके भोग विलास का जीवन जी सकते थे, पर उन्होंने संघर्ष का रास्ता चुना
@@SanjeevSingh-lw3nu जी आप गलत समझ रहे है , वीर शिरोमणी महाराणा प्रताप जी की तुलना भला जय सिंह से कदापि नहीं हो सकती, और नाही यहा उनकी तुलना किसिसे मेने की हैं . हम सिर्फ यह बता रहे हैं ,की कैसे छत्रपती शिवाजी महाराज ने हिंदू धर्म , और भरत भूमी के रक्षण के लिये , मिर्झा राजा जयसिंग को पत्र लिखा . इससे यह साबित होता हैं की अगर राणा जी और छत्रपती महाराज एक समय मे होते ती अवश्य एक साथ होते .🕉️🚩🙏🏻 . अर्थ का अनर्थ ना कीजीये 🙏🏻❤️
Yar tum logo mie na ajeeb si bimari har koi bhagwan ho jata sala smagh hia tum logo Mia. MATLAB kya aise dekho ge ham musalmano ek se badh kar mahan yoddha Aaye hia to kya matlab
Tu kisko sardar keh raha, Wo Chatrapati hai mtlb Raja se bhi Uper unke under kaam karne wale Sardar Aurangzeb ke shamiyana ke top utha ke late the wo bhi Aurangzeb ki jaan baksh kar
दोनो 1अंतर था. राजपूत आमने सामने युद्ध करते थे. और मराठा गनिमी कावा यांनी कि मुघलो कि रणनीती चुपकेसे वार करते थे. खतम किया मुघलो का अंपायर छत्रपती शिवाजी महाराज ने 🙏भगवान से भी बढकर महाराज थे. पभगवान के तो मंदिर बने है. लेकिन छत्रपती शिवराय मंदिरो मे नही बल्की हर मराठा के मान मे रहते है 🙏🙏जय शिवराय.जय शंभूराजे 🙏🚩
Maharana Pratap is the inventor of guerilla tactics (ganimi-kava) after battle of haldi ghati. He won almost entire Mewar with guerilla tactics with Bhil warriors. Please do complete research on Maharana pratap.
अगर छत्रपती शिवाजी महाराज औंर महाराणा प्रतापसिंह जी समकालीन तो मेवाड और मराठा स्वराज में राजनैतिक औंर सैन्य गठबंधन होता जिस वजह से मुघलो का राज बहुत पेहेले ही खत्म हो जाता...
Nahin the bhai donon ka aapas mein koi sambandh nahin tha aur iske koi praman bhi nahin hai agar aisa hota to mewad ke rajkumar lakshyaraj Singh ji yah jarur bolate lekin unhone kabhi Aisa nahin bola ki Chhatrapati Shivaji Maharaj sisodiya vansh se the Chhatrapati Shivaji Maharaj Maratha bhonsle vansh se the
19:00 सब बातें ठीक हैं, पर दोनों के युध कौशल में असमानता इसलिए क्योंकि शिवाजी महाराज के पास महाराणा प्रताप का पूरा इतिहास था, जो चूक महाराणा प्रताप से हुई वो शिवाजी नहीं करना चाहते होंगे। अगर दोनों समकालीन होते तो शायद शिवाजी महाराज की भी योजना वही होती जो महाराणा प्रताप की थी
Maharana partap ka janm shivaji महाराज ke Roop me hua hoga Kyoki जब maharana partap ki mrityu hui थी tab उनका sapna अधूरा reh gya tha Pure Hindustan se muglon को ukhaad kar desh se Bahar karne ka जय हो veer maharana partap ki 🇮🇳🇮🇳 जय हो वीर shivaji महाराज ki🇮🇳🇮🇳
अगर दोनो वीर शिवा जी और महान महाराणा प्रताप एक ही समय में होते तो भी वह चाहकर भी जो करना चाहते वो नही कर पाते क्योंकि उनको सबसे पहले खुद के ही हिंदू धोखेबाज से लड़ना पड़ता शत्रुओं से तो जीत जाते वो लेकिन हिंदुओं के धोखे से कैसे बचते क्योंकि हिंदू सदियों से सोता आ रहा है वो चंद पैसे के खातिर तब भी बिकता था और आज भी
महाराना राज सिंह और छत्रपति शिवाजी की विचार धारा एक जैसी ही थे दोनो समकालीन थे दोनो ही अपने अपने क्षेत्र के राजा थे दोनो ही औरगंजेब के विरुद्ध थे फिर भी दोनो ने मिल कर कभी भी संघर्ष नही किया
