Jai shree Ram jai shree Ram jai shree Ram jai shree Ram jai Hanuman Dada jai shree Ram jai shree Ram jai Murari bapuji tamne koti koti pranam 🙏🏻🙏🏻🙏🏻❤️❤️❤️🙏🏻🙏🏻🙏🏻❤️❤️❤️🙏🏻🙏🏻🙏🏻❤️🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻❤️🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻 🙏🏻🙏🏻🙏🏻
નાનપણ થી આજ સુધી ધણી વાર બાપુ ની કથા સંભાળી છે..દુર થઈ દર્શન પણ ધણી વાર કર્યા છે...પણ અંતરથી ઉડી લાગણી છે ક્યારેક બાપુ ને નજીક થી નિરખી લઈ ધન્ય બનુ જય સીયારામ 🙏🕉
गुरुजी से प्रथम मिलन पर उन्होंने चैतन्य चरित्रावली ब्रज के भक्ति भेंट किया हम पढ़ पढ़ के पागल नहीं हुए क्योंकि जो जो प्रसंग सबको प्रिय लगता था वह कोई बड़ी बात नहीं थी जागी मैदान उधर काजी कोतवाल का अत्याचार हरिदास ठाकुर से मिलने जाना रोज जगन्नाथ जी के दर्शन करने जाना रोज हमें तो राजा राय रामानंद और महाप्रभु जी की चर्चा बहुत अच्छी लगी उधर करना तो कोई बड़ी बात नहीं भाव से पर करना भगवान के लिए कोई बड़ी बात नहीं उनके बाएं हाथ का खेल यह तो उनका सहज स्वभाव प्रेम अवतार है वह कोडी का उद्धार रोगी का उद्धार
जय सियाराम बापू जब हम गंगा स्नान करने जाते हैं तो हम पहले सुसु पॉटी करके जाते हैं हमारे मामा रहती है सूसू करके आओ और गंगा मैया में स्नान करने से डर लगता है पानी ठंडा लगता है मामा हमारी रहती थी सीधे चरण नहीं रखना पहले पानी को सिर माथे करो माथे सी सुनाओ शीश चढ़ाओ फिर धीरे धीरे पर रखो जब हम पॉटी सूसू कर आए गंगा मैया में तो हमारे गुरु जी ने समझाया कोई बात नहीं गंगा गंगा मैया गंदी नहीं होगी इतनी जीव रहते हैं उसमें समुद्र में पानी में क्या बोलते यह सब नहीं करते फिर भी हम गंगाजल पी लेते हैं क्या हम उसको जानते हैं पानी को दुआ खड़े खड़े दे देती है फिर जी भर के पानी पी लेती है गंगा मैया को पूरा पी जाती है अगस्त से मुनि की तरह पता नहीं कितने दिन की प्यास बुझाई है तेरे को कुछ होता है क्या
जय सियाराम बापू फिर हमको प्रमाण भी मिल गया गंगाजल का गुरुजी ने कहा बेवकूफ गंगाजल कितने दिन घर में रख लो क्या उसे कुछ होता है वह पवित्र का पवित्र रहता है पर यह है कि जब वह पापियों के पाप धोते धोते मैली हो जाती है तो उसको पवित्र करना पड़ता है वह हमारी छोटी बहन समझ गई जब कोई सच्चे संत चरण डालते हैं गंगा मैया में गंगा मैया अपने आप पवित्र हो जाती है यह गंगा मैया ने रो रो कर मांगा मैं कैसे पवित्र आऊंगी तो भगवान ने कहा अभी आप जो जब कोई संत चरण आपके अंदर डालेंगे और स्नान करेंगे गंगा मैया पवित्र हो जाएगी
बिल्कुल ठीक कह रहे हो बापू आप ठीक समझे हम जब इलाहाबाद के पास की कथा में आए थे हम उन पशुओं से बचने के लिए जो उसे कथा में मौजूद थे संतो के अलावा अपने चारों तरफ अपने बैग लगा लेते थे ताकि हमारे पास ना आए जागे तो रहती थी रात भर पेपर जबकि आ जाती है मेरी कथा में कुछ लोग आकर सो जाते हैं मुझे खुशी है मुझे खुशी है दो दो नींद की गोलियां खाने के बाद नींद नहीं आती मैं राजी हूं वह बंगाली मैया हमारा ध्यान रखती थी बड़ी बड़ी गोल गोल लाल बिंदी लगाती थी सफेद साड़ी लाल बॉर्डर सरस्वती मां की तरह पहनती थी और बोरी में सामान उठाकर रखती थी और खुद ही घसीट का ट्रेन में भी चढ़ जाती थी उतार भी जाती थी सबसे आगे बैठी थी
