संथाल छोटा नागपुर पठार के जंगलों में रहते थे और उन पर निर्भर थे। 1832 में, अंग्रेजों ने वर्तमान झारखंड के दामिन-ए-कोह(संथाल परगना) क्षेत्र का सीमांकन किया और संथालों को इस क्षेत्र में बसने के लिए आमंत्रित किया। भूमि और आर्थिक सुविधाओं के वादों के कारण बड़ी संख्या में संथाल उड़ीसा, धालभूम, मानभूम, हजारीबाग, मिदनापुर आदि से बसने के लिए आए। जल्द ही, महाजन और जमींदार, अंग्रेजों द्वारा तैनात कर-संग्रह बिचौलियों के रूप में अर्थव्यवस्था पर हावी हो गए। कई संताल भ्रष्ट धन उधार प्रथाओं के शिकार हो गए। उन्हें अत्यधिक दरों पर पैसा उधार दिया गया था जब वे कभी चुका नहीं सकते थे तो उनकी जमीनों को जबरन ले लिया गया था, उन्हें बंधुआ मजदूरी के लिए मजबूर किया गया था। इससे संताल विद्रोह छिड़ गया।संथाल परगना के प्राचीन निवासी पहाड़िया जनजाति के लोगों ने अंग्रेजो के खिलाफ पहले ही विद्रोह कर दिया था।
प्रकृति ,या अनमने घने जंगल से प्राप्त सुपर फूड ,कई प्रकार के साग,पत्तियां,औषधि आदिवासी और सरल समाज के विरासत और धरोहर है ,यह जीवन शैली बिल्कुल सरल है, प्रकृति को सहेज कर रखना आदिवासियों की सच्ची प्रकृति प्रेम को प्रकट करता है।
श्याम सुंदर सर आप अच्छे विषय मैं भी भारत( आदिवासियों ) के ऊपर अध्यन्न कर रहे है और चैनल के माध्यम से लोगो को दिखा रहे है! लेकिन इसमें और गहन चिंतन, मनन की आवश्यकता है, क्योंकि आपने एक ही पहलू आदिवासियों पर चर्चा की है इसका दूसरा पहलू सरकारें और उनके मुलाजिम है! संक्षिप्त रिपोर्ट के लिहाज से ठीक है, लेकिन विस्तृत रिपोर्ट में अधूरी है, अंग्रेजो के बाद विभिन्न सत्ता में बैठे सरकारों की स्वयं की स्वार्थ पूर्ति के अभिलाषा के कारण आदिवासी समाज आज जल, जंगल और जमीन से बेदखल किए जा रहे है, उनका पुनर्वास नीति जमीन पर लागू नहीं हो पाती है! झारखंड में झारखंडी कौन सरकारें इसको ठीक से परिभाषित नहीं कर पाई है और तेज़ी से शहरीकरण, सरकारों का कानूनों में बदलाव करके भूमिअधिग्रहण कर आदिवासी- मूलवासियों को पलायन करने पर मजबूर होना पड़ रहा है, बेरोजगारी आदि के द्वारा शोषण किया जा रहा है, यह सब राजनीति नहीं तो और क्या है??? सत्ता का सुख भोगने के लिए लगातार अन्य राज्यो के लोगो को (बाहरियों) को बसाया जा रहा है, जबकि झारखंड में CNT-SPT एक्ट लागू है, पेशा कानून बने हुए है, झारखंड के कुछ जिले पांचवे अनुसूची में आते है! 🙏🙏🙏
पहाड़ पे उगने वाले फल और जड़ी बूटी के बिचौलिए है मुस्लिम वर्ग इनकी नजर पहाड़िया समाज के जमीन और जंगल पर है, इन्होंने प्रलोभन में फसाकर उनसे झूठी शादियां कर ली है,और उनके पूरे संपति पर ये काबिज हो गए हैं
Aap ka ye video bahut hi jankarian deti hai. Sarkar ko bharsak prayas karna chahiye ki ye pahadi tribes mukhya dhara me samil ho basarte ki inka mul sanskriti,dharm,bhasa adi bichud na jaye, tabhi hi i ka bikash ho sakta hai. Video upload ke liye sukria sir. Thank you so much.
Mera ek dost Pahariya hai (PVT) ..Uske Father HEC( Ranchi) government employee hai ...but uske community ke kuch log ab bhi uneducated hai .....sohrai pahariya...population decline wo bhi ho raha....wo log ab Converted Christian hai ...
Punarwas hi kyu krana h ..punarwas glt h ye jahan h whin rehne de . Agr inke liye kuch krna cahte hn to whin pe hi kro . Himachal utrakhand me rehnewale logon ke liye ese to nhi bolte aaplog. Punarwas mt krwaw sir🤨 Paharo me hi education pahunchaw ye khud b khud apne aarthik vikas krenge.punarwas koi hal nhi h.