Prithviraj Chauhan nahin Prithviraj Chauhan mujhe sabse murkh Raja Laga isase acche to Samrat bisaldev Chauhan the jinhone Delhi ko Ajmer mein Mila diya tha
Already Maharaj ke vajah se mughal khatm ho gaye the,akele chhatrpati Shivaji Maharaj ne pura hindustan ka itihas badal diya etne mahan the chhatrpati Shivaji Maharaj 🚩
अगर एक ही दौर में छत्रपति शिवाजी और वीर महाराणा प्रताप होते तो वैसे ही लड़ते जैसे की और हिंदू आपस में लड़ते रहते हैं इन्हीं अपने धर्म की रक्षा का तो बहुत ज्यादा ज्ञान था लेकिन यह लोग आपस में कभी भी एक होकर नहीं लड़े इसी वजह से हिंदुओं के ऊपर मुसलमानो ने इतने साल राज्य किया। के लिए तो यह लोग अपना जान देने को तैयार थे लेकिन हिंदुओं में कभी भी एकता नहीं रही इसी वजह से मुस्लिम राजाओं ने कितने साल भारत पर राज्य किया।
Time Maratha kabhi aapas mein nahin ladte the Keval Rajput rajai the Jo kabhi ek hokar nahin lade sirf Maharana Sangram Singh ke time per ek hue the baki Maharana Pratap ka Saat bhelo ne diya tha lekin agar Chhatrapati Shivaji Maharaj us time hote to Maharana Pratap ka sath avashya dete kya Chhatrapati Shivaji Maharaj ne maharaja chhatrasal se bhet nahin ke thi aur Veer Shiromani Durga Das Ji Rathod bhi Chhatrapati Shivaji Maharaj se mil chuke the
और दोनों के युद्ध लड़ने का तरीका अलग अलग था महाराणा प्रताप जी शेरो की तरह सामने से लड़ते थे और शिवाजी ji महाराज छापा मार युद्ध करते है भगवान श्री कृष्णा की सलहा पर की दुश्मन को उसी के trh
छत्रपती शिवाजी महाराज सबसे बुद्धिमान राजा थे. लढाई करके हारनेसे संधी करके दोबारा कोशिश करते थे. He was a guiding spirit for the Maratha Empire. His son Sambhaji sacrificed his life for the honor of his father. His daughter in law Tararani engaged Aurangzeb till his death in 1707. His grandson Shahu Maharaj controlled Delhi.
ये दोनों कही एक साथ रहते तो मंगोल मुगल इनकी अवकात नहीं होती भारत में राज करने के लिए महाराणा प्रताप और सिवा जी महाराज को मेरा कोटि कोटि नमन 🌹🌹🌹🌹🌹🙏🙏
Mewar Rana Raj Singh bhi bahut shaktishali the shivaji ke time me
Mewar rana raj singh
Bro you forget about maharana raj singh
@@amanmishra98aprchhatrapati Shivaji Maharaj etne mahan the ki rajput chhatrasal bundela khud unki army join karneke liye maharaj ko Milne aaya tha
@@amanmishra98aprrajsingh ek chote rajya ka raja tha,aur chhatrpati Shivaji Maharaj aurangjeb ke time pe sabse powerful hindu king the jinke pass 2.5 lakh ki army(100000 cavalry,70 k infantry,80 k shiledar(unke southern india campaign 1678 me lagbhag 70k army leke Gaye the to socho Puri army kitni hogi) thi,400 naval ships,365 forts the,aur gujrat se lekar tamilnadu ke jinjee tak do samunder control me the, raj singh ke pass 20k ki army thi,navy zero thi, aur forts bhi 10-15 bhi nahi honge to vo Etna powerful kaise ho sakta hai ,kuch logic nahi hai is bat me , chhatrpati Shivaji Maharaj itne powerful the ki unka banaya Maratha samrajya pure bharat ko mughalonse bachaya aur aaj hindu hindu hai to sirf Chhatrapati Shivaji Maharaj ke vajah se ,Kashi ki kala jati mathura bhi majjit hoti agar Chhatrapati Shivaji Maharaj na hote to sunnat hoti sabki