बाबा मौज हो गई कभी-कभी वह वहां के मौज फकीरा की हो जाती है एक बाबा जी है अवधेशानंद गिरि जी जूनागढ़ के वह गुड़गांव आए तो हमें पता चला वह हरि नाम से स्नान कर देते हैं हमें वह मंत्र मिल गया हमने जल से स्नान करना कभी-कभी छोड़ दिया और हरी नाम से स्नान कर लेते हैं सबको नहीं दे रहे हम यह उन्होंने हमको दिया गिरी हमारे हैं आप हमारी पूछ पकड़ लोगे
जय सियाराम बापू गंगोत्री यमुनोत्री यात्रा पर गए बड़ा आनंद बरसा हमने पूछा गंगोत्री मैया किधर है भोले को दरवाजा ग्लेशियर है हम सीधा वहां चले गए ने कहा हम यही स्नान करेंगे सपना का मर जाएगी हम करने जा रहे हैं अगर यह नहीं हुआ गंगा मैया मार डालेगी तो मार डाले हम सीधा गंगोत्री में उतर गए हमेशा दो लोग और नहाए एक हमारे वह चाचा जी के बेटे जो हमारे पीछे लगे रहते थे मेंटालिटी खराब और एक पंजाब केसरी के कोई संपादक थे हमें बाद में पता चला 1 साल का छोटा सा पोता था बस हम चार लोगों ने स्नान किया फिर माय यमुनोत्री की गोद में आ गए अच्छी तरह से हमारी सिकाई कर दी यमुनोत्री मैया ने इतना गर्म पानी बापू आनंद आ गया साड़ी ठंड चली गई बाद में बाहर निकले फिर वही ठंड आ गई आप किधर मारे फिर गंगोत्री की में स्नान करें
तू गंगा की मौज मैं जमुना का धारा हो रहेगा मिलन और होगा मिलन हमारा तुम्हारा बाणासुर की भैरवी भैरवी और भैरव की जरूरत है कल भैरव का हमें पता नहीं वह तो शिव पैदा करते हैं जाता से वह उनकी मौज शिवा की मौज बड़ा उन्मादी सब भोलेनाथ को गृष्टि कहते हैं उनका एक भी बच्चा नहीं कहां है वह गृहस्ती तारकासुर को करने के लिए जब भंग किया गया उनकी तपस्या को तो जब उन्होंने कामदेव को भस्म किया तो राती ने पार्वती मां को श्राप दिया तुम्हें गलत सुख प्राप्त नहीं हुआ पति सुख नहीं मिलेगा कार्तिकेय कैसे पैदा हुए क्या हुआ टेस्ट ट्यूब बेबी थे फिर वह शिव के नहीं थे
बापू आप पहले मेरी नजर उतार लो मुझे बड़ा डर लगता है अपनी बात बताने में मैं गंगा मैया में स्नान करने के सूरज भगवान को आगे देने के बाद जल चढ़ाने के बाद एक डेट लोटा इससे भी ज्यादा पी जाती हो और मजे की बात यह बापू गंगाजल पीने के बाद मुझे इतनी भूख लगती है गंगा हरिद्वार में मैं इसलिए नहीं जाती इतना खाती हूं गंगाजल पीने के बाद पता नहीं कैसा वह ऐपेटाइजर है
बापू आप मेरी वह चाचा प्रधान नहीं है मंदिर के और आप कोई और है प्रधानमंत्री के वैसे नहीं है जैसे मैं विष्णु दादा हूं मेरी दादागिरी है मतलब यह है मेरे पापा के गुरु गंगा गिरि महाराज जी मैं गिरी हूं की औलाद हूं गोला गिरी वह जो नारियल चढ़ता है वैष्णो देवी मां को भेंट शीश के भेंट सरस्वती मां की जाए तो बोलेंगे नहीं ना अभी तो वहां पर वैष्णो मां है और बस काली मां है सरस्वती मां का मीनिंग बताओ वह तो बद्रीनाथ ही गुप्त हो गई पता नहीं केदारनाथ गुप्तों की उसके आगे वहां तक आएंगे ज्योर्तिमठ तक
Jai shree Ram jai shree Ram jai shree Ram jai shree Ram jai Hanuman Dada jai shree Ram jai shree Ram jai Murari bapuji tamne koti koti pranam 🙏🏻🙏🏻🙏🏻❤️❤️❤️🙏🏻🙏🏻🙏🏻❤️❤️❤️🙏🏻🙏🏻🙏🏻❤️🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻❤️🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻 🙏🏻🙏🏻🙏🏻
