में तो हवा हूं किस तरह पहरे लगाओगे, महसूस ही करोगे मुझे छू ना पाओगे।। पंकज पाराशर।। पिंटू शर्मा।।

Поделиться
HTML-код
  • Опубликовано: 27 ноя 2024

Комментарии • 4