एक ही आत्मा एक समय पर 2 जगह जन्म नही ले सकती❤
@@satyasanatanugशिवाजी महाराज मे महारथी कर्ण की आत्मा थी
Tum tino pagal ho jo aatma ko mante ho😂😂😂
@@aakashmishra803atma ke bina to tera bhi astitva nhi hai mitra 😂
@@kinzo999x ab kya bolu aapko
@@aakashmishra803 kuch nhi bas samjho bat ko jab tak sareer me aatma tab tak jio 🌹
मै महाराष्ट्र से हू मराठा हु आप जो औरंगाबाद बोलते हो उसे २ साल पहले ही chatrapati sambhajinagar nam दे दिया है कृपया औरंगाबाद ना बोले छत्रपति संभाजीनगर बोलें। ❤ जय श्रीराम ❤❤❤
Tu Navy me h kya
Nahi bhai
Satya vachan
Marathi bhg mc
Solute yaar
I'm from Gwalior MP
शिवाजी महाराज और महाराणा प्रताप पूरे भारत के आदर्श हैं
शिवाजी महाराज नहीं छत्रपति शिवाजी महाराज बोलो भाई
महाराष्ट्राची आराध्य देवत छत्रपति शिवाजी महाराज
शिवाजी महाराज और महाराणा प्रताप पूरे भारत के आदर्श हैं
Aradhya Devat of all Bhartiyas. Dada please do not restrict our Devat to caste creed, province.
सनातन धर्म के दो वीर योद्धा -हिन्दुआ सूरज क्षत्रिय कुलभूषण वीर सिरोमणि महाराणा प्रताप जी और छत्रपति शिवाजी महाराज जी की सदा ही जय हो 🙏🙏🙏🙏 जय श्री राम 🚩🚩🚩 जय सनातन धर्म 🚩🕉️🕉️
Chatrapati Shivaji Maharaj ki Jai ❤️
Maharana Pratap ji ki Jai 🙏
Veer shiromani maharana pratap 🧡
Veer Chhatrapati Shivaji Maharaj 🧡
Jai hind 🇮🇳 jai jai rajputana 🚩
Gjb sir ji
मैं खुद कइ बार सोचता हू
कि काश ये दोनों महान शासक एक ही काल में होते तो नज़ारा कुछ ओर ही दिखता
Right mai bhi yehi soch ta hu 😌
दोनों स्वराज के लिए लड़ रहे थे और दोनों में मुगल शासक विद्यमान है और अगर दोनों समकालीन होते तो एक दूसरे के लिए अपार सम्मान होता।
राम कृष्ण दोनो अलग अलग युग में ही पैदा होते है एक साथ नही
महाराणा राम जैसे सामने से युद्ध करने वाले थे वही भगवान कृष्ण कूटनीति के साथ काम करते थे
एक रघु वंश नीति दूसरा यदुवंश नीति के तहत तमाम जीवन युद्ध लड़ते रहें............. दोनों ही वीर योद्धा अपनी मातृभूमि के लिए मर मिटने का ज़ज्बा रखते थे...............
दोनों ही वीर योद्धा भारत वर्ष के दोगले, विश्वास घाती , हिन्दू राजाओं का शिकार थे................
Maharaj Pratap sher ki Tara yudh karte, Chatrapati Shivaji jangal me khunkar bagh ki Tara yudh karte.Dono Mahan Veer sapoot o ki Jai ho.❤❤❤❤🚩🚩🚩🚩 Jai Hind Jai Bharat 🇮🇳
jai Rana Partap Jai shiva sardar
सरदार नही महाराज थे। सरदार उनके सेनापती लोग थे।
@@historyofdakkhan917 मला पण पहिलं असच वाटत होत . पण हिंदी मध्ये नेत्यांना ,अतीशय आदर युक्त भाव व्यक्त करण्यासाठी सरदार म्हणतात .❤
He is chhatrapati means king ❤
यह सरदार सरदार क्या लगा रखा है. राजे मराठा साम्राज्य के पहिले छत्रपती महाराजा है🚩🚩 और मराठा साम्राज्य कैसा है अहद तंजावर तहद पेशावर 🚩🚩 और इतने बडे साम्राज्य के महाराज को आप सरदार कहते हो ओभी उनका नाम लेके यह गलत बात है!! राजे है हम सबके भाई महाराज बोलिये छत्रपती शिवाजी महाराज🚩🚩 जय भवानी जय शिवराय जय रौद्र शंभुराजे🙏🙏🙏🙏🙏
या तो ढंग से नाम लो, या तो मत लो।
महाराज ने छत्रसाल को बुंदेलखंड मे राज्य बनाने की प्रेरणा दी।
जय हो भारत के वीर पुत्रो की
Pranam.