श्याम सुंदर जी आप ने आदिवासियों के बारे में जो बताया आप की जितनी तारीफ की जाए कम है आपको आदिवासी समाज जिंदगी भर याद करेगा हो सके तो आप मध्यप्रदेश के बड़वानी जिले में आइएगा आपका स्वागत है यहां पर भील भिलाला बारेला आदिवासी बसते हैं
सर् आपको भी कोई भी पुरस्कार मिलना चहिये आदिवासी हित औऱ परिदृश्य बहुत आसान से सोशल मीडिया दिखाने काम करते हैं आप जब भी बड़वानी आना होना हो बताना सर् जोहार
Ye to mere taljhari (sahebganj) block ka hai....jo baten mam ne kaha wo ekdam sahi hai mai ne bhi dekha hai.... education and livelihood dono bahut jaruri hai....
उनको पहाड़ों पर ही रहने देना चाहिए क्योंकि अगर वे नीचे आ गये तो पहाड़ों को खोद कर पत्थर निकाला जाएगा और इनके हाथ घंटा कुछ नहीं आएगा। सारी वनस्पतियों और पेड़ पौधों को नष्ट कर दिया जाएगा।। इसी लिए उन्हें जो भी सुविधाएं देनी है , वह पहाड़ों पर ही उनके गांव में देना चाहिए।।।
Government unke ghar ( pahar) ko khali kra k kya mining krna chate hai. Unka education and skills government ko accept krna chai... Ta ke hum v unse sikh paye.
बहुत ही अच्छा ब्लॉग था ... धन्यवाद " मैं भी भारत " टीम🙏🙏🙏
संथाल छोटा नागपुर पठार के जंगलों में रहते थे और उन पर निर्भर थे। 1832 में, अंग्रेजों ने वर्तमान झारखंड के दामिन-ए-कोह(संथाल परगना) क्षेत्र का सीमांकन किया और संथालों को इस क्षेत्र में बसने के लिए आमंत्रित किया। भूमि और आर्थिक सुविधाओं के वादों के कारण बड़ी संख्या में संथाल उड़ीसा, धालभूम, मानभूम, हजारीबाग, मिदनापुर आदि से बसने के लिए आए। जल्द ही, महाजन और जमींदार, अंग्रेजों द्वारा तैनात कर-संग्रह बिचौलियों के रूप में अर्थव्यवस्था पर हावी हो गए। कई संताल भ्रष्ट धन उधार प्रथाओं के शिकार हो गए। उन्हें अत्यधिक दरों पर पैसा उधार दिया गया था जब वे कभी चुका नहीं सकते थे तो उनकी जमीनों को जबरन ले लिया गया था, उन्हें बंधुआ मजदूरी के लिए मजबूर किया गया था। इससे संताल विद्रोह छिड़ गया।संथाल परगना के प्राचीन निवासी पहाड़िया जनजाति के लोगों ने अंग्रेजो के खिलाफ पहले ही विद्रोह कर दिया था।
प्रकृति ,या अनमने घने जंगल से प्राप्त सुपर फूड ,कई प्रकार के साग,पत्तियां,औषधि आदिवासी और सरल समाज के विरासत और धरोहर है ,यह जीवन शैली बिल्कुल सरल है, प्रकृति को सहेज कर रखना आदिवासियों की सच्ची प्रकृति प्रेम को प्रकट करता है।
2 lakh subscribers complete hone pr... Hmari traf se mai bhi bharat team ..badhai swikar kre..