જય શ્રી સિયારામ બાપુ જય શ્રી રાધે ક્રિષ્ના 🙏🙏🙏🙏
જય સીતા રામ બાપુજી 🌹🌹🌹🙏
Jay morari bapuji tamne dandvat pranam
નાનપણ થી આજ સુધી ધણી વાર બાપુ ની કથા સંભાળી છે..દુર થઈ દર્શન પણ ધણી વાર કર્યા છે...પણ અંતરથી ઉડી લાગણી છે ક્યારેક બાપુ ને નજીક થી નિરખી લઈ ધન્ય બનુ
જય સીયારામ 🙏🕉
Jai siyaram bapu 🙏🙏🙏
Siya Ram Bapu
Jay shree ram krishna bhgvan 🌹🙏🌹🙏🌹🙏
Jay shree ram
જય શ્રી રામ. જય હનુમાન
गुरुजी से प्रथम मिलन पर उन्होंने चैतन्य चरित्रावली ब्रज के भक्ति भेंट किया हम पढ़ पढ़ के पागल नहीं हुए क्योंकि जो जो प्रसंग सबको प्रिय लगता था वह कोई बड़ी बात नहीं थी जागी मैदान उधर काजी कोतवाल का अत्याचार हरिदास ठाकुर से मिलने जाना रोज जगन्नाथ जी के दर्शन करने जाना रोज हमें तो राजा राय रामानंद और महाप्रभु जी की चर्चा बहुत अच्छी लगी उधर करना तो कोई बड़ी बात नहीं भाव से पर करना भगवान के लिए कोई बड़ी बात नहीं उनके बाएं हाथ का खेल यह तो उनका सहज स्वभाव प्रेम अवतार है वह कोडी का उद्धार रोगी का उद्धार
जय सियाराम बापू जब हम गंगा स्नान करने जाते हैं तो हम पहले सुसु पॉटी करके जाते हैं हमारे मामा रहती है सूसू करके आओ और गंगा मैया में स्नान करने से डर लगता है पानी ठंडा लगता है मामा हमारी रहती थी सीधे चरण नहीं रखना पहले पानी को सिर माथे करो माथे सी सुनाओ शीश चढ़ाओ फिर धीरे धीरे पर रखो जब हम पॉटी सूसू कर आए गंगा मैया में तो हमारे गुरु जी ने समझाया कोई बात नहीं गंगा गंगा मैया गंदी नहीं होगी इतनी जीव रहते हैं उसमें समुद्र में पानी में क्या बोलते यह सब नहीं करते फिर भी हम गंगाजल पी लेते हैं क्या हम उसको जानते हैं पानी को दुआ खड़े खड़े दे देती है फिर जी भर के पानी पी लेती है गंगा मैया को पूरा पी जाती है अगस्त से मुनि की तरह पता नहीं कितने दिन की प्यास बुझाई है तेरे को कुछ होता है क्या
जय सियाराम बापू फिर हमको प्रमाण भी मिल गया गंगाजल का गुरुजी ने कहा बेवकूफ गंगाजल कितने दिन घर में रख लो क्या उसे कुछ होता है वह पवित्र का पवित्र रहता है पर यह है कि जब वह पापियों के पाप धोते धोते मैली हो जाती है तो उसको पवित्र करना पड़ता है वह हमारी छोटी बहन समझ गई जब कोई सच्चे संत चरण डालते हैं गंगा मैया में गंगा मैया अपने आप पवित्र हो जाती है यह गंगा मैया ने रो रो कर मांगा मैं कैसे पवित्र आऊंगी तो भगवान ने कहा अभी आप जो जब कोई संत चरण आपके अंदर डालेंगे और स्नान करेंगे गंगा मैया पवित्र हो जाएगी
મેં યણ ગઇ કાલે કથા મંડપ માં આવીને કથા નો લાભ લીધો હતો,જય શ્રી રામ
बिल्कुल ठीक कह रहे हो बापू आप ठीक समझे हम जब इलाहाबाद के पास की कथा में आए थे हम उन पशुओं से बचने के लिए जो उसे कथा में मौजूद थे संतो के अलावा अपने चारों तरफ अपने बैग लगा लेते थे ताकि हमारे पास ना आए जागे तो रहती थी रात भर पेपर जबकि आ जाती है मेरी कथा में कुछ लोग आकर सो जाते हैं मुझे खुशी है मुझे खुशी है दो दो नींद की गोलियां खाने के बाद नींद नहीं आती मैं राजी हूं वह बंगाली मैया हमारा ध्यान रखती थी बड़ी बड़ी गोल गोल लाल बिंदी लगाती थी सफेद साड़ी लाल बॉर्डर सरस्वती मां की तरह पहनती थी और बोरी में सामान उठाकर रखती थी और खुद ही घसीट का ट्रेन में भी चढ़ जाती थी उतार भी जाती थी सबसे आगे बैठी थी