Shivaji maharaj and maharana pratap ji are my God.
very nice vdo Ramanji. yr vdos are very informative. I am a retired 65 yrs from mumbai and love history. pls continue making such wonderful vdos.
बहुत ही सुंदर व्हिडियो बनाई सर आपने
Thank you sir 🙏
राणा वीर प्रताप ने, मुगल शक्ति दी तौल।
एक वार में चीर कर, अश्व सहित बहलोल।।
बहुत बहुत धन्यावाद इतिहास की अद्वितीय जानकारी हेतु।
भारद्वाज जी अगर दोनों समकालीन होते तो भारत का इतिहास अलग ही और होता **✍️😎
और यह भी सच है कि मुगलो के रिश्तेदारोकका आज असली इतिहास चेहरा देश के सामने होता **✍️✍️😎
Esa kuchh nhi, Shivaji ke samkalin mewar Rana Raj Singh bhi bahut shaktishali the
जब मिर्झा राजा जयसिंग दख्खन पे मोहीम के लिये आये . तब छत्रपती शिवाजी महाराज ने अपना वकील और इस आशय का पत्र लिख कर भेजा था की _ आप राजपूत हैं , स्वधर्माभिमनी हैं और स्वभूमी की रक्षा करना हम क्षत्रियो का कर्तव्य हैं .
आप अगर औरंगजेब जैसे क्रूर , कट्टर शासक के विरुद्ध उठकर खडे होते हैं . तो हम मे और आप मे कोई अंतर नहीं रागेहा . आप उम्र से बडे हैं , आप हमे पितृतुल्य हैं हम , आप और अन्य राजा एक होकर , इन तूर्को को देश से खडेद देंगे . हम दक्षिण देश देखं लेंगे , और आप दिल्ली पर राज कीजिये.🔥🚩🙏🏻 .
इस आशय से तो यही नजर आता हैं की अगर महाराणा प्रताप जी और महाराज एक समय चक्र मे होते तो अवश्य वो एक होकर इन तूर्को का मुकाबला करते .✨🕉️🙏🏻
आप महाराणा प्रताप की तुलना जय सिंह से ना करे
आप महाराणा प्रताप का इतिहास पढ़े
उन्हे आधा हिंदुस्तान का ऑफर दिया था
5 , 6 लोग को दुत भेजा था अकबर ने ,वो चाहते तो संधि करके भोग विलास का जीवन जी सकते थे,
पर उन्होंने संघर्ष का रास्ता चुना
@@SanjeevSingh-lw3nu जी आप गलत समझ रहे है , वीर शिरोमणी महाराणा प्रताप जी की तुलना भला जय सिंह से कदापि नहीं हो सकती, और नाही यहा उनकी तुलना किसिसे मेने की हैं .
हम सिर्फ यह बता रहे हैं ,की कैसे छत्रपती शिवाजी महाराज ने हिंदू धर्म , और भरत भूमी के रक्षण के लिये , मिर्झा राजा जयसिंग को पत्र लिखा .
इससे यह साबित होता हैं की अगर राणा जी और छत्रपती महाराज एक समय मे होते ती अवश्य एक साथ होते .🕉️🚩🙏🏻 .
अर्थ का अनर्थ ना कीजीये 🙏🏻❤️
भारत के वीर
दोनो वीर योद्धा थे ❤❤❤❤❤
महाराष्ट्र में महाराणा जी को छत्रपती जी इतना ही रीस्पेक्ट है
सच कहू सरजी दोनो भी भगवान थे भगवान
Yar tum logo mie na ajeeb si bimari har koi bhagwan ho jata sala smagh hia tum logo Mia. MATLAB kya aise dekho ge ham musalmano ek se badh kar mahan yoddha Aaye hia to kya matlab
Both are Great
Both are Rastrawadi
Both are Hindu Heart
Both are Siisodiya Rajput
Excellent analysis excellent 👌
❤जय भवानी जय छत्रपती शिवाजी महाराज ❤
❤जय महाराणा प्रताप ❤
Sarkar Maharana Pratap hi Shiva Ji k roop mein aae❤❤
Maharana Pratap ek mahan veer Raja te .
Chhatrapati shivaji Maharaj bol
Completely agree.