Sir Shibu Soren,ke ghar ka video kijiye Jo jharkhand ke ramgarh jila ke gola prakhand mein hai,
आपके शो का जितना तारीफ किया जाय, उतना ही कम है, बहुत ही सराहनीय पहल है🙏 मैं आपके वीडियो को लगातार देखता हूँ||
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सेवाजोहार, शामसुंदर भाई,इन लोगोकी समस्या मेंन शिक्षण का अभाव।
आप सभों को बहुत बहुत जोहार ,
श्याम सुंदर सर आप अच्छे विषय मैं भी भारत( आदिवासियों ) के ऊपर अध्यन्न कर रहे है और चैनल के माध्यम से लोगो को दिखा रहे है! लेकिन इसमें और गहन चिंतन, मनन की आवश्यकता है, क्योंकि आपने एक ही पहलू आदिवासियों पर चर्चा की है इसका दूसरा पहलू सरकारें और उनके मुलाजिम है! संक्षिप्त रिपोर्ट के लिहाज से ठीक है, लेकिन विस्तृत रिपोर्ट में अधूरी है, अंग्रेजो के बाद विभिन्न सत्ता में बैठे सरकारों की स्वयं की स्वार्थ पूर्ति के अभिलाषा के कारण आदिवासी समाज आज जल, जंगल और जमीन से बेदखल किए जा रहे है, उनका पुनर्वास नीति जमीन पर लागू नहीं हो पाती है! झारखंड में झारखंडी कौन सरकारें इसको ठीक से परिभाषित नहीं कर पाई है और तेज़ी से शहरीकरण, सरकारों का कानूनों में बदलाव करके भूमिअधिग्रहण कर आदिवासी- मूलवासियों को पलायन करने पर मजबूर होना पड़ रहा है, बेरोजगारी आदि के द्वारा शोषण किया जा रहा है, यह सब राजनीति नहीं तो और क्या है??? सत्ता का सुख भोगने के लिए लगातार अन्य राज्यो के लोगो को (बाहरियों) को बसाया जा रहा है, जबकि झारखंड में CNT-SPT एक्ट लागू है, पेशा कानून बने हुए है, झारखंड के कुछ जिले पांचवे अनुसूची में आते है! 🙏🙏🙏
Exllent bro 🙏🙏🙏
Bahut Achchha hai, sir ji aapne pahadiya Jan jation ke bare mein dikhane ke liye
Didi ne sahi farmya. Vastvikta ko bataya.....nice episode sir
बेटी ने बिलकुल सही बताई। नाम सुनते ही अधिकारी आदिवासियों को घुसने नहीं देते या टाल देते हैं। सरकार द्वारा नीति थोपना अच्छा नहीं है।
पहाड़ पे उगने वाले फल और जड़ी बूटी के बिचौलिए है मुस्लिम वर्ग इनकी नजर पहाड़िया समाज के जमीन और जंगल पर है, इन्होंने प्रलोभन में फसाकर उनसे झूठी शादियां कर ली है,और उनके पूरे संपति पर ये काबिज हो गए हैं
Asli bhart dikhane ke liye aap ko sat sat naman
Another Great work sir....
Keep it up......
दो लाख सब्सक्राइब जुड़ने पर,मैं भी भारत टीम को बधाई।
Thank you
Dil se
Bahut Achcha lagta hai aadivasiyon Ka Gaon Unka Rahan Sahan Unki Jindagi aur Khas Karke Unka pakvan Khan pan
Aap ka ye video bahut hi jankarian deti hai. Sarkar ko bharsak prayas karna chahiye ki ye pahadi tribes mukhya dhara me samil ho basarte ki inka mul sanskriti,dharm,bhasa adi bichud na jaye, tabhi hi i ka bikash ho sakta hai. Video upload ke liye sukria sir. Thank you so much.
बहुत बढ़िया तरीके से व्हिडिओ बनाया है 🙏
Thank you Sir pahariya logo ka culture dikane ke liye
Valuable info .....kudos to mai bhi bharat team ..... ......
Very informative presentation 👍
Shyam sundar ji bahot hi badhiya hai👍🎉 video👍❤ from Mumbai,
Thanks for good informative video
Drone footage mein village ka view dikhata to bahut achcha hota.
पहाड़िया जाति के तीन भाग हैं -1.माल , 2. सौरिया , 3. कुमारभाग
आपलोग सौरिया पहाड़िया के पहाड़ पर वसे गांव पहुंचे हैं , बहुत - बहुत धन्यवाद । जोहार ।
Jai Johar
Mera ek dost Pahariya hai (PVT) ..Uske Father HEC( Ranchi) government employee hai ...but uske community ke kuch log ab bhi uneducated hai .....sohrai pahariya...population decline wo bhi ho raha....wo log ab Converted Christian hai ...
Sir bahut acha lagta he aap nai nai hamare aadivasi logo ke bich jate ho
Johar jharkhand 🙏🙏🙏🙏 sir
Super baiya dilse super kaha sister
अदिवासी मुलवासी पहाड़िया भाई लोग है
Congratulations mai bhi bharat team
Punarwas hi kyu krana h ..punarwas glt h ye jahan h whin rehne de .
Agr inke liye kuch krna cahte hn to whin pe hi kro .
Himachal utrakhand me rehnewale logon ke liye ese to nhi bolte aaplog.
Punarwas mt krwaw sir🤨
Paharo me hi education pahunchaw ye khud b khud apne aarthik vikas krenge.punarwas koi hal nhi h.