बाबा मौज हो गई कभी-कभी वह वहां के मौज फकीरा की हो जाती है एक बाबा जी है अवधेशानंद गिरि जी जूनागढ़ के वह गुड़गांव आए तो हमें पता चला वह हरि नाम से स्नान कर देते हैं हमें वह मंत्र मिल गया हमने जल से स्नान करना कभी-कभी छोड़ दिया और हरी नाम से स्नान कर लेते हैं सबको नहीं दे रहे हम यह उन्होंने हमको दिया गिरी हमारे हैं आप हमारी पूछ पकड़ लोगे
जय सियाराम बापू गंगोत्री यमुनोत्री यात्रा पर गए बड़ा आनंद बरसा हमने पूछा गंगोत्री मैया किधर है भोले को दरवाजा ग्लेशियर है हम सीधा वहां चले गए ने कहा हम यही स्नान करेंगे सपना का मर जाएगी हम करने जा रहे हैं अगर यह नहीं हुआ गंगा मैया मार डालेगी तो मार डाले हम सीधा गंगोत्री में उतर गए हमेशा दो लोग और नहाए एक हमारे वह चाचा जी के बेटे जो हमारे पीछे लगे रहते थे मेंटालिटी खराब और एक पंजाब केसरी के कोई संपादक थे हमें बाद में पता चला 1 साल का छोटा सा पोता था बस हम चार लोगों ने स्नान किया फिर माय यमुनोत्री की गोद में आ गए अच्छी तरह से हमारी सिकाई कर दी यमुनोत्री मैया ने इतना गर्म पानी बापू आनंद आ गया साड़ी ठंड चली गई बाद में बाहर निकले फिर वही ठंड आ गई आप किधर मारे फिर गंगोत्री की में स्नान करें
જય શ્રી રામ
આગામી કથા કયારે અને કઈ જગ્ય છે તે જણાવજો.
જય શ્રી ર
तू गंगा की मौज मैं जमुना का धारा हो रहेगा मिलन और होगा मिलन हमारा तुम्हारा बाणासुर की भैरवी भैरवी और भैरव की जरूरत है कल भैरव का हमें पता नहीं वह तो शिव पैदा करते हैं जाता से वह उनकी मौज शिवा की मौज बड़ा उन्मादी सब भोलेनाथ को गृष्टि कहते हैं उनका एक भी बच्चा नहीं कहां है वह गृहस्ती तारकासुर को करने के लिए जब भंग किया गया उनकी तपस्या को तो जब उन्होंने कामदेव को भस्म किया तो राती ने पार्वती मां को श्राप दिया तुम्हें गलत सुख प्राप्त नहीं हुआ पति सुख नहीं मिलेगा कार्तिकेय कैसे पैदा हुए क्या हुआ टेस्ट ट्यूब बेबी थे फिर वह शिव के नहीं थे
बापू आप पहले मेरी नजर उतार लो मुझे बड़ा डर लगता है अपनी बात बताने में मैं गंगा मैया में स्नान करने के सूरज भगवान को आगे देने के बाद जल चढ़ाने के बाद एक डेट लोटा इससे भी ज्यादा पी जाती हो और मजे की बात यह बापू गंगाजल पीने के बाद मुझे इतनी भूख लगती है गंगा हरिद्वार में मैं इसलिए नहीं जाती इतना खाती हूं गंगाजल पीने के बाद पता नहीं कैसा वह ऐपेटाइजर है
बापू आप मेरी वह चाचा प्रधान नहीं है मंदिर के और आप कोई और है प्रधानमंत्री के वैसे नहीं है जैसे मैं विष्णु दादा हूं मेरी दादागिरी है मतलब यह है मेरे पापा के गुरु गंगा गिरि महाराज जी मैं गिरी हूं की औलाद हूं गोला गिरी वह जो नारियल चढ़ता है वैष्णो देवी मां को भेंट शीश के भेंट सरस्वती मां की जाए तो बोलेंगे नहीं ना अभी तो वहां पर वैष्णो मां है और बस काली मां है सरस्वती मां का मीनिंग बताओ वह तो बद्रीनाथ ही गुप्त हो गई पता नहीं केदारनाथ गुप्तों की उसके आगे वहां तक आएंगे ज्योर्तिमठ तक
Jayshiyaram....shabbandagi....deepabendipakaiya.viranimoti
Jay shree ram