@@VinayakGandhi-pv3fh Don't fight on use of words, See the intention of words is here to unit people and not create supremacy.
@@atulkotwal aye foriner ki aulad marathi me baat ker
बहुत अच्छा है sir मे आपकी सारी videos देखता हू
राणा की जय जय, शिवा की जय जय!❤
भाई में भी यही सोचता था अगर सारे महान राजा एक साथ होते तो भारत आज बहुत बड़ा देश रहता अमेरिका चीन से भी बड़ा देश होता भाई🚩🕉️🇮🇳🙏🔱
Chatrapati shivaji Maharaj is the best king of the world
अगर महाराणा प्रताप वह छत्रपति शिवाजी महाराज एक समय कालीन में होते
दोनो एक साथ होते तो भारत में आज जो समस्या है वो नही होती
जय शिवा सरदार की जय महाराणा प्रताप की 🙏🚩
Tu kisko sardar keh raha, Wo Chatrapati hai mtlb Raja se bhi Uper unke under kaam karne wale Sardar Aurangzeb ke shamiyana ke top utha ke late the wo bhi Aurangzeb ki jaan baksh kar
Jay chatrapati shivrai.. jay maharana pratap
Jai ho Maharana pratap ji ki 🙏🏻, Jai ho Chatrapati shivaji maharaj ji ki🙏🏻
ईश्वर की अपनी मर्जी है हम तो केवल कल्पना कर सकते हैं
दोनो 1अंतर था. राजपूत आमने सामने युद्ध करते थे. और मराठा गनिमी कावा यांनी कि मुघलो कि रणनीती चुपकेसे वार करते थे. खतम किया मुघलो का अंपायर छत्रपती शिवाजी महाराज ने 🙏भगवान से भी बढकर महाराज थे. पभगवान के तो मंदिर बने है. लेकिन छत्रपती शिवराय मंदिरो मे नही बल्की हर मराठा के मान मे रहते है 🙏🙏जय शिवराय.जय शंभूराजे 🙏🚩
Sanga Or rana tere bap se lde the
Maharana Pratap is the inventor of guerilla tactics (ganimi-kava) after battle of haldi ghati. He won almost entire Mewar with guerilla tactics with Bhil warriors. Please do complete research on Maharana pratap.
@@amolshelake7309 lol mughal Empire shivaji ne nahi peshwa bajirav ne khatam kiya okk
जय शिवाजी महाराज की जय जय महाराणा प्रताप की जय
जय शिवा सरदार जय महाराणा प्रताप सिंह
सरदार नही महाराज कहो
bhai sardar nhi the chhatrapati the
sardar nahe Maharaj bol
Ye to whi Baat hui na
Shri Ram ♈❤️ Aur Shri Krishna ek hi yug mein Avtaar lie ho ❤❤
Ye sanatan ki sanskar hai ki mahilayo ki izzat krte hai...
सर आपका विडिओ बहुत अच्छा लगता है।
U doing good job just keep going and do this forever it nice to see your history info on all your good effort
महाराणा प्रताप और छत्रपती शिवाजी महाराज
सिर्फ राजस्थान और महाराष्ट्र के आराध्य दैवत नही थे वे दोनो संपूर्ण भारत के आराध्य थे
Agar shivaji Maharana pratap ek dir Me ho ti. Bharat kabhi gulam hi nahi. hota
जय श्री राम 🙏🏼
यदि राणा सांगा और छत्रपति शिवाजी महाराज समकालीन होते तो क्या होता? बताओ
तबाई 😮🚩
Hamare Desh mein se yuddh gaon ki jarurat thi
Bharat ke Veer 🙏
Pawankhind pe video banao sir Baji prabhu Deshpande par
बहुत ही अच्छा होता 🚩
अगर छत्रपती शिवाजी महाराज औंर महाराणा प्रतापसिंह जी समकालीन तो मेवाड और मराठा स्वराज में राजनैतिक औंर सैन्य गठबंधन होता जिस वजह से मुघलो का राज बहुत पेहेले ही खत्म हो जाता...