गोंड समुदाय k uper kuch batay sir
Jharkhand ke garhwa jila ke korwa adim janjati pr video baniye sir
श्याम सुंदर जी आप ने आदिवासियों के बारे में जो बताया आप की जितनी तारीफ की जाए कम है आपको आदिवासी समाज जिंदगी भर याद करेगा हो सके तो आप मध्यप्रदेश के बड़वानी जिले में आइएगा आपका स्वागत है यहां पर भील भिलाला बारेला आदिवासी बसते हैं
Santhal aadivasi ke bare me or bhi adik se adik jankari btao sir
जो आदिवासी जल जंगल जमीन पहाड़ों के बीच में जीवन बसर करते हैं उसे ही आदिवासी कहते हैं।
Galat बोल राहे हो
Adivasi Bhaijo ko bahut sasakth bana jaruri hai .enke pahchan bane rake❤❤
Congratulations 2 lak sabcriber
Jai johar sir nice blog 🙏🙏🙏
Johar sir... Welcome to santal pargana jharkhand
सर् आपको भी कोई भी पुरस्कार मिलना चहिये आदिवासी हित औऱ परिदृश्य बहुत आसान से सोशल मीडिया दिखाने काम करते हैं आप जब भी बड़वानी आना होना हो बताना सर् जोहार
Great job SS sir you and your team
Main apki bahut bada soupoter hon
kolamsamaj ke baremebhi batate.
दिल छू गया सर जी 🧡🧡👨
They are the most educated person they know the importance of forest,padhe likhe logo ne to global warming la di duniya m
Bahut acha sir💐💐💐💐
Ye to mere taljhari (sahebganj) block ka hai....jo baten mam ne kaha wo ekdam sahi hai mai ne bhi dekha hai.... education and livelihood dono bahut jaruri hai....
Apka video accha lagta hai aap chhattishgarh jashpur me 1 video banay
उनको पहाड़ों पर ही रहने देना चाहिए क्योंकि अगर वे नीचे आ गये तो पहाड़ों को खोद कर पत्थर निकाला जाएगा और इनके हाथ घंटा कुछ नहीं आएगा।
सारी वनस्पतियों और पेड़ पौधों को नष्ट कर दिया जाएगा।।
इसी लिए उन्हें जो भी सुविधाएं देनी है , वह पहाड़ों पर ही उनके गांव में देना चाहिए।।।
मुसहर समाज का भी विडियो बनाइए उनके रहन सहन खान पान पर 🙏🙏🙏
बहुत बढिया
Johar ge gomke
Jai johri jai adwise jai Jharkhand
Proud of you sir
Johar
Sir, kya koi night stay video v hai...to please upload kijiye
Ap sabhi ko bahut bahut 🙏🙏
Sir Aap bahut Sunder bolte hai Aap kavi hamare yaha v nahi aa sakati hai.my v Jharkhand se hu
Sir kabi jharkhand k west singbhum district k video banaye Or unka bare me logo ko bataye
Sir good work I salute to you 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🚩🚩🚩🚩🥳🎉🎉
Sir aap pashachim singbhum jaye tinto prakhand Village buruikuti ka hal saja kare
Tonto bolock
Supr sir
Good work sir
Joo vi aapne kaha such kaha kyoki aadiwaasiyo ke haalaat aaj vi karaab hi
Zakkass
Mst hai!!
Good sir
क्लीवलैंड जैसे अंग्रेज उसको पहाड़ से नीचे नहीं उतार सका तो इंडिया के किसी पदाधिकारी के कहने या लुभाने से पहाड़ से नीचे उतर जायेंगे क्या ?
Sir kabhi bastar chattisgarh bhi aaiye main mani Ram bastar se hoon Chitrakoot jal prpat bhi hain
Congratulations🎉🎊 ✌👍💐sir 2 lakh
Sir salute h apko
Sir video ka notification kyu nahi milta ,
Jay johar
Thank you.
Shiyam sunder ji aap Real me bhart ek khoj ki yatra pr hai.
Love these stuff
goodwork
Wonderful 👍
श्याम सुंदर जी इनका सहयोग करो हम भी जान जाती हैं
Great work sir.
Very nice effort👌👍
Government unke ghar ( pahar) ko khali kra k kya mining krna chate hai.
Unka education and skills government ko accept krna chai... Ta ke hum v unse sikh paye.
I belong to this area!
भ्रमण बाद बर्बाद किया है आदिवासी को अंग्रेज नही
Thor or long voide bnaye sir ji
Jay johar Jay seva Jay aadivasi Jay bhim 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
JAY. JOHAR. AADIVASI. JAY. BHIM. JAL. JAGAL. NE. JAMIN. PALOT. 70. VARTHI. SARKAR. SIRI. NE. VINYTI
Sir ji kabhi Ptd. Nehuru ji ne Bhart ek khoj , Namk kitab likha tha.
Nice sir
Ram Salam 🙏🚩
Nice....😍😍😍😍😍
Very nice sir 🙏👌
Nice 👍👍
Sir nahi chorna chahiye .
Congratulations for 2 million subscribers ✌️✌️👏👏✊✊🙏🙏 👍👍😀😀👌👌👌👌
Government ko inke lie kuchh help karni chahiye.
Bade bhaiya aap bhi ek bar samne a jao kyunki asam mein St nahin mila hai
Mention some book on Paharia