वीर सारोमणि महाराणा प्रताप जी और वीर सारोमणि छत्रपति शिवाजी ये दोनों अगर एक युग मे आते तो अख़बर क्या हैँ कोई भारत पर नजर नहीं उठा पाता 🚩🚩🚩
Shri MahaRana Pratap Aur Shri ChatraPati ShiVaji Dono Ek hai Thai Bas Janam Alag alag huye Alag Waqt par
महाराणा प्रताप और छ्त्रपति शिवाजी महाराज की जय दोनों महावीर थे विलक्षण बुद्धि के थे
Most respect to Great Maharana Pratap from the territory of Chh. Shivaji Maharaj. Both great persons having many similarities .
you are no.1 history teacher. great analysis and research
Dono veer saman the 🚩 agar ek he shasan kal me janma lete to aaj akhand bharat hota
वेसे तो प्रथ्वी राज , महाराणा प्रताप, सिवाजी महाराज, तीनो एक हि काल मे होते तो मुगल कभी नही आते
एक समानता और है दोनो में। दोनो ही गुहिलोत वंश की सिसोदिया शाखा के राजपूत थे।
अबे शिवाजी कुर्मी मराठा था। 🤣🤣
Nahin the bhai donon ka aapas mein koi sambandh nahin tha aur iske koi praman bhi nahin hai agar aisa hota to mewad ke rajkumar lakshyaraj Singh ji yah jarur bolate lekin unhone kabhi Aisa nahin bola ki Chhatrapati Shivaji Maharaj sisodiya vansh se the Chhatrapati Shivaji Maharaj Maratha bhonsle vansh se the
Sachhai jo ho ye satya hai ki Shivaji Maharaj ne Mewar se Maharana Pratap ke vanshaj hone ka praman mangwaya tha Chhatrapati coronation ke samay
Good video sir,
#MARATHA #MARATHAEMPIRE JAY CHHATRAPATI SHIVAJI MAHARAJ ❤ MARATHA.....❤
jay shivaji maharaj jay maharana pratap
Jai hind 🙏
Har har Mahadev
❤❤❤❤ Shiva Pratap Amar rahe
19:00 सब बातें ठीक हैं, पर दोनों के युध कौशल में असमानता इसलिए क्योंकि शिवाजी महाराज के पास महाराणा प्रताप का पूरा इतिहास था, जो चूक महाराणा प्रताप से हुई वो शिवाजी नहीं करना चाहते होंगे। अगर दोनों समकालीन होते तो शायद शिवाजी महाराज की भी योजना वही होती जो महाराणा प्रताप की थी
Maharana partap ka janm shivaji महाराज ke Roop me hua hoga
Kyoki जब maharana partap ki mrityu hui थी tab उनका sapna अधूरा reh gya tha
Pure Hindustan se muglon को ukhaad kar desh se Bahar karne ka
जय हो veer maharana partap ki 🇮🇳🇮🇳
जय हो वीर shivaji महाराज ki🇮🇳🇮🇳
Aisa nhi h bhai. Maharana pratap, chhatrapati shivaji maharaj. Jhansi ki rani in sabne jeete ji invader kuch nhi kr pa rhe the.
अगर दोनो वीर शिवा जी और महान महाराणा प्रताप एक ही समय में होते तो भी वह चाहकर भी जो करना चाहते वो नही कर पाते क्योंकि उनको सबसे पहले खुद के ही हिंदू धोखेबाज से लड़ना पड़ता शत्रुओं से तो जीत जाते वो लेकिन हिंदुओं के धोखे से कैसे बचते क्योंकि हिंदू सदियों से सोता आ रहा है वो चंद पैसे के खातिर तब भी बिकता था और आज भी
👍👍
JAISE BJP KO HAARAYA INN DHOKEBAAZ HINDUO NE.
Please respect se naam lijiye chatrapati shivaji maharaj kahiye.
शीवाजी महाराज बोला ईसलीऐ भगवी शूभकामनाये
ये दोनों मां भारती के वीर सपूत समकालीन होते तो भारत से मुगलों का नामो-निशान मिटा देते
जय हो
बहुत बढीया व्हिडिओ सर 🙏🙏❤
जय मां भवानी 🚩जय महाराणा प्रताप जी 🙏 जय छत्रपति शिवाजी महाराज 🙏
Ek ne Afjal Khan ko chira,,to ek ne Behlol khan ko fara....ye sbse bda smanta h
King of Hindustan Chhatrapati Shivaji Maharaj 👑🔥⚔️
छत्रपती शिवाजी महाराज हिंदुस्थान के युगपुरुष
Chatarpati shivaji maharaj hmesa mahilao ki respect krte thy 🙏🙏🙏🙏
Sir apne in dono mahaan veero ki veerta ko ek karne ki baat khi ati uttam baat khi.thanks*******
महाराना राज सिंह और छत्रपति शिवाजी की विचार धारा एक जैसी ही थे दोनो समकालीन थे दोनो ही अपने अपने क्षेत्र के राजा थे दोनो ही औरगंजेब के विरुद्ध थे फिर भी दोनो ने मिल कर कभी भी संघर्ष नही किया
Maharana partap, Chhatrapati Shivaji Maharaj, parthavi Raj Chauhan
Prithviraj Chauhan nahin Prithviraj Chauhan mujhe sabse murkh Raja Laga isase acche to Samrat bisaldev Chauhan the jinhone Delhi ko Ajmer mein Mila diya tha
अति उत्तम जानकारी 🎉🎉🎉
Har har mahadeb
Imagine Bajirao Peshwa and Chattrapati Shivaji at the same time period!
छत्रपती शिवाजी महाराज और महाराणा प्रताप एक होते तो मुगल भारत मे नही रहते.
Already Maharaj ke vajah se mughal khatm ho gaye the,akele chhatrpati Shivaji Maharaj ne pura hindustan ka itihas badal diya etne mahan the chhatrpati Shivaji Maharaj 🚩
Peshwa bajirao pratham ko mat bhulna itihas padho @@sankettodmal255
Hote to aaj hindu ek hote bhed bhav nahi hota hamari Rajputana or Maratha aadi ek hote duniya ko hila deta
जय श्रीकृष्ण यदि दोनो समकालीन होते तो हमारा देश सम्पूर्ण विश्व मे शक्तिशाली हिन्दू राष्ट्र होता ।
सर कई सालों से मैं आपसे निवेदन कर रहा हूं कि मोहम्मद गौरी की मौत के बारे वीडियो बनाइए
SIR SS.RAJAMOULI KO IDEA MAT DO RRR-2 BANA DEGA.
Dono Hi Hamare
Legends Hai Dono hi Bharat ke hai
अगर एक ही दौर में छत्रपति शिवाजी और वीर महाराणा प्रताप होते तो वैसे ही लड़ते जैसे की और हिंदू आपस में लड़ते रहते हैं इन्हीं अपने धर्म की रक्षा का तो बहुत ज्यादा ज्ञान था लेकिन यह लोग आपस में कभी भी एक होकर नहीं लड़े इसी वजह से हिंदुओं के ऊपर मुसलमानो ने इतने साल राज्य किया। के लिए तो यह लोग अपना जान देने को तैयार थे लेकिन हिंदुओं में कभी भी एकता नहीं रही इसी वजह से मुस्लिम राजाओं ने कितने साल भारत पर राज्य किया।
Time Maratha kabhi aapas mein nahin ladte the Keval Rajput rajai the Jo kabhi ek hokar nahin lade sirf Maharana Sangram Singh ke time per ek hue the baki Maharana Pratap ka Saat bhelo ne diya tha lekin agar Chhatrapati Shivaji Maharaj us time hote to Maharana Pratap ka sath avashya dete kya Chhatrapati Shivaji Maharaj ne maharaja chhatrasal se bhet nahin ke thi aur Veer Shiromani Durga Das Ji Rathod bhi Chhatrapati Shivaji Maharaj se mil chuke the
Great job sir❤
सर आपण व्हिडिओ अछे बनाते है
Gujarati kurmi from up
चेतक के बारे मे बताओ
और दोनों के युद्ध लड़ने का तरीका अलग अलग था महाराणा प्रताप जी शेरो की तरह सामने से लड़ते थे और शिवाजी ji महाराज छापा मार युद्ध करते है भगवान श्री कृष्णा की सलहा पर की दुश्मन को उसी के trh
Jai maharana Pratapsinh ji ki
Jai shivaji maharaj
छत्रपती शिवाजी महाराज सबसे बुद्धिमान राजा थे. लढाई करके हारनेसे संधी करके दोबारा कोशिश करते थे. He was a guiding spirit for the Maratha Empire. His son Sambhaji sacrificed his life for the honor of his father. His daughter in law Tararani engaged Aurangzeb till his death in 1707. His grandson Shahu Maharaj controlled Delhi.
Attendance from Buduan dist Utter Pradesh
Chatrapati Shivaji Maharaj 52 he jiye thoda or 20 sal or mil jyate unko uttar Digvijay ki bhi taiyari ki thi.❤ Dakshin Digvijay poora hua tha.